आश्विनशुद्धपक्षी अंबा – नवरातीची आरती

॥ आश्विनशुद्धपक्षी अंबा – नवरातीची आरती ॥ आश्विनशुद्धपक्षी अंबा बैसलि सिंहासनी हो । प्रतिपदेपासून घटस्थापना ती करुनी हो । मूलमंत्रजप करुनी भोवते रक्षक ठेउनी हो । ब्रह्माविष्णुरुद्र आईचे पूजन करिती हो ॥ १ ॥ उदो बोला उदो अंबाबाई माउलीचा हो । उदोकारे गर्जती काय महिमा वर्णं तिचा हो ॥ द्वितीयेचे दिवशी मिळती चौसष्ट योगिनी हो…

दुर्गे दुर्घट भारी – देवीची आरती

॥ दुर्गे दुर्घट भारी – देवीची आरती ॥ दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी । अनाथ नाथे अंबे करुणा विस्तारी ॥ वारी वारी जन्ममरणाते वारी । हारी पडलो आता संकट नीवारी ॥ जय देवी जय देवी महिषासुरमथिनी । सुरवरईश्वरवरदे तारक संजिवनी ॥ त्रिभुवनी भुवनी पाहता तुज ऐसी नाही । चारी श्रमले परंतु न बोलवे काही ॥…

Bhor Bhai Din Chadh Gaya Meri Ambe Aarti

|| Aarti || Bhor bhee din Chadh gaya meree ambe, Ho rahee jay jay Kaar mandir vich, Aaratee jay maan, He darabaara vaalee Aaratee jay maan, Hai pahaada vaalee Aaratee jay maan || Kaahe dee maiya Teree aaratee banaava, Kaahe dee paavaan vich baatee, Mandir vich aaratee jay maan, Too he choleyaan vaalee Aaratee jay…

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे आरती

|| आरती || भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच, आरती जय माँ, हे दरबारा वाली आरती जय माँ, है पहाड़ा वाली आरती जय माँ || काहे दी मैया तेरी आरती बनावा, काहे दी पावां विच बाती, मंदिर विच आरती जय माँ, तू हे चोलेयाँ वाली आरती जय…

देवी बगलामुखी सहस्रनामावली

।।देवी बगलामुखी सहस्रनामावली।। ॐ अंशुकवल्लभायै नमः। ॐ अंशुकायै नमः। ॐ अःफड्मन्त्रायै नमः। ॐ अकारादिक्षकारान्तायै नमः। ॐ अक्षाक्षरविभूषितायै नमः। ॐ अग्निनैरृतिवायव्येशान्यादिदिशे नमः। ॐ अग्निहोत्रफलप्रदायै नमः। ॐ अजपायै नमः। ॐ अजायै नमः। ॐ अजितायै नमः। ॐ अणिमायै नमः। ॐ अणिमासिद्धिदायिन्यै नमः। ॐ अणिमासिद्धिदायिन्यै नमः। ॐ अणुकर्यै नमः। ॐ अणुमद्भानुसंस्थितायै नमः। ॐ अदित्यै नमः। ॐ अधीरायै नमः। ॐ…

Apadunmulan Durga Stotram

|| Apadunmulan Durga Stotram || Lakshmishe Yoganidram Prabhajati Bhujagaadheeshatalpe Sadarpaa- Utpannau Daanavau Tacchravanamalamayaangau Madhum Kaitabham Cha । Drishtva Bheetasya Dhatur Stutibhirabhinutaam Aashu Tau Naashayanteem Durgaam Devim Prapadye Sharanamahamashe Shapadunmulanaaya ॥ Yuddhe Nirjitya Daityastribhuvanamakhilam Yastadeeya Dhishnye- Shvaasthaapya Swaan Vidheyaan Swayamagamadasau Shakrataam Vikramena । Tam Saamaatyaptamitram Mahishamabhinihatya Syamoordhaadhiroodhaam Durgaam Devim Prapadye Sharanamahamashe Shapadunmulanaaya ॥ Vishvotpattipranaasha Sthitivihritipare Devi…

