Shri Brihaspati Dev Aarti

Shri Brihaspati Dev Aarti is a sacred hymn sung in praise of Lord Brihaspati, the Guru of the gods and the deity of wisdom, intellect, and auspiciousness. Devotees chant this aarti on Thursdays to seek his divine blessings for knowledge, clarity in thoughts, spiritual growth, and removal of obstacles in life. You can download the…

हरतालिकेची आरती

हरतालिकेची आरती ही महाराष्ट्रातील स्त्रियांसाठी एक अत्यंत महत्त्वाची आणि पवित्र पूजा मानली जाते. ही आरती पारंपारिकरित्या गणेश चतुर्थीच्या आदल्या दिवशी केली जाते, जेव्हा स्त्रिया भगवान शंकरांना चांगला पती मिळावा किंवा पतीच्या दीर्घायुष्यासाठी प्रार्थना करतात. या पूजेमध्ये देवी पार्वती आणि भगवान शिव यांची उपासना केली जाते. ‘हरतालिकेची आरती PDF’ स्वरूपात उपलब्ध असल्याने ती घराघरात पोहोचली आहे….

Shri Mangala Gauri Aarti

Shri Mangala Gauri Aarti is a sacred hymn dedicated to Goddess Mangala Gauri, especially revered during the Shravan month by married women seeking marital bliss and the well-being of their families. Chanting this aarti with devotion brings peace, prosperity, and protection from negative energies. It is commonly performed during the Mangala Gauri Vrat on Tuesdays….

सूर्य देव जी की आरती

सूर्य देव समस्त संसार के पालक और ऊर्जा के अक्षय स्रोत हैं। उनकी आरती का गायन मन को शांति और सकारात्मकता से भर देता है। यह पवित्र क्षण हमें सूर्य के दिव्य प्रकाश और उनकी असीम कृपा का स्मरण कराता है। “ॐ जय कश्यप नंदन, प्रभु जय आदित्य नंदन” के स्वरों में उनकी महिमा का…

वैभव लक्ष्मी आरती

महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए वैभव लक्ष्मी आरती का पाठ अत्यंत शुभ माना जाता है। यह आरती देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जो धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं। इस आरती का नियमित पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। आप आसानी…

मंगला गौरी आरती

मंगला गौरी आरती, माँ गौरी की भक्ति का एक अनुपम साधन है, जो विशेष रूप से सावन मास के मंगलवार को उनके भक्तों द्वारा गाई जाती है। यह आरती माँ पार्वती के उस स्वरूप को समर्पित है, जो सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य प्रदान करता है। मंगला गौरी आरती के माध्यम से भक्त अपनी श्रद्धा और…

काली माता की आरती

काली माता की आरती देवी काली की महिमा का गुणगान करती है, जो अंधकार और अधर्म का विनाश करने वाली शक्ति हैं। यह आरती भक्तों को भयमुक्त करती है और आत्मबल प्रदान करती है। काली माता की उपासना विशेष रूप से अमावस्या, नवमी और तंत्र साधना के दिनों में की जाती है। काली माता की…

शीतला माता की आरती

शीतला माता की पूजा का विशेष महत्व है, खासकर चैत्र माह में पड़ने वाली शीतला अष्टमी के दिन। यह दिन देवी शीतला को समर्पित है, जो चेचक और अन्य बीमारियों से रक्षा करती हैं। शीतला माता की आरती इस पवित्र पूजा का एक अभिन्न अंग है, जिसके बिना कोई भी अनुष्ठान अधूरा माना जाता है।…

श्री ललिता माता आरती

माँ ललिता त्रिपुरसुंदरी, दस महाविद्याओं में सर्वोच्च स्थान रखती हैं। उनकी आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है। श्री ललिता माता आरती उनके भक्तों के लिए एक शक्तिशाली माध्यम है अपनी श्रद्धा अर्पित करने का। यह आरती माँ की महिमा, उनके दिव्य स्वरूप और आशीर्वाद का गुणगान करती है। श्री…

श्री दंतेश्वरी माता आरती

श्री दंतेश्वरी माता आरती छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में अत्यंत श्रद्धा के साथ गाई जाने वाली आरती है, जो माँ दंतेश्वरी की महिमा और शक्ति का गुणगान करती है। माँ दंतेश्वरी देवी शक्ति की अवतार मानी जाती हैं और बस्तर दशहरा में इनकी विशेष पूजा होती है। भक्तजन इस आरती के माध्यम से माँ से…

