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Durga Ji

दुर्गा दकार सहस्रनामावली

Durga Dakar Sahastra Namavali Hindi

Durga JiSahastranaam (सहस्त्रनाम संग्रह)संस्कृत
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दुर्गा दकार सहस्रनामावली देवी दुर्गा के दिव्य स्वरूप और गुणों का वर्णन करने वाला ग्रंथ है। इसमें माँ दुर्गा के नामों को “द” अक्षर से प्रारंभ करके संकलित किया गया है। यह सहस्रनामावली देवी के शक्ति, करुणा, और संरक्षणकारी रूप का प्रतीक है। इसका पाठ भक्तों को न केवल भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान करता है, बल्कि आध्यात्मिक शांति और सिद्धि भी देता है। “दकार” के नामों का विशेष प्रभाव यह है कि ये नाम ऊर्जा, सकारात्मकता और आत्मबल को जागृत करते हैं।

दुर्गा दकार सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ

  • माँ दुर्गा का स्मरण सभी प्रकार के कष्ट, बाधाओं और दुखों को दूर करता है।
  • इस सहस्रनामावली का पाठ शत्रुओं से रक्षा करता है और जीवन में विजयश्री लाता है।
  • पाठ करने से साधक को आत्मज्ञान प्राप्त होता है और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।
  • “दकार” नामों का जाप मानसिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
  • माँ दुर्गा की कृपा से आर्थिक समृद्धि और पारिवारिक सुख मिलता है।
  • यह पाठ साधक को साहस, आत्मबल और जीवन के संघर्षों का सामना करने की क्षमता प्रदान करता है।
  • सहस्रनामावली का पाठ परिवार में सौहार्द और शांति लाता है।
  • नि:संतान दंपतियों के लिए देवी की आराधना संतान प्राप्ति में सहायक होती है।

दुर्गा दकार सहस्रनामावली पढ़ने के नियम

  • स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थान को साफ रखें।
  • प्रातःकाल या संध्या का समय पाठ के लिए उत्तम है। नवरात्रि के दिन विशेष रूप से पाठ करने का महत्व है।
  • पाठ से पहले देवी दुर्गा के सामने अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  • लाल या पीले वस्त्र का आसन बिछाकर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • सहस्रनामावली का पाठ 11, 21, या 51 दिनों तक नियमित रूप से करें।
  • पाठ के दौरान मन को शांत रखें और देवी के दिव्य स्वरूप का ध्यान करें।

दुर्गा दकार सहस्रनामावली की पूजा विधि

  • देवी दुर्गा का चित्र या मूर्ति, लाल पुष्प, चंदन, अक्षत, कुमकुम, धूप, दीपक और नैवेद्य (मिष्ठान्न, फल) पूजा सामग्री एकत्रित करें।
  • पूजा स्थल पर दीपक जलाएं।
  • “ॐ दुर्गायै नमः” मंत्र का जाप करते हुए देवी का ध्यान करें।
  • शांत चित्त से सहस्रनामावली का पाठ करें।
  • प्रत्येक नाम का उच्चारण स्पष्टता और श्रद्धा के साथ करें।
  • देवी को नैवेद्य अर्पित करें और उनसे कृपा की प्रार्थना करें।
  • पाठ के अंत में माँ दुर्गा की आरती करें।
  • प्रसाद सभी भक्तों में वितरित करें।

॥ दुर्गा दकार सहस्रनामावली ॥

ॐ दक्शिणाचारसाधितायै नमः।
ॐ दक्षकन्यकायै नमः।
ॐ दक्षकन्यायै नमः।
ॐ दक्षगोत्रायै नमः।
ॐ दक्षजनुषे नमः।
ॐ दक्षजन्मने नमः।
ॐ दक्षजन्यै नमः।
ॐ दक्षजातिकायै नमः।
ॐ दक्षजायै नमः।
ॐ दक्षदेहसमुद्भवायै नमः।
ॐ दक्षपुत्र्यै नमः।
ॐ दक्षप्रसूत्यै नमः।
ॐ दक्षमात्रे नमः।
ॐ दक्षयज्ञनाशकर्त्र्यै नमः।
ॐ दक्षयज्ञविनाशिन्यै नमः।
ॐ दक्षयज्ञान्तकारिण्यै नमः।
ॐ दक्षयागध्वंसिन्यै नमः।
ॐ दक्षवंशैकपावन्यै नमः।
ॐ दक्षसुतायै नमः।
ॐ दक्षसून्वै नमः।
ॐ दक्षस्वै नमः।
ॐ दक्षात्मजायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारतुष्टिदायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारनिरतायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारभावितायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारमोक्षाप्त्यै नमः।
ॐ दक्षिणाचारवन्दितायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारशरणायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारसंसिद्धायै नमः।
ॐ दक्षिणाचारसुखिन्यै नमः।
ॐ दक्षिणाचारहर्षितायै नमः।
ॐ दक्षिणायै नमः।
ॐ दक्षिणारुपधारिण्यै नमः।
ॐ दक्षिणारूपायै नमः।
ॐ दक्षेज्यायै नमः।
ॐ दण्डकरायै नमः।
ॐ दण्डचित्तकृतास्पदायै नमः।
ॐ दण्डदोष्कायै नमः।
ॐ दण्डपाणिगृहासक्तायै नमः।
ॐ दण्डपाणिपरामृष्टायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्रपूजितायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्रहर्षितायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्राप्तचर्यायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्राप्तपदायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्रियतमायै नमः।
ॐ दण्डपाणिप्रियायै नमः।
