येई हो विठ्ठले – विठ्ठलाची आरती

|| येई हो विठ्ठले (Yei Ho Vitthale Marathi Aarti PDF) || येई हो विठ्ठले माझे माऊली ये । निढळावरी कर ठेवुनि वाट मी पाहे ॥ येई हो विठ्ठले… आलिया गेलिया हाती धाडी निरोप । पंढरपुरी आहे माझा मायबाप ॥ येई हो विठ्ठले… पिवळा पीतांबर कैसा गगनी झळकला । गरुडावरि बैसोनि माझा कैवारी आला ॥ येई…

लोलो लागला अंबेचा​ आरती

|| लोलो लागला अंबेचा​ आरती PDF Marathi || लोलो लागला अंबेचा, भेदाभेद कैचा आला कंटाळा विषयाचा, धंदा मुळ मायेचा ।। ध्रु.।। प्रपंच खोटा हा, मृगपाणी घोरे फिरतो प्राणी। कन्या-सुत-दारा-धन माझे मिथ्या वदतो वाणी। अंती नेतील हे यमदुत। न ये संगे कोणी। निर्गुण रेणुका कुळदेवी जपतो मी निर्वाणी।। लोलो।।१।। लोलो लागला अंबेचा, भेदाभेद कैचा आला कंटाळा…

आम्ही चुकलो जरी तरी काही​ आरती

|| आम्ही चुकलो जरी तरी काही​ आरती PDF || आम्ही चुकलो जरी तरी काही। तूं चुकू नको अंबाबाई ।।धृ । तुझे नांव आनंदी साजे| तुझा महिमा त्रिभुवनी गाजे| तुझे सगुणरूप विराजे| तुला वंदिती सन्मुनि, राजे। गुण गाती वेदशास्त्रेही ।।१ ।। आम्ही चुकलो जरी तरी काही। तूं चुकू नको अंबाबाई ।।धृ । आम्ही अनाथ, दीन भिकारी।…

श्री स्वामी समर्थ आरती

श्री स्वामी समर्थ महाराज हे कलियुगातील एक महान संत आणि दत्तावतारी पुरुष म्हणून ओळखले जातात. त्यांचे स्मरण, नामस्मरण आणि भजन हे त्यांच्या भक्तांना मानसिक शांती, धैर्य आणि सामर्थ्य प्रदान करते. स्वामी समर्थांच्या भक्तीचा एक महत्त्वाचा भाग म्हणजे त्यांची आरती. “श्री स्वामी समर्थ आरती” ही स्वामींच्या गौरवार्थ गायली जाणारी एक सुंदर आणि भक्तीपूर्ण रचना आहे. आरती…

आईचा जोगवा जोगवा मागेन आरती

|| आईचा जोगवा जोगवा मागेन आरती PDF ||​ आईचा जोगवा जोगवा मागेन आईचा जोगवा जोगवा मागेन अनादी निर्गुणी प्रगटली भवानी । मोह महिषासूर मर्दनालागूनी । विविध तपाची करावयाची झाडणी । भक्तालागी तू पावसी निर्वाणी ॥१॥ आईचा जोगवा जोगवा मागेन द्वैत सारूनी माळ मी घालीन । हाती बोधाचा झेंडा मी घेईन । भेदरहित वारीसी जाईन ॥२॥…

कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला

|| कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला ||​ कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला| भवानी ओवाळु तुजला ( देहंभावे अहंकार ) .. ( २ ) चरणी वाहीला || सप्तशतीच्या पाठे अंबे कृपा मज केली रेणुके कृपा मज केली ( भक्तावर द्या या ) -२ अंबा प्रसन्न झाली || १ || दया क्षमा शांती अंबे उजळल्या ज्योती। रेणुके…

अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो आरती

|| अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो आरती PDF ||​ अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो प्रतिपदेपासून घटस्थापना ती करुनी हो मूलमंत्र – जप करुनी भोवत रक्षक ठेवुनी हो ब्रह्म विष्णू रुद्र आईचे पूजन करिती हो || १ || द्वितीयेचे दिवशी मिळती चौषष्ठ योगिनी हो सकळामध्ये श्रेष्ठ परशुरामाची जननी हो कस्तुरी मळवट भांगी शेंदूर भरुनी…

