श्री बलराम स्तोत्रम्

|| श्री बलराम स्तोत्रम् (Shree Balarama Stotram PDF) || श्रीगणेशाय नमः । श्रीः जय राम सदाराम सच्चिदानन्दविग्रह । अविद्यापङ्कगलितनिर्मलाकार ते नमः ॥ १॥ जयाखिलजगद्भारधारण श्रमवर्जित । तापत्रयविकर्षाय हलं कलयते सदा ॥ २॥ प्रपन्नदीनत्राणाय बलरामाय ते नमः । त्वमेवेश पराशेषकलुषक्षालनप्रभुः ॥ ३॥ प्रपन्नकरुणासिन्धो भक्तप्रिय नमोऽस्तुते । चराचरा फणाग्रेण धृता येन वसुन्धरा ॥ ४॥ मामुद्धरास्मद्दुष्पाराद्भवाम्भोधेरपारतः । परापराणां…

बलराम सहस्रनाम स्तोत्रम्

|| बलराम सहस्रनाम स्तोत्रम् (Balaram Sahasranama Stotram PDF) || दुर्योधन उवाच बलभद्रस्य देवस्य प्राड्विपाक महामुने । नाम्नां सहस्रं मे ब्रूहि गुह्यं देवगणैरपि ॥ १॥ प्राड्विपाक उवाच साधु साधु महाराज साधु ते विमलं यशः । यत्पृच्छसे परमिदं गर्गोक्तं देवदुर्लभम् ॥ २॥ नाम्नां सहस्रं दिव्यानां वक्ष्यामि तव चाग्रतः । गर्गाचार्येण गोपीभ्यो दत्तं कृष्णातटे शुभे ॥ ३॥ ॐ…

श्री अनंत पद्मनाभ मंगल स्तोत्र

|| श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् (Anant Padmanabh Mangal Stotram PDF) || श्रियःकान्ताय कल्याणनिधये निधयेऽर्थिनाम् । श्रीशेषशायिने अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ १ ॥ स्यानन्दूरपुरीभाग्यभव्यरूपाय विष्णवे । आनन्दसिन्धवे अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ २ ॥ हेमकूटविमानान्तः भ्राजमानाय हारिणे । हरिलक्ष्मीसमेताय पद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ ३ ॥ श्रीवैकुण्ठविरक्ताय शङ्खतीर्थाम्बुधेः तटे । रमया रममाणाय पद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ ४ ॥ अशेष चिदचिद्वस्तुशेषिणे शेषशायिने ।…

श्री हयग्रीव स्तोत्रम्

श्री हयग्रीव स्तोत्रम् भगवान विष्णु के हयग्रीव अवतार की स्तुति के लिए एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र ज्ञान, बुद्धि और स्मृति शक्ति को जाग्रत करने के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। विद्यार्थी, शोधकर्ता और विद्या के साधक इस स्तोत्र का नियमित पाठ करके दिव्य प्रेरणा प्राप्त करते हैं। श्री हयग्रीव स्तोत्रम् PDF…

श्री हयग्रीव स्तोत्रम्

|| श्री हयग्रीव स्तोत्रम् PDF || श्रीमान् वेङ्कटनाथार्यः कवितार्किककेसरी । वेदान्ताचार्यवर्यो मे सन्निधत्तां सदा हृदि ॥ ज्ञानानन्द मयं देवं निर्मलस्फटिकाकृतिम् । आधारं सर्व विद्यानां हयग्रीवम् उपास्महे ॥ १ ॥ स्वतस्सिद्धं शुद्धस्फटिकमणि भूभृत्प्रतिभटं। सुधा सध्रीचीभिर् धुतिभिर् अवदातत्रिभुवनम् । अनन्तैस्त्रय्यन्तैर् अनुविहित हेषा हलहलं। हताशेषावद्यं हयवदन मीडी महि महः ॥ २ ॥ समाहारस्साम्नां प्रतिपदमृचां धाम यजुषां। लयः प्रत्यूहानां…

श्री हयग्रीव अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्

|| श्री हयग्रीव अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् (Hayagriva Ashtottara Shatanama Stotram PDF) || ध्यानम् । ज्ञानानन्दमयं देवं निर्मलं स्फटिकाकृतिम् । आधारं सर्वविद्यानां हयग्रीवमुपास्महे ॥ स्तोत्रम् । हयग्रीवो महाविष्णुः केशवो मधुसूदनः । गोविन्दः पुण्डरीकाक्षो विष्णुर्विश्वम्भरो हरिः ॥ १ ॥ आदित्यः सर्ववागीशः सर्वाधारः सनातनः । निराधारो निराकारो निरीशो निरुपद्रवः ॥ २ ॥ निरञ्जनो निष्कलङ्को नित्यतृप्तो निरामयः । चिदानन्दमयः साक्षी…

बुध कवच स्तोत्र

‖ बुध कवच स्तोत्र (Budh Kavach PDF) ‖ विनियोगः अस्य श्रीबुधकवचस्तोत्रमन्त्रस्य, कश्यप ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, बुधो देवता, बुधप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः| अथ बुध कवचम् बुधस्तु पुस्तकधरः कुङ्कुमस्य समद्युतिः | पीताम्बरधरः पातु पीतमाल्यानुलेपनः ‖ 1 ‖ कटिं च पातु मे सौम्यः शिरोदेशं बुधस्तथा | नेत्रे ज्ञानमयः पातु श्रोत्रे पातु निशाप्रियः ‖ 2 ‖ घाणं गन्धप्रियः पातु जिह्वां…