ॐ दण्डपाणिमनोहरायै नमः।
ॐ दण्डपाणिमात्रे नमः।
ॐ दण्डपाणिवरोन्मुख्यै नमः।
ॐ दण्डपाणिविघ्नहरायै नमः।
ॐ दण्डपाणिशिरोधृतायै नमः।
ॐ दण्डपाणिसमाराध्यायै नमः।
ॐ दण्डपाणिसुसिद्धिदायै नमः।
ॐ दण्डपाणिह्रतप्राणायै नमः।
ॐ दण्डपाणीप्रियंवदायै नमः।
ॐ दण्डपाण्युन्मुख्यै नमः।
ॐ दण्डपाण्यै नमः।
ॐ दण्डबाहवे नमः।
ॐ दण्डहस्तायै नमः।
ॐ दण्डिखण्डकनाशिन्यै नमः।
ॐ दण्डिपूज्यायै नमः।
ॐ दण्डिप्रियायै नमः।
ॐ दण्डिमात्रे नमः।
ॐ दण्डिविद्यायै नमः।
ॐ दण्डिसंतोषदायिन्यै नमः।
ॐ दत्तदानायै नमः।
ॐ दत्तदारायै नमः।
ॐ दत्तदारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
ॐ दत्तधनायै नमः।
ॐ दत्तपानायै नमः।
ॐ दत्तपुत्रायै नमः।
ॐ दत्तभार्यायै नमः।
ॐ दत्तभोगायै नमः।
ॐ दत्तमत्यै नमः।
ॐ दत्तमोक्षायै नमः।
ॐ दत्तशास्त्रावबोधिकायै नमः।
ॐ दत्तशोकायै नमः।
ॐ दत्तसौधावनीवासायै नमः।
ॐ दत्तस्वर्गायै नमः।
ॐ दत्तहस्त्यादिवाहनायै नमः।
ॐ दत्तहारायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयकुटुम्बिन्यै नमः।
ॐ दत्तात्रेयकृतानन्दायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयकृतार्हायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयगीतिरतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयज्ञानदात्र्यै नमः।
ॐ दत्तात्रेयदु:खहरायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयधनप्रदायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयध्यानरतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयनुतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयप्रपूजितायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयप्रसाधितायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयप्राणतुल्यायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयप्रेमरतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयभयापहायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयर्षिसंसिद्धायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयवरप्रदायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयविभावितायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयविभूतिस्थायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयशरीरिण्यै नमः।
ॐ दत्तात्रेयसमुद्गीतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयसुखप्रदायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयस्तुतायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयहर्षदात्र्यै नमः।
ॐ दत्तात्रेयांशसम्भवायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयानुमानितायै नमः।
ॐ दत्तात्रेयानुसारिण्यै नमः।
ॐ दत्तारोग्यायै नमः।
ॐ दधिपूज्यायै नमः।
ॐ दधिप्रीतायै नमः।
ॐ दधीचिकुलगम्यायै नमः।
ॐ दधीचिकुलदेवतायै नमः।
ॐ दधीचिकुलदेव्यै नमः।
ॐ दधीचिकुलपालिन्यै नमः।
ॐ दधीचिकुलपूजितायै नमः।
ॐ दधीचिकुलसम्भूतायै नमः।
ॐ दधीचिकुलसम्भूषायै नमः।
ॐ दधीचिकुलसुन्दर्यै नमः।
ॐ दधीचिगुणदायिन्यै नमः।
ॐ दधीचिजपतोषिण्यै नमः।
ॐ दधीचिजपपूजाढ्यायै नमः।
ॐ दधीचिजपमानसायै नमः।
ॐ दधीचिजपमालिकायै नमः।
ॐ दधीचिजपसंतुष्टायै नमः।
ॐ दधीचिजयसम्प्रीतायै नमः।
ॐ दधीचिज्ञानदात्र्यै नमः।
ॐ दधीचितपसाराध्यायै नमः।
ॐ दधीचिदरदारिण्यै नमः।
ॐ दधीचिदानगम्यायै नमः।
ॐ दधीचिदानदेवतायै नमः।
ॐ दधीचिदानमानिन्यै नमः।
ॐ दधीचिदानसंतुष्टायै नमः।
ॐ दधीचिदु:खहन्त्र्यै नमः।
ॐ दधीचिदैन्यहन्त्र्यै नमः।
ॐ दधीचिदैन्यहारिण्यै नमः।
ॐ दधीचिभक्तिसुखिन्यै नमः।
ॐ दधीचिभुक्तिमुक्तिदायै नमः।
ॐ दधीचिमुनिसेवितायै नमः।
ॐ दधीचिमोक्षदायिन्यै नमः।
ॐ दधीचिवरदायिन्यै नमः।
ॐ दधीचिशुभदायिन्यै नमः।
ॐ दधीचिसुखदात्र्यै नमः।
ॐ दधीचीष्टदेवतायै नमः।
ॐ दनुजध्वंसिन्यै नमः।
ॐ दनुजान्तकर्यै नमः।
ॐ दनुजान्तकृते नमः।
ॐ दनुजेन्द्रविनाशिन्यै नमः।
ॐ दनुसंतनदारिण्यै नमः।
ॐ दन्तचर्चितहस्तिकायै नमः।
ॐ दन्तदंष्ट्रस्यन्दनायै नमः।
ॐ दन्तदंष्ट्रासुरकलायै नमः।
ॐ दन्तदष्ट्योद्वेगफलायै नमः।
ॐ दन्तनिर्णाशितासुरायै नमः।
ॐ दमघोषप्रपूज्यायै नमः।
ॐ दमघोषवरप्रदायै नमः।
ॐ दमघोषसमाराध्यायै नमः।
ॐ दमनर्षिप्राणतुल्यायै नमः।
ॐ दमनर्षिविभावितायै नमः।
ॐ दमनर्षिस्वरूपायै नमः।
ॐ दमनर्षिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दमपुष्पप्रियायै नमः।
ॐ दमप्रसूनसम्पूज्यायै नमः।
ॐ दमयन्तीकृतार्चायै नमः।
ॐ दमयन्तीप्रसाधितायै नमः।
ॐ दमयन्तीष्टदेव्यै नमः।
ॐ दमयन्तीसिद्धिदात्र्यै नमः।
ॐ दमयन्तीस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दमोदरकलाकलायै नमः।
ॐ दम्पतिप्राणरूपिकायै नमः।
ॐ दम्पतीष्टपादपद्मायै नमः।
ॐ दम्पतीष्टायै नमः।
ॐ दम्पतीस्नेहनिरतायै नमः।
