मां काली की कथा

|| मां काली की कथा || हिंदू धर्म में मां काली का प्रमुख स्थान है काली का अर्थ है समय और काल ऐसा माना जाता है कि इनकी उत्पत्ति समय और काल पापियों के नाश के लिए हुई थी| समय और काल से कोई भी नहीं बच सकता यह सभी को निगल जाता है माता…

श्री काली माँ आरती

|| श्री काली माँ आरती || जय काली माता, मा जय महा काली माँ | रतबीजा वध कारिणी माता | सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ || दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि | मधु और कैितभा नासिनी माता | महेशासुर मारदिनी …ओ माता जय महा काली माँ || हे हीमा…

श्री काली माँ चालीसा

|| श्री काली माँ चालीसा || ॥ दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार महिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई॥ अरि मद मान मिटावन हारी । मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी सुखदायक माता । दुष्टदलन जग में विख्याता ॥ भाल विशाल मुकुट छवि छाजै । कर में शीश शत्रु का साजै…

गंगा माता स्तोत्रम्

|| गंगा माता स्तोत्रम् || देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गेत्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे। शङ्करमौलिविहारिणि विमले मममतिरास्तां तव पदकमले॥1॥ भागीरथिसुखदायिनि मातस्तवजलमहिमा निगमे ख्यातः। नाहं जाने तव महिमानंपाहि कृपामयि मामज्ञानम्॥2॥ हरिपदपाद्यतरङ्गिण गङ्गेहिमविधुमुक्ताधवलतरङ्गे। दूरीकुरु मम दुष्कृतिभारंकुरु कृपया भवसागरपारम्॥3॥ तव जलममलं येन निपीतंपरमपदं खलु तेन गृहीतम्। मातर्गंगे त्वयि यो भक्तःकिल तं द्रष्टुं न यमः शक्तः॥4॥ पतितोद्धारिणि जाह्नविगङ्गे खण्डितगिरिवरमण्डितभङ्गे। भीष्मजननि हे मुनिवरकन्येपतितनिवारिणि त्रिभुवनधन्ये॥5॥…

हनुमान जी के मंत्र

।। हनुमान जी के मंत्र ।। किसी भी कार्य की सिद्धि के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए: ॐ हनुमते नमः शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए: ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा। प्रेत आदि की बाधा निवृति…

तुलसी माता स्तोत्रम्

|| तुलसी माता स्तोत्रम् || जगद्धात्रि नमस्तुभ्यं विष्णोश्च प्रियवल्लभे। यतो ब्रह्मादयो देवाः सृष्टिस्थित्यन्तकारिणः॥1॥ नमस्तुलसि कल्याणि नमो विष्णुप्रिये शुभे। नमो मोक्षप्रदे देवि नमः सम्पत्प्रदायिके॥2॥ तुलसी पातु मां नित्यं सर्वापद्भ्योऽपि सर्वदा। कीर्तितापि स्मृता वापि पवित्रयति मानवम्॥3॥ नमामि शिरसा देवीं तुलसीं विलसत्तनुम्। यां दृष्ट्वा पापिनो मर्त्या मुच्यन्ते सर्वकिल्बिषात्॥4॥ तुलस्या रक्षितं सर्वं जगदेतच्चराचरम्। या विनिहन्ति पापानि दृष्ट्वा वा पापिभिर्नरैः॥5॥…

कालरात्रि माता व्रत कथा पूजा विधि

।। कालरात्रि माता व्रत कथा ।। जैसा कि नाम से अभिव्यक्त होता है कि मां दुर्गा की यह सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है अर्थात जिनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। नाम से ही जाहिर है कि इनका रूप भयानक है। सिर के बाल बिखरे हुए हैं…

कालरात्रि माता आरती

॥ कालरात्रि माता आरती ॥ कालरात्रि जय जय महाकाली। काल के मुंह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतारा॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा। महाकाली है तेरा पसारा॥ खड्ग खप्पर रखनेवाली। दुष्टों का लहू चखने वाली॥ कलकत्ता स्थान तुम्हारा। सब जगह देखूं तेरा नजारा॥ सभी देवता सब नर-नारी। गावें स्तुति सभी तुम्हारी॥…

हनुमान चालीसा कब, क्यों और कैसे पढ़ें? जानिए हनुमान चालीसा के लाभ और सही समय

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हनुमान चालीसा हिंदू धर्म में एक बहुत ही प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान हनुमान की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र न केवल भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करता है बल्कि मन को शांत और आत्मविश्वास से भर देता है। हनुमान चालीसा, गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण भक्ति स्तोत्र है, जिसमें भगवान हनुमान…

पापांकुशा एकादशी 2024 कब है? कैसे करें व्रत? क्या है महत्व?

