जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है – भजन

॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है – भजन ॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥ कैसी घड़ी आज जीवन की आई । अपने ही प्राणो की करते विदाई । अब ये अयोध्या हमारी नहीं है ॥ जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है…

बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम – भजन

॥ बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम – भजन ॥ बड़ी देर भई, बड़ी देर भई, कब लोगे खबर मोरे राम, बड़ी देर भई, कहते हैं तुम हो दया के सागर, फिर क्यूँ खाली मेरी गागर, झूमें झुके कभी ना बरसे, कैसे हो तुम घनश्याम , हे राम, हे राम बड़ी देर भई,…

जिस भजन में राम का नाम ना हो – भजन

॥ जिस भजन में राम का नाम ना हो – भजन ॥ जिस भजन में राम का नाम ना हो, उस भजन को गाना ना चाहिए ॥ चाहे बेटा कितना प्यारा हो, उसे सिर पे चढ़ाना ना चाहिए, चाहे बेटी कितनी लाडली हो, घर घर ने घुमाना ना चाहिए, जिस भजन में राम का नाम…

सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये – भजन

॥ सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये – भजन ॥ सीता राम सीता राम, सीताराम कहिये, जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये। मुख में हो राम नाम, राम सेवा हाथ में, तू अकेला नाहिं प्यारे, राम तेरे साथ में । विधि का विधान जान, हानि लाभ सहिये, जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये…

जिन पर कृपा राम करे – भजन

॥ जिन पर कृपा राम करे – भजन ॥ राम नाम आधार जिन्हें, वो जल में राह बनाते हैं, जिन पर कृपा राम करें, वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥ लक्ष्य राम जी सिद्धि राम जी, राम ही राह बनायी, राम कर्म हैं राम ही कर्ता, राम की सकल बड़ाई राम काम करने वालों…

जिनके हृदय श्री राम बसे – भजन

॥ जिनके हृदय श्री राम बसे – भजन ॥ जिनके हृदय श्री राम बसे, उन और को नाम लियो ना लियो । जिनके हृदय श्री राम बसे, उन और को नाम लियो ना लियो । जिनके हृदय श्री राम । कोई मांगे कंचन सी काया, कोई मांग रहा प्रभु से माया । कोई पुण्य करे,…

राम ही पार लगावेंगे – भजन

॥ राम ही पार लगावेंगे – भजन ॥ अजी मैं तो राम ही राम भजूँ री मेरे राम, राम ही पार लगावेंगे जल थल गगन मण्डल में राम राम ही पार लगावेंगे तन मोरा राम, मन मोरा राम तन मोरा राम, मन मोरा राम मोरा कण-कण हो ऽ ऽ राम ही राम॥ राम ही पार…

कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी – भजन

॥ कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी – भजन ॥ कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी ॥ कही कोई कांटा प्रभु को नहीं चुभ जाये पग तन्मग्चारे चुन चुन पुष्प बिछाए मीठे फल चख कर नित्य सजाये थारी रास्ता देखत शबरी की…

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो – भजन

॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो – भजन ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु । कृपा कर अपनायो ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । जन्म जन्म…

राम भी मिलेंगे तुझे श्याम भी मिलेंगे – भजन

|| राम भी मिलेंगे तुझे श्याम भी मिलेंगे || राम भी मिलेंगे तुझे, श्याम भी मिलेंगे, जब तुझे श्री हनुमान, जी मिलेंगे, राम भी मिलेंगे तुझें, श्याम भी मिलेंगे || राम और श्याम को, बजरंगी बड़े प्यारे, योद्धा है कन्हैया के, राम के दुलारे, चाहे जो बजरंगी, राम श्याम जी मिलेंगे, चाहे जो बजरंगी, राम…

राम नाम के साबुन से जो – भजन

॥ राम नाम के साबुन से जो – भजन ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के दर्पण में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ रोम रोम में राम है तेरे, वो तो तुझसे दूर नही, देख सके न आंखे उनको, उन आंखों में नूर नही, देखेगा तू मन…