मंगला गौरी आरती

|| मंगला गौरी आरती PDF|| जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल दाता। जय मंगला गौरी… अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता, जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय मंगला गौरी… सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था। जय मंगला गौरी… सतयुग…

मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती

|| मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती PDF || मंगलागौरी नाम तुझे ॥ तुला नमन असो माझे ॥ भवदुःखाचे हे ओझे ॥ देवी उतरावे सहजे ॥ जय माये मंगलागौरी ॥ तुजला पुजू अंतरी ॥ नानाविधि उपचारी ॥ दीप ओंवाळू सुंदरी ॥ गजाननाची तूं माता ॥ शंकराची प्रिय कांता ॥ हिमाचलाची तू दुहिता ॥ मज तारिं…

Satguru Ki Aarti

|| Satguru Ki Aarti PDF || Aarti sang Satguru ke kijai, Antar jot hot lakh lijiye || Paanch tatva tan agni jaraai, Deepak chaas prakash karijiye || Gagan-thaal ravi-shashi phal-phoola, Mool kapoor kalash dhar dijiye || Achhat nabha taare muktaahal, Pohap-maal hiy haar guhijiye || Set paan mishtaan maithaai, Chandan dhup deep sab cheejiye ||…

सतगुरु की आरती

|| सतगुरु की आरती PDF || आरती संग सतगुरु के कीजै। अन्तर जोत होत लख लीजै ।। पाँच तत्व तन अग्नि जराई। दीपक चास प्रकाश करीजै ।। गगन-थाल रवि-शशि फल-फूला। मूल कपूर कलश धर दीजै ।। अच्छत नभ तारे मुक्ताहल। पोहप-माल हिय हार गुहीजै ।। सेत पान मिष्टान्न मिठाई। चन्दन धूप दीप सब चीजैं ।।…

Guru Gorakhnath Ji Ki Aarti

|| Guru Gorakhnath Aarti PDF || Jai Gorakh Deva Jai Gorakh Deva | Kar Kripa Mam Oopar Nitya Karo Seva || Sheesh Jata Ati Sundar Bhaal Chandr Sohe | Kaanan Kundal Jhalakata Nirakhat Man Mohe || Gal Seli Vich Naag Sushobhiy Tam Bhasmee Dhaari | Aadi Purush Yogishwar Santan Hitakari || Naath Niranjan aap Hi…

गुरु गोरखनाथ आरती

|| गुरु गोरखनाथ आरती PDF || जय गोरख देवा जय गोरख देवा। कर कृपा मम ऊपर नित्य करूँ सेवा॥ शीश जटा अति सुन्दर भालचन्द्र सोहे। कानन कुण्डल झलकत निरखत मन मोहे॥ गल सेली विच नाग सुशोभित तन भस्मी धारी। आदि पुरुष योगीश्वर सन्तन हितकारी॥ नाथ निरंजन आप ही घट-घट के वासी। करत कृपा निज जन…

श्री जगन्नाथ संध्या आरती

|| श्री जगन्नाथ संध्या आरती PDF || अनंत रूप अन्नांत नाम अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्ववयापका नारायाणा विस्ववयापका नारायाणा विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा…

जगन्नाथ मंगल आरती

|| जगन्नाथ मंगल आरती PDF || आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, मंगलकारी नाथ आपादा हरि, कंचन को धुप दीप ज्योत जगमगी, अगर कपूर बाटी भव से धारी, आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, झांझ या मृदंग बाजे, ताल…

ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ

|| ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ (Aarti Kunj Bihari Ki Tamil PDF) || ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ கலே மேங் பைஜங்தீ மாலா பஜாவை முரலீ மதுர பாலா ச்ரவண மேங் குண்டல ஜலகாலா நங்த கே ஆநங்த நங்தலாலா ககந ஸம அங்க காங்தி காலீ ராதிகா சமக ரஹீ ஆலீ லதந மேங் டாடே பநமாலீ ப்ரமர…

ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ

|| ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ (Aarti Kunj Bihari Ki Malayalam PDF) || ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ഗലേ മേം ബൈജംതീ മാലാ ബജാവൈ മുരലീ മധുര ബാലാ ശ്രവണ മേം കുണ്ഡല ഝലകാലാ നംദ കേ ആനംദ നംദലാലാ ഗഗന സമ അംഗ കാംതി കാലീ രാധികാ ചമക രഹീ ആലീ ലതന മേം ഠാഢേ ബനമാലീ ഭ്രമര…

