देवी राधा सहस्रनामावली राधा रानी के 1000 दिव्य और मधुर नामों का संग्रह है। यह सहस्रनामावलि उनके प्रेम, भक्ति, करुणा और आध्यात्मिक स्वरूप को समर्पित है। राधा रानी भगवान श्रीकृष्ण की परम प्रेयसी और भक्ति के उच्चतम आदर्श का प्रतीक मानी जाती हैं।
इस सहस्रनामावलि का पाठ करने से साधक राधा-कृष्ण की अलौकिक प्रेमलीला और उनकी भक्ति की गहराई को अनुभव कर सकता है। यह पाठ भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना को भी गहन करता है।
देवी राधा सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ
- यह पाठ साधक के हृदय में भक्ति, प्रेम और करुणा की भावना को जागृत करता है।
- राधा रानी के नामों का उच्चारण करने से मन को शांति और आनंद की अनुभूति होती है।
- सहस्रनामावलि का पाठ साधक को आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करता है।
- राधा रानी की कृपा से साधक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
- राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम से प्रेरणा लेकर साधक अपने जीवन के संबंधों में मधुरता ला सकता है।
- यह पाठ साधक को राधा-कृष्ण के दिव्य स्वरूप का अनुभव कराकर आत्मा को उन्नति प्रदान करता है।
- सहस्रनामावलि का पाठ साधक को भीतर और बाहर से शुद्ध करता है।
- यह पाठ न केवल भौतिक जीवन में सुख और समृद्धि लाता है, बल्कि साधक को आत्मिक सुख का अनुभव भी कराता है।
देवी राधा सहस्रनामावली पढ़ने के नियम
- पाठ से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पाठ करते समय राधा रानी के दिव्य स्वरूप का ध्यान करें।
- ब्रह्म मुहूर्त, राधाष्टमी या पूर्णिमा का दिन पाठ के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
- पाठ के समय मन को शांत और एकाग्र रखें।
- पाठ के दौरान और उसके पहले सात्विक भोजन ग्रहण करें।
- यदि संभव हो तो इस सहस्रनामावलि का नियमित पाठ करें।
- पाठ शुरू करने से पहले राधा रानी से अपनी मनोकामना पूर्ण करने का संकल्प लें।
देवी राधा सहस्रनामावली की पूजा विधि
- राधा-कृष्ण का चित्र या मूर्ति, पीले और सफेद फूल, दीपक, धूप, चंदन, ताजे फल और मिष्ठान पूजा सामग्री एकत्रित करें।
- दीप जलाकर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी का ध्यान करें।
- “ॐ राधायै नमः” मंत्र का जप करें।
- शांत और एकाग्रचित होकर राधा रानी के 1000 नामों का पाठ करें।
- पाठ के बाद भगवान को ताजे फल और मिष्ठान का भोग लगाएं।
- पाठ के समापन पर राधा-कृष्ण की आरती करें।
- पूजा समाप्ति के बाद प्रसाद बांटें और ग्रहण करें।
॥ देवी राधा सहस्रनामावली ॥
ॐ अङ्गपरित्यगायै नमः।
ॐ अङ्गारपूर्णायै नमः।
ॐ अणिमाद्यष्टसिद्धिदायै नमः।
ॐ अण्डपरिपालिन्यै नमः।
ॐ अण्डबाह्याण्डसंहर्त्र्यै नमः।
ॐ अण्डमध्यस्थायै नमः।
ॐ अण्डरूपायै नमः।
ॐ अतिसुन्दर्यै नमः।
ॐ अतीतगमनायै नमः।
ॐ अतीतगुणायै नमः।
ॐ अनंशायै नमः।
ॐ अनङ्गमोहिनीशक्तिरूपायै नमः।
ॐ अनङ्गलतायै नमः।
ॐ अनुत्तरायै नमः।
ॐ अन्धकारभयध्वस्तायै नमः।
ॐ अन्नपूर्णायै नमः।
ॐ अपराजितायै नमः।
ॐ अपराजितायै नमः।
ॐ अपावृतायै नमः।
ॐ अपूर्वदायै नमः।
ॐ अपूर्वायै नमः।
ॐ अभयप्रदायै नमः।
ॐ अभीष्टदायै नमः।
ॐ अमावास्यायै नमः।
ॐ अमोहायै नमः।
ॐ अम्भोदायै नमः।
ॐ अरुन्धत्यै नमः।
ॐ अर्जुनसख्यै नमः।
ॐ अर्धचन्द्रधरायै नमः।
ॐ अलकेश्वरपूज्यायै नमः।
ॐ अशेषसाधिन्यै नमः।
ॐ अशोकायै नमः।
ॐ आकाशरूपायै नमः।
ॐ आतपरूपायै नमः।
ॐ आनन्दप्रदायै नमः।
ॐ आनन्दप्रदायै नमः।
ॐ आनन्दयुक्तायै नमः।
ॐ आनन्दयुक्तायै नमः।
ॐ आनन्दार्पितचेतनायै नमः।
ॐ आन्वीक्षिकीशास्त्ररूपायै नमः।
ॐ आर्द्रपादगायै नमः।
ॐ आर्द्रपादगायै नमः।
ॐ आसवासक्तवासनायै नमः।
ॐ आस्थानदात्र्यै नमः।
ॐ आहारदायै नमः।
ॐ इन्द्रनीलमणिन्यस्तपादपद्मशुभायै नमः।
ॐ ईश्वर्यै नमः।
ॐ ईश्वर्यै नमः।
ॐ उग्ररूपायै नमः।
ॐ उच्चनीचायै नमः।
ॐ उज्ज्वलगात्रिकायै नमः।
