जानें कि हनुमान जी को कौन-कौन से भोग चढ़ाने चाहिए और इनका धार्मिक महत्व

hanuman ji bhog

हनुमान जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जो भक्ति, शक्ति और समर्पण के प्रतीक माने जाते हैं। वे राम भक्त के रूप में पूजनीय हैं और संकटमोचक के रूप में प्रसिद्ध हैं। हनुमान जी की पूजा-अर्चना में भोग का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी को प्रिय…

Maa Baglamukhi Sadhna Book (माँ बगलामुखी साधना विधि)

Maa Baglamukhi Sadhna Book (माँ बगलामुखी साधना विधि )

बगलामुखी माँ की साधना शुत्रओं पर विजय प्राप्ति, भय मुक्ति, वाद-विवाद में विजय और वाक सिद्धि के लिए किया जाता है। तांत्रिक क्रियाओं के लिए भी मां पीतांबरा की साधना होती है। मां की कृपा से भक्त सभी प्रकार की बाधाओं से दूर होता है। जीवन में खुशहाली बनी रहती है। माँ बगलामुखी के बारे…

गोपाल सहस्त्रनाम

|| Gopal Sahastranam Stotram || 1 ॐ हरये स्वाहा। 2 ॐ देवकीनंदनाय स्वाहा। 3 ॐ कंसहन्त्रे स्वाहा। 4 ॐ परात्मने स्वाहा। 5 ॐ पीताम्बराय स्वाहा। 6 ॐ पूर्णदेवाय स्वाहा। 7 ॐ रमेशाय स्वाहा। 8 ॐ कृष्णाय स्वाहा। 9 ॐ परेशाय स्वाहा। 10 ॐ पुराणाय स्वाहा। 11 ॐ सुरेशाय स्वाहा। 12 ॐ अच्युताय स्वाहा। 13 ॐ…

प्रेम दर्शन (Prem Darshan)

प्रेम दर्शन (Prem Darshan)

प्रेम दर्शन हनुमान प्रसाद पोद्दार द्वारा लिखित एक अनुपम आध्यात्मिक ग्रंथ है, जो प्रेम के गूढ़ दर्शन और उसकी शाश्वत महिमा पर आधारित है। यह पुस्तक प्रेम को केवल एक भावना तक सीमित न रखते हुए, उसे मानव जीवन का सर्वश्रेष्ठ मार्ग और परम उद्देश्य बताती है। हनुमान प्रसाद पोद्दार, जिन्हें “भाईजी” के नाम से…

श्रीदुर्गासप्तशत्याम (Shridurgasaptshatyam)

श्रीदुर्गासप्तशत्याम (Shridurgasaptshatyam)

श्रीदुर्गासप्तशती, जिसे चंडी पाठ भी कहा जाता है, हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है। यह ग्रंथ देवी दुर्गा की महिमा और उनकी शक्तियों का वर्णन करता है। श्रीदुर्गासप्तशती मुख्य रूप से 700 श्लोकों का संग्रह है, जो मार्कंडेय पुराण का एक हिस्सा है। यह ग्रंथ न केवल आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग दिखाता…

मानवता अंक (Manavta Ank)

मानवता अंक (Manavta Ank)

मानवता अंक एक अद्भुत और प्रेरणादायक पुस्तक है, जिसे महान आध्यात्मिक गुरु और लेखक पंडित श्री रामनारायणदत्त जी शास्त्री द्वारा रचित किया गया है। यह ग्रंथ न केवल मानव जीवन के उद्देश्यों को समझने में मदद करता है, बल्कि इसमें जीवन की नैतिकता, आध्यात्मिकता और सामाजिक सेवा की भावना को भी गहराई से वर्णित किया…

ब्रजविलास (Brajvilas)

ब्रजविलास (Brajvilas)

ब्रजविलास एक प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ है, जो भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं और ब्रजभूमि की महिमा का विस्तार से वर्णन करता है। यह ग्रंथ भक्तों के लिए न केवल आध्यात्मिक ज्ञान का स्रोत है, बल्कि ब्रज क्षेत्र की संस्कृति, परंपरा और धार्मिक महत्व को भी समझने का एक अनूठा माध्यम है। ब्रजविलास ग्रंथ के रचयिता…

