शनिवार व्रत कथा और व्रत विधि

शनिवार व्रत कथा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस व्रत को करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्टों का नाश होता है। जो भक्त “शनिवार व्रत कथा pdf” का नियमित पाठ करते हैं, उनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है। इस व्रत…

वराह अवतार की कथा

वर्ष 2025 में वराह जयंती 25 अगस्त, सोमवार को मनाई जाएगी। यह पावन पर्व भगवान विष्णु के तीसरे अवतार, वराह भगवान के पृथ्वी पर अवतरण का स्मरण कराता है। वराह अवतार की कथा पीडीएफ में विस्तार से वर्णित है कि कैसे भगवान वराह ने हिरण्याक्ष नामक राक्षस का वध कर पृथ्वी को रसातल से बाहर…

श्री राधा अष्टमी व्रत कथा

|| राधाष्टमी, श्री राधा रानी के प्राकट्य दिवस का महत्व एवं पूजन विधि || सनातन धर्म में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को श्री राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों में यह तिथि श्री राधारानी के प्राकट्य दिवस के रूप में वर्णित है। श्री राधाजी वृषभानु महाराज की यज्ञभूमि से…

राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट

२०२५ साली साजऱ्या होणाऱ्या रक्षाबंधनानिमित्त, ‘राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट’ पुन्हा एकदा आपल्या भेटीला येत आहे. भाऊ-बहिणीच्या अतूट नात्याचा, त्यागाचा आणि प्रेमाचा हा सण. ‘राखीची कथा – रक्षाबंधनाची गोष्ट pdf’ स्वरूपात उपलब्ध असल्याने, ही हृदयस्पर्शी कथा घराघरात पोहोचणार आहे. यावर्षीच्या रक्षाबंधनाला, बहीण भावाच्या मनगटावर राखी बांधते आणि भाऊ तिच्या संरक्षणाचे वचन देतो. ही केवळ एक…

रक्षाबंधन की कथा

रक्षाबंधन की कथा 2025 भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है, जिसकी जड़ें पौराणिक कथाओं में गहराई से जुड़ी हैं। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बाँधकर उनकी लंबी उम्र और सुरक्षा की कामना करती हैं, वहीं भाई जीवनभर रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन की कहानी pdf में आपको रानी कर्णावती और…

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा 2025 भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की दिव्य लीलाओं और उनके अवतरण की महिमा को दर्शाती है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाते हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा PDF में व्रत की सम्पूर्ण कथा, पूजन विधि और…

वासुदेव द्वादशी व्रत की पौराणिक कथा

वासुदेव द्वादशी का व्रत भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह व्रत आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है, जो देवशयनी एकादशी के ठीक अगले दिन पड़ती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से संतान प्राप्ति होती है, खोई हुई संपत्ति वापस मिलती है, सभी मनोकामनाएं पूरी होती…

चंद्र दर्शन व्रत कथा – चंद्र दर्शन व्रत विधि – चंद्र दर्शन का महत्व

हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। अमावस्या के बाद जब पहली बार चंद्रमा के दर्शन होते हैं, उसे ‘चंद्र दर्शन’ कहा जाता है। इस दिन चंद्र देव की पूजा और व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। खासकर जो लोग अपनी कुंडली में चंद्रमा की कमजोर स्थिति से परेशान हैं, उनके…

अंदल जयंती की कथा

अंदल जयंती, जिसे आदिपुरम भी कहते हैं, देवी अंदल को समर्पित है। अंदल को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है और यह त्योहार उनके जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उनकी कथा दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु में बहुत प्रसिद्ध है। || अंदल जयंती की कथा (Andal Jayanti Katha PDF) || लगभग 10वीं शताब्दी…

कोकिला व्रत कथा एवं पूजा विधि

2025 में कोकिला व्रत 10 जुलाई को है। कोकिला व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। मान्यता है कि माता सती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कोयल…

