Varah Puran (वराह पुराण)

Varah Puran (वराह पुराण)

वराह पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक महत्वपूर्ण पुराण है। इस पुराण का नाम भगवान विष्णु के वराह अवतार के नाम पर रखा गया है। वराह पुराण में भगवान विष्णु के इस अवतार की महिमा, उनकी लीलाओं, धर्म, भक्ति, तीर्थ यात्रा, और पौराणिक कथाओं का विस्तृत वर्णन मिलता है। वराह पुराण की…

श्री वराह कवचम्

॥ श्रीवराहकवचम् ॥ आद्यं रङ्गमिति प्रोक्तं विमानं रङ्गसंज्ञितम् । श्रीमुष्णं वेङ्कटाद्रिं च साळग्रामं च नैमिशम् ॥ तोयाद्रिं पुष्करं चैव नरनारायणाश्रमम् । अष्टौ मे मूर्तयः सन्ति स्वयं व्यक्ता महीतले ॥ श्रीसूतः – श्रीरुद्रमुखनिर्णीतमुरारिगुणसत्कथा । सन्तुष्टा पार्वती प्राह शङ्करं लोकशङ्करम् ॥ श्रीपार्वत्युवाच – श्रीमुष्णेशस्य माहात्म्यं वराहस्य महात्मनः । श्रुत्वा तृप्तिर्न मे जाता मनः कौतूहलायते । श्रोतुं तद्देवमाहात्म्यं…

Saundarya Lahari (सौंदर्य लहरी)

Saundarya Lahari (सौंदर्य लहरी)

सौंदर्य लहरी एक प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है, जिसे आदि शंकराचार्य द्वारा रचित माना जाता है। यह ग्रंथ माँ पार्वती (शक्ति) की स्तुति में लिखा गया है और इसमें देवी के सौंदर्य, शक्ति, और कृपा का वर्णन किया गया है। “सौंदर्य लहरी” का शाब्दिक अर्थ है “सौंदर्य की लहरें,” और यह ग्रंथ वास्तव में देवी के…

Manglacharana (मंगलाचरण)

Manglacharana (मंगलाचरण)

मंगलाचरण का शाब्दिक अर्थ है “मंगल के लिए की गई प्रार्थना”। यह हिंदू धार्मिक और साहित्यिक ग्रंथों की एक प्रारंभिक प्रार्थना होती है, जो किसी शुभ कार्य या ग्रंथ के आरंभ में की जाती है। मंगलाचरण का उद्देश्य भगवान की कृपा प्राप्त करना और आरंभ किए गए कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करना होता है। मंगलाचरण…

वेद और पुराणों में क्या अंतर है? – सम्पूर्ण जानकारी

vedas puranas difference

वेद और पुराण भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं जो भारतीय धर्म और दर्शन को गहराई से परिभाषित करते हैं। हालांकि, इनमें कुछ मौलिक अंतर भी हैं जिन्हें जानना आवश्यक है। वेद क्या हैं? वेद प्राचीन भारत के धार्मिक ग्रंथ हैं जो संस्कृत भाषा में रचित हैं। वेदों को हिंदू धर्म के सबसे पवित्र शास्त्र…

श्री गंगा चालीसा

॥दोहा॥ जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग । जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग ॥ ॥चौपाई॥ जय जय जननी हराना अघखानी । आनंद करनी गंगा महारानी ॥ जय भगीरथी सुरसरि माता । कलिमल मूल डालिनी विख्याता ॥ जय जय जहानु सुता अघ हनानी । भीष्म की माता जगा जननी ॥ धवल कमल…

कैला देवी चालीसा

॥ दोहा ॥ जय जय कैला मात हे, तुम्हे नमाउ माथ ॥ शरण पडूं में चरण में, जोडूं दोनों हाथ ॥ आप जानी जान हो, मैं माता अंजान ॥ क्षमा भूल मेरी करो, करूँ तेरा गुणगान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय कैला महारानी । नमो नमो जगदम्ब भवानी ॥ सब जग की हो…

श्री बगलामुखी चालीसा

॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज ॥ कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री बगला माता । आदिशक्ति सब जग की त्राता ॥ बगला सम तब आनन माता । एहि ते भयउ नाम विख्याता ॥ शशि ललाट कुण्डल छवि न्यारी । असतुति करहिं…