ॐ दम्पत्याचारनिरतायै नमः।
ॐ दम्पत्यामोदमोदितायै नमः।
ॐ दम्पत्यामोदसुखिन्यै नमः।
ॐ दम्पत्यै नमः।
ॐ दम्भकर्यै नमः।
ॐ दम्भधात्र्यै नमः।
ॐ दम्भपूरितविग्रहायै नमः।
ॐ दम्भरूपायै नमः।
ॐ दम्भलोकविमोहिन्यै नमः।
ॐ दम्भवत्परिमर्दिन्यै नमः।
ॐ दम्भशीलायै नमः।
ॐ दम्भसंतानदारिण्यै नमः।
ॐ दम्भहन्त्र्यै नमः।
ॐ दम्भहरायै नमः।
ॐ दम्भायै नमः।
ॐ दम्यायै नमः।
ॐ दयवत्तारणपरायै नमः।
ॐ दयाढ्यायै नमः।
ॐ दयात्मिकायै नमः।
ॐ दयादात्र्यै नमः।
ॐ दयानिधये नमः।
ॐ दयाबन्धवे नमः।
ॐ दयाभारायै नमः।
ॐ दयाम्बुधये नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयार्द्रायै नमः।
ॐ दयालवे नमः।
ॐ दयालुदेहमन्दिरायै नमः।
ॐ दयालुप्राणरूपिण्यै नमः।
ॐ दयालुप्रेमवर्षिण्यै नमः।
ॐ दयालुभक्तिभावस्थायै नमः।
ॐ दयालुवशगायै नमः।
ॐ दयालुवात्सल्यकर्यै नमः।
ॐ दयालुशरणाशक्तायै नमः।
ॐ दयालुसिद्धिदायिन्यै नमः।
ॐ दयालुसुखदायै नमः।
ॐ दयावत्करुणाकर्यै नमः।
ॐ दयावत्परितोषितायै नमः।
ॐ दयावत्परितोषितायै नमः।
ॐ दयावत्पुत्ररूपिण्यै नमः।
ॐ दयावत्पुत्रवद्भावायै नमः।
ॐ दयावत्प्रतिपादिकायै नमः।
ॐ दयावत्प्राणकर्त्र्यै नमः।
ॐ दयावत्सिद्धिदायिन्यै नमः।
ॐ दयावत्स्नेहनिरतायै नमः।
ॐ दयावद्देहनिलयायै नमः।
ॐ दयावद्भक्तिसुखिन्यै नमः।
ॐ दयावद्भावसंतुष्टायै नमः।
ॐ दयावद्वत्सलायै नमः।
ॐ दयावन्मुक्तिदायिन्यै नमः।
ॐ दयाशीलायै नमः।
ॐ दयाश्रयायै नमः।
ॐ दयासागरपारगायै नमः।
ॐ दयासारायै नमः।
ॐ दयासिन्धवे नमः।
ॐ दरघ्न्यै नमः।
ॐ दरयुक्तायै नमः।
ॐ दरयुक्तायै नमः।
ॐ दररात्र्यै नमः।
ॐ दरस्मेरायै नमः।
ॐ दरहरायै नमः।
ॐ दरान्तकृते नमः।
ॐ दरापहायै नमः।
ॐ दरापाङ्ग्यै नमः।
ॐ दराश्रयायै नमः।
ॐ दराश्रयायै नमः।
ॐ दरिकृतहरार्हायै नमः।
ॐ दरिक्रीडितपुत्रिकायै नमः।
ॐ दरिसंदर्शनरतायै नमः।
ॐ दरिस्थानवासिन्यै नमः।
ॐ दरिस्थानायै नमः।
ॐ दरीकृततपस्यायै नमः।
ॐ दरीकृतरतिक्रियायै नमः।
ॐ दरीकृतहरार्चनायै नमः।
ॐ दरीगुप्तिकौतुकाढ्यायै नमः।
ॐ दरीजापितदिष्टायै नमः।
ॐ दरीभ्रमणतत्परायै नमः।
ॐ दरीरोपितवृश्चिकायै नमः।
ॐ दरोन्मदायै नमः।
ॐ दर्भककर्मविवर्जितायै नमः।
ॐ दर्भकर्माचाररतायै नमः।
ॐ दर्भतन्वै नमः।
ॐ दर्भमय्यै नमः।
ॐ दर्भयुतायै नमः।
ॐ दर्भसर्वस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दर्भहस्तकृतार्हणायै नमः।
ॐ दर्भहस्तायै नमः।
ॐ दर्भानुकूलायै नमः।
ॐ दर्विपात्रानुदामिन्यै नमः।
ॐ दर्शनप्रियायै नमः।
ॐ दर्शनीयायै नमः।
ॐ दशग्रिवेश्वरप्रियायै नमः।
ॐ दशग्रीवनाशकर्त्र्यै नमः।
ॐ दशग्रीवपुरस्थायै नमः।
ॐ दशग्रीवप्रियायै वन्द्यायै नमः।
ॐ दशग्रीवप्रीतिदात्र्यै नमः।
ॐ दशग्रीवरिवन्दितायै नमः।
ॐ दशग्रीववधोत्सुकायै नमः।
ॐ दशग्रीववध्वै नमः।
ॐ दशग्रीववरप्रदायै नमः।
ॐ दशग्रीववरप्रदायै नमः।
ॐ दशग्रीवविनाशिन्यै नमः।
ॐ दशग्रीवसभाजितायै नमः।
ॐ दशग्रीवह्रतायै नमः।
ॐ दशग्रीवानपायिन्यै नमः।
ॐ दशग्रीवारिजनन्यै नमः।
ॐ दशग्रीवारिभाविन्यै नमः।
ॐ दशग्रीवारिरमण्यै नमः।
ॐ दशग्रीवारिसहितायै नमः।
ॐ दशग्रीवाहवकर्यै नमः।
ॐ दशग्रीवाहितकर्यै नमः।
ॐ दशग्रीवेश्वरप्राणायै नमः।
ॐ दशग्रीवेश्वररतायै नमः।
ॐ दशदिक्ख्यातविक्रमायै नमः।
ॐ दशदिक्पालवन्दितायै नमः।
ॐ दशदोष्कायै नमः।
ॐ दशपापहरयै नमः।
ॐ दशप्राणस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दशबाहुविराजितायै नमः।
ॐ दशभुजायै नमः।
ॐ दशरथार्चितपदायै नमः।
ॐ दशरथिप्रपूजितायै नमः।
ॐ दशवर्षीयकन्यकायै नमः।
ॐ दशवर्षीयबालायै नमः।
ॐ दशवर्षीयवासिन्यै नमः।
ॐ दशविद्याभिन्नदेव्यै नमः।
ॐ दशविद्यामय्यै नमः।
ॐ दशविद्यास्वरूपायै नमः।
ॐ दशशईर्षारिसारिण्यै नमः।
ॐ दशशस्त्रलसद्दोष्कायै नमः।
ॐ दशशीर्शज्ञानदात्र्यै नमः।
ॐ दशशीर्षकपालिन्यै नमः।
ॐ दशशीर्षनितम्बिन्यै नमः।
ॐ दशशीर्षपुर्यै नमः।
ॐ दशशीर्षभ्रातृतुष्टायै नमः।
ॐ दशशीर्षराष्ट्रदेव्यै नमः।
ॐ दशशीर्षरिसुखदायै नमः।
ॐ दशशीर्षवधूप्राणायै नमः।
ॐ दशशीर्षवधूप्रियायै नमः।
ॐ दशशीर्षवधूप्रियायै नमः।
ॐ दशशीर्षवधूरतायै नमः।
ॐ दशशीर्षवधोपात्तश्रीरामचन्द्ररूपतायै नमः।
ॐ दशशीर्षशिरश्छेत्र्यै नमः।
ॐ दशशीर्षसभाजितायै नमः।
ॐ दशशीर्षहरप्राणायै नमः।
ॐ दशशीर्षहरात्मिकायै नमः।
ॐ दशशीर्षहराराध्यायै नमः।
ॐ दशशीर्षारिकामिन्यै नमः।
ॐ दशशीर्षारिगेहिन्यै नमः।
ॐ दशशीर्षारिवन्दितायै नमः।
ॐ दशशीर्षारिसहितायै नमः।
ॐ दशशीर्षारिसुप्रीतायै नमः।
ॐ दशहस्तविभूषितायै नमः।
ॐ दशाननरिवैरिह्रते नमः।
ॐ दशाननारिजन्मभुवे नमः।
ॐ दशाननारिदेवतायै नमः।
ॐ दशाननारिप्रमदायै नमः।
ॐ दशाननारिरतिदायै नमः।
ॐ दशाननारिष्टदेव्यै नमः।
ॐ दशाननारिसम्पूज्यायै नमः।
ॐ दशाननारिसुखदायै नमः।
ॐ दशाननारिसेवितायै नमः।
ॐ दशावतररूपायै नमः।
ॐ दशावताररूपिण्यै नमः।
ॐ दशास्त्रधारिण्यै नमः।
