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Saraswati Maa

देवी सरस्वती सहस्रनामावली

Saraswati Sahastra Namavali Hindi

Saraswati MaaSahastranaam (सहस्त्रनाम संग्रह)संस्कृत
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देवी सरस्वती सहस्रनामावली में मां सरस्वती के 1000 दिव्य नामों का वर्णन है। ये नाम उनकी बुद्धि, ज्ञान, संगीत, और सृजनात्मकता के स्वरूपों को प्रकट करते हैं। मां सरस्वती को विद्या, कला और वाणी की देवी माना जाता है। उनकी सहस्रनामावली का पाठ न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने जीवन में ज्ञान, सृजनात्मकता और शांति की प्राप्ति करना चाहता है।

यह सहस्रनामावली मां सरस्वती की अपार कृपा प्राप्त करने और उनके आशीर्वाद से जीवन को समृद्ध बनाने का मार्ग है।

देवी सरस्वती सहस्रनामावली पढ़ने के लाभ

  • सहस्रनामावली का पाठ करने से व्यक्ति के ज्ञान, समझ और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
  • यह सहस्रनामावली विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता और परीक्षा में अच्छे परिणाम दिलाने में सहायक है।
  • कला, संगीत, लेखन, और अन्य सृजनात्मक क्षेत्रों में मां सरस्वती की कृपा से उन्नति होती है।
  • पाठ करने से वाणी में मधुरता और प्रभावशीलता आती है, जो व्यक्तित्व को निखारती है।
  • मां सरस्वती के 1000 नामों का जाप करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
  • सहस्रनामावली का नियमित पाठ नकारात्मक विचारों और ऊर्जा को दूर करता है।
  • यह पाठ आत्मा को शुद्ध करता है और व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित करता है।
  • मां सरस्वती की कृपा से पाठ करने वाले को मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।

देवी सरस्वती सहस्रनामावली पढ़ने के नियम

  • स्नान करके स्वच्छ और हल्के रंग (विशेषकर सफेद) के वस्त्र धारण करें।
  • ब्रह्म मुहूर्त (सुबह) या वसंत पंचमी जैसे विशेष अवसरों पर पाठ करना अति उत्तम है।
  • सफेद या पीले वस्त्र का आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • पाठ शुरू करने से पहले मां सरस्वती के समक्ष अपनी मनोकामना व्यक्त करें।
  • पाठ के दौरान मां सरस्वती के रूप और उनके कमलासन पर विराजमान स्वरूप का ध्यान करें।
  • सहस्रनामावली का पाठ कम से कम 7, 11 या 21 दिनों तक नियमित करें।

देवी सरस्वती सहस्रनामावली की पूजा विधि

  • मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र, सफेद फूल, अक्षत, चंदन, कुमकुम, दीपक, धूप, और नैवेद्य (दूध, मिष्ठान) पूजा सामग्री एकत्रित करें।
  • दीप प्रज्वलित करें और “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
  • मां सरस्वती का ध्यान करें और उनके चरणों में पुष्प अर्पित करें।
  • शांत चित्त से सहस्रनामावली का पाठ करें।
  • प्रत्येक नाम को उच्चारित करते समय मां सरस्वती की कृपा का ध्यान करें।
  • मां को दूध और सफेद मिठाई अर्पित करें।
  • पाठ के बाद मां सरस्वती की आरती करें। प्रसाद वितरित करें।

॥ देवी सरस्वती सहस्रनामावली ॥

ॐ अंशुमत्यै नमः।
ॐ अंशुशतान्वितायै नमः।
ॐ अकलङ्कारूपिण्यै नमः।
ॐ अक्तायै नमः।
ॐ अक्षमालायै नमः।
ॐ अक्षय सारस्वतप्रदायै नमः।
ॐ अक्षरफलदायै नमः।
ॐ अक्षराकारायै नमः।
ॐ अक्षरायै नमः।
ॐ अखण्डायै नमः।
ॐ अखण्डायै नमः।
ॐ अघनेनायै नमः।
ॐ अघोरस्वरुपिण्यै नमः।
ॐ अघोरायै नमः।
ॐ अघोरायै नमः।
ॐ अजरसेवितपद युगायै नमः।
ॐ अजरामरसंसेव्यायै नमः।
ॐ अजसङ्काशायै नमः।
ॐ अजेयायै नमः।