राम लक्ष्मण के संग जानकी – भजन

|| राम लक्ष्मण के संग जानकी || राम लक्ष्मण के संग जानकी, जय बोलो हनुमान की, राम लक्ष्मण के संग जानकी, जय बोलो हनुमान की || बल बुद्धि हमे ज्ञान दो, नित पापो से हम सब टले, बल बुद्धि हमे ज्ञान दो, नित पापो से हम सब टले, बैठ कर तेरे द्वारे पे हम, तेरे…

तलवकारोपनिषद् (Talvakaropanishada)

तलवकारोपनिषद् (Talvakaropanishada)

तलवकारोपनिषद्, जिसे केनोपनिषद् के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन भारतीय वैदिक साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह उपनिषद् सामवेद के अंतर्गत आता है और इसमें गहन दार्शनिक विषयों को सरल और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इस उपनिषद् का मुख्य उद्देश्य ब्रह्म (सर्वोच्च सत्य) और आत्मा के स्वरूप को समझाना…

फाल्गुन अमावस्या की पौराणिक कथा

|| फाल्गुन अमावस्या की पौराणिक कथा || फाल्गुन अमावस्या की पौराणिक कथा के अनुसार, एक गरीब ब्राह्मण परिवार था, जिसमें पति-पत्नी और उनकी एक कन्या थी। उनका जीवन सामान्य रूप से चल रहा था। जैसे-जैसे समय बीतता गया, उनकी बेटी बड़ी होने लगी और उसमें स्त्रियों के गुणों का विकास हुआ। वह सुंदर, सुशील और…

भौम प्रदोष व्रत कथा और पूजा विधि

|| मंगल (भौम) प्रदोष व्रत कथा || एक नगर में एक वृद्धा निवास करती थी। उसके मंगलिया नामक एक पुत्र था। वृद्धा की हनुमान जी पर गहरी आस्था थी। वह प्रत्येक मंगलवार को नियमपूर्वक व्रत रखकर हनुमान जी की आराधना करती थी। उस दिन वह न तो घर लीपती थी और न ही मिट्टी खोदती…

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ और श्रवण…

Saraswati Panchali

Saraswati Panchali

सरस्वती वंदना या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥ या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता। सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥ शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्। वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥ हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्। वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥ सरस्वती उपासना मंत्र सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणी, विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु में सदा। पूजा मंत्र या…

श्री शालिग्राम आरती

।। आरती ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी । यह बरदान दयाकर पाऊं ।। प्रात: समय उठी मंजन करके । प्रेम सहित सनान कराऊँ ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी… चन्दन धुप दीप तुलसीदल । वरन -बरन के पुष्प चढ़ाऊँ ।। शालिग्राम सुनो विनती मेरी… तुम्हरे सामने नृत्य करूँ नित । प्रभु घंटा शंख मृदंग बजाऊं ।।…

दशामाता व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| दशा माता व्रत पूजा विधि || – दशा माता के पूजन के लिए आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए. सुबह स्नान आदि के बाद व्रत और पूजा का संकल्प लें. – दशा व्रत के दिन आपको पीपल के पेड़ को भगवान विष्णु का स्वरूप मानकर पूजा करनी चाहिए. आपको कच्चे सूत में 10…

श्री विश्वकर्मा आरती

|| श्री विश्वकर्मा आरती || प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। सुदामा की विनय सुनी और कंचन महल बनाए। सकल पदारथ देकर प्रभु जी दुखियों के दुख टारे॥ प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। विनय करी भगवान कृष्ण ने द्वारकापुरी बनाओ। ग्वाल बालों की रक्षा की प्रभु की लाज बचाओ॥ प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु…