विन्ध्येश्वरी चालीसा

॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब । सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥ सिंहवाहिनी जै जगमाता । जै जै जै त्रिभुवन सुखदाता ॥ कष्ट निवारण जै जगदेवी । जै जै सन्त असुर सुर सेवी ॥ महिमा अमित अपार…

श्री लक्ष्मी चालीसा

॥ दोहा॥ मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो हृदय में वास । मनोकामना सिद्घ करि, परुवहु मेरी आस ॥ ॥ सोरठा॥ यही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करुं । सब विधि करौ सुवास, जय जननि जगदंबिका ॥ ॥ चौपाई ॥ सिन्धु सुता मैं सुमिरौ तोही । ज्ञान बुद्घि विघा दो मोही ॥ तुम समान नहिं कोई…

श्री गायत्री चालीसा

॥ दोहा ॥ हीं श्रीं, क्लीं, मेधा, प्रभा, जीवन ज्योति प्रचण्ड । शांति, क्रांति, जागृति, प्रगति, रचना शक्ति अखण्ड ॥ जगत जननि, मंगल करनि, गायत्री सुखधाम । प्रणवों सावित्री, स्वधा, स्वाहा पूरन काम ॥ ॥ चालीसा ॥ भूर्भुवः स्वः ॐ युत जननी । गायत्री नित कलिमल दहनी ॥ अक्षर चौबिस परम पुनीता । इनमें बसें…

श्री सरस्वती चालीसा

॥ दोहा ॥ जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरि । बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि ॥ पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा अमित अनंतु। दुष्जनों के पाप को, मातु तु ही अब हन्तु ॥ ॥ चालीसा ॥ जय श्री सकल बुद्धि बलरासी । जय सर्वज्ञ अमर अविनाशी ॥ जय जय जय वीणाकर…

कुबेर चालीसा

॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर । भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढेर ॥ ॥ चौपाई ॥ जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप…

हलषष्ठी सम्पूर्ण व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| हलषष्ठी व्रत पूजा विधि || भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी से ही व्रत का नियम शुरू करें अर्थात् एक समय का भोजन कर हलषष्ठी व्रत करने का संकल्प करें। षष्ठी के दिन प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। एक बार का धोया अर्थात् नवीन स्वच्छ वस्त्र धारण करें। माताएँ सौभाग्य का सारा…

अजा एकादशी व्रत रखने की विधि, पूजा सामग्री, मंत्र और आरती

aja ekadashi

अजा एकादशी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को कहते हैं। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। अजा एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में…

अजा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ अजा एकादशी पूजा विधि ॥ अजा एकादशी का व्रत करने वाले जातक ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य क्रिया से निपटने के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लेना चाहिए। पूजा से पहले घट स्थापना की जाती है, जिसमें घड़े पर लाल रंग का वस्त्र सजाया जाता है और उसकी पूजा…

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2024 कब है? इस बार कब बजेगा ‘मटकी फोड़’ का शंख? जानिए शुभ मुहूर्त

krishna janamastmi

हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव प्रति वर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल, कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024, सोमवार को मनाई जाएगी। कृष्ण जन्माष्टमी 2024 में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से…

लड्डू गोपाल के लिए पसंदीदा भोग लिस्ट, जानें भोग की विधि और सामग्री

krishna bhog

लड्डू गोपाल को भोग लगाना भगवान कृष्ण की पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह प्रेम और भक्ति का प्रतीक है, और ऐसा माना जाता है कि भगवान स्वादिष्ट भोग ग्रहण करके भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। लड्डू गोपाल के लिए भोग अर्पित करना विशेष महत्वपूर्ण होता है। भोग लगाकर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न…

श्री सायिनाथ महिमा स्तोत्रम्

|| श्री सायिनाथ महिमा स्तोत्रम् || सदा सत्स्वरूपं चिदानन्दकन्दं जगत्संभवस्थान संहार हेतुं स्वभक्तेच्छया मानुषं दर्शयन्तं नमामीश्वरं सद्गुरुं सायिनाथम् ॥ १ ॥ भवध्वान्त विध्वंस मार्ताण्ड मीढ्यं मनोवागतीतं मुनिर्ध्यान गम्यं जगद्व्यापकं निर्मलं निर्गुणं त्वां नमामीश्वरं सद्गुरुं सायिनाथम् ॥ २ ॥ भवांभोधिमग्नार्दितानां जनानां स्वपादाश्रितानां स्वभक्ति प्रियाणां समुद्धारणार्थं कलौ संभवन्तं नमामीश्वरं सद्गुरुं सायिनाथम् ॥ ३ ॥ सदा निम्बवृक्षस्य मूलाधिवासात्…

