श्री वैष्णो देवी आरती

|| वैष्णो देवी आरती || जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता || || जय वैष्णवी माता || शीश पर छत्र बिराजे, मुर्तिया प्यारी गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी || || जय वैष्णवी माता || ब्रम्हावेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे सेवत चंवर डुलावत, नारद नृत्य…

Shri Vaishno Devi Aarti

|| Vaishno Devi Aarti || Jai Vashnavi Mata, Maiya Jai Vashnavi Mata. Hath Jood Tere Aage, Aarti Mai Gatta. || Jai Vashnavi Mata || Sheesh Par Chatra Birajay, Murtiyan Pyaari. Ganga Bhati Charnan, Jyoti Jage Nyaari. || Jai Vashnavi Mata || Brahamved Pade Nit Dware, Shankar Dhyana Dhare. Sevat Chanvar Dulavat, Narad Nritya Kare. ||…

Vaishno Mata Aarti

॥ Vaishno Mata Aarti ॥ Jai Vashnavi Mata, Maiya Jai Vashnavi Mata । Hath Jod Tere Aage, Aarti Mai Gaataa ॥ ॥ Jai Vashnavi Mata…॥ Sheesh Par Chatra Birajay, Murtiyan Pyaari । Ganga Bahti Charnan, Jyoti Jage Nyaari ॥ ॥ Jai Vashnavi Mata…॥ Brahma Ved Padhe Nit Dvare, Shankar Dhyan Dhare । Sevat Chanvar Dulavat,…

स्कंद माता आरती

॥ आरती ॥ जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी। जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं। हरदम तुझे ध्याता रहूं मैं॥ कई नामों से तुझे पुकारा। मुझे एक है तेरा सहारा॥ कहीं पहाड़ों पर है डेरा। कई शहरों में तेरा बसेरा॥ हर मंदिर में तेरे…

कूष्मांडा माता आरती

॥ आरती ॥ कूष्मांडा जय जग सुखदानी। मुझ पर दया करो महारानी॥ पिंगला ज्वालामुखी निराली। शाकंबरी मां भोलीभाली॥ लाखों नाम निराले तेरे। भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा। स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो जगदंबे। सुख पहुंचाती हो मां अंबे॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा। पूर्ण कर दो मेरी आशा॥ मां…

वैष्णो माता आरती

॥ आरती ॥ जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता । हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता ॥ ॥ जय वैष्णवी माता..॥ शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी । गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी ॥ ॥ जय वैष्णवी माता..॥ ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे । सेवक चंवर डुलावत, नारद नृत्य…

Shri Radha Aarti

|| Shri Radha Aarti || Aarti Shri Vrishbhanu Suta Ki, Manjul Murti Mohan Mamta Ki || Trividh Tapyut Sansriti Nashini, Vimal Vivekvirag Vikasini | Pawan Praphu Pradh Priti Prakashini, Sundartam Chavi Sundarta Ki || !! Aarti Shri Vrishbhanu Suta Ki !! Muni Mann Mohan Mohan Mohini, Madhur Manhor Murti Sohini | Aviralprem Amiye Ras Dohini,…

मंगलवार व्रत की आरती

|| मंगलवार व्रत की आरती || आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ।। जाके बल से गिरिवर कांपै । रोग-दोष जाके निकट न झांपै ।। अंजनि पुत्र महा बलदाई । संतन के प्रभु सदा सहाई ।। दे बीरा रघुनाथ पठाए । लंका जारि सिया सुधि लाये ।। लंका सो कोट…

Mangalwar Vrat Aarti

|| Mangalwar Vrat Aarti || Aarti keejai Hanuman Lala ki, Dusht dalan Raghunath kala ki. Jake bal se girivar kaampe, Rog-dosh jaake nikat na jaampe. Anjani putra Maha baldayi, Santan ke prabhu sada sahayi. De bhira Raghunath pathaye, Lanka jaari Siya sudhi laye. Lanka so kot samundra si khaaye, Jaat pavansut baar na laye. Lanka…

