श्री बाहुबली आरती
।। आरती ।। जय जय श्री बाहुजिन, तुम हो तारण तरन ॥ भविजन प्यारे, इन्द्र धरणेन्द्र स्तुति धर तुम्हारे।। प्रभु तुम सर्वार्थसिद्धि से आये। माता सुनंदा के प्रिय सुत कहाये ॥ आदि नृप के नन्दन, तुमको शत शत वंदन, हों हमारे ।। इन्द्र धरणेन्द्र स्तुति धर तुम्हारे.. कर्मयुग में हुए तुम विधाता । लोकहित मार्ग…