भौम प्रदोष व्रत कथा और पूजा विधि

भौम प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा पाने के लिए रखा जाता है, जब प्रदोष तिथि मंगलवार को पड़ती है। ‘भौम’ का अर्थ है मंगल और ‘प्रदोष’ सूर्यास्त के बाद की तीन मुहूर्त और रात्रि के प्रारंभ की तीन मुहूर्त का समय होता है। यह व्रत विशेष रूप से ऋण मुक्ति, रोग निवारण और भूमि…

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत, शक्ति और भक्ति का प्रतीक है, हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, विशेषकर उनकी असीम शक्ति और कल्याणकारी स्वरूप का स्मरण करते हैं। व्रत कथा के अनुसार, जब धरती पर महिषासुर जैसे राक्षसों का अत्याचार…

आषाढ़ चौमासी चौदस कथा

|| आषाढ़ चौमासी चौदस कथा PDF || प्राचीन काल की बात है। एक नगर में एक साहूकार रहता था। वह बहुत ही धर्मपरायण और दानी था। वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तत्पर रहता था। साहूकार की एक पत्नी थी, जो बहुत ही सुशील और पतिव्रता थी। उनके घर में धन-धान्य की कोई…

(16) सोलह सोमवार व्रत कथा एवं पूजा विधि

सोलह सोमवार व्रत कथा (16 Solah Somvar Vrat Katha PDF) भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक अत्यंत प्रभावशाली उपाय है। इस व्रत को विशेष रूप से अविवाहित कन्याएं उत्तम वर की प्राप्ति के लिए करती हैं, वहीं विवाहित स्त्रियाँ सुखमय वैवाहिक जीवन हेतु इसका पालन करती हैं। सोलह सोमवार व्रत कथा (16 Solah…

सोमवार व्रत कथा – सोमवार व्रत पूजा विधि – सोमवार व्रत उद्यापन विधि

|| सोमवार व्रत कथा (Somvar Vrat Katha PDF) || किसी नगर में एक साहूकार रहता था। उसके घर में धन की कोई कमी नहीं थी लेकिन उसकी कोई संतान नहीं थी जिस वजह से वह बेहद दुखी था। पुत्र प्राप्ति के लिए वह भगवान शिव प्रत्येक सोमवार व्रत रखता था और पूरी श्रद्धा के साथ…

देवशयनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

|| देवशयनी एकादशी पूजा विधि || देवशयनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहन लें। अपने घर के मंदिर में भगवान के सामने दीपक जलाएं। भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर पर गंगाजल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पीले फूल और तुलसी के पत्ते अर्पित करें। तुलसी दल भगवान विष्णु…

त्रिपुरी पूर्णिमा व्रत कथा

|| त्रिपुरी पूर्णिमा व्रत कथा PDF (Tripuri Purnima Vrat Katha) || त्रिपुरी पूर्णिमा, जिसे कार्तिक पूर्णिमा या देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का…

कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा

|| कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा PDF || पौराणिक कथा के अनुसार, तारकासुर नाम का एक अत्यंत शक्तिशाली राक्षस था, जिसके तीन पुत्र थे – तारकाक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली। जब भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर दिया, तो अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए तीनों पुत्र बहुत दुखी हुए।…

मंगला गौरी व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| मंगला गौरी व्रत पूजा विधि || श्रावण मास के मंगलवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठें। नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ-सुथरे धुले हुए अथवा नए वस्त्र धारण कर व्रत करें। मां मंगला गौरी (पार्वती जी) का एक चित्र अथवा प्रतिमा लें। फिर निम्न मंत्र के साथ व्रत करने का संकल्प लें। ‘मम…

जगन्नाथ जी व्रत कथा

|| जगन्नाथ पूजा विधि || पीले वस्त्र धारण करके भगवान जगन्नाथ का पूजन करें। भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र के चित्र या मूर्ति की स्थापना करें। उनको चन्दन लगायें , विभिन्न भोग प्रसाद और तुलसीदल अर्पित करें। उनको फूलों से सजाएँ और उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं। इसके बाद गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें,…