श्री बुध स्तोत्रम्

|| श्री बुध स्तोत्रम् (Budh Stotra PDF) || अस्य श्रीबुधस्तोत्रमहामन्त्रस्य वसिष्ठ ऋषिः । अनुष्टुप्छन्दः । बुधो देवता । बुधप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः । ध्यानम् भुजैश्चतुर्भिर्वरदाभयासिगदं वहन्तं सुमुखं प्रशान्तम् । पीतप्रभं चन्द्रसुतं सुरेढ्यं सिम्हे निषण्णं बुधमाश्रयामि ॥ बुध स्तोत्रम् पीताम्बरः पीतवपुः पीतध्वजरथस्थितः । पीयूषरश्मितनयः पातु मां सर्वदा बुधः ॥ १॥ सिंहवाहं सिद्धनुतं सौम्यं सौम्यगुणान्वितम् । सोमसूनुं सुराराध्यं…

धनलक्ष्मी स्तोत्र

|| धनलक्ष्मी स्तोत्र (Dhanalakshmi Stotram PDF) || श्रीधनदा उवाच- देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम् । कृपया पार्वती प्राह शङ्करं करुणाकरम् ॥ श्रीदेव्युवाच- ब्रूहि वल्लभ साधूनां दरिद्राणां कुटुम्बिनाम् । दरिद्र-दलनोपायमञ्जसैव धनप्रदम् ॥ श्रीशिव उवाच- पूजयन् पार्वतीवाक्यमिदमाह महेश्वरः । उचितं जगदम्बासि तव भूतानुकम्पया ॥ ससीतं सानुजं रामं साञ्जनेयं सहानुगम् । प्रणम्य परमानन्दं वक्ष्येऽहं स्तोत्रमुत्तमम् ॥ धनदं श्रद्दधानानां…

कल्कि स्तोत्र

कल्कि स्तोत्र भगवान विष्णु के दसवें और अंतिम अवतार कल्कि देव को समर्पित एक शक्तिशाली प्रार्थना है। कलियुग के अंत में अधर्म का नाश करने और धर्म की स्थापना के लिए भगवान कल्कि का अवतरण होगा। इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को भय, संकट और नकारात्मकता से मुक्ति मिलती है। कल्कि स्तोत्र PDF…

श्री नाग नाथ स्तोत्रम्

|| श्री नाग नाथ स्तोत्रम् (Naag Nath Stotram PDF) || ॐ कारवाच्योऽवतु नोऽन्धकारी स्मशानचारी भजकेष्टकारी । न क्षत्रपालङ्कृतभाल ईशः प्रभुर्गणेशः सकलामरेशः ॥ १॥ मः केशवोऽप्यस्य हि वेद नान्तं कुर्यात्स नोऽजो भववेदनान्तम् । शि वः स शम्भुर्भगवानपायात् परावरेशो गिरिशोऽद्य पायात् ॥ २॥ वा हो वृषो लेपनमस्य भूतिर्यत्पादलग्नापि महाविभूतिः । य स्यास्ति चर्माम्बरमीश स त्वं सत्त्वं विशोध्यार्पय…

नाग शान्ति स्तोत्रम्

|| नाग शान्ति स्तोत्रम् (Nagashanti Stotram PDF) || श्री गणेशाय नमः । श्री हाटकेश्वराय नमः । आरक्तेन शरीरेण रक्तान्तायतलोचनः। महाभोगकृताटोपः शङ्खाब्जकृतलाञ्छनः॥ अनन्तो नागराजेन्द्रः शिवपादार्चने रतः। महापापविषं हत्वा शान्तिमाशु करोतु मे॥ सुश्वेतेन तु देहेन सुश्वेतोत्पलशेखरः। चारुभोगकृताटोपो हारचारुविभूषणः॥ वासुकिर्नाम नागेन्द्रो रुद्रपूजापरो महान्। महापापं विषं हत्वा शान्तिमाशु करोतु मे॥ अतिपीतेन देहेन विस्फुरद्भोगसम्पदा। तेजसाचाऽतिदीप्तेन कृतः स्वस्तिकलाञ्छनः॥ नागराट् तक्षकः श्रीमान्नागकोट्यासमन्वितः।…

भुवनेश्वरी पंचक स्तोत्र

भुवनेश्वरी पंचक स्तोत्र माँ भुवनेश्वरी को समर्पित एक अत्यंत शक्तिशाली और फलदायी स्तोत्र है। यह स्तोत्र माँ के पांच रूपों का वर्णन करता है, जो सृष्टि, स्थिति और संहार की अधिष्ठात्री देवी हैं। साधक इस स्तोत्र के पाठ से माँ भुवनेश्वरी की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और अभीष्ट…

शिवलीलामृत – अकरावा अध्याय 11

शिवलीलामृत – अकरावा अध्याय ११ भगवान शिवाच्या अद्भुत लीलांचे आणि भक्तांवरच्या कृपेचे एक सुंदर वर्णन आहे. या अध्यायात, परंपरेनुसार, शिवाच्या एका विशिष्ट रूपाचे किंवा त्यांच्या भक्ताच्या जीवनातील एका महत्त्वाच्या प्रसंगाचे वर्णन केले जाते, जे वाचकांना गहन आध्यात्मिक अनुभव देते. शिवलीलामृत – अकरावा अध्याय ११ PDF स्वरूपात उपलब्ध असल्याने, भाविकांना हे पवित्र अध्याय कधीही, कुठेही वाचण्याची…

शिव वर्णमाला स्तोत्र

शिव वर्णमाला स्तोत्र भगवान शिव को समर्पित एक अद्वितीय और शक्तिशाली स्तोत्र है, जो संस्कृत वर्णमाला के अक्षरों पर आधारित है। यह स्तोत्र प्रत्येक अक्षर को शिव के विभिन्न रूपों, गुणों और शक्तियों से जोड़ता है। “शिव वर्णमाला स्तोत्र PDF” प्रारूप में आसानी से उपलब्ध है, जिससे भक्तगण इसे सरलता से प्राप्त कर सकते हैं…

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम्

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम् भगवान शिव को समर्पित एक चमत्कारी स्तोत्र है, जिसका पाठ आर्थिक संकट, कर्ज और दरिद्रता को दूर करने में अत्यंत प्रभावी माना गया है। यह स्तोत्र भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सरल और शक्तिशाली माध्यम है। जो भक्त नियमित रूप से दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्रम् PDF का पाठ करते…