श्री हलषष्ठी माता आरती

श्री हलषष्ठी माता आरती का पाठ विशेष रूप से हलषष्ठी व्रत के अवसर पर किया जाता है, जो पुत्र सुख, संतान की दीर्घायु और समृद्धि की प्राप्ति हेतु मनाया जाता है। यह आरती मातृशक्ति की कृपा प्राप्त करने का एक श्रेष्ठ माध्यम है। मान्यता है कि श्री हलषष्ठी माता की आराधना करने से महिलाएं स्वस्थ…

श्री सप्तश्रृंगा अंबा आरती

श्री सप्तश्रृंगा अंबा आरती माँ सप्तश्रृंगी देवी की महिमा का वर्णन करने वाली एक भक्तिपूर्ण आरती है, जो महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित सप्तश्रृंगी देवी मंदिर में विशेष रूप से गाई जाती है। भक्तगण इस आरती के माध्यम से माँ की कृपा प्राप्त करते हैं और अपने जीवन के संकटों से मुक्ति पाते हैं।…

तू सुखकर्ता – गणपतीची आरती

“तू सुखकर्ता – गणपतीची आरती” मराठी में भगवान गणेश की एक अत्यंत लोकप्रिय और भक्तिपूर्ण आरती है, जिसे विशेष रूप से गणेश चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी और गणेश पूजा के समय गाया जाता है। यह आरती भगवान गणपति को सुख और समृद्धि प्रदान करने वाले, दुखों का नाश करने वाले देवता के रूप में स्तुति करती…

शेंदुर लाल चढायो – गणपतीची आरती

“शेंदुर लाल चढायो” गणपती बाप्पांच्या सर्वाधिक प्रिय आरत्यांपैकी एक आहे. ही आरती गणेशाच्या तेजाचे आणि भक्तीचे अद्भुत वर्णन करते. नारदांच्या मुखातून निघालेली ही आरती गणपतीला शेंदूर अर्पण करण्याच्या परंपरेचे महत्त्व विशद करते, जो समृद्धी आणि शुभतेचे प्रतीक आहे. बाप्पांना शेंदूर अर्पण करून भक्त त्यांच्या जीवनात सुख, शांती आणि यश प्राप्त करतात अशी मान्यता आहे. ही…

शनिदेवाची आरती

शनिदेवाची आरती ही भक्तीभावाने परिपूर्ण असते. शनिवारी सकाळी किंवा संध्याकाळी शुद्ध मनाने शनिदेवाची आरती केली जाते. या आरतीमुळे शनीची कृपा प्राप्त होते आणि साडेसाती, अडथळे व दोष दूर होतात. भक्त शनिदेवाची आरती गात असताना त्यांच्या जीवनात सकारात्मक ऊर्जा येते. “ॐ जय जय शनिदेव…” या आरतीच्या ओळी शनीच्या भक्तांमध्ये भक्तिभाव जागवतात. जर तुम्हाला ही आरती हवी…

श्री शनिदेव आरती

अब आप श्री शनिदेव आरती PDF को सरलता से डाउनलोड कर सकते हैं और घर पर कभी भी पाठ कर सकते हैं। इस PDF में पूरी आरती, पूजन विधि और लाभ विस्तार से दिए गए हैं। शनिदेव की आरती का विशेष महत्व है। यह न केवल शनिदेव को प्रसन्न करती है, बल्कि भक्तों को मानसिक…

माता पार्वती आरती

हम आपके लिए माता पार्वती की आरती का पूर्ण पाठ लेकर आए हैं, जिसे आप आसानी से पढ़ सकते हैं और गा सकते हैं। साथ ही, आपकी सुविधा के लिए हमने इसका PDF संस्करण भी उपलब्ध कराया है, जिसे आप डाउनलोड करके कभी भी, कहीं भी उपयोग कर सकते हैं। माता पार्वती, जो भगवान शिव…

श्री बृहस्पति देव आरती

श्री बृहस्पति देव, जिन्हें देवगुरु भी कहा जाता है, नवग्रहों में सबसे शुभ और ज्ञानदायक ग्रह माने जाते हैं। इनकी पूजा से बुद्धि, विवाह, संतान सुख, सम्मान और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। गुरुवार के दिन श्री बृहस्पति देव की आरती करना विशेष फलदायी माना जाता है। श्री बृहस्पति देव आरती के माध्यम से भक्तजन…

