த⁴னதேரஸ கீ பௌராணிக கதா²

The “Dhanteras Katha Tamil PDF” refers to a downloadable document containing the traditional stories associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Tamil language script. Dhanteras, marking the start of Diwali, celebrates wealth, health, and prosperity. The main katha or story relates to the Samudra Manthan (Churning of the Ocean), where Lord Dhanvantari…

ଧନତେରସ କୀ ପୌରାଣିକ କଥା

The “Dhanteras Katha Odia PDF” refers to a downloadable document that contains the traditional story (Katha) associated with the Hindu festival of Dhanteras, transcribed in the Odia language (spoken in the Indian state of Odisha). Dhanteras, also known as Dhantrayodashi, marks the first day of the five-day Diwali festival. The popular Katha often recounts the…

Karwa Chauth Vrat Katha and Pooja Vidhi

The “Karwa Chauth Vrat Katha and Pooja Vidhi PDF” is a comprehensive guide for the Hindu festival of Karwa Chauth. The Vrat Katha is the traditional story, most famously about a queen named Veeravati, that is recited during the day. It highlights the importance of keeping the fast sincerely for marital longevity and well-being. The…

மாஸிக கார்திகா³ஈ வ்ரத கதா²

The “Masik Karthigai Vrat Katha Tamil PDF” refers to a downloadable story associated with the monthly Karthigai fast, dedicated to Lord Murugan (Kartikeya). In Tamil Nadu and by Tamil devotees globally, Masik Karthigai is observed every month when the Karthigai star aligns with the moon. The Vrat Katha is the narrative or legend that explains…

మాసిక కార్తిగాఈ వ్రత కథా

The “Masik Karthigai Vrat Katha Telugu PDF” refers to a downloadable story associated with the monthly Karthigai fast, transcribed in the Telugu language script. ‘Masik Karthigai’ is an auspicious day dedicated to Lord Murugan (Kartikeya), observed monthly on the Karthigai star day. Devotees in Andhra Pradesh and Telangana, who speak Telugu, would seek this PDF….

മാസിക കാർതിഗാഈ വ്രത കഥാ

The “Masik Karthigai Vrat Katha Malayalam PDF” refers to a devotional narrative detailing the legend and significance of the monthly Karthigai fast. Masik means monthly, Karthigai is a star (Nakshatra) sacred to Lord Murugan (also known as Skanda or Kartikeya), and Vrat Katha is the story associated with a religious fast. This PDF, transcribed in…

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत, शक्ति और भक्ति का प्रतीक है, हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, विशेषकर उनकी असीम शक्ति और कल्याणकारी स्वरूप का स्मरण करते हैं। व्रत कथा के अनुसार, जब धरती पर महिषासुर जैसे राक्षसों का अत्याचार…

श्री कार्तिक मास कथा

कार्तिक मास हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस मास के महत्व और नियमों का वर्णन ‘श्री कार्तिक मास कथा’ में मिलता है, जिसे भक्तजन पुण्य लाभ के लिए पढ़ते हैं। इस कथा का हिंदी PDF रूप आसानी से उपलब्ध है। कथा में मुख्य रूप से भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और माता लक्ष्मी की…

कार्तिक अमावस्या व्रत कथा

कार्तिक अमावस्या, जिसे दीपावली के रूप में मनाया जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने का विशेष महत्व है। ‘कार्तिक अमावस्या व्रत PDF’ में अक्सर इस व्रत की संपूर्ण कथा, पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और इसके महात्म्य का विवरण होता है। यह PDF पाठकों को यह जानने…

राधाकुण्ड और अहोई अष्टमी से जुड़ी कथा

अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को किया जाता है। यह व्रत माताएँ अपनी संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन, विशेष रूप से जिन दंपत्तियों को संतान प्राप्ति नहीं हुई है, उनके लिए मथुरा के पास स्थित राधाकुण्ड में अर्धरात्रि को स्नान का विशेष…

रमा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

रमा एकादशी का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। यह एकादशी दीपावली से कुछ दिन पूर्व आती है और इसे माता लक्ष्मी (रमा) का प्रिय माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि यह व्रत करने से…