श्री होलिका चालीसा (होली)

|| दोहा || याद करें प्रहलाद को, भले भलाई प्रीत। तजें बुराई मानवी, यही होलिका रीत ।। || चौपाई || हे शिव सुत गौरी के नंदन। करूँ आपका नित अभिनंदन।। मातु शारदे वंदन गाता। भाव गीत कविता में आता।। भारत है अति देश विशाला। विविध धर्म संस्कृतियों वाला।। नित मनते त्यौहार अनोखे। मेल मिलाप,रिवाजें चोखे।।…

अम्बे गौरी की आरती

|| अम्बे गौरी की आरती || जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ओम जय अम्बे गौरी॥ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ओम जय अम्बे गौरी॥ माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को, मैया टीको मृगमद को। उज्जवल से दो‌उ नैना, चन्द्रवदन…

भाई दूज आरती

|| भाई दूज आरती || ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता, जो नहावे फल पावे सुख सुख की दाता ॐ पावन श्रीयमुना जल शीतल अगम बहै धारा, जो जन शरण से कर दिया निस्तारा ॐ जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे, यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे…

धर्मराज आरती

|| धर्मराज आरती || धर्मराज कर सिद्ध काज, प्रभु मैं शरणागत हूँ तेरी । पड़ी नाव मझदार भंवर में, पार करो, न करो देरी ॥ ॥ धर्मराज कर सिद्ध काज..॥ धर्मलोक के तुम स्वामी, श्री यमराज कहलाते हो । जों जों प्राणी कर्म करत हैं, तुम सब लिखते जाते हो ॥ अंत समय में सब…

श्री गोदावरी आरती

।। गोदावरी आरती ।। श्री आरती गोदावरी । उगमस्थ ब्रह्मगिरी । कुशावर्त गंगाद्वारी । माता श्री त्र्यंबकेश्वरी ।। जय पतित पावनी । निवृत्ति नाथाचरणी । गौतम श्री जटाधारी । वरदात्री गोदावरी ।। जय अमृत वाहिनी । वरदा माता अंजनी । वंदन श्री रामभूमी । कुंभपात्री गोदावरी ।। जय जीवन दायिनी । गोवर्धन जनस्थानी । नाथसागरा…

माँ ताप्ती की आरती

|| आरती || ॐ जय ताप्ती माता, मैया जय ताप्ती माता। तीनो लोक निस दिन ध्यावत, नारद गुण गाता।। || ॐ जय ताप्ती माता , मैया जय ताप्ती माता।। सूर्य देव है पिता तिहारे, छाया संज्ञा माता। सावित्री यमुना भगिनी तिहारी, यम शनि भ्राता।। || ॐ जय ताप्ती माता , मैया जय ताप्ती माता।। सूर्य…

Yashoda Jayanti 2025 – श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ा यह पावन पर्व, जानें शुभ मुहूर्त, व्रत कथा और पूजन प्रक्रिया

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यशोदा जयन्ती हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण की पालक मां यशोदा के प्रति श्रद्धा और समर्पण के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को स्मरण करते हुए मां यशोदा के स्नेह और उनकी भक्ति का गुणगान किया जाता है। यशोदा जयन्ती का पावन पर्व…

श्री पांडुरंगा अष्टकम

|| पांडुरंगा अष्टकम || महायोगपीठे तटे भीमरथ्या वरं पुंडरीकाय दातुं मुनीद्रैः । समागत्य तिष्टंतमानंदकदं परब्रह्मलिंगं भजे पांडुरंगं ॥ तडिद्वाससं नीलमेघावभासं रमामंदिरं सुंदरं चित्प्रकाशम् । वरं त्विष्टिकायां समन्यस्तपादं परब्रह्मलिंगं भजे पांडुरंगं ॥ प्रमाणं भवाब्धेरिदं मामकानां नितंबः कराभ्यां धृतो येन तस्मात् । विधातुर्वसत्यै धृतो नाभिकोशः परब्रह्मलिंगं भजे पांडुरंगं ॥ स्फुरत्कौस्तुभालंकृतं कंठदेशे श्रिया जुष्टकेयूरकं श्रीनिवासम् । शिवं शान्तमीड्यं…

