|| Gopal Sahastranam Stotram ||
| 1 | ॐ हरये स्वाहा। |
| 2 | ॐ देवकीनंदनाय स्वाहा। |
| 3 | ॐ कंसहन्त्रे स्वाहा। |
| 4 | ॐ परात्मने स्वाहा। |
| 5 | ॐ पीताम्बराय स्वाहा। |
| 6 | ॐ पूर्णदेवाय स्वाहा। |
| 7 | ॐ रमेशाय स्वाहा। |
| 8 | ॐ कृष्णाय स्वाहा। |
| 9 | ॐ परेशाय स्वाहा। |
| 10 | ॐ पुराणाय स्वाहा। |
| 11 | ॐ सुरेशाय स्वाहा। |
| 12 | ॐ अच्युताय स्वाहा। |
| 13 | ॐ वासुदेवाय स्वाहा। |
| 14 | ॐ देवाय स्वाहा। |
| 15 | ॐ धराभारहर्त्रे स्वाहा। |
| 16 | ॐ कृतिने स्वाहा। |
| 17 | ॐ राधिकेशाय स्वाहा। |
| 18 | ॐ परस्मै स्वाहा। |
| 19 | ॐ भूवराय स्वाहा। |
| 20 | ॐ दिव्यगोलोकनाथाय स्वाहा। |
| 21 | ॐ सुदाम्नस्तथाराधिकाशापहेतवे स्वाहा। |
| 22 | ॐ घृणिने स्वाहा। |
| 23 | ॐ मानिनीमानदाय स्वाहा। |
| 24 | ॐ दिव्यलोकाय स्वाहा। |
| 25 | ॐ लसद्गोपवेशाय स्वाहा। |
| 26 | ॐ अजाय स्वाहा। |
| 27 | ॐ राधिकात्मने स्वाहा। |
| 28 | ॐ चलत्कुण्डलाय स्वाहा। |
| 29 | ॐ कुंतलिने स्वाहा। |
| 30 | ॐ कुन्तलस्रजे स्वाहा। |
| 31 | ॐ कदाचिद्-राधाया रथस्थाय स्वाहा। |
| 32 | ॐ दिव्यरत्नाय स्वाहा। |
| 33 | ॐ सुधासौधभूचारणाय स्वाहा। |
| 34 | ॐ दिव्यवाससे स्वाहा। |
| 35 | ॐ कदावृन्दकारण्यचारिणे स्वाहा। |
| 36 | ॐ स्वलोके महारत्नसिंहासनस्थाय स्वाहा। |
| 37 | ॐ प्रशान्ताय स्वाहा। |
| 38 | ॐ महाहंसभैश्चामरैर्वीज्यमानाय स्वाहा। |
| 39 | ॐ चलच्छत्रमुक्तावलीशोभमानाय स्वाहा। |
| 40 | ॐ सुखिने स्वाहा। |
| 41 | ॐ कोटिकन्दर्पलीलाभिरामाय स्वाहा। |
| 42 | ॐ क्वणन्नूपुरालंकृतांघ्रये स्वाहा। |
| 43 | ॐ शुभांघ्रये स्वाहा। |
| 44 | ॐ सुजानवे स्वाहा। |
| 45 | ॐ रंभाशुभोरवे स्वाहा। |
| 46 | ॐ कृशांगाय स्वाहा। |
| 47 | ॐ प्रतापिने स्वाहा। |
| 48 | ॐ इभशुण्डासुदोर्दण्डखण्डाय स्वाहा। |
| 49 | ॐ जपापुष्पहस्ताय स्वाहा। |
| 50 | ॐ शातोदरश्रिये स्वाहा। |
| 51 | ॐ महापद्मवक्षः स्थलाय स्वाहा। |
| 52 | ॐ चन्द्रहासाय स्वाहा। |
| 53 | ॐ लसत्कुंददंताय स्वाहा। |
| 54 | ॐ विम्बाधरश्रिये स्वाहा। |
| 55 | ॐ शरत्पद्मनेत्राय स्वाहा। |
| 56 | ॐ किरीटोज्ज्वलाभाय स्वाहा। |
| 57 | ॐ सखीकोटिभिर्वर्त्तमानाय स्वाहा। |
| 58 | ॐ निकुंजे प्रियाराधयारास सक्ताय स्वाहा। |
| 59 | ॐ नवांगाय स्वाहा। |
| 60 | ॐ धराब्रह्मरुद्रादिप्रार्थितसंधरा भारदूरीक्रियार्थं प्रजाताय स्वाहा। |
| 61 | ॐ यदवे स्वाहा। |
| 62 | ॐ देवकीसौख्यदाय स्वाहा। |
| 63 | ॐ बंधनच्छिदे स्वाहा। |
| 64 | ॐ सशेषाय स्वाहा। |
| 65 | ॐ विभवे स्वाहा। |
| 66 | ॐ योगमायिने स्वाहा। |
| 67 | ॐ विष्णवे स्वाहा। |
| 68 | ॐ व्रजे नंदपुत्राय स्वाहा। |
| 69 | ॐ यशोदासुताख्याय स्वाहा। |
| 70 | ॐ महासौख्यदाय स्वाहा। |
| 71 | ॐ बालरूपाय स्वाहा। |
| 72 | ॐ शुभांगाय स्वाहा। |
| 73 | ॐ पूतनामोक्षदाय स्वाहा। |
| 74 | ॐ श्यामरूपाय स्वाहा। |
| 75 | ॐ दयालवे स्वाहा। |
| 76 | ॐ अनोभंजनाय स्वाहा। |
| 77 | ॐ पल्लवांघ्रये स्वाहा। |
| 78 | ॐ तृणावर्त्तसंहारकारिणे स्वाहा। |
| 79 | ॐ गोपाय स्वाहा। |
| 80 | ॐ यशोदायशसे स्वाहा। |
| 81 | ॐ विश्वरूपदर्शिने स्वाहा। |
| 82 | ॐ गर्गदिष्टाय स्वाहा। |
| 83 | ॐ भाग्योदयश्रिये स्वाहा। |
| 84 | ॐ लसद्वालकेलये स्वाहा। |
| 85 | ॐ सरामाय स्वाहा। |
| 86 | ॐ सुवाचाय स्वाहा। |
| 87 | ॐ क्वणन्नूपुरैः शब्दयुजे स्वाहा। |
| 88 | ॐ जानुहस्तैर्व्रजशांगणेरिंगमाणाय स्वाहा। |
| 89 | ॐ दधिस्पृशे स्वाहा। |
| 90 | ॐ हैयंगवीदुग्धभोक्त्रे स्वाहा। |
| 91 | ॐ दधिस्तेयकृते स्वाहा। |
| 92 | ॐ दुग्धभुजे स्वाहा। |
| 93 | ॐ भांडभेत्रे स्वाहा। |
| 94 | ॐ मृद्भुक्तवते स्वाहा। |
| 95 | ॐ गोपजाय स्वाहा। |
| 96 | ॐ विश्वरूपाय स्वाहा। |
| 97 | ॐ प्रचण्डांशुचण्डप्रभामण्डितांगाय स्वाहा। |
| 98 | ॐ यशोदाकरैर्बन्धनप्राप्ताय स्वाहा। |
| 99 | ॐ आद्याय स्वाहा। |
| 100 | ॐ मणिग्रीवमुक्तिप्रदाय स्वाहा। |
| 101 | ॐ दामबद्धाय स्वाहा। |
| 102 | ॐ कदा व्रजे गोपिकाभिः नृत्यमानाय स्वाहा। |
| 103 | ॐ कदानन्दसन्नन्दकैर्लाल्यमानाय स्वाहा। |
| 104 | ॐ कदागोपनन्दांकाय स्वाहा। |
| 105 | ॐ गोपालरूपिणे स्वाहा। |
| 106 | ॐ कलिन्दांगजाकूलगाय स्वाहा। |
| 107 | ॐ वर्तमानाय स्वाहा। |
| 108 | ॐ घनैर्मारुतेश्छन्नभाण्डीरदेशे नन्दहस्ताद् राधया गृहीतवराय स्वाहा। |
| 109 | ॐ गोलोकलोकागते महारत्नसंघैर्युतैकदम्बावृतनिकुंजे राधिकासद्विवाहे ब्रह्मणा प्रतिष्ठानगताय स्वाहा। |
| 110 | ॐ साममन्त्रपूजिताय स्वाहा। |
| 111 | ॐ रसिने स्वाहा। |
| 112 | ॐ मालतीनां वनेऽपि प्रियाराधया सह राधिकार्थं रासयुजे स्वाहा। |
| 113 | ॐ रमेशः धरानाथाय स्वाहा। |
| 114 | ॐ आनंददाय स्वाहा। |
| 115 | ॐ अनिकेताय स्वाहा। |
| 116 | ॐ वनेशाय स्वाहा। |
| 117 | ॐ धनिने स्वाहा। |
| 118 | ॐ सुन्दराय स्वाहा। |
| 119 | ॐ गोपिकेशाय स्वाहा। |
| 120 | ॐ कदा राधया नन्दगेहे प्रापिताय स्वाहा। |