ॐ अज्ञान नाशिन्यै नमः।
ॐ अज्ञान संहर्त्र्यै नमः।
ॐ अतुलार्थ प्रदायै नमः।
ॐ अत्युदारायै नमः।
ॐ अदृश्यायै नमः।
ॐ अदृष्टदायै नमः।
ॐ अदृष्टभाग्यफल प्रदायै नमः।
ॐ अदृष्टायै नमः।
ॐ अनन्त चन्द्रनिभाननायै नमः।
ॐ अनन्त महिमायै नमः।
ॐ अनन्तगम्भीर सम्मितायै नमः।
ॐ अनन्तप्रियायै नमः।
ॐ अनन्तविधि पूजितायै नमः।
ॐ अनन्तश्रिये नमः।
ॐ अनन्तसारायै नमः।
ॐ अनन्तसुखदायै नमः।
ॐ अनन्तायै नमः।
ॐ अनन्तायै नमः।
ॐ अनन्तायै नमः।
ॐ अनन्तेप्सितप्रदायै नमः।
ॐ अनवद्याङ्ग्यै नमः।
ॐ अनवद्यायै नमः।
ॐ अनवरायै नमः।
ॐ अनाथवत्सलायै नमः।
ॐ अनुग्रहपरायणायै नमः।
ॐ अनेक भूषणायै नमः।
ॐ अनेक लेख निषेवितायै नमः।
ॐ अनेक विघ्नसंहत्र्यै नमः।
ॐ अनेक सद्गुणसंयुतायै नमः।
ॐ अनेक हस्तायै नमः।
ॐ अनेकमाणिक्य भूषणायै नमः।
ॐ अनेकाभरणान्वितायै नमः।
ॐ अप्रतर्क्य गतिप्रदायै नमः।
ॐ अब्जकरायै नमः।
ॐ अब्जस्थायै नमः।
ॐ अभयान्वितायै नमः।
ॐ अभिरूपायै नमः।
ॐ अभीष्टदायै नमः।
ॐ अभीष्टायै नमः।
ॐ अमर नायकपूजितायै नमः।
ॐ अमरनायिकायै नमः।
ॐ अमरस्तुत्यायै नमः।
ॐ अमर्त्यसम्पूज्यायै नमः।
ॐ अमृतरुपायै नमः।
ॐ अमृतेश्वर्यै नमः।
ॐ अमेयायै नमः।
ॐ अम्बरमयायै नमः।
ॐ अम्बरमालायै नमः।
ॐ अम्बरस्थायै नमः।
ॐ अम्बिकायै नमः।
ॐ अम्बुजाक्ष्यै नमः।
ॐ अम्बुजातोद्भव महाप्रियायै नमः।
ॐ अम्बुजायै नमः।
ॐ अम्बुजायै नमः।
ॐ अम्बुजासन महाप्रियायै नमः।
ॐ अम्बुजेक्षणायै नमः।
ॐ अम्बुरूपायै नमः।
ॐ अरुन्धत्यै नमः।
ॐ अर्थैक्यायै नमः।
ॐ अलक्ष्मी नाशिन्यै नमः।
ॐ अविद्याजाल नाशिन्यै नमः।
ॐ अविद्यायै नमः।
ॐ अव्ययी नाथायै नमः।
ॐ अशेषदेवता रुपायै नमः।
ॐ अशेषपापघ्न्यै नमः।
ॐ अस्खलत्यै नमः।
ॐ अस्खलत्सिद्धिदायै नमः।
ॐ अस्खलद्रूपायै नमः।
ॐ अस्खलद्विद्या प्रदायिन्यै नमः।
ॐ अस्तोदय विवर्जितायै नमः।
ॐ अस्त्ररूपायै नमः।
ॐ अस्त्रवत्यै नमः।
ॐ अस्त्रेश्यै नमः।
ॐ आनन्दसुखदायै नमः।
ॐ आनन्दायै नमः।
ॐ आस्तिकस्वान्त निलयायै नमः।
ॐ ऋतुकर्म फलप्रदायै नमः।
ॐ कञ्जलोचनायै नमः।
ॐ कञ्जसंस्थितायै नमः।
ॐ कञ्जाक्ष्यै नमः।
ॐ कदम्बकुसुम प्रियायै नमः।
ॐ कदम्बकुसुमाभासायै नमः।
ॐ कदम्बोद्यान मध्यस्थायै नमः।
ॐ कन्दर्पजनन्यै नमः।
ॐ कपर्दस्थितचन्द्रिकायै नमः।
ॐ कमनीय जटान्वितायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ कमलावासायै नमः।
ॐ कमलिन्यै नमः।
ॐ कमलोत्पल गन्धिन्यै नमः।
ॐ कमलोत्पल मालिन्यै नमः।
ॐ कमाल्यै नमः।
ॐ करपद्मायै नमः।
ॐ कराभीष्टप्रदायै नमः।
ॐ करुणायै नमः।
ॐ करुणारूपायै नमः।
ॐ करुणार्द्रायै नमः।
ॐ करुणावत्यै नमः।
ॐ कर्त्र्यै नमः।
ॐ कर्त्र्यै नमः।
ॐ कर्त्र्यै नमः।
ॐ कर्मदायै नमः।
ॐ कर्मबन्धहर्यै नमः।
ॐ कर्मबन्धिन्यै नमः।
ॐ कलमघ्न्यै नमः।
ॐ कला नाथायै नमः।
ॐ कलानिधये नमः।
ॐ कलाप्रदायै नमः।
ॐ कलायै नमः।
ॐ कलावत्यै नमः।
ॐ कलेश्वर्यै नमः।
ॐ कल्पकारिण्यै नमः।
ॐ कल्पलतायै नमः।
ॐ कल्पवनस्थायै नमः।
ॐ कल्पोद्यानवत्यै नमः।
ॐ कल्मषघ्न्यै नमः।
ॐ कल्मषघ्न्यै नमः।
ॐ कल्याण कारिण्यै नमः।
ॐ कल्याण्यै नमः।
ॐ कवित्वदायै नमः।
ॐ कविमात्रे नमः।
ॐ काञ्चनाक्ष्यै नमः।
ॐ काञ्चनाभायै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कान्तिदायै नमः।
ॐ कान्तिरूपिण्यै नमः।
ॐ कान्त्यै नमः।
ॐ कामकलायै नमः।
ॐ कामदायै नमः।
ॐ कामदायै नमः।
ॐ कामधेन्वे नमः।
ॐ कामप्रदायिन्यै नमः।
ॐ कामबन्धिन्यै नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामरूपायै नमः।
ॐ कामिन्यै नमः।
ॐ कामेश वल्लभायै नमः।
ॐ कामेश्वर्यै नमः।
ॐ काम्यमात्रे नमः।
ॐ काम्यायै नमः।
ॐ कार्य कारणरूपिण्यै नमः।
