श्री ब्रह्मा जी चालीसा

॥ दोहा ॥ जय ब्रह्मा जय स्वयम्भू, चतुरानन सुखमूल । करहु कृपा निज दास पै, रहहु सदा अनुकूल ॥ तुम सृजक ब्रह्माण्ड के, अज विधि घाता नाम । विश्वविधाता कीजिये, जन पै कृपा ललाम ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय कमलासान जगमूला । रहहु सदा जनपै अनुकूला ॥ रुप चतुर्भुज परम सुहावन । तुम्हें अहैं…

श्री काली माँ आरती

|| आरती || जय काली माता, मा जय महा काली माँ | रतबीजा वध कारिणी माता | सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ || दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि | मधु और कैितभा नासिनी माता | महेशासुर मारदिनी …ओ माता जय महा काली माँ || हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति…

श्री कालिका माता की आरती

|| आरती || मंगल की सेवा सुन मेरी देवा , हाथ जोड तेरे द्वार खडे। पान सुपारी ध्वजा नारियल ले, ज्वाला तेरी भेट धरेसुन।। जगदम्बे न कर विलम्बे, संतन के भडांर भरे। सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली, जै काली कल्याण करे ।। बुद्धि विधाता तू जग माता , मेरा कारज सिद्व रे। चरण कमल का लिया…

Shri Kali Maa Chalisa

॥ Doha ॥ Jai Kali Jagadamba Jai, Harani Ogha Agha Punja। Vasa Karahu Nija Dasa Ke, Nishadina Hridaya Nikunja॥ Jayati Kapali Kalika, Kankali Sukha Dani। Kripa Karahu Varadayini, Nija Sevaka Anumani॥ ॥ Chaupai ॥ Jai Jai Jai Kali Kankali। Jai Kapalini, Jayati Karali॥ Shankara Priya, Aparna, Amba। Jai Kapardini, Jai Jagadamba॥ Arya, Hala, Ambika, Maya।…

श्री काली माँ चालीसा

॥ दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार महिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई॥ अरि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥ भाल विशाल मुकुट छवि छाजै । कर में शीश शत्रु का साजै ॥ दूजे हाथ लिए मधु प्याला…

Shri Sheetala Mata Ki Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Sheetala Mata, Maiya Jai Shitala Mata। Adi Jyoti Maharani, Saba Phala Ki Data॥ Om Jai Sheetala Mata…। Ratana Simhasana Shobhita, Shweta Chhatra Bhata। Riddhi-Siddhi Chanwara Dolaven, Jagamaga Chhavi Chhata॥ Om Jai Sheetala Mata…। Vishnu Sevata Thadhen, Seven Shiva Dhata। Veda Purana Varanata, Para Nahin Pata॥ Om Jai Sheetala Mata…। Indra Mridanga…

Shri Sheetala Mata Chalisa

॥ Doha ॥ Jai-Jai Mata Shitala, Tumahin Dharai Jo Dhyana । Hoya Vimal Shital Hridaya, Vikasai Buddhi Balagyana ॥ Ghat-Ghat Basi Sheetala, Sheetal Prabha Tmhara । Sheetal chaiyan Main Jhulai, Maiyan Palana Dar॥ ॥ Chaupaai ॥ Jai-Jai-Jai Shree Shitala Bhawani । Jai Jaga Janani Sakala Gunakhani ॥ Griha-Griha Shakti Tumhari Rajita । Purana Sharadachandra Samasajita…

श्री शीतला माता चालीसा

॥ दोहा ॥ जय जय माता शीतला , तुमहिं धरै जो ध्यान । होय विमल शीतल हृदय, विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥ घट-घट वासी शीतला, शीतल प्रभा तुम्हार । शीतल छइयां में झुलई, मइयां पलना डार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय-जय-जय श्री शीतला भवानी । जय जग जननि सकल गुणधानी ॥ गृह-गृह शक्ति तुम्हारी राजित…

श्री शीतला जी की आरती

|| आरती || जै शीतला माता मैया जै शीतला माता । दुख निवारण वाली सुख की वरदाता ।। ॐ जय शीतला माता…। गर्दभ तुमरा वाहन शांत सदा रहता ।। दुख दरिद्रता हरता कष्ट सभी सहता ।। ॐ जय शीतला माता…। चामुंडा कहलाईं अद्भुत रूप धरा ।। नग्न रूप में रहतीं जल हथ कलश भरा ।।…

श्री पार्वती जी की आरती

|| आरती || जय पार्वती माता, जय पार्वती माता, ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता । अरिकुलपद्म विनासनी जय सेवकत्राता, जगजीवन जगदंबा हरिहर गुण गाता । सिंह का वाहन साजे कुंडल हैं साथा, देवबंधु जस गावत नृत्य करत ता था । सतयुग रूप शील अति सुंदर नाम सती कहलाता, हेमांचल घर जन्मी सखियन संग…

श्री पार्वती चालीसा

।। दोहा ।। जय गिरि तनये दक्षजे शंभु प्रिये गुणखानि । गणपति जननी पार्वती अम्बे ! शक्ति ! भवानि ।। ।। चौपाई ।। ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे । पंच बदन नित तुमको ध्यावे ।। षड्मुख कहि न सकत यश तेरो । सहसबदन श्रम करत घनेरो ।। तेऊ पार न पावत माता । स्थित रक्षा…

श्री सीता जी की आरती

|| आरती || आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ जगत जननी जग की विस्तारिणी, नित्य सत्य साकेत विहारिणी, परम दयामयी दिनोधारिणी, सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥ आरती श्री जनक दुलारी की । सीता जी रघुवर प्यारी की ॥ सती श्रोमणि पति हित कारिणी, पति सेवा वित्त वन वन…