श्री दामोदर स्तोत्रम्

श्री दामोदर स्तोत्रम् भगवान श्रीकृष्ण के दामोदर स्वरूप की भक्ति और स्तुति का एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र यशोदा माता द्वारा भगवान को ऊखल से बांधने की लीला का स्मरण कराता है, जो प्रेम और भक्ति की पराकाष्ठा का प्रतीक है। इस स्तोत्र का नित्य पाठ भक्तों को पापों से मुक्ति दिलाता है…

श्री गोविन्द दामोदर स्तोत्रम्

श्री गोविन्द दामोदर स्तोत्रम् एक अत्यंत मधुर और भक्तिपूर्ण स्तोत्र है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न नामों और लीलाओं का सुंदर वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र श्री श्रीधर स्वामी द्वारा रचित है और इसे पढ़ने से ह्रदय में भक्ति, शांति और आनंद का संचार होता है। विशेष रूप से श्रीविष्णु और उनके अवतारों की…

మంగళ గౌరీ స్తోత్రం

Looking for the Mangala Gauri Stotram PDF? This powerful hymn is dedicated to Goddess Gauri (Parvati), specifically in her benevolent form as Mangala Gauri, who bestows auspiciousness, prosperity, and marital bliss. Chanting the Mangala Gauri Stotram is believed to bring harmony to relationships, overcome obstacles, and grant a happy married life. Many devotees perform this…

हनुमान मंगलाशासन स्तोत्र

हनुमान मंगलाशासन स्तोत्र एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जो भगवान हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने हेतु पाठ किया जाता है। इस स्तोत्र में हनुमान जी के अद्भुत गुणों, पराक्रम, भक्ति और राम सेवा के भावों का मंगलमय वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को पढ़ने से अत्यधिक फलदायी…

चामुण्डेश्वरी मंगल स्तोत्र

देवी चामुण्डेश्वरी को समर्पित “चामुण्डेश्वरी मंगल स्तोत्र” एक भक्तिमय संस्कृत पाठ है। यह स्तोत्र देवी चामुंडा की स्तुति करता है, जिन्हें शक्ति का एक प्रचंड और कल्याणकारी रूप माना जाता है। भक्त इस स्तोत्र का पाठ बाधाओं को दूर करने, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए करते हैं। यह…

श्री वराहाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्

श्री वराहाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् भगवान विष्णु के वराह अवतार को समर्पित एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है, जिसमें उनके 108 दिव्य नामों का वर्णन किया गया है। इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति, भूमि संबंधी कष्टों से राहत और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। “श्री वराहाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् pdf” डाउनलोड कर इसका…

वेदव्यास अष्टक स्तोत्र

वेदव्यास अष्टक स्तोत्रम् भगवान वेदव्यास को समर्पित एक अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली स्तोत्र है। यह आठ श्लोकों का एक संग्रह है, जो महर्षि वेदव्यास के गुणों, उनके ज्ञान और उनके योगदान का गुणगान करता है। इस स्तोत्र के पाठ से व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। वेदव्यास जी ने वेदों का…

সিদ্ধ কুঞ্জিকা স্তোত্ৰ

|| সিদ্ধ কুঞ্জিকা স্তোত্ৰ (Siddha Kunjika Stotram Assamese PDF) || || শিৱ উৱাচ || শৃণু দেৱি প্ৰৱক্ষ্যামি কুঞ্জিকাস্তোত্ৰমুত্তমম্। যেন মন্ত্ৰপ্ৰভাৱেণ চণ্ডীজাপ: ভৱেৎ॥1॥ ন কৱচং নাৰ্গলাস্তোত্ৰং কীলকং ন ৰহস্যকম্। ন সূক্তং নাপি ধ্যানং চ ন ন্যাসো ন চ ৱাৰ্চনম্॥2॥ কুঞ্জিকাপাঠমাত্ৰেণ দুৰ্গাপাঠফলং লভেৎ। অতি গুহ্যতৰং দেৱি দেৱানামপি দুৰ্লভম্॥3॥ গোপনীয়ং প্ৰয়ত্নেন স্ৱয়োনিৰিৱ পাৰ্ৱতি। মাৰণং মোহনং ৱশ্যং স্তম্ভনোচ্চাটনাদিকম্। পাঠমাত্ৰেণ…

সিদ্ধ কুঞ্জিকা স্তোত্র

|| সিদ্ধ কুঞ্জিকা স্তোত্র (Siddha Kunjika Stotram Bengali PDF) || || শিব উবাচ || শৃণু দেবি প্রবক্ষ্যামি কুঞ্জিকাস্তোত্রমুত্তমম্। যেন মন্ত্রপ্রভাবেণ চণ্ডীজাপ: ভবেৎ॥1॥ ন কবচং নার্গলাস্তোত্রং কীলকং ন রহস্যকম্। ন সূক্তং নাপি ধ্যানং চ ন ন্যাসো ন চ বার্চনম্॥2॥ কুঞ্জিকাপাঠমাত্রেণ দুর্গাপাঠফলং লভেৎ। অতি গুহ্যতরং দেবি দেবানামপি দুর্লভম্॥3॥ গোপনীয়ং প্রয়ত্নেন স্বয়োনিরিব পার্বতি। মারণং মোহনং বশ্যং স্তম্ভনোচ্চাটনাদিকম্। পাঠমাত্রেণ…

