गणेश चतुर्थी नामक पुस्तक भगवान श्री गणेश की पूजा, व्रत विधि, कथा और उनके प्रति भक्तिभाव को समर्पित है। इस पुस्तक में गणेश चतुर्थी से संबंधित सभी प्रमुख जानकारियाँ दी गई हैं, जैसे व्रत का महत्व, पूजा विधि, गणेश चतुर्थी की कथाएँ और हर साल की गणेश चतुर्थी तिथियों की सूची। यह पुस्तक श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आती है। इस दिन श्री गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न और बाधाएँ दूर होती हैं। भगवान गणेश को “विघ्नहर्ता” और “बुद्धि प्रदाता” माना जाता है।
गणेश चतुर्थी पुस्तक की विशेषताएँ
- इस पुस्तक में गणेश चतुर्थी व्रत से जुड़ी प्राचीन कथाओं और पौराणिक प्रसंगों को विस्तार से बताया गया है। ये कथाएँ भक्तों को प्रेरणा देती हैं और व्रत की महत्ता को समझाती हैं।
- पुस्तक में गणेश चतुर्थी व्रत की पूजा विधि, मंत्र, और सामग्री का विवरण दिया गया है। इसमें कैसे भगवान गणेश की स्थापना और विसर्जन किया जाए, इसका क्रमबद्ध विवरण भी है।
- इस पुस्तक में प्रत्येक वर्ष की गणेश चतुर्थी तिथियों की सूची दी गई है। यह सूची भक्तों को आने वाले वर्षों में व्रत और पूजा की तैयारी करने में सहायक होती है।
- भगवान गणेश के 108 नाम और उनके अर्थ का उल्लेख पुस्तक में किया गया है, जिससे भक्त उन्हें ध्यान और मंत्र जाप के समय उपयोग कर सकते हैं।
- गणेश चतुर्थी पर उपयोग किए जाने वाले श्लोक, आरती, और स्तुति जैसे “गणपति अथर्वशीर्ष” और “गणेश वंदना” का संग्रह पुस्तक में दिया गया है।