श्री महागणेश पंचरत्न स्तोत्र

॥श्री महागणेश पंचरत्न स्तोत्र ॥ सरागलोकदुर्लभं विरागिलोकपूजितं, सुरासुरैर्नमस्कृतं जरापमृत्युनाशकम् । गिरागुरुं श्रियाहरिं जयन्ति यत्पदार्चकाः, नमामि तं गणाधिपं कृपापयःपयोनिधिम् ॥ गिरीन्द्रजामुखांबुज-प्रमोददान-भास्करं, करीन्द्रवक्त्र-मानताघसंघ-वारणोद्यतम् । सरीसृपेश-बद्धकुक्षि-माश्रयामि संततं, शरीरकान्ति-निर्जिताब्जबन्धु-बालसंततिम् ॥ शुकादिमौनिवन्दितं गकारवाच्यमक्षरं, प्रकाममिष्टदायिनं सकामनम्रपंक्तये । चकासतं चतुर्भुजैः विकासपद्म पूजितं, प्रकाशितात्मतत्वकं नमाम्यहं गणाधिपम् ॥ नराधिपत्वदायकं स्वरादिलोकदायकं, ज्वरादिरोगवारकं निराकृतासुरव्रजम् । करांबुजोल्लसत्सृणिं विकारशून्यमानसैः, हृदा सदा विभावितं मुदा नमामि विघ्नपम् ॥ श्रमापनोदनक्षमं समाहितान्तरात्मनां,…

मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे – भजन

॥मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे – भजन॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे भोले बाबा जी की आँखों के तारे प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना ॥ मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ॥ तेरी काया कंचन कंचन, किरणों का है जिसमे बसेरा। तेरी सूंड सुंडाली मूरत, तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा । तेरी…

कर दो नजरे करम गणपति – भजन

॥कर दो नजरे करम गणपति – भजन॥ कर दो नजरे करम गणपति, कर दो नजरें करम गणपति, किरपा की नजर, हमपे कर दो अगर, तेरे दरबार में क्या कमी, कर दो नजरें करम गणपति, कर दो नजरें करम गणपति ॥ सारे देवों में पहले तेरा नाम है, पहले पूजा करे सारा संसार है, तुम हो…

गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी – भजन

।।गौरी गणेश मनाऊँ आज सुध लीजे हमारी – भजन।। गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । सुरहिन गैया को गोबर मनागौं, दिग धर अगना लीपाऊं, आज सुध लीजे हमारी । गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी, गौरी गणेश मनाऊँ, आज सुध लीजे हमारी । गंगा जल…

गजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना – भजन

॥गजानंद गौरी जी के लाला – भजन॥ गजानंद गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना, मनाएं आज हम तुमको, मेरी महफिल में आ जाना ॥ गजानंद शिव के प्यारे हो, गौरा के दुलारे हो, धरु मे ध्यान चरणों में, गजानंद आप आ जाना, गजानन्द गौरी जी के लाला, मेरी महफिल में आ जाना…

शंकर जी का डमरू बाजे – भजन

॥शंकर जी का डमरू बाजे – भजन॥ शंकर जी का डमरू बाजे पार्वती का नंदन नाचे ॥ बर्फीले कैलाशिखर पर, जय गणेश की धूम ओ जय हो… शंकर जी का डमरू बाजे पार्वती का नंदन नाचे बर्फीले कैलाशिखर पर, जय गणेश की धूम नाचे धिन धिन धिन्तक धिन ॥ नाचे धिन धिन, नाचे धिन धिन,…

शत्रु संहारकम श्री ऐक दन्त स्तोत्रम्

॥ शत्रु संहारकम श्री ऐक दन्त स्तोत्र ॥ सनत्कुमार उवाच श्रृणु शम्भ्वादयो देवा मदासुरविनाशने । उपायं कथयिष्यामि तत्कुरुध्वं मुनीश्वराः ॥ १॥ गणेशं पूजयध्वं वै यूयं सर्वे समावृताः । स बाह्यान्तरसंस्थो वै हनिष्यति मदासुरम् ॥ २॥ सनत्कुमारवाक्यं तच्छ्रुत्वा देवर्षिसत्तमाः । ऊचुस्तं प्रणिपत्यादौ भक्तिनम्रात्मकन्धराः ॥ ३॥ देवर्षय उवाच केनोपायेन देवेशं गणेशं मुनिसत्तमम् । पूजयामो विशेषेण तं ब्रवीहि…

