शिव – शंकराची आरती

॥ शिव – शंकराची आरती ॥ जय जय शिव हर शंकर जय गिरिजारमणा ॥ पंचवदन जय त्र्यंबक त्रिपुरासुरदहना ॥ भवभयभंजन सुंदर स्मरहर सुखसदना ॥ अविकल ब्रह्म निरामय जय जगदुद्धरणा ॥ १ ॥ जय जय शिव हर शंकर … जय देव जय देव जय शंकर सांबा ॥ ओंवाळित निजभावें, नमितों मी सद्भावें वर सहजगदंबा ॥ ध्रु०…

श्री शंकराची आरती

॥ श्री शंकराची आरती ॥ लवथवती विक्राळा ब्रह्माण्डी माळा। वीषे कण्ठ काळा त्रिनेत्री ज्वाळा। लावण्य सुन्दर मस्तकी बाळा। तेथुनिया जळ निर्मळ वाहे झुळझुळा॥ जय देव जय देव जय श्रीशंकरा। आरती ओवाळू तुज कर्पुरगौरा॥ कर्पुर्गौरा भोळा नयनी विशाळा। अर्धांगी पार्वती सुमनांच्या माळा। विभुतीचे उधळण शितिकण्ठ नीळा। ऐसा शंकर शोभे उमावेल्हाळा॥ जय देव जय देव जय श्रीशंकरा।…

Shiv ji Aarti

॥ Shiv ji Aarti ॥ Om Jai Shiv Omkara Har Jai Shiv OmKara। Brahma Vishnu Sadashiv Ardhaangi Dhaara॥ Om Jai Shiv Omkara… Ekanan Chaturanan Panchanan Raajey। Hansanan Garurasan Vrishvaahan Saajey॥ Om Jai Shiv Omkara… Do Bhuj Chaar Chaturbhuj Das Bhuj Te Sohey। Teeno Roop Nirakhta Tribhuvan Jan Mohey॥ Om Jai Shiv Omkara…. Akshmala Banmala Mundmala…

जय जगत्महरणा – सूर्याची आरती

|| जय जगत्महरणा – सूर्याची आरती || जय जय जगत्महरणा दिनकर सुखकिराणा । उदयाचल जगभासक दिनमणि शुभस्मरणा ॥ पद्मासन सुखमुर्ती सुहास्यवरवदना । पद्मकरा वरदप्रभ भास्वत सुखसदना ॥ १ ॥ जय देव जय देव जय भास्कर सूर्या । विधिहरिशंकररूपा जय सुरवरवर्या ॥ ध्रु० ॥ कनकाकृतिरथ एकचक्रांकित तरणी । सप्ताननाश्वभूषित रथि ता बैसोनी ॥ योजनसह्स्त्र द्वे द्वे…

Satguru Ki Aarti

|| Satguru Ki Aarti || Aarti sang Satguru ke kijai, Antar jot hot lakh lijiye || Paanch tatva tan agni jaraai, Deepak chaas prakash karijiye || Gagan-thaal ravi-shashi phal-phoola, Mool kapoor kalash dhar dijiye || Achhat nabha taare muktaahal, Pohap-maal hiy haar guhijiye || Set paan mishtaan maithaai, Chandan dhup deep sab cheejiye || Jhalak…

सतगुरु की आरती

|| सतगुरु की आरती || आरती संग सतगुरु के कीजै। अन्तर जोत होत लख लीजै ।। पाँच तत्व तन अग्नि जराई। दीपक चास प्रकाश करीजै ।। गगन-थाल रवि-शशि फल-फूला। मूल कपूर कलश धर दीजै ।। अच्छत नभ तारे मुक्ताहल। पोहप-माल हिय हार गुहीजै ।। सेत पान मिष्टान्न मिठाई। चन्दन धूप दीप सब चीजैं ।। झलक…

गुरूची आरती

|| गुरूची आरती || सगुण हे आरती निर्गुण ओवाळू ॥ कल्पनेचे घृत घालू दीप पाजळू ॥ १ ॥ ओवाळू आरती सद्गुरुनाथा, श्रीगुरुनाथा ॥ भावे चरणकमळावरी ठेविला माथा ॥ ध्रु० ॥ अविद्येचा मोह पडला उपडोनी सांडू ॥ आशा मनशा तृष्णा काम क्रोध कुरवंडू ॥ ओवाळू ॥ २ ॥ सद्गुरूचे पूजनकेले षोडशोपचारी ॥ रामानंद जीवनमुक्त झाला संसारी…

