Shri Neminath Chalisa

|| Doha || Neminath Maharaj ka, Chalisa sukhakar. Moksha prapti ke liye, kahoon suno chitadhar. Chalisa chalis din, Tak kaho chalis baar. Badhe jagat sampatti sumat, Anupam shuddh vichar. || Chaupai || Jai-jai Neminath hitkari, Neel varn puran brahmachari. Tum ho baiswain teerthankar, Shankh chihn satdharm divakar. Swarg saman Dwarika nagari, Shobhit harshit uttam sagari….

Shri Arahnath Chalisa

|| Chalisa || Shri Arhannath Jinendra Gunakar, Gyan-daras-surav-bal ratnakar. Kalpavriksha sam sukh ke saagar, Paar huye nij aatm dhyaakar. Arhannath Nath Vasu ari ke naashak, Huye Hastinapur ke shaasak. Maa Mitrasena Pita Surdarsan, Chakravarti ban kiya digdarshan. Sahas chaurasi aayu prabhu ki, Avagahan thi tees dhanush ki. Varn suvarn samaan tha peet, Rog shok the…

Shri Chandraprabhu Chalisa

|| Doha || Sheesh nava Arihant ko, Siddhan karun pranam. Upadhyay Acharya ka, Le sukhkari naam. || Chaupai || Jai-jai Swami Shri Jin Chanda, Tumko nirakh bhaye ananda. Tum hi Prabhu Devan ke deva, Karun tumhare pad ki seva. Vesh Digambar kahalata hai, Sab jag ke man bhaata hai. Nasa par hai drishti tumhari, Mohani…

Shri Ajitnaath Chalisa

|| Chalisa || Shri Adinath ko shish nava kar, Sharade Maa ko dhyaay. Shuru karun Shri Ajitnath ka, Chalisa swapar sukhadaay. Jai Shri Ajitnath Jinraaj, Paavan chihn dhare Gajraaj. Nagar Ayodhya karte raaj, Jitaraj naamak Mahaaraaj. Vijaysena unki Mahaarani, Dekhe solah swapna lalaami. Divya vimaan vijay se chakar, Janani udar base Prabhu aakar. Shukla Dashami…

Shri Sumtinath Chalisa

|| Chalisa || Shri Sumatinath ka karuna nirjhar, Bhavy jano tak pahuche jhar-jhar. Nayano mein Prabhu ki chhavi bhar kar, Nit chalisa padhe sab ghar-ghar. Jai Shri Sumatinath Bhagwan, Sabko do sadbuddhi-daan. Ayodhya nagari kalyani, Meghrath raja Mangala rani. Dono ke ati punya prajare, Jo Teerthankar sut avataare. Shukla Chaitra Ekadashi aayi, Prabhu janm ki…

Shri Sheetalnath Chalisa

|| Doha || Siddh Prabhu ko namaskar kar, Arihanto ka dhyan. Aacharaj uvadhay ko, Karta nitya pranam. Sheetal Prabhu ka naam hai, Sheetalta ko paaye. Sheetal Chalisa padhe, Shat shat sheesh jhukaaye. || Chaupai || Sheetal Prabhu Jindev hamare, Jag santap se karo kinaare. Chandra bimb na chandan Sheetal, Ganga ka na neer hai Sheetal….

Shri Bade Baba Kundalpur Chalisa

|| Doha || Dukh haran mangal karan, Mahavir Bhagwan. Tinke charanavind ko Bar-bar pranam. Shri Dhar Kevali Moksha gaye, Kundal Giri se aaye. Tinke pad ko vandate, Pap klesh mit jaaye. || Chaupai || Bade Baba ka sumare nama, Puran hove bigade kaama. Jisne naam japa Prabhu tera, Utha vahan se kasht ka dera. Bade…

Shri Sammed Shikhar Chalisa

|| Doha || Shashwat teertharaj ka, Hai yah shikhar vishal, Bhakti bhav se main rachoon, Chalisa nat bhaal. Jin parameshthi siddh ka, Man mein karke dhyan, Karun shikhar sammed ka, Shraddha se gun-gaan. Katha shikhar Ji ki sada, Sukh santosh pradaay, Nitya niyam is path se, Karm bandh kat jaaye. Aaye tere dwar par, Lekar…