Shri Holika Aarti

|| Shri Holika Aarti || Om Jai Narsimha Hare, Prabhu Jai Narsimha Hare Stambh fad Prabhu prakate, Stambh fad Prabhu prakate, Janaka taap hare || Om Jai Narsimha Hare || Tum ho din dayala, Bhakton hitkaari, Prabhu bhakton hitkaari Adbhut roop banaakar, Adbhut roop banaakar, Prakate bhay haari || Om Jai Narsimha Hare || Sabke…

श्री होलिका आरती

|| श्री होलिका आरती || ओम जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे। स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे॥ || ओम जय नरसिंह हरे  || तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी। अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी॥ || ओम जय नरसिंह हरे  || सबके…

श्री झूलेलाल आरती

॥ श्री झूलेलाल आरती ॥ ॐ जय दूलह देवा, साईं जय दूलह देवा । पूजा कनि था प्रेमी, सिदुक रखी सेवा ॥ तुहिंजे दर दे केई, सजण अचनि सवाली । दान वठन सभु दिलि, सां कोन दिठुभ खाली ॥ ॥ ॐ जय दूलह देवा…॥ अंधड़नि खे दिनव, अखडियूँ – दुखियनि खे दारुं । पाए मन…

जय देवी मंगळागौरी – मंगळागौरीची आरती

॥ जय देवी मंगळागौरी – मंगळागौरीची आरती ॥ जय देवी मंगळागौरी ॥ ओवाळीन सोनियाताटी ॥ रत्नांचे दिवे ॥ माणिकांच्या वाती ॥ हिरेया मोती ज्योती ॥ मंगळमूर्ती उपजली कार्या ॥ प्रसन्न झाली अल्पायुषी ॥ राया तिष्ठली राजबाळी ॥ अहेवपण द्यावया ॥ जय देवी मंगळागौरी.. पूजेला ग आणिती जाईच्या कळ्या ॥ सोळा तिकटी सोळा दूर्वा ॥ सोळा…

मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती

॥ मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती ॥ मंगलागौरी नाम तुझे ॥ तुला नमन असो माझे ॥ भवदुःखाचे हे ओझे ॥ देवी उतरावे सहजे ॥ जय माये मंगलागौरी ॥ तुजला पुजू अंतरी ॥ नानाविधि उपचारी ॥ दीप ओंवाळू सुंदरी ॥ गजाननाची तूं माता ॥ शंकराची प्रिय कांता ॥ हिमाचलाची तू दुहिता ॥ मज तारिं तारिं…

महागौरी माता आरती

|| महागौरी माता आरती || जय महागौरी जगत की माया। जया उमा भवानी जय महामाया॥ हरिद्वार कनखल के पासा। महागौरी तेरी वहां निवासा॥ चंद्रकली ओर ममता अंबे। जय शक्ति जय जय माँ जगंदबे॥ भीमा देवी विमला माता। कौशिकी देवी जग विख्यता॥ हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा। महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥ सती सत हवन…

श्री गौरी माँ की आरती

|| श्री गौरी माँ की आरती || जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को । उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रवदन नीको ॥ ॐ जय अम्बे गौरी..॥ कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै । रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर…

मंगला गौरी आरती

|| मंगला गौरी आरती || जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल दाता। जय मंगला गौरी… अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता, जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय मंगला गौरी… सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था। जय मंगला गौरी… सतयुग…

श्री नरसिंह की आरती

|| श्री नरसिंह की आरती || ओम जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे | स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे || || ओम जय नरसिंह हरे… || तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी | अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी || || ओम…

Hanuman Ji Aarti

|| Hanuman Ji Aarti || Aarti Kije Hanuman Lala Ki। Dusht Dalan Ragunath Kala Ki॥ Jake Bal Se Girivar Kaanpe। Rog Dosh Ja Ke Nikat Na Jhaanke॥ Anjani Putra Maha Baldaaee। Santan Ke Prabhu Sada Sahai॥ Aarti Kije Hanuman Lala Ki। De Beera Raghunath Pathaaye। Lanka Jaari Siya Sudhi Laaye॥ Lanka So Kot Samundra-Si Khai।…