આરતી કુંજબિહારી કી

|| આરતી કુંજબિહારી કી (Aarti Kunj Bihari Ki Gujarati PDF) || આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી ગલે મેં બૈજંતી માલા બજાવૈ મુરલી મધુર બાલા શ્રવણ મેં કુણ્ડલ ઝલકાલા નંદ કે આનંદ નંદલાલા ગગન સમ અંગ કાંતિ કાલી રાધિકા ચમક રહી આલી લતન મેં ઠાઢ઼ે બનમાલી ભ્રમર…

ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ

|| ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ (Om Jai Jagdish Hare Aarti Punjabi PDF) || ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ਸ੍ਵਾਮੀ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ਭਕ੍ਤ ਜਨੋਂ ਕੇ ਸਂਕਟ, ਦਾਸ ਜਨੋਂ ਕੇ ਸਂਕਟ, ਕ੍ਸ਼ਣ ਮੇਂ ਦੂਰ ਕਰੇ, ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ॥ ਜੋ ਧ੍ਯਾਵੇ ਫਲ ਪਾਵੇ, ਦੁਖ ਬਿਨਸੇ ਮਨ ਕਾ ਸ੍ਵਾਮੀ ਦੁਖ ਬਿਨਸੇ ਮਨ ਕਾ ਸੁਖ ਸਮ੍ਮਤਿ ਘਰ ਆਵੇ,…

ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ

|| ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ (Aarti Kunj Bihari Ki Telugu PDF) || ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ గలే మేం బైజంతీ మాలా బజావై మురలీ మధుర బాలా శ్రవణ మేం కుణ్డల ఝలకాలా నంద కే ఆనంద నందలాలా…

মা কালী আরতি

|| মা কালী আরতি (Maa Kali Aarti Bengali PDF) || অম্বে তু হ্যায় জগদম্বে কালী, জয় দুর্গে খপ্পর ওয়ালি। ভারতী তোমার জয়গান গেয়েছে, ওহে মা, আমরা সবাই তোমার আরতি করি || মা, তোমার ভক্তের ভিড় ভারি। মা, রাক্ষসের দলে ভেঙ্গে, সিংহে চড়ে || তুমি একশত সিংহের চেয়েও শক্তিশালী, দশটি হাত। হে মা, আসুন আমরা সবাই…

લક્ષ્મી માતાની આરતી

|| લક્ષ્મી માતાની આરતી (Laxmi Aarti Gujarati PDF) || ૐ જય લક્ષ્મી માતા, મૈયા જય લક્ષ્મી માતા તુમ કો નિશદિન સેવત મૈયાજી કો નિસ દિન સેવત હર વિષ્ણુ વિધાતા । ૐ જય લક્ષ્મી માતા ॥ ઉમા રમા બ્રહ્માણી, તુમ હી જગ માતા । ઓ મૈયા તુમ હી જગ માતા । સૂર્ય ચન્દ્ર માઁ ધ્યાવત નારદ…

ওং জয জগদীশ হরে

|| ওং জয জগদীশ হরে (Om Jai Jagdish Hare Aarti Bengali PDF) || ওং জয জগদীশ হরে স্বামী জয জগদীশ হরে ভক্ত জনোং কে সংকট, দাস জনোং কে সংকট, ক্ষণ মেং দূর করে, ওং জয জগদীশ হরে ॥ জো ধ্যাবে ফল পাবে, দুখ বিনসে মন কা স্বামী দুখ বিনসে মন কা সুখ সম্মতি ঘর আবে,…

আরতী কুংজবিহারী কী

|| আরতী কুংজবিহারী কী (Aarti Kunj Bihari Ki Bengali PDF) || আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী গলে মেং বৈজংতী মালা বজাবৈ মুরলী মধুর বালা শ্রবণ মেং কুণ্ডল ঝলকালা নংদ কে আনংদ নংদলালা…

