श्री गरुडाची आरती

|| आरती || जय जय देव जय वनतेया ल आरती ओवंळु तुज पक्षिवर्या ll धृ.ll हरिवाह्नास्मृतहरण कश्यपवंदना ल दिनंकर सारथीबंधो खगकुलमंडेना एल कांचनमय बाहू नाम पूर्णा ल नारायण सान्निध्ये वन्ध त्रिभुवना ll जय.ll त्वयारुढ हौनि विष्णुंचे गमन ल मुनीन्द्रवचने केले सागरझडपन एल जलचरी वार्ता एकांत जान एल विनतेपयोब्धिने केले संतत्वन ll जय.ll तीन नाममंत्र जपति … Read more

Shri Garud Dev Aarti

|| Aarti || Jai Dev Jai Dev Jai Vainateya Aarti Ovalu Tuj Pakshivarya||Dhru.|| Harivahana Smruthi N Kasyapa Vandana Dinakara Sarathi Bandho Khaga Kulamandana Kanchanamaya Bahu Naam Suparna Narayana Sannidhye Vande Tribhuvana||Jai|| Twayyaroodh Hauni Vishnunche Gaman Munindra Vachane Kele Sagar Jhadpan Jalachari Varta Ekant Jan Eel Vintepayobdhi Ne Kele Santvan||Jai|| Tujhe Naamamantra Japti Te Kon Sarpaadik … Read more

श्री गरुड़ देव आरती

|| आरती || जय देव जय देव जय वैनातेय ल आरती ओवलु तुज पक्षीवर्य ll ध्रु.ll हरिवाहनस्मृथर्न कश्यपवंदना ल दिनकर सारथिबन्धो खगकुलमन्दन ल कंचनमय बाहु नाम सुपर्णा ल नारायण सन्निध्ये वन्ध त्रिभुवना ll जय ll त्वय्यारूढ हौनि विष्णुन्चे गमन ल मुनिन्द्रवचने केले सागरझडपन ल जलचारी वार्ता एकांत जान एल विन्तेपयोब्धिने केले संतवन ll जय ll … Read more

श्री हिंगलाज देवी आरती

|| आरती || ॐ जय हिंगलाज माता, मैया जय हिंगलाज माता । जो नर तुमको ध्याता, वांछित फल पाता ॥ ॐ जय हिंगलाज माता… हीरा पन्ना मंडित, शीश मुकुट सोहे । भाल सिन्दुरी टीका, भक्तन मन मोहे ॥ ॐ जय हिंगलाज माता… कर्णफूल अति उज्जवल, झिलमिल सा चमके । गजमोतिन की माला, कण्डन पर दमके … Read more

Kalratri Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Kalaratri Jai-jai-mahakali । Kaal Ke Muh Se Bachane Wali ॥ Dusht Sangharak Naam Tumhara । Mahachandi Tera Avtar ॥ Prithvi Aur Aakash Pe Sara । Mahakali Hai Tera Pasara ॥ Khadag Khappar Rakhne Wali । Dushton Ka Lahoo Chakhane Wali ॥ Kalkatta Sthan Tumhara । Sab Jagah Dekhoon Tera Najara ॥ Sabhi … Read more

Kushmanda Mata Aarti

।। Aarti ।। Kushmanda Jay Jag Sukhadani। Mujh Par Daya Karo Mahaarani।। Piganla Jvaalaamukhi Nirali। Shaakambari Maa Bholi Bhali।। Laakhon Naam Nirale Tere । Bhakt Kai Matavale Tere।। Bheema Parvat Par Hai Dera। Sveekaro Pranaam Ye Mera।। Sabaki Sunati Ho Jagadambe। Sukh Pahunchati Ho Maa Ambe।। Tere Darshan Ka Main Pyaasa। Poorn Kar Do Meri … Read more

Skandmata Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Teri Ho Skandmata, Panchva Naam Tumhara Aata । Sabke Mann Ki Jannan Hari, Jag Janni Sab Ki Mehtari ॥ Teri Jyoti Jalata Rahu Main, Hardam Tumhe Dhyata Rahu Main । Kayi Namon Se Tujhe Pukara, Mujhe Ek Hai Tera Sahara ॥ Kahi Pahado Par Hai Dera, Kayi Shehron Mein Tera Basera। … Read more

ब्रह्मचारिणी माता आरती

॥ आरती ॥ जय अंबे ब्रह्मचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्म जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल संसारा॥ जय गायत्री वेद की माता। जो जन निस दिन तुम्हें ध्याता॥ कमी कोई रहने ना पाए। उसकी विरति रहे ठिकाने॥ जो तेरी महिमा … Read more

कूष्मांडा माता आरती

॥ आरती ॥ कूष्मांडा जय जग सुखदानी। मुझ पर दया करो महारानी॥ पिंगला ज्वालामुखी निराली। शाकंबरी मां भोलीभाली॥ लाखों नाम निराले तेरे। भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा। स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो जगदंबे। सुख पहुंचाती हो मां अंबे॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा। पूर्ण कर दो मेरी आशा॥ मां … Read more

स्कंद माता आरती

॥ आरती ॥ जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी। जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं। हरदम तुझे ध्याता रहूं मैं॥ कई नामों से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा॥ कहीं पहाड़ों पर है डेरा। कई शहरों में तेरा बसेरा॥ हर मंदिर में तेरे … Read more