Shri Pavanasuta Hanuman Aarti

|| Shri Pavanasuta Hanuman Aarti || Jayati Mangalagara, Sansara, Bharapahara, Vanarakara Vigraha Purari। Rama-Roshanala, Jvalamala Mishadhvantachara-Salabha-Sanharakari॥ Jayati Marudanjanamoda-Mandira, Natagrivasugriva-Duhkhaikabandho। Yatudhanoddhata-Kruddha-Kalagnihara, Siddha-Sura-Sajjananandasindho॥ Jayati Rudragrani, Vishwavandyagrani, Vishvavikhyata-Bhata-Chakravarti। Samagatagrani, Kamajetagrani, Ramahita, Ramabhaktanuvarti॥ Jayati Sangramajaya, Ramasandeshahara, Kaushala-Kushala-Kalyanabhashi। Rama-Viraharka-Santapta-Bharatadi Nara-Nari-Shitalakaranakalpashashi॥ Jayati Sinhasanasina Sitaramana, Nirakhi Nirbhara Harasha Nrityakari। Rama Sambhraja Shobha-Sahita Sarvada Tulasi-Manasa-Ramapura-Vihari॥

करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता – महालक्ष्मीची आरती

|| करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता – महालक्ष्मीची आरती || करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता । पुरहरवरदायिनी मुरहरप्रियकांता ॥ कमलाकारे जठरी जन्मविला धाता । सहस्त्रवदनी भूधर न पुरे गुण गाता ॥ जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी । वससी व्यापकरूपे तू स्थूलसूक्ष्मी ॥ मातुलिग गदायुत खेटक रविकिरणी । झळके हाटकवाटी पीयुषरसपाणी ॥ माणिकदशना सुरंगवसना मृगनयनी । शशिधरवदना, राजस मदनाची जननी ॥…

ॐ नमो आद्यरूपे – महालक्ष्मीची आरती

|| ॐ नमो आद्यरूपे – महालक्ष्मीची आरती || देवी भगवती माते ॥ काळिका कामरूप । शक्ति तूं जगन्माते ॥ वैष्णवी भूतमाया । मूळपीठ देवते ॥ झालिया भेटी तूझी । नीवारिसी पापंतें ॥ जय श्रीकुलदेवते । महालक्ष्मी ग माते । आरती घेउनीयां । ओंवाळीन मी तूतें ॥ अंबिका भद्रकाली । देवी आद्या कुमारी ॥ मारिलें चंडमुंड…

श्री महालक्ष्मीची आरती

|| श्री महालक्ष्मीची आरती || जय देवी जय देवी जय महालक्ष्मी। वससी व्यापकरुपे तू स्थूलसूक्ष्मी॥ करवीरपुरवासिनी सुरवरमुनिमाता। पुरहरवरदायिनी मुरहरप्रियकान्ता। कमलाकारें जठरी जन्मविला धाता। सहस्रवदनी भूधर न पुरे गुण गातां॥ जय देवी जय देवी…॥ मातुलिंग गदा खेटक रविकिरणीं। झळके हाटकवाटी पीयुषरसपाणी। माणिकरसना सुरंगवसना मृगनयनी। शशिकरवदना राजस मदनाची जननी॥ जय देवी जय देवी…॥ तारा शक्ति अगम्या शिवभजकां…

श्री महालक्ष्मी आरती

|| श्री महालक्ष्मी आरती || ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ || ओम जय लक्ष्मी माता || उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ || ओम जय लक्ष्मी माता || दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥…

लक्ष्मी जी की आरती

|| लक्ष्मी जी की आरती || ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ ॐ जय…

श्री लक्ष्मी जी की आरती

|| श्री लक्ष्मी जी की आरती || ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता । तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता । सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ दुर्गा रुप निरंजनि, सुख-संपत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता…