Shri Ekakshara Ganapati Kavach

|| Kavachm || ॥ ॐ Gan Ganapataye Namah ॥ Namastasmai Ganeshaaya Sarva Vighna Vinaashine । Kaaryaarambhesu Sarvesu Poojito Yah Surairapi ॥ ॥ Parvati Uvacha ॥ Bhagavan Devadevesha Lokaanugrahakaarah । Idaani Shrotrumichchaami Kavacham Yatprakashitam ॥ Ekaksharasya Mantrasya Tvayaa Preetena Chetasaa । Vadaitedvividhavaddheva Yadi Te Vallabhaasmyaham ॥ ॥ Ishwara Uvacha ॥ Shrunu Devi Pravakshyaami Naakhyaeyamapi Te Dhruvam…

एकाक्षर गणपति कवचम्

॥ एकाक्षर गणपति कवचम् ॥ ॥ ॐ गण गणपतये नमः ॥ नमस्तस्मै गणेशाय सर्वविघ्नविनाशिने । कार्यारम्भेषु सर्वेषु पूजितो यः सुरैरपि ॥ १॥ ॥ पार्वत्युवाच॥ भगवन् देवदेवेश लोकानुग्रहकारकः । इदानी श्रोतृमिच्छामि कवचं यत्प्रकाशितम् ॥ २॥ एकाक्षरस्य मन्त्रस्य त्वया प्रीतेन चेतसा । वदैतद्विधिवद्देव यदि ते वल्लभास्म्यहम् ॥ ३॥ ॥ ईश्वर उवाच ॥ श्रृणु देवि प्रवक्ष्यामि नाख्येयमपि ते…

श्री गणपति कवचम्

॥ श्री गणपति कवचम् ॥ ॥ गौर्युवाच ॥ एषोऽतिचपलो दैत्यान्बाल्येऽपि नाशयत्यहो । अग्रे किं कर्म कर्तेति न जाने मुनिसत्तम ॥ १॥ दैत्या नानाविधा दुष्टाः साधुदेवद्रुहः खलाः । अतोऽस्य कण्ठे किंचित्त्वं रक्षार्थं बद्धुमर्हसि ॥ २॥ ॥ मुनिरुवाच ॥ ध्यायेत्सिंहहतं विनायकममुं दिग्बाहुमाद्ये युगेत्रेतायां तु मयूरवाहनममुं षड्बाहुकं सिद्धिदम् । द्वापारे तु गजाननं युगभुजं रक्ताङ्गरागं विभुम्तुर्ये तु द्विभुजं सिताङ्गरुचिरं…

Shri Ganadhipat Stotram

॥ Stotram ॥ Saragiloka-durlabham Viragilokapujitam, Surasurairnamaskrtam Jaradimrtyunasakam॥ Gira guru sriya harim Jayanti yat padarthaka, Namami tam ganadhipam Krpapayah payonidhim॥ Girindra-jambujapramo Dadanabhaskaram, Karindravaktramanata Ghasanghavaranodyatam। Sarisrpesabaddha Kusimasrayami santatam, Sharirakantinirjitabja Bandhubalasantatim॥ Sukadimounivanditam Gakaravacyamaksaram, Prakamamistadayinam Sakamanamrapanktaye। Chakasanam caturbhu Jairvikasipadmapujitam, Prakasitatmatattvakam Namamyaham ganadhipam॥ Naradhipatvadayakam Svaradilokadayakam, Jaradirogavarakam Nirakrtasuravrajam। Karambujairdharan-srnin Vikarasunyamanasairhrda, Sada vibhavitam muda Namami vighnapam॥ Sramapanodanaksamam Samahitantaratmana, Samadhibhih sadarcitam Ksamanidhim ganadhipam।…

