बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ – नवरात्रि माता के भजन

|| बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ – भजन || ॥ स्तुति ॥ मैं नही जानू पूजा तेरी, पर तू ना करना मैया देरी, तेरा लख्खा तुझे पुकारे, लाज तू रखले अब माँ मेरी॥ ॥ भजन ॥ बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ, अपने बच्चो के आँसू देख नहीं पाए माँ, बेटा बुलाए…

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – नवरात्रि माता के भजन

|| कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – भजन || कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना । जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ॥ ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी घर मेरे तारों जड़ी । ना पेडे बर्फी मेवा है माँ, बस श्रद्धा है…

हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम – नवरात्रि माता के भजन

|| हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम – भजन || काल के पंजे से माता बचाओ, जय माँ अष्ट भवानी, काल के पंजे से माता बचाओ, जय माँ अष्ट भवानी । हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम, ओ शेरोवाली, ऊँचे डेरों वाली, बिगड़े बना दे मेरे काम ॥ ऐसा कठिन पल, ऐसे घडी…

आश्विनशुद्धपक्षी अंबा – नवरातीची आरती

|| आश्विनशुद्धपक्षी अंबा – नवरातीची आरती (Ashwinshuddhapakshi Amba Navratichi Aarti Marathi PDF) || आश्विनशुद्धपक्षी अंबा बैसलि सिंहासनी हो । प्रतिपदेपासून घटस्थापना ती करुनी हो । मूलमंत्रजप करुनी भोवते रक्षक ठेउनी हो । ब्रह्माविष्णुरुद्र आईचे पूजन करिती हो ॥ १ ॥ उदो बोला उदो अंबाबाई माउलीचा हो । उदोकारे गर्जती काय महिमा वर्णं तिचा हो ॥…

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए – नवरात्रि माता के भजन

|| बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए – भजन || मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए। बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए॥ सुन लो ऐ माँ के प्यारो, तुम प्रेम से पुकारो। आएगी शेरा वाली, जगदम्बे मेहरावाली॥ वो देर ना करेगी, झोली सदा भरेगी। पूरी करेगी आशा, मिट जायेगी निराशा॥ बिगड़े कर्म…

नवरात्रों के नौ दिन का पाठ (Navratron Ke Nau Din Ka Path PDF Book)

नवरात्रों के नौ दिन का पाठ (Navratron Ke Nau Din Ka Path)

नवरात्रों के नौ दिन का पाठ एक ऐसी पुस्तक है जो नवरात्रि के दौरान देवी उपासना और पाठ की विधियों को सरल और व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करती है। नवरात्रि, देवी दुर्गा की आराधना का पावन पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक शक्ति की नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। यह पुस्तक भक्तों…

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा – नवरात्रि माता के भजन

|| आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा – भजन || आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा । दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥ शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ । आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥ प्रेम से बोलो, जय माता दी । सारे बोलो, जय माता दी । मिल…

नौ दिन का त्यौहार है आया – नवरात्रि माता के भजन

|| नौ दिन का त्यौहार है आया – भजन || नौ दिन का त्यौहार है आया, ध्यान करो माँ नवदुर्गा का, जिसने जगत बनाया, नौं दिन का त्यौहार है आया, नौं दिन का त्यौहार ॥ प्रथम शैलपुत्री की पूजा, ब्रम्हचारणी का दिन दूजा, माँ चंद्रघंटा की सेवा, करके सब सुख पाया, नौं दिन का त्यौहार…

मन लेके आया, माता रानी के भवन में – नवरात्रि माता के भजन

|| मन लेके आया, माता रानी के भवन में – भजन || मन लेके आया, माता रानी के भवन में बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया, माती रानी के भवन में । जय जय माँ, अम्बे माँ, जय जय माँ, जगदम्बे माँ जय जय माँ, अम्बे माँ, जय जय माँ, जगदम्बे माँ मैं जानू वैष्णव…