नवरात्रि 2025 नौवा दिन – सिद्धिदात्री माता की कथा, मंत्र एवं पूजा विधि

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सिद्धिदात्री का अर्थ है – “सिद्धि” का अर्थ है पूर्णता जबकि “दात्री” का अर्थ है “देने वाली”। इसीलिए उन्हें माता सिद्धिदात्री के रूप में पहचाना जाता है। चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू होगी और 06 अप्रैल 2025 तक मनाई जाएगी। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी (सिद्धिदात्री माता की पूजा) को सबसे महत्वपूर्ण दिन माना…

अपरा एकादशी 2025 तिथि, मुहूर्त, व्रत कथा और पूजा विधि

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हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मई माह में, कृष्ण पक्ष की एकादशी को “अपरा एकादशी” के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष, 23 मई 2025 को अपरा एकादशी होने वाली है। इसे जानने के लिए, इस उत्सव की तिथि, मुहूर्त, महत्व, और पूजा विधि के बारे में विस्तार…

निर्जला एकादशी 2025 तिथि, शुभ मुहूर्त, व्रत कथा और पूजा विधि

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निर्जला एकादशी हिंदुओं का एक विशेष त्योहार है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह त्योहार ‘ज्येष्ठ’ माह के चंद्रमा के दौरान शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। इसलिए इसे ‘ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी’ के रूप में भी जाना जाता है। इस वर्ष, 2025 में निर्जला एकादशी 06 जून को पड़ेगी। यह एकादशी आमतौर पर ‘गंगा…

रक्षाबंधन 2025 शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और राखी की कहानी

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रक्षाबंधन एक पवित्र त्यौहार है जो भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। 2025 में, रक्षाबंधन 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया…

हरियाली और श्रावणी अमावस्या 2025 – जानें तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

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हरियाली अमावस्या, जिसे श्रावण अमावस्या भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार आमतौर पर श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष, यह त्योहार 24 जुलाई, 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व है।…

नवरात्रि 2025 में घर पर मां दुर्गा की आरती कैसे करें? दुर्गा की आरती के लाभ, पूजा विधि और मंत्र

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नवरात्रि का समय मां दुर्गा की पूजा और भक्ति के लिए बहुत खास होता है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आरती करना नवरात्रि की पूजा का एक अहम हिस्सा है। यह सिर्फ हमारी भक्ति को दर्शाता नहीं है, बल्कि मां दुर्गा की कृपा पाने का सबसे…

हनुमान जयंती 2025 पर विशेष – शुभ संयोग, पूजा विधि और कहानी

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हनुमान जी की पूजा करने से आप हर प्रकार के संकट और बाधाओं से मुक्त हो जाते हैं। अपने भक्तों को हनुमान जी हर भय, पीड़ा से मुक्त रखते हैं। हनुमान जी की स्तुति का दिन हनुमान जयंती इस साल 12 अप्रैल 2025, शनिवार के दिन है। हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा करने…

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 कब है? इस बार कब बजेगा ‘मटकी फोड़’ का शंख? जानिए शुभ मुहूर्त

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हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव प्रति वर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल, कृष्ण जन्माष्टमी 15 अगस्त 2025, शुक्रवार को मनाई जाएगी। कृष्ण जन्माष्टमी 2025 में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से…

Vishwakarma Puja 2025 – जानें विश्वकर्मा जयंती पूजा मुहूर्त, पूजन विधि, व्रत कथा और महत्व

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विश्वकर्मा जयंती भगवान विश्वकर्मा के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है, जिसे लोग प्रायः विश्वकर्मा पूजा के नाम से भी जानते हैं। जैसे मकर संक्रांति जनवरी में आती है, वैसे ही विश्वकर्मा पूजा हर वर्ष कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है, जो 16-17 सितंबर के आसपास पड़ती है। भगवान विश्वकर्मा को दुनिया…

Chhath Puja 2025 – छठ पूजा विधि, छठ पूजा मुहूर्त (नहाय खाय, खरना, संध्या अर्घ्य, उषा अर्घ्य)

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इस साल छठ महापर्व 27 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ हो रहा है। ‘नहाय-खाय’ के साथ यह चार दिवसीय पर्व 30 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा। छठी मैया और सूर्य देव की आराधना का यह पर्व, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं…