श्री अहोई अष्टमी व्रत कथा एवं पूजा विधि

अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। यह व्रत माताएँ तारों के दर्शन और उन्हें अर्घ्य देने के बाद खोलती हैं। व्रत के दिन सुबह स्नान के बाद निर्जला उपवास रखा जाता है। शाम को दीवार पर गेरू से…

धनतेरस की पौराणिक कथा

धनतेरस की पौराणिक कथाएँ मुख्य रूप से दो हैं। एक कथा के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इन्हें आयुर्वेद और चिकित्सा का देवता माना जाता है। इनके प्रकट होने के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाता है। दूसरी कथा…

दिवाली व्रत कथा और पूजा विधि

दिवाली व्रत कथा और पूजा विधि PDF उन भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शिका है जो दीपावली का त्योहार पारंपरिक रूप से मनाना चाहते हैं। इसमें मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा के दौरान पढ़ी जाने वाली पौराणिक कथा (जैसे साहूकार की बेटी और लक्ष्मी जी की कथा) का संपूर्ण वर्णन होता है। यह…

शरद पूर्णिमा व्रत कथा एवं पूजन विधि

शरद पूर्णिमा का व्रत आश्विन मास की पूर्णिमा को रखा जाता है, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। बहुत से लोग इस व्रत की कथा को PDF प्रारूप में ढूँढ़ते हैं ताकि आसानी से पढ़कर व्रत को विधि-विधान से…

கேதா³ர கௌ³ரீ வ்ரத கதா²

|| கேதா³ர கௌ³ரீ வ்ரத கதா² (Kedar Gauri Vrat Katha Tamil PDF) || பௌராணிக கதா² கே அனுஸார, ப்ராசீன கால மேம்ʼ ப்⁴ருʼங்கீ³ ருʼஷி ப⁴க³வான ஶிவ கே ஏக மஹான ஔர அனன்ய ப⁴க்த தே². ருʼஷி கா விஶ்வாஸ கேவல ப⁴க³வான ஶிவ மேம்ʼ தா² ஔர வஹ உனகீ ப⁴க்தி மேம்ʼ இதனே லீன ரஹதே தே² கி உன்ஹோம்ʼநே தே³வீ ஶக்தி (தே³வீ பார்வதீ) கீ உபேக்ஷா…

కేదార గౌరీ వ్రత కథా

|| కేదార గౌరీ వ్రత కథా (Kedar Gauri Vrat Katha Telugu PDF) || పౌరాణిక కథా కే అనుసార, ప్రాచీన కాల మేం భృంగీ ఋషి భగవాన శివ కే ఏక మహాన ఔర అనన్య భక్త థే. ఋషి కా విశ్వాస కేవల భగవాన శివ మేం థా ఔర వహ ఉనకీ భక్తి మేం ఇతనే లీన రహతే థే కి ఉన్హోంనే దేవీ శక్తి (దేవీ పార్వతీ) కీ ఉపేక్షా…

केदार गौरी व्रत कथा

|| केदार गौरी व्रत कथा (Kedar Gauri Vrat Katha Hindi PDF) || पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में भृंगी ऋषि भगवान शिव के एक महान और अनन्य भक्त थे। ऋषि का विश्वास केवल भगवान शिव में था और वह उनकी भक्ति में इतने लीन रहते थे कि उन्होंने देवी शक्ति (देवी पार्वती) की उपेक्षा…

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक पवित्र व्रत है, जो हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। ‘वक्रतुंड’ भगवान गणेश का एक रूप है, जिसका अर्थ है ‘घुमावदार सूंड वाले’। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोलते हैं।…

करवा चौथ व्रत कथा और पूजन विधि

करवा चौथ कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाने वाला हिंदू पर्व है। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु, स्वास्थ्य और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए रखा जाता है। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जल (बिना जल) व्रत रखती हैं। शाम…