| 121 | ॐ यशोदाकरैर्लालिताय स्वाहा। |
| 122 | ॐ मन्दहासाय स्वाहा। |
| 123 | ॐ क्वापि भयिने स्वाहा। |
| 124 | ॐ बृन्दारकारण्यवासिने स्वाहा। |
| 125 | ॐ महामन्दिरवासकृते स्वाहा। |
| 126 | ॐ देवपूज्याय स्वाहा। |
| 127 | ॐ वने वत्सचारिणे स्वाहा। |
| 128 | ॐ महावत्सहारिणे स्वाहा। |
| 129 | ॐ बकारये स्वाहा। |
| 130 | ॐ सुरपूजिताय स्वाहा। |
| 131 | ॐ अघारिनाम्ने स्वाहा। |
| 132 | ॐ वने वत्सकृते स्वाहा। |
| 133 | ॐ गोपकृते स्वाहा। |
| 134 | ॐ गोपवेशाय स्वाहा। |
| 135 | ॐ कदाब्रह्मणा संस्तुताय स्वाहा। |
| 136 | ॐ पद्मनाभाय स्वाहा। |
| 137 | ॐ विहारिणे स्वाहा। |
| 138 | ॐ तालभुजे स्वाहा। |
| 139 | ॐ धेनुकारये स्वाहा। |
| 140 | ॐ सदा रक्षकाय स्वाहा। |
| 141 | ॐ गोविषार्ति-प्रणाशीकलिन्दांगजाकूलगाय स्वाहा। |
| 142 | ॐ कालियस्य दमिने स्वाहा। |
| 143 | ॐ फणेषु नृत्यकारिणे स्वाहा। |
| 144 | ॐ प्रसिद्धाय स्वाहा। |
| 145 | ॐ सलीलाय स्वाहा। |
| 146 | ॐ शमिने स्वाहा। |
| 147 | ॐ ज्ञानदाय स्वाहा। |
| 148 | ॐ कामपूराय स्वाहा। |
| 149 | ॐ गोपयुजे स्वाहा। |
| 150 | ॐ गोपाय स्वाहा। |
| 151 | ॐ आनंदकारिणे स्वाहा। |
| 152 | ॐ स्थिराय स्वाहा। |
| 153 | ॐ अग्नियुजे स्वाहा। |
| 154 | ॐ पालकाय स्वाहा। |
| 155 | ॐ बाललीलाय स्वाहा। |
| 156 | ॐ सुरागाय स्वाहा। |
| 157 | ॐ वंशीधराय स्वाहा। |
| 158 | ॐ पुष्पशीलाय स्वाहा। |
| 159 | ॐ प्रलम्बप्रभानाशकाय स्वाहा। |
| 160 | ॐ गौरवर्णाय स्वाहा। |
| 161 | ॐ बलाय स्वाहा। |
| 162 | ॐ रोहिणीजाय स्वाहा। |
| 163 | ॐ रामाय स्वाहा। |
| 164 | ॐ शेषाय स्वाहा। |
| 165 | ॐ बलिने स्वाहा। |
| 166 | ॐ पद्मनेत्राय स्वाहा। |
| 167 | ॐ कृष्णाग्रजाय स्वाहा। |
| 168 | ॐ धरेशाय स्वाहा। |
| 169 | ॐ फणीशाय स्वाहा। |
| 170 | ॐ महासौख्यदाय नीलाम्बराभाय स्वाहा। |
| 171 | ॐ अग्निहारकाय स्वाहा। |
| 172 | ॐ ब्रजेशाय स्वाहा। |
| 173 | ॐ शरद्ग्रीष्मवर्षाकराय स्वाहा। |
| 174 | ॐ कृष्णावर्णाय स्वाहा। |
| 175 | ॐ ब्रजे गोपिकापूजिताय स्वाहा। |
| 176 | ॐ चीरहर्त्रे स्वाहा। |
| 177 | ॐ कदम्बस्थिताय स्वाहा। |
| 178 | ॐ चीरदाय स्वाहा। |
| 179 | ॐ सुन्दरीशाय स्वाहा। |
| 180 | ॐ सुधानाशकृते स्वाहा। |
| 181 | ॐ यज्ञपत्नीमनः स्पृशे स्वाहा। |
| 182 | ॐ कृपाकारकाय स्वाहा। |
| 183 | ॐ केलिकर्त्रे स्वाहा। |
| 184 | ॐ अवनीशाय स्वाहा। |
| 185 | ॐ ब्रजेशक्रयागप्रणाशाय स्वाहा। |
| 186 | ॐ अमिताशिने स्वाहा। |
| 187 | ॐ शुनासीरमोहप्रदाय स्वाहा। |
| 188 | ॐ बालरूपिणे स्वाहा। |
| 189 | ॐ गिरिपूजकाय स्वाहा। |
| 190 | ॐ नन्दपुत्राय स्वाहा। |
| 191 | ॐ अगधाय स्वाहा। |
| 192 | ॐ कृपाकृते स्वाहा। |
| 193 | ॐ गोवर्द्धनोद्धारिनाम्ने स्वाहा। |
| 194 | ॐ वातावर्षाहराय स्वाहा। |
| 195 | ॐ रक्षकाय स्वाहा। |
| 196 | ॐ व्रजाधीशगोपांगनाशंकिताय स्वाहा। |
| 197 | ॐ अगेन्द्रोपरिशक्रपूज्याय स्वाहा। |
| 198 | ॐ प्राक्स्तुताय स्वाहा। |
| 199 | ॐ मृषाशिक्षकाय स्वाहा। |
| 200 | ॐ गोविन्ददेवनाम्ने स्वाहा। |
| 201 | ॐ व्रजाधीशरक्षाकराय स्वाहा। |
| 202 | ॐ पाशिपूज्याय स्वाहा। |
| 203 | ॐ अनुगैर्गोपजैर्दिव्यवैकुण्ठदर्शिने स्वाहा। |
| 204 | ॐ चलच्चारु-वंशी-क्वणाय स्वाहा। |
| 205 | ॐ कामिनीशाय स्वाहा। |
| 206 | ॐ व्रजे कामिनीमोहदाय स्वाहा। |
| 207 | ॐ कामरूपाय स्वाहा। |
| 208 | ॐ रसाक्ताय स्वाहा। |
| 209 | ॐ रसी-रासकृते स्वाहा। |
| 210 | ॐ राधिकेशाय स्वाहा। |
| 211 | ॐ महामोहदाय स्वाहा। |
| 212 | ॐ मानिनीमानहारिणे स्वाहा। |
| 213 | ॐ विहारीवराय स्वाहा। |
| 214 | ॐ मानहृताय स्वाहा। |
| 215 | ॐ राधिकांगाय स्वाहा। |
| 216 | ॐ धराद्वीपगाय स्वाहा। |
| 217 | ॐ खण्डचारिणे स्वाहा। |
| 218 | ॐ वनस्थाय स्वाहा। |
| 219 | ॐ प्रियाय स्वाहा। |
| 220 | ॐ अष्टवक्रर्षिद्रष्ट्रे स्वाहा। |
| 221 | ॐ सराधाय स्वाहा। |
| 222 | ॐ महामोक्षदाय स्वाहा। |
| 223 | ॐ प्रियार्थ-पद्महारिणे स्वाहा। |
| 224 | ॐ वटस्थाय स्वाहा। |
| 225 | ॐ सुराय स्वाहा। |
| 226 | ॐ चन्दनाक्ताय स्वाहा। |
| 227 | ॐ प्रसक्ताय स्वाहा। |
| 228 | ॐ राधया व्रजमागताय स्वाहा। |
| 229 | ॐ मोहिनीषुमहामोहकृते स्वाहा। |
| 230 | ॐ गोपिकागीतकीर्त्तये स्वाहा। |
| 231 | ॐ रसस्थाय स्वाहा। |
| 232 | ॐ पटिने स्वाहा। |
| 233 | ॐ दुःखिताकामिनीशाय स्वाहा। |
| 234 | ॐ वने गोपिकात्यागकृते स्वाहा। |
| 235 | ॐ पादचिह्नप्रदर्शिने स्वाहा। |
| 236 | ॐ कलाकारकाय स्वाहा। |
| 237 | ॐ काममोहिने स्वाहा। |
| 238 | ॐ वशिने स्वाहा। |
| 239 | ॐ गोपिकामध्यगाय स्वाहा। |
| 240 | ॐ पेशवाचाय स्वाहा। |
| 241 | ॐ प्रियाप्रीतिकृते स्वाहा। |
| 242 | ॐ रासरक्ताय स्वाहा। |
| 243 | ॐ कलेशाय स्वाहा। |
| 244 | ॐ रसारक्तचित्ताय स्वाहा। |
| 245 | ॐ अनन्तस्वरूपाय स्वाहा। |
| 246 | ॐ स्रजासंवृताय स्वाहा। |