ਸਿੱਧ ਕੁੰਜਿਕਾ ਸ੍ਤੋਤ੍ਰ

|| ਸਿੱਧ ਕੁੰਜਿਕਾ ਸ੍ਤੋਤ੍ਰ (Siddha Kunjika Stotram Punjabi PDF) || || ਸ਼ਿਵ ਉਵਾਚ || ਸ਼੍ਰੁਣੁ ਦੇਵਿ ਪ੍ਰਵਕ੍ਸ਼਼੍ਯਾਮਿ ਕੁੰਜਿਕਾਸ੍ਤੋਤ੍ਰਮੁੱਤਮਮ੍। ਯੇਨ ਮਨ੍ਤ੍ਰਪ੍ਰਭਾਵੇਣ ਚਣ੍ਡੀਜਾਪ: ਭਵੇਤ੍॥1॥ ਨ ਕਵਚੰ ਨਾਰ੍ਗਲਾਸ੍ਤੋਤ੍ਰੰ ਕੀਲਕੰ ਨ ਰਹਸ੍ਯਕਮ੍। ਨ ਸੂਕ੍ਤੰ ਨਾਪਿ ਧ੍ਯਾਨੰ ਚ ਨ ਨ੍ਯਾਸੋ ਨ ਚ ਵਾਰ੍ਚਨਮ੍॥2॥ ਕੁੰਜਿਕਾਪਾਠਮਾਤ੍ਰੇਣ ਦੁਰ੍ਗਾਪਾਠਫਲੰ ਲਭੇਤ੍। ਅਤਿ ਗੁਹ੍ਯਤਰੰ ਦੇਵਿ ਦੇਵਾਨਾਮਪਿ ਦੁਰ੍ਲਭਮ੍॥3॥ ਗੋਪਨੀਯੰ ਪ੍ਰਯਤ੍ਨੇਨ ਸ੍ਵਯੋਨਿਰਿਵ ਪਾਰ੍ਵਤਿ। ਮਾਰਣੰ ਮੋਹਨੰ ਵਸ਼੍ਯੰ ਸ੍ਤਮ੍ਭਨੋੱਚਾਟਨਾਦਿਕਮ੍। ਪਾਠਮਾਤ੍ਰੇਣ…

സിദ്ധ കുഞ്ജികാ സ്തോത്ര

|| സിദ്ധ കുഞ്ജികാ സ്തോത്ര (Siddha Kunjika Stotram Malayalam PDF) || || ശിവ ഉവാച || ശൃണു ദേവി പ്രവക്ഷ്യാമി കുഞ്ജികാസ്തോത്രമുത്തമം. യേന മന്ത്രപ്രഭാവേണ ചണ്ഡീജാപ: ഭവേത്..1.. ന കവചം നാർഗലാസ്തോത്രം കീലകം ന രഹസ്യകം. ന സൂക്തം നാപി ധ്യാനം ച ന ന്യാസോ ന ച വാർചനം..2.. കുഞ്ജികാപാഠമാത്രേണ ദുർഗാപാഠഫലം ലഭേത്. അതി ഗുഹ്യതരം ദേവി ദേവാനാമപി ദുർലഭം..3.. ഗോപനീയം പ്രയത്നേന സ്വയോനിരിവ പാർവതി. മാരണം മോഹനം വശ്യം സ്തംഭനോച്ചാടനാദികം. പാഠമാത്രേണ…

ಸಿದ್ಧ ಕುಂಜಿಕಾ ಸ್ತೋತ್ರ

|| ಸಿದ್ಧ ಕುಂಜಿಕಾ ಸ್ತೋತ್ರ (Siddha Kunjika Stotram Kannada PDF) || || ಶಿವ ಉವಾಚ || ಶೃಣು ದೇವಿ ಪ್ರವಕ್ಷ್ಯಾಮಿ ಕುಂಜಿಕಾಸ್ತೋತ್ರಮುತ್ತಮಂ. ಯೇನ ಮಂತ್ರಪ್ರಭಾವೇಣ ಚಂಡೀಜಾಪ: ಭವೇತ್..1.. ನ ಕವಚಂ ನಾರ್ಗಲಾಸ್ತೋತ್ರಂ ಕೀಲಕಂ ನ ರಹಸ್ಯಕಂ. ನ ಸೂಕ್ತಂ ನಾಪಿ ಧ್ಯಾನಂ ಚ ನ ನ್ಯಾಸೋ ನ ಚ ವಾರ್ಚನಂ..2.. ಕುಂಜಿಕಾಪಾಠಮಾತ್ರೇಣ ದುರ್ಗಾಪಾಠಫಲಂ ಲಭೇತ್. ಅತಿ ಗುಹ್ಯತರಂ ದೇವಿ ದೇವಾನಾಮಪಿ ದುರ್ಲಭಂ..3.. ಗೋಪನೀಯಂ ಪ್ರಯತ್ನೇನ ಸ್ವಯೋನಿರಿವ ಪಾರ್ವತಿ. ಮಾರಣಂ ಮೋಹನಂ ವಶ್ಯಂ ಸ್ತಂಭನೋಚ್ಚಾಟನಾದಿಕಂ. ಪಾಠಮಾತ್ರೇಣ ಸಂಸಿದ್ಧ್…

ସିଦ୍ଧ କୁଞ୍ଜିକା ସ୍ତୋତ୍ର

|| ସିଦ୍ଧ କୁଞ୍ଜିକା ସ୍ତୋତ୍ର (Siddha Kunjika Stotram Odia PDF) || || ଶିବ ଉବାଚ || ଶୃଣୁ ଦେବି ପ୍ରବକ୍ଷ୍ୟାମି କୁଞ୍ଜିକାସ୍ତୋତ୍ରମୁତ୍ତମମ୍। ଯେନ ମନ୍ତ୍ରପ୍ରଭାବେଣ ଚଣ୍ଡୀଜାପ: ଭବେତ୍॥1॥ ନ କବଚଂ ନାର୍ଗଲାସ୍ତୋତ୍ରଂ କୀଲକଂ ନ ରହସ୍ୟକମ୍। ନ ସୂକ୍ତଂ ନାପି ଧ୍ୟାନଂ ଚ ନ ନ୍ୟାସୋ ନ ଚ ବାର୍ଚନମ୍॥2॥ କୁଞ୍ଜିକାପାଠମାତ୍ରେଣ ଦୁର୍ଗାପାଠଫଲଂ ଲଭେତ୍। ଅତି ଗୁହ୍ୟତରଂ ଦେବି ଦେବାନାମପି ଦୁର୍ଲଭମ୍॥3॥ ଗୋପନୀୟଂ ପ୍ରୟତ୍ନେନ ସ୍ୱୟୋନିରିବ ପାର୍ୱତି। ମାରଣଂ ମୋହନଂ ବଶ୍ୟଂ ସ୍ତମ୍ଭନୋଚ୍ଚାଟନାଦିକମ୍। ପାଠମାତ୍ରେଣ ସଂସିଦ୍ଧ୍…