ॐ दस्त्रकौशलदायिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रक्षोभहरायै नित्यायै नमः।
ॐ दस्त्रजनन्यै नमः।
ॐ दस्त्रज्ञानविवर्धिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रतातनिषेवितायै नमः।
ॐ दस्त्रतापविमोचिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रताराराधिकायै नमः।
ॐ दस्त्रदेव्यै नमः।
ॐ दस्त्रदैन्यहरायै नमः।
ॐ दस्त्रद्विष्टविनाशिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रनिस्तारकारिण्यै नमः।
ॐ दस्त्रपितृशतज्योतिषे नमः।
ॐ दस्त्रपूज्यायै नमः।
ॐ दस्त्रभक्तिविधाज्ञानायै नमः।
ॐ दस्त्रमातृप्रपूजितायै नमः।
ॐ दस्त्रमानससंस्थानायै नमः।
ॐ दस्त्रलोकगतात्मिकायै नमः।
ॐ दस्त्रविद्याविधायिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रसंस्थायै नमः।
ॐ दस्त्रसम्भोगजनन्यै नमः।
ॐ दस्त्रसम्भोगदायिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रसम्भोगभवनायै नमः।
ॐ दस्त्रसिद्धायै नमः।
ॐ दस्त्रसिद्धिविधायिन्यै नमः।
ॐ दस्त्रसुन्दर्यै नमः।
ॐ दस्त्रापकारदमन्यै नमः।
ॐ दस्त्रोद्वेगहरायै नमः।
ॐ दस्यकुलनिर्णाशिन्यै नमः।
ॐ दस्युद्रविणदायिन्यै नमः।
ॐ दस्युनिर्णाशिन्यै नमः।
ॐ दस्युनृत्यदर्शनतत्परायै नमः।
ॐ दस्युपूज्यायै नमः।
ॐ दस्युप्रियकर्यै नमः।
ॐ दस्युरतायै नमः।
ॐ दस्युवर्गकृतार्हाये नमः।
ॐ दस्युवर्गविनाशिन्यै नमः।
ॐ दहनात्मिकायै नमः।
ॐ दहन्त्र्यै नमः।
ॐ दाडिमिवनवासिन्यै नमः।
ॐ दाडिमीफलभोजिन्यै नमः।
ॐ दाडिमीफलमानसायै नमः।
ॐ दाडिमीफलसंतुष्टायै नमः।
ॐ दाडिमीफलसाम्योरुपयोधरसमन्वितायै नमः।
ॐ दाडिमीवृक्षरूपायै नमः।
ॐ दाडिमीवृक्षवासिन्यै नमः।
ॐ दाडिमीवृक्षसंस्थानायै नमः।
ॐ दात्र्यै नमः।
ॐ दानरतायै नमः।
ॐ दानवत्यै नमः।
ॐ दानवद्वेषिण्यै सत्यै नमः।
ॐ दानवध्वंसिन्यै नमः।
ॐ दानवान भयंकर्यै नमः।
ॐ दानवाराध्यायै नमः।
ॐ दानवारिकृतार्चायै नमः।
ॐ दानवारिकृतास्पदायै नमः।
ॐ दानवारिदानरतायै नमः।
ॐ दानवारिधृतप्रेमायै नमः।
ॐ दानवारिप्रपूजितायै नमः।
ॐ दानवारिप्रबोधिन्यै नमः।
ॐ दानवारिप्रेमरतायै नमः।
ॐ दानवारिमहानन्दायै नमः।
ॐ दानवारिरतिप्रियायै नमः।
ॐ दानवारिविभूतिदायै नमः।
ॐ दानवारिस्तुतिरतायै नमः।
ॐ दानवारिस्मृतिप्रियायै नमः।
ॐ दानवार्याहाररतायै नमः।
ॐ दानवेन्द्रनिहन्त्र्यै नमः।
ॐ दानवेन्द्रवरप्रदायै नमः।
ॐ दानव्यै नमः।
ॐ दामपूज्यायै नमः।
ॐ दामभूषायै नमः।
ॐ दामोदरकुतूहलायै नमः।
ॐ दामोदरकृतप्राणायै नमः।
ॐ दामोदरकृतास्पदायै नमः।
ॐ दामोदरकृताह्लादायै नमः।
ॐ दामोदरकौतुकाढ्यायै नमः।
ॐ दामोदरगतात्मिकायै नमः।
ॐ दामोदरगवेषितायै नमः।
ॐ दामोदरगुणज्ञायै नमः।
ॐ दामोदरजलक्रीडात्यक्तस्वजनसौह्रदायै नमः।
ॐ दामोदरधरायै नमः।
ॐ दामोदरनितम्बिन्यै नमः।
ॐ दामोदरनिमन्त्रितायै नमः।
ॐ दामोदरपतिव्रतायै नमः।
ॐ दामोदरपत्‍न्यै नमः।
ॐ दामोदरपराजितायै नमः।
ॐ दामोदरपराभूतायै नमः।
ॐ दामोदरपरायणायै नमः।
ॐ दामोदरप्रस्वै नमः।
ॐ दामोदरप्रेमरतायै नमः।
ॐ दामोदरबलक्रीडाकुशलायै नमः।
ॐ दामोदरभगिन्यै नमः।
ॐ दामोदरभ्रातृकायै नमः।
ॐ दामोदररतिप्रियायै नमः।
ॐ दामोदरलसद्रासकेलिकौतुकिन्यै नमः।
ॐ दामोदरवरप्रदाऐ नमः।
ॐ दामोदरविलासिन्यै नमः।
ॐ दामोदरवैरविनाशिन्यै नमः।
ॐ दामोदरसमाक्रान्तायै नमः।
ॐ दामोदरसहाढ्यायै नमः।
ॐ दामोदरसहायिन्यै नमः।
ॐ दामोदरसुखप्रदायै नमः।
ॐ दामोदरसुचुम्बितायै नमः।
ॐ दामोदरसुताकृष्टायै नमः।
ॐ दामोदरस्तन्यदात्र्यै नमः।
ॐ दामोदरहताशुभायै नमः।
ॐ दामोदराऽभिन्नतन्वै नमः।
ॐ दामोदराऽभिन्नदेहायै नमः।
ॐ दामोदरानुकूलायै नमः।
ॐ दामोदरालिङ्गिताङ्ग्यै नमः।
ॐ दामोदरोत्सवरतायै नमः।
ॐ दामोदरोत्सवावहायै नमः।
ॐ दामोदरोपजायायै नमः।
ॐ दाम्पत्यप्रेमरूपिण्यै नमः।
ॐ दाम्पत्यभोगभवनायै नमः।
ॐ दाम्पत्यसाधनप्रियायै नमः।
ॐ दाम्पत्यसुखदायिन्यै नमः।
ॐ दाम्पत्यसुखसेनायै नमः।
ॐ दाम्पत्याह्लादकारिण्यै नमः।
ॐ दाम्भर्यायै नमः।
ॐ दाम्भिकायै नमः।
ॐ दारकार्यरिनाशिन्यै नमः।
ॐ दाररूपायै नमः।
ॐ दारवासायै नमः।
ॐ दारवासिजनप्रियायै नमः।
ॐ दारवासिजनाराध्यायै नमः।
ॐ दारवासिविघ्नहरायै नमः।
ॐ दारवासिविनिर्नीतायै नमः।
ॐ दारवासिविमुक्तिदायै नमः।
ॐ दारवासिसमर्चितायै नमः।
ॐ दारवासिह्रदास्पदायै नमः।
ॐ दारवास्यरिनाशिन्यै नमः।
ॐ दारवास्यह्रतप्राणायै नमः।
ॐ दाराग्निरूपिण्यै नमः।
ॐ दारायै नमः।
ॐ दारिकायै नमः।
ॐ दारुकारिनिहन्त्र्यै नमः।
ॐ दारुकेश्वरपूजितायै नमः।
ॐ दारुकेश्वरमात्रे नमः।
ॐ दारुकेश्वरवन्दितायै नमः।
ॐ दारुणाचलनाशिन्यै नमः।
ॐ दारुणाचारनिरतायै नमः।
ॐ दारुणायै नमः।
ॐ दारुणारिनिवारिण्यै नमः।
ॐ दारुणासुरदारिण्यै नमः।
ॐ दारुणासुरहन्त्र्यै नमः।
ॐ दारुणाहवकर्त्र्यै नमः।
ॐ दारुणाहवहर्षितायै नमः।
ॐ दारुणाहवहोमाढ्यायै नमः।
ॐ दारुणेक्षणसंयुक्तायै नमः।
ॐ दारुणोत्सवहर्षितायै नमः।