ॐ उज्ज्वलप्रदायै नमः।
ॐ उन्मादविधायिन्यै नमः।
ॐ एकाङ्ग्यै नमः।
ॐ एकायै नमः।
ॐ एलालवङ्गकर्पूरमुखवासमुखान्वितायै नमः।
ॐ कंसहरायै नमः।
ॐ कनकाकृत्यै नमः।
ॐ कन्दर्पकोटिजनन्यै नमः।
ॐ कपालमालिन्यै नमः।
ॐ कपिलायै नमः।
ॐ कमलसुन्दर्यै नमः।
ॐ कमलाकान्तगृहिण्यै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलालयायै नमः।
ॐ करुणामयकारिण्यै नमः।
ॐ करुणायै नमः।
ॐ करुणार्णवधारिण्यै नमः।
ॐ करुणार्णवरूपिण्यै नमः।
ॐ करुणार्णवसम्पूर्णायै नमः।
ॐ कर्णायै नमः।
ॐ कलाधिनाथवदनायै नमः।
ॐ कलानाथाधिरोहिण्यै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः।
ॐ कलिकल्मषभङ्गायै नमः।
ॐ कलिकल्मषरूपायै नमः।
ॐ कलिन्दतनयातीरवासिन्यै नमः।
ॐ कल्पमानायै नमः।
ॐ कल्परूपिण्यै नमः।
ॐ कल्पवासिन्यै नमः।
ॐ कल्पवृक्षरूपायै नमः।
ॐ काञ्चनाङ्गदधारिण्यै नमः।
ॐ काञ्चनाभायै नमः।
ॐ कादम्बरीपानपरायै नमः।
ॐ कान्तनितम्बिन्यै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कान्तारवासिन्यै नमः।
ॐ कान्त्यै नमः।
ॐ कामकलायै नमः।
ॐ कामकारिकायै नमः।
ॐ कामप्रकाशिकायै नमः।
ॐ कामबीजप्रदायिन्यै नमः।
ॐ कामलालसविग्रहायै नमः।
ॐ कामवल्लभायै नमः।
ॐ कामशास्त्रप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ कामशास्त्रविनोदायै नमः।
ॐ कामाङ्गहारिण्यै नमः।
ॐ कामारिकान्तायै नमः।
ॐ कामिन्यै नमः।
ॐ कामेश्यै नमः।
ॐ कामेश्वर्यै नमः।
ॐ कायायै नमः।
ॐ कारुण्यायै नमः।
ॐ कार्तिकव्रतकर्त्र्यै नमः।
ॐ कार्तिक्यै पौर्णमास्यै नमः।
ॐ कार्यातीतायै नमः।
ॐ कालिन्दीकूलदीपिकायै नमः।
ॐ कालिन्द्यै नमः।
ॐ किशोरवल्लभायै नमः।
ॐ किशोरसङ्गसंसर्गायै नमः।
ॐ किशोरिण्यै नमः।
ॐ किशोर्यै नमः।
ॐ कुटिलायै नमः।
ॐ कुटिलालकायै नमः।
ॐ कुटीरवासिन्यै नमः।
ॐ कुबेरेश्वरवल्लभायै नमः।
ॐ कुमार्यै नमः।
ॐ कुमुदानन्दायै नमः।
ॐ कुमुदायै नमः।
ॐ कुलक्षेत्रनिवासिन्यै नमः।
ॐ कुलजेन्द्रनिवासिन्यै नमः।
ॐ कुलदीपिकायै नमः।
ॐ कुलपूज्यायै नमः।
ॐ कुलप्रदायै नमः।
ॐ कुलप्रियायै नमः।
ॐ कुलवत्यै नमः।
ॐ कुलीनायै नमः।
ॐ कुलोद्वहायै नमः।
ॐ कुसुमामोदधारिण्यै नमः।
ॐ कूष्माण्डभूतवेतालनाशिन्यै नमः।
ॐ कृपातीतायै नमः।
ॐ कृपान्वितायै नमः।
ॐ कृपायै नमः।
ॐ कृपावत्यै नमः।
ॐ कृष्णकलायै नमः।
ॐ कृष्णकान्तायै नमः।
ॐ कृष्णकान्तायै नमः।
ॐ कृष्णकान्तायै नमः।
ॐ कृष्णक्रोडायै नमः।
ॐ कृष्णक्रोधिन्यै नमः।
ॐ कृष्णचन्द्रप्रियायै नमः।
ॐ कृष्णतरङ्गदायै नमः।
ॐ कृष्णतोषणतत्परायै नमः।
ॐ कृष्णपीवर्यै नमः।
ॐ कृष्णप्राणसर्वस्वदायिन्यै नमः।
ॐ कृष्णप्राणायै नमः।
ॐ कृष्णप्रियायै नमः।
ॐ कृष्णप्रीतायै नमः।
ॐ कृष्णप्रेमतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ कृष्णप्रेमपरायणायै नमः।
ॐ कृष्णप्रेमरतायै नमः।
ॐ कृष्णप्रेमवत्यै नमः।
ॐ कृष्णप्रेमायै नमः।
ॐ कृष्णभक्तायै नमः।
ॐ कृष्णभार्यायै नमः।
ॐ कृष्णभोग्यायै नमः।
ॐ कृष्णरतायै नमः।
ॐ कृष्णरागिण्यै नमः।
ॐ कृष्णवल्लभायै नमः।
ॐ कृष्णसंयुतायै नमः।
ॐ कृष्णसङ्गार्थिन्यै नमः।
ॐ कृष्णसारचर्मधरायै नमः।
ॐ कृष्णस्तुतायै नमः।
ॐ कृष्णहास्यभाषणतत्परायै नमः।
ॐ कृष्णाङ्गवासिन्यै नमः।
ॐ कृष्णानन्द-प्रदायिन्यै नमः।
ॐ कृष्णानन्दविधायिन्यै नमः।
ॐ कृष्णाम्बरायै नमः।
ॐ कृष्णायै नमः।
ॐ कृष्णार्थरहितायै नमः।
ॐ कृष्णार्थवासनायै नमः।
ॐ कृष्णार्थव्याकुलायै नमः।
ॐ कृष्णार्थिन्यै नमः।
ॐ कृष्णावतारनिरतकृष्णभक्तफलार्थिन्यै नमः।
ॐ कृष्णेश्यै नमः।
ॐ केवलायै नमः।
ॐ केशकारिकायै नमः।
ॐ केशपाशरतायै नमः।
ॐ केशपाशसम्बाधिन्यै नमः।
ॐ केशवाकेशवप्रीतायै नमः।
ॐ केशवानन्ददात्र्यै नमः।
ॐ केशवानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ केशशैवलधात्र्यै नमः।
ॐ केशिन्यै नमः।
ॐ कैलासवासिन्यै नमः।
ॐ कैलासवासिन्यै नमः।
ॐ कैलासाचलवासिन्यै नमः।
ॐ कैलासिन्यै नमः।
ॐ कैवर्त्यै नमः।
ॐ कैवल्यदायिन्यै नमः।
ॐ कैवल्यपथदायै नमः।
