श्री संकष्टनाशन स्तोत्रम्
॥ श्री संकटनाशन गणेश स्तोत्र एवं अर्थ ॥ श्री गणेशाय नमः॥ अर्थ: श्री गणेश को मेरा प्रणाम है। नारद उवाच, प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्। भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायुःकामार्थसिद्धये॥ अर्थ: नारद जी कहते हैं- पहले मस्तक झुकाकर गौरीपुत्र विनायका देव को प्रणाम करके प्रतिदिन आयु, अभीष्ट मनोरथ और धन आदि प्रयोजनों की सिद्धि के लिए भक्त के…