ॐ कालकूट विनाशिन्यै नमः।
ॐ कालिकायै नमः।
ॐ काव्यायै नमः।
ॐ कीर्तिकर्यै नमः।
ॐ कीर्तिकर्यै नमः।
ॐ कीर्तिदायै नमः।
ॐ कीर्तिभूषणायै नमः।
ॐ कीर्त्यै नमः।
ॐ कुन्द मन्दार पुष्पाभायै नमः।
ॐ कुमुद्वत्यै नमः।
ॐ कुलमात्रे नमः।
ॐ कुलला नाथायै नमः।
ॐ कुलाचार प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ कुलावासायै नमः।
ॐ कूटस्थायै नमः।
ॐ कूर्मयानायै नमः।
ॐ कूर्म्यै नमः।
ॐ कृतघ्नघ्न्यै नमः।
ॐ कृतेश्वर्यै नमः।
ॐ कृपाकारायै नमः।
ॐ कृपावत्यै नमः।
ॐ कृपासिन्धवे नमः।
ॐ कृशायै नमः।
ॐ कृष्टायै नमः।
ॐ केवलामर सेवितायै नमः।
ॐ कोशदायै नमः।
ॐ कोशेश्वर्यै नमः।
ॐ कौशिक्यै नमः।
ॐ क्रतुकृत्प्रिय कारिण्यै नमः।
ॐ क्रतुफलप्रदायै नमः।
ॐ क्रतुश्रेष्ठायै नमः।
ॐ क्रतुसर्वक्रिया स्तुत्यायै नमः।
ॐ क्रियाकर्यै नमः।
ॐ क्रियायै नमः।
ॐ क्रियारूपायै नमः।
ॐ क्रियाशक्त्यै नमः।
ॐ क्लींकारिण्यै नमः।
ॐ क्लेशनाश कर्यै नमः।
ॐ गङ्गायै नमः।
ॐ गजयानायै नमः।
ॐ गणनीय गुणान्वितायै नमः।
ॐ गणसंस्तुत्यायै नमः।
ॐ गन्धर्वनगरप्रियायै नमः।
ॐ गम्यायै नमः।
ॐ गरुडासन संसेव्यायै नमः।
ॐ गवघ्न्यै नमः।
ॐ गवे नमः।
ॐ गानतुष्टायै नमः।
ॐ गायकप्रिय कारिण्यै नमः।
ॐ गायत्र्यै नमः।
ॐ गिरिज्ञायै नमः।
ॐ गिरिरूपायै नमः।
ॐ गिरिविद्यायै नमः।
ॐ गिरिशाराध्यायै नमः।
ॐ गिरिसुतायै नमः।
ॐ गिरीशप्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ गिरीश्वर्यै नमः।
ॐ गिरे नमः।
ॐ गीर्मात्रे नमः।
ॐ गुणमात्रे नमः।
ॐ गुणवत्यै नमः।
ॐ गुणशालिन्यै नमः।
ॐ गुणात्मिकायै नमः।
ॐ गुरु रूपायै नमः।
ॐ गुरु वत्सलायै नमः।
ॐ गुरुप्रियायै नमः।
ॐ गुर्वम्बिकायै नमः।
ॐ गुर्व्यै नमः।
ॐ गुहस्तुतायै नमः।
ॐ गुहान्तस्थायै नमः।
ॐ गुहायै नमः।
ॐ गुह्यायै नमः।
ॐ गूढरूपायै नमः।
ॐ गृहदोषघ्न्यै नमः।
ॐ गृहबाधाविनाशिन्यै नमः।
ॐ गृहात्मिकायै नमः।
ॐ गृहाराध्यायै नमः।
ॐ गृहिण्यै नमः।
ॐ गेयजायै नमः।
ॐ गोप्यायै नमः।
ॐ गोप्यायै नमः।
ॐ गोमत्यै नमः।
ॐ गोरूपायै नमः।
ॐ गौर्यै नमः।
ॐ ग्रहनाशिन्यै नमः।
ॐ जगज्ज्येष्ठायै नमः।
ॐ जगत् सृष्टिकर्यै नमः।
ॐ जगत्त्रय हितायै नमः।
ॐ जगत्त्रयवशङ्कर्यै नमः।
ॐ जगत्त्रयाम्बायै नमः।
ॐ जगत्त्राणकर्यै नमः।
ॐ जगत्प्रियायै नमः।
ॐ जगत्यै नमः।
ॐ जगत्स्थितायै नमः।
ॐ जगदानन्द जनन्यै नमः।
ॐ जगदीश्वर वल्लभायै नमः।
ॐ जगद्बीजायै नमः।
ॐ जगद्योनये नमः।
ॐ जगद्योनये नमः।
ॐ जगन्मात्रे नमः।
ॐ जगन्मायायै नमः।
ॐ जङ्गपूगघ्न्यै नमः।
ॐ जटाजूटन चन्द्रार्धायै नमः।
ॐ जटायै नमः।
ॐ जटावत्यै नमः।
ॐ जनन्यै नमः।
ॐ जनमङ्गल कारिण्यै नमः।
ॐ जनार्दन प्रियकर्यै नमः।
ॐ जनितज्ञान विग्रहायै नमः।
ॐ जनित्र्यै नमः।
ॐ जन्मकर्म विवर्जितायै नमः।
ॐ जन्मनाशिन्यै नमः।
ॐ जन्मनाशिन्यै नमः।
ॐ जन्मनिबर्हण्यै नमः।
ॐ जन्मभुवे नमः।
ॐ जन्मरहितायै नमः।
ॐ जन्मान्त्य रहितायै नमः।
ॐ जपकर्तृप्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ जपकृत्पापसंहर्त्र्यै नमः।
ॐ जपकृत्फल दायिन्यै नमः।
ॐ जपनकारिण्यै नमः।
ॐ जपवत्यै नमः।
ॐ जपाकुसुम धारिण्यै नमः।
ॐ जपात्मिकायै नमः।
ॐ जपापुष्पसमप्रख्यायै नमः।
ॐ जपाराध्यायै नमः।
ॐ जप्यायै नमः।
ॐ जप्यायै नमः।
ॐ जम्ब्यै नमः।
ॐ जम्भराद्यादि संस्तुत्यायै नमः।
ॐ जम्भारिफल दायिन्यै नमः।
ॐ जयदानकृतोद्यमायै नमः।
ॐ जयदायै नमः।
ॐ जयन्त्यै नमः।
ॐ जयन्त्यै नमः।
ॐ जयप्रदायै नमः।
ॐ जयलक्षण सम्पूर्णायै नमः।
ॐ जयात्मिकायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ जयावासायै नमः।
ॐ जयेश्वर्यै नमः।
ॐ जरामरणशून्यायै नमः।
ॐ जलजस्थायै नमः।
ॐ जलजाभायै नमः।
ॐ जलजासन वल्लभायै नमः।