ॐ कैवल्यसुन्दर्यै नमः।
ॐ कैशवीकेशवप्रियायै नमः।
ॐ कोटिकन्दर्पलावण्यायै नमः।
ॐ कोटिकन्दर्पसुन्दर्यै नमः।
ॐ कोशलायै नमः।
ॐ कोषरूपायै नमः।
ॐ कोषायै नमः।
ॐ कौमार्यै नमः।
ॐ कौलिन्यै नमः।
ॐ कौशेयाम्बरधारिण्यै नमः।
ॐ कौषावर्यै नमः।
ॐ क्रीडाकौतुकरूपिण्यै नमः।
ॐ क्षमाकुलायै नमः।
ॐ क्षमायै नमः।
ॐ क्षीणायै नमः।
ॐ क्षीरोदशायिन्यै नमः।
ॐ क्षुद्रकीटाङ्गसंसर्गायै नमः।
ॐ क्षुधायै नमः।
ॐ क्षुधे नमः।
ॐ क्षेत्रनिवासिन्यै नमः।
ॐ क्षेत्रवासिन्यै नमः।
ॐ क्षेत्रातीतायै नमः।
ॐ क्षेत्राधिष्ठातृरूपायै नमः।
ॐ क्षेमकर्यै नमः।
ॐ क्षेमायै नमः।
ॐ क्षेमायै नमः।
ॐ खेचरत्वप्रदायिन्यै नमः।
ॐ खेचरसुतायै नमः।
ॐ खेचर्यै नमः।
ॐ गगनेश्यै नमः।
ॐ गङ्गाजलमय्यै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गङ्गेरितायै नमः।
ॐ गजमुक्तायै नमः।
ॐ गजेन्द्रगामिन्यै नमः।
ॐ गज्यै नमः।
ॐ गणगायै नमः।
ॐ गणतोषितायै नमः।
ॐ गणमात्रे नमः।
ॐ गणाध्यक्षायै नमः।
ॐ गतिज्ञायै नमः।
ॐ गतिनिष्ठायै नमः।
ॐ गतिप्रदायै नमः।
ॐ गतिप्रदायै नमः।
ॐ गतिमताङ्गत्यै नमः।
ॐ गत्यै नमः।
ॐ गत्यै नमः।
ॐ गमनागमनप्रियायै नमः।
ॐ गमनातीतनिर्भरायै नमः।
ॐ गम्यायै नमः।
ॐ गयायै नमः।
ॐ गयेश्वर्यै नमः।
ॐ गयोत्तरायै नमः।
ॐ गवां अनुत्तमायै गत्यै नमः।
ॐ गवाध्यक्षायै नमः।
ॐ गवीशीगतिवासिन्यै नमः।
ॐ गवेश्यै नमः।
ॐ गवेश्वर्यै नमः।
ॐ गायत्र्यै नमः।
ॐ गिरिजायै सत्यै नमः।
ॐ गीतकुशलायै नमः।
ॐ गीतगम्यायै नमः।
ॐ गीर्वाणगणसेवितायै नमः।
ॐ गीर्वाणवन्द्यायै नमः।
ॐ गीर्वाणायै नमः।
ॐ गुणागौण्यायै नमः।
ॐ गुणातीतफलप्रदायै नमः।
ॐ गोकर्णायै नमः।
ॐ गोकुलत्वप्रदायिन्यै नमः।
ॐ गोकुलानन्दकर्त्र्यै नमः।
ॐ गोकुलानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ गोकुलान्तरगेहायै नमः।
ॐ गोकुलान्वितदेहायै नमः।
ॐ गोपकन्यायै नमः।
ॐ गोपनन्दिन्यै नमः।
ॐ गोपनीयायै नमः।
ॐ गोपपत्न्यै नमः।
ॐ गोपमात्रे नमः।
ॐ गोपमात्रे नमः।
ॐ गोपराज्यप्रदायै नमः।
ॐ गोपलास्यप्रियायै नमः।
ॐ गोपवनितायै नमः।
ॐ गोपसुन्दर्यै नमः।
ॐ गोपाङ्गनावेष्टितायै नमः।
ॐ गोपानन्दकर्यै नमः।
ॐ गोपालपालिकायै नमः।
ॐ गोपालवनितायै नमः।
ॐ गोपीनाथमनोहरायै नमः।
ॐ गोपीनाथायै नमः।
ॐ गोप्यै नमः।
ॐ गोर्यै नमः।
ॐ गोवर्द्धनहास्यायै नमः।
ॐ गोवर्द्धनेश्वर्यै नमः।
ॐ गोविन्दगणपूजितायै नमः।
ॐ गोविन्दप्रियकारिण्यै नमः।
ॐ गोविन्दराजगृहिण्यै नमः।
ॐ गौरचन्द्राननायै नमः।
ॐ गौरविग्रहायै नमः।
ॐ गौराङ्ग्यै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ ग्राम्यगीतायै नमः।
ॐ घृतलिप्तायै नमः।
ॐ चञ्चलाचञ्चलामोदायै नमः।
ॐ चण्ड्यै नमः।
ॐ चतुरायै नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः।
ॐ चन्द्रकेश्यै नमः।
ॐ चन्द्रकोटिसुगात्र्यै नमः।
ॐ चन्द्रगात्रायै नमः।
ॐ चन्द्रप्रेमतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ चन्द्रमुख्यै नमः।
ॐ चन्द्रवल्लभायै नमः।
ॐ चन्द्राननमनोहरायै नमः।
ॐ चन्द्रावल्यै नमः।
ॐ चातुर्यै नमः।
ॐ चित्रमालिन्यै नमः।
ॐ चित्ररूपिण्यै नमः।
ॐ चित्रलेखायै नमः।
ॐ चित्रवासिन्यै नमः।
ॐ चैतन्यप्रियायै नमः।
ॐ चैतन्यरूपायै नमः।
ॐ चैतन्यरूपिण्यै नमः।
ॐ जगतामधिष्ठात्र्यै नमः।
ॐ जगदन्वयायै नमः।
ॐ जगदम्बिकायै नमः।
ॐ जगदानन्दकर्त्र्यै नमः।
ॐ जगदुत्पत्तिकारिकायै नमः।
ॐ जगद्बीजायै नमः।
ॐ जगद्योनये नमः।
ॐ जगन्नाथप्रियायै नमः।
ॐ जगन्नाथायै नमः।
ॐ जगन्नाथेश्वर्यै नमः।
ॐ जटिलायै नमः।
ॐ जनकानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ जनन्यै नमः।
ॐ जन्ममृत्युजरापहायै नमः।
ॐ जन्मशून्यायै नमः।
ॐ जपाकुसमसङ्काशायै नमः।
ॐ जम्बालमालिकायै नमः।
ॐ जयन्त्यै नमः।
ॐ जयपत्न्यै नमः।
ॐ जयप्रदायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जलतलायै नमः।
ॐ जलाशयायै नमः।
ॐ जलोदर्यै नमः।
ॐ जलोदर्यै नमः।
ॐ जह्नुकन्यकायै नमः।
ॐ जानक्यै नमः।
ॐ जामातृकुलवन्दितायै नमः।