षेज आरति

|| षेज आरति || ओवालु आरती माझ्या सद्गुरु नाथा माझा सायिनाथा । पाञ्चाही तत्त्वाञ्चा दीप लाविला आता ॥ निर्गुणाचीस्थिति कैसि आकारा आली बाबा आकारा आली । सर्वाघटी भरूनि उरली सायी मा ऊली ॥ १ ॥ ओवालु आरती माझ्या सद्गुरुनाथा माझा सायिनाथा । पाञ्चाही तत्त्वाञ्चा दीप लाविला आता ॥ रजतमसत्वतिघेमाया प्रसावली बाबा मायाप्रसावली । माये चीया…

श्री कृष्ण भोग आरती

।। श्री कृष्ण भोग आरती ।। आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… वृदावन की कुञ्ज गली मे, आओं रास…

श्री बाल कृष्ण जी आरती

|| बाल कृष्ण आरती || आरती बाल कृष्ण की कीजै, अपना जन्म सफल कर लीजै ॥ श्री यशोदा का परम दुलारा, बाबा के अँखियन का तारा । गोपियन के प्राणन से प्यारा, इन पर प्राण न्योछावर कीजै ॥ ॥ आरती बाल कृष्ण की कीजै…॥ बलदाऊ के छोटे भैया, कनुआ कहि कहि बोले मैया । परम…

श्री कृष्ण जी के मंत्र लाभ सहित

।। श्री कृष्ण मंत्र के लाभ ।। श्री कृष्ण मंत्र का जाप करने से सभी पापो का नाश होता है और सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है श्री कृष्णा भगवन की पूजा बुधवार के दिन करना शुभ माना जाता है श्री कृष्णा मंत्र का जाप करने से जीवन में सकरात्मकता आती है श्री कृष्णा मंत्र…

आरती कुंजबिहारी की (Shri Krishna Aarti)

|| आरती कुंजबिहारी की || आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला । श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला । गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली । लतन में ठाढ़े बनमाली…

श्री सायिनाथ अष्टकम्

|| श्री सायिनाथ अष्टकम् || पत्रिग्राम समुद्भूतं द्वारकामायि वासिनं भक्ताभीष्टप्रदं देवं सायिनाथं नमाम्यहम् ॥ १ ॥ महोन्नत कुलेजातं क्षीराम्बुधि समे शुभे द्विजराजं तमोघ्नं तं सायिनाथं नमाम्यहम् ॥ २ ॥ जगदुद्धारणार्थं यो नररूपधरो विभुः योगिनं च महात्मानं सायिनाथं नमाम्यहम् ॥ ३ ॥ साक्षात्कारे जये लाभे स्वात्मारामो गुरोर्मुखात् निर्मलं मम गात्रं च सायिनाथं नमाम्यहम् ॥ ४ ॥…

श्री सायि विभूति मन्त्र

|| श्री सायि विभूति मन्त्र || महाग्राहपीडां महोत्पातपीडां महारोगपीडां महातीव्रपीडां । हरत्याशुचे द्वारकामायि भस्मं नमस्ते गुरु श्रेष्ठ सायीश्वराय ॥ परमं पवित्रं बाबा विभूतिं परमं विचित्रं लीलाविभूतिं । परमार्थ इष्टार्थ मोक्षप्रदानं बाबा विभूतिं इदमाश्रयामि ॥