Shri Pancharatna Ganpati Stotram

|| Stotram || Mudakaraatha Modakam Sada Vimukti Saadhakam Kalaadharaavatamsakam Vilasiloka Rakshakam Anaaya Kaika Naayakam Vinasitebha Daityakam Nataasubhasu Naashakam Namaami Tham Vinaayakam ॥ Natetaraati Bheekaram Navoditaarka Bhaasvaram Namat Suraari Nirjanam Nataadhi Kaapa Duddharam Suresvaram Nidheesvaram Gajesvaram Ganeshvaram Mahesvaram Samaashraye Paraatparam Nirantaram ॥ Samasta Loka Shankaram Nirasta Daitya Kunjaram Daretharodaram Varam Vare Bhavaktra Maksharam Krupaakaram Kshamaakaram Mudaakaram…

Shri Ganeshashtak Stotram

|| Stotram || Yatho anantha shakthir Anathascha jeeva, Yatho nirgunadha Aprameyaa gunasthe, Yatho bhathi saravam Tridha bedha binnam, Sada tham Ganesam Namamo bhajama. Yathaschaviraseej Jagath sarvametha, Thadhabjasano viswgo Viswagoptha, Thandendradhayo deva Sanga manushya, Sada tham Ganesam Namamo bhajama. Yatho vahni bhanu bhavo Bhoor jalam cha, Yatha sagaraschandrama Vyoma vayu, Yatha sthavara jangama Vruksha sangha, Sada…

Shri Gajanana Stotram

|| Stotram || || Devarshi Uvaca || Videha-rcpam bhava- Bandha-haram sada Sva-nistham sva- Sukha-prada tam। Ameya-saṅkhyena Ca laksyam-isam Gajananam bhakti- Yutam bhajamah॥ Munindravanyam vidhi- Bodha-hinam Subuddhi-dam buddhi- Dharam prasantam। Vikara-hinam Sakalaṅga-kam vai Gajananam bhakti- Yutam bhajamah॥ Ameya-rcpam hrdi samsthitam tam Brahmaham ekam bhramanasa-karam। Anadi-madhyantam- apara-rcpam Gajananam bhakti- yutam bhajamah॥ Jagat-pramanam jagad-isam Evam-agamyam-adyam Jagad-adi-hinam। Anatmanam moha-…

श्री संतानगणपति स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥श्री संतानगणपतिस्तोत्रम् पाठ विधि॥ इस स्तोत्र को किसी भी मंगलवार से शुरू करना चाहिए। संतान प्राप्ति का संकल्प कर इस स्तोत्र का अनुष्ठान करना चाहिए। स्तोत्र का पाठ स्वयं करने में अगर आप सक्षम नहीं तो किसी विद्वान से इसे करवा सकते हैं। स्तोत्र को स्पष्ट उच्चारण के साथ ही जाप करना चाहिए। ॥ श्री…

श्री पंचरत्न गणपति स्तोत्र 

॥ स्तोत्र  ॥ मुदा करात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं, कलाधरावतंसकं विलासिलोकरञ्जकम्। अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं, नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम्॥ नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं, नमत्सुरारिनिर्जरं नताधिकापदुद्धरम्। सुरेश्वरं निधीवरं गजेश्वरं गणेश्वरं महेश्वर, तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ॥ समस्तलोकशंकरं निरस्तदैत्यकुञ्जरं, दरेतरोदर वरं वरेभवक्त्रमक्षरम्। कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करं, नमस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम्॥ अकिंचनार्तिमार्जनं चिरंतनोक्तिभाजनं, पुरारिपूर्वनन्दनं सुरारिगर्वचर्वणम्। प्रपञ्चनाशभीषणं धनंजयादिभूषणं, कपोलदानवारणं भजे पुराणवारणम्॥ नितान्तकान्तदन्तकान्तिमन्तकान्तकात्मज- मचिन्त्यरूपमन्तहीनमन्तरायकृन्तनम्। हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव…