ॐ जलजेक्षणायै नमः।
ॐ जलमय्यै नमः।
ॐ जाड्य विध्वंसनकर्यै नमः।
ॐ जाड्यध्वंसकर्त्र्यै नमः।
ॐ जातिरूपायै नमः।
ॐ जात्यै नमः।
ॐ जाह्नव्यै नमः।
ॐ जितक्रोधायै नमः।
ॐ जितामित्रायै नमः।
ॐ जितारातिसुर स्तुत्यायै नमः।
ॐ जितेन्द्रियायै नमः।
ॐ जीवजन्म्यै नमः।
ॐ जीवधारिण्यै नमः।
ॐ जीवनत्राणकारिण्यै नमः।
ॐ जीवनिलयायै नमः।
ॐ जीवन्यै नमः।
ॐ जीवाख्यायै नमः।
ॐ जीवातुलतिकायै नमः।
ॐ जैत्र्यै नमः।
ॐ जोषनीयायै नमः।
ॐ ज्ञान विद्यायै नमः।
ॐ ज्यायै नमः।
ॐ ज्येष्ठायै नमः।
ॐ ज्योतिर्वृत्यभि दायिन्यै नमः।
ॐ ज्वलनात्मिकायै नमः।
ॐ ज्वलनाभासायै नमः।
ॐ ज्वलन्त्यै नमः।
ॐ ज्वालायै नमः।
ॐ ज्वालित लोचनायै नमः।
ॐ ज्वालिन्यै नमः।
ॐ तत्तद् ब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ तत्त्व रूपिण्यै नमः।
ॐ तथ्यायै नमः।
ॐ तन्व्यै नमः।
ॐ तपताङ्गज भीतिनुदे नमः।
ॐ तपन्यै नमः।
ॐ तपस्सारायै नमः।
ॐ तमाल सदृश्यै नमः।
ॐ तरुणादित्य सन्निभायै नमः।
ॐ तरुणीतातायै नमः।
ॐ तरुण्यै नमः।
ॐ तर्क्यायै नमः।
ॐ तर्पण्यै नमः।
ॐ तापत्रितय हारिण्यै नमः।
ॐ तापससन्तुष्टायै नमः।
ॐ तापहर्यै नमः।
ॐ तापिन्यै नमः।
ॐ तापोपप्लव नाशिन्यै नमः।
ॐ ताम्रायै नमः।
ॐ ताराधिप समाननायै नमः।
ॐ तीक्ष्णस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ तीक्ष्णायै नमः।
ॐ तीर्थरूपायै नमः।
ॐ तुरीयपद दायिन्यै नमः।
ॐ तुर्यातीतफलप्रदायै नमः।
ॐ तुर्यायै नमः।
ॐ तुर्यायै नमः।
ॐ तुलादि रहितायै नमः।
ॐ तुलायै नमः।
ॐ तृतीयायै नमः।
ॐ तृप्तये नमः।
ॐ तृप्तायै नमः।
ॐ तृप्तायै नमः।
ॐ तृप्ति प्रदायै नमः।
ॐ तृप्तिकृते नमः।
ॐ तृष्णाच्छेदकर्यै नमः।
ॐ तेजस्कर्यै नमः।
ॐ तेजस्विन्यै नमः।
ॐ तेजोगर्भायै नमः।
ॐ तेजोरूपायै नमः।
ॐ त्रयीरूपायै नमः।
ॐ त्रयीवेद्यायै नमः।
ॐ त्रयीश्वर्यै नमः।
ॐ त्रय्यन्तवेदिन्यै नमः।
ॐ त्राणकर्त्र्यै नमः।
ॐ त्रात्रे नमः।
ॐ त्रिगुणान्वितायै नमः।
ॐ त्रिगुणायै नमः।
ॐ त्रिगुणेश्वर्यै नमः।
ॐ त्रिचक्र कर्त्र्यै नमः।
ॐ त्रिजनन्यै नमः।
ॐ त्रिदशस्तुतायै नमः।
ॐ त्रिदशान्वितायै नमः।
ॐ त्रिदशायै नमः।
ॐ त्रिदशेश्वर्यै नमः।
ॐ त्रिदिवेश्यै नमः।
ॐ त्रिधामतायै नमः।
ॐ त्रिपथगायै नमः।
ॐ त्रिपदायै नमः।
ॐ त्रिपदायै नमः।
ॐ त्रिपापघ्न्यै नमः।
ॐ त्रिपुरघ्न्यै नमः।
ॐ त्रिपुरश्रियै नमः।
ॐ त्रिपुराम्बिकायै नमः।
ॐ त्रिपुरायै नमः।
ॐ त्रिपुरारि प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ त्रिपुरेशान्यै नमः।
ॐ त्रिभगायै नमः।
ॐ त्रिमात्रे नमः।
ॐ त्रिमात्रे नमः।
ॐ त्रिमार्गायै नमः।
ॐ त्रिमुर्त्त्याद्यायै नमः।
ॐ त्रिलोचनायै नमः।
ॐ त्रिशक्त्यै नमः।
ॐ त्रिसुन्दर्यै नमः।
ॐ त्रैलोक्य व्यापिन्यै नमः।
ॐ त्रैलोक्य संस्तुत्यायै नमः।
ॐ त्रैलोक्य सुन्दर्यै नमः।
ॐ त्र्यम्बकायै नमः।
ॐ त्र्यम्बकायै नमः।
ॐ त्र्यम्बकेश्वर्यै नमः।
ॐ नदीश्वर्यै नमः।
ॐ बन्धक्षय कर्यै नमः।
ॐ बन्धनाशिन्यै नमः।
ॐ बन्धविमोचन्यै नमः।
ॐ बन्धुरूपायै नमः।
ॐ बन्धुरूपिण्यै नमः।
ॐ बन्ध्यै नमः।
ॐ बलदायै नमः।
ॐ बलवत्यै नमः।
ॐ बलिपूजाकर प्रियायै नमः।
ॐ बहुरूपायै नमः।
ॐ बाधापहारिण्यै नमः।
ॐ बालसूर्यसमप्रभायै नमः।
ॐ बालायै नमः।
ॐ बालेन्दु शेखरायै नमः।
ॐ बिन्दुनाद समन्वितायै नमः।
ॐ बिन्दुभूषायै नमः।
ॐ बिन्दुरूपायै नमः।
ॐ बिन्द्वालयायै नमः।
ॐ बीजमात्रे नमः।
ॐ बीजरूपायै नमः।
ॐ बुद्धये नमः।
ॐ बुद्धिदायै नमः।
ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
ॐ बुधप्रियायै नमः।
ॐ बुधेशान्यै नमः।
ॐ बुधेश्वर्यै नमः।
ॐ बृहत्यै नमः।
ॐ ब्रध्नमण्डल मध्यगायै नमः।
ॐ ब्रह्मकारिण्यै नमः।
ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः।
ॐ ब्रह्मजायै नमः।
ॐ ब्रह्मण्यायै नमः।
ॐ ब्रह्मदायिन्यै नमः।
ॐ ब्रह्मदायै नमः।
ॐ ब्रह्ममय्यै नमः।
ॐ ब्रह्ममात्रे नमः।
ॐ ब्रह्मरूपायै नमः।
ॐ ब्रह्मवल्लभायै नमः।
ॐ ब्रह्मविद्यायै नमः।
ॐ ब्रह्मविष्ण्वीश संस्थितायै नमः।
ॐ ब्रह्मवेद्यायै नमः।
ॐ ब्रह्मसंस्तुत्यायै नमः।
ॐ ब्रह्मस्तुत्यायै नमः।
ॐ ब्रह्मस्वरूपायै नमः।
ॐ ब्रह्माण्डाधिप वल्लभायै नमः।
ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
ॐ ब्रह्मेश विष्णुरूपायै नमः।
ॐ ब्रह्मेश्यै नमः।
ॐ ब्राह्म्यै नमः।
ॐ भक्तरक्षण तत्परायै नमः।
ॐ भक्तराज्यदायै नमः।
ॐ भक्तलक्ष्मी प्रदायिन्यै नमः।
ॐ भक्तसायुज्यदायै नमः।
ॐ भक्तसारस्वतप्रदायै नमः।
ॐ भक्तस्वर्गदायै नमः।
ॐ भक्ताघौघ विनाशिन्यै नमः।
ॐ भक्तार्तिशमन्यै नमः।
ॐ भक्ति प्रदायिन्यै नमः।
ॐ भक्तिकर्यै नमः।
ॐ भक्तिलभ्यायै नमः।
ॐ भक्त्यै नमः।
ॐ भगमालायै नमः।
ॐ भयहर्यै नमः।
ॐ भवघ्न्यै नमः।
ॐ भवनायिकायै नमः।
ॐ भवविद्यायै नमः।
ॐ भवसागरतारण्यै नमः।
ॐ भवस्तुत्यायै नमः।
ॐ भवात्मिकायै नमः।
ॐ भवान्यै नमः।
ॐ भवाराध्यायै नमः।
ॐ भविष्यायै नमः।
ॐ भव्यायै नमः।
ॐ भागीरथ्यै नमः।
ॐ भाग्यदायै नमः।
ॐ भाग्यवत्यै नमः।
ॐ भाग्यवद्दृष्टिगोचरायै नमः।
ॐ भाग्यसज्जन पूजितायै नमः।
ॐ भाग्यायै नमः।
ॐ भानुमत्यै नमः।
ॐ भारत्यै नमः।
ॐ भाललोचन पूजितायै नमः।
ॐ भाविन्यै नमः।
ॐ भाषायै नमः।
ॐ भाषावत्यै नमः।
ॐ भासितसर्वाङ्ग्यै नमः।
ॐ भास्वत्यै नमः।
ॐ भिक्षणीयायै नमः।
ॐ भिक्षादानकृतोद्यमायै नमः।
ॐ भिक्षुमात्रे नमः।
ॐ भिक्षुरूपायै नमः।
ॐ भीमरूपिण्यै नमः।
ॐ भीमाक्ष्यै नमः।
ॐ भीमायै नमः।
ॐ भीष्मायै नमः।
ॐ भुक्तिप्रदायै नमः।
ॐ भुक्त्यै नमः।
ॐ भुजङ्गभूषणायै नमः।
ॐ भुवनपूजितायै नमः।
ॐ भूतधात्र्यै नमः।
ॐ भूतायै नमः।
ॐ भूतिकारिण्यै नमः।
ॐ भूतिदायै नमः।
ॐ भूतिदायै नमः।
ॐ भूतिदायै नमः।
ॐ भूतिनायिकायै नमः।
ॐ भूतेश्यै नमः।
ॐ भूत्यै नमः।
ॐ भूत्यै नमः।
ॐ भूत्यै नमः।
ॐ भूमिसुनायिकायै नमः।
ॐ भूम्यै नमः।
ॐ भूरिदायै नमः।
ॐ भूषायै नमः।
ॐ भेक्यै नमः।
ॐ भैरवप्रियायै नमः।
ॐ भैरव्यै नमः।
ॐ भोगदानकृतोद्यमायै नमः।
ॐ भोगदायिन्यै नमः।
ॐ भोगमोक्ष फलप्रदायै नमः।
ॐ भोगरूपायै नमः।
ॐ भोगवत्यै नमः।
ॐ भोगश्रान्तायै नमः।
ॐ भोग्यदायै नमः।
ॐ भोग्यायै नमः।
ॐ भ्रातृरूपायै नमः।
ॐ भ्रान्तिघ्नायै नमः।
ॐ भ्रान्तिरूपायै नमः।
ॐ मखरूपायै नमः।
ॐ मखेश्वर्यै नमः।
ॐ मणिपूरैक निलयायै नमः।
ॐ मणिभूषणायै नमः।
ॐ मतिप्रदायै नमः।
ॐ मत्यै नमः।
ॐ मदावासायै नमः।
ॐ मदिराक्ष्यै नमः।
ॐ मधुरूपायै नमः।
ॐ मनश्शुद्धिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ मनश्शुद्ध्यै नमः।
ॐ मनोनमनवन्दितायै नमः।
ॐ मनोन्मन्यै नमः।
ॐ मनोरूपायै नमः।
ॐ मन्त्रगम्यायै नमः।
ॐ मन्त्रमात्रे नमः।
ॐ मन्त्रायै नमः।
ॐ मन्दारवासिन्यै नमः।
ॐ मर्त्यलोक निवासिन्यै नमः।
ॐ मलनाशिन्यै नमः।
ॐ महत्यै नमः।
ॐ महदाकारसंयुतायै नमः।
ॐ महर्ध्यै नमः।
ॐ महाकारुण्य सम्पूर्णायै नमः।
ॐ महाकाल्यै नमः।
ॐ महाक्रतु फलप्रदायै नमः।
ॐ महातीर्थफलप्रदायै नमः।
ॐ महादारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
ॐ महादेव संस्तुत्यायै नमः।
ॐ महादेवप्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ महादेव्यै नमः।
ॐ महादेहायै नमः।
ॐ महानन्दायै नमः।
ॐ महानसायै नमः।
ॐ महानित्यायै नमः।
ॐ महानिवासिन्यै नमः।
ॐ महापातक जालघ्न्यै नमः।
ॐ महापुण्यफल प्राप्यायै नमः।
ॐ महापुण्यायै नमः।
ॐ महापोषायै नमः।
ॐ महाप्रभाभायै नमः।
ॐ महाप्रियायै नमः।