ஸித்³த⁴ குஞ்ஜிகா ஸ்தோத்ர

|| ஸித்³த⁴ குஞ்ஜிகா ஸ்தோத்ர (Siddha Kunjika Stotram Tamil PDF) || || ஶிவ உவாச || ஶ்ருʼணு தே³வி ப்ரவக்ஷ்யாமி குஞ்ஜிகாஸ்தோத்ரமுத்தமம். யேன மந்த்ரப்ரபா⁴வேண சண்டீ³ஜாப: ப⁴வேத்..1.. ந கவசம்ʼ நார்க³லாஸ்தோத்ரம்ʼ கீலகம்ʼ ந ரஹஸ்யகம். ந ஸூக்தம்ʼ நாபி த்⁴யானம்ʼ ச ந ந்யாஸோ ந ச வார்சனம்..2.. குஞ்ஜிகாபாட²மாத்ரேண து³ர்கா³பாட²ப²லம்ʼ லபே⁴த். அதி கு³ஹ்யதரம்ʼ தே³வி தே³வாநாமபி து³ர்லப⁴ம்..3.. கோ³பனீயம்ʼ ப்ரயத்னேன ஸ்வயோநிரிவ பார்வதி. மாரணம்ʼ மோஹனம்ʼ வஶ்யம்ʼ ஸ்தம்ப⁴னோச்சாடநாதி³கம். பாட²மாத்ரேண…

સિદ્ધ કુંજિકા સ્તોત્ર

|| સિદ્ધ કુંજિકા સ્તોત્ર (Siddha Kunjika Stotram Gujarati PDF) || || શિવ ઉવાચ || શૃણુ દેવિ પ્રવક્ષ્યામિ કુંજિકાસ્તોત્રમુત્તમમ્. યેન મન્ત્રપ્રભાવેણ ચણ્ડીજાપ: ભવેત્..1.. ન કવચં નાર્ગલાસ્તોત્રં કીલકં ન રહસ્યકમ્. ન સૂક્તં નાપિ ધ્યાનં ચ ન ન્યાસો ન ચ વાર્ચનમ્..2.. કુંજિકાપાઠમાત્રેણ દુર્ગાપાઠફલં લભેત્. અતિ ગુહ્યતરં દેવિ દેવાનામપિ દુર્લભમ્..3.. ગોપનીયં પ્રયત્નેન સ્વયોનિરિવ પાર્વતિ. મારણં મોહનં વશ્યં સ્તમ્ભનોચ્ચાટનાદિકમ્. પાઠમાત્રેણ…

సిద్ధ కుంజికా స్తోత్ర

|| సిద్ధ కుంజికా స్తోత్ర (Siddha Kunjika Stotram Telugu PDF) || || శివ ఉవాచ || శృణు దేవి ప్రవక్ష్యామి కుంజికాస్తోత్రముత్తమం. యేన మంత్రప్రభావేణ చండీజాప: భవేత్..1.. న కవచం నార్గలాస్తోత్రం కీలకం న రహస్యకం. న సూక్తం నాపి ధ్యానం చ న న్యాసో న చ వార్చనం..2.. కుంజికాపాఠమాత్రేణ దుర్గాపాఠఫలం లభేత్. అతి గుహ్యతరం దేవి దేవానామపి దుర్లభం..3.. గోపనీయం ప్రయత్నేన స్వయోనిరివ పార్వతి. మారణం మోహనం వశ్యం స్తంభనోచ్చాటనాదికం. పాఠమాత్రేణ…

एकदन्त शरणागति स्तोत्रम्

|| एकदन्त शरणागति स्तोत्रम् PDF || देवर्षय ऊचुः । सदात्मरूपं सकलादिभूतममायिनं सोऽहमचिन्त्यबोधम् । अनादिमध्यान्तविहीनमेकं तमेकदन्तं शरणं व्रजामः ॥ १॥ अनन्तचिद्रूपमयं गणेशमभेदभेदादिविहीनमाद्यम् । हृदि प्रकाशस्य धरं स्वधीस्थं तमेकदन्तं शरणं व्रजामः ॥ २॥ समाधिसंस्थं हृदि योगिनां यं प्रकाशरूपेण विभातमेतम् । सदा निरालम्बसमाधिगम्यं तमेकदन्तं शरणं व्रजामः ॥ ३॥ स्वबिम्बभावेन विलासयुक्तां प्रत्यक्षमायां विविधस्वरूपाम् । स्ववीर्यकं तत्र ददाति यो वै…

Surya Panjara Stotram Telugu

|| శ్రీ సూర్య పంజర స్తోత్రం (Surya Panjara Stotram Telugu PDF) || ఓం ఉదయగిరిముపేతం భాస్కరం పద్మహస్తం సకలభువననేత్రం రత్నరజ్జూపమేయమ్ । తిమిరకరిమృగేంద్రం బోధకం పద్మినీనాం సురవరమభివంద్యం సుందరం విశ్వదీపమ్ ॥ ఓం శిఖాయాం భాస్కరాయ నమః । లలాటే సూర్యాయ నమః । భ్రూమధ్యే భానవే నమః । కర్ణయోః దివాకరాయ నమః । నాసికాయాం భానవే నమః । నేత్రయోః సవిత్రే నమః । ముఖే భాస్కరాయ నమః । ఓష్ఠయోః…