Shri Skandamata Aarti

Shri Skandamata is the fifth form of Goddess Durga, worshipped on the fifth day of Navaratri. Her name signifies “Mother of Skanda” (Lord Kartikeya, the god of war). She is depicted riding a lion, possessing four arms, and carrying the infant Skanda on her lap. Her other hands typically hold lotus flowers, and one is…

नवरात्रि का चौथा स्वरूप – मां कूष्मांडा का आह्वान मंत्र, पूजा विधि और कृपा प्राप्ति का रहस्य

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नवरात्रि का पावन पर्व (Navratri Festival) एक ऐसा समय है जब प्रकृति और आध्यात्मिकता एक दिव्य ऊर्जा में समाहित हो जाते हैं। नौ दिनों तक चलने वाला यह उत्सव, आदि शक्ति माँ दुर्गा (Maa Durga) के नौ रूपों की उपासना का महापर्व है। इन नौ दिनों में से चौथा दिन विशेष रूप से मां कूष्मांडा…

माँ कूष्मांडा आरती

नवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा के चौथे स्वरूप माँ कूष्मांडा की पूजा की जाती है। माँ कूष्मांडा को सृष्टि की आदिशक्ति माना जाता है, जिनकी मंद मुस्कान से इस ब्रह्मांड की रचना हुई थी। इनका निवास सूर्यमंडल के मध्य में है, इसलिए इनका तेज सूर्य के समान दैदीप्यमान है। माँ कूष्मांडा अष्टभुजा (आठ भुजाओं)…

मां चंद्रघंटा आरती

माँ दुर्गा का तीसरा स्वरूप माँ चंद्रघंटा हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है, इसीलिए इन्हें यह नाम मिला। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला है और ये सिंह पर आरूढ़ हैं। माँ चंद्रघंटा के दस हाथ हैं, जिनमें विभिन्न अस्त्र-शस्त्र सुसज्जित…

चंद्रघंटा माता व्रत कथा पूजा विधि

चंद्रघंटा माता नवदुर्गा का तीसरा स्वरूप हैं, जिनकी पूजा नवरात्र के तीसरे दिन की जाती है। माता के मस्तक पर अर्धचंद्र के आकार की स्वर्णिम घंटी विराजमान है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। इनका रूप अति दिव्य और तेजस्वी है, जो साधक को अद्भुत शक्ति और साहस प्रदान करता है। चंद्रघंटा माता की…

कूष्माण्डा माता व्रत कथा पूजा विधि

कूष्माण्डा माता नवदुर्गा का चौथा स्वरूप मानी जाती हैं। इन्हें ब्रह्माण्ड की सृष्टि करने वाली आदिशक्ति कहा जाता है। मान्यता है कि अपनी मंद मुस्कान से इन्होंने ब्रह्माण्ड की रचना की, इसलिए इन्हें कूष्माण्डा कहा गया। इनके आठ हाथ होने के कारण इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। भक्त नौ दिन के नवरात्र व्रत…

मां सिद्धिदात्री आरती

माँ सिद्धिदात्री दुर्गा जी का नवाँ और अंतिम स्वरूप हैं। इन्हें सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। माँ कमल पुष्प पर विराजमान होती हैं और सिंह इनकी सवारी है। इनके चार हाथों में चक्र, गदा, शंख और कमल सुशोभित हैं। माना जाता है कि भगवान शिव ने भी इनकी कृपा…

सिद्धिदात्री माता – नवरात्रि नवमी पर प्राप्त होती हैं अष्ट सिद्धियाँ, जानें पूजा विधि और मंत्र

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सिद्धिदात्री का अर्थ है – “सिद्धि” का अर्थ है पूर्णता जबकि “दात्री” का अर्थ है “देने वाली”। इसीलिए उन्हें माता सिद्धिदात्री के रूप में पहचाना जाता है। आश्विन नवरात्रि 22 सितम्बर 2025 से शुरू होगी और 02 अक्टूबर 2025 तक मनाई जाएगी। आश्विन नवरात्रि की अष्टमी (सिद्धिदात्री माता की पूजा) को सबसे महत्वपूर्ण दिन माना…