| 247 | ॐ वल्लवीमध्यसंस्थाय स्वाहा। |
| 248 | ॐ सुबाहवे स्वाहा। |
| 249 | ॐ सुपादाय स्वाहा। |
| 250 | ॐ सुवेशाय स्वाहा। |
| 251 | ॐ सुकेशव्रजेशाय स्वाहा। |
| 252 | ॐ सख्ये स्वाहा। |
| 253 | ॐ वल्लभेशाय स्वाहा। |
| 254 | ॐ सुदेशाय स्वाहा। |
| 255 | ॐ क्वणत्किंकिणीजालभृते स्वाहा। |
| 256 | ॐ नूपुराढ्याय स्वाहा। |
| 257 | ॐ लसत्कंकणाय स्वाहा। |
| 258 | ॐ अंगदिने स्वाहा। |
| 259 | ॐ हारभाराय स्वाहा। |
| 260 | ॐ किरीटिने स्वाहा। |
| 261 | ॐ चलत्कुण्डलाय स्वाहा। |
| 262 | ॐ अंगुलीयस्फुरत्कौस्तुभाय स्वाहा। |
| 263 | ॐ मालतीमण्डितांगाय स्वाहा। |
| 264 | ॐ महानृत्यकृते स्वाहा। |
| 265 | ॐ रासरंगाय स्वाहा। |
| 266 | ॐ कालाढ्याय स्वाहा। |
| 267 | ॐ चलद्धारभाय स्वाहा। |
| 268 | ॐ भामिनीनृत्ययुक्ताय स्वाहा। |
| 269 | ॐ कलिन्दांगजाकेलिकृते स्वाहा। |
| 270 | ॐ कुंकुमश्रिये स्वाहा। |
| 271 | ॐ नायिकानायकसुरैर्गीयमानाय स्वाहा। |
| 272 | ॐ सुखाढ्याय स्वाहा। |
| 273 | ॐ राधापतये स्वाहा। |
| 274 | ॐ पूर्णबोधाय स्वाहा। |
| 275 | ॐ कुटिलकटाक्षस्मितिने स्वाहा। |
| 276 | ॐ वल्गितभ्रूविलासाय स्वाहा। |
| 277 | ॐ सुरम्याय स्वाहा। |
| 278 | ॐ अलिभिःकुन्तलालोलकेशाय स्वाहा। |
| 279 | ॐ स्फुरद्वर्हकुन्दस्रजाचारुवेशाय स्वाहा। |
| 280 | ॐ महासर्पतोनंदरक्षापरांघ्रिये स्वाहा। |
| 281 | ॐ सदा मोक्षदाय स्वाहा। |
| 282 | ॐ शंखचूडप्रणाशिने स्वाहा। |
| 283 | ॐ प्रजारक्षकाय स्वाहा। |
| 284 | ॐ गोपिकागीयमानाय स्वाहा। |
| 285 | ॐ कुद्मिप्रणाशप्रयासाय स्वाहा। |
| 286 | ॐ सुरेज्याय स्वाहा। |
| 287 | ॐ कलये स्वाहा। |
| 288 | ॐ क्रोधकृते स्वाहा। |
| 289 | ॐ कंसमन्त्रोपदेष्ट्रे स्वाहा। |
| 290 | ॐ अक्रूरमन्त्रोपदेशिने स्वाहा। |
| 291 | ॐ सुरार्थाय स्वाहा। |
| 292 | ॐ केशिघ्ने स्वाहा। |
| 293 | ॐ पुष्पवर्षामलश्रिये स्वाहा। |
| 294 | ॐ अमलश्रिये स्वाहा। |
| 295 | ॐ नारदादेशतो व्योमहन्त्रे स्वाहा। |
| 296 | ॐ अक्रूरसेवापराय स्वाहा। |
| 297 | ॐ सर्वदर्शिने स्वाहा। |
| 298 | ॐ व्रजे गोपिकामोहदाय स्वाहा। |
| 299 | ॐ कूलवर्त्तिने स्वाहा। |
| 300 | ॐ सतीराधिकाबोधदाय स्वाहा। |
| 301 | ॐ स्वप्नकर्त्रे स्वाहा। |
| 302 | ॐ विलासिने स्वाहा। |
| 303 | ॐ महामोहनाशिने स्वाहा। |
| 304 | ॐ स्वबोधाय स्वाहा। |
| 305 | ॐ व्रजे शापतस्त्यक्तराधासकाशाय स्वाहा। |
| 306 | ॐ महामोहदावाग्निदग्धापतये स्वाहा। |
| 307 | ॐ सखीबन्धनान्मोचिताक्रूराय स्वाहा। |
| 308 | ॐ आरात्सखीकंकणैस्ताडिताक्रूररक्षिणे स्वाहा। |
| 309 | ॐ व्रजे राधया रथस्थाय स्वाहा। |
| 310 | ॐ कृष्णचन्द्राय स्वाहा। |
| 311 | ॐ गोपकैःसुगुप्तगमिने स्वाहा। |
| 312 | ॐ चारुलीलाय स्वाहा। |
| 313 | ॐ जले अक्रूरसंदर्शिताय स्वाहा। |
| 314 | ॐ दिव्यरूपाय स्वाहा। |
| 315 | ॐ दिदृक्षवे स्वाहा। |
| 316 | ॐ पुरीमोहिनीचित्तमोहिने स्वाहा। |
| 317 | ॐ रंगकारप्रणाशिने स्वाहा। |
| 318 | ॐ सुवस्त्राय स्वाहा। |
| 319 | ॐ स्रजिने स्वाहा। |
| 320 | ॐ वायकप्रीतिकृते स्वाहा। |
| 321 | ॐ मालिपूज्याय स्वाहा। |
| 322 | ॐ महाकीर्त्तिदाय स्वाहा। |
| 323 | ॐ कुब्जाविनोदिने स्वाहा। |
| 324 | ॐ स्फुरच्चण्डकोदण्डरुग्णाय स्वाहा। |
| 325 | ॐ प्रचण्डाय स्वाहा। |
| 326 | ॐ भटार्त्तिप्रदाय स्वाहा। |
| 327 | ॐ कंसदुःस्वप्नकारिणे स्वाहा। |
| 328 | ॐ महामल्लवेशाय स्वाहा। |
| 329 | ॐ करीन्द्रप्रहारिणे स्वाहा। |
| 330 | ॐ महामात्यघ्ने स्वाहा। |
| 331 | ॐ रंगभूमिप्रवेशिने स्वाहा। |
| 332 | ॐ रसाढ्याय स्वाहा। |
| 333 | ॐ यशःस्पृशे स्वाहा। |
| 334 | ॐ बलीवाक्पटुश्रिये स्वाहा। |
| 335 | ॐ महामल्लघ्ने स्वाहा। |
| 336 | ॐ युद्धकृते स्वाहा। |
| 337 | ॐ स्त्रीवचोऽर्थिने स्वाहा। |
| 338 | ॐ धरानायककंसहन्त्रे स्वाहा। |
| 339 | ॐ प्राग्यदवे स्वाहा। |
| 340 | ॐ सदापूजिताय स्वाहा। |
| 341 | ॐ उग्रसेनप्रसिद्धाय स्वाहा। |
| 342 | ॐ धराराज्यदाय स्वाहा। |
| 343 | ॐ यादवैर्मण्डितांगाय स्वाहा। |
| 344 | ॐ गुरोः पुत्रदाय स्वाहा। |
| 345 | ॐ ब्रह्मविदे स्वाहा। |
| 346 | ॐ ब्रह्मपाठिने स्वाहा। |
| 347 | ॐ महाशंखग्ने स्वाहा। |
| 348 | ॐ दण्डधृकृपूज्याय स्वाहा। |
| 349 | ॐ व्रजे उद्धवप्रेषिताय स्वाहा। |
| 350 | ॐ गोपमोहिने स्वाहा। |
| 351 | ॐ यशोदाघृणिने स्वाहा। |
| 352 | ॐ गोपिकाज्ञानदेशिने स्वाहा। |
| 353 | ॐ सदास्नेहकृते स्वाहा। |
| 354 | ॐ कुब्जापूजितांगाय स्वाहा। |
| 355 | ॐ अक्रूरगेहगमिने स्वाहा। |
| 356 | ॐ मन्त्रवेत्रे स्वाहा। |
| 357 | ॐ पाण्डवप्रेषिताक्रूराय स्वाहा। |
| 358 | ॐ सुखीसर्वदर्शिने स्वाहा। |
| 359 | ॐ नृपानन्दकारिणे स्वाहा। |
| 360 | ॐ महाक्षौहिणीघ्ने स्वाहा। |
| 361 | ॐ जरासन्धमानोद्धराय स्वाहा। |
| 362 | ॐ द्वारकाकारकाय स्वाहा। |
| 363 | ॐ मोक्षकर्त्रे स्वाहा। |
| 364 | ॐ रणिने स्वाहा। |