श्री शिव रामाष्टकम

॥ श्री शिव रामाष्टकम् ॥ शिवहरे शिवराम सखे प्रभो, त्रिविधताप-निवारण हे विभो। अज जनेश्वर यादव पाहि मां, शिव हरे विजयं कुरू मे वरम्॥ कमल लोचन राम दयानिधे, हर गुरो गजरक्षक गोपते। शिवतनो भव शङ्कर पाहिमां, शिव हरे विजयं कुरू मे वरम्॥ स्वजनरञ्जन मङ्गलमन्दिर, भजति तं पुरुषं परं पदम्। भवति तस्य सुखं परमाद्भुतं, शिवहरे विजयं कुरू…

श्री गौरीशाष्टकम

॥ श्री गौरीशाष्टकम ॥ भज गौरीशं भज गौरीशंगौरीशं भज मन्दमते। जलभवदुस्तरजलधिसुतरणंध्येयं चित्ते शिवहरचरणम्। अन्योपायं न हि न हि सत्यंगेयं शङ्कर शङ्कर नित्यम्। भज गौरीशं भज गौरीशंगौरीशं भज मन्दमते॥ दारापत्यं क्षेत्रं वित्तंदेहं गेहं सर्वमनित्यम्। इति परिभावय सर्वमसारंगर्भविकृत्या स्वप्नविचारम्। भज गौरीशं भज गौरीशंगौरीशं भज मन्दमते॥ मलवैचित्ये पुनरावृत्ति:पुनरपि जननीजठरोत्पत्ति:। पुनरप्याशाकुलितं जठरं किंनहि मुञ्चसि कथयेश्चित्तम्। भज गौरीशं भज गौरीशंगौरीशं…

कष्ट हरण अष्टक

|| कष्ट हरण अष्टक || जय गुरुदेव अलख अभेव अतल अखेव सुखधाम। अज्ञा दुखहारी नित सुखकारी मंगलकारी तव नाम। कष्ट कटीजे दुःख हरीजे सभ सुख कीजे अभिरामा। हे सर्वेश्वर हे परमेश्वर हे जगदीश्वर सत कामा। भो भगवंता सर्व नियंता मेतहुं चिंता भयभरी। रखऊं शरणा अपने चरणा जनमहि मरणा कट जरी। दीजे सुमति हरिए कुमति निर्मल…

आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा

|| आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा || आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा । दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥ शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ । आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥ प्रेम से बोलो, जय माता दी । सारे बोलो, जय माता दी । मिल के बोलो,…

जाने सुंदरकांड पाठ की विधि, मिलने वाले लाभ और विशेष महत्व

sundarkand path

सुंदरकांड रामायण का एक महत्वपूर्ण कांड है, जिसमें भगवान हनुमान की अद्भुत और चमत्कारी लीलाओं का वर्णन किया गया है। गोस्वामी तुलसीदास ने इन लीलाओं के कारण ही इसे ‘सुंदर कांड’ का नाम दिया है। इस कांड में राजनीति, ज्ञान, कर्म और भक्ति का सुंदर दर्शन है। हिन्दू धर्म में, शुभ कार्यों में गोस्वामी तुलसीदास…

श्री राधे गोविंदा मन भज ले हरि का प्यारा नाम है

|| श्री राधे गोविंदा मन भज ले हरि का प्यारा नाम है || श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है । गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥ मोर मुकुट सर गल बन माला, केसर तिलक लगाए, वृन्दावन में कुञ्ज गलिन में सब को नाच…

रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी

|| रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी || सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला हाथ धनुष गले में पुष्प माला हम दास इनके ये सबके स्वामी अंजान हम ये अंतरयामी शीश झुकाओ राम गुण गाओ बोलो जय विष्णु के अवतारी रामजी की निकली सवारी, रामजी की लीला है, एक तरफ लक्ष्मण…

श्रीमान नारायण नाम संकीर्तन

|| श्रीमान नारायण नाम संकीर्तन || श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण ।टेक। लक्ष्मीनारायण नारायण नारायण नारायण बद्रीनारायण नारायण नारायण नारायण मुक्तिनारायण नारायण नारायण नारायण सत्यनारायण नारायण नारायण नारायण गोदानारायण नारायण नारायण नारायण वेंकटनारायण नारायण नारायण नारायण श्रीविष्णुपुराण भागवत गीता (स्वमी), वाल्मीकिजीकी रामायण । श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण ॥ चारिहूँ वेद पुराण अष्टादश, वेदव्यासजी की पारायण ।…