श्री लक्ष्मीनारायण आरती

|| श्री लक्ष्मीनारायण आरती || जय लक्ष्मी-विष्णो। जय लक्ष्मीनारायण, जय लक्ष्मी-विष्णो। जय माधव, जय श्रीपति, जय, जय, जय विष्णो॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। जय चम्पा सम-वर्णे जय नीरदकान्ते। जय मन्द स्मित-शोभे जय अदभुत शान्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। कमल वराभय-हस्ते शङ्खादिकधारिन्। जय कमलालयवासिनि गरुडासनचारिन्॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। सच्चिन्मयकरचरणे सच्चिन्मयमूर्ते। दिव्यानन्द-विलासिनि जय सुखमयमूर्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। तुम त्रिभुवन की माता, तुम सबके…

ஶிவ ஜீ ஆரதீ

|| ஶிவ ஜீ ஆரதீ || ௐ ஜய ஶிவ ஓங்காரா, ஸ்வாமீ ஜய ஶிவ ஓங்காரா. ப்³ரஹ்மா, விஷ்ணு, ஸதா³ஶிவ, அர்த்³தா⁴ங்கீ³ தா⁴ரா .. ௐ ஜய ஶிவ ஓங்காரா….. ஏகானன சதுரானன பஞ்சானன ராஜே . ஹம்ʼஸாஸன க³ரூஃடா²ஸன வ்ருʼஷவாஹன ஸாஜே .. ௐ ஜய ஶிவ ஓங்காரா….. தோ³ பு⁴ஜ சார சதுர்பு⁴ஜ த³ஸபு⁴ஜ அதி ஸோஹே . த்ரிகு³ண ரூப நிரக²தே த்ரிபு⁴வன ஜன மோஹே .. ௐ ஜய ஶிவ…

শিৱ জী আৰতী

|| শিৱ জী আৰতী || ওঁ জয় শিৱ ওঙ্কাৰা, স্ৱামী জয় শিৱ ওঙ্কাৰা। ব্ৰহ্মা, ৱিষ্ণু, সদাশিৱ, অৰ্দ্ধাঙ্গী ধাৰা ॥ ওঁ জয় শিৱ ওঙ্কাৰা…॥ একানন চতুৰানন পঞ্চানন ৰাজে । হংসাসন গৰূড়াসন ৱৃষৱাহন সাজে ॥ ওঁ জয় শিৱ ওঙ্কাৰা…॥ দো ভুজ চাৰ চতুৰ্ভুজ দসভুজ অতি সোহে । ত্ৰিগুণ ৰূপ নিৰখতে ত্ৰিভুৱন জন মোহে ॥ ওঁ জয় শিৱ…