ਕਰਵਾ ਚੌਥ ਵ੍ਰਤ ਕਥਾ ਪੂਜਾ ਵਿਧੀ

|| ਕਰਵਾ ਚੌਥ ਵ੍ਰਤ ਕਥਾ ਪੂਜਾ ਵਿਧੀ (Karva Chauth Vrat Katha Puja Vidhi Punjabi PDF) || ਇੱਕ ਬ੍ਰਾਹਮਣ ਦੇ ਸੱਤ ਪੁੱਤਰ ਅਤੇ ਇੱਕਲੌਤੀ ਧੀ ਸੀ ਜਿਸਦਾ ਨਾਮ ਵੀਰਾਵਤੀ ਸੀ। ਸੱਤ ਭਰਾਵਾਂ ਦੀ ਇਕਲੌਤੀ ਭੈਣ ਹੋਣ ਕਰਕੇ, ਵੀਰਾਵਤੀ ਸਾਰੇ ਭਰਾਵਾਂ ਦੀ ਪਿਆਰੀ ਸੀ ਅਤੇ ਸਾਰੇ ਭਰਾ ਉਸ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਜਾਨ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਸਨ. ਕੁਝ…

ಅಟಲಾ ತಡ್ಡೀ ವ್ರತ ಕಥಾ

|| ಅಟಲಾ ತಡ್ಡೀ ವ್ರತ ಕಥಾ (Atla Taddi Vrat Katha Kannada PDF) || ಏಕ ರಾಜ್ಯ ಮೇಂ ಏಕ ರಾಜಕುಮಾರೀ ಥೀ ಜೋ ಅಟಲಾ ತಡ್ಡೀ ನೋಮು ವ್ರತ ಕಾ ಪಾಲನ ಕರ ರಹೀ ಥೀ. ಇಸ ವ್ರತ ಮೇಂ, ಉಸೇ ಪೂರೇ ದಿನ ಉಪವಾಸ ರಖನಾ ಹೋತಾ ಥಾ ಔರ ಕೇವಲ ಚಾಁದ ದಿಖನೇ ಕೇ ಬಾದ ಹೀ ಭೋಜನ ಕರನಾ ಹೋತಾ ಥಾ. ಕುಛ ಘಂಟೋಂ ಕೇ ಉಪವಾಸ ಕೇ ಬಾದ,…

అటలా తడ్డీ వ్రత కథా

|| అటలా తడ్డీ వ్రత కథా (Atla Taddi Vrat Katha Telugu PDF) || ఏక రాజ్య మేం ఏక రాజకుమారీ థీ జో అటలా తడ్డీ నోము వ్రత కా పాలన కర రహీ థీ. ఇస వ్రత మేం, ఉసే పూరే దిన ఉపవాస రఖనా హోతా థా ఔర కేవల చాఀద దిఖనే కే బాద హీ భోజన కరనా హోతా థా. కుఛ ఘంటోం కే ఉపవాస కే బాద,…

पापांकुशा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

पापांकुशा एकादशी आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है, जिनके पद्मनाभ स्वरूप की पूजा की जाती है। इसका नाम ‘पापांकुशा’ इसलिए पड़ा क्योंकि यह पापरूपी हाथी को पुण्य रूपी अंकुश से नियंत्रित कर नष्ट करती है। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने…

विजयादशमी की कथा (दशहरा व्रत कथा)

विजयादशमी, जिसे दशहरा भी कहते हैं, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसकी मुख्य कथा भगवान राम से जुड़ी है। रावण ने माता सीता का हरण किया, तब भगवान राम ने वानर सेना के साथ लंका पर चढ़ाई की। नौ दिनों तक चले युद्ध के बाद, विजयादशमी के दिन राम ने रावण का…

विजयादशमीची कथा (दसरा व्रत कथा)

विजयादशमी हा हिंदू संस्कृतीतील विजयाचा प्रतीक मानला जातो. या दिवशी भगवान श्रीरामांनी रावणाचा वध करून धर्माचा विजय साधला, अशी रामायणातील कथा प्रसिद्ध आहे. तसेच, देवी दुर्गेने महिषासुराचा संहार करून दैवी शक्तीचा जय केला. या दिवशी शस्त्रपूजा, वाहनपूजा आणि सीमोल्लंघन करण्याची परंपरा आहे. महाराष्ट्रात सोनं देणे-घेणे यालाही विशेष महत्त्व आहे. या उत्सवातून सत्प्रवृत्तीचा असत्यावर विजय, न्यायाचा…