Shri Durga Dwatrimsha Naam Mala Stotra

॥ Shri Durga Dwatrimsha Naam Mala Stotra ॥ Durga Durgartishamani Durgapadvinivarini। Durgamachchedini Durgasadhini Durganaśini ॥ Durgatoddharini Durganihantri Durgamapaha। Durgamajñanada Durgadaityalokadavanala॥ Durgama Durgamaloka Durgamatmasvarupini। Durgamargaprada Durgamavidya Durgamaśrita॥ Durgamajñanasamsthana Durgamadhyanabhasini। Durgamoha Durgamaga Durgamarthaṃsvarupini॥ Durgamasurasanhantri Durgamayudhadharini। Durgamaṅgi Durgamata Durgamya Durgameśvari॥ Durgabhima Durgabhama Durgabha Durgadarini। Namavalimimaṁ yastu Durgaya Mama Manavah॥ Patheṭ Sarvabhayanmukto Bhaviṣyati Na Sanshayah ॥ ॥ Iti Shri…

श्री भगवती स्तोत्र हिन्दी अर्थ सहित

।।महर्षि व्यास कृत श्री भगवती देवी स्तोत्र।। जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे ।। जय शुम्भनिशुम्भ कपालधरे, प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे ।। अर्थात्— हे वरदायिनी देवि ! हे भगवति ! तुम्हारी जय हो । हे पापों को नष्ट करने वाली और अनन्त फल देने वाली देवि ! तुन्हारी जय हो । हे शुम्भ-निशुम्भ…

आपदुन्मूलन दुर्गा स्तोत्रम्

॥आपदुन्मूलन दुर्गा स्तोत्रम्॥ लक्ष्मीशे योगनिद्रां प्रभजति भुजगाधीशतल्पे सदर्पा- वुत्पन्नौ दानवौ तच्छ्रवणमलमयाङ्गौ मधुं कैटभं च । दृष्ट्वा भीतस्य धातुः स्तुतिभिरभिनुतां आशु तौ नाशयन्तीं दुर्गां देवीं प्रपद्ये शरणमहमशेषापदुन्मूलनाय ॥ युद्धे निर्जित्य दैत्यस्त्रिभुवनमखिलं यस्तदीय धिष्ण्ये- ष्वास्थाप्य स्वान् विधेयान् स्वयमगमदसौ शक्रतां विक्रमेण । तं सामात्याप्तमित्रं महिषमभिनिहत्यास्यमूर्धाधिरूढां दुर्गां देवीं प्रपद्ये शरणमहमशेषापदुन्मूलनाय ॥ विश्वोत्पत्तिप्रणाशस्थितिविहृतिपरे देवि घोरामरारि- त्रासात् त्रातुं कुलं नः पुनरपि…

दुर्गा द्वात्रिंश नाम माला स्तोत्र लाभ सहित

॥श्री दुर्गा द्वात्रिंश नाम माला स्तोत्र के लाभ॥ श्री दुर्गा द्वात्रिंश नाम माला स्तोत्र का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है इस स्तोत्र का पाठ करने से सभी कष्ट दूर होते है यह स्तोत्र बड़ा ही चमत्कारी है इस स्तोत्र का पाठ करने से सभी दुखो का अंत होता है श्री दुर्गा…

श्री कृष्ण कृतं दुर्गा स्तोत्रम्

॥श्री कृष्ण कृतं दुर्गा स्तोत्रम्॥ श्रीकृष्ण उवाच त्वमेवसर्वजननी मूलप्रकृतिरीश्वरी। त्वमेवाद्या सृष्टिविधौ स्वेच्छया त्रिगुणात्मिका॥ कार्यार्थे सगुणा त्वं च वस्तुतो निर्गुणा स्वयम्। परब्रह्मस्वरूपा त्वं सत्या नित्या सनातनी॥ तेज:स्वरूपा परमा भक्त ानुग्रहविग्रहा। सर्वस्वरूपा सर्वेशा सर्वाधारा परात्परा॥ सर्वबीजस्वरूपा च सर्वपूज्या निराश्रया। सर्वज्ञा सर्वतोभद्रा सर्वमङ्गलमङ्गला॥ सर्वबुद्धिस्वरूपा च सर्वशक्ति स्वरूपिणी। सर्वज्ञानप्रदा देवी सर्वज्ञा सर्वभाविनी॥ त्वं स्वाहा देवदाने च पितृदाने स्वधा स्वयम्।…

