श्री शिव अष्टोत्तर नामावली
No | Sanskrit Name | Name Mantra | नाम का अर्थ |
1 | शिव | ॐ शिवाय नमः। | पवित्रता का स्रोत |
2 | महेश्वर | ॐ महेश्वराय नमः। | देवताओं के भगवान |
3 | शंभवे | ॐ शंभवे नमः। | समृधि के प्रदाता |
4 | पिनाकिने | ॐ पिनाकिने नमः। | धनुष धारी |
5 | शशिशेखर | ॐ शशिशेखराय नमः। | ऐसे भगवान् जो अपने बालों में अर्धचंद्रमा को धारण करके के रखते हैं |
6 | वामदेवाय | ॐ वामदेवाय नमः। | एक ऐसे भगवान जो आकर्षक और शुभ हैं |
7 | विरूपाक्ष | ॐ विरूपाक्षाय नमः। | तिर्यक आंखें के साथ |
8 | कपर्दी | ॐ कपर्दिने नमः। | घने उलझे हुए बालों वाले भगवान |
9 | नीललोहित | ॐ नीललोहिताय नमः। | लाल और नीले रंग वाले भगवान |
10 | शंकर | ॐ शंकराय नमः। | सुख और समृद्धि प्रदाता, श्री शिवाष्टोत्तरशत नामावली |
11 | शूलपाणी | ॐ शूलपाणये नमः। | त्रिशूल धारी |
12 | खटवांगी | ॐ खट्वांगिने नमः। | सिर में केश का गाठ लिए हुए |
13 | विष्णुवल्लभ | ॐ विष्णुवल्लभाय नमः। | विष्णु के प्रिय |
14 | शिपिविष्ट | ॐ शिपिविष्टाय नमः। | प्रकाश की किरणों का उत्सर्जन करते प्रभु |
15 | अंबिकानाथ | ॐ अंबिकानाथाय नमः। | माता अम्बिका / पारवती के नाथ या पति |
16 | श्रीकण्ठ | ॐ श्रीकण्ठाय नमः। | गौरवशाली सुन्दर कंठ के भगवान |
17 | भक्तवत्सल | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। | अपने भक्तों का हमेशा ख्याल रखने वाले |
18 | भव | ॐ भवाय नमः। | एक ऐसे भगवान जो स्वयं ही अस्तित्व हैं |
19 | शर्व | ॐ शर्वाय नमः। | सभी दुःख कष्ट हरता |
20 | त्रिलोकेश | ॐ त्रिलोकेशाय नमः। | तीनों लोकों के भगवान, श्री शिवाष्टोत्तरशत नामावली |
21 | शितिकण्ठ | ॐ शितिकण्ठाय नमः। | श्वेत रंग के गले वाले भगवान |
22 | शिवाप्रिय | ॐ शिवा प्रियाय नमः। | पार्वती के प्रिय |
23 | उग्र | ॐ उग्राय नमः। | अत्यंत भयंकर प्रकृति |
24 | कपाली | ॐ कपालिने नमः। | खोपड़ियों की माला पहनने वाले भोलेनाथ |
25 | कामारी | ॐ कामारये नमः। | कामदेव के दुश्मन |
26 | अंधकारसुर सूदन | ॐ अन्धकासुरसृदनाय नमः। | अंधकासुर का वध करने वाले |
27 | गंगाधर | ॐ गंगाधराय नमः। | गंगा की धरा को अपने सिर पर रखने वाले भगवान |
28 | ललाटाक्ष | ॐ ललाटाक्षाय नमः। | अपने माथे पर तीसरी आंख रखने वाले |
29 | कालकाल | ॐ कालकालाय नमः। | वो काल का भी काल हैं |
30 | कृपानिधि | ॐ कृपानिधये नमः। | करुना और कृपा से भरे हुए नाथ या प्रभु |
31 | भीम | ॐ भीमाय नमः। | भयभीत रूप वाले शिवजी |
32 | परशुहस्त | ॐ परशुहस्ताय नमः। | कुल्हाड़ी धारक भगवान |
33 | मृगपाणी | ॐ मृगपाणये नमः। | एक ऐसे भगवान् जिनके हांथों में हिरण है |
34 | जटाधर | ॐ जटाधराय नमः। | जटा धारी बाबा शिवजी |
35 | कैलाशवासी | ॐ कैलाशवासिने नमः। | कैलाश निवासी भगवान |
36 | कवची | ॐ कवचिने नमः। | कवच धारक |