| 365 | ॐ सार्वभौमस्तुताय स्वाहा। |
| 366 | ॐ ज्ञानदात्रे स्वाहा। |
| 367 | ॐ जरासन्धसंकल्पकृते स्वाहा। |
| 368 | ॐ धावदंगघ्रिये स्वाहा। |
| 369 | ॐ नगादुत्पन्द्वारकामध्यवर्तिने स्वाहा। |
| 370 | ॐ रेवतीभूषणाय स्वाहा। |
| 371 | ॐ तालचिह्नयदवे स्वाहा। |
| 372 | ॐ रुक्मिणीहारकाय स्वाहा। |
| 373 | ॐ चैद्यभेद्याय स्वाहा। |
| 374 | ॐ रुक्मिरूपप्रणाशिने स्वाहा। |
| 375 | ॐ सुखाशिने स्वाहा। |
| 376 | ॐ अनन्ताय स्वाहा। |
| 377 | ॐ माराय स्वाहा। |
| 378 | ॐ कार्ष्णिने स्वाहा। |
| 379 | ॐ कामाय स्वाहा। |
| 380 | ॐ मनोजाय स्वाहा। |
| 381 | ॐ शम्बरारये स्वाहा। |
| 382 | ॐ रतीशाय स्वाहा। |
| 383 | ॐ रथिने स्वाहा। |
| 384 | ॐ मन्मथाय स्वाहा। |
| 385 | ॐ मीनकेतवे स्वाहा। |
| 386 | ॐ शरिणे स्वाहा। |
| 387 | ॐ स्मराय स्वाहा। |
| 388 | ॐ दर्पकाय स्वाहा। |
| 389 | ॐ मानघ्ने स्वाहा। |
| 390 | ॐ पंचबाणाय स्वाहा। |
| 391 | ॐ प्रियसत्यभामापतये स्वाहा। |
| 392 | ॐ यादवेशाय स्वाहा। |
| 393 | ॐ सत्राजित् प्रेमपूराय स्वाहा। |
| 394 | ॐ प्रहासाय स्वाहा। |
| 395 | ॐ महारत्नदाय स्वाहा। |
| 396 | ॐ जाम्बवद्युद्धकारिणे स्वाहा। |
| 397 | ॐ महाचक्रधृषे स्वाहा। |
| 398 | ॐ खंगधृषे स्वाहा। |
| 399 | ॐ रामसन्धये स्वाहा। |
| 400 | ॐ विहारस्थिताय स्वाहा। |
| 401 | ॐ पाण्डवप्रेमकारिणे स्वाहा। |
| 402 | ॐ कलिन्दांगगजामोहनाय स्वाहा। |
| 403 | ॐ खाण्डवार्थिने स्वाहा। |
| 404 | ॐ फाल्गुनप्रीतिकृत्सख्ये स्वाहा। |
| 405 | ॐ नम्नकर्त्रे स्वाहा। |
| 406 | ॐ मित्रविन्दापतये स्वाहा। |
| 407 | ॐ क्रीडनार्थिने स्वाहा। |
| 408 | ॐ नृपप्रेमकृते स्वाहा। |
| 409 | ॐ सप्तरूपगोजयिने स्वाहा। |
| 410 | ॐ सत्यापतये स्वाहा। |
| 411 | ॐ पारिबर्हिणे स्वाहा। |
| 412 | ॐ यथेष्टाय स्वाहा। |
| 413 | ॐ नृपैः संवृताय स्वाहा। |
| 414 | ॐ भद्रापतये स्वाहा। |
| 415 | ॐ मधोर्विलासिने स्वाहा। |
| 416 | ॐ मानिनीशाय स्वाहा। |
| 417 | ॐ जनेशाय स्वाहा। |
| 418 | ॐ शुनासीरमोहावृताय स्वाहा। |
| 419 | ॐ सत्यभार्याय स्वाहा। |
| 420 | ॐ सतार्क्ष्याय स्वाहा। |
| 421 | ॐ मुरारये स्वाहा। |
| 422 | ॐ पुरीसंघभेत्रे स्वाहा। |
| 423 | ॐ सुवीरशिरःखण्डनाय स्वाहा। |
| 424 | ॐ दैत्यनाशिने स्वाहा। |
| 425 | ॐ शरिणे भौमघ्ने स्वाहा। |
| 426 | ॐ चण्डवेगाय स्वाहा। |
| 427 | ॐ प्रवीराय स्वाहा। |
| 428 | ॐ धरासंस्तुताय स्वाहा। |
| 429 | ॐ कुण्डलछत्रहर्त्रे स्वाहा। |
| 430 | ॐ महारत्नयुजे स्वाहा। |
| 431 | ॐ राजकन्याभिरामाय स्वाहा। |
| 432 | ॐ शचीपूजिताय स्वाहा। |
| 433 | ॐ शक्रजिते स्वाहा। |
| 434 | ॐ मानहर्त्रे स्वाहा। |
| 435 | ॐ पारिजातापहारिरमेशाय स्वाहा। |
| 436 | ॐ गृहीचामरैः शोभिताय स्वाहा। |
| 437 | ॐ भीष्मककन्यापतये स्वाहा। |
| 438 | ॐ हास्यकृते स्वाहा। |
| 439 | ॐ मानिनीमानकारिणे स्वाहा। |
| 440 | ॐ रुक्मिणीवाक्पटवे स्वाहा। |
| 441 | ॐ प्रेमगेहाय स्वाहा। |
| 442 | ॐ सतीमोहनाय स्वाहा। |
| 443 | ॐ कामदेवापरश्रिये स्वाहा। |
| 444 | ॐ सुदेष्णाय स्वाहा। |
| 445 | ॐ सुचारवे स्वाहा। |
| 446 | ॐ चारुदेष्णाय स्वाहा। |
| 447 | ॐ चारुदेहाय स्वाहा। |
| 448 | ॐ बलीचारुगुप्ताय स्वाहा। |
| 449 | ॐ सुतीभद्रचारवे स्वाहा। |
| 450 | ॐ चारुचन्द्राय स्वाहा। |
| 451 | ॐ विचारवे स्वाहा। |
| 452 | ॐ चारवे स्वाहा। |
| 453 | ॐ रथीपुत्ररूपाय स्वाहा। |
| 454 | ॐ सुभानवे स्वाहा। |
| 455 | ॐ प्रभानवे स्वाहा। |
| 456 | ॐ चन्द्रभानवे स्वाहा। |
| 457 | ॐ बृहद्भानवे स्वाहा। |
| 458 | ॐ अष्टभानवे स्वाहा। |
| 459 | ॐ साम्बाय स्वाहा। |
| 460 | ॐ सुमित्राय स्वाहा। |
| 461 | ॐ क्रतवे स्वाहा। |
| 462 | ॐ चित्रकेतवे स्वाहा। |
| 463 | ॐ वीर-अश्वसेनाय स्वाहा। |
| 464 | ॐ वृषाय स्वाहा। |
| 465 | ॐ चित्रगवे स्वाहा। |
| 466 | ॐ चन्द्रबिम्बाय स्वाहा। |
| 467 | ॐ विशंगवे स्वाहा। |
| 468 | ॐ वसवे स्वाहा। |
| 469 | ॐ श्रुताय स्वाहा। |
| 470 | ॐ भद्राय स्वाहा। |
| 471 | ॐ सुबाहवेवृषाय स्वाहा। |
| 472 | ॐ पूर्णमासाय स्वाहा। |
| 473 | ॐ सोमावराय स्वाहा। |
| 474 | ॐ शान्तये स्वाहा। |
| 475 | ॐ प्रघोषाय स्वाहा। |
| 476 | ॐ सिंहाय स्वाहा। |
| 477 | ॐ बलोर्ध्वराय स्वाहा। |
| 478 | ॐ वर्धनाय स्वाहा। |
| 479 | ॐ उन्नादाय स्वाहा। |
| 480 | ॐ महाशाय स्वाहा। |
| 481 | ॐ वृकाय स्वाहा। |
| 482 | ॐ पावनाय स्वाहा। |
| 483 | ॐ वह्निमित्राय स्वाहा। |
| 484 | ॐ क्षुधये स्वाहा। |
| 485 | ॐ हर्षकाय स्वाहा। |
| 486 | ॐ अनिलाय स्वाहा। |
| 487 | ॐ अमित्रजिते स्वाहा। |
| 488 | ॐ सुभद्राय स्वाहा। |
| 489 | ॐ जयोय स्वाहा। |
| 490 | ॐ सत्यकाय स्वाहा। |
| 491 | ॐ वामाय स्वाहा। |
| 492 | ॐ आयुषे यदवे स्वाहा। |
| 493 | ॐ कोटिशः पुत्रपौत्रप्रसिद्धाय स्वाहा। |
| 494 | ॐ हलीदण्डधृषे स्वाहा। |