Shri Budhwar Aarti

|| Budhwar Aarti || Aarti Yugalkishor Ki Kijiye, Tan Man Dhan Nyochhavar Kijiye. Gaurshyam Mukh Nirakhan Lijiye, Hari Ka Roop Nayan Bhar Peejiye. Ravi Shashi Koti Badan Ki Shobha, Tahi Nirakhi Mero Man Lobha. Odhe Neel Peet Pat Sari, Kujbihari Girivaradhari. Phoolan Sej Phool Ki Mala, Ratna Sinhasan Bathe Nandalala. Kanchan Thar Kapoor Ki Baati,…

एकादशी माता आरती

॥ एकादशी माता आरती ॥ ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता। विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी। गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय एकादशी…॥ मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी। शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,…

गुरु गोरखनाथ आरती

|| गुरु गोरखनाथ आरती || जय गोरख देवा जय गोरख देवा। कर कृपा मम ऊपर नित्य करूँ सेवा॥ शीश जटा अति सुन्दर भालचन्द्र सोहे। कानन कुण्डल झलकत निरखत मन मोहे॥ गल सेली विच नाग सुशोभित तन भस्मी धारी। आदि पुरुष योगीश्वर सन्तन हितकारी॥ नाथ निरंजन आप ही घट-घट के वासी। करत कृपा निज जन पर…

Guru Gorakhnath Ji Ki Aarti

|| Guru Gorakhnath Aarti || Jai Gorakh Deva Jai Gorakh Deva | Kar Kripa Mam Oopar Nitya Karo Seva || Sheesh Jata Ati Sundar Bhaal Chandr Sohe | Kaanan Kundal Jhalakata Nirakhat Man Mohe || Gal Seli Vich Naag Sushobhiy Tam Bhasmee Dhaari | Aadi Purush Yogishwar Santan Hitakari || Naath Niranjan aap Hi Ghat…

श्री कुबेर आरती

॥ श्री कुबेर आरती ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे । शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे । ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े । दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध लड़े ॥ ॥ ऊँ जै यक्ष…

बाबा गंगाराम आरती

॥ बाबा गंगाराम आरती ॥ जय हो गंगाराम बाबा जय हो गंगाराम। कष्ट निवारण मंगल दायक हो सब सुख के धाम॥ जय हो गंगाराम बाबा…॥ सच्चे मन से ध्यान धरे जो उनके सारो काम। धन-वैभव वह सब सुख पाता जाने जगत तमाम॥ जय हो गंगाराम बाबा…॥ प्रात:काल थारी करां वन्दना लेकर थारो नाम। चन्दन पुष्प…

सन्तोषी माता आरती

॥ सन्तोषी माता आरती ॥ जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता । अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो । हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥ जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता ॥ गेरू लाल छटा छबि,…

संतोषी मातेची आरती

॥ संतोषी मातेची आरती ॥ मै तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। मै तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। जय जय संतोषी माता । जय जय माँ । बडी ममता है बडा प्यार माँ की आँखो में। माँ की आँखो में। बडी करुणा है, माया दुलार माँ की आँखो में । क्यों न…

वैभव लक्ष्मी आरती

।। वैभव लक्ष्मी आरती ।। ॐ जय वैभव लक्ष्मी माता, मैया जय वैभव लक्ष्मी माता, भक्तों के हितकारिनी, भक्तों के हितकारिनी, सुख वैभव दाता, ॐ जय वैभव लक्ष्मी माता । लक्ष्मी माँ का नाम जो लेता, सुख सम्पति पाता, मैया सुख सम्पति पाता, दुःख दरिद्र मिटता, दुःख दरिद्र मिटता, बांछित फल पाता । ॐ जय…

Santoshi Mata Aarti

॥ Santoshi Mata Aarti ॥ Jai Santoshi Mata, Maiya Jai Santoshi Mata। Apne Sewak Jan Ki, Sukh Sampati Data॥ Sundar Chir Sunahri Maa Dharan Kinhon। Hira Pana Damke, Tan Shringar Linyoh॥ ॥ Jai Santoshi Mata…॥ Geru Lal Chhata Chhavi, Badan Kamal Sohe। Mand Hansat Karunamayi, Tribhuvan Jan Mohe॥ ॥ Jai Santoshi Mata…॥ Swarna Sinhasan Baithi,…

Shri Brihaspati Dev Aarti

॥ Brihaspati Dev Aarti ॥ Jai Brihaspati Deva, Om Jai Vrhaspati Deva । Chhin Chhin Bhog Laga‌on, Kadli Phal Meva ॥ ॥ Om Jai Vrhaspati Deva..॥ Tum Puran Paramatma, Tum Antaryami । Jagatapita Jagadishvar, Tum Sabake Swami ॥ ॥ Om Jai Vrhaspati Deva..॥ Charanamrt Nij Nirmal, Sab Patak Harta । Sakal Manorath Dayak, Kripa Karo Bharta…