दर्श अमावस्या व्रत कथा

|| दर्श अमावस्या व्रत कथा PDF || हिन्दू कैलेंडर में नए चंद्रमा के दिन को अमावस्या कहा जाता है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि कई धार्मिक अनुष्ठान और कर्मकांड केवल अमावस्या तिथि पर ही संपन्न किए जाते हैं। जब अमावस्या सोमवार को आती है, तो उसे सोमवती अमावस्या कहा…

हरियाली तीज व्रत कथा

|| हरियाली तीज व्रत कथा PDF || हरियाली तीज व्रत कथा इस प्रकार है : भगवान शिव ने पार्वतीजी को उनके पूर्व जन्म के बारे में याद दिलाने के लिए यह सुनाई थी। शिवजी कहते हैं- हे पार्वती! बहुत समय पहले तुमने हिमालय पर मुझे वर के रूप में पाने के लिए घोर तप किया…

जया पार्वती व्रत कथा

|| जया पार्वती व्रत कथा PDF || जया-पार्वती पर्व पर माता पार्वती की पूजा के समय इस कथा को सुनना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस कथा के श्रवण से माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जया पार्वती व्रत माता पार्वती को समर्पित पर्व है, जिसे सुहागिन स्त्रियां अपने सुहाग की लंबी आयु और अखंडता के…

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ और श्रवण…

सोम प्रदोष व्रत कथा

|| सोम प्रदोष व्रत कथा PDF || जो प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ता है, उसे सोम प्रदोष व्रत कहते हैं। सोमवार भगवान शिव का दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन प्रदोष व्रत करने से इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। एक नगर में एक ब्राह्मणी अपने बेटे के साथ रहती थी। उसके पति…

चंद्रदेव और शिवजी से जुड़ी कथा जानें

|| चंद्रदेव और शिवजी से जुड़ी कथा जानें || चंद्रदेव के कारण भगवान सोमवार दिन रखा जाता है शिवजी का व्रत, जानिए इससे जुड़ी कथा भगवान शिव, देवों के देव महादेव, को प्रसन्न करना सबसे सरल माना जाता है। हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि भोलेनाथ की कृपा से असंभव भी संभव हो जाता…

आषाढ़ महीने की कथा, महत्व और धार्मिक मान्यताएं

|| आषाढ़ महीने की कथा, महत्व और धार्मिक मान्यताएं || आषाढ़ महीने की कथा और महत्व, जानिए इस पावन मास से जुड़ी धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएं हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास वर्ष का चौथा महीना होता है, जो आम तौर पर जून से जुलाई के बीच आता है। यह महीना न केवल प्रकृति में…

જીવંતિકા વ્રત કથા

|| જીવંતિકા વ્રત કથા પૂજા વિધિ || मां जीवंतिका से प्रार्थना करें और उनकी कथा सुनें। व्रत करने वाली महिला को दिन में पीले कपड़े, पीले आभूषण और पीले रंग की चीजें पहनने से बचना चाहिए। लाल पहनना। पीली छतरी के नीचे न सोएं और न ही चावल के पानी को पार करें। कथा सुनने के…

శ్యమంతక మణి కథ

|| శ్యమంతక మణి కథ (Syamantaka Mani Katha Telugu PDF) || “ధర్మరాజా! ఈ ద్వాపరయుగములోని సంఘటనుగూడ వినుము” అని ఈ విధముగా చెప్పదొడంగెను. ద్వారకావాసియగు శ్రీకృష్ణుని ఒకనాడు దేవర్షి నారదుడు దర్శించి ప్రియసంభాషణలు జరుపుచు “స్వామీ సాయంసమయంబయ్యె ఈనాడు వినాయక చతుర్థి గాన పార్వతీదేవి శాపంబుచే చంద్రుని చూడరాదు. గాన నిజగృహంబునకేగెద, సెలవిండు” అని బూర్వవృత్తాంతంబంతయు శ్రీకృష్ణునికుదెల్పి నారదుండు స్వర్గలోకమునకేగె. అంత కృష్ణుడు ఆనాటి రాత్రి చంద్రుని చూడరాదని తమ పట్టణంబున చాటింపించెను. శ్రీకృష్ణుడు…