ॐ दारुणोद्यतरूपायै नमः।
ॐ दावाग्निनिर्णाशितमहाबलायै नमः।
ॐ दावाग्निरूपायै नमः।
ॐ दावाग्निरूपिण्यै नमः।
ॐ दाशरथितिप्रियायै नमः।
ॐ दाशरथिद्वेषिनाशायै नमः।
ॐ दाशरथिप्रियंवदायै नमः।
ॐ दाशरथिप्रियकर्यै नमः।
ॐ दाशरथिप्रियतमायै नमः।
ॐ दाशरथिप्रियायै नमः।
ॐ दाशरथिप्रेमतुष्टायै नमः।
ॐ दाशरथीष्टदेवतायै नमः।
ॐ दाशरथीष्टसंदात्र्यै नमः।
ॐ दाशरथ्यानुकूल्यदायै नमः।
ॐ दासदायै नमः।
ॐ दासदासीशतप्रदायै नमः।
ॐ दास्यतुष्टायै नमः।
ॐ दास्यहरायै नमः।
ॐ दाहिकायै नमः।
ॐ दिगन्त:स्थायै नमः।
ॐ दिगन्तरायै नमः।
ॐ दिगम्बरकथाप्रियायै नमः।
ॐ दिगम्बरकृतास्पदायै नमः।
ॐ दिगम्बरगणस्पर्शमदिरापानविह्वलायै नमः।
ॐ दिगम्बरगणेश्वरायै नमः।
ॐ दिगम्बरगुणरतायै नमः।
ॐ दिगम्बरप्रपूजितायै नमः।
ॐ दिगम्बरप्रेमरतायै नमः।
ॐ दिगम्बररतातुरायै नमः।
ॐ दिगम्बरविलसिन्यै नमः।
ॐ दिगम्बरशिरोधार्यायै नमः।
ॐ दिगम्बरसमाजस्थायै नमः।
ॐ दिगम्बरसहचर्यै नमः।
ॐ दिगम्बरस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दिगम्बरह्रताचित्तायै नमः।
ॐ दिगम्बरह्रताश्रयायै नमः।
ॐ दिगम्बरीकोटिवृतायै नमः।
ॐ दिगम्बरीगणप्राणायै नमः।
ॐ दिगम्बरीगणप्रियायै नमः।
ॐ दिगम्बरीगणाराध्यायै नमः।
ॐ दिगम्बरीगणार्चितायै नमः।
ॐ दिगम्बरीगणावृतायै नमः।
ॐ दिगम्बरीस्वरूपायै नमः।
ॐ दिगम्बर्यै नमः।
ॐ दिनमात्रे नमः।
ॐ दिर्घकेश्यै नमः।
ॐ दिव्यायै नमः।
ॐ दीनगेहकृतानन्दायै नमः।
ॐ दीनगेहविलासिन्यै नमः।
ॐ दीनदर्शनदायिन्यै नमः।
ॐ दीनदैन्यविघातेच्छवे नमः।
ॐ दीनद्रविणदायिन्यै नमः।
ॐ दीनपुत्रादिदात्र्यै नमः।
ॐ दीनबन्धवे नमः।
ॐ दीनभावप्रेमरतायै नमः।
ॐ दीनभावविनोदिन्यै नमः।
ॐ दीनमानवचेत:स्थायै नमः।
ॐ दीनमानवहर्षदायै नमः।
ॐ दीनवत्सलायै नमः।
ॐ दीनविघ्नविनाशिन्यै नमः।
ॐ दीनसम्पद्विधायिन्यै नमः।
ॐ दीनसाधनसंतुष्टायै नमः।
ॐ दीनसाध्यायै नमः।
ॐ दीनसिद्धायै नमः।
ॐ दीनसेव्यायै नमः।
ॐ दीनायै नमः।
ॐ दीर्घघोणायै नमः।
ॐ दीर्घचक्षुषे नमः।
ॐ दीर्घदर्शिगृहालयायै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिगृहीतार्चायै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिप्रमोदिन्यै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिप्रहर्षितायै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिप्राणतुल्यायै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिहर्षदात्र्यै नमः।
ॐ दीर्घदर्शिह्रतार्हणायै नमः।
ॐ दीर्घदर्शैमहानन्दायै नमः।
ॐ दीर्घनेत्रायै नमः।
ॐ दीर्घबाहुलतात्मिकायै नमः।
ॐ दीर्घमुख्यै नमः।
ॐ दीर्घलोचनायै नमः।
ॐ दीर्घाङ्ग्यै नमः।
ॐ दीर्घायै नमः।
ॐ दु:खग्रामायै नमः।
ॐ दु:खदात्र्यै नमः।
ॐ दु:खदार्यरिनाशिन्यै नमः।
ॐ दु:खधारायै नमः।
ॐ दु:खनाशायै नमः।
ॐ दु:खनिर्मूलकारिण्यै नमः।
ॐ दु:खनिर्मूलनकर्यै नमः।
ॐ दु:खशोकविमोचिन्यै नमः।
ॐ दु:खहन्त्र्यै नमः।
ॐ दु:खहरायै नमः।
ॐ दु:खहीनायै नमः।
ॐ दु:शासनसमर्चितायै नमः।
ॐ दुं दुंर्गाये नमः।
ॐ दुं दुर्गायै नमो नाम्न्यै नमः।
ॐ दुतीयागकरायातायै नमः।
ॐ दुरतिक्रमायै नमः।
ॐ दुरन्तकलुषघ्न्यै नमः।
ॐ दुरन्तदनुजान्तकृते नमः।
ॐ दुरन्तदमन्यै तम्यै नमः।
ॐ दुरन्तदानवद्वेष्ट्यै नमः।
ॐ दुरन्तदु:खशमन्यै नमः।
ॐ दुरन्तदैत्यनाशिन्यै नमः।
ॐ दुरन्तपापहन्त्र्यै नमः।
ॐ दुरन्तरोगनाशिन्यै नमः।
ॐ दुरन्तवैरिदमन्यै नमः।
ॐ दुरन्तशोकशमन्यै नमः।
ॐ दुरन्तायै नमः।
ॐ दुराधारायै नमः।
ॐ दुराशयायै नमः।
ॐ दुरासदायै नमः।
ॐ दुरासोऽर्चितपादायै नमः।
ॐ दुर्गचर्माम्बरावृतायै नमः।
ॐ दुर्गतिहरायै नमः।
ॐ दुर्गदानवदारिण्यै नमः।
ॐ दुर्गदेशजनप्रियायै नमः।
ॐ दुर्गदेशनिषेविण्यै नमः।
ॐ दुर्गदेशवासरतायै नमः।
ॐ दुर्गदेशविलासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गदेशार्चनरतायै नमः।
ॐ दुर्गदैत्यनिकृन्तिन्यै नमः।
ॐ दुर्गदैत्यप्राणहरायै नमः।
ॐ दुर्गदैत्यहरत्रात्र्यै नमः।
ॐ दुर्गदैत्यान्तकारिण्यै नमः।
ॐ दुर्गदैत्याशनकर्यै नमः।
ॐ दुर्गदैत्यासृगुन्मदायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीकृतास्पदायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीगतायातायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीनिषेवितायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीपद्मरतायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीप्रचारिण्यै नमः।
ॐ दुर्गनाडीमार्गगत्यै नमः।
ॐ दुर्गनाडीरतरतायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीशक्रोडस्थायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीशचुम्बितायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीशसंस्तुतायै नमः।
ॐ दुर्गनाडीश्वररतायै नमः।
ॐ दुर्गनाड्यम्बुजस्थितायै नमः।
ॐ दुर्गनाड्यारोहणायै नमः।