श्री बृहस्पति देव आरती

॥ श्री बृहस्पति देव आरती ॥ जय वृहस्पति देवा, ऊँ जय वृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगा‌ऊँ, कदली फल मेवा ॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी । जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ ऊँ जय वृहस्पति देवा, जय वृहस्पति देवा ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पातक…

श्री बुधवार आरती

|| श्री बुधवार आरती || आरती युगलकिशोर की कीजै। तन मन धन न्यौछावर कीजै॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै। हरि का रूप नयन भर पीजै॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा। ताहि निरखि मेरो मन लोभा॥ ओढ़े नील पीत पट सारी। कुजबिहारी गिरिवरधारी॥ फूलन सेज फूल की माला। रत्न सिंहासन बैठे नन्दलाला॥ कंचन थार कपूर की…

हनुमान जी आरती

|| हनुमान जी आरती || आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ आरती कीजै हनुमान लला की। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥ लंका सो कोट समुद्र-सी खाई। जात…

श्री पवनसुत हनुमान आरती

॥ श्री पवनसुत हनुमान आरती ॥ जयति मंगलागार, संसार, भारापहर, वानराकार विग्रह पुरारी। राम-रोषानल, ज्वालमाला मिषध्वान्तचर-सलभ-संहारकारी॥ जयति मरुदन्जनामोद-मन्दिर, नतग्रीवसुग्रीव-दुःखैकबन्धो। यातुधानोद्धत-क्रुद्ध-कालाग्निहर, सिद्ध-सुर-सज्जनानन्दसिन्धो॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति रुद्राग्रणी, विश्ववन्द्याग्रणी, विश्वविख्यात-भट-चक्रवर्ती। सामगाताग्रणी, कामजेताग्रणी, रामहित, रामभक्तानुवर्ती॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति संग्रामजय, रामसन्देशहर, कौशला-कुशल-कल्याणभाषी। राम-विरहार्क-संतप्त-भरतादि नर-नारि-शीतलकरणकल्पशाषी॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति सिंहासनासीन सीतारमण, निरखि निर्भर हरष नृत्यकारी। राम संभ्राज शोभा-सहित सर्वदा…

अन्नपूर्णा माता आरती

॥ अन्नपूर्णा माता आरती ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम । सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ राम ॥ बारम्बार प्रणाम,…

श्री भगवद्‍ गीता आरती

|| श्री भगवद्‍ गीता आरती || जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते ॥ कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि, कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि, विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि, निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि, सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते…॥ राग-द्वेष-विदारिणि, कारिणि मोद सदा । भव-भय-हारिणि, तारिणि परमानन्दप्रदा ॥ जय भगवद् गीते…॥ आसुर-भाव-विनाशिनि, नाशिनि तम…

Shri Bhagwat Geeta Aarti

|| Shri Bhagwat Geeta Aarti || Jai Bhagavad Gite, Jai Bhagavad Gite । Hari-Hiy-Kamal-viharini, Sundar Supunite । ॥ Jai Bhagavad Gite…॥ Karm-Sumarm-Prakashini, Kamasaktihara । Tattvagyan-vikashini, Vidya Brahm Para ॥ ॥ Jai Bhagavad Gite…॥ Nishchal-Bhakti-Vidhayini, Nirmal Malahari । Sharan-Sahasy-Pradayini, Sab Vidhi Sukhkari ॥ ॥ Jai Bhagavad Gite…॥ Rag-Dvesh-Vidarini, Karini Mod Sada । Bhav-Hhay-Harini, Tarini Paramanandaprada ॥…

Shri Shani Dev Aarti

॥ Shri Shani Dev Aarti ॥ Jai Jai Shri Shani Dev Bhaktan Hitkari । Suraj Ke Putra Prabhu Chaya Mehatari ॥ ॥ Jai Jai Shri Shani..॥ Shyam Ank Vakra Drisht Chaturbhurja Dhari । Nilamber Dhar Nath Gaj Ki Aswari ॥ ॥ Jai Jai Shri Shani..॥ Krit Mukut Sheesh Sahej Dipat Hain Lilari । Muktan Ki…

Shaniwar Aarti

॥ Shaniwar Aarti ॥ Jai Shani Deva, Jai Shani Deva, Jai Jai Jai Shani Deva। Akhila Srishti Mein Koti-Koti Jana Karen Tumhari Seva। Jai Shani Deva…॥ Jaa Par Kupita Hou Tum Swami, Ghora Kashta Waha Pave। Dhana Vaibhava Aur Maan-Kirti, Sab Palbhara Mein Mita Jave। Raja Nala Ko Lagi Shani Dasha, Rajpaat Hara Leva। Jai…