లక్ష్మీ ఆర్తి

|| లక్ష్మీ ఆర్తి (Laxmi Aarti Telugu PDF) || జై లక్ష్మీ మాతా, ( మాయ ) జై లక్ష్మీ మాతా | తుమ్కో నిస్తిన్ సేవత్ హర్-విష్ణు-విదదా || ఉమా రమా బాబ్రమణి నీవు లోకమాతవి నారదుడు సూర్యచంద్రులను తపస్సు చేసి ఋషి అయ్యాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… దుర్గా స్వరూపమైన నిరంజిని సుఖాన్ని, సంపదలను ప్రసాదించేది నిన్ను ధ్యానించేవాడు ఋత్ధి-సిద్ధి-తానాన్ని పొందుతాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… నీవు…

કાલી માતાની આરતી

|| કાલી માતાની આરતી (Maa Kali Aarti Gujarati PDF) || અંબે તુ છે જગદંબે કાલી, જય દુર્ગે ખાપ્પર વાલી. ભારતી તમારા ગુણગાન ગાય છે, હે માતા, ચાલો આપણે સૌ તમારી આરતી કરીએ || માતા, તમારા ભક્તો પર ભીડ ભારે છે. માતા, રાક્ષસની ટીમ પર તૂટી પડ, સિંહની સવારી || તમે દસ હાથોથી સો સિંહો કરતાં…

ఓం జయ జగదీశ హరే

|| ఓం జయ జగదీశ హరే (Om Jai Jagdish Hare Aarti Telugu PDF) || ఓం జయ జగదీశ హరే స్వామీ జయ జగదీశ హరే భక్త జనోం కే సంకట, దాస జనోం కే సంకట, క్షణ మేం దూర కరే, ఓం జయ జగదీశ హరే ॥ జో ధ్యావే ఫల పావే, దుఖ బినసే మన కా స్వామీ దుఖ బినసే మన కా సుఖ సమ్మతి ఘర ఆవే,…

ಆರತೀ ಕುಂಜ ಬಿಹಾರೀ ಕೆ

|| ಆರತೀ ಕುಂಜ ಬಿಹಾರೀ ಕೆ (Aarti Kunj Bihari Ki Kannada PDF) || ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಆರತೀ ಕುಂಜಬಿಹಾರೀ ಕೆ ಶ್ರೀ ಗಿರಿಧರ ಕೃಷ್ಣಮುರಾರಿ ಕೆ ಗೇಲೆ ಮೇಂ ಬೈಜಂತೀ ಮಾಲಾ ಬಜಾವೇಈ ಮುರಲೀ ಮಧುರ ಬಾಲಾ ಶ್ರವಣ ಮೇಂ ಕುಂಡಲ ಝಲ್ಕಲಾ ನಂದ ಕೆ ಆನಂದ ನಂದಲಾಲಾ ಗಗನ ಸಮ ಅಂಗ ಕಾಂತಿ ಕಾಲಿ ರಾಧಿಕಾ ಚಾಮಕ ರಹೀ ಆಲಿ ಲತಾನ್ ಮೇಂ ಥಾಧೇ ಬನ್ಮಾಲಿ…

ଓଂ ଜୟ ଜଗଦୀଶ ହରେ

|| ଓଂ ଜୟ ଜଗଦୀଶ ହରେ (Om Jai Jagdish Hare Aarti Odia PDF) || ଓଂ ଜୟ ଜଗଦୀଶ ହରେ ସ୍ଵାମୀ ଜୟ ଜଗଦୀଶ ହରେ ଭକ୍ତ ଜନୋଂ କେ ସଂକଟ, ଦାସ ଜନୋଂ କେ ସଂକଟ, କ୍ଷଣ ମେଂ ଦୂର କରେ, ଓଂ ଜୟ ଜଗଦୀଶ ହରେ ॥ ଜୋ ଧ୍ୟାଵେ ଫଲ ପାଵେ, ଦୁଖ ବିନସେ ମନ କା ସ୍ଵାମୀ ଦୁଖ ବିନସେ ମନ କା ସୁଖ ସମ୍ମତି ଘର ଆଵେ,…

Shri Garud Dev Aarti

|| Shri Garud Dev Aarti PDF || Om Jai Garuda Deva, Prabhu Jai Garuda Deva. Vishnu Vahan Sukhkari, Nij Bhaktan Seva. Om Jai Garuda Deva… Pankh Vishal Tihare, Veg Atishay Bhari. Sur-Asur Sab Kampat, Dekh Gati Tumhari. Om Jai Garuda Deva… Amrit Kumbh Laye, Devon Ko Sukh Deenha. Nagon Ka Mad Utara, Patal Mein Keenha….