ವಿಜಯಾದಶಮೀ ಕೀ ಕಥಾ (ದಶಹರಾ ವ್ರತ ಕಥಾ)

|| ವಿಜಯಾದಶಮೀ ಕೀ ಕಥಾ (ದಶಹರಾ ವ್ರತ ಕಥಾ) – Vijayadashmi Dussehra Katha Kannada PDF || ಆಶ್ವಿನ ಮಾಸ ಕೀ ಶುಕ್ಲ ಪಕ್ಷ ಕೀ ದಶಮೀ ತಿಥಿ ಕೋ ‘ವಿಜಯಾದಶಮೀ’ ಕಹಾ ಜಾತಾ ಹೈ, ಔರ ಇಸಕೇ ನಾಮ ಕೇ ಪೀಛೇ ಕಈ ಪೌರಾಣಿಕ ಔರ ಜ್ಯೋತಿಷೀಯ ಕಾರಣ ಬತಾಏ ಗಏ ಹೈಂ. ಇಸ ದಿನ ಕೋ ‘ವಿಜಯಾದಶಮೀ’ ಕಹೇ ಜಾನೇ ಕಾ ಏಕ ಪ್ರಮುಖ ಕಾರಣ ದೇವೀ ಭಗವತೀ ಕೇ ‘ವಿಜಯಾ’ ನಾಮ…

విజయాదశమీ కీ కథా (దశహరా వ్రత కథా)

|| విజయాదశమీ కీ కథా (దశహరా వ్రత కథా) – Vijayadashmi Dussehra Katha Telugu PDF || ఆశ్విన మాస కీ శుక్ల పక్ష కీ దశమీ తిథి కో ‘విజయాదశమీ’ కహా జాతా హై, ఔర ఇసకే నామ కే పీఛే కఈ పౌరాణిక ఔర జ్యోతిషీయ కారణ బతాఏ గఏ హైం. ఇస దిన కో ‘విజయాదశమీ’ కహే జానే కా ఏక ప్రముఖ కారణ దేవీ భగవతీ కే ‘విజయా’ నామ…

விஜயாத³ஶமீ கீ கதா² (த³ஶஹரா வ்ரத கதா²)

|| விஜயாத³ஶமீ கீ கதா² (த³ஶஹரா வ்ரத கதா²) – Vijayadashmi Dussehra Katha Tamil PDF || ஆஶ்வின மாஸ கீ ஶுக்ல பக்ஷ கீ த³ஶமீ திதி² கோ ‘விஜயாத³ஶமீ’ கஹா ஜாதா ஹை, ஔர இஸகே நாம கே பீசே² கஈ பௌராணிக ஔர ஜ்யோதிஷீய காரண ப³தாஏ க³ஏ ஹைம்ʼ. இஸ தி³ன கோ ‘விஜயாத³ஶமீ’ கஹே ஜானே கா ஏக ப்ரமுக² காரண தே³வீ ப⁴க³வதீ கே ‘விஜயா’ நாம…

कालरात्रि माता व्रत कथा पूजा विधि

कालरात्रि माता नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं, जिन्हें अंधकार और नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। इनका रूप अत्यंत उग्र है, परंतु वे अपने भक्तों को निर्भय और निडर बनाती हैं। कालरात्रि माता की पूजा से जीवन में आने वाली बाधाएं, भय और शत्रु दूर होते हैं। शारदीय…

चंद्रघंटा माता व्रत कथा पूजा विधि

चंद्रघंटा माता नवदुर्गा का तीसरा स्वरूप हैं, जिनकी पूजा नवरात्र के तीसरे दिन की जाती है। माता के मस्तक पर अर्धचंद्र के आकार की स्वर्णिम घंटी विराजमान है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। इनका रूप अति दिव्य और तेजस्वी है, जो साधक को अद्भुत शक्ति और साहस प्रदान करता है। चंद्रघंटा माता की…

कूष्माण्डा माता व्रत कथा पूजा विधि

कूष्माण्डा माता नवदुर्गा का चौथा स्वरूप मानी जाती हैं। इन्हें ब्रह्माण्ड की सृष्टि करने वाली आदिशक्ति कहा जाता है। मान्यता है कि अपनी मंद मुस्कान से इन्होंने ब्रह्माण्ड की रचना की, इसलिए इन्हें कूष्माण्डा कहा गया। इनके आठ हाथ होने के कारण इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। भक्त नौ दिन के नवरात्र व्रत…