Shri Vasupujy Chalisa

|| Doha || Vaasu pujya maharaj ka, Chalisa sukhakaar. Vinay prem se bochiye, Karak dhyan vichar. || Chaupai || Jai shri Vaasu pujya sukhakaari, Deen dayaal baal brahmachaari. Adbhut champapur rajdhani, Dharmi nyaayi gyaani daani. Vaasu pujya yahaan ke raaja, Karte raaj kaaj nishkaaja. Aapas mein sab prem badhane, Baarah shuddh bhavana bhaate. Gau sher…

Shri Gyan Chalisa

|| Chalisa || Paani peeve chaan kar, Jeev jantu bach jaaye! Jeev daya ati punya hain, Rog nikat nahi aaye!! Jhoothe purusho se kabhi, Koi na karta preet! Sachche aadar paate hain, Jag jas lete jeet!! Chor nitya chori kare, Rahe na kuch bhi paas! Vano pahado bhagate, Dukh paave din raat!! Sey paraai naar…

Shri Naminat Chalisa

|| Chalisa || Satat pujyaniya Bhagwan, Naminath Jin mahimawan. Bhakt karen jo man mein dhyaay, Pa jaate mukti varadaan. Jay Shri Naminath Jin Swami, Vasu gun mandit Prabhu pranamaami. Mithila nagari prant Bihar, Shri Vijay rajya kare hitakar. Vipra Devi Maharani thin, Roop gunon ki ve khani thin. Krishnashwin dwitiya sukhadaata, Shodash swapna dekhti mata….

श्री मुनिसुव्रतनाथ चालीसा

।। दोहा ।। अरिहंत सिद्ध आचार्य को निसदिन करुं प्रणाम | उपाध्याय सर्वसाधू जी करें स्वपर कल्याण || प्रभु मुनिसुव्रतनाथ का मंदिर पावन धाम | श्याम वर्ण अद्भूत प्रतिमा को कोटि-कोटि प्रणाम || ।। चोपाई ।। जय मुनिसुव्रत दया के सागर, नाम प्रभु का लोक उजागर || राजा सुमित्रा के तुम नन्दा, मां शामा की…

श्री नमिनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। सतत पूज्यनीय भगवान, नमिनाथ जिन महिमावान । भक्त करें जो मन में ध्याय, पा जाते मुक्ति वरदान । जय श्री नमिनाथ जिन स्वामी, वसु गुण मण्डित प्रभु प्रणमामि । मिथिला नगरी प्रान्त बिहार, श्री विजय राज्य करें हितकर । विप्रा देवी महारानी थीं, रूप गुणों की वे खानि थीं । कृष्णाश्विन द्वितीया…

श्री ज्ञान चालीसा

!! श्री ज्ञान चालीसा !! पानी पीवे छान कर, जीव जन्तु बच जाय ! जीव दया अति पुण्य हैं, रोग निकट नहि आय !! झूठे पुरुषो से कभी, कोई न करता प्रीत! सच्चे आदर पाते है, जग जस लेते जीत !! चोर नित्य चोरी करे, रहे न कुछ भी पास ! वनों पहाड़ो भागते, दुःख…

श्री वासुपूज्य चालीसा

।। दोहा ।। वासु पूज्य महाराज का चालीसा सुखकार । विनय प्रेम से बॉचिये करके ध्यान विचार । ।। चोपाई ।। जय श्री वासु पूज्य सुखकारी, दीन दयाल बाल ब्रह्मचारी । अदभुत चम्पापुर राजधानी, धर्मी न्यायी ज्ञानी दानी । वसू पूज्य यहाँ के राजा, करते राज काज निष्काजा । आपस में सब प्रेम बढाने, बारह…

