Download HinduNidhi App
Shri Ram

मंगल भवन अमंगल हारी – भजन

Mangal Bhavan Amangal Haari Bhajan Hindi

Shri RamBhajan (भजन संग्रह)हिन्दी
Share This

मंगल भवन अमंगल हारी

मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

हो, होइहै वही जो राम रचि राखा
को करे तरफ़ बढ़ाए साखा

हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी

हो, जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू

हो, जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी

रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

हो, हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

Read in More Languages:

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download HinduNidhi App
मंगल भवन अमंगल हारी - भजन PDF

Download मंगल भवन अमंगल हारी - भजन PDF

मंगल भवन अमंगल हारी - भजन PDF

Leave a Comment