ॐ जाम्बवत्यै नमः।
ॐ जायायै नमः।
ॐ जितामित्रप्रमोदिन्यै नमः।
ॐ जितार्थिन्यै नमः।
ॐ जितेन्द्रियायै नमः।
ॐ जीमूतरूपायै नमः।
ॐ जीवानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ जीवायै नमः।
ॐ जैत्रप्रदायै नमः।
ॐ जैमूत्यै नमः।
ॐ तक्रयुक्तायै नमः।
ॐ तमिस्रायै नमः।
ॐ तम्यै नमः।
ॐ तम्यै नमः।
ॐ तर्काल्यै नमः।
ॐ तिमिङ्गिलकुलामोदमत्स्यरूपाङ्गहारिण्यै नमः।
ॐ तीरगेहिन्यै नमः।
ॐ तुलसीतोषिकायै नमः।
ॐ तुलस्यधिष्ठातृदेव्यै नमः।
ॐ तेजस्विन्यै नमः।
ॐ तेजोरूपायै नमः।
ॐ तैतिलानन्दपरितोषिकायै नमः।
ॐ त्रैलोक्यमात्रे नमः।
ॐ त्रैलोक्यसुन्दर्यै नमः।
ॐ थै-थै-शब्दशक्तिप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ दक्षकन्यायै नमः।
ॐ दक्षकन्यायै नमः।
ॐ दक्षयज्ञहरायै नमः।
ॐ दधिभाण्डार्थिन्यै नमः।
ॐ दधिमन्थनतत्परायै नमः।
ॐ दनुजेन्द्रनिवारिण्यै नमः।
ॐ दयाधारायै नमः।
ॐ दयान्वितायै नमः।
ॐ दयायै नमः।
ॐ दयारूपायै नमः।
ॐ दाक्ष्यै नमः।
ॐ दाडिमीकुसुमोपमायै नमः।
ॐ दामदायिन्यै नमः।
ॐ दामधारिण्यै नमः।
ॐ दामोदरप्रियायै नमः।
ॐ दारुहरिद्रिकायै नमः।
ॐ दीनायै नमः।
ॐ दीपदात्र्यै नमः।
ॐ दीपप्रियायै नमः।
ॐ दुःखकर्त्र्यै नमः।
ॐ दुःखहन्त्र्यै नमः।
ॐ दुःखहन्त्र्यै नमः।
ॐ दुःखहरायै नमः।
ॐ दुग्धमन्थनकर्माढ्यायै नमः।
ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः।
ॐ दुर्गायै नमः।
ॐ दूर्वादलतनुच्छवये नमः।
ॐ दूर्वादलश्यामतनवे नमः।
ॐ दृक्पातमोहितायै नमः।
ॐ देवमात्रे नमः।
ॐ देवारिकुलमर्दिन्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ द्रौपदीपाण्डवप्रियायै नमः।
ॐ द्वारकावासिन्यै नमः।
ॐ द्विभुजायै नमः।
ॐ धट्यै नमः।
ॐ धनधान्यविधात्र्यै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ धात्र्यानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धात्र्यै नमः।
ॐ धामरूपिण्यै नमः।
ॐ धीरायै नमः।
ॐ धूम्रकेशायै नमः।
ॐ धूम्रायै नमः।
ॐ धृत्यै नमः।
ॐ धैर्यरूपधराधृत्यै नमः।
ॐ नन्दनन्दनपत्न्यै नमः।
ॐ नन्दनाङ्गनायै नमः।
ॐ नन्दप्रियायै नमः।
ॐ नन्दसुताराध्यायै नमः।
ॐ नन्दायै नमः।
ॐ नरकार्णवनाशिन्यै नमः।
ॐ नरकार्णवसंहत्र्यै नमः।
ॐ नरसेव्यायै नमः।
ॐ नराङ्गनायै नमः।
ॐ नरातीतायै नमः।
ॐ नरेन्द्रकन्यायै नमः।
ॐ नरेश्वर्यै नमः।
ॐ नवदुर्गिकायै नमः।
ॐ नवनार्यै नमः।
ॐ नवनीतिकायै नमः।
ॐ नवीनायै नमः।
ॐ नागकर्णिकायै नमः।
ॐ नागमात्रे नमः।
ॐ नागरागारायै नमः।
ॐ नागराङ्गणमङ्गलायै नमः।
ॐ नागरानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ नागरालिङ्गनपरायै नमः।
ॐ नागर्यै नमः।
ॐ नागेन्द्रायै नमः।
ॐ नादबिन्दुविधारिण्यै नमः।
ॐ नादरूपायै नमः।
ॐ नादेश्यै नमः।
ॐ नायकप्रीतायै नमः।
ॐ नायकानन्दरूपिण्यै नमः।
ॐ नायिकानयनान्वितायै नमः।
ॐ नायिकायै नमः।
ॐ नारङ्गकुलमण्डनायै नमः।
ॐ नारङ्गफलशोभितायै नमः।
ॐ नारङ्ग्यै नमः।
ॐ नारसिंह्यै नमः।
ॐ नारायणप्रियायै नमः।
ॐ नारायण्यै नमः।
ॐ नार्यै भुवनसुन्दर्यै नमः।
ॐ नितम्बिन्यै नमः।
ॐ नित्यगेहिन्यै नमः।
ॐ नित्यतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ नित्यरूपायै नमः।
ॐ नित्याङ्ग्यै नमः।
ॐ नित्यानन्दकर्यै नमः।
ॐ नित्यायै नमः।
ॐ निद्रायै नमः।
ॐ निद्रायै नमः।
ॐ निम्बदाडिम्बरूपिण्यै नमः।
ॐ निरन्तरायै नमः।
ॐ निराकुलायै नमः।
ॐ निरामयायै नमः।
ॐ निरालम्बगणप्रियायै नमः।
ॐ निरालम्बजनैः पूज्यायै नमः।
ॐ निरालम्बायै नमः।
ॐ निरालोकायै नमः।
ॐ निराश्रयायै नमः।
ॐ निर्गुणायै नमः।
ॐ निर्वाणधात्र्यै नमः।
ॐ निवासकुशलायै नमः।
ॐ निश्चेतायै नमः।
ॐ निश्चैतन्यायै नमः।
ॐ निष्कलायै नमः।
ॐ निष्कुलीनायै नमः।
ॐ नीतिशास्त्रप्रियायै नमः।
ॐ नीत्यै नमः।
ॐ नीलकन्ठप्रियायै नमः।
ॐ नीलाम्बरधरायै नमः।
ॐ नीलाम्बरधरायै नमः।
ॐ नीलाम्बरविधात्र्यै नमः।
ॐ नीलायै नमः।
ॐ नैर्वाण्यै नमः।
ॐ पञ्चशक्तिस्वरूपायै नमः।
