श्री काली माँ आरती

|| आरती || जय काली माता, मा जय महा काली माँ | रतबीजा वध कारिणी माता | सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ || दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि | मधु और कैितभा नासिनी माता | महेशासुर मारदिनी …ओ माता जय महा काली माँ || हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति…

श्री कालिका माता की आरती

|| आरती || मंगल की सेवा सुन मेरी देवा , हाथ जोड तेरे द्वार खडे। पान सुपारी ध्वजा नारियल ले, ज्वाला तेरी भेट धरेसुन।। जगदम्बे न कर विलम्बे, संतन के भडांर भरे। सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली, जै काली कल्याण करे ।। बुद्धि विधाता तू जग माता , मेरा कारज सिद्व रे। चरण कमल का लिया…