ଶିଵ ଆରତୀ

|| ଶିଵ ଆରତୀ || ସର୍ଵେଶଂ ପରମେଶଂ ଶ୍ରୀପାର୍ଵତୀଶଂ ଵଂଦେଽହଂ ଵିଶ୍ଵେଶଂ ଶ୍ରୀପନ୍ନଗେଶମ୍ । ଶ୍ରୀସାଂବଂ ଶଂଭୁଂ ଶିଵଂ ତ୍ରୈଲୋକ୍ୟପୂଜ୍ୟଂ ଵଂଦେଽହଂ ତ୍ରୈନେତ୍ରଂ ଶ୍ରୀକଂଠମୀଶମ୍ ॥ ଭସ୍ମାଂବରଧରମୀଶଂ ସୁରପାରିଜାତଂ ବିଲ୍ଵାର୍ଚିତପଦୟୁଗଲଂ ସୋମଂ ସୋମେଶମ୍ । ଜଗଦାଲୟପରିଶୋଭିତଦେଵଂ ପରମାତ୍ମଂ ଵଂଦେଽହଂ ଶିଵଶଂକରମୀଶଂ ଦେଵେଶମ୍ ॥ କୈଲାସପ୍ରିୟଵାସଂ କରୁଣାକରମୀଶଂ କାତ୍ୟାୟନୀଵିଲସିତପ୍ରିୟଵାମଭାଗମ୍ । ପ୍ରଣଵାର୍ଚିତମାତ୍ମାର୍ଚିତଂ ସଂସେଵିତରୂପଂ ଵଂଦେଽହଂ ଶିଵଶଂକରମୀଶଂ ଦେଵେଶମ୍ ॥ ମନ୍ମଥନିଜମଦଦହନଂ ଦାକ୍ଷାୟନୀଶଂ ନିର୍ଗୁଣଗୁଣସଂଭରିତଂ କୈଵଲ୍ୟପୁରୁଷମ୍ । ଭକ୍ତାନୁଗ୍ରହଵିଗ୍ରହମାନଂଦଜୈକଂ ଵଂଦେଽହଂ ଶିଵଶଂକରମୀଶଂ ଦେଵେଶମ୍ ॥ ସୁରଗଂଗାସଂପ୍ଲାଵିତପାଵନନିଜଶିଖରଂ ସମଭୂଷିତଶଶିବିଂବଂ ଜଟାଧରଂ ଦେଵମ୍…

ਸ਼੍ਰੀ ਸ਼ਿਵ ਆਰਤੀ

|| ਸ਼ਿਵ ਆਰਤੀ || ਸਰ੍ਵੇਸ਼ਂ ਪਰਮੇਸ਼ਂ ਸ਼੍ਰੀਪਾਰ੍ਵਤੀਸ਼ਂ ਵਂਦੇਹਂ ਵਿਸ਼੍ਵੇਸ਼ਂ ਸ਼੍ਰੀਪਨ੍ਨਗੇਸ਼ਮ੍ । ਸ਼੍ਰੀਸਾਂਬਂ ਸ਼ਂਭੁਂ ਸ਼ਿਵਂ ਤ੍ਰੈਲੋਕ੍ਯਪੂਜ੍ਯਂ ਵਂਦੇਹਂ ਤ੍ਰੈਨੇਤ੍ਰਂ ਸ਼੍ਰੀਕਂਠਮੀਸ਼ਮ੍ ॥ ਭਸ੍ਮਾਂਬਰਧਰਮੀਸ਼ਂ ਸੁਰਪਾਰਿਜਾਤਂ ਬਿਲ੍ਵਾਰ੍ਚਿਤਪਦਯੁਗਲਂ ਸੋਮਂ ਸੋਮੇਸ਼ਮ੍ । ਜਗਦਾਲਯਪਰਿਸ਼ੋਭਿਤਦੇਵਂ ਪਰਮਾਤ੍ਮਂ ਵਂਦੇਹਂ ਸ਼ਿਵਸ਼ਂਕਰਮੀਸ਼ਂ ਦੇਵੇਸ਼ਮ੍ ॥ ਕੈਲਾਸਪ੍ਰਿਯਵਾਸਂ ਕਰੁਣਾਕਰਮੀਸ਼ਂ ਕਾਤ੍ਯਾਯਨੀਵਿਲਸਿਤਪ੍ਰਿਯਵਾਮਭਾਗਮ੍ । ਪ੍ਰਣਵਾਰ੍ਚਿਤਮਾਤ੍ਮਾਰ੍ਚਿਤਂ ਸਂਸੇਵਿਤਰੂਪਂ ਵਂਦੇਹਂ ਸ਼ਿਵਸ਼ਂਕਰਮੀਸ਼ਂ ਦੇਵੇਸ਼ਮ੍ ॥ ਮਨ੍ਮਥਨਿਜਮਦਦਹਨਂ ਦਾਕ੍ਸ਼ਾਯਨੀਸ਼ਂ ਨਿਰ੍ਗੁਣਗੁਣਸਂਭਰਿਤਂ ਕੈਵਲ੍ਯਪੁਰੁਸ਼ਮ੍ । ਭਕ੍ਤਾਨੁਗ੍ਰਹਵਿਗ੍ਰਹਮਾਨਂਦਜੈਕਂ ਵਂਦੇਹਂ ਸ਼ਿਵਸ਼ਂਕਰਮੀਸ਼ਂ ਦੇਵੇਸ਼ਮ੍ ॥ ਸੁਰਗਂਗਾਸਂਪ੍ਲਾਵਿਤਪਾਵਨਨਿਜਸ਼ਿਖਰਂ ਸਮਭੂਸ਼ਿਤਸ਼ਸ਼ਿਬਿਂਬਂ ਜਟਾਧਰਂ ਦੇਵਮ੍…

