हिन्दू धार्मिक के 18 ग्रंथों में एक स्कन्द पुराण जिसमे 81,000 से ज़्यादा श्लोक हैं। इस पुराण में धर्म ज्ञान, नीतियां, पौराणिक कथाएं, ब्रह्मांड विज्ञान, वंशावली, त्यौहार, भूगोल, रत्न विज्ञान, और तीर्थयात्रा मार्गदर्शन से जुड़ी जानकारी है।
यह पुराण श्लोको की दृष्टि से सभी पुराणों में बड़ा है। इसमें भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय द्वारा शिवतत्व का विस्तृत वर्णन कहा गया हे, इसलिए इस पुराण का नाम स्कन्द पुराण है। स्कन्द का अर्थ क्षरण अर्थात् विनाश संहार के देवता हैं। भगवान शिव के पुत्र का नाम ही स्कन्द ( कार्तिकेय ) है। तारकासुर का वध करने के लिए कार्तकेय का जन्म हुआ था।
स्कन्द पुराण के 6 खण्ड हे
- माहेश्वर खण्ड,
- वैष्णव खण्ड,
- ब्रह्म खण्ड,
- काशी खण्ड,
- अवनति खण्ड और
- रेवा खण्ड