श्री सम्मेद शिखर चालीसा

।। चालीसा ।। शाश्वत तीर्थराज का, है यह शिखर विशाल। भक्ति भाव से मैं रचूँ, चालीसा नत भाल। जिन परमेष्ठी सिद्ध का, मन मैं करके ध्यान। करुँ शिखर सम्मेद का, श्रद्धा से गुण-गान। कथा शिखर जी की सदा, सुख संतोष प्रदाय। नित्य नियम इस पाठ से, कर्म बंध कट जाये। आये तेरे द्वार पर, लेकर…

श्री बड़े बाबा कुण्डलपुर चालीसा

।। दोहा ।। दुःख हरन मंगल करन, महावीर भगवान। तिनके चरणाविंद को बार-बार प्रणाम। श्री धर केवली मोक्ष गये, कुण्डल गिरी से आय। तिनके पद को वंदते, पाप क्लेश मिट जाय। ।। चौपाई ।। बड़े बाबा का सुमरे नामा, पूरन होवे बिगड़े कामा। जिसने नाम जपा प्रभु तेरा, उठा वहां से कष्ट का डेरा। बड़े…

श्री शीतलनाथ चालीसा

।। दोहा ।। सिद्ध प्रभु को नमन कर, अरिहंतो का ध्यान। आचारज उवझाय को, करता नित्य प्रणाम। शीतल प्रभु का नाम है, शीतलता को पाये। शीतल चालीसा पढ़े, शत शत शीश झुकाये। ।। चौपाई ।। शीतल प्रभु जिनदेव हमारे, जग संताप से करो किनारे। चंद्र बिम्ब न चन्दन शीतल, गंगा का ना नीर है शीतल।…

श्री सुमतिनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। श्री सुमतिनाथ का करूणा निर्झर, भव्य जनो तक पहूँचे झर–झर । नयनो में प्रभु की छवी भऱ कर, नित चालीसा पढे सब घर–घर ।। जय श्री सुमतिनाथ भगवान, सब को दो सदबुद्धि–दान । अयोध्या नगरी कल्याणी, मेघरथ राजा मंगला रानी ।। दोनो के अति पुण्य प्रजारे, जो तीर्थंकर सुत अवतारे । शुक्ला…

श्री अजितनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। श्री आदिनाथ को शिश नवा कर, शारदे माँ को ध्याय । शुरू करूँ श्री अजितनाथ का, चालीसा स्वपर सुखदाय ।। जय श्री अजितनाथ जिनराज, पावन चिह्न धरे गजराज ।। नगर अयोध्या करते राज, जितराज नामक महाराज ।। विजयसेना उनकी महारानी, देखे सोलह स्वप्न ललामी ।। दिव्य विमान विजय से चयकर, जननी उदर…

श्री विमलनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। सिद्ध अनंतानंत नमन कर, सरस्वती को मन में ध्याय । विमल प्रभु की विमल भक्ति कर, चरण कमल में शीश नवाय ।। जय श्री विमलनाथ विमलेश, आठो कर्म किये निःशेष । कृत वर्मा के राज दुलारे, रानी जयश्यामा के प्यारे ।। मंगलिक शुभ सपने सारे, जगजननी ने देखे न्यारे । शुक्ल चतुर्थी…

श्री चन्द्रप्रभु चालीसा

।। दोहा ।। शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करूँ प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का, ले सुखकारी नाम।। सर्व साधु और सरस्वती, जिन मंदिर सुखकर। चन्द्रपुरी के चन्द्र को, मन मंदिर में धार।। ।। चौपाई ।। जय-जय स्वामी श्री जिन चन्दा, तुमको निरख भये आनन्दा। तुम ही प्रभु देवन के देवा, करूँ तुम्हारे पद की सेवा।। वेष…

श्री नेमिनाथ चालीसा

।। दोहा ।। नेमिनाथ महाराज का, चालीसा सुखकार। मोक्ष प्राप्ति के लिए, कहूँ सुनो चितधार।। चालीसा चालीस दिन, तक कहो चालीस बार। बढ़े जगत सम्पत्ति सुमत, अनुपम शुद्ध विचार।। ।।चौपाई।। जय-जय नेमिनाथ हितकारी, नील वर्ण पूरण ब्रह्मचारी। तुम हो बाईसवें तीर्थंकर, शंख चिह्न सतधर्म दिवाकर।। स्वर्ग समान द्वारिका नगरी, शोभित हर्षित उत्तम सगरी। नही कही…