सिद्धिदात्री माता व्रत कथा पूजा विधि

सिद्धिदात्री माता नवदुर्गा का नवम और अंतिम स्वरूप हैं, जो भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करती हैं। माता के दाएं हाथ में चक्र और गदा, बाएं हाथ में शंख और कमल सुशोभित होते हैं। वे कमल पुष्प पर विराजमान रहती हैं और चार भुजाओं से सभी साधकों को आशीर्वाद देती हैं। सिद्धिदात्री माता…

Kushmanda Mata Aarti

Kushmanda Mata is revered as the fourth manifestation of Goddess Durga, worshipped on the fourth day of Navratri. Her name, a combination of Sanskrit words, translates to the “creator of the little cosmic egg” (the universe). According to mythology, before creation, when darkness prevailed, it was her divine, radiant smile that produced the cosmic egg,…

Katyayani Mata Aarti

Katyayani Mata is the sixth form of Goddess Durga, revered especially during the Navaratri festival. She is known as a fierce warrior goddess, created from the combined energies of the gods to destroy the tyrannical buffalo demon Mahishasura. This formidable feat earned her the title “Mahishasuramardini.” She is often depicted riding a lion, with four…

श्री स्कंदमाता आरती

श्री स्कंदमाता माँ दुर्गा का पाँचवाँ स्वरूप हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के पाँचवें दिन की जाती है। भगवान कार्तिकेय (स्कंद कुमार) की माता होने के कारण इन्हें यह नाम मिला है। इनका स्वरूप अत्यंत ममतामय और शुभ्र है। वे सिंह पर सवार होती हैं और इन्हें पद्मासना भी कहा जाता है क्योंकि ये कमल के…

स्कंदमाता व्रत कथा और पूजा विधि

स्कंदमाता, नवदुर्गा का पाँचवां स्वरूप हैं जिन्हें भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता कहा जाता है। कथा के अनुसार, देवासुर संग्राम में जब असुर अत्यधिक बलवान हो गए, तब सभी देवताओं ने माँ पार्वती से प्रार्थना की। माता ने स्कंद कुमार को जन्म दिया जो देवताओं के सेनापति बने और असुरों का वध कर धर्म की…

ब्रह्मचारिणी माता व्रत कथा पूजा विधि

ब्रह्मचारिणी माता नवदुर्गा का दूसरा स्वरूप हैं, जो तप, संयम और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। कथा के अनुसार जब महादेव को पति रूप में प्राप्त करने की इच्छा पार्वती जी ने की, तब उन्होंने ब्रह्माचारिणी का रूप धारण कर कठोर तप किया। उन्होंने वर्षों तक केवल फल-फूल और अंत में केवल हवा…

ब्रह्मचारिणी माता आरती

नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली माँ ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini) माँ दुर्गा का दूसरा दिव्य स्वरूप हैं। ‘ब्रह्म’ का अर्थ है तपस्या और ‘चारिणी’ का अर्थ है आचरण करने वाली। यह देवी पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत शांत हैं। उनके दाहिने हाथ में जप की माला और बाएं हाथ में कमंडल है। कठोर तप और…

महागौरी माता व्रत कथा पूजा विधि

महागौरी माता नवदुर्गा का आठवां स्वरूप हैं, जिनकी उपासना से भक्त के जीवन से अज्ञान और पाप नष्ट हो जाते हैं। कथा के अनुसार, भगवान शिव को पाने के लिए पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। वर्षों तक तप कर उनका शरीर काला पड़ गया, लेकिन शिव कृपा से गंगा जल से स्नान करने पर…

हिमालयराजकृत शैलपुत्रीस्तुतिः

शैलपुत्री माता नवदुर्गा का प्रथम स्वरूप हैं, जिनकी आराधना से साधक का जीवन पवित्र और ऊर्जावान बनता है। शैलपुत्री स्तुति में भक्त मां का स्मरण करते हुए उन्हें हिमालय की कन्या, समस्त शक्ति का आधार और सच्चे भक्ति मार्ग की प्रेरणा के रूप में वंदन करते हैं। माता के चरणों में पुष्प अर्पण कर, धूप-दीप…