ॐ पण्डितानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ पण्डितापण्डितगुणायै नमः।
ॐ पतिप्राणायै नमः।
ॐ पतिवाक्यविनोदिन्यै नमः।
ॐ पतिव्रतायै नमः।
ॐ पतिव्रतायै नमः।
ॐ पद्महस्तायै नमः।
ॐ पद्माङ्गरागसंरागायै नमः।
ॐ पद्मायै नमः।
ॐ पयस्विन्यै नमः।
ॐ पयोददायै नमः।
ॐ पयोदात्र्यै नमः।
ॐ परात्परायै नमः।
ॐ परात्परायै नमः।
ॐ परानुग्रहकारिण्यै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परायै नमः।
ॐ परिपालनकर्त्र्यै नमः।
ॐ परिपूर्णायै नमः।
ॐ पर्वताधिनिवासायै नमः।
ॐ पवित्रकुलदीपिकायै नमः।
ॐ पवित्रकुलदीपिन्यै नमः।
ॐ पवित्रगुणशीलाढ्यायै नमः।
ॐ पवित्रगुणसीमाढ्यायै नमः।
ॐ पवित्रानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ पवित्रायै नमः।
ॐ पाण्डवसख्यै नमः।
ॐ पानपात्रायै नमः।
ॐ पानपानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ पानार्थिन्यै नमः।
ॐ पानासक्ततरायै नमः।
ॐ पार्वत्यै नमः।
ॐ पिपासायै नमः।
ॐ पीवर्यै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षगेहिन्यै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षनिलयायै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षवल्लभायै नमः।
ॐ पुण्डरीकाक्षसेव्यायै नमः।
ॐ पुष्ट्यै नमः।
ॐ पूतगात्रायै नमः।
ॐ पूर्णतरायै नमः।
ॐ प्रकृत्यै नमः।
ॐ प्रणवायै नमः।
ॐ प्रणवार्थस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ प्रणवेश्यै नमः।
ॐ प्रधानगोपिकायै नमः।
ॐ प्राणप्रियायै नमः।
ॐ प्राणरूपायै नमः।
ॐ प्राणरूपिण्यै नमः।
ॐ प्राणविमोचनायै नमः।
ॐ प्रातराशिन्यै नमः।
ॐ प्रियाम्बिकायै नमः।
ॐ प्रेमक्रीडापरीताङ्ग्यै नमः।
ॐ प्रेमतरङ्गिकायै नमः।
ॐ प्रेमदात्र्यै नमः।
ॐ प्रेमप्रियायै नमः।
ॐ प्रेमभक्तायै नमः।
ॐ प्रेमभक्तितरङ्गिण्यै नमः।
ॐ प्रेमभक्तिप्रदायै नमः।
ॐ प्रेमरूपायै नमः।
ॐ प्रेमशक्तिमय्यै नमः।
ॐ प्रेमहारायै नमः।
ॐ प्रेमानन्दतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ प्रेमानन्दतरङ्गिण्यै नमः।
ॐ प्रेमायै नमः।
ॐ प्रेमार्थदायिन्यै नमः।
ॐ प्रेमालिङ्गनसिद्धाङ्ग्यै नमः।
ॐ बलाराध्यायै नमः।
ॐ बलेश्वर्यै नमः।
ॐ बिल्ववसवे नमः।
ॐ बिल्ववृक्षनिवासिन्यै नमः।
ॐ बिल्ववृक्षप्रियायै नमः।
ॐ बिल्वात्मिकायै नमः।
ॐ बिल्वोपमस्तन्यै नमः।
ॐ बुद्ध्यै नमः।
ॐ ब्रह्मपत्न्यै नमः।
ॐ ब्रह्मरूपायै नमः।
ॐ ब्रह्मरूपिण्यै नमः।
ॐ ब्रह्मलोकप्रतिष्ठितायै नमः।
ॐ ब्रह्मविष्णुशिवार्धाङ्गहारीण्यै नमः।
ॐ ब्रह्माण्डगोचरायै नमः।
ॐ ब्रह्माण्डपरिपालिन्यै नमः।
ॐ ब्रह्माण्डभाण्डरूपिण्यै नमः।
ॐ ब्रह्माण्डाभाण्डमध्यस्थायै नमः।
ॐ भक्तकल्पद्रुमातीतायै नमः।
ॐ भक्तगम्यायै नमः।
ॐ भक्तप्रियायै नमः।
ॐ भक्तफलप्रदायै नमः।
ॐ भक्तानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ भक्ताभक्तभक्तिशुभप्रदायै नमः।
ॐ भक्तिकायै नमः।
ॐ भक्तिगत्यै नमः।
ॐ भक्तिहेतवे नमः।
ॐ भक्त्यतीतायै नमः।
ॐ भगिन्यै नमः।
ॐ भगेश्वर्यै नमः।
ॐ भयापहायै नमः।
ॐ भवनाशान्तकारिण्यै नमः।
ॐ भवभाविन्यै नमः।
ॐ भवभाविन्यै नमः।
ॐ भवातिगायै नमः।
ॐ भविष्यायै नमः।
ॐ भव्यगात्रायै नमः।
ॐ भव्यायै नमः।
ॐ भागिन्यै नमः।
ॐ भाण्डीरतालवनगायै नमः।
ॐ भारत्यै नमः।
ॐ भाषातिवेगिन्यै नमः।
ॐ भीमकुलोद्भवायै नमः।
ॐ भुक्तिमुक्तिदात्र्यै नमः।
ॐ भुवनमोहिन्यै नमः।
ॐ भुवनामोहनायै नमः।
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
ॐ भूतप्रेतप्राणविनाशिन्यै नमः।
ॐ भूतायै नमः।
ॐ भूमिलक्ष्म्यै नमः।
ॐ भैम्यै नमः।
ॐ भोग्यायै नमः।
ॐ भोग्यै नमः।
ॐ भ्रान्त्यै नमः।
ॐ मङ्गलप्रदायै नमः।
ॐ मङ्गलामोदजनन्यै नमः।
ॐ मङ्गल्यायै नमः।
ॐ मत्यै नमः।
ॐ मत्यै नमः।
ॐ मत्स्यराजसुतायै नमः।
ॐ मथुरायै नमः।
ॐ मथुराराजगेहभावनभवनायै नमः।
ॐ मदनमोहिन्यै नमः।
ॐ मदनमोहिन्यै नमः।
ॐ मदालसायै नमः।
ॐ मनोऽधिष्ठातृदेव्यै नमः।
ॐ मनोरमायै नमः।
ॐ मन्दलज्जायै नमः।
ॐ मर्त्यै नमः।
ॐ महाजीवप्रदायै नमः।