श्री अरहनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। श्री अरहनाथ जिनेन्द्र गुणाकर, ज्ञान-दरस-सुरव-बल रत्ऩाकर । कल्पवृक्ष सम सुख के सागर, पार हुए निज आत्म ध्याकर । अरहनाथ नाथ वसु अरि के नाशक, हुए हस्तिनापुर के शासक । माँ मित्रसेना पिता सुर्दशन, चक्रवर्ती बन किया दिग्दर्शन । सहस चौरासी आयु प्रभु की, अवगाहना थी तीस धनुष की । वर्ण सुवर्ण समान…

श्री सुपार्श्वनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। लोक शिखर के वासी हैं प्रभु, तीर्थंकर सुपार्श्व जिननाथ । नयन द्वार को खोल खड़े हैं, आओ! विराजो! हे जगनाथ ।। सुन्दर नगरी वाराणसी स्थित, राज्य करें राजा सुप्रतिष्टित । पृथ्वीसेना उनकी रानी, देखे स्वप्न सोलह अभिरामी ।। तीर्थंकर सूत गर्भ में आये, सुरगण आकर मोद मनाये । शुक्ल ज्येष्ठ द्वादशी शुभ…

श्री पुष्पदंत चालीसा

।। चालीसा ।। दुख से तप्त मरूस्थल भव में, सघन वृक्ष सम छायाकार ।। पुष्पदन्त पद – छत्र – छाँव में हम आश्रय पावे सुखकार ।। जम्बूद्विप के भरत क्षेत्र में, काकन्दी नामक नगरी में ।। राज्य करें सुग्रीव बलधारी, जयरामा रानी थी प्यारी ।। नवमी फाल्गुन कृष्ण बल्वानी, षोडश स्वप्न देखती रानी ।। सुत…

श्री अभिनन्दन नाथ चालीसा

।। चालीसा ।। ऋषभ–अजित–सम्भव अभिनन्दन, दया करे सब पर दुखभंजन जनम–मरन के टुटे बन्धन, मन मन्दिर तिष्ठें अभिनन्दन ।। अयोध्या नगरी अती सुंदर, करते राज्य भूपति संवर ।। सिद्धार्था उनकी महारानी, सूंदरता में थी लासानी ।। रानी ने देखे शुभ सपने, बरसे रतन महल के अंगने ।। मुख में देखा हस्ति समाता, कहलाई तीर्थंकर माता…

णमोकार महामंत्र चालीसा

।।  दोहा  ।। वंदूँ श्री अरिहंत पद, सिद्ध नाम सुखकार। सूरी पाठक साधुगण, हैं जग के आधार ।। इन पाँचों परमेष्ठि से, सहित मूल यह मंत्र। अपराजित व अनादि है, णमोकार शुभ मंत्र ।। णमोकार महामंत्र को, नमन करूँ शतबार। चालीसा पढ़कर लहूँ, स्वात्मधाम साकार ।। ।। चौपाई ।। हो जैवन्त अनादिमंत्रम्, णमोकार अपराजित मंत्रम्…

श्री मल्लिनाथ चालीसा

।। चालीसा ।। मोहमल्ल मद मर्दन करते, मन्मथ दुर्ध्दर का मद हरते । धैर्य खडग से कर्म निवारे, बाल्यती को नमन हमारे ।। बिहार प्रान्त की मिथिला नगरी, राज्य करे कुम्भ काश्यप गोत्री । प्रभावती महारानी उनकी, वर्षा होती थी रत्नो की ।। अपराजित विमान को तज कर, जननी उदार बसे प्रभु आकर । मंगसिर…