ॐ दुर्गनाड्युत्थितोत्सुकायै नमः।
ॐ दुर्गमद्रविणप्रदायै नमः।
ॐ दुर्गमध्यानायै नमः।
ॐ दुर्गमध्यानुसाधनायै नमः।
ॐ दुर्गमप्रेमनिरतायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिपूजितायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिमानितायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिमान्यायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिसंस्थानायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिसम्मतायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिसुप्रीतायै नमः।
ॐ दुर्गमश्रुतिहर्षदायै नमः।
ॐ दुर्गमस्थानदायिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमस्थानसंस्थानायै नमः।
ॐ दुर्गमागमदुर्ज्ञेयायै नमः।
ॐ दुर्गमागमसंधानायै नमः।
ॐ दुर्गमागमसंस्तुतायै नमः।
ॐ दुर्गमाचारकलितायै नमः।
ॐ दुर्गमाचारतोषितायै नमः।
ॐ दुर्गमाचारनिर्वृत्तायै नमः।
ॐ दुर्गमाचारपूजितायै नमः।
ॐ दुर्गमाचारसंतुष्टायै नमः।
ॐ दुर्गमात्मस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दुर्गमाम्बुजमध्यस्थायै नमः।
ॐ दुर्गमाम्बुजवासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गकृतावासायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गगृहीतार्चायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गजयप्रियायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गत्यक्तवस्त्रायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गनिवासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमार्गप्रवर्तिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमार्गप्रविष्टायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गप्रवेशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमार्गरतिप्रियायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गविलासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गमार्गसदास्थल्यै नमः।
ॐ दुर्गमार्गस्तुतिपरायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गस्थलस्थानायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गस्थितात्मिकायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गस्मृतिपरायै नमः।
ॐ दुर्गमार्गानुसंचारायै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धमहामत्तायै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धविमर्दिन्यै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धविशारदायै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धहास्यरतायै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धाट्टहासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धानुसारिण्यै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धासवरतायै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धोत्सवकर्यै नमः।
ॐ दुर्गयुद्धोत्सवोत्साहायै नमः।
ॐ दुर्गविक्षोभणकर्यै नमः।
ॐ दुर्गविद्रावणकर्यै नमः।
ॐ दुर्गविद्रावण्यै नमः।
ॐ दुर्गविध्वंसनकर्यै नमः।
ॐ दुर्गशीर्षनिकृन्तिन्यै नमः।
ॐ दुर्गाचलनिवासिन्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गादेव्यै नमः।
ॐ दुर्गासुरध्वंसतोषायै नमः।
ॐ दुर्गासुरनिषूदिन्यै नमः।
ॐ दुर्गासुरनिहन्त्र्यै नमः।
ॐ दुर्गासुरमखान्तकृते नमः।
ॐ दुर्गासुरवधप्रेप्सवे नमः।
ॐ दुर्गासुरवधोत्साहायै नमः।
ॐ दुर्गासुरवधोत्सुकायै नमः।
ॐ दुर्गासुरवधोद्यतायै नमः।
ॐ दुर्गासुरवधोन्मत्तायै नमः।
ॐ दुर्गासुरविनाशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गासुरहरायै नमः।
ॐ दुर्जयायै नमः।
ॐ दुर्ध्येयायै नमः।
ॐ दुर्योधनप्रपूज्याये नमः।
ॐ दुर्वास:पूजितायै नमः।
ॐ दुर्वासस्तापसाराध्यायै नमः।
ॐ दुर्वासस्तापसाश्रयायै नमः।
ॐ दुर्वासस्तापसेश्वर्ये नमः।
ॐ दुर्वासोऽद्भुतसिद्धिदायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिकन्यायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिचित्तस्थायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिदेवतायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिभावस्थायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिभावितायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिमण्डितायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिमात्रे नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिवन्द्यायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिसंचारायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिसिद्धिदायै नमः।
ॐ दुर्वासोमुनिसेवितायै नमः।
ॐ दुर्वासोमौनभावितयै नमः।
ॐ दुर्वासोह्रत्सरोजगायै नमः।
ॐ दुर्वासोह्रदयङ्गमायै नमः।