शुक्रवारची जिवतीची कहाणी

|| शुक्रवारची जिवतीची कहाणी (Shukravarachi Jivtichi Kahani PDF) || ऐका, शुक्रवारा, तुमची कहाणी. आटपाट नगर होतं. तिथे एक राजा राज्य करत होता. त्याला मुलगा नव्हता. तेव्हा राणीने एका सुईणीला बोलावून आणलं आणि म्हणाली, “अगं, सुईणी, मला नाळेसहित एक मुलगा गुपचुप आणून दे. मी तुला खूप द्रव्य देईन!” सुईणीने ही गोष्ट मान्य केली आणि ती त्या…

श्री ललितापंचमीची कहाणी

|| श्री ललितापंचमीची कहाणी (Lalitapanchami Katha Marathi PDF) || आटपाट नगर होतं. तिथे एक ब्राह्मण राहायचा, त्याला दोन जुळे मुलगे होते. दुर्दैवाने, त्यांच्या लहानपणीच त्यांचे आईवडील वारले. त्यांच्या नातेवाईकांनी त्यांची सर्व संपत्ती बळकावली आणि त्या मुलांना बेघर केलं. भटकत भटकत ती मुलं एका नगरीत येऊन पोहोचली. दुपारची वेळ होती, चालून चालून ते दोघे दमले होते…

श्री नागपंचमीची कथा

|| श्री नागपंचमीची कथा (Nagpanchami Katha Marathi PDF) || श्रावण महिन्यातील नागपंचमीच्या दिवशी, एका गावात एक शेतकरी राहायचा. त्याच्या शेतात नागाचे वारूळ होते. एके दिवशी शेतात नांगरताना, नांगराच्या फाळाने वारुळातील नागाची पिल्ले चिरडून गेली आणि ती मरण पावली. थोवेळाने नागीण वारुळाजवळ आली. आपले वारूळ आणि पिल्ले तिथे नसल्याचे पाहून तिला धक्का बसला. आजूबाजूला पाहिल्यावर तिला…

श्री ऋषिपंचमीची कहाणी

|| श्री ऋषिपंचमीची कहाणी (Rishi Panchami Vrat Katha Marathi PDF) || ऐका ऋषीश्वरांनो तुमची कहाणी. एका आटपाट नगरात एक ब्राह्मण राहत होता. तो शेतीभाती करून सुखाने आपलं जीवन जगत होता. एके दिवशी त्याची बायको विटाळशी असतानाच घरात वावरली, विटाळाचे नियम पाळले नाहीत. या दोषाने काय झालं? तिचा नवरा पुढच्या जन्मी बैल झाला आणि त्या बाईला…

सोळा सोमवाराची कहाणी

|| सोळा सोमवाराची कहाणी (16 Somvar Kahani Marathi PDF) || फार पूर्वीची गोष्ट आहे, भगवान शिव आणि पार्वती पृथ्वीवर फिरत असताना एका राजाने बांधलेल्या शिवमंदिरात आले. शंकरजी तिथेच थांबले. एके दिवशी पार्वतीजी शिवजींना म्हणाल्या, “नाथ, चला आज सारीपाट खेळूया.” खेळ सुरू झाला आणि त्याच वेळी पुजारी पूजा करण्यासाठी आले. पार्वतीजींनी पुजाऱ्याला विचारले, “पुजारी, सांगा कोण…