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पापांकुशा एकादशी हिंदू धर्म में आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। पापांकुशा एकादशी एक पवित्र अवसर है जब हम अपने पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यदि…

2024 Navratri Bhog 9 Days List – नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी को लगाएं इन वस्तुओं का भोग, देखें पूरी सूची

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नवरात्रि, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण और श्रद्धापूर्ण त्योहारों में से एक है, जो भक्तिभाव, उपवास और उल्लास का समय होता है। इस नौ दिवसीय उत्सव में भक्त देवी दुर्गा के नौ विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है। इस साल 2024 में नवरात्रि का प्रारंभ गुरुवार, 3 अक्टूबर से हो…

पापांकुशा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ पापंकुशा एकादशी पूजा विधि ॥ सुबह जल्दी उठें, नहाएं और साफ कपड़े पहनें। भगवान पद्मनाभ की पूजा करें, पहले तिलक करें और फिर फूल, अगरबत्ती, प्रसाद आदि चढ़ाएं। मंत्रों का जाप करें, विष्णु पुराण और कथा का पाठ करें। भगवान विष्णु जी की आरती कर पूजा का समापन करें। ॥ पापांकुशा एकादशी व्रत कथा…

नवरात्रि में क्यों होता है माता का जागरण? जाने महत्व, समय, अन्य रोचक बातें

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नवरात्रि में माता का जागरण, भक्ति और आस्था का संगम होता है। यह न केवल देवी दुर्गा की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह आध्यात्मिक उन्नति और मनोरंजन का भी साधन है। नवरात्रि में माता का जागरण, भक्ति, आस्था, और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक है। यह देवी दुर्गा की पूजा का एक महत्वपूर्ण…

जयपुर की चुनरिया मैं लाई शेरावालिये – भजन

।। जयपुर की चुनरिया मैं लाई शेरावालिये – भजन ।। जयपुर की चुनरिया, मैं लाई शेरावालिये, जयपुर की चुनरिया, मैं लाई शेरावालिये । आगरा से लहंगा, जयपुर से चुनरिया, दिल्ली के दरीबे से लाई, सितारे शेरावालिये, जयपुर की चुनरिया, मैं लाई शेरावालिये । कलकत्ते से नथली लाइ, झुमका लाई बरेली से, और फिरोजाबाद से चूड़ी…

तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये – भजन

॥ तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये – भजन ॥ साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार । तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये । तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये । ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये, मेहरा वालिये ॥ तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं…

मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती – आरती

॥ मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती – आरती ॥ मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती, होंठो की हैं थालियां बोल फूल पाती, रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती, आरती ओ मैया आरती, ज्योतावालिये माँ तेरी आरती ॥ हे महालक्ष माँ गौरी, तुम अपनी आप है जौहरी, तेरी कीमत तू ही जाने, तू बुरा भला…

मेरी माँ के बराबर कोई नहीं – भजन

|| मेरी माँ के बराबर कोई नहीं – भजन || ऊँचा है भवन ऊँचा मंदिर ऊँची है शान मैया तेरी चरणों में झुके बादल भी तेरे पर्वत पे लागे शैया तेरी हे कालरात्रि हे कल्याणी तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं मेरी माँ के बराबर कोई नहीं तेरी ममता…

मन की मुरादें, पूरी कर माँ – भजन

॥ मन की मुरादें, पूरी कर माँ – भजन ॥ मन की मुरादें, पूरी कर माँ, दर्शन करने को मैं तो आउंगी । तेरा दीदार होगा, मेरा उद्धार होगा, हलवे का भोग मैं लगाउंगी । तू है दाती दान देदे, मुझ को अपना जान कर । भर दे मेरी झोली खाली, दाग लगे ना तेरी…

सर को झुकालो, शेरावाली को मना लो – भजन

॥ सर को झुकालो, शेरावाली को मना लो – भजन ॥ सर को झुकालो, शेरावाली को मना लो, चलो दर्शन पालो चल के । करती मेहरबानीयाँ, करती मेहरबानियां ॥ गुफा के अन्दर, मन्दिर के अन्दर, माँ की ज्योतां है नुरानियाँ ॥ सर को झुकालो, शेरावाली को मना लो, चलो दर्शन पालो चल के । करती…