Shardiya Navratri 2025 – क्या है इस नवरात्रि का विशेष योग? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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Shardiya Navratri हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण पर्व है, जो देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व आश्विन महीने में आता है और विशेष रूप से शरद ऋतु के आगमन का प्रतीक है। यह नवरात्रि पूरे भारत में भक्तों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। हिंदू धर्म…

Ahoi Ashtami 2025 – अहोई अष्टमी व्रत, जाने तिथि, नियम और पूजा विधि सहित संपूर्ण जानकारी

Ahoi Ashtami

Ahoi Ashtami 2025 – अहोई अष्टमी का व्रत हर साल माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन माताएं पूरे दिन बिना पानी पिए व्रत रखती हैं और शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर 2025 को रखा जाएगा।…

अयोध्या वही है, राम भी वही है – भजन

|| अयोध्या वही है, राम भी वही है || अयोध्या में आये राम सपना नहीं है अयोध्या वही है, राम भी वही है ! बरसों से बैठे तंबू में राम थे कोन कौन इनके पीछे हुए बदनाम थे संतों की मेहनत व्यर्थ नहीं है अयोध्या वही है, राम भी वही है कैकई माँ ने वनवास…

राम आ गए धन्य भाग सबरी मुस्काये – भजन

|| राम आ गए धन्य भाग सबरी मुस्काये || राम आ गए, धन्य भाग शबरी मुस्काये। आँखों में प्रेम आंसू, चरणों को धो रही है, मारे ख़ुशी के शबरी, व्याकुल सी हो रही है, क्या लाऊँ क्या खिलाऊँ, कुछ भी समझ ना आए, राम आ गये, धन्य भाग्य शबरी हर्षाए ॥ वन से जो तोड़कर…

एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में – भजन

|| एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में || एक बार तो आओ राम, दासी की कुटिया में – २ कर लो थोड़ा आराम, दासी की कुटिया में – २ तेरे लिए रघुवर, मैं वन में रहती हूँ – २ दुःख दर्द सभी सारे, हसकर के सहती हूँ – २ कब आओगे राघव…

गणेश पूजा विधि मंत्र सहित – गणेश चतुर्थी 2025 का शुभ मुहूर्त (Ganpati Sthapana – Visarjan Vidhi)

bhagwan ganesh

हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का बहुत खास स्थान है। वैसे तो हर महीने की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश जी की पूजा होती है, लेकिन भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन से गणेश उत्सव की शुरुआत होती है जो 10 दिनों तक चलता…

Pitru Paksha 2025 – पितृ पक्ष की तिथियां, नियम, महत्व और मान्यताएं

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पितृपक्ष 08 सितंबर से शुरू हो रहा है। पितृपक्ष के समय लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और अन्य धार्मिक कार्य करते हैं। इस दौरान, लोग अपने पितरों की तृप्ति के लिए भोजन और जल अर्पित करते हैं। साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराना, उन्हें दान-दक्षिणा देना और पितरों की…

Parivartini Ekadashi 2025 – परिवर्तिनी एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें?

lord vishnu

परिवर्तिनी एकादशी, जिसे ‘परिवर्तिनी’ या ‘आश्वयुज एकादशी’ भी कहते हैं, हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्वयुज मास की एकादशी को मनाई जाती है। इस वर्ष, परिवर्तिनी एकादशी 2025 में बुधवार, 3 सितंबर को पड़ रही है। यह एकादशी विशेष रूप से व्रत और पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसके विशेष महत्व को लेकर…

पापांकुशा एकादशी 2025 कब है? कैसे करें व्रत? क्या है महत्व?

papankusha ekadashi

पापांकुशा एकादशी हिंदू धर्म में आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। पापांकुशा एकादशी एक पवित्र अवसर है जब हम अपने पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यदि…

जानिए भगवान शिव के अनजाने नाम और उनका महत्व – सावन मास 2025

lord shiva

सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में भक्त भगवान शिव की पूजा, व्रत और ध्यान करते हैं। भगवान शिव को “शिव”, “महादेव”, “त्रिनेत्र”, “नीलकंठ” आदि अनेक नामों से जाना जाता है। सावन मास हिन्दू धर्म में एक विशेष महत्व रखता है। यह समय भगवान शिव…

सोमवार को क्या करें और क्या न करें? भगवान शिव की पूजा विधि, व्रत नियम

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सावन मास, भगवान शिव का प्रिय महीना, 2025 में 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगा। इस पवित्र महीने में, भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं, व्रत रखते हैं, और कावड़ यात्रा निकालते हैं। सावन माह हिन्दू धर्म में अत्यधिक पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की…

जानें: आपकी राशि के अनुसार भगवान शिव का शुभ मंत्र!