श्री श्रावण सोमवार कहाणी

|| श्री श्रावण सोमवार कहाणी (Shravan Somvar Katha Marathi PDF) || एका आटपाट नगरात एक राजा राहत होता. त्याला चार सुना होत्या – तीन आवडत्या आणि एक नावडती. राजा आवडत्या सुनांना चांगल्या वस्तू आणून देत असे, पण नावडतीला मात्र उष्टं-खरकटं जेवायला, जाडं-भरडं नेसायला, राहायला गुरांचं घर आणि गुराख्याचं काम देत असे. श्रावण महिना सुरू झाला…

राम लक्ष्मण द्वादशी व्रत कथा और पूजा विधि

ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को राम लक्ष्मण द्वादशी के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्रीराम और उनके अनुज लक्ष्मण को समर्पित है। इस दिन भगवान गोविंद विट्ठलनाथजी की भी उपासना का विधान है। राम लक्ष्मण द्वादशी की कथा और महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, त्रेता युग में महाराज…

सोमनाथ ब्रता कथा

|| सोमनाथ ब्रता कथा || एक दिनकरे कैळास शिखररे ईश्वर पार्बतीङ्कु सङ्गते घेनि आनन्दरे बिहार करुछन्ति । सेठारे तेतिशि कोटि देबता बसिछन्ति । एमन्त समय़रे पार्बती पचारिले, हे स्वामी ! केउँ ब्रत कले तुम्भ मनरे सन्तोष हुअइ मोते कहिबा हुअन्तु । मुँ से ब्रत करिबि । एहा शुणि ईश्बर हसि हसि कहिले, भो देबी पार्बती,…

સોમનાથ બ્રતા કથા

|| સોમનાથ બ્રતા કથા (Somnath Brata Katha Gujarati PDF) || એક દિનકરે કૈળાસ શિખરરે ઈશ્વર પાર્બતીઙ્કુ સઙ્ગતે ઘેનિ આનન્દરે બિહાર કરુછન્તિ . સેઠારે તેતિશિ કોટિ દેબતા બસિછન્તિ . એમન્ત સમય઼રે પાર્બતી પચારિલે, હે સ્વામી ! કેઉઁ બ્રત કલે તુમ્ભ મનરે સન્તોષ હુઅઇ મોતે કહિબા હુઅન્તુ . મુઁ સે બ્રત કરિબિ . એહા શુણિ ઈશ્બર હસિ…

కేదారేశ్వర వ్రతం వ్రత కథ

|| కేదారేశ్వర వ్రతం వ్రత కథ (Kedareswara Vratham Vrat Katha Telugu PDF) || సూతపౌరాణికుండు శౌనకాది మహర్షులం గాంచి యిట్లనియె. “ఋషి పుంగవులారా! మానవులకు సర్వసౌభాగ్యముల గలుగంజేయునదియు, పార్వతీదేవిచే సాంబశివుని శరీరార్ధము పొందినదియునగు కేదారేశ్వర వ్రతమనునదొకటి గలదు. ఆ వ్రతవిధానమును వివరించెద వినుండు. దీనిని బ్రాహ్మణ, క్షత్రియ, వైశ్య, శుద్రాదులు ఆచరించవచ్చును. ఈ వ్రతమును ఇరువదియొక్క మారులాచరించువారు సకల సంపదలనుభవించి పిదప శివసాయుజ్యము నొందుదురు. ఓ మునిశ్రేష్ఠులారా! ఈ వ్రతమహాత్మ్యమును వివరించెద వినుండు. భూలోకంబునం…

ഒരു ദേശത്തിൻ്റെ കഥ

|| ഒരു ദേശത്തിൻ്റെ കഥ (Oru Desathinte Katha Malayalam PDF) || വിശാലമായ ലോകത്തേക്കു തുറന്നിട്ടിരിക്കുന്ന ഒരു വാതായനമാണ് മലയാള വായനാ സമൂഹത്തെ സംബന്ധിച്ചിടത്തോളം ഒരു ദേശത്തിന്റെ കഥയെന്ന നോവല്‍. മലയാള ഭാഷയിലെ മികച്ച അഞ്ചു നോവലുകളെടുത്താല്‍ അതിലൊന്നായി ഇടം പിടിക്കും എസ്. കെ. പൊറ്റക്കാട്ടിന്റെ ഈ നോവല്‍. ശങ്കരന്‍ കുട്ടി പൊറ്റെക്കാട് എന്ന എസ്. കെ. പൊറ്റെക്കാട്ട് തന്റെ ബാല്യം ചിലവഴിച്ച അതിരണിപ്പാടം എന്ന ദേശത്തിന്റെ കഥയാണിത്. 1972-ല്‍ പ്രസിദ്ധീകരിച്ച നോവലിലെ പ്രധാന കഥാപാത്രത്തിന്റെ…

