|| आरती ||
ॐ ब्रह्माणी मइया,
जय ब्रह्माणी मइया।
पल्लू धाम विराजत-2,
सब जन कल्याणी ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
मंगल मोदमयी माँ,
पीताम्बर धारी-2 मइया।
स्वर्ण छत्र से शोभित-2,
हंसन असवारी ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
कर में तेरे कमंड़ल,
अक्ष माला सोहे-2 मइया।
लाल ध्वजा फहराये-2,
सबका मन मोहे ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
पत्र पुष्प फल धूप दीप,
नैवेध्य चढ़े भारी-2 ।
जगमग ज्योत आरती-2,
भक्तन भय हारी ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
डमरू ढोल नगाड़े,
कीर्तन जयकारे -2 मइया।
तीन लोक यश गूंजे-2,
कष्ट हरो सारे ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
पुत्र हीन, धन हीन दुःखी,
जिस आशा से आवे-2।
दयामयी तेरे द्वारे-2 वांछित फल पावे।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
कृपा दृष्टि मुझ पर माँ,
तेरी बनी रहे -2 मइया।
तुझे न क्षण भर भूलू-2,
तू मेरे साथ रहे ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
सेवा पूजा साधन,
कुछ भी नहीं जानू-2 मइया।
करूँ आरती अर्पण-2,
धन्य भाग माँनू ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
ॐ जय माँ ब्रह्माणी,
जय माँ ब्रह्माणी -2 मइया।
पल्लू धाम विराजत-2,
सब जन कल्याणी ।।
|| ॐ जय माँ ब्रह्माणी ||
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