श्री सायिबाबा प्रार्थनाष्टकम्

|| श्री सायिबाबा प्रार्थनाष्टकम् || शान्तचित्ता महाप्रज्ञा सायिनाथा दयाधना दयासिन्धो सत्यस्वरूपा मायातमविनाशना ॥ १ जात गोतातीता सिद्धा अचिन्त्या करुणालया पाहिमां पाहिमां नाथा शिरिडी ग्रामनिवासिया ॥ २ श्री ज्ञानार्क ज्ञानदात्या सर्वमङ्गलकारका भक्त चित्त मराला हे शरणागत रक्षक ॥ ३ सृष्टिकर्ता विरिञ्ची तू पातातू इन्दिरापति जगत्रयालयानेता रुद्रतो तूच निश्चिती ॥ ४ तुजवीणे रताकोठे ठावनाया महीवरी सर्वज्ञातू सायिनाथा…

श्रावण संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा

|| श्रावण श्री गणेश संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा || धर्मराज युधिष्ठिर ने इस व्रत को किया था। जब पूर्वकाल में राजच्युत होकर अपने भाइयों के साथ वे वनवास में थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें इस व्रत के बारे में बताया। युधिष्ठिर ने भगवान कृष्ण से अपने कष्टों के शमन के लिए उपाय पूछा था।…

कजरी तीज व्रत कथा एवं पूजन विधि

|| कजरी तीज पूजा विधि || कजरी तीज के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लें। फिर घर के मंदिर में एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद चौकी पर मां पार्वती और शिवजी की प्रतिमा स्थापित करें। अब माता पार्वती को 16 श्रृंगार…

Shri Harinaam Mahamantra (श्री हरिनाम महामंत्र)

Shri Harinaam Mahamantra (श्री हरिनाम महामंत्र)

श्रीमद् हरिनाम महामंत्र पुस्तक का दसवां संस्करण, जो कि विष्णुपाद श्रीमद्बदकपज्ञ महाराज की प्रेरणा से प्रकाशित हुआ है, सर्वोच्च करुणामय और अहैतुकी कृपालु गुरुपादपद नित्य को समर्पित है, भक्तों और पाठकों द्वारा अत्यंत आनंदपूर्वक अनुभव किया जा रहा है। श्री हरिनाम महामंत्र पुस्तक भक्ति योग और भगवान के नाम की महिमा का गान करती है।…

Divya Prerna Prakash (दिव्य प्रेरणा प्रकाश)

Divya Prerna Prakash (दिव्य प्रेरणा प्रकाश)

दिव्य प्रेरणा प्रकाश पुस्तक परम पूज्य संत श्री आशाराम बापूजी द्वारा रचित एक अद्वितीय आध्यात्मिक और प्रेरणादायक ग्रंथ है। यह पुस्तक जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने, आत्मिक उन्नति प्राप्त करने और ईश्वर के प्रति भक्ति को बढ़ाने के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करती है। आशाराम बापूजी की शिक्षाओं और उनके गहन आध्यात्मिक…

Chaitanya Mahaprabhu Ki Siksa (चेतन्य महाप्रभु की शिक्षा)

Caitanya Mahaprabhu ki siksa (चेतन्य महाप्रभु की शिक्षा)

चैतन्य महाप्रभु की शिक्षा पुस्तक का चौथा संस्करण चैतन्य महाप्रभु की दिव्य शिक्षाओं का संकलन और विश्लेषण प्रस्तुत करता है। चैतन्य महाप्रभु, जिन्हें भगवान कृष्ण के अवतार के रूप में माना जाता है, ने भक्ति योग के माध्यम से प्रेम और सेवा के मार्ग को प्रकट किया। उनकी शिक्षाएँ भक्ति और संकीर्तन (भगवान के नाम…

Vivek chudamani (विवेकचूडामणि)

Vivek chudamani (विवेकचूडामणि)

विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक प्रमुख दार्शनिक ग्रंथ है, जो अद्वैत वेदांत के सिद्धांतों पर आधारित है। इस पुस्तक का नाम “विवेकचूडामणि” का अर्थ है “विवेक (विवेकशीलता) का सर्वोच्च आभूषण,” और यह आत्मज्ञान की प्राप्ति के मार्ग में विवेकशीलता के महत्व को रेखांकित करता है। विवेकचूडामणि पुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ अद्वैत वेदांत का दर्शन: विवेकचूडामणि…

Vraja Mandala Parikrama (ब्रज मंडल परिक्रमा)

Vraja Mandala Parikrama (ब्रज मंडल परिक्रमा)