सुनो सुनो एक कहानी सुनो

।।सुनो सुनो एक कहानी सुनो।। सुनो सुनो, सुनो सुनो सुनो सुनो एक कहानी सुनो सुनो सुनो एक कहानी सुनो न राजा की न, रानी की न आग हवा, न पानी की न कृष्णा की न ,राधा रानी की दूध छलकता है आँचल से हो दूध छलकता है आँचल से आँख से बरसे पानी माँ की…

तारा रानी की कथा

|| तारा रानी की कथा || माता के जागरण में माता तारा रानी देवी की कथा कहने सुनने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है बिना इस कथा के जागरण को संपूर्ण नहीं माना जाता है| कथा इस प्रकार है महाराजा दक्ष की दो पुत्रियां तारा देवी और रुक्मण भगवती दुर्गा देवी…

मेरी सुनकर करुण पुकार भवानी आएगी – भजन

॥मेरी सुनकर करुण पुकार भवानी आएगी – भजन॥ मेरी सुनकर करुण पुकार, भवानी आएगी, आएगी माँ आएगी, अपना मुझे बनाएगी, मुझे पूरा है विश्वास, भवानी आएगी, मेरी सुनकर करुंण पुकार, भवानी आएगी ॥ जितना भी बेहाल रहूं मैं, क्यों दूजे के हाल कहूँ मैं, बरसेगी प्रेम फुहार, भवानी आएगी, मेरी सुनकर करुंण पुकार, भवानी आएगी…

तरस रही है तेरे दरस को – भजन

॥तरस रही है तेरे दरस को – भजन॥ तरस रही है तेरे दरस को, कबसे मेरी नजरिया माँ, कबसे मेरी नजरिया, ओ शेरावाली ओ जोतावाली, अब तो ले ले खबरिया, तरस रही हैं तेरे दरस को, कबसे मेरी नजरिया ॥ तेरे दर जो आए सवाली, भर दी झोली जाए ना खाली, आओ माँ मेरे सर…

पर्वत से उतर कर माँ, मेरे घर आ जाना – भजन

॥पर्वत से उतर कर माँ, मेरे घर आ जाना – भजन॥ पर्वत से उतर कर माँ, मेरे घर आ जाना, मैं भी भगत तेरा, मेरा मान बढ़ा जाना ॥ मैया तेरे बेटे को, तेरा ही सहारा है, जब जब कष्ट पड़ा, मैंने तुम्हे ही पुकारा है, अब देर करो ना मेरी माँ, दौड़ी दौड़ी आ…

अपनी शरण में रखलो मां – भजन

॥अपनी शरण में रखलो मां – भजन॥ छोड़ के सारे जग को आये, तेरी शरण में माँ, अपनी शरण में रखलो माँ, अपनी शरण में रखलो मां, मेरी माँ मेरी माँ, भोली माँ मेरी माँ ॥ शेरोवाली मैया तेरे, भवन की शोभा न्यारी, बीच गुफा में बैठी मैया, लगती प्यारी प्यारी, गंगा की धरा बहती…

मेरे सर पर रखदो मैया – भजन

मेरे सर पर रखदो मैया ​मेरे सर पर रखदो मैया जी, अपने ये दोनों हाथ, देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ || इस जनम में सेवा देकर, बहुत बड़ा अहसान किया, तू ही साथी तू ही खिवईया, मैंने तुझे पहचान लिया | हम साथ रहे जन्मों तक, हम साथ रहे जन्मों तक, बस…

मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो – भजन

।।मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो – भजन।। माँ नाम लेना कोई शर्म नहीं है, इससे बड़ा तो कोई करम नहीं है, जिसमे माता की पूजा का जिक्र न हो, ऐसा तो दुनिया में कोई धर्म नहीं है ।।भजन।। मैया कृपा करदो, झोली मेरी भरदो । तेरी दया का हम, सदा गुणगान करेंगे । तेरा…

सावन की बरसे बदरिया – भजन

॥ सावन की बरसे बदरिया – भजन ॥ सावन की बरसे बदरिया सावन की बरसे बदरिया, माँ की भीगी चुनरीया, भीगी चुनरिया माँ की ॥ लाल चुनड माँ की चम चम चमकै, माथे कि बिंदिया भी दम दम दमकै, हाथो मे झलके कंगणिया, माँ की भिगी चुनरिया ॥ ॥ सावन की बरसे बदरिया…॥ छाई हरियाली,…

श्री सम्मेद शिखर चालीसा

।। चालीसा ।। शाश्वत तीर्थराज का, है यह शिखर विशाल। भक्ति भाव से मैं रचूँ, चालीसा नत भाल। जिन परमेष्ठी सिद्ध का, मन मैं करके ध्यान। करुँ शिखर सम्मेद का, श्रद्धा से गुण-गान। कथा शिखर जी की सदा, सुख संतोष प्रदाय। नित्य नियम इस पाठ से, कर्म बंध कट जाये। आये तेरे द्वार पर, लेकर…

श्री भवानी अष्टकम्

|| अष्टकम् || न ततो न माता न उर्ण दाता न पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता । न जाय न विद्या न वृत्तिमयव गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानी ॥ भवब्धावपरे महादुःखभिरु पपात प्रकामि प्रलोभि प्रमत्ततः । कुसंसारपाशप्रबद्धः सदाहं गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानी ॥ जानामि तन्त्रं न च स्तोत्रमंत्रम् । नमि जाना पूजां न च…

Shri Bhavani Ashtakam

|| Ashtakam || Na tato na mata na Bandhur na data Na putro na putri Na bhṛtyo na bharta Na jaya na vidya Na vṛttirmamaiva Gatih tvam gatih | Tvam tvameka bhavani || Bhavabdhavapare Mahaduhkhabhiru Papata prakai Pralobhi pramattah Kusamsarapasa Prabaddhah sadaham Gatih tvam gatih | Tvam tvameka bhavani || Na janami danam Na ca…

श्री भवानी अष्टकम

|| अष्टकम || न तातो न माता न बन्धुर्न दाता न पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता न जाया न विद्या न वृत्तिर्ममैव गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि ॥ भवाब्धावपारे महादुःखभीरु पपात प्रकामी प्रलोभी प्रमत्तः कुसंसारपाशप्रबद्धः सदाहं गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि ॥ न जानामि दानं न च ध्यानयोगं न जानामि तन्त्रं न च स्तोत्रमन्त्रम् न…

श्री चंडी चालीसा

।। दोहा ।। दुर्गे! दुर्गतिनाशिनी, वासिनी गिरिकैलास! मंदहास ! मृदुभाषिणी!, माॅं! काटौ यमपाश! ।। चौपाई ।। जयति! अंबिका! जयति! भवानी! शिवा ! सांभवी! भवा! मृडानी!! विन्ध्यनिवासिनि! हिमगिरि-गेहा! वपु विराट अति सूक्ष्म सुदेहा! तुंग शृंग अयि!गब्बरवासी! शिव-पत्नी! मख दक्ष विनाशी!! सती! जया! कोहला-नग-वासी! ! सकलशब्दमयि!आनंदराशी!! हिंगलाज!भगवति! जयदाई ! असुरनिकंदनि! अभयप्रदाई! जपाकुसुम-कर! जय कौमारी! पूजित सुर हरि…