पकड़ लो हाथ बनवारी

|| पकड़ लो हाथ बनवारी || पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे, हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे ॥ धरी है पाप की गठरी, हमारे सर पे ये भारी, वजन पापो का है भारी, इसे कैसे उठाऐंगे, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब…

हमारे साथ श्री रघुनाथ

|| हमारे साथ श्री रघुनाथ || हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता । शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता । किया करते हो तुम दिन रात क्यों बिन बात की चिंता । तेरे स्वामी, तेरे…

ओढ़ के चुनरिया लाल मैया जी मेरे घर आना

|| ओढ़ के चुनरिया लाल मैया जी मेरे घर आना || ओढ़ के चुनरिया लाल, मैया जी मेरे घर आना, मैया जी मेरे घर आना, मैया जी मेरे घर आना, ओढ़ के चुनरियाँ लाल, मैया जी मेरे घर आना ॥ आप भी आना, गणपतिजी को लाना, आप भी आना, गणपतिजी को लाना, रिद्धि सिद्धि होंगे…

जय श्री श्याम जपो जय श्री श्याम

|| जय श्री श्याम जपो जय श्री श्याम || जय श्री श्याम जपो, जय श्री श्याम, पल में बनेंगे तेरे, बिगड़े काम, रोग शोक मिटे सब यहाँ, है चमत्कारी यह खाटू धाम, जय श्री श्याम जपों, जय श्री श्याम, पल में बनेंगे तेरे, बिगड़े काम ॥ जाने तेरी महिमा ये संसार, खाटू वाले शक्ति तेरी…

मैया का चोला है रंगला

|| मैया का चोला है रंगला || लाली मेरी मात की, जित देखु तीत लाल, लाली देखन मै गया, मै भी हो गया लाल ॥ मैया का चोला है रंगला, शेरोवाली का चोला है रंगला, मेहरोवाली का चोला है रंगला, जोतावाली का चोला है रंगला, अंबे रानी का चोला है रंगला, माँ वैष्णो का चोला…

जाने दशमहाविद्या माता बगलामुखी की उपासना विधि, मंत्र, कथा और मुख्य तथ्या

durga mata

माता बगलामुखी, दस महाविद्याओं में आठवीं शक्ति, भगवती पार्वती का उग्र रूप हैं। इन्हें माता पीताम्बरा भी कहा जाता है। भोग और मोक्ष दोनों की प्रदानकर्ता, माता बगलामुखी की पूजा हरिद्रा गणपती की पूजा के बाद ही करनी चाहिए, अन्यथा पूजा का फल पूर्ण नहीं मिलता। संपूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति, माता बगलामुखी का कोई मुकाबला…

श्री हनुमान साठिका

|| श्री हनुमान साठिका || जय जय जय हनुमान अडंगी । महावीर विक्रम बजरंगी ॥ जय कपीश जय पवन कुमारा । जय जगबन्दन सील अगारा ॥ जय आदित्य अमर अबिकारी । अरि मरदन जय-जय गिरधारी ॥ अंजनि उदर जन्म तुम लीन्हा । जय-जयकार देवतन कीन्हा ॥ बाजे दुन्दुभि गगन गम्भीरा । सुर मन हर्ष असुर…

आते हैं हर साल नवरात्रे माता के

|| आते हैं हर साल नवरात्रे माता के || चैत महीना और अश्विन मे, आते माँ के नवरात्रे, मुँह माँगा वर उनको मिलता, जो दर पर चल कर आते ॥ आए नवरात्रे माता के, आए नवरात्रे माता के, आते है हर साल नवराते माता के, आए नवरात्रे माता के, जय हो नवरात्रे माता के, मै…