महागौरी माता आरती

माँ महागौरी, नवदुर्गा का आठवाँ स्वरूप हैं। इनका वर्ण (रंग) पूर्णतः गौर (श्वेत) है, जिसकी उपमा शंख, चंद्रमा और कुंद के फूल से की जाती है। कठोर तपस्या के बाद इन्हें यह अत्यंत तेजोमय और शांत स्वरूप प्राप्त हुआ। ये श्वेत वस्त्र धारण करती हैं और इनका वाहन वृषभ (बैल) है। इनकी चार भुजाएँ हैं,…

श्री दुर्गा नवरात्रि व्रत कथा

श्री दुर्गा नवरात्रि व्रत का महत्व सनातन धर्म में अत्यधिक है। इस व्रत में भक्त माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना करते हैं। कथा के अनुसार, महिषासुर नामक राक्षस ने देवताओं को पराजित कर त्रिलोक में आतंक मचा दिया। तब देवी-देवताओं की संयुक्त शक्तियों से माँ दुर्गा का प्राकट्य हुआ। माँ ने नौ दिनों…

ऋषिकृता कात्यायनीस्तुतिः

कात्यायनी स्तुति देवी दुर्गा के छठे स्वरूप की स्तुति है, जिसे श्रद्धा और भक्ति से गाया जाता है। इस स्तुति का पाठ करने से साधक को विवाह, संतान सुख और जीवन में हर प्रकार की सफलता की प्राप्ति होती है। कात्यायनी माता की स्तुति करने से मनोवांछित फल मिलता है और नारी जाति को विशेष…

कात्यायनी माता आरती

माँ कात्यायनी माँ दुर्गा का छठा स्वरूप हैं। इनका नाम ऋषि कात्यायन के यहाँ जन्म लेने के कारण पड़ा। ये अत्यंत तेजस्वी और क्रोधित रूप में प्रकट हुईं थीं, जिन्होंने महिषासुर का वध करके देवताओं को भयमुक्त किया। माँ कात्यायनी सिंह पर सवार हैं और इन्हें चार भुजाओं वाली देवी के रूप में पूजा जाता…

कात्यायनी माता व्रत कथा पूजा विधि

कात्यायनी माता नवदुर्गा का छठा स्वरूप मानी जाती हैं और विवाह, सौभाग्य एवं संतान सुख की प्राप्ति हेतु विशेष रूप से पूजी जाती हैं। कात्यायनी माता व्रत की पूजा विधि में प्रातः स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें और माता की मूर्ति या चित्र को गंगाजल से शुद्ध कर पुष्प, रोली, अक्षत व धूप-दीप अर्पित…

Shardiya Navratri 2025 – नवरात्रि में क्यों होता है माता का जागरण? जाने महत्व, समय, अन्य रोचक बातें

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नवरात्रि में माता का जागरण, भक्ति और आस्था का संगम होता है। यह न केवल देवी दुर्गा की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह आध्यात्मिक उन्नति और मनोरंजन का भी साधन है। नवरात्रि 2025 में माता का जागरण, भक्ति, आस्था, और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक है। यह देवी दुर्गा की पूजा का एक…

कन्या पूजन में वर्जित वस्तुएं- अष्टमी,नवमी पर कन्याओं को ये 5 चीजें देने से बचें, मानी जाती हैं अशुभ

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नवरात्रि के पावन अवसर पर नौ दिनों तक मां दुर्गा के व्रत रखे जाते हैं, जिनका समापन अष्टमी या नवमी को कन्या पूजन के साथ किया जाता है। इस दिन श्रद्धालु नौ कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप मानकर भोजन करवाते हैं और उन्हें उपहार भेंट करते हैं। हालांकि कई बार लोग अनजाने में कुछ…

Shardiya Navratri 2025 -क्या आप जानते हैं? नवरात्रि के दौरान ये गलतियां नहीं करनी चाहिए!