ॐ महाभाग्य जनाश्रितायै नमः।
ॐ महाभूषायै नमः।
ॐ महामखायै नमः।
ॐ महामङ्गलसम्पूर्णायै नमः।
ॐ महामन्त्र फलप्रदायै नमः।
ॐ महामन्त्रमय्यै नमः।
ॐ महामहेश्वर्यै नमः।
ॐ महामात्रे नमः।
ॐ महामायायै नमः।
ॐ महामुक्त्यै नमः।
ॐ महामेधायै नमः।
ॐ महामेधायै नमः।
ॐ महामोक्ष फलप्रदायै नमः।
ॐ महामोदायै नमः।
ॐ महामोहायै नमः।
ॐ महायै नमः।
ॐ महाराज्ञ्यै नमः।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ महाविद्यायै नमः।
ॐ महावेगवत्यै नमः।
ॐ महाशान्तायै नमः।
ॐ महाशान्ति प्रदायिन्यै नमः।
ॐ महासम्पत् प्रदायिन्यै नमः।
ॐ महासरस्वत्यै नमः।
ॐ महासारस्वत प्रदायै नमः।
ॐ महासिद्धायै नमः।
ॐ महासिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ महासूक्ष्मायै नमः।
ॐ महास्थूलायै नमः।
ॐ महिमायै नमः।
ॐ महिलायै नमः।
ॐ महिषीगण पूजितायै नमः।
ॐ महेन्द्रपद दायिन्यै नमः।
ॐ महेन्द्र्यै नमः।
ॐ महेशान्यै नमः।
ॐ महेश्वर्यै नमः।
ॐ महेश्वर्यै नमः।
ॐ महोत्कटायै नमः।
ॐ महोपायायै नमः।
ॐ मह्यै नमः।
ॐ माणिक्यभूषणायै नमः।
ॐ मातॄणां मूर्ध्नि संस्थितायै नमः।
ॐ मात्रे नमः।
ॐ माधवप्रियायै नमः।
ॐ माधव्यै नमः।
ॐ मानिन्यै नमः।
ॐ मान्यायै नमः।
ॐ माया त्रिपुरनाशिन्यै नमः।
ॐ मायायै नमः।
ॐ मालाधर्यै नमः।
ॐ मुक्तभूषणायै नमः।
ॐ मुक्ता हार विभूषणायै नमः।
ॐ मुक्तायै नमः।
ॐ मुक्तिदायै नमः।
ॐ मुक्तिदायै नमः।
ॐ मुख्यचन्द्रार्धशेखरायै नमः।
ॐ मुख्यायै नमः।
ॐ मुदालयायै नमः।
ॐ मुदावासायै नमः।
ॐ मुनिस्तुतायै नमः।
ॐ मूर्त्यै नमः।
ॐ मृत्युघ्न्यै नमः।
ॐ मृत्युहार्यै नमः।
ॐ मृष्टान्नदायै नमः।
ॐ मेधाप्रदायिन्यै नमः।
ॐ मेधायै नमः।
ॐ मेध्यायै नमः।
ॐ मेनकायै नमः।
ॐ मेरुरूपिण्यै नमः।
ॐ मोक्षदायै नमः।
ॐ मोह हन्त्र्यै नमः।
ॐ यक्षपूज्यायै नमः।
ॐ यक्षराज सुपूजितायै नमः।
ॐ यक्षवन्द्यायै नमः।
ॐ यक्षवन्द्यायै नमः।
ॐ यक्षिण्यै नमः।
ॐ यक्षिवल्लभायै नमः।
ॐ यक्ष्यै नमः।
ॐ यक्ष्यै नमः।
ॐ यजनीयायै नमः।
ॐ यजनीयायै नमः।
ॐ यजुस्तुतायै नमः।
ॐ यज्ञकर्त्र्यै नमः।
ॐ यज्ञतुष्टायै नमः।
ॐ यज्ञतुष्टायै नमः।
ॐ यज्ञपूज्यायै नमः।
ॐ यज्ञप्रियायै नमः।
ॐ यज्ञफलदायै नमः।
ॐ यज्ञमय्यै नमः।
ॐ यज्ञरूपायै नमः।
ॐ यज्ञरूपायै नमः।
ॐ यज्ञसंस्तुत्यायै नमः।
ॐ यज्ञेन परिपूरितायै नमः।
ॐ यज्ञेश्यै नमः।
ॐ यज्यायै नमः।
ॐ यति संस्तुतायै नमः।
ॐ यति स्तुत्यायै नमः।
ॐ यतिविद्यायै नमः।
ॐ यत्तच्छब्द स्वरूपिण्यै नमः।
ॐ यत्तदीयायै नमः।
ॐ यथेश्वर्यै नमः।
ॐ यन्त्रकर्तृ प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ यन्त्रपूज्यायै नमः।
ॐ यन्त्रपूज्यायै नमः।
ॐ यन्त्रमध्यायै नमः।
ॐ यन्त्ररूपायै नमः।
ॐ यन्त्रस्थायै नमः।
ॐ यन्त्रायै नमः।
ॐ यन्त्राराध्यायै नमः।
ॐ यन्त्रारूढायै नमः।
ॐ यन्त्रिताघौघ संहारायै नमः।
ॐ यन्त्रितायै नमः।
ॐ यमबाधा विनाशिन्यै नमः।
ॐ यमलोक निवारिण्यै नमः।
ॐ यमस्तुतायै नमः।
ॐ यमस्तुत्यायै नमः।
ॐ यमाद्यष्टाङ्ग योगयुजे नमः।
ॐ यमाद्यष्टाङ्गयोग युतायै नमः।
ॐ यमाराध्यायै नमः।
ॐ यमिन्यै नमः।
ॐ यमिपूज्यायै नमः।
ॐ यमिसेव्यायै नमः।
ॐ यमीश्वर्यै नमः।
ॐ यमुना जल मध्यगायै नमः।
ॐ यमुनायै नमः।
ॐ यवीयस्यै नमः।
ॐ यशस्कर्यै नमः।
ॐ यशस्कर्यै नमः।
ॐ यशोदायै नमः।
ॐ यष्टिव्यष्टीश संस्तुत्यायै नमः।
ॐ यातनानान्निकृन्तन्यै नमः।
ॐ यातायात प्रशमन्यै नमः।
ॐ यामिनीय प्रभायै नमः।
ॐ याम्यायै नमः।
ॐ याम्यायै नमः।
ॐ यायजूकस्वरूपिण्यै नमः।
ॐ यावच्छब्द रूपायै नमः।
ॐ यावत्पदमय्यै नमः।
ॐ यावदक्षर मातृकायै नमः।
ॐ यावद्विद्या बृन्द सुवन्दितायै नमः।
ॐ यावद्विद्यामय्यै नमः।