श्री ब्रह्माणी चालीसा

|| दोहा || कोटि कोटि नमन मेरे माता पिता को, जिसने दिया शरीर बलिहारी जाऊँ गुरू देव ने, दिया हरि भजन में सीर ॥ || चौपाई || जय जय जग मात ब्रह्माणी । भक्ति मुक्ति विश्व कल्याणी ॥ वीणा पुस्तक कर में सोहे । शारदा सब जग सोहे ॥ हँस वाहिनी जय जग माता ।…

Shri Brahmani Chalisa

|| Doha || Koti koti namana mere mata pita ko, Jisne diya sharir Balihaari jaaun Guru Dev ne, Diya Hari bhajan mein seer || || Chaupai || Jai Jai Jag Maata Brahmani, Bhakti Mukti Vishwa Kalyani || Veena Pustak Kar Mein Sohe, Sharada Sab Jag Sohe || Hans Vahini Jai Jag Mata, Bhakt Janan Ki…

Bajreshwari Mata Chalisa

|| Doha || Shakti Peeth Sooabh Kangra Barjeswari Soobh Dhaam, Brahmaa Vishnu Aur Shiv Karte Tumhe Pradam. Dhiyaan Bhaaru Maa Aapka Jyoti Akhand Swaroop, Teen Lok Ke Prado Ko Dete Chhaya Dhoop. || Chaupai || Jay Jay Gauri Kangde Vaao, Barjeswari Aammba Mahaakaali. Sati Roop Ka Ansh Liya Hai, NagarKot Mai Vaj Kiya Hai. Pinddi…

Maa Chhinnamastaka Chalisa

|| Doha || Apna mastak kaat kar leenha Haath mein thaam, Kamalasan par pag tale Dalit huye ratikam. Jagataran hi kaam hai, Rajrappa hai dhaam, Chinnamastaka ko karuṁ Baranbar pranam. || Chaupai || Jay Ganesh Janani gun khani, Jayati Chinnamastaka Bhavani. Gauri Sati Uma Rudrani, Jayati Mahavidya Kalyani. Sarvamangala Mangalakari, Mastak khadga dhare avikari. Rajrappa…

माँ छिन्‍नमस्‍तका चालीसा

|| दोहा || अपना मस्तक काट कर लीन्ह हाथ में थाम। कमलासन पर पग तले दलित हुए रतिकाम।। जगतारण ही काम है, रजरप्पा है धाम। छिन्नमस्तका को करूं बारंबार प्रणाम।। || चौपाई || जय गणेश जननी गुण खानी। जयति छिन्नमस्तका भवानी।। गौरी सती उमा रुद्राणी। जयति महाविद्या कल्याणी।। सर्वमंगला मंगलकारी। मस्तक खड्ग धरे अविकारी।। रजरप्पा…

माँ बृजेश्वरी देवी चालीसा

|| दोहा || शक्ति पीठ सूभ कांगड़ा बरिजेस्वरी सूभ धाम | ब्रह्ममा विष्णु ओर शिव करते तुम्हे प्रडम || धीयाँ भारू मा आपका ज्योति अखंध स्वरूप | टीन लोक के प्राडो को देते छाया धूप || || चौपाई || जय जय गौरी कांगदे वा;ओ | बरिजेस्वरी आमम्बा महाकाली || सती रूप का अंश लिया है…

श्री कुन्थनाथ चालीसा

|| चालीसा || दयासिन्धु कुन्थु जिनराज, भवसिन्धु तिरने को जहाज । कामदेव… चक्री महाराज, दया करो हम पर भी आज । जय श्री कुन्युनाथ गुणखान, परम यशस्वी महिमावान । हस्तिनापुर नगरी के भूपति, शूरसेन कुरुवंशी अधिपति । महारानी थी श्रीमति उनकी, वर्षा होती थी रतनन की । प्रतिपदा बैसाख उजियारी, जन्मे तीर्थकर बलधारी । गहन…