37 | कठोर | ॐ कठोराय नमः। | शक्तिशाली शारीर वाले |
38 | त्रिपुरान्तक | ॐ त्रिपुरान्तकाय नमः। | त्रिपुरासुर के वधकर्ता |
39 | वृषांक | ॐ वृषांकाय नमः। | एक ऐसे भगवान् जिनके पास बैल के प्रतिक वाला दवाजा है |
40 | वृषभारूढ़ | ॐ वृषभारूढाय नमः। | बैल की सवारी करने वाले भगवान |
41 | भस्मोद्धूलितविग्रह | ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः। | जो अपने शारीर में भष्म को लगते हैं |
42 | सामप्रिय | ॐ सामप्रियाय नमः। | जो समानता से प्रेम करते हैं |
43 | स्वरमयी | ॐ स्वरमयाय नमः। | सभी सात लेखों में हैं |
44 | त्रयीमूर्ति | ॐ त्रयीमूर्तये नमः। | जो वेदों के रूप हैं |
45 | अनीश्वर | ॐ अनीश्वराय नमः। | जिससे बड़ा कोई भगवान नहीं |
46 | सर्वज्ञ | ॐ सर्वज्ञाय नमः। | जो हर चीज के ज्ञाता है उन्हें सब पता है |
47 | परमात्मा | ॐ परमात्मने नमः। | हर किसी के आत्मा में बसने वाले भगवान |
48 | सोमसूर्याग्निलोचन | ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नमः। | जिनकी तीन ऑंखें सूर्य, चन्द्रमा और अग्नि का रूप हैं |
49 | हवि | ॐ हविषे नमः। | आहुति को ही जो अपना सम्पति मानते है |
50 | यज्ञमय | ॐ यज्ञमयाय नमः। | सभी क़ुरबानी संस्कारों, श्री शिवाष्टोत्तरशत नामावली |
51 | सोम | ॐ सोमाय नमः। | जिसमें उमा का रूप भी समाहित है |
52 | पंचवक्त्र | ॐ पंचवक्त्राय नमः। | पंच क्रियाओं के भगवान |
53 | सदाशिव | ॐ सदाशिवाय नमः। | जो हमेशा शभ का प्रतिक हैं |
54 | विश्वेश्वर | ॐ विश्वेश्वराय नमः। | ब्रह्माण्ड के भगवान |
55 | वीरभद्र | ॐ वीरभद्राय नमः। | जो हिंसक और शांतिपूर्ण दोनों हैं |
56 | गणनाथ | ॐ गणनाथाय नमः। | गणों के नाथ |
57 | प्रजापति | ॐ प्रजापतये नमः। | वंश के सृष्टिकर्ता |
58 | हिरण्यरेता | ॐ हिरण्यरेतसे नमः। | स्वर्ण आत्माओं के उत्पन्नकर्ता |
59 | दुर्धर्ष | ॐ दुर्धर्षाय नमः। | जो अजेय हैं |
60 | गिरीश | ॐ गिरीशाय नमः। | पर्वतों के भगवान |
61 | गिरिश | ॐ गिरिशाय नमः। | कैलाश पर्वत पर सोने वाले शिवजी प्रभु |
62 | अनघ | ॐ अनघाय नमः। | जो पवित्र हैं |
63 | भुजंगभूषण | ॐ भुजंगभूषणाय नमः। | स्वर्ण सांपों को धारण किये हुए |
64 | भर्ग | ॐ भर्गाय नमः। | भगवान जो सभी पापों को समाप्त करते हैं |
65 | गिरिधन्वा | ॐ गिरिधन्वने नमः। | भगवान जिनका शस्त्र एक पर्वत है |
66 | गिरिप्रिय | ॐ गिरिप्रियाय नमः। | भगवान जो पहाड़ों के शौकीन है |
67 | कृत्तिवासा | ॐ कृत्तिवाससे नमः। | भगवान जो हाथी के चमड़ों के कपडे पहनते हैं |
68 | पुराराति | ॐ पुरारातये नमः। | पुर नामक दुश्मनों के संघारक |
69 | भगवान् | ॐ भगवते नमः। | समृद्धि के भगवान |
70 | प्रमथाधिप | ॐ प्रमथाधिपाय नमः। | भगवान जिनकी सेवा भूत करते हैं |
71 | मृत्युंजय | ॐ मृत्युंजयाय नमः। | मौत के विजेता |