हे माँ मुझको ऐसा घर दे – भजन

।। हे माँ मुझको ऐसा घर दे – भजन ।। हे माँ मुझको ऐसा घर दे, जिसमे तुम्हारा मंदिर हो, ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी, तुम मंदिर के अन्दर हो। हे माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ, जय जय माँ, जय जय माँ। इक कमरा जिसमे तुम्हारा आसन माता सजा रहे, हर पल हर…

मन लेके आया, माता रानी के भवन में – भजन

॥ मन लेके आया, माता रानी के भवन में – भजन ॥ मन लेके आया, माता रानी के भवन में बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया, माती रानी के भवन में । जय जय माँ, अम्बे माँ, जय जय माँ, जगदम्बे माँ जय जय माँ, अम्बे माँ, जय जय माँ, जगदम्बे माँ मैं जानू वैष्णव…

मेरे मन के अंध तमस में – भजन

।। मेरे मन के अंध तमस में – भजन ।। जय जय माँ, जय जय माँ । जय जय माँ, जय जय माँ । जय जय माँ, जय जय माँ । जय जय माँ, जय जय माँ । मेरे मन के अंध तमस में, ज्योतिर्मय उतारो । जय जय माँ, जय जय माँ । जय…

माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल – भजन

॥ माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल – भजन ॥ तेरे दरबार का पाने नज़ारा, मैं भी आया हू, ज़रा देदो माँ चरणों मे सहारा, मैं भी आया हूँ, सुना है दर पे तेरे इस जहाँ की, हर खुशी मिलती, जगा दो सोई किस्मत का सितारा, मैं भी आया हूँ ॥ भजन ॥ तू…

कात्यायनी माता व्रत कथा पूजा विधि

।। कात्यायनी माता कथा ।। कात्यायनी माता व्रत कथा का उल्लेख विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान किया जाता है। कात्यायनी माता, माँ दुर्गा का छठा स्वरूप हैं, जिनकी उपासना से भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह व्रत मुख्य रूप से कुंवारी कन्याओं द्वारा अपने इच्छित वर की प्राप्ति के…

कात्यायनी माता आरती

॥ कात्यायनी माता आरती ॥ जय जय अंबे जय कात्यायनी। जय जगमाता जग की महारानी॥ बैजनाथ स्थान तुम्हारा। वहां वरदाती नाम पुकारा॥ कई नाम हैं कई धाम हैं। यह स्थान भी तो सुखधाम है॥ हर मंदिर में जोत तुम्हारी। कहीं योगेश्वरी महिमा न्यारी॥ हर जगह उत्सव होते रहते। हर मंदिर में भक्त हैं कहते॥ कात्यायनी…

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ – भजन

॥ दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ – भजन ॥ दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ, मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु, मुझसे हो न जुदा मेरा भगवान माँ, मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु ॥ मैं दिन रात तुमसे यही मांगती, साया सिर पे रहे मेरे सरताज का, और इस…

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया – भजन

॥ जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया – भजन ॥ जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया । उनके घर में आनंद ही आनंद हो गया ॥ माँ की शक्ति को जो भी, प्रणाम करते, माँ की भक्ति में मन को, जो भी रंगते । माँ की किरपा से तन…

बारिशों की छम छम में – भजन

॥ बारिशों की छम छम में – भजन ॥ बारिशों की छम छम में, तेरे दर पे आए है । मेहरावाली मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे । बिजली कड़क रही है, हम थम के आए है । मेहरावाली मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे ॥ कोई बूढी माँ के संग आया, कोई…

माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी – भजन

॥ माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी – भजन ॥ माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी। ज्योत जगा के, सर को झुका के, मैं मनाऊंगी, दर पे आउंगी, मनाऊंगी, मैं आउंगी॥ संतो महंतो को बुला के घर में कराऊं जगराता। सुनती है सब की फरियादें, मेरी भी सुन लेगी माता। झोली भरेगी, संकट हरेगी, भेटा…

नौ दिन का त्यौहार है आया – भजन

॥ नौ दिन का त्यौहार है आया – भजन ॥ नौ दिन का त्यौहार है आया, ध्यान करो माँ नवदुर्गा का, जिसने जगत बनाया, नौं दिन का त्यौहार है आया, नौं दिन का त्यौहार ॥ प्रथम शैलपुत्री की पूजा, ब्रम्हचारणी का दिन दूजा, माँ चंद्रघंटा की सेवा, करके सब सुख पाया, नौं दिन का त्यौहार…