| 495 | ॐ रुक्मघ्ने स्वाहा। |
| 496 | ॐ अनिरुद्धाय स्वाहा। |
| 497 | ॐ राजभिर्हास्यगाय स्वाहा। |
| 498 | ॐ द्यूतकर्त्रे स्वाहा। |
| 499 | ॐ मधवे स्वाहा। |
| 500 | ॐ ब्रह्मसुवे स्वाहा। |
| 501 | ॐ बाणपुत्रीपतये स्वाहा। |
| 502 | ॐ महासुन्दराय स्वाहा। |
| 503 | ॐ कामपुत्राय स्वाहा। |
| 504 | ॐ बलीशाय स्वाहा। |
| 505 | ॐ महादैत्यसंग्रामकृद्-याद-वेशाय स्वाहा। |
| 506 | ॐ पुरीभंजनाय स्वाहा। |
| 507 | ॐ भूतसंत्रासकारिणे स्वाहा। |
| 508 | ॐ मृधे रुद्रजिते स्वाहा। |
| 509 | ॐ रुद्रमोहिने स्वाहा। |
| 510 | ॐ मृधार्थिने स्वाहा। |
| 511 | ॐ स्कन्दजिते स्वाहा। |
| 512 | ॐ कूपकर्णप्रहारिणे स्वाहा। |
| 513 | ॐ धनुर्भंजनाय स्वाहा। |
| 514 | ॐ बाणामानप्रहारिणे स्वाहा। |
| 515 | ॐ ज्वरोत्पत्तिकृते स्वाहा। |
| 516 | ॐ ज्वरेणसंस्तुताय स्वाहा। |
| 517 | ॐ भुजाच्छेदकृते स्वाहा। |
| 518 | ॐ बाणसंत्रासकर्त्रे स्वाहा। |
| 519 | ॐ मृणप्रस्तुताय स्वाहा। |
| 520 | ॐ युद्धकृते स्वाहा। |
| 521 | ॐ भूमिभर्त्रे स्वाहा। |
| 522 | ॐ नृगमुक्तिदाय स्वाहा। |
| 523 | ॐ यादवानां ज्ञानदाय स्वाहा। |
| 524 | ॐ रथस्थाय स्वाहा। |
| 525 | ॐ व्रजप्रेमपाय स्वाहा। |
| 526 | ॐ गोपमुख्याय स्वाहा। |
| 527 | ॐ महासुन्दरीक्रीडिताय स्वाहा। |
| 528 | ॐ पुष्पमालिने स्वाहा। |
| 529 | ॐ कलिन्दांगगजाभेदनाय स्वाहा। |
| 530 | ॐ सीरपाणये स्वाहा। |
| 531 | ॐ महादम्भिघ्ने स्वाहा। |
| 532 | ॐ पौण्ड्रमानप्रहारिणे स्वाहा। |
| 533 | ॐ शिरश्छेदकाय स्वाहा। |
| 534 | ॐ काशिराजप्रणाशिने स्वाहा। |
| 535 | ॐ महाअक्षौहिणीध्वंसकृते स्वाहा। |
| 536 | ॐ चक्रहस्ताय स्वाहा। |
| 537 | ॐ पुरीदीपकाय स्वाहा। |
| 538 | ॐ राक्षसीनाशकर्त्रे स्वाहा। |
| 539 | ॐ अनन्ताय स्वाहा। |
| 540 | ॐ महीध्राय स्वाहा। |
| 541 | ॐ फणिने स्वाहा। |
| 542 | ॐ वानरारये स्वाहा। |
| 543 | ॐ स्फुरद्-गौरवर्णाय स्वाहा। |
| 544 | ॐ महापद्मिनेत्राय स्वाहा। |
| 545 | ॐ कुरुग्रामतिर्यग्गतये स्वाहा। |
| 546 | ॐ गौरवार्थकौरवस्तुताय स्वाहा। |
| 547 | ॐ ससाम्बपारिबर्हिणे स्वाहा। |
| 548 | ॐ महावैभविने स्वाहा। |
| 549 | ॐ द्वारकेशाय स्वाहा। |
| 550 | ॐ अनेकाय स्वाहा। |
| 551 | ॐ चलन्नारदाय स्वाहा। |
| 552 | ॐ श्रीप्रभादर्शकाय स्वाहा। |
| 553 | ॐ महर्षिस्तुताय स्वाहा। |
| 554 | ॐ ब्रह्मदेवाय स्वाहा। |
| 555 | ॐ पुराणाय स्वाहा। |
| 556 | ॐ सदाषोडशस्त्रीसहस्थिताय स्वाहा। |
| 557 | ॐ गृहिणे स्वाहा। |
| 558 | ॐ लोकरक्षापराय स्वाहा। |
| 559 | ॐ लोकरीतये स्वाहा। |
| 560 | ॐ प्रभवे स्वाहा। |
| 561 | ॐ उग्रसेनावृताय स्वाहा। |
| 562 | ॐ दुर्गयुक्ताय स्वाहा। |
| 563 | ॐ राजदूतस्तुताय स्वाहा। |
| 564 | ॐ बन्धभेतृस्थिताय स्वाहा। |
| 565 | ॐ नारदप्रस्तुताय स्वाहा। |
| 566 | ॐ पाण्डववार्थिने स्वाहा। |
| 567 | ॐ नृपैर्मन्त्रकृते स्वाहा। |
| 568 | ॐ उद्धवप्रीतिपूर्णाय स्वाहा। |
| 569 | ॐ पुत्रपौत्रैर्वृताय स्वाहा। |
| 570 | ॐ कुरुग्रामगन्ताघृणिने स्वाहा। |
| 571 | ॐ धर्मराजस्तुताय स्वाहा। |
| 572 | ॐ भीमयुक्ताय स्वाहा। |
| 573 | ॐ परानन्ददाय स्वाहा। |
| 574 | ॐ धर्मजेन मन्त्रकृते स्वाहा। |
| 575 | ॐ दिशाजिताबलिने स्वाहा। |
| 576 | ॐ राजसूयार्थकारिणे स्वाहा। |
| 577 | ॐ जरासन्धघ्ने स्वाहा। |
| 578 | ॐ भीमसेनस्वरूपाय स्वाहा। |
| 579 | ॐ विप्ररूपाय स्वाहा। |
| 580 | ॐ गदायुद्धकर्त्रे स्वाहा। |
| 581 | ॐ कृपालवे स्वाहा। |
| 582 | ॐ महाबन्धनच्छेदकारिणे स्वाहा। |
| 583 | ॐ नृपैः संस्तुताय स्वाहा। |
| 584 | ॐ धर्मगेहमागताय स्वाहा। |
| 585 | ॐ द्विजैः संवृताय स्वाहा। |
| 586 | ॐ यज्ञसंभारकर्त्रे स्वाहा। |
| 587 | ॐ जनैः पूजिताय स्वाहा। |
| 588 | ॐ चैद्यदुर्वाक्क्षमाय स्वाहा। |
| 589 | ॐ महामोक्षदाय स्वाहा। |
| 590 | ॐ अरेः शिरच्छेदकारिणे स्वाहा। |
| 591 | ॐ महायज्ञशोभाकराय स्वाहा। |
| 592 | ॐ चक्रवर्त्तीनृपानन्दकारिणे स्वाहा। |
| 593 | ॐ सुहारिणे विहारिणे स्वाहा। |
| 594 | ॐ सभासंवृताय स्वाहा। |
| 595 | ॐ कौरवस्य स्वाहा। |
| 596 | ॐ शाल्वसंहारकाय स्वाहा। |
| 597 | ॐ यानहन्त्रे स्वाहा। |
| 598 | ॐ सभोजाय स्वाहा। |
| 599 | ॐ वृष्णिने स्वाहा। |
| 600 | ॐ मधवे स्वाहा। |
| 601 | ॐ शूरसेनाय स्वाहा। |
| 602 | ॐ दशार्हाय स्वाहा। |
| 603 | ॐ यदवे अन्धकाय स्वाहा। |
| 604 | ॐ लोकजिते स्वाहा। |
| 605 | ॐ द्युमन्मानहारिणे स्वाहा। |
| 606 | ॐ वर्मधृषे स्वाहा। |
| 607 | ॐ दिव्यशस्त्रिणे स्वाहा। |
| 608 | ॐ स्वबोधाय स्वाहा। |
| 609 | ॐ सदारक्षकाय स्वाहा। |
| 610 | ॐ दैत्यहन्त्रे स्वाहा। |
| 611 | ॐ दन्तवक्त्रप्रणाशिने स्वाहा। |
| 612 | ॐ गदाधृषे स्वाहा। |
| 613 | ॐ जगत्तीर्थयात्राकराय स्वाहा। |
| 614 | ॐ पद्महाराय स्वाहा। |
| 615 | ॐ कुशीसूतहन्त्र स्वाहा। |
| 616 | ॐ कृपाकृते स्वाहा। |
| 617 | ॐ स्मृतीशाय स्वाहा। |