ॐ दुर्वासोह्रदयराध्यायै नमः।
ॐ दुष्कृतिस्तोमनाशिन्यै नमः।
ॐ दुष्कृतिहरायै नमः।
ॐ दुष्टकामिन्यै नमः।
ॐ दुष्टदण्डकर्यै नमः।
ॐ दुष्टभूतनिषेवितायै नमः।
ॐ दुष्टवर्गनिग्रहार्हायै नमः।
ॐ दुष्टवर्गविद्राविण्यै नमः।
ॐ दूं नमो मूर्तिकात्मिकायै नमः।
ॐ दूं फण् मन्त्रस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ दूतीयागकरप्रियायै नमः।
ॐ दूतीयागकरानन्दायै नमः।
ॐ दूतीयागप्रमोदिन्यै नमः।
ॐ दूतीयागप्रियायै नमः।
ॐ दूतीयागसुखप्रदायै नमः।
ॐ दूत्यै नमः।
ॐ दूत्यै नमः।
ॐ दूनायै नमः।
ॐ दूम नमो मन्त्ररूपायै नमः।
ॐ दूरदर्शिकण्ठसंस्थायै नमः।
ॐ दूरदर्शिगृहीतार्चायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रतर्षितायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रतोषितायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रहर्षितायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्राणतुल्यायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रियंवदायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रियादुष्टायै नमः।
ॐ दूरदर्शिप्रेमरतायै नमः।
ॐ दूरदर्शिभ्रान्तिहरायै नमः।
ॐ दूरदर्शिवरप्रदायै नमः।
ॐ दूरदर्शिसिद्धिदात्र्यै नमः।
ॐ दूरदर्शिसुखप्रदायै नमः।
ॐ दूरदर्शिह्रदास्पदायै नमः।
ॐ दूरदर्श्यरिविद्भावायै नमः।
ॐ दूर्वादलश्यामायै नमः।
ॐ दूर्वादलसमद्युतये नमः।
ॐ दूर्वायै नमः।
ॐ दूषकद्वेषणकर्यै नमः।
ॐ दूषकप्राणनाशिन्यै नमः।
ॐ दूषकारिष्टकारिण्यै नमः।
ॐ दूषकोत्तापजनन्यै नमः।
ॐ दृकस्वरूपायै नमः।
ॐ दृक्प्रकाशिन्यै नमः।
ॐ दृक्प्रदात्र्यै नमः।
ॐ दृग्रूपायै नमः।
ॐ दृश्यादृश्ययै नमः।
ॐ दृष्टिगोचरायै नमः।
ॐ देवकन्यायै नमः।
ॐ देवकामायै नमः।
ॐ देवकोटिकृतस्तुत्यै नमः।
ॐ देवकोटिकृतार्हणायै नमः।
ॐ देवकोटिगीतगुणायै नमः।
ॐ देवकोटिस्तुतिनुतायै नमः।
ॐ देवकोलाहलकुलायै नमः।
ॐ देवकौतुकतत्परायै नमः।
ॐ देवक्रीडायै नमः।
ॐ देवगुरुकृतार्हणायै नमः।
ॐ देवगुरुज्ञानदात्र्यै नमः।
ॐ देवगुरुनिषेवितायै नमः।
ॐ देवगुरुप्रभावज्ञायै नमः।
ॐ देवगुरुप्रमोदिन्यै नमः।
ॐ देवगुरुप्रसूरूपायै नमः।
ॐ देवगुरुप्रेमयुतायै नमः।
ॐ देवगुरुसुखप्रदायै नमः।
ॐ देवगुर्वनुमानितायै नमः।
ॐ देवतगारनिलयायै नमः।
ॐ देवताकृतपादार्चायै नमः।
ॐ देवतागर्वमध्यस्थायै नमः।
ॐ देवतातनवे नमः।
ॐ देवताद्विष्टनाशिन्यै नमः।
ॐ देवतानिजभावायै नमः।
ॐ देवतापसपालिन्यै नमः।
ॐ देवतापूजितपदायै नमः।
ॐ देवताप्रेमतोषितायै नमः।
ॐ देवताभावतोषितायै नमः।
ॐ देवताभाववन्दितायै नमः।
ॐ देवताभाववरदायै नमः।
ॐ देवताभावसंतुष्टायै नमः।
ॐ देवताभावसंसिद्धायै नमः।
ॐ देवताभावसम्भवायै नमः।
ॐ देवताभावसिद्धिदायै नमः।
ॐ देवताभावसुखिन्यै नमः।
ॐ देवताभावसुप्रीतायै नमः।
ॐ देवताभावहर्षदायै नमः।
ॐ देवतायै नमः।
ॐ देवताविघ्नहन्त्र्यै नमः।
ॐ देवतासौख्यदायिन्यै नमः।
ॐ देवताह्रतभक्तिकायै नमः।
ॐ देवताह्रतमानसायै नमः।
ॐ देवदानववन्दितायै नमः।
ॐ देवदु:खविनाशिन्यै नमः।
ॐ देवदेवक्रोडरतायै नमः।
ॐ देवदेवगतप्राणायै नमः।
ॐ देवदेवगतात्मिकायै नमः।
ॐ देवदेवङ्गसुखिन्यै नमः।
ॐ देवदेवधर्मपत्‍न्यै नमः।
ॐ देवदेवनितम्बिन्यै नमः।
ॐ देवदेवप्रचुम्बितायै नमः।
ॐ देवदेवप्रस्वै नमः।
ॐ देवदेवप्राणतुल्यायै नमः।
ॐ देवदेवप्रियंवदायै नमः।
ॐ देवदेवप्रियकर्यै नमः।
ॐ देवदेवप्रियप्राणायै नमः।
ॐ देवदेवप्रियात्मकायै नमः।
ॐ देवदेवप्रियायै नमः।
ॐ देवदेवप्रेमरतायै नमः।
ॐ देवदेवमनोगतायै नमः।
ॐ देवदेवमहानन्दायै नमः।
ॐ देवदेवमहानन्दायै नमः।
ॐ देवदेवरतानन्दायै नमः।
ॐ देवदेववध्वै नमः।
ॐ देवदेववरोत्सुकायै नमः।
ॐ देवदेवविधायिन्यै नमः।
ॐ देवदेवविलसिन्यै नमः।
ॐ देवदेवसुखप्रदायै नमः।
ॐ देवदेवसुखप्रदायै नमः।
ॐ देवदेवसुखावहायै नमः।
ॐ देवदेवस्य जनन्यै नमः।
ॐ देवदेवस्य रमण्यै नमः।
ॐ देवदेवहर्षदात्र्यै नमः।
ॐ देवदेवह्रतमनसे नमः।
ॐ देवदेवह्रदाश्रयायै नमः।
ॐ देवदेवाङ्गनिलयायै नमः।
ॐ देवदेवाङ्गभूषणायै नमः।
ॐ देवदेवाङ्गभूषायै नमः।
ॐ देवदेवाङ्गवासिन्यै नमः।
ॐ देवदेवाङ्गशायिन्यै नमः।
ॐ देवदेवानुसेवितायै नमः।
ॐ देवदेवाप्रियान्तकृते नमः।
ॐ देवदेवार्चकप्राणायै नमः।
ॐ देवदेवार्चकप्रियायै नमः।
ॐ देवदेवार्चकाविघ्नायै नमः।
ॐ देवदेवार्चकाश्रयायै नमः।
ॐ देवदेवार्चकोत्साहायै नमः।
ॐ देवदेवार्चनप्रियायै नमः।
ॐ देवदेवेष्टदेव्यै नमः।
ॐ देवदेवोपभुक्तायै नमः।
ॐ देवद्विष्टाविनाशिन्यै नमः।
ॐ देवधन्यायै नमः।
ॐ देवनारिकङ्कतिकाकृतकेशनिमार्जनायै नमः।
ॐ देवनारीकरगतवासकासवपायिन्यै नमः।
ॐ देवनारीकरव्यग्रतालवृन्दमरुत्सुकायै नमः।
ॐ देवनारीकृतोत्सुकायै नमः।
ॐ देवनारीचरुकराकलितांघ्र्यादिदेहिकायै नमः।
ॐ देवनारीविचित्राङ्ग्यै नमः।
ॐ देवनारीविरचितपुष्पमालाविराजितायै नमः।
ॐ देवनारीवेणुवीणानादसोतण्ठमानसायै नमः।