ಶಿವ ಆರತೀ

॥ ಶಿವ ಆರತೀ ॥ ಸರ್ವೇಶಂ ಪರಮೇಶಂ ಶ್ರೀಪಾರ್ವತೀಶಂ ವಂದೇಽಹಂ ವಿಶ್ವೇಶಂ ಶ್ರೀಪನ್ನಗೇಶಮ್ । ಶ್ರೀಸಾಂಬಂ ಶಂಭುಂ ಶಿವಂ ತ್ರೈಲೋಕ್ಯಪೂಜ್ಯಂ ವಂದೇಽಹಂ ತ್ರೈನೇತ್ರಂ ಶ್ರೀಕಂಠಮೀಶಮ್ ॥ ಭಸ್ಮಾಂಬರಧರಮೀಶಂ ಸುರಪಾರಿಜಾತಂ ಬಿಲ್ವಾರ್ಚಿತಪದಯುಗಲಂ ಸೋಮಂ ಸೋಮೇಶಮ್ । ಜಗದಾಲಯಪರಿಶೋಭಿತದೇವಂ ಪರಮಾತ್ಮಂ ವಂದೇಽಹಂ ಶಿವಶಂಕರಮೀಶಂ ದೇವೇಶಮ್ ॥ ಕೈಲಾಸಪ್ರಿಯವಾಸಂ ಕರುಣಾಕರಮೀಶಂ ಕಾತ್ಯಾಯನೀವಿಲಸಿತಪ್ರಿಯವಾಮಭಾಗಮ್ । ಪ್ರಣವಾರ್ಚಿತಮಾತ್ಮಾರ್ಚಿತಂ ಸಂಸೇವಿತರೂಪಂ ವಂದೇಽಹಂ ಶಿವಶಂಕರಮೀಶಂ ದೇವೇಶಮ್ ॥ ಮನ್ಮಥನಿಜಮದದಹನಂ ದಾಕ್ಷಾಯನೀಶಂ ನಿರ್ಗುಣಗುಣಸಂಭರಿತಂ ಕೈವಲ್ಯಪುರುಷಮ್ । ಭಕ್ತಾನುಗ್ರಹವಿಗ್ರಹಮಾನಂದಜೈಕಂ ವಂದೇಽಹಂ ಶಿವಶಂಕರಮೀಶಂ ದೇವೇಶಮ್ ॥ ಸುರಗಂಗಾಸಂಪ್ಲಾವಿತಪಾವನನಿಜಶಿಖರಂ ಸಮಭೂಷಿತಶಶಿಬಿಂಬಂ ಜಟಾಧರಂ ದೇವಮ್…

શિવ આરતી

|| શિવ આરતી || જય દેવ, જય દેવ, જય હરિહરા ગંગાધર ગિરિજાવર, ઈશ્વર ૐકારા … ૐ હર હર હર મહાદેવ વાઘાંબર પિતાંબર, શિવશ્યામે પહેર્યા કમળનયન કેશવને, શિવને ત્રિનયન… ૐ હર હર હર મહાદેવ નંદિવાહન ખગવાહન, શિવ ચક્ર ત્રિશુળધારી ત્રિપુરારી મુરારી, જય કમળાધારી… ૐ હર હર હર મહાદેવ વૈકુંઠે વસે વિશ્વંભર, શિવજી કૈલાસે હરિકાળા હર ગોરા,…

