Misc

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा

Mangal Ki Seva Bhajan Sanskrit Lyrics

MiscBhajan (भजन संग्रह)संस्कृत
Share This

Join HinduNidhi WhatsApp Channel

Stay updated with the latest Hindu Text, updates, and exclusive content. Join our WhatsApp channel now!

Join Now

|| मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ||

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,

हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।

पान सुपारी ध्वजा नारियल,

सुन जगदम्बे न कर विलम्बे,

संतन के भडांर भरे ।

संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

बुद्धि विधाता तू जग माता,

मेरा कारज सिद्व करे ।

चरण कमल का लिया आसरा,

जब-जब भीड पडी भक्तन पर,

तब-तब आप सहाय करे ।

संतन प्रतिपाली सदा खुशाली,

गुरु के वार सकल जग मोहयो,

तरुणी रूप अनूप धरे ।

माता होकर पुत्र खिलावे,

शुक्र सुखदाई सदा सहाई,

संत खडे जयकार करे ।

सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

ब्रह्मा विष्णु महेश फल लिये,

भेट देन तेरे द्वार खडे ।

अटल सिहांसन बैठी मेरी माता,

वार शनिचर कुमकुम बरणो,

जब लुंकड़ पर हुकुम करे ।

सन्तन प्रतिपाली सदा खुशाली,

खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये,

रक्त बीज को भस्म करे ।

शुम्भ-निशुम्भ को क्षण में मारे,

आदित वारी आदि भवानी,

जन अपने को कष्ट हरे ।

संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

कुपित होकर दानव मारे,

चण्ड-मुण्ड सब चूर करे ।

जब तुम देखी दया रूप हो,

सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता,

जन की अर्ज कबूल करे ।

सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

सात बार की महिमा बणनी,

सब गुण कौन बखान करे ।

सिंह पीठ पर चढी भवानी,

दर्शन पावे मंगल गावे,

सिद्ध साधक तेरी भेट धरे ।

संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे,

शिव शंकर हरी ध्यान धरे ।

इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती,

जय जननी जय मातु भवानी,

अटल भवन में राज्य करे ।

संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,

हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।

पान सुपारी ध्वजा नारियल,

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,

हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।

पान सुपारी ध्वजा नारियल,

ले ज्वाला तेरी भेट धरे ॥

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download मंगल की सेवा सुन मेरी देवा PDF

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा PDF

Leave a Comment

Join WhatsApp Channel Download App