श्री गणाधिपत स्तोत्रम्

॥ श्री गणाधिप स्तोत्र ॥ सरागिलोकदुर्लभं विरागिलोकपूजितं, सुरासुरैर्नमस्कृतं जरादिमृत्युनाशकम्॥ गिरा गुरु श्रिया हरिं जयन्ति यत्पदार्थका, नमामि तं गणाधिपं कृपापयः पयोनिधिम्॥ गिरीन्द्रजामुखाम्बुजप्रमोददानभास्करं, करीन्द्रवक्त्रमानताघसंघवारणोद्यतम्। सरीसृपेशबद्धकुक्षिमाश्रयामि संततं, शरीरकान्तिनिर्जिताब्जबन्धुबालसंततिम्॥ शुकादिमौनिवन्दितं गकारवाच्यमक्षरं, प्रकाममिष्टदायिनं सकामनम्रपङ्क्तये। चकासनं चतुर्भुजैर्विकासिपद्मपूजितं, प्रकाशितात्मतत्त्वकं नमाम्यहं गणाधिपम्॥ नराधिपत्वदायकं स्वरादिलोकदायकं, जरादिरोगवारकं निराकृतासुरव्रजम्। कराम्बुजैर्धरन्सृणीन् विकारशून्यमानसैर्हृदा, सदा विभावितं मुदा नमामि विघ्नपम्॥ श्रमापनोदनक्षमं समाहितान्तरात्मना, समाधिभिः सदार्चितं क्षमानिधिं गणाधिपम्। रमाधवादिपूजितं यमान्तकात्मसम्भवं, शमादिषड्गुणप्रदं नमामि…

श्री गजानन स्तोत्र अर्थ सहित

॥ श्री गजानन स्तोत्र पाठ विधि/लाभ ॥ जातक को सुबह स्नान करने के बाद भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ कर श्री गजानन स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। श्री गजानन स्तोत्र का नियमित पाठ करने से जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है। इससे मनुष्य को शांति मिलती है और जीवन से…

श्री पंचरत्न गणपति स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ श्री पंचरत्न गणपति स्तोत्र पाठ विधि/लाभ ॥ पंचरत्न स्तोत्र पाठ के लिए साधक को सबसे पहले सुबह स्नान कर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठकर पाठ करना चाहिए। पंचरत्न स्तोत्र का नियमित पाठ करने से मन को शांति मिलती है। इसके जाप से जीवन से सभी बुराई दूर होती है और…

श्री गणाधिपत स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ श्री गणाधिप स्तोत्र पाठ विधि ॥ भगवान गणपति की आराधना को शुरू करने के लिए चतुर्थी का दिन सबसे शुभ माना गया है। इस दिन साधक को सुबह उठकर स्नान आदि के बाद गणपति का विधि विधान से पूजन करना चाहिए। अगर संभव हो तो किसी गणपति मंदिर या घर में भगवान गणेश की…

श्री गणेशाष्टक स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ श्री गणेशाष्टक स्तोत्र पाठ विधि ॥ श्री गणेशाष्टक स्तोत्र का पाठ बुधवार से शुरू कर सकते हैं। श्री गणेशाष्टक स्तोत्र पाठ शुक्ल पक्ष के बुधवार से शुरू करने से विशेष फल मिलता है। श्री गणेश स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से लगातार 40 दिनों तक करना चाहिए। पाठ का आरंभ गणेश जी को प्रणाम…

श्री संकष्टनाशन स्तोत्रम्

॥ श्री संकटनाशन गणेश स्तोत्र पाठ विधि ॥ जातक को सुबह स्नान करने के बाद भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ कर संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इस स्तोत्र के पाठ की विधि अत्यंत सरल है। इस स्तोत्र को सुबह, दोपहर और शाम – तीनों समय प्रतिदिन पाठ किया जा…

श्री मयूरेश स्तोत्रम् अर्थ सहित

॥ श्री मयूरेश स्तोत्र पाठ विधि ॥ भगवान गणेश से भक्तों को मयूरेश स्तोत्र का पाठ करने से पहले सुबह स्नान आदि कर तन-मन को शांत कर लेना चाहिए। इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठ कर मयूरेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। यह स्तोत्र के जाप से ब्रह्मभाव की प्राप्ति…

