|| Shiv Gayatri Mantra ||
इस मंत्र का जाप करने से सुख, समृद्धि और एश्वर्य की प्राप्ति होती है। ये मंत्र आपके पापों का भी नाश करता हैं। इस मंत्र का जाप करने से अकाल मृत्यु और गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
शिव गायत्री मंत्र – ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात् |
शिव गायत्री मंत्र का अर्थ – ॐ, मुझे महान पुरुष का ध्यान करने दो, हे महानतम ईश्वर, मुझे उच्च बुद्धि प्रदान करो, और भगवान रुद्र मेरे मन को प्रकाशित करें।
शिव गायत्री मंत्र की जाप विधि
अगर आप भगवान शिव से कृपा पाना चाहते हो तो आपको इस मंत्र का उचारण करते समय नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना होगा :-
- मंत्र का जाप करते समय उपवास रखना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप श्रावण के सोमवार को करना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप सुबह 6 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 6 बजे भी किया जा सकता है।
- मंत्र जाप करते समय सामने घी का दीपक जलाना चाहिए।
- शिवलिंग पर गंगा जल, बेलपत्र, धतूरा, चंदन, धूप, फल, पुष्प आदि श्रद्धा भाव से अर्पित करने से शिव एवं शक्ति दोनों की ही कृपा मिलती है
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