व्रज मंडल परिक्रमा पुस्तक एक आध्यात्मिक और धार्मिक ग्रंथ है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के लीला स्थलों का भ्रमण और उनके महत्व का वर्णन किया गया है। यह पुस्तक व्रजभूमि, जिसे वृंदावन भी कहा जाता है, के प्रमुख तीर्थ स्थलों और उनसे संबंधित कथाओं का संकलन करती है। व्रज मंडल परिक्रमा को हिंदू धर्म में अत्यधिक…

Mansha Vrat Katha (मंशा व्रत कथा)

Mansha Vrat Katha (मंशा व्रत कथा)

मंशा महादेव व्रत की कथा में बताया जाता है कि यह व्रत देवी-देवताओं द्वारा किया गया था और इसे मनुष्यों द्वारा भी किया जाना चाहिए। मान्यता है कि भगवान इंद्र ने चन्द्रमा के श्राप के कारण हुए कुष्ठ रोग से मुक्ति पाने के लिए इस व्रत को किया था। इसी प्रकार माता पार्वती ने भगवान…

सितम्बर 2024 में आने वाले सभी हिन्दू त्यौहारों और व्रतों की सूची

सितंबर 2024, हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए कई महत्वपूर्ण त्योहारों और व्रतों से भरा हुआ है। इस महीने में धार्मिक उत्सवों का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया जाता है। सितम्बर 2024 में आने वाले सभी हिन्दू त्यौहारों और व्रतों की सूची में कई महत्वपूर्ण आयोजन शामिल हैं। इस महीने 8 सितम्बर को ऋषि…

पुत्रदा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ पुत्रदा एकादशी व्रत पूजा विधि ॥ प्रातः काल पति – पत्नी संयुक्त रूप से विष्णु की उपासना करें। उन्हें पीले फल, पीले फूल, तुलसी दल और पंचामृत अर्पित करें। इसके बाद संतान गोपाल मन्त्र का जाप करें। मंत्र जाप के बाद पति पत्नी संयुक्त रूप से प्रसाद ग्रहण करें। अगर इस दिन उपवास रखकर…

वरलक्ष्मी व्रत कथा व पूजा विधि

।। वरलक्ष्मी व्रत पूजा विधि ।। वरलक्ष्मी व्रत रखने वाली महिलाओं और पुरुषों को इस दिन प्रातः काल स्नान कर लेना चाहिए। सबसे पहले पूजा वाले स्थान पर गंगाजल छिड़ककर पवित्र करने के बाद व्रत रखने का संकल्प करें। मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति को लाल कपड़े के ऊपर स्थापित कर लें। इसके…

मंशा महादेव व्रत कथा एवं पूजन विधि

|| पूजन विधि || भगवान शिव का यह व्रत चार वर्ष का रहता है। हर वर्ष यह व्रत सिर्फ चार महीने ही करना रहता है। इस व्रत को करने से भगवान शिव बड़ी से बड़ी मन की इच्छा की पूर्ति करते है। श्रावण से कार्तिक माह तक के हर सोमवार को शिवलिंग की पूजा करें।…

जानिए मंगला गौरी व्रत पूजा के दौरान ध्यान रखने योग्य कुछ खास बातें

mangla gauri mata

मंगला गौरी व्रत श्रावण मास के प्रत्येक मंगलवार को किया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस व्रत में माँ गौरी की पूजा का विशेष महत्व है। यहाँ कुछ खास बातें हैं जो मंगला गौरी व्रत पूजा के दौरान ध्यान…

मंगला गौरी व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| पूजा विधि || श्रावण मास के मंगलवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठें। नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ-सुथरे धुले हुए अथवा नए वस्त्र धारण कर व्रत करें। मां मंगला गौरी (पार्वती जी) का एक चित्र अथवा प्रतिमा लें। फिर निम्न मंत्र के साथ व्रत करने का संकल्प लें। ‘मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरीप्रीत्यर्थं पंचवर्षपर्यन्तं…

विष्णु भगवान के 108 नाम

|| विष्णु भगवान अष्टोत्तर शतनामावली || ॐ विष्णवे नमः | ॐ जिष्णवे नमः | ॐ वषट्काराय नमः | ॐ देवदेवाय नमः | ॐ वृषाकपये नमः | ॐ दामोदराय नमः | ॐ दीनबंधवे नमः | ॐ आदिदेवाय नमः | ॐ अदितेस्तुताय नमः | ९ ॐ पुंडरीकाय नमः | ॐ परानंदाय नमः | ॐ परमात्मने नमः |…