| 618 | ॐ अमलाय स्वाहा। |
| 619 | ॐ बल्वलांगप्रभाखण्डकारिणे स्वाहा। |
| 620 | ॐ भीमदुर्योधनज्ञानदात्रे स्वाहा। |
| 621 | ॐ अपराय स्वाहा। |
| 622 | ॐ रोहिणीसौख्यदाय स्वाहा। |
| 623 | ॐ रेवतीशाय स्वाहा। |
| 624 | ॐ महादानकृते स्वाहा। |
| 625 | ॐ विप्रदारिद्र्यघ्ने स्वाहा। |
| 626 | ॐ सदाप्रेमयुजे स्वाहा। |
| 627 | ॐ श्रीसुदाम्नः सहायाय स्वाहा। |
| 628 | ॐ सरामाय भार्गवक्षेत्रगन्त्रे स्वाहा। |
| 629 | ॐ श्रुतेसूर्योपरागेसर्वदर्शिने स्वाहा। |
| 630 | ॐ महासेनाऽऽस्थिताय स्वाहा। |
| 631 | ॐ स्नानयुक्ताय महादानकृते स्वाहा। |
| 632 | ॐ मित्रसम्मेलनार्थिने स्वाहा। |
| 633 | ॐ पाण्डवप्रीतिदाय स्वाहा। |
| 634 | ॐ कुन्तिजार्थिने स्वाहा। |
| 635 | ॐ विशालाक्षमोहप्रदाय स्वाहा। |
| 636 | ॐ शान्तिदाय स्वाहा। |
| 637 | ॐ सखीकोटिभिर्गोपिकाभिःसहवटे राधिकाऽऽराधनाय स्वाहा। |
| 638 | ॐ राधिकाप्राणनाथाय स्वाहा। |
| 639 | ॐ सखीमोहदावाग्निघ्ने स्वाहा। |
| 640 | ॐ वैभववेशाय स्वाहा। |
| 641 | ॐ स्फुरत्कोटिकन्दर्पलीलाविशेषाय स्वाहा। |
| 642 | ॐ सखीराधिकादुःखनाशिने स्वाहा। |
| 643 | ॐ विलासिने स्वाहा। |
| 644 | ॐ सखीमध्यगाय स्वाहा। |
| 645 | ॐ शापघ्ने स्वाहा। |
| 646 | ॐ माधवीशाय स्वाहा। |
| 647 | ॐ शतवर्षविक्षेपहृते स्वाहा। |
| 648 | ॐ नन्दपुत्राय स्वाहा। |
| 649 | ॐ नन्दवक्षोगताय स्वाहा। |
| 650 | ॐ शीतलांगाय स्वाहा। |
| 651 | ॐ यशोदाशुचः स्नानकृते स्वाहा। |
| 652 | ॐ दुःखहन्त्रे स्वाहा। |
| 653 | ॐ सदागोपिकानेत्रलग्नवज्रेशाय स्वाहा। |
| 654 | ॐ देवकीरोहिणीस्तुताय स्वाहा। |
| 655 | ॐ सुरेन्द्राय स्वाहा। |
| 656 | ॐ रहो गोपिकाज्ञानदाय स्वाहा। |
| 657 | ॐ मानदाय स्वाहा। |
| 658 | ॐ पट्टराज्ञीभिः आरासंस्तुताय धनिने स्वाहा। |
| 659 | ॐ सदालक्ष्मणाप्राणनाथाय स्वाहा। |
| 660 | ॐ सदाषोडशस्त्रीसहस्रस्तुतांगाय स्वाहा। |
| 661 | ॐ शुकाय स्वाहा। |
| 662 | ॐ व्यासदेवाय स्वाहा। |
| 663 | ॐ सुमन्तवे स्वाहा। |
| 664 | ॐ सिताय स्वाहा। |
| 665 | ॐ भरद्वाजकाय स्वाहा। |
| 666 | ॐ गौतमाय स्वाहा। |
| 667 | ॐ आसुरये स्वाहा। |
| 668 | ॐ सद्वशिष्ठाय स्वाहा। |
| 669 | ॐ शतानन्दाय स्वाहा। |
| 670 | ॐ आद्यरामाय स्वाहा। |
| 671 | ॐ पर्वतमुनये स्वाहा। |
| 672 | ॐ नारदाय स्वाहा। |
| 673 | ॐ धौम्याय स्वाहा। |
| 674 | ॐ इन्द्राय स्वाहा। |
| 675 | ॐ आसिताय स्वाहा। |
| 676 | ॐ अत्रये स्वाहा। |
| 677 | ॐ विभाण्डाय स्वाहा। |
| 678 | ॐ प्रचेतसे स्वाहा। |
| 679 | ॐ कृपाय स्वाहा। |
| 680 | ॐ कुमाराय स्वाहा। |
| 681 | ॐ सनन्दाय स्वाहा। |
| 682 | ॐ याज्ञवल्क्याय स्वाहा। |
| 683 | ॐ ऋभवे स्वाहा। |
| 684 | ॐ अंगिरसे स्वाहा। |
| 685 | ॐ देवलाय स्वाहा। |
| 686 | ॐ श्रीमृकण्डाय स्वाहा। |
| 687 | ॐ मरीचये स्वाहा। |
| 688 | ॐ क्रतवे स्वाहा। |
| 689 | ॐ और्वकाय स्वाहा। |
| 690 | ॐ लोमशाय स्वाहा। |
| 691 | ॐ पुलस्त्याय स्वाहा। |
| 692 | ॐ भृगवे स्वाहा। |
| 693 | ॐ ब्रह्मरातवशिष्ठाय स्वाहा। |
| 694 | ॐ नरनारायणाय स्वाहा। |
| 695 | ॐ दत्ताय स्वाहा। |
| 696 | ॐ पाणिनये स्वाहा। |
| 697 | ॐ पिंगलाय स्वाहा। |
| 698 | ॐ भाष्यकाराय स्वाहा। |
| 699 | ॐ कात्यायनाय स्वाहा। |
| 700 | ॐ विप्रपातंजलिने स्वाहा। |
| 701 | ॐ गर्गाय स्वाहा। |
| 702 | ॐ गुरवे स्वाहा। |
| 703 | ॐ गीष्पतये स्वाहा। |
| 704 | ॐ गौतमीशाय स्वाहा। |
| 705 | ॐ मुनिजाजलिने स्वाहा। |
| 706 | ॐ कश्यपाय स्वाहा। |
| 707 | ॐ गालवाय स्वाहा। |
| 708 | ॐ द्विजसौभरये स्वाहा। |
| 709 | ॐ ऋष्यश्रृंगाय स्वाहा। |
| 710 | ॐ कण्वाय स्वाहा। |
| 711 | ॐ द्विताय स्वाहा। |
| 712 | ॐ एकताय स्वाहा। |
| 713 | ॐ जातूद्भवाय स्वाहा। |
| 714 | ॐ घनाय स्वाहा। |
| 715 | ॐ कर्दमात्मजाय स्वाहा। |
| 716 | ॐ कर्दमाय स्वाहा। |
| 717 | ॐ भार्गवाय स्वाहा। |
| 718 | ॐ कौत्साय स्वाहा। |
| 719 | ॐ आरुणये स्वाहा। |
| 720 | ॐ शुचिपिप्पलादाय स्वाहा। |
| 721 | ॐ मृकण्डपुत्राय स्वाहा। |
| 722 | ॐ पैलाय स्वाहा। |
| 723 | ॐ जैमिनये स्वाहा। |
| 724 | ॐ सत्सुमन्तवे स्वाहा। |
| 725 | ॐ वरो गांगलाय स्वाहा। |
| 726 | ॐ स्फोटगेहफलादाय स्वाहा। |
| 727 | ॐ सदापूजितब्राह्मणाय स्वाहा। |
| 728 | ॐ सर्वरूपिणे स्वाहा। |
| 729 | ॐ महामोहनाशमुनीशाय स्वाहा। |
| 730 | ॐ प्रागमराय स्वाहा। |
| 731 | ॐ मुनीशस्तुताय स्वाहा। |
| 732 | ॐ शौरिविज्ञानदात्रे स्वाहा। |
| 733 | ॐ महायज्ञकृते स्वाहा। |
| 734 | ॐ अवभृथस्नानपूज्याय स्वाहा। |
| 735 | ॐ सदादक्षिणादाय स्वाहा। |
| 736 | ॐ नृपैः पारिवर्हिषे स्वाहा। |
| 737 | ॐ व्रजानन्ददाय स्वाहा। |
| 738 | ॐ द्वारकागेहदर्शिने स्वाहा। |
| 739 | ॐ महाज्ञानदाय स्वाहा। |
| 740 | ॐ देवकीपुत्रदाय स्वाहा। |
| 741 | ॐ असुरैः पूजिताय स्वाहा। |
| 742 | ॐ इन्द्रसेनादृताय स्वाहा। |