श्री गरुड़ देव आरती

|| श्री गरुड़ देव आरती PDF || ॐ जय गरुड़ देवा, प्रभु जय गरुड़ देवा। विष्णु वाहन सुखकारी, निज भक्तन सेवा॥ ॐ जय गरुड़ देवा… पंख विशाल तिहारे, वेग अतिशय भारी। सुर-असुर सब कांपत, देख गति तुम्हारी॥ ॐ जय गरुड़ देवा… अमृत कुंभ लाये, देवों को सुख दीन्हा। नागों का मद उतारा, पाताल में कीन्हा॥…

आरती ओवाळूं श्रीगुरु दत्तराज स्वामी

|| आरती ओवाळूं श्रीगुरु दत्तराज स्वामी PDF ||​ आरती ओवाळूं श्रीगुरु दत्तराज स्वामी ।। शरण आलो तुला देवा भक्तीने हा मी ॥ धृ. ॥ तारीं तारीं स्वामी आतं बुडतो भवडोहीं ।। अहंभाव जाळुनि माते कृपेने पाही ॥ १ ॥ शुद्धभाव देऊनि मज लावीं तव भजनीं ।। प्रपंची त्रासलो यांतुनि काढावे क्षणीं ॥ २ ॥ तवगुणलीळा…

श्री गुरु दत्तराज मूर्ती ओवाळीतो प्रेमे आरती

|| श्री गुरु दत्तराज मूर्ती ओवाळीतो प्रेमे आरती​ PDF || श्री गुरु दत्तराज मूर्ती ओवाळीतो प्रेमे आरती ॥धृ॥ ब्रम्हा विष्णू शंकराचा, असे अवतार श्री गुरुचा| कराया उद्धार जगाचा, जाहला बाळ अत्रीऋषीचा| धरीला वेष असे यतीचा, मस्तकी मुगुट शोभे जटेचा| कंठी रुद्राक्ष माळ धरुनी,हातामधे अयुधे बहुत वरूनी ,| तेणे भक्तांचे क्लेश हरूनी,त्यासी करूनी नमन| अघशमन होईल…

श्री हनुमान आरती (जय जय महावीर धीर चिरंजिव)

|| श्री हनुमान आरती (जय जय महावीर धीर चिरंजिव) ||​ जयजय महावीर धीर चिरंजिव, मारुती बलभीमा । जनकसुता-भय-शोक-निवारण, कपिगण-विश्रामा । दशकंधर पुर दाहक प्रियकर, दाशरथी रामा ॥ जय जय॥धृ.॥ जन्मतांचि पुढें नवल देखिलें, रक्‍तवर्ण नयनीं ।। बाळ क्षुधित तें फळ म्हणुनि बळें, झेंपावें गगनीं ।। ग्रहणकाळ खग्रास केतुवत, रवि घालि वदनीं ।। समर करुनि अरि…

श्री कृष्णाची आरती (वन्दे गोपालं वन्दे गोपालं)

|| श्री कृष्णाची आरती (वन्दे गोपालं वन्दे गोपालं) || वन्दे गोपालं वन्दे गोपालं मृगमद शोभितभालं करुणा कल्लोलं।। जय देव, जय देव।। निर्गुण सगुणाकारं संह्रतभूभारं। मुरहर नंदकुमारं मुनिजन सुखकारं।। वृंदावन संचारं कौस्तुभ मणिहारं। करुणापारा वारं गोवर्धन धारं।। कुंचित कुन्तलनीलं शरदिन्दु भवदनं। मणिगण मण्डित कुण्डल शोभित श्रुतियुगलं।। विकसित पंकजनयनं विलसित भ्रूयुगलं। बिम्बाधर मतिसुंदर नासामणिलोलं। कम्बुग्रीवं कौस्तुभ मणिकंठाभरणं।…

श्री नानामहाराज आरती

|| श्री नानामहाराज आरती (Nana Maharaj Aarti Marathi) || आरती करो,नाना की करो । गुरुवर की शांती सागर की । आरती करो नाना की ।।धृ ।। ब्रम्हज्ञान का मुकुट बिराजे। अनहद बाजे सदा ही बाजे । प्रभूमाया की लीला देख के । बिगडेना शांती मन की । आरती करो,नाना की करो । गुरुवर की शांती…