विश्वंभरी स्तुति

|| विश्वंभरी स्तुति || विश्वंभरी अखिल विश्वतणी जनेता, विद्या धरी वदनमां वसजो विधाता। दुर्बुद्धिने दुर करी सद्बुद्धि आपो, माम् पाहि ओम भगवति भवदुःख कापो ॥ भुलो पडी भवरणे भटकु भवानी, सुझे नही लगिर कोई दिशा जवानी । भासे भयंकर वळी मनना उतापो, माम् पाही ओम भगवति भवदुःख कापो ॥ आ रंकने उगरवा नथी कोई आरो,…

देवी लक्ष्मी के 108 नाम

|| देवी लक्ष्मी की अष्टोत्तर शतनामावली || ॐ प्रकृत्यै नमः। ॐ विकृत्यै नमः। ॐ विद्यायै नमः। ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नमः। ॐ श्रद्धायै नमः। ॐ विभूत्यै नमः। ॐ सुरभ्यै नमः। ॐ परमात्मिकायै नमः। ॐ वाचे नमः। ॐ पद्मालयायै नमः। ॐ पद्मायै नमः। ॐ शुचये नमः। ॐ स्वाहायै नमः। ॐ स्वधायै नमः। ॐ सुधायै नमः। ॐ धन्यायै नमः।…

वरलक्ष्मी व्रत का महात्म्य, पूजा विधि, तिथि और महत्व

varlakshmi vratam

वरलक्ष्मी व्रत 2024 एक अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण व्रत है जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की शुक्रवार को रखा जाता है। यह व्रत मां लक्ष्मी की आराधना के लिए समर्पित है, जो धन, समृद्धि और वैभव की देवी हैं। वरलक्ष्मी व्रत को अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस व्रत को रखने से धन-दौलत, सुख-समृद्धि,…

हरियाली तीज व्रत कथा

|| हरियाली तीज व्रत कथा || भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का एक अद्भुत पर्व है हरियाली तीज। इस पर्व से जुड़ी कथा में जानेंगे कि किस प्रकार माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को अपने पति के रूप में प्राप्त किया। हरियाली तीज व्रत कथा के अनुसार, इस कथा का वाचन स्वयं भगवान…

श्री सूक्तम्

|| श्री सूक्तम् || हिर॑ण्यवर्णां॒ हरि॑णीं सु॒वर्ण॑रज॒तस्र॑जाम् । च॒न्द्रां हि॒रण्म॑यीं ल॒क्ष्मीं जात॑वेदो म॒ आव॑ह ॥ १ ॥ तां म॒ आव॑ह॒ जात॑वेदो ल॒क्ष्मीमन॑पगा॒मिनी᳚म् । यस्यां॒ हिर॑ण्यं वि॒न्देयं॒ गामश्वं॒ पुरु॑षान॒हम् ॥ २ ॥ अ॒श्व॒पू॒र्वां र॑थम॒ध्यां ह॒स्तिना॑दप्र॒बोधि॑नीम् । श्रियं॑ दे॒वीमुप॑ह्वये॒ श्रीर्मा॑दे॒वीर्जु॑षताम् ॥ ३ ॥ कां॒ सो᳚स्मि॒तां हिर॑ण्यप्रा॒कारा॑मा॒र्द्रां ज्वल॑न्तीं तृ॒प्तां त॒र्पय॑न्तीम् । प॒द्मे॒ स्थि॒तां प॒द्मव॑र्णां॒ तामि॒होप॑ह्वये॒ श्रियम् ॥ ४…

Rawan Samhita Part 1 (रावण संहिता – भाग 1)

Rawan Sahinta Part 1 (रावण संहिता - भाग 1)

रावण संहिता एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो राजा रावण द्वारा रचित माना जाता है। यह ग्रंथ ज्योतिष, तंत्र, मंत्र, आयुर्वेद, और विभिन्न प्रकार की विद्या का अद्वितीय संग्रह है। रावण संहिता का पहला भाग इन विषयों के आधारभूत सिद्धांतों और उपयोगी जानकारी का विस्तृत वर्णन करता है। रावण, जो लंका का राजा और एक महान…