शनिवार आरती

॥ शनिवार आरती ॥ जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा। अखिल सृष्टि में कोटि-कोटिजन करें तुम्हारी सेवा। जय शनि देवा…॥ जा पर कुपित होउ तुम स्वामी, घोर कष्ट वह पावे। धन वैभव और मान-कीर्ति, सब पलभर में मिट जावे। राजा नल को लगी शनि दशा, राजपाट हर लेवा। जय शनि…

शनिदेवाची आरती

|| शनिदेवाची आरती || जय जय श्रीशनिदेवा । पद्मकर शिरी ठेवा ॥ आरती ओवाळीतो । मनोभावे करुनी सेवा ॥ जय जय श्रीशनिदेवा.. सूर्यसुता शनिमूर्ती । तुझी अगाध कीर्ती ॥ एकमुखे काय वर्ण । शेषा न चले स्फूर्ती ॥ जय जय श्रीशनिदेवा… नवग्रहामाजी श्रेष्ठ । पराक्रम थोर तूझा ॥ ज्यावरी तू कृपाकरिसी । होय रंकाचा राजा…

श्री शनिदेव आरती

॥ शनिदेव आरती॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी । सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी । नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥ क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी । मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी…

श्री सीताराम आरती

॥ श्री सीताराम आरती ॥ आसपास सखियाँ सुख दैनी, सजि नव साज सिन्गार सुनैनी, बीन सितार लिएँ पिकबैनी, गाइ सुराग सुनाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। अनुपम छबि धरि दन्पति राजत, नील पीत पट भूषन भ्राजत, निरखत अगनित रति छबि लाजत, नैनन को फल पाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। नीरज…

तुलसी आरती – महारानी नमो-नमो

|| तुलसी आरती – महारानी नमो-नमो || तुलसी महारानी नमो-नमो, हरि की पटरानी नमो-नमो । धन तुलसी पूरण तप कीनो, शालिग्राम बनी पटरानी । जाके पत्र मंजरी कोमल, श्रीपति कमल चरण लपटानी ॥ धूप-दीप-नवैद्य आरती, पुष्पन की वर्षा बरसानी । छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन, बिन तुलसी हरि एक ना मानी ॥ सभी सखी मैया तेरो…

श्री तुलसी माता की आरती

|| तुलसी माता आरती || जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है…

Surya Dev Ji Ki Aarti

|| Surya Dev Aarti || Om Jai Surya Bhagwan, Jai Ho Dinkar Bhagwan। Jagat Ke Netra Swaroopa, Tum Ho Triguna Swaroopa। Dharat Saba Hi Tab Dhyan, Om Jai Surya Bhagwan॥ ॥ Om Jai Surya Bhagwan…॥ Sarathi Arun Hai Prabhu Tum, Shwet Kamaladhari। Tum Char Bhuja Dhari॥ Ashwa Hai Sath Tumharey, Koti Kirana Pasarey। Tum Ho…

सूर्य देव जी की आरती

|| सूर्य देव आरती || ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान । जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा । धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान ॥ ॥ ऊँ जय सूर्य भगवान..॥ सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमलधारी । तुम चार भुजाधारी ॥ अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटी…

रविवार आरती

|| रविवार आरती || कहूँ लगी आरती दास करेंगे, सकल जगत जाकी जोत बिराजे || सात समुद्र जाके चरणनि बसे, कहा भयो जल कुम्भ भरे || सात समुद्र जाके चरणनि बसे, कहा भयो जल कुम्भ भरे || सकल जगत जाकी जोत बिराजे || कहूँ लगी आरती दास करेंगे|| कोटि भानु जाके नख की शोभा, कहा…

Ravivar Aarti

॥ Ravivar Aarti ॥ Kahu Lagi Aarti, Das Karenge, Sakal Jagat Jaki Jot Biraje || Saath Samudra Jake Charani Base, Kaha Bhayo Jal Kumbh Bhare || Saath Samudra Jake Charani Base, Kaha Bhayo Jal Kumbh Bhare || Sakal Jagat Jaki Jot Biraje || Kahu Lagi Aarti, Das Karenge || Koti Bhanu Jake Nakh Ki Shobha,…

श्री छठ माता की आरती

|| छठ माता की आरती || जय छठी मैया ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए। मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥ || जय छठी मैया  || ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय। ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मंडराए॥…

