कोई जाये जो वृन्दावन मेरा पैगाम ले जाना – भजन

कोई जाये जो वृन्दावन मेरा पैगाम ले जाना तर्ज – जगत के रंग कोई जाये जो वृन्दावन, मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना || ये कहना मुरली वाले से, मुझे तुम कब बुलाओगे, पड़े जो जाल माया के, उन्हे तुम कब छुडाओगे, मुझे इस घोर दल दल…

रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे – भजन

रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे तर्ज – ये गोटे दार लहंगा रंग मत डाले रे सांवरिया, म्हाने गुजर मारे रे, रंग मत डारे रे, रंग मत डाले रे सांवरिया, म्हाने गुजर मारे रे || सास बुरी छे म्हारी नणद हठीली, सास बुरी छे म्हारी नणद हठीली, बर्णयो बईमान बालम पीछे झगडे…

तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया – भजन

तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया, मैं तो नाचू बीच बाजार में, ऐसी हालत होगी मेरी, कान्हा तेरे प्यार में, ऐसी हालत होगी मेरी, कान्हा तेरे प्यार में || रंग बदलती इस दुनिया में, कोई किसी का यार नहीं, मतलब की है दुनिया सारी, बिन मतलब व्यव्हार नहीं, हार गया हूँ…

नगरी नगरी द्वारे द्वारे ढूँढूँ रे सांवरिया – भजन

नगरी नगरी द्वारे द्वारे ढूँढूँ रे सांवरिया तर्ज – नगरी नगरी द्वारे द्वारे नगरी नगरी द्वारे द्वारे, ढूँढूँ रे सांवरिया, कृष्णा कृष्णा रट के मैं तो, हो गई रे बावरिया, नगरी नगरी द्वारें द्वारे, ढूँढूँ रे सांवरिया || नगरी नगरी द्वारे द्वारे, ढूँढूँ रे सांवरिया, कृष्णा कृष्णा रट के मैं तो, हो गई रे बावरिया,…

श्याम चंदा है श्यामा चकोरी बड़ी सुन्दर है दोनों की जोड़ी – भजन

श्याम चंदा है श्यामा चकोरी बड़ी सुन्दर है दोनों की जोड़ी श्याम चंदा है श्यामा चकोरी बड़ी सुन्दर है दोनों की जोड़ी श्याम रसिया है श्यामा रसीली कृष्ण छलिया है राधा शर्मीली कृष्ण काला है राधा है गोरी बड़ी सुन्दर है दोनों की जोड़ी श्याम चंदा है श्यामा चकोरी बड़ी सुन्दर है दोनों की जोड़ी…

Shri Venu Gopala Ashtakam

|| Venu Gopala Ashtakam || Kalita kanaka chelam Khandita patkuchelam Galadhruta vanamalam Garvitaratikalam | Kalimalaharashilam Kantidhutendraneelam Vinamadavanasheelam Venu Gopalamide || Vraja yuvati vilolam Vandanandlolam Karadhruta gurushailam Kanjagarbhadipalam | Abhimata phaladanam Shreejitamartyasalam Vinamadavanasheelam Venu Gopalamide || Ghanatarakarunashri Kalpavallyaalavalam Kalashajaladhikanya Kodakashreekapolam | Plushitavinatalok Anantadushkarmatoolam Vinamadavanasheelam Yenu Gopalamide || Shubhadasugunajalam Surilokanukoolam Ditijatatikaralam Divyadaarayitelam | Mridumadhuravachah Shree dooritashreerasalam Vinamadavanasheelam…

Shri Bal Mukundashtakam

|| Bal Mukundashtakam || Karaaravindena Padaaravindam Mukhaaravinde Viniveshayantam Vatasya patrasya Pute shayaanam Balam Mukundam Manasa smaraami Samhritya lokaan Vatapatramadhye Shayaanam aadyant Aviheenaroopam Sarveshwaram Sarvahitaavataram Balam Mukundam Manasa smaraami Indeevarashyam Alakomalaangam Indraadidevaar Chitapaadapadmam Santaanakalpad Rumamaashritaanaam Balam Mukundam Manasa smaraami Lambaalam lambi Tahaarayashtim Shringaaraleela Amkitadantapanktim Bimbaadharam chaaru Vishaala netram Balam Mukundam Manasa smaraami Shikyedharaaya Adyapayodadheeni Bahirgataayaam Vrajanaayikaayaam…

Shri Shri Krishna Bhog Aarti

|| Krishna Bhog Aarti || Aao bhog lagaao pyaare Mohan Aao bhog lagaao pyaare Mohan… Duryodhan ko meva tyago, Saag Vidur ghar Khayo pyaare Mohan, Aao bhog lagaao pyaare Mohan… Bhilani ke bair Sudama ke tandul, Ruchi ruchi bhog Lagaao pyaare Mohan… Aao bhog lagaao pyaare Mohan… Vrindavan ki kunj gali mein, Aaon raas rachao…