ॐ महादुर्गकान्तारस्थसुवासिन्यै नमः।
ॐ महाभीमायै नमः।
ॐ महामुक्तायै नमः।
ॐ महामुक्तिफलप्रदायै नमः।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ महाविष्णुप्रियायै नमः।
ॐ महोदर्यै नमः।
ॐ माधवमनोहारिण्यै नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मालतीमाल्यधारिण्यै नमः।
ॐ मालतीमाल्यभूषाढ्यायै नमः।
ॐ माहेय्यै नमः।
ॐ मित्रविन्दायै नमः।
ॐ मीनावतारायै नमः।
ॐ मीनेश्यै नमः।
ॐ मुक्तिहेतवे नमः।
ॐ मुख्यनिवासिन्यै नमः।
ॐ मुख्यप्रदायै नमः।
ॐ मुख्यरूपायै नमः।
ॐ मुख्यायै नमः।
ॐ मुद्रास्यायै नमः।
ॐ मेखलामोदधारिण्यै नमः।
ॐ मेघरूपायै नमः।
ॐ मोददायिन्यै नमः।
ॐ मोहायै नमः।
ॐ यत्यै नमः।
ॐ यमलार्जुनभञ्जिन्यै नमः।
ॐ यमुनाङ्ग्यै नमः।
ॐ यमुनाजयायै नमः।
ॐ यमुनाजलवासिन्यै नमः।
ॐ यमुनातोषकारिण्यै नमः।
ॐ यमुनापारकौतुकायै नमः।
ॐ यशस्विन्यै नमः।
ॐ यशोऽर्थिन्यै नमः।
ॐ यशोगम्यायै नमः।
ॐ यशोदाक्रोडवासिन्यै नमः।
ॐ यशोदानन्दगेहिन्यै नमः।
ॐ यशोदानन्दनप्राणवल्लभायै नमः।
ॐ यशोदानन्दनप्राणायै नमः।
ॐ यशोदानन्दनाक्रीडायै नमः।
ॐ यशोदानन्दनारम्यायै नमः।
ॐ यशोदानन्दनार्थदायै नमः।
ॐ यशोदानन्दनेश्वर्यै नमः।
ॐ यशोदानन्दपत्न्यै नमः।
ॐ यशोदानन्दवल्लभायै नमः।
ॐ यशोदायै नमः।
ॐ यागयोगहरायै नमः।
ॐ याचकायाचकानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ याचकोज्ज्वलायै नमः।
ॐ यादवेन्द्रवध्वै नमः।
ॐ यामिनीनाथवदनायै नमः।
ॐ यामिनीश्वर्यै नमः।
ॐ यामिन्यै नमः।
ॐ युगप्रियायै नमः।
ॐ युवत्यै नमः।
ॐ युवत्यै नमः।
ॐ योगगम्यायै नमः।
ॐ योगप्रियायै नमः।
ॐ योगमात्रै नमः।
ॐ योगरूपिण्यै नमः।
ॐ योगसिद्धायै नमः।
ॐ योगातीतायै नमः।
ॐ योगानन्दकर्यै नमः।
ॐ योगिनीगणवन्दितायै नमः।
ॐ योगिन्यै नमः।
ॐ योगेश्यै नमः।
ॐ योगेश्यै नमः।
ॐ योषिच्छक्तिस्वरूपायै नमः।
ॐ योषिदानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ यौवनानन्दायै नमः।
ॐ रतिप्रदायै नमः।
ॐ रतिप्रदायै नमः।
ॐ रतिप्रीतायै नमः।
ॐ रतिरूपायै नमः।
ॐ रतिलक्षणगेहस्थायै नमः।
ॐ रतिवेगायै नमः।
ॐ रतिश्रेष्ठायै नमः।
ॐ रत्नकुण्डलभूषितायै नमः।
ॐ रत्नभूषणभूषणायै नमः।
ॐ रत्नमञ्जीरभूषाङ्ग्यै नमः।
ॐ रत्नमालाधरायै नमः।
ॐ रत्नमालाविभूषितायै नमः।
ॐ रत्नसिंहासनस्थायै नमः।
ॐ रत्नालङ्कारसंयुक्तायै नमः।
ॐ रत्नेन्द्रसारहाराढ्यायै नमः।
ॐ रत्यै नमः।
ॐ रमायै नमः।
ॐ रम्भायै नमः।
ॐ रसिकानन्दायै नमः।
ॐ रसिकायै नमः।
ॐ राक्षसीनाशिन्यै नमः।
ॐ राधनरूपिण्यै नमः।
ॐ राधारमणकान्तायै नमः।
ॐ राधिकायै नमः।
ॐ राध्यायै नमः।
ॐ रामरतायै नमः।
ॐ रामायै नमः।
ॐ रामेश्वर्यै नमः।
ॐ रासक्रीडाकर्यै नमः।
ॐ रासक्रीडामनोहरायै नमः।
ॐ रासगम्यायै नमः।
ॐ रासप्रियायै नमः।
ॐ रासमण्डलमध्यस्थायै नमः।
ॐ रासमण्डलशोभितायै नमः।
ॐ रासमण्डलसेव्यायै नमः।
ॐ रासरत्यै नमः।
ॐ रासवासिन्यै नमः।
ॐ राससक्तायै नमः।
ॐ राससुन्दर्यै नमः।
ॐ रासाधिष्ठातृदेवतायै नमः।
ॐ रुक्मिण्यै नमः।
ॐ रुद्रानन्दप्रकाशिन्यै नमः।
ॐ रूपवत्यै नमः।
ॐ रेवत्यै नमः।
ॐ रोहिण्यै नमः।
ॐ रौद्ररूपायै नमः।
ॐ रौद्रायै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ लङ्घनक्षमायै नमः।
ॐ लङ्घिन्यै नमः।
ॐ लज्जायै नमः।
ॐ ललितायै नमः।
ॐ लवङ्गनाम्न्यै नमः।
ॐ लवङ्गायै नमः।
ॐ लावण्यमङ्गलायै नमः।
ॐ वकुलामोदधारिण्यै नमः।
ॐ वकुलायै नमः।
ॐ वक्ररूपायै नमः।
ॐ वक्रवीक्षणवीक्षितायै नमः।
ॐ वक्रेश्वर्यै नमः।
ॐ वत्सलायै नमः।
ॐ वधूरूपायै नमः।
ॐ वध्वै नमः।
ॐ वसन्तरागसंरागायै नमः।
ॐ वसन्तवसनाकृत्यै नमः।
ॐ वामदेव्यै नमः।
ॐ वामभागायै नमः।
ॐ वाराह्यै नमः।
ॐ वासनाहारिण्यै नमः।
ॐ विकलोत्कर्षिण्यै नमः।
ॐ विकासितमुखाम्बुजायै नमः।
ॐ विचित्रकथकायै नमः।
ॐ विचित्रकनकोज्ज्वलायै नमः।
ॐ विचित्रमणीभूषणायै नमः।
ॐ विचित्रवासिन्यै नमः।
ॐ विजयायै नमः।
ॐ विजितामोदायै नमः।
ॐ विजितायै नमः।
ॐ विदुत्तमायै नमः।
ॐ विदुषां प्रीतिजनन्यै नमः।