| 743 | ॐ सदाफाल्गुनप्रीतिकृते स्वाहा। |
| 744 | ॐ सत्यसुभद्राविवाहद्विपाश्व प्रदाय स्वाहा। |
| 745 | ॐ मानयानाय स्वाहा। |
| 746 | ॐ भुवे स्वाहा। |
| 747 | ॐ मैथिलेन प्रयुक्ताय स्वाहा। |
| 748 | ॐ आशु ब्राह्मणैः सह राज्ञा स्थित-ब्राह्मणैश्च स्थिताय स्वाहा। |
| 749 | ॐ मैथिले कृतिने स्वाहा। |
| 750 | ॐ लोकवेदोपदेशिने स्वाहा। |
| 751 | ॐ सदावेदवाक्यैः स्तुताय स्वाहा। |
| 752 | ॐ शेषशायिने स्वाहा। |
| 753 | ॐ अमरेषु ब्राह्मणैः परीक्षा वृताय स्वाहा। |
| 754 | ॐ भृगुप्रार्थिताय स्वाहा। |
| 755 | ॐ दैत्यघ्ने स्वाहा। |
| 756 | ॐ ईशरक्षिणे स्वाहा। |
| 757 | ॐ अर्जुनसख्ये स्वाहा। |
| 758 | ॐ अर्जुनस्यापि मानप्रहारिणे स्वाहा। |
| 759 | ॐ विप्रपुत्रप्रदाय स्वाहा। |
| 760 | ॐ धामगन्त्रे स्वाहा। |
| 761 | ॐ माधवीभिर्विहारस्थिताय स्वाहा। |
| 762 | ॐ कलांगाय स्वाहा। |
| 763 | ॐ महामोहदावाग्निदग्धामिरामाय स्वाहा। |
| 764 | ॐ यदवेउग्रसेननृपाय स्वाहा। |
| 765 | ॐ अक्रूराय स्वाहा। |
| 766 | ॐ उद्धवाय स्वाहा। |
| 767 | ॐ शूरसेनाय स्वाहा। |
| 768 | ॐ शूराय स्वाहा। |
| 769 | ॐ हृदीकाय स्वाहा। |
| 770 | ॐ सत्राजिते स्वाहा। |
| 771 | ॐ अप्रमेयाय स्वाहा। |
| 772 | ॐ गदाय स्वाहा। |
| 773 | ॐ सारणाय स्वाहा। |
| 774 | ॐ सात्यकये स्वाहा। |
| 775 | ॐ देवभागाय स्वाहा। |
| 776 | ॐ मानसाय स्वाहा। |
| 777 | ॐ संजयाय स्वाहा। |
| 778 | ॐ श्यामकाय स्वाहा। |
| 779 | ॐ वृकाय स्वाहा। |
| 780 | ॐ वत्सकाय स्वाहा। |
| 781 | ॐ देवकाय स्वाहा। |
| 782 | ॐ भद्रसेनाय स्वाहा। |
| 783 | ॐ नृपअजातशत्रवे स्वाहा। |
| 784 | ॐ जयाय स्वाहा। |
| 785 | ॐ माद्रीपुत्राय स्वाहा। |
| 786 | ॐ भीष्माय स्वाहा। |
| 787 | ॐ कृपाय स्वाहा। |
| 788 | ॐ बुद्धिचक्षुषे स्वाहा। |
| 789 | ॐ पाण्डवे स्वाहा। |
| 790 | ॐ शान्तनवे स्वाहा। |
| 791 | ॐ देववाह्लीकाय स्वाहा। |
| 792 | ॐ भूरिश्रवसे स्वाहा। |
| 793 | ॐ चित्रवीर्याय स्वाहा। |
| 794 | ॐ विचित्राय स्वाहा। |
| 795 | ॐ शलाय स्वाहा। |
| 796 | ॐ दुर्योधनाय स्वाहा। |
| 797 | ॐ कर्णाय स्वाहा। |
| 798 | ॐ सुभद्रासुताय स्वाहा। |
| 799 | ॐ प्रसिद्धविष्णुराताय स्वाहा। |
| 800 | ॐ जनमेजयाय स्वाहा। |
| 801 | ॐ पाण्डवाय स्वाहा। |
| 802 | ॐ कौरवाय स्वाहा। |
| 803 | ॐ सर्वतेजहरये स्वाहा। |
| 804 | ॐ सर्वरूपिणे राधयाव्रजं ह्यागताय स्वाहा। |
| 805 | ॐ पूर्णदेवाय स्वाहा। |
| 806 | ॐ वराय स्वाहा। |
| 807 | ॐ रासलीलापराय स्वाहा। |
| 808 | ॐ दिव्यरूपिणे स्वाहा। |
| 809 | ॐ रथस्थाय स्वाहा। |
| 810 | ॐ नवद्वीपखण्डप्रदर्शिने स्वाहा। |
| 811 | ॐ महामानदाय स्वाहा। |
| 812 | ॐ गोपजाय स्वाहा। |
| 813 | ॐ विश्वरूपाय स्वाहा। |
| 814 | ॐ सनन्दाय स्वाहा। |
| 815 | ॐ नन्दाय स्वाहा। |
| 816 | ॐ वृषाय स्वाहा। |
| 817 | ॐ वल्लवेशाय स्वाहा। |
| 818 | ॐ सुदाम्ने स्वाहा। |
| 819 | ॐ अर्जुनाय स्वाहा। |
| 820 | ॐ सौबलाय स्वाहा। |
| 821 | ॐ सकृष्णस्तोकाय स्वाहा। |
| 822 | ॐ अंशुकाय स्वाहा। |
| 823 | ॐ सद्विशालर्षभाख्याय स्वाहा। |
| 824 | ॐ सुतेजस्विकाय स्वाहा। |
| 825 | ॐ कृष्णमित्रबरूथाय स्वाहा। |
| 826 | ॐ कुशेशाय स्वाहा। |
| 827 | ॐ वनेशाय स्वाहा। |
| 828 | ॐ वृन्दावनेशाय स्वाहा। |
| 829 | ॐ माथुरेशाधिपाय स्वाहा। |
| 830 | ॐ गोकुलेशाय स्वाहा। |
| 831 | ॐ सदागोगणाय स्वाहा। |
| 832 | ॐ गोपतये स्वाहा। |
| 833 | ॐ गोपिकेशाय स्वाहा। |
| 834 | ॐ गोवर्धनाय स्वाहा। |
| 835 | ॐ गोपतये स्वाहा। |
| 836 | ॐ कन्यकेशाय स्वाहा। |
| 837 | ॐ अनादये स्वाहा। |
| 838 | ॐ आत्मने स्वाहा। |
| 839 | ॐ हरये स्वाहा। |
| 840 | ॐ परस्मै पुरुषाय स्वाहा। |
| 841 | ॐ निर्गुणाय स्वाहा। |
| 842 | ॐ ज्योतिःरूपाय स्वाहा। |
| 843 | ॐ निरीहाय स्वाहा। |
| 844 | ॐ सदा निर्विकाराय स्वाहा। |
| 845 | ॐ प्रपंचात्पराय स्वाहा। |
| 846 | ॐ ससत्याय स्वाहा। |
| 847 | ॐ पूर्णाय स्वाहा। |
| 848 | ॐ परेशाय स्वाहा। |
| 849 | ॐ सूक्ष्माय स्वाहा। |
| 850 | ॐ द्वारकायां नृपेण अश्वमेधकर्त्रे स्वाहा। |
| 851 | ॐ अपि पौत्रेण भूभारहर्त्रे स्वाहा। |
| 852 | ॐ पुनः श्रीव्रजे राधया रासरंगकर्त्रे हरये स्वाहा। |
| 853 | ॐ गोपिकानां च भर्ते स्वाहा। |
| 854 | ॐ सदैकस्मै स्वाहा। |
| 855 | ॐ अनेकाय स्वाहा। |
| 856 | ॐ प्रभापूरितांगाय स्वाहा। |
| 857 | ॐ योगमायाकराय स्वाहा। |
| 858 | ॐ कालजिते स्वाहा। |
| 859 | ॐ सुदृष्टये स्वाहा। |
| 860 | ॐ महत्तत्त्वरूपाय स्वाहा। |
| 861 | ॐ प्रजाताय स्वाहा। |
| 862 | ॐ कूटस्थाय स्वाहा। |
| 863 | ॐ आद्यांकुराय स्वाहा। |
| 864 | ॐ वृक्षरूपाय स्वाहा। |
| 865 | ॐ विकारस्थिताय स्वाहा। |
| 866 | ॐ वैकारिकस्तैजस्तामसश्चाहंकाराय स्वाहा। |
| 867 | ॐ नभसे स्वाहा। |
| 868 | ॐ दिशे स्वाहा। |
| 869 | ॐ समीराय स्वाहा। |
| 870 | ॐ सूर्याय स्वाहा। |