वेणु गोपाल अष्टकम्

॥वेणु गोपाल अष्टकम्॥ कलितकनकचेलं खंडितापत्कुचेलं गलधृतवनमालं गर्वितारातिकालम् । कलिमलहरशीलं कांतिधूतेंद्रनीलं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ व्रजयुवतिविलोलं वंदनानंदलोलं करधृतगुरुशैलं कंजगर्भादिपालम् । अभिमतफलदानं श्रीजितामर्त्यसालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ घनतरकरुणाश्रीकल्पवल्ल्यालवालं कलशजलधिकन्यामोदकश्रीकपोलम् । प्लुषितविनतलोकानंतदुष्कर्मतूलं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ शुभदसुगुणजालं सूरिलोकानुकूलं दितिजततिकरालं दिव्यदारायितेलम् । मृदुमधुरवचःश्री दूरितश्रीरसालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ मृगमदतिलकश्रीमेदुरस्वीयफालं जगदुदयलयस्थित्यात्मकात्मीयखेलम् । सकलमुनिजनालीमानसांतर्मरालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ असुरहरणखेलनं नंदकोत्क्षेपलीलं विलसितशरकालं विश्वपूर्णांतरालम् । शुचिरुचिरयशश्श्रीधिक्कृत श्रीमृणालं विनमदवनशीलं…

श्री कृष्ण भोग आरती

।। श्री कृष्ण भोग आरती ।। आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… वृदावन की कुञ्ज गली मे, आओं रास…

ब्रजराज ब्रजबिहारी! इतनी विनय हमारी – भजन

||ब्रजराज ब्रजबिहारी! इतनी विनय हमारी || ब्रजराज ब्रजबिहारी, गोपाल बंसीवारे इतनी विनय हमारी, वृन्दा-विपिन बसा ले कितने दरों पे भटके, कितने ही दर बनाये अब तेरे हो रहें हैं, जायें न हम निकाले ब्रजराज ब्रजबिहारी, गोपाल बंसीवारे जोड़ी तेरी हमारी कैसी रची विधाता जो तुम हो तन के काले, हम भी हैं मन के काले…

छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल – भजन

|| छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल – भजन || छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो मदन गोपाल छोटो सो मेरो मदन गोपाल आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल बीच में मेरो मदन गोपाल बीच में मेरो मदन गोपाल छोटी…

Shri Krishna Nam Kavacham

॥ Kavacham ॥ ॥ Narada Uvacha ॥ Bhagavan Shrotumichchhami kim mantram Bhagavan Harah Krpaya-‘dat Parasuramaya Stotram cha Varma cha ॥ Ko va’sya mantrasyaradhyah kim phalam kavachasya cha Stavansya phalam kim va tadbhavanvaktum arhasi ॥ ॥ Narayana Uvacha ॥ Mantraradhyo hi Bhagavan Paripurnatamah Svayam Golokanathah Shri Krishnah Gopa-Gopesvarah Prabhuh ॥ Trailokyavijayam Nama Kavacham Paramadbhutam Stavarajam Mahapunyam…

श्री कृष्ण नाम कवचम्

॥ श्री कृष्ण नाम कवचम् ॥ ॥ नारद उवाच ॥ भगवञ्छ्रोतुमिच्छामि किं मन्त्रं भगवान्हरः । कृपया-ऽदात् परशुरामाय स्तोत्रं च वर्म च ॥ कोवाऽस्य मन्त्रस्याराध्यः किं फलं कवचस्य च । स्तवनस्य फलं किं वा तद्भवान्वक्तुमर्हसि ॥ ॥ नारायण उवाच ॥ मन्त्राराध्यो हि भगवान् परिपूर्णतमः स्वयम् । गोलोकनाथः श्रीकृष्णो गोप-गोपीश्वरः प्रभुः ॥ त्रैलोक्यविजयं नाम कवचं परमाद्भुतम् ।…

श्री कृष्णाष्टकम्

॥ श्री कृष्णाष्टकम् ॥ वसुदेव सुतं देवंकंस चाणूर मर्दनम्। देवकी परमानन्दंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ अतसी पुष्प सङ्काशम्हार नूपुर शोभितम्। रत्न कङ्कण केयूरंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ कुटिलालक संयुक्तंपूर्णचन्द्र निभाननम्। विलसत् कुण्डलधरंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ मन्दार गन्ध संयुक्तंचारुहासं चतुर्भुजम्। बर्हि पिञ्छाव चूडाङ्गंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ उत्फुल्ल पद्मपत्राक्षंनील जीमूत सन्निभम्। यादवानां शिरोरत्नंकृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ रुक्मिणी केलि संयुक्तंपीताम्बर सुशोभितम्। अवाप्त तुलसी गन्धंकृष्णं वन्दे…