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भगवान शिव को हम देवों के देव महादेव भी कहते हैं। अगर आप भगवान बोले नाथ की कृपा पाने के लिए आपको सोमवार और सोलह सोमवार को अपनी राशि के अनुसार मंत्र का जाप करना होगा। इसके लिए आपको ॐ नम: शिवाय के जाप के साथ एक बिल्व पत्र चढ़ाकर उन्हें खुश किया जा सकता…

2025 पितृ दोष से मुक्ति – जानिए लक्षण, कारण और कारगर उपाय

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ज्योतिष शास्त्र में, पितृ दोष को एक ऐसा दोष माना जाता है जो हमारे पूर्वजों (पितरों) के अधूरे कर्मों या उनके प्रति हमारे गलत व्यवहार के कारण होता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई तरह की बाधाएं और समस्याएं पैदा कर सकता है पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए धार्मिक, आध्यात्मिक, और…

जानिए क्या अंतर होता हैं ऋषि, मुनि, साधु और संतों में

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सनातन धर्म में ऋषि, मुनि साधु और संतों को का नाम बहुत आदर से लिया जाता हैं। प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का अस्तित्‍व तो सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग आदि सभी में रहा है। राजा महाराजा के समय में राजा अपने राज्य को चलाने के लिए ऋषि मुनि से ज्ञान प्राप्त करते थे। शस्त्रों के अनुसार…

जानिए राधा जी से जुड़े गुप्त रहस्य और विशेष रोचक कथाएं

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राधा जी को भगवान कृष्ण की प्रियतमा और गोपियों की रानी माना जाता है। उनका जीवन रहस्यों और चमत्कारों से भरा हुआ है। राधा जी के गुप्त रहस्य और रोचक कथाओं की विशेषता उनके अनंत भक्तों के दिलों में आज भी अजेय है। उनके साथ जुड़ी गाथाएं और अन्य कथाएं हमें ध्यान और आध्यात्मिकता की…

2025 Navratri Bhog 9 Days List – नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी को लगाएं इन वस्तुओं का भोग, देखें पूरी सूची

navratri bhog list

नवरात्रि, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण और श्रद्धापूर्ण त्योहारों में से एक है, जो भक्तिभाव, उपवास और उल्लास का समय होता है। इस नौ दिवसीय उत्सव में भक्त देवी दुर्गा के नौ विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है। इस साल 2025 में नवरात्रि का प्रारंभ रविवार, मार्च 30 से हो…

शनि पंचक स्तोत्र

|| शनि पंचक स्तोत्र || सर्वाधिदुःखहरणं ह्यपराजितं तं मुख्यामरेन्द्रमहितं वरमद्वितीयम्। अक्षोभ्यमुत्तमसुरं वरदानमार्किं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। आकर्णपूर्णधनुषं ग्रहमुख्यपुत्रं सन्मर्त्यमोक्षफलदं सुकुलोद्भवं तम्। आत्मप्रियङ्करम- पारचिरप्रकाशं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। अक्षय्यपुण्यफलदं करुणाकटाक्षं चायुष्करं सुरवरं तिलभक्ष्यहृद्यम्। दुष्टाटवीहुतभुजं ग्रहमप्रमेयं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। ऋग्रूपिणं भवभयाऽपहघोररूपं चोच्चस्थसत्फलकरं घटनक्रनाथम्। आपन्निवारकमसत्यरिपुं बलाढ्यं वन्दे शनैश्चरमहं नवखेटशस्तम्। एनौघनाशनमनार्तिकरं पवित्रं नीलाम्बरं सुनयनं करुणानिधिं तम्। एश्वर्यकार्यकरणं च विशालचित्तं वन्दे शनैश्चरमहं…

Diwali Puja Samagri List 2025 – दीपावली लक्ष्मी पूजन सामग्री सूची, विधि और मंत्र

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दिवाली हमारे सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, और इसे कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल दिवाली 20 अक्टूबर 2025 को है। इस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है। दिवाली पर मां लक्ष्मी और श्री गणेशजी की पूजा का विशेष महत्व है। इस सामग्री सूची की…

Diwali 2025 लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि – जाने दिवाली का महत्व, क्यों जलाते हैं दीप और क्या है इसकी खासियत?