श्री नृसिंह सरस्वती आरती (कृष्णा पंचगंगा संगम निजस्थान)

|| श्री नृसिंह सरस्वती आरती (कृष्णा पंचगंगा संगम निजस्थान) || कृष्णा पंचगंगा संगम निजस्थान ।। चरित्र दाउनि केले गाणगापुरि गमन ।। तेथें भक्तश्रेष्ठ त्रिविक्रमयति जाण ।। विश्वरूपें तया दिधलें दर्शन ॥ १ ॥ जय देव जय देव जय सद्‌गुरु दत्ता ।। नृसिंह सरस्वति जय विश्वंभरिता ॥ धृ. ॥ वंध्या साठी वर्षे पुत्रनीधान ।। मृत ब्राह्मण…

श्री नृसिंह आरती

|| श्री नृसिंह आरती (Nrusinha Aarti Marathi Kadkadila Stambh PDF) || कडकडिले स्तंभ गडगडिलें गगन। अवनी होत आहे कंपायमान। तडतडलीं नक्षत्रे पडताती जाण। उग्ररूपें प्रगटे तो सिंहवदन।। 1 ।। जय देव जय देव जय नरहरिराया। आरती ओवाळू महाराजवर्या । जय देव जय देव ।। एकविस स्वर्गमाळा डळमळली कैसी। ब्रह्मयाच्या वाटे अभिनव चित्तासी। चंद्रसूर्य दोनी लोपति…

श्री साईबाबा आरती (जय देव जय देव जय दत्ता अवधूता)

|| श्री साईबाबा आरती (जय देव जय देव जय दत्ता अवधूता)​ || जय देव जय देव जय दत्ता अवधूता । साई अवधूता । जोडुनि कर तव चरणीं ठेवतों माथा । जय देव जय देव ।। धु ।। अवतरसी तूं येतां धर्मातें ग्लानी । नास्तिकांनाही तू लाविसि निजभजनीं । दाविसि नाना लीला असंख्य रुपांनीं । हरिसी…

साई बाबा रात्रिकाल आरति (ओंवाळूं आरती माइया सदगुरुनाथा, साईनाथा)

|| श्री साईबाबा आरती (ओंवाळूं आरती माइया सदगुरुनाथा, साईनाथा) ||​ ओंवाळूं आरती माइया सदगुरुनाथा, साईनाथा ।। पांचाही तत्वांचा दीप लाविला आतां ।। निर्गुणाची स्थिति कैसी आकारा आली ।। सर्वा घटीं भरुनि उरली सांई माउली ।। ओंवाळूं आरती माइया सदगुरुनाथा, साईनाथा ।। रज तम सत्व तिघे माया प्रसवली ।। मायेचिये पोटीं कैसी माया उद्घवली ।। ओंवाळूं…

श्री संत तुकाराम महाराज आरती

|| श्री संत तुकाराम महाराज आरती (प्रपंञ्चरचना सर्वहि भोगूनि त्यागिली)​ || प्रपंञ्चरचना सर्वहि भोगूनि त्यागिली । अनुतापाचे ज्वाळी देहबुद्धि हरविली ।। वैराग्याची निष्ठा प्रगटुनि दाखविली । अहंममता दवड्डुनि निजशान्ती वरिली ।। १ ।। जय जयाजी सद्गुरु तुकया दातारा तारक तू सकळांचा जिवलग सोयरा ।। धृ ।। हरिभक्तीचा महिमा विशेष वाढविला । विरक्त ज्ञानाचा ठेवा उघडुनि…

श्री शांतादुर्गेची आरती

|| श्री शांतादुर्गेची आरती (Shanta Durga Aarti Marathi PDF) || भूकैलासा ऐसी ही कवला नगरी| शांतादुर्गा तेथे भक्तभवहारी| असुराते मर्दुनिया सुरवरकैवारी| स्मरती विधीहरीशंकर सुरगण अंतरी||१|| जय देवी जय देवी जय शांते जननी| दुर्गे बहुदु:खदमने रतलो तव भजनी||धृ|| प्रबोध तुझा नव्हे विश्वाभीतरी| नेति नेति शब्दे गर्जती पै चारी| साही शास्त्रे मथिता न कळीसी निर्धारी| अष्टादश गर्जती…