ॐ युगकर्त्र्यै नमः।
ॐ युगधर्मविवर्जितायै नमः।
ॐ युगमर्यै नमः।
ॐ योगकर्तृ प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ योगक्षेममय्यै नमः।
ॐ योगज्ञानमय्यै नमः।
ॐ योगज्ञायै नमः।
ॐ योगदायै नमः।
ॐ योगनायक्यै नमः।
ॐ योगबद्धायै नमः।
ॐ योगमय्यै नमः।
ॐ योगमय्यै नमः।
ॐ योगमात्रे नमः।
ॐ योगयुक्तायै नमः।
ॐ योगयुक्तायै नमः।
ॐ योगयोगीश्वराम्बिकायै नमः।
ॐ योगयोनये नमः।
ॐ योगरूपायै नमः।
ॐ योगरूपायै नमः।
ॐ योगसिद्धायै नमः।
ॐ योगसिद्धि प्रदायै नमः।
ॐ योगारूढायै नमः।
ॐ योगावासायै नमः।
ॐ योगिकाम्य प्रदात्र्यै नमः।
ॐ योगिज्ञान प्रदायै नमः।
ॐ योगिध्यान परायणायै नमः।
ॐ योगिन्यै नमः।
ॐ योगिमात्रे नमः।
ॐ योगिमोक्ष प्रदायिन्यै नमः।
ॐ योगिवन्द्यायै नमः।
ॐ योगिवन्द्यायै नमः।
ॐ योगिवर्य प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ योगिहृत्पद्म निलयायै नमः।
ॐ योगीशफल दायिन्यै नमः।
ॐ योगीश्वर्यै नमः।
ॐ योग्यायै नमः।
ॐ योनये नमः।
ॐ वन्द्यायै नमः।
ॐ वरदायै नमः।
ॐ वरप्रदायै नमः।
ॐ वरायै नमः।
ॐ वरारोहायै नमः।
ॐ वरिष्ठायै नमः।
ॐ वरेण्यायै नमः।
ॐ वल्लभायै नमः।
ॐ वागीश वल्लभायै नमः।
ॐ वागीश्वर्यै नमः।
ॐ वाग्देव्यै नमः।
ॐ वाग्वादिन्यै नमः।
ॐ वाङ्मयै नमः।
ॐ वाचे नमः।
ॐ वाण्यै नमः।
ॐ वार्त्तायै नमः।
ॐ विक्रान्तायै नमः।
ॐ वित्तायै नमः।
ॐ विधिप्रियायै नमः।
ॐ विनायकायै नमः।
ॐ विप्रकृष्टायै नमः।
ॐ विप्रवर्यप्रपूजितायै नमः।
ॐ विभावर्यै नमः।
ॐ विरजायै नमः।
ॐ विशिष्टप्रिय कारिण्यै नमः।
ॐ विश्व मात्रे नमः।
ॐ विश्व सारायै नमः।
ॐ विश्वतो वदनायै नमः।
ॐ विश्वधात्र्यै नमः।
ॐ विश्वमित्रायै नमः।
ॐ विश्ववन्द्यायै नमः।
ॐ विश्वविभावर्यै नमः।
ॐ विश्वविभावर्यै नमः।
ॐ विश्वशक्त्यै नमः।
ॐ विश्वायै नमः।
ॐ विश्वायै नमः।
ॐ विश्वाराध्यायै नमः।
ॐ विश्वेश प्रिय कारिण्यै नमः।
ॐ विश्वेश्वर्यै नमः।
ॐ विषघ्न्यै नमः।
ॐ वृत्त्यै नमः।
ॐ वृद्धायै नमः।
ॐ वृद्धायै नमः।
ॐ वृद्धिकारिण्यै नमः।
ॐ वृद्धिदायै नमः।
ॐ वृद्ध्यै नमः।
ॐ वृष्टिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ वृष्ट्यै नमः।
ॐ वेदजनन्यै नमः।
ॐ वेदज्ञायै नमः।
ॐ वेदत्रयात्मिकायै नमः।
ॐ वेदनायिकायै नमः।
ॐ वेदमय्यै नमः।
ॐ वेदमूर्त्यै नमः।
ॐ वेदरूपायै नमः।
ॐ वेदवेदान्त सम्वेद्यायै नमः।
ॐ वेदान्त ज्ञानरूपिण्यै नमः।
ॐ वेदान्तवेदिन्यै नमः।
ॐ वेद्यायै नमः।
ॐ व्यापकात्मिकायै नमः।
ॐ व्यापिन्यै नमः।
ॐ व्याप्तायै नमः।
ॐ व्यालघ्न्यै नमः।
ॐ व्यालभूषाङ्ग्यै नमः।
ॐ शङ्करात्मिकायै नमः।
ॐ शतघ्न्यै नमः।
ॐ शतसाहस्ररूपिण्यै नमः।
ॐ शमनघ्न्यै नमः।
ॐ शमनिष्ठायै नमः।
ॐ शमात्मिकायै नमः।
ॐ शमान्वितायै नमः।
ॐ शमाराध्यायै नमः।
ॐ शम्भुप्रियायै नमः।
ॐ शरच्चन्द्र निभाननायै नमः।
ॐ शर्मकर्यै नमः।
ॐ शर्मिष्ठायै नमः।
ॐ शर्वर्यै नमः।
ॐ शर्वाण्यै नमः।
ॐ शाङ्कर्यै नमः।
ॐ शान्ताचार प्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ शान्तिकर्यै नमः।
ॐ शान्तिदायै नमः।
ॐ शान्त्यै नमः।
ॐ शारदायै नमः।
ॐ शार्यै नमः।
ॐ शाश्वत्यै नमः।
ॐ शितिकण्ठप्रपूजितायै नमः।
ॐ शिरीषपुष्पाभायै नमः।
ॐ शिवङ्कर्यै नमः।
ॐ शिवात्मिकायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ शिवाराध्यायै नमः।
ॐ शिवेतरघ्न्यै नमः।
ॐ शीतलायै नमः।
ॐ शीतायै नमः।
ॐ शीललभ्यायै नमः।
ॐ शीलवत्यै नमः।
ॐ शुचिवल्लभायै नमः।
ॐ शुचिष्मत्यै नमः।
ॐ शुद्धचित्तप्रपूजितायै नमः।
ॐ शुद्धविद्यायै नमः।
ॐ शुद्धायै नमः।
ॐ शुद्धिकर्यै नमः।
ॐ शुद्धिदायै नमः।
ॐ शुद्धिरूपिण्यै नमः।
ॐ शुद्ध्यै नमः।
ॐ शुभकारिण्यै नमः।