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नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो शक्ति उपासना और आत्मशुद्धि का प्रतीक है। इस नौ दिवसीय पर्व में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। सही विधि से उपवास और पूजा करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक और मानसिक शांति मिलती है, लेकिन यदि कुछ गलतियां की जाएं तो इसका…

2025 Shardiya Navratri Hawan Mantra List – नवरात्रि हवन मंत्र, संपूर्ण विधि एवं सामग्री सूची

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नवरात्रि के पावन अवसर पर, माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने हेतु हवन करना एक अत्यंत महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। हवन के लिए दुर्गा सप्तशती के मंत्रों का प्रयोग किया जाता है, जैसे कि ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ या अन्य देवी मंत्र। हवन की विधि में सबसे पहले हवन कुंड को स्थापित कर अग्नि…

2025 Navratri Bhog 9 Days List – नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी को लगाएं इन वस्तुओं का भोग, देखें पूरी सूची

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नवरात्रि 2025, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण और श्रद्धापूर्ण त्योहारों में से एक है, जो भक्तिभाव, उपवास और उल्लास का समय होता है। इस नौ दिवसीय उत्सव में भक्त देवी दुर्गा के नौ विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है। इस साल 2025 में नवरात्रि का प्रारंभ रविवार, सितम्बर 22 से…

Shardiya Navratri 2025 – क्या है इस नवरात्रि का विशेष योग? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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Shardiya Navratri हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण पर्व है, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व आश्विन महीने में आता है और विशेष रूप से शरद ऋतु के आगमन का प्रतीक है। यह नवरात्रि पूरे भारत में भक्तों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। हिंदू धर्म…

त्रिपुरसुन्दरी की आराधना कैसे बदल सकती है आपका जीवन? त्रिपुरसुन्दरी कौन हैं? जानिए लाभ, विधि और महत्व

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क्या आप अपने जीवन में एक सकारात्मक बदलाव (positive change) लाना चाहते हैं? क्या आप आंतरिक शांति, बाहरी समृद्धि और असीम शक्ति की तलाश में हैं? यदि हाँ, तो त्रिपुरसुन्दरी की आराधना आपके लिए एक दिव्य मार्ग हो सकती है। देवी त्रिपुरसुन्दरी, जिन्हें ललिता या राजराजेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है, दस महाविद्याओं…

मनसा देवी मंदिर का रहस्य – नागों की देवी क्यों कहलाती हैं माता मनसा? जानें मान्यताएँ, चमत्कार और इतिहास

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भारत अपनी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यहां हर मंदिर की अपनी एक अनोखी कहानी और रहस्य है। ऐसा ही एक रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर है, माता मनसा देवी का। यह मंदिर भारत के कई हिस्सों में स्थित है, लेकिन हरिद्वार और पंचकूला के मनसा देवी मंदिर सबसे प्रसिद्ध हैं।…

ज्वाला देवी मंदिर का रहस्य – जहाँ बिना तेल और बाती के सदियों से जलती है अखंड ज्योति

jwala-devi

भारत की देवभूमि, हिमाचल प्रदेश की शांत और हरी-भरी कांगड़ा घाटी में एक ऐसा रहस्य छिपा है, जो विज्ञान को भी चुनौती देता है। यहाँ स्थित है ज्वाला देवी मंदिर, जिसे ज्वालामुखी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है इसकी अखंड ज्योति (Eternal Flame), जो बिना किसी…

नैना देवी मंदिर का रहस्य – क्या सचमुच यहां मां शक्ति के नयन गिरे थे? जानें शक्ति पीठ का इतिहास और महत्व

naina-devi

भारत अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां हर कदम पर आपको एक ऐसी कहानी या रहस्य मिलेगा जो आपको हैरान कर देगा। हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बसा नैना देवी मंदिर (Naina Devi Temple) एक ऐसा ही पवित्र स्थल है, जिसके रहस्य और इतिहास की चर्चा दूर-दूर तक…