सिद्धिदात्री माता व्रत कथा पूजा विधि

सिद्धिदात्री माता नवदुर्गा का नवम और अंतिम स्वरूप हैं, जो भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करती हैं। माता के दाएं हाथ में चक्र और गदा, बाएं हाथ में शंख और कमल सुशोभित होते हैं। वे कमल पुष्प पर विराजमान रहती हैं और चार भुजाओं से सभी साधकों को आशीर्वाद देती हैं। सिद्धिदात्री माता…

स्कंदमाता व्रत कथा और पूजा विधि

स्कंदमाता, नवदुर्गा का पाँचवां स्वरूप हैं जिन्हें भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता कहा जाता है। कथा के अनुसार, देवासुर संग्राम में जब असुर अत्यधिक बलवान हो गए, तब सभी देवताओं ने माँ पार्वती से प्रार्थना की। माता ने स्कंद कुमार को जन्म दिया जो देवताओं के सेनापति बने और असुरों का वध कर धर्म की…

ब्रह्मचारिणी माता व्रत कथा पूजा विधि

ब्रह्मचारिणी माता नवदुर्गा का दूसरा स्वरूप हैं, जो तप, संयम और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। कथा के अनुसार जब महादेव को पति रूप में प्राप्त करने की इच्छा पार्वती जी ने की, तब उन्होंने ब्रह्माचारिणी का रूप धारण कर कठोर तप किया। उन्होंने वर्षों तक केवल फल-फूल और अंत में केवल हवा…

महागौरी माता व्रत कथा पूजा विधि

महागौरी माता नवदुर्गा का आठवां स्वरूप हैं, जिनकी उपासना से भक्त के जीवन से अज्ञान और पाप नष्ट हो जाते हैं। कथा के अनुसार, भगवान शिव को पाने के लिए पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। वर्षों तक तप कर उनका शरीर काला पड़ गया, लेकिन शिव कृपा से गंगा जल से स्नान करने पर…

शैलपुत्री माता व्रत कथा और पूजा विधि

शैलपुत्री माता नवदुर्गा का प्रथम स्वरूप हैं, जिन्हें पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण “शैलपुत्री” कहा जाता है। नवरात्रि के प्रथम दिन इनकी पूजा का विशेष महत्व है। माता शैलपुत्री का वाहन वृषभ है और उनके दाहिने हाथ में त्रिशूल तथा बाएं हाथ में कमल रहता है। यह देवी शक्ति, भक्ति और दृढ़ संकल्प…

नवरात्र व्रताची दुर्गा कथा

श्री दुर्गा नवरात्री व्रत कथा ही देवी भगवतीच्या महिमा आणि सामर्थ्याची गाथा आहे. या कथेनुसार, महिषासुरासारख्या शक्तिशाली राक्षसाने जेव्हा तिन्ही लोकांमध्ये हाहाकार माजवला, तेव्हा त्याला हरवण्यासाठी देवतांनी एकत्रितपणे शक्तीची निर्मिती केली. हेच दुर्गा देवीचे रूप. देवीने नऊ दिवस महिषासुराशी भीषण युद्ध केले आणि दहाव्या दिवशी त्याचा वध केला, ज्यामुळे वाईटावर चांगल्याचा विजय झाला. हेच उपवास,…

श्री दुर्गा नवरात्रि व्रत कथा

श्री दुर्गा नवरात्रि व्रत का महत्व सनातन धर्म में अत्यधिक है। इस व्रत में भक्त माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना करते हैं। कथा के अनुसार, महिषासुर नामक राक्षस ने देवताओं को पराजित कर त्रिलोक में आतंक मचा दिया। तब देवी-देवताओं की संयुक्त शक्तियों से माँ दुर्गा का प्राकट्य हुआ। माँ ने नौ दिनों…