आरती रामदासा – रामदासाची आरती

ही रामदासाची आरती PDF केवळ भक्तीचा अनुभव देत नाही, तर आपल्या मनाला स्थैर्य, प्रेरणा आणि आध्यात्मिक बळही प्रदान करते. आरतीच्या ओळींमध्ये संत रामदास स्वामींचे गुणगान, त्यांचे समाजासाठी केलेले कार्य आणि भगवंतावरची अटळ श्रद्धा यांचे वर्णन आहे. ही आरती म्हणताना मन भक्तिभावाने ओतप्रोत होते आणि आपल्या जीवनातील अडचणी दूर होण्यास मदत मिळते. रामदासाची आरती PDF डाउनलोड…

श्रीव्याडेश्वर आरती

श्रीव्याडेश्वर आरती ही व्याडेश्वर देवाला समर्पित एक पवित्र विधी आहे. भक्ती आणि श्रद्धेने गायली जाणारी ही आरती आपल्या जीवनात शांतता आणि समृद्धी आणते. भगवान व्याडेश्वर हे संकटे दूर करणारे आणि मनोकामना पूर्ण करणारे देवता मानले जातात. तुम्हीही “श्रीव्याडेश्वर आरती PDF” डाउनलोड करून ही पवित्र आरती आपल्या घरी म्हणू शकता. रोजच्या पूजेमध्ये या आरतीचा समावेश केल्यास…

श्री कुन्थुनाथ आरती

श्री कुन्थुनाथ भगवान जैन धर्म के 17वें तीर्थंकर हैं, जिनकी आराधना से आत्मशुद्धि, शांति और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। जैन श्रद्धालु कुन्थुनाथ भगवान की आरती विशेष रूप से रविवार और पर्व-दिवसों पर करते हैं। यदि आप श्री कुन्थुनाथ आरती PDF, सही विधि (vidhi) और इससे मिलने वाले लाभ (laabh) की जानकारी खोज रहे…

राणी ​​सतीजी की आरती

राणी सतीजी, जिन्हे दादी राणी सती के नाम से भी जाना जाता है, भारत में विशेषकर राजस्थान के झुंझुनू क्षेत्र में अत्यंत पूजनीय मानी जाती हैं। हर माह अमावस्या और विशेष अवसरों पर राणी सतीजी की आरती करके भक्तजन उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। यह आरती शक्ति, त्याग और समर्पण का प्रतीक मानी जाती है।…

शिव जी आरती

शिव जी की आरती, विशेषकर “ॐ जय शिव ओंकारा” भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और श्रद्धा का प्रतीक है। यह आरती भगवान शिव के दिव्य गुणों का बखान करती है और उनके आशीर्वाद की कामना करती है। शिव जी की आरती का पाठ करने से जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता आती है। भगवान शिव…

येई हो विठ्ठले – विठ्ठलाची आरती

|| येई हो विठ्ठले (Yei Ho Vitthale Marathi Aarti PDF) || येई हो विठ्ठले माझे माऊली ये । निढळावरी कर ठेवुनि वाट मी पाहे ॥ येई हो विठ्ठले… आलिया गेलिया हाती धाडी निरोप । पंढरपुरी आहे माझा मायबाप ॥ येई हो विठ्ठले… पिवळा पीतांबर कैसा गगनी झळकला । गरुडावरि बैसोनि माझा कैवारी आला ॥ येई…

लोलो लागला अंबेचा​ आरती

|| लोलो लागला अंबेचा​ आरती PDF Marathi || लोलो लागला अंबेचा, भेदाभेद कैचा आला कंटाळा विषयाचा, धंदा मुळ मायेचा ।। ध्रु.।। प्रपंच खोटा हा, मृगपाणी घोरे फिरतो प्राणी। कन्या-सुत-दारा-धन माझे मिथ्या वदतो वाणी। अंती नेतील हे यमदुत। न ये संगे कोणी। निर्गुण रेणुका कुळदेवी जपतो मी निर्वाणी।। लोलो।।१।। लोलो लागला अंबेचा, भेदाभेद कैचा आला कंटाळा…