Shri Kunthanath Chalisa

||  Chalisa || Dayasindhu Kunthu Jinraaj, Bhavasindhu Tirane Ko Jahaaj. Kaamdev… Chakri Maharaj, Daya Karo Hum Par Bhi Aaj. Jai Shri Kunyunath Gunakhan, Param Yashasvi Mahimavaan. Hastinapur Nagari Ke Bhupati, Shoorsen Kuruvanshi Adhipati. Maharani Thi Shrimati Unki, Varsha Hoti Thi Ratanan Ki. Pratipada Baisakh Ujiyaari, Janme Teerthakar Baladhari. Gahan Bhakti Apne Ur Dhare, Hastinapur Aaye…

Shri Venkateswara Swami Chalisa

॥ Doha॥ Ramanuj Pad Kamal Ka, Manme Dar Kar Dhyan। Shri-Nivas Bhagwan Ka, Kare Vimal Gunn Gaan॥ Tirupati Ki Mahima Badi, Gaate Vedh-Puran। Kaliyug Mei Pratyaksh Hai, Venkateswara Bhagwan॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Shri Venkateswara Karuna Kar। Shri-Niwas Swami Sukh Sagar॥ Jai Jai Tirupati Dhaam Nivaasi । Akhil Lok Swami AveeNaasi ॥ Jai Shri Venkateswara-Bhagwana।…

Shri Tirupati Balaji Chalisa

॥ Doha॥ Ramanuj Pad Kamal Ka, Manme Dar Kar Dhyan। Shri-Nivas Bhagwan Ka, Kare Vimal Gunn Gaan॥ Tirupati Ki Mahima Badi, Gaate Vedh-Puran। Kaliyug Mei Pratyaksh Hai, Venkateswara Bhagwan॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Shri Venkateswara Karuna Kar। Shri-Niwas Swami Sukh Sagar॥ Jai Jai Tirupati Dhaam Nivaasi । Akhil Lok Swami AveeNaasi ॥ Jai Shri Venkateswara-Bhagwana।…

श्री तिरुपति बाला जी चालीसा

|| दोहा || रामानुज पदकमल का, मन में धर कर ध्यान। श्रीनिवास भगवान का, करें विमल गुण गान ।। तिरुपति की महिमा बड़ी, गाते वेद-पुरान । कलियुग में प्रत्यक्ष हैं, वेंकटेश भगवान ।। || चौपाई || जय श्रीवेंकटेश करुणा कर । श्रीनिवास स्वामी सुख सागर ।। जय जय तिरुपति धाम निवासी । अखिल लोक स्वामी…

Mahakali Chalisa

॥ Doha ॥ Jai Jai Sitaram Ke Madhyavasini Amb, Dehu Darsh Jagadamb Ab Karahu Na Matu Vilamb ॥ Jai Tara Jai Kalika Jai Dash Vidya Vrnd, Kali Chalisa Rachat Ek Siddhi Kavi Hind ॥ Pratah Kal Uth Jo Padhe Dupahariya Ya Sham, Duhkh Daridrata Door Hon Siddhi Hoy Sab Kam ॥ ॥ Chaupai ॥ Jai…

माँ महाकाली चालीसा

॥ दोहा ॥ जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब, देहु दर्श जगदम्ब अब करहु न मातु विलम्ब ॥ जय तारा जय कालिका जय दश विद्या वृन्द, काली चालीसा रचत एक सिद्धि कवि हिन्द ॥ प्रातः काल उठ जो पढ़े दुपहरिया या शाम, दुःख दरिद्रता दूर हों सिद्धि होय सब काम ॥ ॥ चौपाई ॥ जय…

Khatu Shyam Chalisa Sikar

॥ Doha ॥ Shri Guru Padaraj Sheeshadhar Pratham Sumiru Ganesh ॥ Dhyan Sharada Hridayadhar Bhajun Bhavani Mahesh ॥ Charan Sharan Viplav Pade Hanumat Hare Kalesh । Shyam Chalisa Bhajat Hun Jayati Khatu Naresh ॥ ॥ Chaupai ॥ Vandahun Shyam Prabhu Duhkh Bhanjan । Vipat Vimochan Kasht Nikandan ॥ Sanval Roop Madan Chhavihari । Keshar Tilak…