सुमङ्गल स्तोत्रम्

|| सुमङ्गल स्तोत्रम् (Sumangal Stotram Sanskrit PDF) || सुमङ्गलं मङ्गलमीश्वराय ते सुमङ्गलं मङ्गलमच्युताय ते । सुमङ्गलं मङ्गलमन्तरात्मने सुमङ्गलं मङ्गलमब्जनाभ ते ॥ सुमङ्गलं श्रीनिलयोरुवक्षसे सुमङ्गलं पद्मभवादिसेविते । सुमङ्गलं पद्मजगन्निवासिने सुमङ्गलं चाश्रितमुक्तिदायिने ॥ चाणूरदर्पघ्नसुबाहुदण्डयोः सुमङ्गलं मङ्गलमादिपूरुष । बालार्ककोटिप्रतिमाय ते विभो चक्राय दैत्येन्द्रविनाशहेतवे ॥ शङ्खाय कोटिन्दुसमानतेजसे शार्ङ्गाय रत्नोज्ज्वलदिव्यरूपिणे । खड्गाय विद्यामयविग्रहाय ते सुमङ्गलं मङ्गलमस्तु ते विभो ॥ तदावयोस्तत्त्व…

ಶ್ರೀ ಆದಿತ್ಯ ದ್ವಾದಶನಾಮ ಸ್ತೋತ್ರಂ

|| ಶ್ರೀ ಆದಿತ್ಯ ದ್ವಾದಶನಾಮ ಸ್ತೋತ್ರಂ (Aditya Surya Dwadasa Nama Stotram Kannada PDF) || ಆದಿತ್ಯಃ ಪ್ರಥಮಂ ನಾಮಂ ದ್ವಿತೀಯಂ ತು ದಿವಾಕರಃ | ತೃತೀಯಂ ಭಾಸ್ಕರಃ ಪ್ರೋಕ್ತಂ ಚತುರ್ಥಂ ತು ಪ್ರಭಾಕರಃ || ೧ || ಪಂಚಮಂ ತು ಸಹಸ್ರಾಂಶುಃ ಷಷ್ಠಂ ಚೈವ ತ್ರಿಲೋಚನಃ | ಸಪ್ತಮಂ ಹರಿದಶ್ವಶ್ಚ ಅಷ್ಟಮಂ ತು ವಿಭಾವಸುಃ || ೨ || ನವಮಂ ದಿನಕೃತ್ ಪ್ರೋಕ್ತಂ ದಶಮಂ ದ್ವಾದಶಾತ್ಮಕಃ | ಏಕಾದಶಂ ತ್ರಯೀಮೂರ್ತಿರ್ದ್ವಾದಶಂ ಸೂರ್ಯ ಏವ ಚ…

श्री आदित्य द्वादशनाम स्तोत्रम्

|| श्री आदित्य द्वादशनाम स्तोत्रम् PDF || आदित्यः प्रथमं नामं द्वितीयं तु दिवाकरः । तृतीयं भास्करः प्रोक्तं चतुर्थं तु प्रभाकरः ॥ १ ॥ पञ्चमं तु सहस्रांशुः षष्ठं चैव त्रिलोचनः । सप्तमं हरिदश्वश्च अष्टमं तु विभावसुः ॥ २ ॥ नवमं दिनकृत् प्रोक्तं दशमं द्वादशात्मकः । एकादशं त्रयीमूर्तिर्द्वादशं सूर्य एव च ॥ ३ ॥ द्वादशादित्यनामानि प्रातः काले…

శ్రీ ఆదిత్య ద్వాదశనామ స్తోత్రం

|| శ్రీ ఆదిత్య ద్వాదశనామ స్తోత్రం (Aditya Surya Dwadasa Nama Stotram Telugu PDF) || ఆదిత్యః ప్రథమం నామం ద్వితీయం తు దివాకరః | తృతీయం భాస్కరః ప్రోక్తం చతుర్థం తు ప్రభాకరః || ౧ || పంచమం తు సహస్రాంశుః షష్ఠం చైవ త్రిలోచనః | సప్తమం హరిదశ్వశ్చ అష్టమం తు విభావసుః || ౨ || నవమం దినకృత్ ప్రోక్తం దశమం ద్వాదశాత్మకః | ఏకాదశం త్రయీమూర్తిర్ద్వాదశం సూర్య ఏవ చ…

ஶ்ரீ ஆதி³த்ய த்³வாத³ஶநாம ஸ்தோத்ரம்

|| ஶ்ரீ ஆதி³த்ய த்³வாத³ஶநாம ஸ்தோத்ரம் (Aditya Surya Dwadasa Nama Stotram Tamil PDF) || ஆதி³த்ய꞉ ப்ரத²மம் நாமம் த்³விதீயம் து தி³வாகர꞉ । த்ருதீயம் பா⁴ஸ்கர꞉ ப்ரோக்தம் சதுர்த²ம் து ப்ரபா⁴கர꞉ ॥ 1 ॥ பஞ்சமம் து ஸஹஸ்ராம்ஶு꞉ ஷஷ்ட²ம் சைவ த்ரிலோசந꞉ । ஸப்தமம் ஹரித³ஶ்வஶ்ச அஷ்டமம் து விபா⁴வஸு꞉ ॥ 2 ॥ நவமம் தி³நக்ருத் ப்ரோக்தம் த³ஶமம் த்³வாத³ஶாத்மக꞉ । ஏகாத³ஶம் த்ரயீமூர்திர்த்³வாத³ஶம் ஸூர்ய ஏவ ச…