| 871 | ॐ प्रचेतोऽश्विह्नये स्वाहा। |
| 872 | ॐ शक्राय स्वाहा। |
| 873 | ॐ उपेन्द्राय स्वाहा। |
| 874 | ॐ मित्राय स्वाहा। |
| 875 | ॐ श्रुतये स्वाहा। |
| 876 | ॐ त्वचे स्वाहा। |
| 877 | ॐ दृग्भ्यां स्वाहा। |
| 878 | ॐ घ्राणाय स्वाहा। |
| 879 | ॐ जिह्वायै स्वाहा। |
| 880 | ॐ गिरे स्वाहा। |
| 881 | ॐ भुजाभ्यां स्वाहा। |
| 882 | ॐ मेढरकाय स्वाहा। |
| 883 | ॐ पायवे स्वाहा। |
| 884 | ॐ अंघ्रये स्वाहा। |
| 885 | ॐ सचेष्टाय स्वाहा। |
| 886 | ॐ धरायै स्वाहा। |
| 887 | ॐ व्यो स्वाहा। |
| 888 | ॐ वारे स्वाहा। |
| 889 | ॐ मारुताय स्वाहा। |
| 890 | ॐ तेजसे स्वाहा। |
| 891 | ॐ रूपाय स्वाहा। |
| 892 | ॐ रसाय स्वाहा। |
| 893 | ॐ गन्धाय स्वाहा। |
| 894 | ॐ शब्दाय स्वाहा। |
| 895 | ॐ स्पर्शाय स्वाहा। |
| 896 | ॐ सचित्ताय स्वाहा। |
| 897 | ॐ बुद्ध्यै स्वाहा। |
| 898 | ॐ विराजे स्वाहा। |
| 899 | ॐ कालरूपाय स्वाहा। |
| 900 | ॐ वासुदेवाय स्वाहा। |
| 901 | ॐ जगत्कृते स्वाहा। |
| 902 | ॐ अण्डेशयानाय स्वाहा। |
| 903 | ॐ सशेषाय स्वाहा। |
| 904 | ॐ सहस्रस्वरूपाय स्वाहा। |
| 905 | ॐ रमानाथाय स्वाहा। |
| 906 | ॐ आद्योऽवताराय स्वाहा। |
| 907 | ॐ सदासर्गकृते स्वाहा। |
| 908 | ॐ पद्मजाय स्वाहा। |
| 909 | ॐ कर्मकर्त्रे स्वाहा। |
| 910 | ॐ नाभिपद्मोद्भवाय स्वाहा। |
| 911 | ॐ दिव्यवर्णाय स्वाहा। |
| 912 | ॐ कवये स्वाहा। |
| 913 | ॐ लोककृते स्वाहा। |
| 914 | ॐ कालकृते स्वाहा। |
| 915 | ॐ सूर्यरूपाय स्वाहा। |
| 916 | ॐ अनिमेषाय स्वाहा। |
| 917 | ॐ अभवाय स्वाहा। |
| 918 | ॐ वत्सरान्ताय स्वाहा। |
| 919 | ॐ महीयसे स्वाहा। |
| 920 | ॐ तिथिभ्यो स्वाहा। |
| 921 | ॐ वारेभ्यो स्वाहा। |
| 922 | ॐ नक्षत्रेभ्यो स्वाहा। |
| 923 | ॐ योगेभ्यो स्वाहा। |
| 924 | ॐ लग्नेभ्यो स्वाहा। |
| 925 | ॐ मासेभ्यो स्वाहा। |
| 926 | ॐ घटीभ्यो स्वाहा। |
| 927 | ॐ क्षणेभ्यो स्वाहा। |
| 928 | ॐ काष्ठिकाभ्यो स्वाहा। |
| 929 | ॐ मुहूर्त्तेभ्यो स्वाहा। |
| 930 | ॐ यामेभ्यो स्वाहा। |
| 931 | ॐ ग्रहेभ्यो स्वाहा। |
| 932 | ॐ यामिनीभ्यो स्वाहा। |
| 933 | ॐ दिनेभ्यो स्वाहा। |
| 934 | ॐ ऋक्षमालागताय स्वाहा। |
| 935 | ॐ देवपुत्राय स्वाहा। |
| 936 | ॐ कृतेभ्यो स्वाहा। |
| 937 | ॐ त्रेताभ्यो स्वाहा। |
| 938 | ॐ द्वापरेभ्यो स्वाहा। |
| 939 | ॐ असौकलये स्वाहा। |
| 940 | ॐ युगानां सहस्राय स्वाहा। |
| 941 | ॐ मन्वन्तरेभ्यो स्वाहा। |
| 942 | ॐ लयाय स्वाहा। |
| 943 | ॐ पालनाय स्वाहा। |
| 944 | ॐ सत्कृतये स्वाहा। |
| 945 | ॐ परार्द्धाभ्यां स्वाहा। |
| 946 | ॐ सदोत्पत्तिकृते स्वाहा। |
| 947 | ॐ द्व्यक्षरब्रह्मरूपाय स्वाहा। |
| 948 | ॐ रुद्रसर्गाय स्वाहा। |
| 949 | ॐ कौमारसर्गाय स्वाहा। |
| 950 | ॐ मुनेः सर्गकृते स्वाहा। |
| 951 | ॐ देवकृते स्वाहा। |
| 952 | ॐ प्राकृताय स्वाहा। |
| 953 | ॐ श्रुतिभ्यो स्वाहा। |
| 954 | ॐ स्मृतिभ्यो स्वाहा। |
| 955 | ॐ स्तोत्रेभ्यो स्वाहा। |
| 956 | ॐ पुराणेभ्यो स्वाहा। |
| 957 | ॐ धनुर्वेदाय स्वाहा। |
| 958 | ॐ इज्जायै स्वाहा। |
| 959 | ॐ गान्धर्ववेदाय स्वाहा। |
| 960 | ॐ विधात्रे स्वाहा। |
| 961 | ॐ नारायणाय स्वाहा। |
| 962 | ॐ सनत्कुमाराय स्वाहा। |
| 963 | ॐ वराह-नारदाभ्यां स्वाहा। |
| 964 | ॐ धर्मपुत्राय स्वाहा। |
| 965 | ॐ मुनिकर्दमस्यात्मजाय स्वाहा। |
| 966 | ॐ स यज्ञदत्ताय स्वाहा। |
| 967 | ॐ अमराय नाभिजाय स्वाहा। |
| 968 | ॐ श्रीपृथवे स्वाहा। |
| 969 | ॐ सुमत्स्याय स्वाहा। |
| 970 | ॐ कूर्माय स्वाहा। |
| 971 | ॐ धन्वन्तरये स्वाहा। |
| 972 | ॐ मोहिन्यै स्वाहा। |
| 973 | ॐ प्रतनारसिंहाय स्वाहा। |
| 974 | ॐ द्विजवामनाय स्वाहा। |
| 975 | ॐ रेणुकापुत्ररूपाय स्वाहा। |
| 976 | ॐ श्रुतिस्तोत्रमुनिव्यासदेवाय स्वाहा। |
| 977 | ॐ धनुर्वेदभाग्-रामचन्द्रावताराय स्वाहा। |
| 978 | ॐ सीतापतये स्वाहा। |
| 979 | ॐ भारहृते स्वाहा। |
| 980 | ॐ रावणारये स्वाहा। |
| 981 | ॐ नृपसेतुकृते स्वाहा। |
| 982 | ॐ वानरेन्द्रप्रहारिणे स्वाहा। |
| 983 | ॐ महायज्ञकृते स्वाहा। |
| 984 | ॐ प्रचण्डराघवेन्द्राय स्वाहा। |
| 985 | ॐ बलाय कृष्णचन्द्राय स्वाहा। |
| 986 | ॐ कल्किकलेशाय स्वाहा। |
| 987 | ॐ प्रसिद्धबुद्धाय स्वाहा। |
| 988 | ॐ हंसाय स्वाहा। |
| 989 | ॐ अश्वाय स्वाहा। |
| 990 | ॐ ऋषीन्द्रोऽजिताय स्वाहा। |
| 991 | ॐ देववैकुण्ठनाथाय स्वाहा। |
| 992 | ॐ अमूर्त्तये स्वाहा। |
| 993 | ॐ मन्वन्तरस्यावताराय स्वाहा। |
| 994 | ॐ गजोद्धारणाय स्वाहा। |
| 995 | ॐ ब्रह्मपुत्रश्रीमनवे स्वाहा। |
| 996 | ॐ दानशीलाय स्वाहा। |
| 997 | ॐ दुष्यन्तजायनृपेन्द्राय स्वाहा। |
| 998 | ॐ संदृष्टायश्रुताय भूताय भविष्यद्भवते स्वाहा। |
| 999 | ॐ स्थावरजंगमाय स्वाहा। |
| 1000 | ॐ अल्पमहते स्वाहा। |
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