సత్యనారాయణ స్వామి కథ

|| శ్రీ సత్యనారాయణ స్వామి వ్రత కథ (Satyanarayana Swamy Katha Telugu PDF) || పూర్వము ఒకనాడు శ్రీకరంబైన నైమిశారణ్యమునందు పురాణాలను చెప్పుటలో విశేషప్రఙ్ఞకలవాడైన శ్రీసూతమహర్షిని, శౌనకాది మహామునులు కొందరు చేరి ఇట్లడిగిరి. ఓ పౌరాణిక బ్రహ్మా! సూతమహర్షి! మానవులు ఏవ్రతము చేసిన కోరిన కోరికలు ఫలించి ఇహ, పరలోకసిద్దిని పొందెదరో, ఏ తపస్సు చేసిన లబ్దిపొందెదరో మాకు సవివరముగా అంతయు విన్నవించండి. అని అడిగారు. అదివిన్న సూతుడు ఓ మునిశ్రేష్టులారా! పూర్వమొకప్పుడు దేవర్షియైన నారదుడు…

ಶಮಂತಕಮಣಿ ಕಥೆ

|| ಶಮಂತಕಮಣಿ ಕಥೆ (Shamanthakamani Story Kannada PDF) || ಭಗವಾನ್ ಕೃಷ್ಣನು ತನ್ನ ವಿರುದ್ಧ ಸುಳ್ಳು ಆರೋಪಗಳನ್ನು ತೊಡೆದುಹಾಕಲು ಶಮಂತಕ ಮಣಿಯನ್ನು ಪಡೆದುಕೊಂಡನು ಮತ್ತು ಜಾಂಬವಂತ ಮತ್ತು ಸತ್ರಜಿತ್ ಎಂಬ ಇಬ್ಬರು ವ್ಯಕ್ತಿಗಳ ಹೆಣ್ಣುಮಕ್ಕಳನ್ನು ಮದುವೆಯಾದನು. ಶಮಂತಕ ಮಣಿಯನ್ನು ಒಳಗೊಂಡ ಕಾಲಕ್ಷೇಪವನ್ನು ಜಾರಿಗೆ ತರುವ ಮೂಲಕ, ಭಗವಂತನು ಭೌತಿಕ ಸಂಪತ್ತಿನ ನಿರರ್ಥಕತೆಯನ್ನು ಪ್ರದರ್ಶಿಸಿದನು. ಶಮಂತಕ ಮಣಿಯ ಕಾರಣದಿಂದಾಗಿ ರಾಜ ಸತ್ರಜಿತ್ ಭಗವಾನ್ ಕೃಷ್ಣನನ್ನು ಅವಹೇಳನ ಮಾಡಿದನೆಂದು ಸುಕದೇವ ಗೋಸ್ವಾಮಿ ರಾಜ ಪರೀಕ್ಷಿತ್ ಎದುರು ಪ್ರಸ್ತಾಪಿಸಿದ್ದರು. ಬಳಿಕ…