श्री महादेव आरती

॥ श्री महादेव आरती ॥ हर हर हर महादेव! सत्य, सनातन, सुन्दर, शिव सबके स्वामी। अविकारी अविनाशी, अज अन्तर्यामी॥ हर हर हर महादेव! आदि, अनन्त, अनामय, अकल, कलाधारी। अमल, अरूप, अगोचर, अविचल, अघहारी॥ हर हर हर महादेव! ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर तुम त्रिमूर्तिधारी। कर्ता, भर्ता, धर्ता, तुम ही संहारी॥ हर हर हर महादेव! रक्षक, भक्षक, प्रेरक,…

श्री खंडेरायाची आरती

|| श्री खंडेरायाची आरती || पंचानन हयवाहन सुरभूषितनीळा । खंडामंडित दंडित दानव अवलीळा ॥ मणिमल्ल मर्दुनियां जों धूसुर पिवळा । हिरे कंकण बासिंगे सुमनांच्या माळा ॥ जय देव जय देव जय शिव मल्हारी । वारीं दुर्जनअसुरा भवदुस्तर तारी ॥ धृ. ॥ सुरवरसंवर वर दे मजलामी देवा । नाना नामे गाइन ही तुमची सेवा ॥ अघटित…

सांझी माता की आरती

|| सांझी माता की आरती || आरता री आरता, सांझी माई आरता, आरता के मूर्ख, चमेली का डोरा, डोरा री डोरा, सांझी का भैया गोरा, गोरी बावड़िया, चमके चुड़ला, अस्सी तेरे पान, पिचासी तेरे …… नो नोर्ते देवी के, सोलह कनागत पितरो के, उठ मेरी देवी खोल किवाड़, पूजन आये तेरे दरबार, पूजा-पाठ के क्या…

बाबा बालक नाथ आरती

।। बाबा बालक नाथ आरती ।। ओम जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे भगत जनों की नइया, भव से पार करे। ओ३म् जय… बालक उम्र सुहानी, नाम बाबा बालक नाथा। अमर हुए शंकर से, सुन कर अमर गाथा। ओम जय कलाधारी हरे… शीश पे बाल सुनहरी, गल रूद्राक्षी माला हाथ में झोली चिमटा, आसन…

श्री शालिग्राम आरती

।। आरती ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी । यह बरदान दयाकर पाऊं ।। प्रात: समय उठी मंजन करके । प्रेम सहित सनान कराऊँ ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी… चन्दन धुप दीप तुलसीदल । वरन -बरन के पुष्प चढ़ाऊँ ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी… तुम्हरे सामने नृत्य करूँ नित । प्रभु घंटा शंख मृदंग बजाऊं ।।…

श्री विश्वकर्मा आरती

|| श्री विश्वकर्मा आरती || प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। सुदामा की विनय सुनी और कंचन महल बनाए। सकल पदारथ देकर प्रभु जी दुखियों के दुख टारे॥ प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। विनय करी भगवान कृष्ण ने द्वारकापुरी बनाओ। ग्वाल बालों की रक्षा की प्रभु की लाज बचाओ॥ प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु…

अम्बे गौरी की आरती

|| अम्बे गौरी की आरती || जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ओम जय अम्बे गौरी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ओम जय अम्बे गौरी॥ माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को, मैया टीको मृगमद को। उज्जवल से दो‌उ नैना, चन्द्रवदन…

भाई दूज आरती

|| भाई दूज आरती || ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता, जो नहावे फल पावे सुख सुख की दाता ॐ पावन श्रीयमुना जल शीतल अगम बहै धारा, जो जन शरण से कर दिया निस्तारा ॐ जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे, यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे…