आम्ही चुकलो जरी तरी काही​ आरती

|| आम्ही चुकलो जरी तरी काही​ आरती PDF || आम्ही चुकलो जरी तरी काही। तूं चुकू नको अंबाबाई ।।धृ । तुझे नांव आनंदी साजे| तुझा महिमा त्रिभुवनी गाजे| तुझे सगुणरूप विराजे| तुला वंदिती सन्मुनि, राजे। गुण गाती वेदशास्त्रेही ।।१ ।। आम्ही चुकलो जरी तरी काही। तूं चुकू नको अंबाबाई ।।धृ । आम्ही अनाथ, दीन भिकारी।…

श्री स्वामी समर्थ आरती

श्री स्वामी समर्थ महाराज हे कलियुगातील एक महान संत आणि दत्तावतारी पुरुष म्हणून ओळखले जातात. त्यांचे स्मरण, नामस्मरण आणि भजन हे त्यांच्या भक्तांना मानसिक शांती, धैर्य आणि सामर्थ्य प्रदान करते. स्वामी समर्थांच्या भक्तीचा एक महत्त्वाचा भाग म्हणजे त्यांची आरती. “श्री स्वामी समर्थ आरती” ही स्वामींच्या गौरवार्थ गायली जाणारी एक सुंदर आणि भक्तीपूर्ण रचना आहे. आरती…

आईचा जोगवा जोगवा मागेन आरती

|| आईचा जोगवा जोगवा मागेन आरती PDF ||​ आईचा जोगवा जोगवा मागेन आईचा जोगवा जोगवा मागेन अनादी निर्गुणी प्रगटली भवानी । मोह महिषासूर मर्दनालागूनी । विविध तपाची करावयाची झाडणी । भक्तालागी तू पावसी निर्वाणी ॥१॥ आईचा जोगवा जोगवा मागेन द्वैत सारूनी माळ मी घालीन । हाती बोधाचा झेंडा मी घेईन । भेदरहित वारीसी जाईन ॥२॥…

कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला

|| कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला ||​ कापराची ज्योत अंबे ओवाळु तुजला| भवानी ओवाळु तुजला ( देहंभावे अहंकार ) .. ( २ ) चरणी वाहीला || सप्तशतीच्या पाठे अंबे कृपा मज केली रेणुके कृपा मज केली ( भक्तावर द्या या ) -२ अंबा प्रसन्न झाली || १ || दया क्षमा शांती अंबे उजळल्या ज्योती। रेणुके…

अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो आरती

|| अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो आरती PDF ||​ अश्विन शुद्धपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो प्रतिपदेपासून घटस्थापना ती करुनी हो मूलमंत्र – जप करुनी भोवत रक्षक ठेवुनी हो ब्रह्म विष्णू रुद्र आईचे पूजन करिती हो || १ || द्वितीयेचे दिवशी मिळती चौषष्ठ योगिनी हो सकळामध्ये श्रेष्ठ परशुरामाची जननी हो कस्तुरी मळवट भांगी शेंदूर भरुनी…

मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती

|| मंगलागौरी नाम तुझे – मंगळागौरीची आरती PDF || मंगलागौरी नाम तुझे ॥ तुला नमन असो माझे ॥ भवदुःखाचे हे ओझे ॥ देवी उतरावे सहजे ॥ जय माये मंगलागौरी ॥ तुजला पुजू अंतरी ॥ नानाविधि उपचारी ॥ दीप ओंवाळू सुंदरी ॥ गजाननाची तूं माता ॥ शंकराची प्रिय कांता ॥ हिमाचलाची तू दुहिता ॥ मज तारिं…

Satguru Ki Aarti

|| Satguru Ki Aarti PDF || Aarti sang Satguru ke kijai, Antar jot hot lakh lijiye || Paanch tatva tan agni jaraai, Deepak chaas prakash karijiye || Gagan-thaal ravi-shashi phal-phoola, Mool kapoor kalash dhar dijiye || Achhat nabha taare muktaahal, Pohap-maal hiy haar guhijiye || Set paan mishtaan maithaai, Chandan dhup deep sab cheejiye ||…

सतगुरु की आरती

|| सतगुरु की आरती PDF || आरती संग सतगुरु के कीजै। अन्तर जोत होत लख लीजै ।। पाँच तत्व तन अग्नि जराई। दीपक चास प्रकाश करीजै ।। गगन-थाल रवि-शशि फल-फूला। मूल कपूर कलश धर दीजै ।। अच्छत नभ तारे मुक्ताहल। पोहप-माल हिय हार गुहीजै ।। सेत पान मिष्टान्न मिठाई। चन्दन धूप दीप सब चीजैं ।।…