आदित्य हर्षण स्तोत्रं सार्थम्

|| आदित्यहर्षणस्तोत्रं सार्थम् PDF || वैष्णवानां हरिस्त्वं शिवस्त्वं स्वयं शक्तिरूपस्त्वमेवानयस्त्वं नतेः । त्वं गणाधिकृतस्त्वं सुरेशाधिप- स्त्वं मरुत्वान्रविस्त्वं सदा स्तोचताम् ॥ १॥ त्वं सदा लोककल्याणकृन्मण्डलः तप्यमानो जगद्भूतिसिद्ध्यै नभे । राति रात्र्यै निविष्टाभमग्निं तथा द्वादशात्मन् सदाऽऽनन्दमग्नो भव ॥ २॥ जान्ममात्रेण चासक्तिग्रस्तो वयं शाम्बरीबन्धने विस्मृताश्चार्थिनः । भक्तिभावेन हीनाय जोषालयोऽ- र्कादितेयोष्णरश्मे प्रसन्नो मयि ॥ ३॥ अकृतार्थाय ब्रह्माण्डसाद्धस्तथा तायको विष्णुरूपेण…

ಶನಿ ಪಂಚಕ ಸ್ತೋತ್ರ

|| ಶನಿ ಪಂಚಕ ಸ್ತೋತ್ರ (Shani Panchakam Stotram Kannada PDF) || ಸರ್ವಾಧಿದುಃಖಹರಣಂ ಹ್ಯಪರಾಜಿತಂ ತಂ ಮುಖ್ಯಾಮರೇಂದ್ರಮಹಿತಂ ವರಮದ್ವಿತೀಯಂ. ಅಕ್ಷೋಭ್ಯಮುತ್ತಮಸುರಂ ವರದಾನಮಾರ್ಕಿಂ ವಂದೇ ಶನೈಶ್ಚರಮಹಂ ನವಖೇಟಶಸ್ತಂ. ಆಕರ್ಣಪೂರ್ಣಧನುಷಂ ಗ್ರಹಮುಖ್ಯಪುತ್ರಂ ಸನ್ಮರ್ತ್ಯಮೋಕ್ಷಫಲದಂ ಸುಕುಲೋದ್ಭವಂ ತಂ. ಆತ್ಮಪ್ರಿಯಂಕರಮ- ಪಾರಚಿರಪ್ರಕಾಶಂ ವಂದೇ ಶನೈಶ್ಚರಮಹಂ ನವಖೇಟಶಸ್ತಂ. ಅಕ್ಷಯ್ಯಪುಣ್ಯಫಲದಂ ಕರುಣಾಕಟಾಕ್ಷಂ ಚಾಯುಷ್ಕರಂ ಸುರವರಂ ತಿಲಭಕ್ಷ್ಯಹೃದ್ಯಂ. ದುಷ್ಟಾಟವೀಹುತಭುಜಂ ಗ್ರಹಮಪ್ರಮೇಯಂ ವಂದೇ ಶನೈಶ್ಚರಮಹಂ ನವಖೇಟಶಸ್ತಂ. ಋಗ್ರೂಪಿಣಂ ಭವಭಯಾಽಪಹಘೋರರೂಪಂ ಚೋಚ್ಚಸ್ಥಸತ್ಫಲಕರಂ ಘಟನಕ್ರನಾಥಂ. ಆಪನ್ನಿವಾರಕಮಸತ್ಯರಿಪುಂ ಬಲಾಢ್ಯಂ ವಂದೇ ಶನೈಶ್ಚರಮಹಂ ನವಖೇಟಶಸ್ತಂ. ಏನೌಘನಾಶನಮನಾರ್ತಿಕರಂ ಪವಿತ್ರಂ ನೀಲಾಂಬರಂ ಸುನಯನಂ ಕರುಣಾನಿಧಿಂ ತಂ….

சனி பஞ்சக ஸ்தோத்திரம்

|| சனி பஞ்சக ஸ்தோத்திரம் (Shani Panchakam Stotram Tamil PDF) || ஸர்வாதிது꞉கஹரணம் ஹ்யபராஜிதம் தம் முக்யாமரேந்த்ரமஹிதம் வரமத்விதீயம். அக்ஷோப்யமுத்தமஸுரம் வரதானமார்கிம் வந்தே ஶனைஶ்சரமஹம் நவகேடஶஸ்தம். ஆகர்ணபூர்ணதனுஷம் க்ரஹமுக்யபுத்ரம் ஸன்மர்த்யமோக்ஷபலதம் ஸுகுலோத்பவம் தம். ஆத்மப்ரியங்கரம- பாரசிரப்ரகாஶம் வந்தே ஶனைஶ்சரமஹம் நவகேடஶஸ்தம். அக்ஷய்யபுண்யபலதம் கருணாகடாக்ஷம் சாயுஷ்கரம் ஸுரவரம் திலபக்ஷ்யஹ்ருத்யம். துஷ்டாடவீஹுதபுஜம் க்ரஹமப்ரமேயம் வந்தே ஶனைஶ்சரமஹம் நவகேடஶஸ்தம். ருக்ரூபிணம் பவபயா(அ)பஹகோரரூபம் சோச்சஸ்தஸத்பலகரம் கடனக்ரநாதம். ஆபந்நிவாரகமஸத்யரிபும் பலாட்யம் வந்தே ஶனைஶ்சரமஹம் நவகேடஶஸ்தம். ஏனௌகநாஶனமனார்திகரம் பவித்ரம் நீலாம்பரம் ஸுநயனம் கருணாநிதிம் தம்….

శని పంచక స్తోత్రం

|| శని పంచక స్తోత్రం (Shani Panchakam Stotram Telugu PDF) || సర్వాధిదుఃఖహరణం హ్యపరాజితం తం ముఖ్యామరేంద్రమహితం వరమద్వితీయం. అక్షోభ్యముత్తమసురం వరదానమార్కిం వందే శనైశ్చరమహం నవఖేటశస్తం. ఆకర్ణపూర్ణధనుషం గ్రహముఖ్యపుత్రం సన్మర్త్యమోక్షఫలదం సుకులోద్భవం తం. ఆత్మప్రియంకరమ- పారచిరప్రకాశం వందే శనైశ్చరమహం నవఖేటశస్తం. అక్షయ్యపుణ్యఫలదం కరుణాకటాక్షం చాయుష్కరం సురవరం తిలభక్ష్యహృద్యం. దుష్టాటవీహుతభుజం గ్రహమప్రమేయం వందే శనైశ్చరమహం నవఖేటశస్తం. ఋగ్రూపిణం భవభయాఽపహఘోరరూపం చోచ్చస్థసత్ఫలకరం ఘటనక్రనాథం. ఆపన్నివారకమసత్యరిపుం బలాఢ్యం వందే శనైశ్చరమహం నవఖేటశస్తం. ఏనౌఘనాశనమనార్తికరం పవిత్రం నీలాంబరం సునయనం కరుణానిధిం తం….