Shri Chhath Mata Ki Aarti

|| Chhath Mata Aarti || Om Jay Chhathi Maiya, O Je Kerwa Je Pharela Khubad Se, Oho Par Suga Mandaraaye। Marbo Re Sugaava Dhanukh Se, Suga Gire Murjhaaye॥ || Jay Chhathi Maiya || O Je Sugaani Je Royelee Viyog Se, Aadit Hoi Na Sahaay। O Je Naariyar Je Pharela Khubad Se, Oho Par Suga Mandaraaye॥…

श्री चित्रगुप्त आरती

॥ आरती ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामीजय चित्रगुप्त हरे । भक्तजनों के इच्छित, फलको पूर्ण करे॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तनसुखदायी । भक्तों के प्रतिपालक, त्रिभुवनयश छायी ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ रूप चतुर्भुज, श्यामल मूरत, पीताम्बरराजै । मातु इरावती, दक्षिणा, वामअंग साजै ॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ कष्ट निवारक, दुष्ट संहारक, प्रभुअंतर्यामी । सृष्टि…

Shri Govardhan Aarti

|| Shri Govardhan Aarti || Shri Govardhan Maharaj, O Maharaj, Tere mathe mukut viraj raheo. Tope paan chadhe, tope phool chadhe, Tope chadhe doodh ki dhaar. || Tere mathe mukut viraj raheo || Teri saat kos ki parikrama, Chakaleshwar hai vishram. || Tere mathe mukut viraj raheo || Tere gale mein kantha saaj raheo, Thodi…

गोवर्धन महाराज आरती

Govardhan Pooja

।। गोवर्धन पूजा मुहूर्त ।। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर 2024 को प्रातः 6:00 बजे से 8:00 बजे तक है। इसके अलावा, दोपहर 03:23 बजे से 05:35 बजे के बीच भी गोवर्धन पूजा की जा सकती है। ।। गोवर्धन महाराज आरती ।। श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तोपे…

अहोई माता आरती

॥ अहोई माता आरती ॥ जय अहोई माता, जय अहोई माता । तुमको निसदिन ध्यावत, हर विष्णु विधाता ॥ ॐ जय अहोई माता ॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला, तू ही है जगमाता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय अहोई माता ॥ माता रूप निरंजन, सुख-सम्पत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्यावत, नित मंगल…

Ahoi Mata Aarti

॥ Ahoi Mata Aarti ॥ Jai Ahoi Mata, Jai Ahoi Mata । Tumko Nisdin Dhyavat Hari Vishnu Vidhata ॥ ॥ Jai Ahoi Mata..॥ Brahamni Rudrani Kamla Tu He Hai Jag Mata । Surya Chandrama Dhyavat Narad Rishi Gata ॥ ॥ Jai Ahoi Mata..॥ Mata Roop Niranjan Sukh Sampatti Data । Jo Koi Tumko Dhyavat Nit…

श्री अहोई माता की आरती

|| श्री अहोई माता की आरती || जय अहोई माता, जय अहोई माता । तुमको निसदिन ध्यावत, हर विष्णु विधाता ॥ ॐ जय अहोई माता ॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला, तू ही है जगमाता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय अहोई माता ॥ माता रूप निरंजन, सुख-सम्पत्ति दाता । जो कोई तुमको ध्यावत,…

Shri Ahoi Mata Ji Ki Aarti

|| Shri Ahoi Mata Ji Ki Aarti || Jai Ahoi Mata, Jai Ahoi Mata । Tumko Nisdin Dhyavat Hari Vishnu Vidhata ॥ ॥ Jai Ahoi Mata..॥ Brahamni Rudrani Kamla Tu He Hai Jag Mata । Surya Chandrama Dhyavat Narad Rishi Gata ॥ ॥ Jai Ahoi Mata..॥ Mata Roop Niranjan Sukh Sampatti Data । Jo Koi…

Shri Karwa Mata Aarti

।। Shri Karwa Mata Aarti ।। Om Jay Karva Maaiya, Maata Jay Karva Maaiya Jo Vrat Kare Tumhara, Paar Karo Naiya ।। Om Jay Karva Maaiya। Sab Jag Ki Ho Maata, Tum Ho Rudraani Yash Tumhara Gaavat, Jag Ke Sab Praani ।। Om Jay Karva Maaiya। Kartik Krishna Chaturthi, Jo Naari Vrat Karti Deerghayu Pati…

करवा चौथ आरती

।। करवा चौथ आरती ।। ऊँ जय करवा मइया, माता जय करवा मइया । जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया ।। ऊँ जय करवा मइया। सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी। यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी ।। ऊँ जय करवा मइया। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती। दीर्घायु पति…