खाटू श्याम चालीसा सीकर

॥ दोहा ॥ श्री गुरु पदरज शीशधर प्रथम सुमिरू गणेश ॥ ध्यान शारदा ह्रदयधर भजुँ भवानी महेश ॥ चरण शरण विप्लव पड़े हनुमत हरे कलेश । श्याम चालीसा भजत हुँ जयति खाटू नरेश ॥ ॥ चौपाई ॥ वन्दहुँ श्याम प्रभु दुःख भंजन । विपत विमोचन कष्ट निकंदन ॥ सांवल रूप मदन छविहारी । केशर तिलक…

Shri Shakambhari Chalisa

|| Doha || Bandau Maa Shaakambhari Charanguru ka dharkar dhyan, Shaakambhari Maa Chalisa ka kare prakhyana. Anandmayi Jagdambika Anantarupa bhandar, Maa Shaakambhari ki kripa Bani rahe har baar. || Chalisa || Shaakambhari Maa ati sukhakari, Purna Brahma sada dukhhari. Karan karan jagat ki data, Anand chetan vishvavidhata. Amar jot hai Maa tumhari, Tum hi sada…

श्री शाकंभरी चालिसा

॥ दोहा ॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी चरणगुरू का धरकर ध्यान, शाकम्भरी माँ चालीसा का करे प्रख्यान ॥ आनंदमयी जगदम्बिका अनन्तरूप भण्डार, माँ शाकम्भरी की कृपा बनी रहे हर बार ॥ ॥ चालीसा ॥ शाकम्भरी माँ अति सुखकारी, पूर्ण ब्रह्म सदा दुःखहारी ॥ कारण करण जगत की दाता, आंनद चेतन विश्वविधाता ॥ अमर जोत है मात…

Navgrah Chalisa

॥ Doha॥ Shri Ganapati Gurupada Kamala, Prema Sahita Shiranaya। Navagraha ChalIsa Kahata, Sharada Hot Sahaya॥ Jay Jaya Ravi Shashi Soma Budha, Jaya Guru Bhragu Shani Raaja। Jayati Rahu Aru Ketu Graha, Karahu Anugraha Aaja॥ ॥ Chaupai ॥ ॥ Shri Surya Stuti ॥ Prathamahi Ravi Kahan Naavon Maathaa, Karahu Kripaa Jan Jaani Anaathaa। He Aaditya Divaakar…

Vinay Chalisa (Neem Karori Baba )

॥ Doha ॥ Main Hoon Buddhi Maleen Ati । Shraddha Bhakti Vihin ॥ Karoon Vinay Kachhu Apki । Ho Sab Hi Vidhi Deen ॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Jai Neeb Karoli Baba । Kripa Karahu Aavai Sadbhava ॥ Kaise Main Tav Stuti Bakhanoo । Naam Graam Kachhu Main Nahin Jaanoon ॥ Jape Kripa Drishti Tum…

विनय चालीसा (नीम करौरी बाबा)

॥ दोहा ॥ मैं हूँ बुद्धि मलीन अति । श्रद्धा भक्ति विहीन ॥ करूँ विनय कछु आपकी । हो सब ही विधि दीन ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय नीब करोली बाबा । कृपा करहु आवै सद्भावा ॥ कैसे मैं तव स्तुति बखानू । नाम ग्राम कछु मैं नहीं जानूँ ॥ जापे कृपा द्रिष्टि तुम…

Shri Parshvanath Chalisa

|| Doha || Shish Nava Arihanta Ko, Siddhana Karu Pranam. Upadhyaya Acharya Ka, Le Sukhkari Naam. Sarva Sadhu Aur Saraswati, Jin Mandir Sukhkari. Ahichhatra Aur Parshva Ko, Man Mandir Mein Dhara. || Chaupai || Parshvanath Jagat Hitakari, Ho Swami Tum Vrat Ke Dhari. Sur Nar Asur Karen Tum Seva, Tum Hi Sab Devan Ke Deva….