ସୋମନାଥ ବ୍ରତା କଥା

|| ସୋମନାଥ ବ୍ରତ କଥା (Somnath Brata Katha Odia PDF) || ଏକ ଦିନକରେ କୈଳାସ ଶିଖରରେ ଈଶ୍ଵର ପାର୍ବତୀଙ୍କୁ ସଙ୍ଗତେ ଘେନି ଆନନ୍ଦରେ ବିହାର କରୁଛନ୍ତି । ସେଠାରେ ତେତିଶି କୋଟି ଦେବତା ବସିଛନ୍ତି । ଏମନ୍ତ ସମୟରେ ପାର୍ବତୀ ପଚାରିଲେ, ହେ ସ୍ଵାମୀ ! କେଉଁ ବ୍ରତ କଲେ ତୁମ୍ଭ ମନରେ ସନ୍ତୋଷ ହୁଅଇ ମୋତେ କହିବା ହୁଅନ୍ତୁ । ମୁଁ ସେ ବ୍ରତ କରିବି । ଏହା ଶୁଣି ଈଶ୍ବର ହସି…

பங்குனி உத்திரம் கதை

|| பங்குனி உத்திரம் கதை (Panguni Uthiram Katha Tamil PDF) || பௌராணிக் கதைகள் அனுசாரம், ஜப் உத்திரம் நட்சத்திர பூர்ணிமா போன்றவற்றின் காரணமாக, நீங்கள் இன்னும் இந்த திருவிழா தடை செய்யப்பட்டுள்ளது. யஹ் த்யோஹார் இந்த க்ஷேத்திரங்களில் காஃபி மஹத்வ ரக்தா உள்ளது. ஆசா மான ஜாதா உள்ளது இசி தின பகவான் முருகன் (சுப்ரமணியம்) தேவதை கா விவாஹ ஹுவா தா. இஸீலியே இஸ் தின் கோ காஃபி மஹத்தா தி காய்…

పుత్ర గణపతి వ్రతం

|| పుత్ర గణపతి వ్రతం (Putra Ganapati Vratam Telugu PDF) || భారతీయ సనాతన సంప్రదాయంలో పుత్రసంతానానికి ఎంతో ప్రాధాన్యత ఉంది. వేదంలో చెప్పబడ్డ ప్రకారం….. మనిషి పుడుతూనే మూడు ఋణాలతో పుడతాడు. ఋషిఋణం, దేవఋణం, పితృఋణం అనేవే ఆ మూడుఋణాలు. అందులో చివరిదైన పితృఋణం తీరాలంటే సంతానవంతుడై ఉండాలి. ఇదే విషయాన్ని ధర్మశాస్త్రాలుకూడా “పున్నామ నరకాత్రాయత ఇతి పుత్ర:” పుత్రుడనేవాడు పున్నామ నరకాలనుండి రక్షిస్తాడని చెబుతున్నాయి. అయితే పుత్రసంతానానికి ప్రాధాన్యం లభించడంలో ఒకనాటి సాంఘికపరిస్థితుల…

ज्येष्ठ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा

|| ज्येष्ठ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा PDF || सतयुग में एक पृथु नामक राजा हुए जिन्होंने सौ यज्ञ किए। उनके राज्य में दयादेव नामक एक विद्वान ब्राह्मण रहते थे, जिनके चार पुत्र थे। पिता ने वैदिक विधि से अपने पुत्रों का विवाह कर दिया। उन चार बहुओं में सबसे बड़ी बहू अपनी सास से…

कृष्णापिंगला संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

|| कृष्णापिंगला संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा PDF || द्वापर युग में महिष्मति नगरी में महीजित नाम के एक प्रतापी राजा रहते थे। वे पुण्य कर्म करने वाले और अपनी प्रजा का अच्छे से पालन-पोषण करने वाले राजा थे। लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी, जिससे उन्हें राजमहल का वैभव अच्छा नहीं लगता था। वेदों में…

आषाढ़ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा

|| आषाढ़ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा PDF || पार्वती जी ने पूछा, “हे पुत्र! आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को गणेश जी की पूजा कैसे करनी चाहिए? आषाढ़ मास के गणपति देवता का क्या नाम है? उनके पूजन का क्या विधान है? कृपया आप मुझे बताइए।” गणेश जी ने कहा, “आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी के दिन कृष्णपिङ्गल…

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