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इस बार दिवाली की तारीख को लेकर थोड़ा कन्फ्यूजन है क्योंकि अमावस्या तिथि दो दिन पड़ रही है – 20 अक्टूबर और 21 अक्टूबर। ऐसे में लोग सोच रहे हैं कि दिवाली किस दिन मनाई जाए और लक्ष्मी पूजन का सही समय क्या है। दिवाली का त्योहार हिंदू धर्म में भगवान राम से जुड़ा एक…

धनतेरस के दिन क्या खरीदें? जाने धनतेरस 2025 शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और खरीदारी से जुड़ी खास टिप्स

Dhanteras

दीपावली का त्यौहार 5 दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और भाई दूज के दिन खत्म होता है। हर साल धनतेरस 2025 कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा होती है। इसके अगले दिन छोटी…

Chhath Puja 2025 Samagri List – छठ पूजा सामग्री लिस्ट, छठ पूजा नियम

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पंचांग के अनुसार, छठ पूजा का आरंभ कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से 25 अक्टूबर, 2025 को होगा, और इसका समापन अष्टमी तिथि यानी 28 अक्टूबर को होगा। इस अवधि में भक्त पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करेंगे। छठ पूजा में पूजा सामग्री का विशेष महत्व होता…

कार्तिक मास में क्या करें, क्या न करें? कार्तिक 2025 माह क्यों है विशेष?

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कार्तिक मास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र महीना माना जाता है। यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दौरान कई धार्मिक अनुष्ठान और व्रत किए जाते हैं। आइए जानते हैं कार्तिक मास 2025 में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, साथ ही इस महीने के महत्व और पौराणिक कथाओं के…

वैकुण्ठ चतुर्दशी 2025 शुभ मुहूर्त – जानिए व्रत कथा, पूजा विधि और आसान उपाय

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वैकुण्ठ चतुर्दशी 2025 हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे भगवान विष्णु और भगवान शिव की उपासना के लिए जाना जाता है। यह दिन विशेष रूप से भक्तों के लिए परम मोक्ष प्राप्ति का समय माना जाता है। वैकुण्ठ, भगवान विष्णु का निवास स्थान है, और यह दिन उन्हीं की कृपा से मोक्ष की…

उत्पन्ना एकादशी 2025 व्रत क्यों और कैसे करें? जानिए व्रत का संपूर्ण विवरण और रहस्य

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उत्पन्ना एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत मार्गशीर्ष (अगहन) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने माता एकादशी को उत्पन्न किया था, जिन्होंने राक्षस मुर का वध करके धर्म की रक्षा की थी। इस दिन व्रत…

सकट चौथ 2025 – कब है सकट चौथ? जानें पूजा का सही समय और विधि

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सकट चौथ हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पर्व है, जिसे गणेश जी की उपासना और संकटों के निवारण के लिए किया जाता है। इसे तिलकुटा चौथ, माघी चौथ या वक्रतुण्ड चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने परिवार की खुशहाली और संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत…

सकट चौथ व्रत कथा और पूजा विधि

।। सकट चौथ व्रत पूजा विधि ।। सुबह स्नान ध्यान करके भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद सूर्यास्त के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। गणेश जी की मूर्ति के पास एक कलश में जल भर कर रखें। धूप-दीप, नैवेद्य, तिल, लड्डू, शकरकंद, अमरूद, गुड़ और घी अर्पित करें। तिलकूट का बकरा भी कहीं-कहीं…

मोक्षदा एकादशी 2025 – जानिए व्रत का महत्व और कथा, पाएं मोक्ष का वरदान

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हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। साल में 24 एकादशियां आती हैं, जिनमें से कुछ का विशेष महत्व होता है। मोक्षदा एकादशी 2025 भी उन्हीं में से एक है। यह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत…

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