ॐ देवनारीसेव्यगात्रायै नमः।
ॐ देवपूज्यायै नमः।
ॐ देवमान्यायै नमः।
ॐ देवमान्यायै नमः।
ॐ देवरतायै नमः।
ॐ देवरम्यायै नमः।
ॐ देवरामायै नमः।
ॐ देववन्दितयै नमः।
ॐ देवविघ्नविनाशिन्यै नमः।
ॐ देववैरिविनाशिन्यै नमः।
ॐ देवव्रीडायै नमः।
ॐ देवसिद्धायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणगीतायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणचित्तस्थायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणतोषितायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणपूज्यायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणभूषितायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणवन्दितायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणविस्तीर्णचारुतल्पनिषेदुष्यै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणसंसिद्धायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणहस्तस्थचारुगन्धविलेपितायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणहस्तस्थचारुचामरवीजितायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणहस्तस्थदीपमलाविलोकनायै नमः।
ॐ देवस्त्रीगणहस्तस्थधूपघ्राणविनोदिन्यै नमः।
ॐ देवस्त्रीगीतसोत्सुकायै नमः।
ॐ देवस्त्रीदत्तभोजनायै नमः।
ॐ देवस्त्रीनृत्यदर्शिन्यै नमः।
ॐ देवस्त्रीनृत्यसुखिन्यै नमः।
ॐ देवस्त्रीयोजितलसद्रत्‍नपदपदम्बुजायै नमः।
ॐ देवाङ्गनाधृतादर्शदृष्ट्यर्थमुखचन्द्रमसे नमः।
ॐ देवाङ्गनोत्सृष्टनागवल्लीदलकृतोत्सुकायै नमः।
ॐ देवेज्यायै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ दैत्यगुरुतापनाशिन्यै नमः।
ॐ दैत्यगुरुनिषेवितायै नमः।
ॐ दैत्यगुरुपदेष्ट्रेयै नमः।
ॐ दैत्यगुरुप्रपूजितायै नमः।
ॐ दैत्यगुरुप्रियतमायै नमः।
ॐ दैत्यगुरुमतप्राणायै नमः।
ॐ दैत्यगुरुरतायै साध्व्यै नमः।
ॐ दैत्यगुर्वङ्गनाप्रियायै नमः।
ॐ दैत्यगुर्वङ्गनावन्द्यायै नमः।
ॐ दैत्यगुर्वङ्गनासिद्धायै नमः।
ॐ दैत्यगुर्वङ्गनोत्सुकायै नमः।
ॐ दैत्यस्त्रीगणपूजितायै नमः।
ॐ दैत्यस्त्रीगणरूपायै नमः।
ॐ दैत्यस्त्रीगणसम्पूज्यायै नमः।
ॐ दैत्यस्त्रीचित्तहारिण्यै नमः।
ॐ दोश्चतुष्कविराजितायै नमः।
ॐ दोषमात्रविवर्जितायै नमः।
ॐ दोषराशिविनाशिन्यै नमः।
ॐ दोषसदृशापाङ्वीक्षणायै नमः।
ॐ दोषहरायै नमः।
ॐ दोषहारिण्यै नमः।
ॐ दोषाकरकपालिन्यै नमः।
ॐ दोषाकरकराग्रजायै नमः।
ॐ दोषाकरनिषेवितायै नमः।
ॐ दोषाकरप्राणरूपायै नमः।
ॐ दोषाकरमरीचिकायै नमः।
ॐ दोषाकरमुख्यै नमः।
ॐ दोषाकरवधूप्राणायै नमः।
ॐ दोषाकरवधूप्रियायै नमः।
ॐ दोषाकरवधूप्रीतायै नमः।
ॐ दोषाकरवधूमतायै नमः।
ॐ दोषाकरवध्वै नमः।
ॐ दोषाकरविभूषाढ्यायै नमः।
ॐ दोषाकरशिरोभूषायै नमः।
ॐ दोषाकरश्रेण्यै नमः।
ॐ दोषाकरसमज्योतिषे नमः।
ॐ दोषाकरसमाननायै नमः।
ॐ दोषाकरसहस्राभायै नमः।
ॐ दोषाकरसुशीतलायै नमः।
ॐ दोषाकरसुहर्षिण्यै नमः।
ॐ दोषाकरायै नमः।
ॐ दोषाकरेष्टदेव्यै नमः।
ॐ दोषाकरोल्लसद्भालायै नमः।
ॐ दोषाजापपरायणायै नमः।
ॐ दोषाजापमहानन्दायै नमः।
ॐ दोषापुरश्चाररतायै नमः।
ॐ दोषापूजकपुत्रिण्यै नमः।
ॐ दोषापूजकमुक्तिदायै नमः।
ॐ दोषापूजकवात्सल्यकारिण्यै जगदम्बिकायै नमः।
ॐ दोषापूजकविघ्नह्रते नमः।
ॐ दोषापूजकवैरिघ्न्यै नमः।
ॐ दोषापूजकसंतुष्टायै नमः।
ॐ दोषापूजितायै नमः।
ॐ दोषापूज्यायै नमः।
ॐ द्रवणोत्सर्गसंतुष्टायै नमः।
ॐ द्रविणकर्षणकर्ये नमः।
ॐ द्रविणत्यागतोषिकायै नमः।
ॐ द्रविणस्तोमदायिन्यै नमः।
ॐ द्रविणस्पंर्शनकर्यै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शतुष्टिदायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शनमतायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शनातुरायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शनोत्साहायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शपुत्रिकायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शमानदायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शरक्षिण्यै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शसंतुष्टायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शसाधिकायै नमः।
ॐ द्रविणस्पर्शहर्षाढ्यायै नमः।
ॐ द्रविणाचलदानाढ्यायै नमः।
ॐ द्रविणाचलवासिन्यै नमः।
ॐ द्रविणाचारदायिन्यै नमः।
ॐ द्रविणौघविसर्जिन्यै नमः।
ॐ द्रुवासस्तापसरतायै नमः।
ॐ द्वारकर्यै नमः।
ॐ द्वारदेशनिवासिन्यै नमः।
ॐ द्वारधात्र्यै नमः।
ॐ द्वारपालप्रियायै नमः।
ॐ द्वाररूपायै नमः।
ॐ द्वारवासिन्यै नमः।
ॐ द्वारसंस्थायै नमः।
ॐ द्वारसंस्थितायै नमः।
ॐ द्वेषरागपरित्यक्तायै नमः।
ॐ द्वेषरागविवर्जितायै नमः।
ॐ द्स्त्रमात्रे नमः।

॥ इति दकारादि श्रीदुर्गासहस्रनामावलि: सम्पूर्णा ॥

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