ॐ शुभदायिन्यै नमः।
ॐ शुभवाण्यै नमः।
ॐ शुभाक्ष्यै नमः।
ॐ शुभान्वितायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ शुभावत्यै नमः।
ॐ शुभावहायै नमः।
ॐ शूलिन्यै नमः।
ॐ शैव्यै नमः।
ॐ श्रद्धायै नमः।
ॐ श्रवणगोचरायै नमः।
ॐ श्रवणीयगुणान्वितायै नमः।
ॐ श्राव्यायै नमः।
ॐ श्रियै नमः।
ॐ श्रीकर्यै नमः।
ॐ श्रीमत्यै नमः।
ॐ श्रीमत्यै नमः।
ॐ श्रीमय्यै नमः।
ॐ श्रीमात्रे नमः।
ॐ श्रुतपापघ्न्यै नमः।
ॐ श्रुतानन्तायै नमः।
ॐ श्रुतिप्रियायै नमः।
ॐ श्रुतिरूपायै नमः।
ॐ श्रुत्यै नमः।
ॐ श्रेष्ठायै नमः।
ॐ षड्ग्रन्थिभेदिन्यै नमः।
ॐ संवित्स्वरूपिण्यै नमः।
ॐ संशयच्छेदिन्यै नमः।
ॐ सङ्ख्यायै नमः।
ॐ सत्यनायिकायै नमः।
ॐ सत्यभूतायै नमः।
ॐ सत्यायै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
ॐ सत्वगुणाश्रयायै नमः।
ॐ सद्रूपायै नमः।
ॐ सन्ध्यायै नमः।
ॐ समाश्रयायै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सरस्वत्यै नमः।
ॐ सरोजाक्ष्यै नमः।
ॐ सरोजासनवल्लभायै नमः।
ॐ सरोरुहाभायै नमः।
ॐ सरोरूपायै नमः।
ॐ सर्गस्थित्यन्त कारिण्यै नमः।
ॐ सर्वकामदायै नमः।
ॐ सर्वगुणान्वितायै नमः।
ॐ सर्वजगत्सम्मोहिन्यै नमः।
ॐ सर्वज्ञानदायै नमः।
ॐ सर्वज्ञानमय्यै नमः।
ॐ सर्वज्ञायै नमः।
ॐ सर्वज्ञायै नमः।
ॐ सर्वतीर्थपुण्य फलप्रदायै नमः।
ॐ सर्वदायै नमः।
ॐ सर्वदायै नमः।
ॐ सर्वदेवनिषेवितायै नमः।
ॐ सर्वदोष निषूदिन्यै नमः।
ॐ सर्वपुण्यमय्यै नमः।
ॐ सर्वपुण्यायै नमः।
ॐ सर्वप्रियङ्कर्यै नमः।
ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
ॐ सर्वमन्त्रकर्यै नमः।
ॐ सर्वमन्त्रमय्यै नमः।
ॐ सर्वमय्यै नमः।
ॐ सर्वमात्रे नमः।
ॐ सर्वमुक्तिदायै नमः।
ॐ सर्वराज्यदायै नमः।
ॐ सर्वलक्ष्म्यै नमः।
ॐ सर्वलोकवशङ्कर्यै नमः।
ॐ सर्वलोकैक पूजितायै नमः।
ॐ सर्ववन्दितायै नमः।
ॐ सर्वविघ्नहर्यै नमः।
ॐ सर्वविद्या प्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वव्याधिघ्न्यै नमः।
ॐ सर्वशक्त्यै नमः।
ॐ सर्वशुभदायै नमः।
ॐ सर्वसम्पत् प्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वसम्भीषण्यै नमः।
ॐ सर्वसिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वसिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
ॐ सर्वाङ्ग्यै नमः।
ॐ सर्वानन्दमय्यै नमः।
ॐ सर्वायै नमः।
ॐ सर्वाराध्यायै नमः।
ॐ सर्वार्तिघ्न्यै नमः।
ॐ सर्वाशुभघ्न्यै नमः।
ॐ सर्वेप्सितप्रदायै नमः।
ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।
ॐ सर्वैश्वर्य प्रदायै नमः।
ॐ सवितृप्रिय कारिण्यै नमः।
ॐ सहस्र गुणालङ्कृत विग्रहायै नमः।
ॐ सहस्रपदसंयुतायै नमः।
ॐ सहस्रशीर्षायै नमः।
ॐ सहस्रहस्तायै नमः।
ॐ सहस्राक्ष्यै नमः।
ॐ सहस्रास्यायै नमः।
ॐ साङ्ख्यवेद्यायै नमः।
ॐ साध्यायै नमः।
ॐ साररूपायै नमः।
ॐ सावित्र्यै नमः।
ॐ सितासितायै नमः।
ॐ सिद्धमातृकायै नमः।
ॐ सिद्धमात्रे नमः।
ॐ सिद्धरूपिण्यै नमः।
ॐ सिद्धविद्यायै नमः।
ॐ सिद्धाम्बायै नमः।
ॐ सिद्धायै नमः।
ॐ सिद्धिदायै नमः।
ॐ सिद्धिसम्पूज्यायै नमः।
ॐ सिद्धेश्यै नमः।
ॐ सुखदायै नमः।
ॐ सुखमय्यै नमः।
ॐ सुखायै नमः।
ॐ सुधामय्यै नमः।
ॐ सुन्दर्यै नमः।
ॐ सुप्रभायै नमः।
ॐ सुभगायै नमः।
ॐ सुरूपिण्यै नमः।
ॐ सुरेन्द्रादिप्रपूजितायै नमः।
ॐ सेवकप्रियकारिण्यै नमः।
ॐ सेव्यायै नमः।
ॐ सेव्यायै नमः।
ॐ स्तुतिमयायै नमः।
ॐ स्तुत्यायै नमः।
ॐ स्थूलसूक्ष्मापराम्बिकायै नमः।
ॐ स्वधायै नमः।
ॐ स्वरक्रमपदाकारायै नमः।
ॐ स्वामिन्यै नमः।
ॐ स्वाहायै नमः।

॥ इति श्रीसरस्वती सहस्रनामावली सम्पूर्णा ॥

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