कात्यायनी माता – नवदुर्गा की छठी शक्ति, जानें पूजन विधि, मंत्र और अद्भुत महत्व

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नवरात्रि (Navratri) का छठा दिन एक विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है। यह दिन समर्पित है नवदुर्गा (Navdurga) की छठी शक्ति, देवी कात्यायनी (Devi Katyayani) को। मां कात्यायनी, ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण इस नाम से विख्यात हुईं। इन्हें प्रेम, विवाह और शक्ति की देवी माना जाता है। इनकी पूजा उन अविवाहित लड़कियों के…

नवदुर्गा की नवमी – माँ सिद्धिदात्री की कृपा से मिलती हैं 8 सिद्धियाँ, जानिए पूजन विधि, मंत्र और चमत्कारी लाभ

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नवरात्रि का नौवां दिन, जिसे नवमी कहा जाता है, आध्यात्मिक साधना का शिखर (peak) है। यह दिन माँ दुर्गा के नौवें और अंतिम स्वरूप माँ सिद्धिदात्री को समर्पित है। ‘सिद्धिदात्री’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है: ‘सिद्धि’ जिसका अर्थ है अलौकिक शक्ति और ‘दात्री’ जिसका अर्थ है देने वाली। इस तरह, माँ सिद्धिदात्री वह…

महागौरी माँ की पूजा विधि और रहस्य – कैसे पाएं अष्टमी पर उनका विशेष आशीर्वाद?

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नवरात्रि का आठवां दिन, जिसे महाष्टमी (Mahashtami) के नाम से भी जाना जाता है, माँ दुर्गा के नौ रूपों में से एक, देवी महागौरी (Maa Mahagauri) को समर्पित है। यह दिन न केवल पूजा-अर्चना का है, बल्कि अपने भीतर की बुराईयों को खत्म कर शुद्धता और पवित्रता को स्थापित करने का भी है। इस ब्लॉग…

नवरात्रि के पांचवें दिन पूजित देवी – कैसे करें मां स्कंदमाता को प्रसन्न, जानें संपूर्ण व्रत विधि और लाभ

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नवरात्रि का पावन पर्व, जो मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का उत्सव है, अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है। आज का दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है। देवी दुर्गा का यह स्वरूप मातृत्व, ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है। मां स्कंदमाता को भगवान कार्तिकेय (Skanda) की माता के रूप में पूजा…

नवरात्रि के चौथे दिन की उपासना – माँ कूष्मांडा की पूजा विधि, मंत्र और चमत्कारी लाभ, सम्पूर्ण मार्गदर्शिका

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नवरात्रि का पावन पर्व, जो नौ रातों तक चलता है, हर दिन एक नई ऊर्जा और देवी शक्ति का अनुभव कराता है। इस उत्सव के चौथे दिन हम माँ दुर्गा के चौथे स्वरूप, माँ कूष्मांडा की पूजा करते हैं। कूष्मांडा, यानी ‘वह देवी जिनके उदर में ब्रह्मांड समाया हुआ है’, अपने तेज से दिशाओं को…

नवरात्रि के तीसरे दिन – मां चंद्रघंटा की पूजा, मंत्र और दिव्य स्वरूप का महत्व (Navratri Third Day – Maa Chandraghanta Puja)

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नवरात्रि का पावन पर्व, जो नौ रातों तक चलता है, हर दिन अपने साथ एक नए देवी स्वरूप का आशीर्वाद लेकर आता है। आज, नवरात्रि के तीसरे दिन, हम देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप, मां चंद्रघंटा की पूजा करते हैं। उनका नाम “चंद्रघंटा” दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘चंद्र’ (चाँद) और ‘घंटा’ (घंटी),…

नवरात्रि के दूसरे दिन पूजी जाने वाली ब्रह्मचारिणी माता कौन हैं? जानें पूजा विधि और महत्व (Navratri Day 2 – Maa Brahmacharini? Learn the Puja Vidhi and Significance)

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नवरात्रि, नौ दिनों का एक पवित्र पर्व (holy festival) है जो माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए समर्पित है। इन नौ दिनों में से प्रत्येक दिन एक विशिष्ट देवी को समर्पित होता है, और दूसरा दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा का दिन है। यह दिन न केवल आध्यात्मिक महत्व (spiritual significance) रखता…

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