72 | सूक्ष्मतनु | ॐ सूक्ष्मतनवे नमः। | भगवान जिनका एक सूक्ष्म शरीर है |
73 | जगद्व्यापी | ॐ जगद्व्यापिने नमः। | भगवान जो जगत में रहती है |
74 | जगद्गुरू | ॐ जगद्गुरुवे नमः। | पूरी पृत्वी के गुरु |
75 | व्योमकेश | ॐ व्योमकेशाय नमः। | भगवान् जिनके केश असमान में फैले हैं, श्री शिवाष्टोत्तरशत नामावली |
76 | महासेनजनक | ॐ महासेनजनकाय नमः। | कार्तिक के पिता |
77 | चारुविक्रम | ॐ चारुविक्रमाय नमः। | भटकते तीर्थयात्रियों के अभिभावक |
78 | रुद्र | ॐ रुद्राय नमः। | एक भगवान भक्तों के दर्द को देख कर दुखी हो जाते हैं |
79 | भूतपति | ॐ भूतपतये नमः। | पंचभूतों और भूतों के भगवान |
80 | स्थाणु | ॐ स्थाणवे नमः। | स्थिर है जो भगवान |
81 | अहिर्बुध्न्य | ॐ अहिर्बुध्न्याय नमः। | भगवान जो कुण्डलिनी के अधिकारी है |
82 | दिगम्बर | ॐ दिगंबराय नमः। | भगवान जिनका वस्त्र ब्रह्मांड है |
83 | अष्टमूर्ति | ॐ अष्टमूर्तये नमः। | भगवान जिनके आठ रूप हैं |
84 | अनेकात्मा | ॐ अनेकात्मने नमः। | भगवान् जिनके कई रूप हैं |
85 | सात्विक | ॐ सात्विकाय नमः। | असीम ऊर्जा के भगवान |
86 | शुद्धविग्रह | ॐ शुद्धविग्रहाय नमः। | पवित्र आत्मा |
87 | शाश्वत | ॐ शाश्वताय नमः। | भगवान् जो अनन्त और अंतहीन हैं |
88 | खण्डपरशु | ॐ खण्डपरशवे नमः। | भगवान् जो टूटी कुल्हाड़ी पहनते हैं |
89 | अज | ॐ अजाय नमः। | वो जो असीम है |
90 | पाशविमोचन | ॐ पाशविमोचकाय नमः। | भगवान् जो सभी बेडा पार कर देता हैं |
91 | मृड | ॐ मृडाय नमः। | भगवान जो दयावान हैं |
92 | पशुपति | ॐ पशुपतये नमः। | जानवरों के भगवान |
93 | देव | ॐ देवाय नमः। | देवों के देव |
94 | महादेव | ॐ महादेवाय नमः। | सभी भगवानों में मुख्य |
95 | अव्यय | ॐ अव्ययाय नमः। | जो अपना विषय नहीं बदलते |
96 | हरि | ॐ हरये नमः। | भगवन विष्णु से समान |
97 | भगनेत्रभिद् | ॐ भगनेत्रभिदे नमः। | भगवान् जिन्होंने भगा के आँखों को क्षतिग्रस्त किया |
98 | अव्यक्त | ॐ अव्यक्ताय नमः। | शिवजी एक अनदेखी शक्ति |
99 | दक्षाध्वरहर | ॐ दक्षाध्वरहराय नमः। | दक्षा अभिमानी यज्ञ का नाश |
100 | हर | ॐ हराय नमः। | भगवान जो सभी बंधन और पापों को ख़त्म कर देता हैं |
101 | पूषदन्तभित् | ॐ पूषदन्तभिदे नमः। | जिन्होंने पूशा को सजा दिया |
102 | अव्यग्र | ॐ अव्यग्राय नमः। | भगवान जो स्थिर और अटूट है |
103 | सहस्राक्ष | ॐ सहस्राक्षाय नमः। | जिनके अनगिनत रूप हैं |
104 | सहस्रपाद | ॐ सहस्रपदे नमः। | भगवान् जो हर जगह मौजूद हैं |
105 | अपवर्गप्रद | ॐ अपवर्गप्रदाय नमः। | भगवान जो सब देते हैं और लेते भी हैं |
106 | अनन्त | ॐ अनन्ताय नमः। | भगवान् जो की अंतहीन हैं |
107 | तारक | ॐ तारकाय नमः। | भगवान जो मानव जाति के महान मुक्तिदाता है |
108 | परमेश्वर | ॐ परमेश्वराय नमः। | महान परमेश्वर / भगवान |
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