ॐ विद्यमानायै नमः।
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ विद्यार्थिन्यै नमः।
ॐ विद्यास्वरूपिण्यै नमः।
ॐ विद्युत्प्रभायै नमः।
ॐ विद्वज्जनमनोहरायै नमः।
ॐ विद्वत्प्रेमविवर्द्धिन्यै नमः।
ॐ विन्ध्याचलनिवासिन्यै नमः।
ॐ विन्ध्याद्रिपरिवासिन्यै नमः।
ॐ विन्ध्यालयायै नमः।
ॐ विप्रमात्रे नमः।
ॐ विभावर्यै नमः।
ॐ विमलायै नमः।
ॐ विमलोदकायै नमः।
ॐ विमोहायै नमः।
ॐ विरजायै नमः।
ॐ विरागकुशलायै नमः।
ॐ विलासिन्यै नमः।
ॐ विलासिन्यै नमः।
ॐ विशाखायै नमः।
ॐ विशालकुलसम्भावायै नमः।
ॐ विशालगृहवासायै नमः।
ॐ विशालनेत्रायै नमः।
ॐ विशालबदरीरत्यै नमः।
ॐ विशोकायै नमः।
ॐ विशोकायै नमः।
ॐ विष्णुकान्तायै नमः।
ॐ विष्णुप्रियायै नमः।
ॐ विष्णुभावनतत्परायै नमः।
ॐ विष्णुवक्षःस्थलस्थायै नमः।
ॐ विष्णोः वामाङ्गहारिण्यै नमः।
ॐ विष्णोरङ्कनिवासिन्यै नमः।
ॐ विहास्यायै नमः।
ॐ वृन्दारण्यप्रियायै वृन्दायै नमः।
ॐ वृन्दावनविलासिन्यै नमः।
ॐ वृन्दावनविलासिन्यै नमः।
ॐ वृन्दावनविहारिण्यै नमः।
ॐ वृन्दावनेश्वर्यै नमः।
ॐ वृषभानुसुतायै नमः।
ॐ वेगवत्यै नमः।
ॐ वेगाढ्यायै नमः।
ॐ वेणुरत्यै नमः।
ॐ वेणुवाद्यपरायणायै नमः।
ॐ वेणुवाद्यायै नमः।
ॐ वेत्रवत्यै नमः।
ॐ वेदगम्यायै नमः।
ॐ वेदगर्भायै नमः।
ॐ वेदगामिन्यै नमः।
ॐ वेदपरायै नमः।
ॐ वेदप्रियायै नमः।
ॐ वेदमात्रे नमः।
ॐ वेदमार्गप्रवर्धिन्यै नमः।
ॐ वेदवत्यै नमः।
ॐ वेदवादिन्यै नमः।
ॐ वेदसारायै नमः।
ॐ वेदातीतायै नमः।
ॐ वेदातीतायै नमः।
ॐ वैकुण्ठदेवदेवाढ्यायै नमः।
ॐ वैकुण्ठनाथगृहिण्यै नमः।
ॐ वैकुण्ठपरमालयायै नमः।
ॐ वैकुण्ठसुन्दर्यै नमः।
ॐ वैजयन्त्यै नमः।
ॐ वैराग्यकुलदीपिकायै नमः।
ॐ वैशाल्यै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ वैष्णव्यै नमः।
ॐ शक्तिस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ शङ्कास्पदायै नमः।
ॐ शच्यै नमः।
ॐ शबलायै नमः।
ॐ शम्भुकान्तायै नमः।
ॐ शरच्चन्द्रमुख्यै नमः।
ॐ शरन्मुख्यै नमः।
ॐ शशिकोटिसमप्रभायै नमः।
ॐ शशिशेखरायै नमः।
ॐ शशिसुशोभनायै नमः।
ॐ शारदान्वितायै नमः।
ॐ शास्त्रसिद्धान्तकारिण्यै नमः।
ॐ शिरीषकुसुमाकृत्यै नमः।
ॐ शिरीषकुसुमामोदायै नमः।
ॐ शिरीषकुसुमोज्ज्वलायै नमः।
ॐ शिरीषमृद्व्यै नमः।
ॐ शिलातलनिवासिन्यै नमः।
ॐ शिवक्रोडायै नमः।
ॐ शिवप्राणाय नमः।
ॐ शिवब्रह्महरिप्रियायै नमः।
ॐ शिवभक्तायै नमः।
ॐ शिवभक्तिदायै नमः।
ॐ शिवभक्तिसुखान्वितायै नमः।
ॐ शिवभक्तिस्वरूपायै नमः।
ॐ शिवान्वितायै नमः।
ॐ शिवान्वितायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवार्धाङ्गविहारिण्यै नमः।
ॐ शिशिरायै नमः।
ॐ शीतलायै नमः।
ॐ शुकदेवगुणातीतायै नमः।
ॐ शुकदेवप्रियायै नमः।
ॐ शुक्यै नमः।
ॐ शुचये नमः।
ॐ शुद्धसत्त्वायै नमः।
ॐ शुभङ्कर्यै नमः।
ॐ शुभाङ्ग्यै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शून्यरूपपादपवासिन्यै नमः।
ॐ शून्यस्थानस्थितायै नमः।
ॐ शृङ्खलायै नमः।
ॐ शेषरूपिण्यै नमः।
ॐ शेषवत्यै नमः।
ॐ शेषायै नमः।
ॐ शैब्यायै नमः।
ॐ शैरीष्यै नमः।
ॐ शैरीष्यै नमः।
ॐ शैलवासिन्यै नमः।
ॐ शैलायै नमः।
ॐ शैवलानन्ददायिन्यै नमः।
ॐ शैवशिंशपायै नमः।
ॐ शैवायै नमः।
ॐ शैशवानन्दकारिण्यै नमः।
ॐ शोकनाशिन्यै नमः।
ॐ शोकरहितायै नमः।
ॐ श्यामलतायै नमः।
ॐ श्यामलायै नमः।
ॐ श्यामवल्लभायै नमः।
ॐ श्यामसख्यै नमः।
ॐ श्यामहारायै नमः।
ॐ श्रान्त्यै नमः।
ॐ श्रीकामायै नमः।
ॐ श्रीकृष्णभजनान्वितायै नमः।
ॐ श्रीकृष्णभावनामोदायै नमः।
ॐ श्रीकृष्णरहितायै नमः।
ॐ श्रीक्रियारूपिण्यै नमः।
ॐ श्रीगणेशायै नमः।
ॐ श्रीगर्भायै नमः।
ॐ श्रीदामस्य सख्यै नमः।
ॐ श्रीदामानन्ददात्र्यै नमः।
ॐ श्रीदामेश्वरवल्लभायै नमः।
ॐ श्रीदायै नमः।
ॐ श्रीनितम्बायै नमः।
ॐ श्रीनिवासाच्युतप्रभायै नमः।
ॐ श्रीप्रदायै नमः।
ॐ श्रीमत्यै नमः।
ॐ श्रीमत्यै नमः।
ॐ श्रीराधायै नमः।
ॐ श्रीराधायै नमः।
ॐ श्रीरूपायै नमः।
ॐ श्रीलायै नमः।
ॐ श्रीशायै नमः।