धर्मराज आरती

|| धर्मराज आरती || धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब…

श्री गोदावरी आरती

।। गोदावरी आरती ।। श्री आरती गोदावरी । उगमस्थ ब्रह्मगिरी । कुशावर्त गंगाद्वारी । माता श्री त्र्यंबकेश्वरी ।। जय पतित पावनी । निवृत्ति नाथाचरणी । गौतम श्री जटाधारी । वरदात्री गोदावरी ।। जय अमृत वाहिनी । वरदा माता अंजनी । वंदन श्री रामभूमी । कुंभपात्री गोदावरी ।। जय जीवन दायिनी । गोवर्धन जनस्थानी । नाथसागरा…

माँ ताप्ती की आरती

|| आरती || ॐ जय ताप्ती माता, मैया जय ताप्ती माता। तीनो लोक निस दिन ध्यावत, नारद गुण गाता।। || ॐ जय ताप्ती माता , मैया जय ताप्ती माता।। सूर्य देव है पिता तिहारे, छाया संज्ञा माता। सावित्री यमुना भगिनी तिहारी, यम शनि भ्राता।। || ॐ जय ताप्ती माता , मैया जय ताप्ती माता।। सूर्य…

श्री गिरिजा माता आरती

|| श्री गिरिजा माता आरती || ॐ जय गिरिजा मैय्या, माँ जय गिरिजा मैय्या, जो जन तुमको ध्याता, जो जन तुमको ध्याता, अनुपम सुख पाता, ॐ जय गिरिजा मैय्या, ॐ जय गिरिजा मैय्या, माँ जय गिरिजा मैय्या, जो जन तुमको ध्याता, जो जन तुमको ध्याता, अनुपम सुख पाता, ॐ जय गिरिजा मैय्या, कोशी नदी सुहावनि,…

श्री हलषष्ठी माता आरती

|| श्री हलषष्ठी माता आरती || जय षष्ठी माते जय हलषष्ठी माते। नीराजनममरैर्कृतमाधात्रे जाते॥ || जय हल…|| करुणामयि गुणशीले तिथिशीलेऽभयदे। वचसातीतमहिम्ने वात्सल्येऽऽनन्दे॥ || जय हल…|| कंसभगिन्या पूज्ये चन्द्रललितसुतदे। वंशकरे प्रभुरिवगुणयुक्तवत्सकप्रदे॥ || जय हल…|| वैदर्भ्याऽपि सुपूज्ये नष्टपुत्रदात्रे। श्रीखण्डप्रसवाङ्गे वरुणामोदकरे॥ || जय हल…|| क्रीडनकेन भवाब्धे पूज्ये सौख्यवरे। अम्बुयुक्तचीरैरजिरेऽजरवज्रकरे॥ || जय हल…|| महिषीदुग्धप्रभाऽऽर्चे वरदे धर्मधरे। कृष्णाग्रजगुणयुक्ते शुभ्रे कृष्णप्रिये॥…

भगवान कैलासवासी आरती

॥ भगवान कैलासवासी आरती ॥ शीश गंग अर्धन्ग पार्वती सदा विराजत कैलासी। नन्दी भृन्गी नृत्य करत हैं, धरत ध्यान सुर सुखरासी॥ शीतल मन्द सुगन्ध पवन बह बैठे हैं शिव अविनाशी। करत गान गन्धर्व सप्त स्वर राग रागिनी मधुरासी॥ यक्ष-रक्ष-भैरव जहँ डोलत, बोलत हैं वनके वासी। कोयल शब्द सुनावत सुन्दर, भ्रमर करत हैं गुन्जा-सी॥ कल्पद्रुम अरु…

श्री दंतेश्वरी माता आरती

|| श्री दंतेश्वरी माता आरती || ओम दंतेश्वरी माता, जय दंतेश्वरी माता। शरणागत की रक्षक, रिद्धि –सिद्धि दाता।। पावन छवि विराजत, श्यामागी गौरी। रजत सर्वण आभूषण, भात मुकुट धारी।। शक्ति सती कल्याणी, भव संताप हरे। दंतेश्वरी भवानी, नाम अनेक धरे।। मंगल ज्योति कलश की, जगमग ज्योति जले। तन–मन करे प्रकाशित, जग्दम्बे अमले।। दानव देव मनुज…

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