ശനി പഞ്ചക സ്തോത്രം

|| ശനി പഞ്ചക സ്തോത്രം (Shani Panchakam Stotram Malayalam PDF) || സർവാധിദുഃഖഹരണം ഹ്യപരാജിതം തം മുഖ്യാമരേന്ദ്രമഹിതം വരമദ്വിതീയം. അക്ഷോഭ്യമുത്തമസുരം വരദാനമാർകിം വന്ദേ ശനൈശ്ചരമഹം നവഖേടശസ്തം. ആകർണപൂർണധനുഷം ഗ്രഹമുഖ്യപുത്രം സന്മർത്യമോക്ഷഫലദം സുകുലോദ്ഭവം തം. ആത്മപ്രിയങ്കരമ- പാരചിരപ്രകാശം വന്ദേ ശനൈശ്ചരമഹം നവഖേടശസ്തം. അക്ഷയ്യപുണ്യഫലദം കരുണാകടാക്ഷം ചായുഷ്കരം സുരവരം തിലഭക്ഷ്യഹൃദ്യം. ദുഷ്ടാടവീഹുതഭുജം ഗ്രഹമപ്രമേയം വന്ദേ ശനൈശ്ചരമഹം നവഖേടശസ്തം. ഋഗ്രൂപിണം ഭവഭയാഽപഹഘോരരൂപം ചോച്ചസ്ഥസത്ഫലകരം ഘടനക്രനാഥം. ആപന്നിവാരകമസത്യരിപും ബലാഢ്യം വന്ദേ ശനൈശ്ചരമഹം നവഖേടശസ്തം. ഏനൗഘനാശനമനാർതികരം പവിത്രം നീലാംബരം സുനയനം കരുണാനിധിം തം….

शनि पंचक स्तोत्र

|| शनि पंचक स्तोत्र PDF || सर्वाधिदुःखहरणं ह्यपराजितं तं मुख्यामरेन्द्रमहितं वरमद्वितीयम्। अक्षोभ्यमुत्तमसुरं वरदानमार्किं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। आकर्णपूर्णधनुषं ग्रहमुख्यपुत्रं सन्मर्त्यमोक्षफलदं सुकुलोद्भवं तम्। आत्मप्रियङ्करम- पारचिरप्रकाशं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। अक्षय्यपुण्यफलदं करुणाकटाक्षं चायुष्करं सुरवरं तिलभक्ष्यहृद्यम्। दुष्टाटवीहुतभुजं ग्रहमप्रमेयं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। ऋग्रूपिणं भवभयाऽपहघोररूपं चोच्चस्थसत्फलकरं घटनक्रनाथम्। आपन्निवारकमसत्यरिपुं बलाढ्यं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। एनौघनाशनमनार्तिकरं पवित्रं नीलाम्बरं सुनयनं करुणानिधिं तम्। एश्वर्यकार्यकरणं च विशालचित्तं वन्दे…

नवग्रह पीड़ाहर स्तोत्रम्

|| नवग्रह पीडाहर स्तोत्रम् PDF || ग्रहाणामादिरादित्यो लोकरक्षणकारकः । विषमस्थानसंभूतां पीडां हरतु मे रविः ॥ रोहिणीशः सुधामूर्तिः सुधागात्रः सुधाशनः । विषमस्थानसंभूतां पीडां हरतु मे विधुः ॥ भूमिपुत्रो महातेजा जगतां भयकृत् सदा । वृष्टिकृद्वृष्टिहर्ता च पीडां हरतु मे कुजः ॥ उत्पातरूपो जगतां चन्द्रपुत्रो महाद्युतिः । सूर्यप्रियकरो विद्वान् पीडां हरतु मे बुधः ॥ देवमन्त्री विशालाक्षः सदा लोकहिते…

श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

|| श्रीराम रक्षा स्तोत्रम् PDF || नियोगः – ॐ अस्य श्री रामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः, श्री सीतारामचन्द्रोदेवता, अनुष्टुप् छन्दः, सीताशक्तिः, श्रीमद्हनुमान कीलकम् श्रीसीतरामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः।। अर्थ:- इस राम रक्षा स्तोत्र मंत्र के रचयिता बुध कौशिक ऋषि हैं, सीता और रामचंद्र देवता हैं, अनुष्टुप छंद हैं, सीता शक्ति हैं, हनुमान जी कीलक है तथा श्री रामचंद्र जी…

श्री तुलसी स्तोत्रम्

|| श्री तुलसी स्तोत्रम् PDF || जगद्धात्रि! नमस्तुभ्यं विष्णोश्च प्रियवल्लभे । यतो ब्रह्मादयो देवाः सृष्टि स्थित्यन्तकारिणः ॥ नमस्तुलसि कल्याणि नमो विष्णुप्रिये शुभे । नमो मोक्षप्रदे देवि नमः सम्पत्प्रदायिके ॥ तुलसी पातु मां नित्यं सर्वापद्भ्योऽपि सर्वदा । कीर्तितापि स्मृता वापि पवित्रयति मानवम् ॥ नमामि शिरसा देवीं तुलसीं विलसत्तनुम् । यां दृष्ट्वा पापिनो मर्त्या मुच्यन्ते सर्वकिल्बिषात् ॥…

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