जग में सुंदर हैं दो नाम

|| जग में सुंदर हैं दो नाम || जग में सुन्दर हैं दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम । बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम ॥ माखन ब्रज में एक चुरावे, एक बेर भिलनी के खावे । प्रेम भाव से भरे अनोखे, दोनों के हैं काम ॥ बोलो राम राम राम, बोलो…

राधा कौन से पुण्य किए तूने

|| राधा कौन से पुण्य किए तूने || राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब सोलह शृंगार करे, प्रभ दर्पण आप दिखाते है, राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब पनघट पे जावे, प्रभु मटकी आप उठाते…

भर दे रे श्याम झोली भर दे

|| भर दे रे श्याम झोली भर दे || भरदे रे श्याम झोली भरदे, भरदे, ना बहला ओ बातों में, ना बहला ओ, बातों में ॥ नादान है अनजान हैं, श्याम तू ही मेरा भगवान है, तुझे चाहूं तुझे पाऊं, मेरे दिल का यही अरमान है, पढ़ ले रे श्याम दिल की पढ़ले, सब लिखा…

मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां जगदंबे

|| मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां जगदंबे || मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे। ॥ मेरी अखियों के सामने…॥ हम तो चाकर मैया तेरे दरबार के, भूखे हैं हम तो मैया बस तेरे प्यार के॥ ॥ मेरी अखियों के सामने…॥ विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ, चरणों से…

श्री गिरिजा माता आरती

|| श्री गिरिजा माता आरती || ॐ जय गिरिजा मैय्या, माँ जय गिरिजा मैय्या, जो जन तुमको ध्याता, जो जन तुमको ध्याता, अनुपम सुख पाता, ॐ जय गिरिजा मैय्या, ॐ जय गिरिजा मैय्या, माँ जय गिरिजा मैय्या, जो जन तुमको ध्याता, जो जन तुमको ध्याता, अनुपम सुख पाता, ॐ जय गिरिजा मैय्या, कोशी नदी सुहावनि,…

वृंदावन के ओ बांके बिहारी

|| वृंदावन के ओ बांके बिहारी || वृन्दावन के ओ बांके बिहारी, हमसे पर्दा करो ना मुरारी ॥ हम तुम्हारे पराये नही है, गैर के दर पे आये नहीं है, हम तुम्हारे पुराने पुजारी, हम तुम्हारे पुराने पुजारी, हमसे पर्दा करो ना मुरारी, वृन्दावन के ओ बांके बिहारी ॥ हरिदास के राज दुलारे, नन्द यशोदा…

श्री हलषष्ठी माता आरती

|| श्री हलषष्ठी माता आरती || जय षष्ठी माते जय हलषष्ठी माते। नीराजनममरैर्कृतमाधात्रे जाते॥ || जय हल…|| करुणामयि गुणशीले तिथिशीलेऽभयदे। वचसातीतमहिम्ने वात्सल्येऽऽनन्दे॥ || जय हल…|| कंसभगिन्या पूज्ये चन्द्रललितसुतदे। वंशकरे प्रभुरिवगुणयुक्तवत्सकप्रदे॥ || जय हल…|| वैदर्भ्याऽपि सुपूज्ये नष्टपुत्रदात्रे। श्रीखण्डप्रसवाङ्गे वरुणामोदकरे॥ || जय हल…|| क्रीडनकेन भवाब्धे पूज्ये सौख्यवरे। अम्बुयुक्तचीरैरजिरेऽजरवज्रकरे॥ || जय हल…|| महिषीदुग्धप्रभाऽऽर्चे वरदे धर्मधरे। कृष्णाग्रजगुणयुक्ते शुभ्रे कृष्णप्रिये॥…

जय बजरंगबली जय हनुमान

|| जय बजरंगबली जय हनुमान || जय बजरंगी जय हनुमाना, रुद्र रूप जय जय बलवाना, पवनसुत जय राम दुलारे, संकट मोचन सिय मातु के प्यारे ॥ जय वज्रकाय जय राम केरू दासा, हृदय करतु सियाराम निवासा, न जानहु नाथ तोहे कस गोहराई, राम भक्त तोहे राम दुहाई ॥ विनती सुनहु लाज रखहु हमारी, काज कौन…

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