स्कंदमाता व्रत कथा और पूजा विधि

।। स्कंदमाता व्रत कथा ।। पहाड़ों पर रहकर सांसारिक जीवों में नवचेतना का निर्माण करने वालीं स्कंदमाता। नवरात्रि में पांचवें दिन इस देवी की पूजा-अर्चना की जाती है। कहते हैं कि इनकी कृपा से मूढ़ भी ज्ञानी हो जाता है। स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता नाम से अभिहित किया गया है।…

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है – भजन

|| चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है – भजन || ॥ दोहा ॥ माता जिनको याद करे, वो लोग निराले होते हैं । माता जिनका नाम पुकारे, किस्मत वाले होतें हैं। ॥ भजन ॥ चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है । चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है । चलो…

श्री स्कंदमाता आरती

|| श्री स्कंदमाता आरती || जय तेरी हो स्‍कंदमाता पांचवा नाम तुम्हारा आता सब के मन की जानन हारी जग जननी सब की महतारी तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं कई नामों से तुझे पुकारा मुझे एक है तेरा सहारा कही पहाड़ों पर हैं डेरा कई शहरों में तेरा बसेरा हर…

बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ – भजन

|| बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ – भजन || ॥ स्तुति ॥ मैं नही जानू पूजा तेरी, पर तू ना करना मैया देरी, तेरा लख्खा तुझे पुकारे, लाज तू रखले अब माँ मेरी॥ ॥ भजन ॥ बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ, अपने बच्चो के आँसू देख नहीं पाए माँ, बेटा बुलाए…

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – भजन

॥ कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे – भजन ॥ कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना । जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ॥ ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी घर मेरे तारों जड़ी । ना पेडे बर्फी मेवा है माँ, बस श्रद्धा है…

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा – भजन

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा – भजन ॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा । दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥ शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ । आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥ प्रेम से बोलो, जय माता दी । सारे बोलो, जय माता दी । मिल…

हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम – भजन

॥ हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम – भजन ॥ काल के पंजे से माता बचाओ, जय माँ अष्ट भवानी, काल के पंजे से माता बचाओ, जय माँ अष्ट भवानी । हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम, ओ शेरोवाली, ऊँचे डेरों वाली, बिगड़े बना दे मेरे काम ॥ ऐसा कठिन पल, ऐसे घडी…

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए – भजन

॥ बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए – भजन ॥ मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए। बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए॥ सुन लो ऐ माँ के प्यारो, तुम प्रेम से पुकारो। आएगी शेरा वाली, जगदम्बे मेहरावाली॥ वो देर ना करेगी, झोली सदा भरेगी। पूरी करेगी आशा, मिट जायेगी निराशा॥ बिगड़े कर्म…

नवरात्रि पूजा मंत्र

।। नवरात्रि पूजा मंत्र ।। माता शैलपुत्री ह्रीं शिवायै नम:। पर्वतराज हिमालय की पुत्री माता दुर्गा का प्रथम रूप है. इनकी आराधना से कई सिद्धियां प्राप्त होती हैं. प्रतिपदा को मंत्र– ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्ये नम:’ की माला दुर्गा जी के चित्र के सामने यशाशक्ति जप कर घृत से हवन करें । माता ब्रह्मचारिणी…

श्री कूष्माण्डा माँ आरती

|| श्री कूष्माण्डा माँ आरती || कूष्मांडा जय जग सुखदानी। मुझ पर दया करो महारानी॥ पिगंला ज्वालामुखी निराली। शाकंबरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे । भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा। स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो जगदंबे। सुख पहुँचती हो माँ अंबे॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा। पूर्ण…

कुष्मांडा माता व्रत कथा और पूजा विधि

|| मां कुष्मांडा की पावन कथा || सनातन शास्त्रों में वर्णित है कि त्रिदेवों ने चिरकाल में सृष्टि की रचना करने की कल्पना की। उस समय समस्त ब्रह्मांड में घोर अंधेरा छाया हुआ था। न राग, न ध्वनि, केवल सन्नाटा था। त्रिदेवों ने जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा से सहायता ली। मां दुर्गा के चौथे…