श्री गणेशाष्टकम्

॥ श्री गणेशाष्टकम् ॥ यतोऽनन्तशक्तेरनन्ताश्च जीवायतो निर्गुणादप्रमेया गुणास्ते। यतो भाति सर्वं त्रिधा भेदभिन्नं सदा तं गणेशं नमामो भजामः॥ यतश्चाविरासीज्जगत्सर्वमेतत्तथाऽब्जासनो विश्वगो विश्वगोप्ता। तथेन्द्रादयो देवसङ्घा मनुष्याः सदा तं गणेशं नमामो भजामः॥ यतो वह्निभानू भवो भूर्जलं च यतः सागराश्चन्द्रमा व्योम वायुः। यतः स्थावरा जङ्गमा वृक्षसङ्घा सदा तं गणेशं नमामो भजामः॥ यतो दानवाः किन्नरा यक्षसङ्घा यतश्चारणा वारणाः श्वापदाश्च। यतः…

Shri Ganesh Ashtakam

॥ Shri Ganeshashtakam ॥ Yatoanantashakteranantashcha Jiva Yato Nirgunadaprameya Gunaste। Yato Bhati Sarvam Tridha Bhedabhinnam Sada Tam Ganesham Namamo Bhajamah॥ Yatashchavirasijjagatsarvametattatha- abjasanoVishvago Vishvagopta। Tathendradayo Devasangha Manushyah Sada Tam Ganesham Namamo Bhajamah॥ Yato Vahnibhanu Bhavo Bhurjalam Cha Yatah Sagarashchandrama Vyoma Vayuh। Yatah Sthavara Jangama Vrikshasangha Sada Tam Ganesham Namamo Bhajamah॥ Yato Danavah Kinnara Yakshasangha Yatashcharana Varanah Shvapadashcha।…

Shri Ganpati Aarti

|| Aarti || Ganpati ki seva, mangal meva, Seva se sab vighn tarain, Teen lok ke sakal devta, Dwar khade nit arj karain. || Ganpati ki seva, mangal meva…||  Riddhi-siddhi dakshin vam virajen, Aru anand so chamar karain, Dhoop-dip aru liye aarti, Bhakt khade jayakar karain. || Ganpati ki seva, mangal meva…||  Gud ke modak…

श्री गजानन आरती

|| आरती || जय जय सतचित स्वरूपा स्वामी गणराया। अवतरलासी भूवर जड मुढ ताराया॥ || जयदेव जयदेव || निर्गुण ब्रह्म सनातन अव्यय अविनाशी। स्थिरचर व्यापून उरलें जे या जगताशी॥ तें तूं तत्त्व खरोखर निःसंशय अससी। लीलामात्रें धरिलें मानव देहासी॥ || जयदेव जयदेव || होऊं न देशी त्याची जाणिव तूं कवणा। करूनी गणि गण गणांत बोते…

Shri Gajanan Aarti

|| Aarti || Jai Jai Satchit Swaroopa Swami Ganaraya, Avatarlasi Bhoovar Jadd Muddh Taraya. || Jayadev Jayadev || Nirgun Brahma Sanatanavyaya Avinashi, Stirachar Vyaapun Urle Je Ya Jagatashi. Ten Tu Tatva Kharokhar Nihshanshay Asasi, Leela Matre Dharile Manav Dehasi. || Jayadev Jayadev || Houn Na Deshi Tyachi Janiva Tu Kavana, Karuni Gani Gan Ganant Bote…

Shree Ganapati Aarti

॥ Aarti ॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva, Seva Se Sab Vighna Tare। Tina Loka Ke Sakala Devata, Dvara Khare Nita Araja Kare॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva…॥ Riddhi Siddhi Dakshina Vaama, Viraje Aru Ananda So Chamara Kare। Dhupa-Deepa Aru Liye Aarti, Bhakta Khare Jaykara Kare॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva…॥ Gura Ke Modaka Bhoga…

श्री गणेश चालीसा

॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल । विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभः काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता । विश्व विनायका बुद्धि विधाता ॥ वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना । तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन…

Shri Ganesh Ji Chalisa

॥ Doha ॥ Jaya Ganapati Sadhguna Sadana, Kavi Vara Badana Kripaala। Vighna Harana Mangala Karana, Jaya Jaya Girijaa Laala॥ ॥ Chaupai ॥ Jaya Jaya Ganapati Gan Raaju। Mangala Bharana Karana Shubha Kaaju॥ Jaya Gajabadana Sadana Sukhadaataa। Vishva Vinaayaka Buddhi Vidhaata॥ Vakra Tunda Shuchi Shunda Suhaavana। Tilaka Tripunda Bhaala Mana Bhaavana॥ Raajata Mani Muktana Ura Maala।…