Guru Gorakhnath Ji Ki Aarti

|| Guru Gorakhnath Aarti PDF || Jai Gorakh Deva Jai Gorakh Deva | Kar Kripa Mam Oopar Nitya Karo Seva || Sheesh Jata Ati Sundar Bhaal Chandr Sohe | Kaanan Kundal Jhalakata Nirakhat Man Mohe || Gal Seli Vich Naag Sushobhiy Tam Bhasmee Dhaari | Aadi Purush Yogishwar Santan Hitakari || Naath Niranjan aap Hi…

गुरु गोरखनाथ आरती

|| गुरु गोरखनाथ आरती PDF || जय गोरख देवा जय गोरख देवा। कर कृपा मम ऊपर नित्य करूँ सेवा॥ शीश जटा अति सुन्दर भालचन्द्र सोहे। कानन कुण्डल झलकत निरखत मन मोहे॥ गल सेली विच नाग सुशोभित तन भस्मी धारी। आदि पुरुष योगीश्वर सन्तन हितकारी॥ नाथ निरंजन आप ही घट-घट के वासी। करत कृपा निज जन…

श्री जगन्नाथ संध्या आरती

|| श्री जगन्नाथ संध्या आरती PDF || अनंत रूप अन्नांत नाम अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा अनंत रूप अन्नांत नाम, अनंत रूप अन्नांत नाम, आधी मूला नारायाणा आधी मूला नारायाणा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्वा रूपा विस्वा धारा विस्ववयापका नारायाणा विस्ववयापका नारायाणा विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा…

जगन्नाथ मंगल आरती

|| जगन्नाथ मंगल आरती PDF || आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, मंगलकारी नाथ आपादा हरि, कंचन को धुप दीप ज्योत जगमगी, अगर कपूर बाटी भव से धारी, आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी, आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, घर घरन बजता बाजे बंसुरी, झांझ या मृदंग बाजे, ताल…

ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ

|| ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ (Aarti Kunj Bihari Ki Tamil PDF) || ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ ஆரதீ குங்ஜபிஹாரீ கீ ச்ரீ கிரிதர க்ருஷ்ணமுராரீ கீ கலே மேங் பைஜங்தீ மாலா பஜாவை முரலீ மதுர பாலா ச்ரவண மேங் குண்டல ஜலகாலா நங்த கே ஆநங்த நங்தலாலா ககந ஸம அங்க காங்தி காலீ ராதிகா சமக ரஹீ ஆலீ லதந மேங் டாடே பநமாலீ ப்ரமர…

ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ

|| ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ (Aarti Kunj Bihari Ki Malayalam PDF) || ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ആരതീ കുംജബിഹാരീ കീ ശ്രീ ഗിരിധര കൃഷ്ണമുരാരീ കീ ഗലേ മേം ബൈജംതീ മാലാ ബജാവൈ മുരലീ മധുര ബാലാ ശ്രവണ മേം കുണ്ഡല ഝലകാലാ നംദ കേ ആനംദ നംദലാലാ ഗഗന സമ അംഗ കാംതി കാലീ രാധികാ ചമക രഹീ ആലീ ലതന മേം ഠാഢേ ബനമാലീ ഭ്രമര…

આરતી કુંજબિહારી કી

|| આરતી કુંજબિહારી કી (Aarti Kunj Bihari Ki Gujarati PDF) || આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી આરતી કુંજબિહારી કી શ્રી ગિરિધર કૃષ્ણમુરારી કી ગલે મેં બૈજંતી માલા બજાવૈ મુરલી મધુર બાલા શ્રવણ મેં કુણ્ડલ ઝલકાલા નંદ કે આનંદ નંદલાલા ગગન સમ અંગ કાંતિ કાલી રાધિકા ચમક રહી આલી લતન મેં ઠાઢ઼ે બનમાલી ભ્રમર…

ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ

|| ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ (Om Jai Jagdish Hare Aarti Punjabi PDF) || ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ਸ੍ਵਾਮੀ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ਭਕ੍ਤ ਜਨੋਂ ਕੇ ਸਂਕਟ, ਦਾਸ ਜਨੋਂ ਕੇ ਸਂਕਟ, ਕ੍ਸ਼ਣ ਮੇਂ ਦੂਰ ਕਰੇ, ਓਂ ਜਯ ਜਗਦੀਸ਼ ਹਰੇ ॥ ਜੋ ਧ੍ਯਾਵੇ ਫਲ ਪਾਵੇ, ਦੁਖ ਬਿਨਸੇ ਮਨ ਕਾ ਸ੍ਵਾਮੀ ਦੁਖ ਬਿਨਸੇ ਮਨ ਕਾ ਸੁਖ ਸਮ੍ਮਤਿ ਘਰ ਆਵੇ,…

ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ

|| ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ (Aarti Kunj Bihari Ki Telugu PDF) || ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ ఆరతీ కుంజబిహారీ కీ శ్రీ గిరిధర కృష్ణమురారీ కీ గలే మేం బైజంతీ మాలా బజావై మురలీ మధుర బాలా శ్రవణ మేం కుణ్డల ఝలకాలా నంద కే ఆనంద నందలాలా…

মা কালী আরতি

|| মা কালী আরতি (Maa Kali Aarti Bengali PDF) || অম্বে তু হ্যায় জগদম্বে কালী, জয় দুর্গে খপ্পর ওয়ালি। ভারতী তোমার জয়গান গেয়েছে, ওহে মা, আমরা সবাই তোমার আরতি করি || মা, তোমার ভক্তের ভিড় ভারি। মা, রাক্ষসের দলে ভেঙ্গে, সিংহে চড়ে || তুমি একশত সিংহের চেয়েও শক্তিশালী, দশটি হাত। হে মা, আসুন আমরা সবাই…

લક્ષ્મી માતાની આરતી

|| લક્ષ્મી માતાની આરતી (Laxmi Aarti Gujarati PDF) || ૐ જય લક્ષ્મી માતા, મૈયા જય લક્ષ્મી માતા તુમ કો નિશદિન સેવત મૈયાજી કો નિસ દિન સેવત હર વિષ્ણુ વિધાતા । ૐ જય લક્ષ્મી માતા ॥ ઉમા રમા બ્રહ્માણી, તુમ હી જગ માતા । ઓ મૈયા તુમ હી જગ માતા । સૂર્ય ચન્દ્ર માઁ ધ્યાવત નારદ…

ওং জয জগদীশ হরে

|| ওং জয জগদীশ হরে (Om Jai Jagdish Hare Aarti Bengali PDF) || ওং জয জগদীশ হরে স্বামী জয জগদীশ হরে ভক্ত জনোং কে সংকট, দাস জনোং কে সংকট, ক্ষণ মেং দূর করে, ওং জয জগদীশ হরে ॥ জো ধ্যাবে ফল পাবে, দুখ বিনসে মন কা স্বামী দুখ বিনসে মন কা সুখ সম্মতি ঘর আবে,…

আরতী কুংজবিহারী কী

|| আরতী কুংজবিহারী কী (Aarti Kunj Bihari Ki Bengali PDF) || আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী আরতী কুংজবিহারী কী শ্রী গিরিধর কৃষ্ণমুরারী কী গলে মেং বৈজংতী মালা বজাবৈ মুরলী মধুর বালা শ্রবণ মেং কুণ্ডল ঝলকালা নংদ কে আনংদ নংদলালা…

లక్ష్మీ ఆర్తి

|| లక్ష్మీ ఆర్తి (Laxmi Aarti Telugu PDF) || జై లక్ష్మీ మాతా, ( మాయ ) జై లక్ష్మీ మాతా | తుమ్కో నిస్తిన్ సేవత్ హర్-విష్ణు-విదదా || ఉమా రమా బాబ్రమణి నీవు లోకమాతవి నారదుడు సూర్యచంద్రులను తపస్సు చేసి ఋషి అయ్యాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… దుర్గా స్వరూపమైన నిరంజిని సుఖాన్ని, సంపదలను ప్రసాదించేది నిన్ను ధ్యానించేవాడు ఋత్ధి-సిద్ధి-తానాన్ని పొందుతాడు || ఓం జై లక్ష్మీ మాత… నీవు…

કાલી માતાની આરતી

|| કાલી માતાની આરતી (Maa Kali Aarti Gujarati PDF) || અંબે તુ છે જગદંબે કાલી, જય દુર્ગે ખાપ્પર વાલી. ભારતી તમારા ગુણગાન ગાય છે, હે માતા, ચાલો આપણે સૌ તમારી આરતી કરીએ || માતા, તમારા ભક્તો પર ભીડ ભારે છે. માતા, રાક્ષસની ટીમ પર તૂટી પડ, સિંહની સવારી || તમે દસ હાથોથી સો સિંહો કરતાં…

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