कात्यायनी माता व्रत कथा पूजा विधि

कात्यायनी माता नवदुर्गा का छठा स्वरूप मानी जाती हैं और विवाह, सौभाग्य एवं संतान सुख की प्राप्ति हेतु विशेष रूप से पूजी जाती हैं। कात्यायनी माता व्रत की पूजा विधि में प्रातः स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें और माता की मूर्ति या चित्र को गंगाजल से शुद्ध कर पुष्प, रोली, अक्षत व धूप-दीप अर्पित…

अटला तड्डी व्रत कथा

अटला तड्डी व्रत, जिसे अहोई अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक हिंदू व्रत है जो मुख्य रूप से उत्तरी भारत में मनाया जाता है। यह व्रत हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को पड़ता है। इस दिन माताएं अपनी संतानों की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और सुरक्षा…

इंदिरा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

इंदिरा एकादशी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस व्रत को करने से पितरों को मोक्ष मिलता है और उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत…

भगवान श्री विश्वकर्मा की कथा

प्राचीन काल में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा ने अपनी अद्भुत कला और वास्तुकला से देवताओं के लिए अनेक भवनों, महलों और अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया। उनकी सबसे प्रसिद्ध रचनाओं में से एक है स्वर्ग लोक। उन्होंने लंका के सोने के किले का भी निर्माण किया, जिसे बाद में रावण ने छीन लिया था। इसके अलावा,…

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ और श्रवण…

जीवित्पुत्रिका व्रत कथा एवं पूजा विधि

जीवित्पुत्रिका व्रत, जिसे जितिया व्रत भी कहते हैं, संतान की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए माताओं द्वारा रखा जाने वाला एक प्रमुख हिंदू पर्व है। यह व्रत अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस व्रत में माताएं 24 घंटे से अधिक समय तक निर्जला (बिना पानी और…

महालक्ष्मी व्रत कथा और पूजा विधि

भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी से महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत होती है और यह व्रत पूरे सोलह दिनों तक चलता है। इस व्रत में माता लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें अष्टलक्ष्मी कहा जाता है। यह कथा माता लक्ष्मी के एक भक्त की कहानी पर आधारित है, जिसे दरिद्रता…

मासिक कार्तिगाई व्रत कथा

हर महीने पड़ने वाली मासिक कार्तिगाई व्रत कथा का पाठ और श्रवण भक्तों को विशेष पुण्य प्रदान करता है। यह व्रत भगवान शिव और முருக/कार्तिकेय को समर्पित है, जो शांति, समृद्धि और विजय के प्रतीक हैं। इस व्रत को करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भक्त…

ಪಿತೃ ತರ್ಪಣ ವಿಧಾನ

|| ಪಿತೃ ತರ್ಪಣಮ್ (Pitru Tarpan Vidhi Kannada PDF) || ಶುಚಿಃ – ಅಪವಿತ್ರಃ ಪವಿತ್ರೋವಾ ಸರ್ವಾವಸ್ಥಾಂ ಗತೋಽಪಿ ವಾ । ಯಃ ಸ್ಮರೇತ್ ಪುಣ್ಡರೀಕಾಕ್ಷಂ ಸ ಬಾಹ್ಯಾಭ್ಯನ್ತರಃ ಶುಚಿಃ ॥ ಪುಣ್ಡರೀಕಾಕ್ಷ ಪುಣ್ಡರೀಕಾಕ್ಷ ಪುಣ್ಡರೀಕಾಕ್ಷ ॥ ಪ್ರಾರ್ಥನಾ – ಶುಕ್ಲಾಮ್ಬರಧರಂ ವಿಷ್ಣುಂ ಶಶಿವರ್ಣಂ ಚತುರ್ಭುಜಮ್ । ಪ್ರಸನ್ನವದನಂ ಧ್ಯಾಯೇತ್ ಸರ್ವ ವಿಘ್ನೋಪಶಾನ್ತಯೇ ॥ ವಕ್ರತುಣ್ಡ ಮಹಾಕಾಯ ಕೋಟಿಸೂರ್ಯಸಮಪ್ರಭ । ನಿರ್ವಿಘ್ನಂ ಕುರು ಮೇ ದೇವ ಸರ್ವಕಾರ್ಯೇಷು ಸರ್ವದಾ ॥ ಓಂ ಶ್ರೀ ಮಹಾಗಣಾಧಿಪತಯೇ ನಮಃ…

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