चंद्रघंटा माता व्रत कथा पूजा विधि

।। चंद्रघंटा माता व्रत कथा ।। पुराणों में जिस कथा का जिक्र है उसके मुताबिक देव लोक में जब असुरों का आतंक अधिक बढ़ गया तब देवी दुर्गा ने मां चंद्रघंटा का अवतार लिया। उस वक्त महिषासुर असुरों का स्वामी था। ये दुत्कारी महिष देवराज इंद्र का सिंहासन पाना चाहता था। स्वर्गलोक पर राज करने…

मां चंद्रघंटा आरती

|| मां चंद्रघंटा आरती || जय मां चंद्रघंटा सुख धाम पूर्ण कीजो मेरे काम चंद्र समान तू शीतल दाती चंद्र तेज किरणों में समाती क्रोध को शांत बनाने वाली मीठे बोल सिखाने वाली मन की मालक मन भाती हो चंद्र घंटा तुम वरदाती हो सुंदर भाव को लाने वाली हर संकट मे बचाने वाली हर…

ब्रह्मचारिणी माता व्रत कथा पूजा विधि

।। ब्रह्मचारिणी माता व्रत कथा ।। ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली। देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं। पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर…

ब्रह्मचारिणी माता आरती

॥ ब्रह्मचारिणी माता आरती ॥ जय अंबे ब्रह्मचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्म जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल संसारा॥ जय गायत्री वेद की माता। जो जन निस दिन तुम्हें ध्याता॥ कमी कोई रहने ना पाए। उसकी विरति रहे ठिकाने॥ जो…

नासदीय सूक्तम् (ऋग्वेदीय)

|| नासदीय सूक्तम् (ऋग्वेदीय) || नास॑दासी॒न्नो सदा॑सीत्त॒दानीं॒ नासी॒द्रजो॒ नो व्यो॑मा प॒रो यत् । किमाव॑रीव॒: कुह॒ कस्य॒ शर्म॒न्नम्भ॒: किमा॑सी॒द्गह॑नं गभी॒रम् ॥ १ ॥ न मृ॒त्युरा॑सीद॒मृतं॒ न तर्हि॒ न रात्र्या॒ अह्न॑ आसीत्प्रके॒तः । आनी॑दवा॒तं स्व॒धया॒ तदेकं॒ तस्मा॑द्धा॒न्यन्न प॒रः किं च॒नास॑ ॥ २ ॥ तम॑ आसी॒त्तम॑सा गू॒ल्हमग्रे॑ऽप्रके॒तं स॑लि॒लं सर्व॑मा इ॒दम् । तु॒च्छ्येना॒भ्वपि॑हितं॒ यदासी॒त्तप॑स॒स्तन्म॑हि॒नाजा॑य॒तैक॑म् ॥ ३ ॥ काम॒स्तदग्रे॒ सम॑वर्त॒ताधि॒…

शैलपुत्री माता व्रत कथा और पूजा विधि

।। शैलपुत्री माता व्रत कथा ।। मां दुर्गा को सर्वप्रथम शैलपुत्री के रूप में पूजा जाता है। हिमालय के वहां पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण उनका नामकरण हुआ शैलपुत्री। इनका वाहन वृषभ है, इसलिए यह देवी वृषारूढ़ा के नाम से भी जानी जाती हैं। इस देवी ने दाएं हाथ में त्रिशूल धारण…

शैल सुता की आरती

|| शैल सुता की आरती || आरती कीजे शैल सुता की, जगदम्बा की आरती कीजे, आरती कीजे जगदम्बा की, || आरती कीजे शैंल सुता की || स्नेह सुधा सुख सुन्दर लीजै, जिनके नाम लेट दृग भीजै, ऐसी वह माता वसुधा की, जगदम्बा की आरती कीजे, || आरती कीजे शैंल सुता की || पाप विनाशिनी कलिमल…

श्री शैलपुत्री आरती

|| श्री शैलपुत्री आरती || शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार। शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी। पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे। ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू। सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी। उसकी सगरी…

नवरात्रि 2024 में घर पर मां दुर्गा की आरती कैसे करें? दुर्गा की आरती के लाभ, पूजा विधि और मंत्र

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नवरात्रि का समय मां दुर्गा की पूजा और भक्ति के लिए बहुत खास होता है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आरती करना नवरात्रि की पूजा का एक अहम हिस्सा है। यह सिर्फ हमारी भक्ति को दर्शाता नहीं है, बल्कि मां दुर्गा की कृपा पाने का सबसे…