ॐ श्रीस्वरूपाश्रितायै नमः।
ॐ श्रीस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ श्रीहरायै नमः।
ॐ श्रुतिप्रियायै नमः।
ॐ श्रुत्यै नमः।
ॐ श्रेष्ठरूपायै नमः।
ॐ श्रेष्ठायै नमः।
ॐ श्रेष्ठायै नमः।
ॐ श्वेतचम्पकवर्णाभार्यै नमः।
ॐ षड्भुजायै नमः।
ॐ संसारनाशिन्यै नमः।
ॐ संसारार्णवपारदायै नमः।
ॐ संहारकारिण्यै नमः।
ॐ संहारशब्दाढ्यायै नमः।
ॐ संहारिण्यै नमः।
ॐ सकलेप्सितदात्र्यै नमः।
ॐ सखीमध्यनिवासिन्यै नमः।
ॐ सखीसंसाररागिण्यै नमः।
ॐ सख्यै नमः।
ॐ सङ्कटायै नमः।
ॐ सङ्गदोषविनाशिन्यै नमः।
ॐ सत्यप्रदायै नमः।
ॐ सत्यभामायै नमः।
ॐ सत्यरूपायै नमः।
ॐ सत्यवत्यै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
ॐ सदानन्दरूपायै नमः।
ॐ सदाशिवमनोहरायै नमः।
ॐ सद्योमुक्तिप्रदायै देव्यै नमः।
ॐ सन्न्यासधर्मकुशलायै नमः।
ॐ सन्न्यासेश्यै नमः।
ॐ समुद्रजलवासिकायै नमः।
ॐ समुद्रजलवासिन्यै नमः।
ॐ समुद्रमथनोद्भूतायै नमः।
ॐ समुद्रामृतरूपायै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सर्पिण्यै नमः।
ॐ सर्वकारणकारणायै नमः।
ॐ सर्वगायै नमः।
ॐ सर्वजीववन्द्यायै नमः।
ॐ सर्वजीवेश्वर्यै नमः।
ॐ सर्वज्ञत्वविधात्र्यै नमः।
ॐ सर्वदैत्यानां संहर्त्र्यै नमः।
ॐ सर्वभूतानां कारिण्यै नमः।
ॐ सर्वभूतानां पालिन्यै नमः।
ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
ॐ सर्ववन्द्यायै नमः।
ॐ सर्वश्वेतायै नमः।
ॐ सर्वाङ्गसुन्दर्यै नमः।
ॐ सर्वायै नमः।
ॐ सहस्रास्यायै नमः।
ॐ साध्व्यै नमः।
ॐ साध्व्यै नमः।
ॐ सान्द्रानन्दविशारदायै नमः।
ॐ सारदायै नमः।
ॐ सारभूतायै नमः।
ॐ सावित्र्यै नमः।
ॐ सिद्धक्षेत्रनिवासिन्यै नमः।
ॐ सिद्धयोगिन्यै नमः।
ॐ सिद्धरूपायै नमः।
ॐ सिद्धसाध्यविलासिकायै नमः।
ॐ सिन्धुकन्यायै नमः।
ॐ सीतायै नमः।
ॐ सुकुलीनायै नमः।
ॐ सुकोमलायै नमः।
ॐ सुखेश्वर्यै नमः।
ॐ सुगोप्यै नमः।
ॐ सुबलस्य स्वस्रे नमः।
ॐ सुलक्ष्मणायै नमः।
ॐ सुलोचनायै नमः।
ॐ सुवेशिन्यै नमः।
ॐ सुसेविन्यै नमः।
ॐ सूक्ष्मायै नमः।
ॐ सृक्विणीपरिमोहितायै नमः।
ॐ सृष्टिस्थितिकर्यै नमः।
ॐ सेवकानन्ददायिकाय नमः।
ॐ सेवासेव्यायै नमः।
ॐ सेवितेप्सितसर्वदायै नमः।
ॐ सेव्यायै नमः।
ॐ सौम्यकुलोद्वहायै नमः।
ॐ सौम्यदात्र्यै नमः।
ॐ सौम्यरूपायै नमः।
ॐ स्थानदात्र्यै नमः।
ॐ स्थानरूपायै नमः।
ॐ स्थितिविनोदिन्य नमः।
ॐ स्थित्यै नमः।
ॐ स्थिरायै नमः।
ॐ स्मृत्यै नमः।
ॐ स्वयं रासेश्वर्यै नमः।
ॐ स्वयम्प्रभायै नमः।
ॐ स्वर्गलक्ष्म्यै नमः।
ॐ हयाकृत्यै नमः।
ॐ हयायै नमः।
ॐ हयायै नमः।
ॐ हयास्यायै नमः।
ॐ हय्यै नमः।
ॐ हरकान्तायै नमः।
ॐ हरतोषणतत्परायै नमः।
ॐ हरपत्न्यै नमः।
ॐ हरप्राणायै नमः।
ॐ हरप्रीतायै नमः।
ॐ हररतायै नमः।
ॐ हरानन्दप्रदायिन्यै नमः।
ॐ हरिकान्तायै नमः।
ॐ हरिकौतुकमङ्गलायै नमः।
ॐ हरिण्यै नमः।
ॐ हरितोषणतत्परायै नमः।
ॐ हरिदम्बरधारिण्यै नमः।
ॐ हरिद्राहरितायै नमः।
ॐ हरिद्वारायै नमः।
ॐ हरिप्रदायै नमः।
ॐ हरिप्राणायै नमः।
ॐ हरिप्रियायै नमः।
ॐ हरिभक्तिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ हरिभावनशीलायै नमः।
ॐ हरिभूषणभूषाढ्यायै नमः।
ॐ हरिवल्लभायै नमः।
ॐ हरिसान्निध्यदात्र्यै नमः।
ॐ हरेः विरहिण्यै नमः।
ॐ हरेर्जायायै नमः।
ॐ हरेश्वर्यै नमः।
ॐ हरेस्तन्वै नमः।
ॐ हारधारिण्यै नमः।
ॐ हारिण्यै नमः।
ॐ हारिण्यै नमः।
ॐ हावभावान्वितायै नमः।
ॐ हिमालयसुतायै नमः।
ॐ हिरण्यदायै नमः।
ॐ ही-ही-वाक्यविशारदायै नमः।
ॐ हृद्यायै नमः।
ॐ हेतुयुक्तायै नमः।
ॐ हेमगात्रायै नमः।
ॐ हेमपिङ्गलायै नमः।
ॐ हेममण्डनायै नमः।
ॐ हेममुखायै नमः।
ॐ हेमरागाढ्यायै नमः।
ॐ हेमसुन्दर्यै नमः।
ॐ हेरम्बसुतायै नमः।
ॐ हेलालीलायै नमः।
ॐ हे-हे-शब्दस्वरूपायै नमः।
ॐ हैमवतीप्रियायै नमः।
ॐ हैमवत्यै नमः।
ॐ हैम्यै नमः।
ॐ है-है-तालधरायै नमः।
ॐ है-है-हरिभूषणभूषाढ्यायै नमः।
॥ इति श्री राधा सहस्रनामावलिः सम्पूर्णा ॥
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