श्री सत्यनारायण महाराज आरती (काशी क्षेत्री प्रगटुनी, देसी द्विजराया)

|| श्री सत्यनारायण महाराज आरती (काशी क्षेत्री प्रगटुनी, देसी द्विजराया) || काशी क्षेत्री प्रगटुनी, देसी द्विजराया । वाजी हस्तिक आणिख, रथधन सुजताया ॥ प्रल्हादापरी त्यावरी, केली बहुमाया । अंती दिली त्यासी, धननिक निजकाया ॥१॥ जयजयदेव, सत्यनारायण देवा कलीयुगी तत्क्षणी पावुन, होसी निजसेवा ॥धृ.॥ नलगे ज्योतिष शुध्दी, शास्त्रादिक शुद्धी । व्हावी एकच बुद्धी, त्यादिन मनीवृद्धी ॥…

श्री सत्यनारायण महाराज आरती

|| श्री सत्यनारायण महाराज आरती (Satyanarayan Maharaj Aarti Marathi PDF) || जय जय दीनदयाळा सत्यनारायण देवा ॥ पंचारति ओवाळूं श्रीपति तुज भक्तिभावा ॥ ध्रु० ॥ विधियुक्त पूजुनी करिती पुराण श्रवण ॥ परिमलद्रव्यांसहित पुष्पमाळा अर्पून ॥ घृतयुक्तशर्करामिश्रित गोधूमचूर्ण ॥ प्रसाद भक्षण करितां तूं त्यां प्रसन्न नारायण ॥ जय० ॥ १ ॥ शतानंदे विप्रें पूर्वी व्रत हें…

श्री शंकर महाराज आरती

|| श्री शंकर महाराज आरती (Shankar Maharaj Aarti Marathi PDF) || आरती शंकर श्री गुरूंची । करू या ज्ञानसागराची ।।। उजळल्या पंचप्राण ज्योती । सहजचि ओवाळू आरती ।। मिटवूनी क्षणिक नेत्र पाती । हृदयी स्थितः झाली गुरुमूर्ती ।। श्री गुरु दैवत श्रेष्ठ जनी । जणू का भाविकास जननी ।।। संस्कृती पाश, सहज करी नाश, मुक्त…

श्री गुरुचरित्राची आरती

|| श्री गुरुचरित्राची आरती (Shri Guru Charitra Aarti Marathi PDF) || मूर्तित्रयगुणसारं निर्गुणविस्तारं ।। षड्गुणपारावारं दुर्जनसंहारं ।। भक्तिप्रियदातारं कल्पितपरिपारं ।। मुनिजनमानसहारं निगमागमसारं ॥ १ ॥। जय देव जय देव वंदे गुरुचरितं ।। कृपया मानसदुरितं मामुद्धर त्वरितं ।। जय देव जय देव ॥ धृ. ॥ श्रीपाद श्रीवल्लभ यतिवर कृतकृत्यं ।। नरहरि भारति लीला ब्रह्मादिस्तुत्यं ।। कलिमलदाहक…

जय जय वासूदेवा जय दत्तात्रेया (श्री टेंबे स्वामी आरती)

|| जय जय वासूदेवा जय दत्तात्रेया (श्री टेंबे स्वामी आरती) PDF Marathi ||​ जय जय वासूदेवा जय दत्तात्रेया |। माणगावी जन्मुनी करिसी बहुलीला || ध्रु || टेंब्येकुळी जन्मूनी होसी बहूगुणी। अत्रीगोत्री होउनी, होसी निर्गुणी। ज्योतिर्ज्ञानी होउनी कीर्ती पसरीसी। सार्थ वेदा जाणुनी शिष्य पढवीसी || १ || जय जय वासूदेवा जय दत्तात्रेया |। माणगावी जन्मुनी करिसी…

Shri Ramayan Ji Aarti

|| Shri Ramayan Ji Aarti PDF || Aarti Shri Ramayan Ji Ki । Kirti Kalit Lalit Siya Pi Ki ॥ Gavat Brahmadik Muni Narad । Valmiki Vigyan Visharad ॥ Shuk Sanakadi Shesh Aru Sarad । Barni Pavansut Kirti Niki ॥ ॥ Aarti Shri Ramayan Ji Ki..॥ Gavat Ved Puran Ashtdash । Chhahon Shastra Sab Granthan…

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