श्री गणेश आरती

|| आरती || जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा । लड्डुअन का…

Shri Ganesh Aarti

|| Aarti || Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesg Deva । Mata Jaki Parwati, Pita Maha Deva ॥ Ek Dant Daya Want, Char Bhuuja Dhari । Mathe Sindor Shoye, Muse Ki Sawari ॥ Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesg Deva । Mata Jaki Parwati, Pita Maha Deva ॥ Pan Chadhe Phool Chadhe, Aur Chadhe Mewa…

শ্ৰী গণেশ চলিছা

|| দোহা || জয়গণপতিসদগুনসদান, কাভিভাৰবডীকৃপাল। বাধাএক্সপ্ৰপ্ৰিচনমঙ্গলকৰণ, জয়জয়গিৰিজালাল|| || চৌপাই || জয়জয়জয়গণপতিগণৰাজু। মঙ্গলগ্ৰহেভালকাজুবাদামপূৰণকৰে। জয়গজদানসদনসুখতা। বিশ্ববিনায়কবুধিবিধিতা|| বক্ৰলৈবক্ৰ। তিলকট্ৰিপাউন্দেভালমনভৱন|| ৰজতমণিমুকতানআপোনাৰমালা। সোণালীমুকুটশীৰনয়নভিচলা|| পানিকুনহৰত্ৰিশূলকিতাপকৰক। মোদকভোগসুগন্ধিফুল | সুন্দৰপিতামবৰতানসজিৎ। চৰণপাডুকামুনিমনৰাজিত|| ধনিশিৱসুৱনশদনানভিতা। গৌৰীলালনবিশ্ব-বিখ্যাত|| ইয়াৰনীতিবোৰউন্নতকৰক। এন্দুৰবাহনছোহাটঘিগাৰ। কাহৌজন্মৰশুভকাহিনীআপোনাৰ। আটিশুচিবিশুদ্ধমঙ্গলকাৰী|| গিৰিৰাজকুমাৰীএসময়ত। ল’ৰাটোৰবাবেকামানটোগধুৰ। ভায়োযগ্যযেতিয়াসম্পূৰ্ণঅনুপা। তাৰপিছতআপোনাৰওচৰলৈযাওক। অতিথিজনিকাইগৌৰীসুখাৰী। মাল্টি-ৱেসেৱাকৰআপোনাৰ। অতিসুখীআপুনিবৰমৰ্শৰলোক। মাতাউপুত্ৰআগ্ৰহযিটোএটাকামানকিন্না|| মিলৰল’ৰা, তুহি, ইলেক্টভিচভিসলা। গৰ্ভধাৰণনকৰাকৈ, ইক’লা। গণনা, গুণগতমানদণ্ডৰজ্ঞান। পুজিদপ্ৰথম, ৰূপভগৱানা| এইটোএটাআৰ্জনযোগ্যৰূপ| শিশুটোশিশুৰৰূপতআছে। কেঁচুৱা, কাৰ্ত, যেতিয়াআপুনিনিৰ্ধাৰিতহয়। লাখীমুখসুখনাহিগৌৰীচামানা||। সকালআনন্দিত, সুখমঙ্গলগাভইন। নভতেসুৰণ,…

Ganesh Chalisa

॥ Doha ॥ Jai Ganpati Sadguna Sadan, Kavivar Badan Kripaal Vighna Haran Mangal Karan, Jai Jai Girijalal ॥ Chaupai ॥ Jai Jai Jai Ganpati Ganaraju. Mangal Bharana Karana Shubha Kaju॥ Jai Gajbadan Sadan Sukhdata. Vishva Vinayaka Buddhi Vidhata॥ VakraTunda Shuchi Shunda Suhavana. Tilaka Tripunda bhaal Man Bhaavan॥ Raajata Mani Muktana ura maala. Swarna Mukuta Shira…