हनुमान जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जो भक्ति, शक्ति और समर्पण के प्रतीक माने जाते हैं। वे राम भक्त के रूप में पूजनीय हैं और संकटमोचक के रूप में प्रसिद्ध हैं। हनुमान जी की पूजा-अर्चना में भोग का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी को प्रिय भोग चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार के भोग चढ़ाए जाते हैं। इन सभी भोगों का अपना-अपना धार्मिक महत्व है। आइए जानते हैं कि हनुमान जी को कौन-कौन से भोग चढ़ाने चाहिए और इनका क्या महत्व है।
हनुमान जी को प्रिय भोग
- लड्डू – हनुमान जी को लड्डू बहुत प्रिय हैं। खासकर बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू और बूंदी के लड्डू उन्हें बहुत भाते हैं। लड्डू चढ़ाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
- फल – हनुमान जी को फल भी बहुत प्रिय हैं। खासकर केला, सेब, अमरूद और अनार उन्हें बहुत भाते हैं। फल चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों को निरोगी रखते हैं और उनकी आयु बढ़ाते हैं।
- पंचमेवा – पंचमेवा पांच प्रकार के सूखे मेवों का मिश्रण होता है। इसमें काजू, बादाम, किशमिश, छुआरा और नारियल शामिल होते हैं। पंचमेवा चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों को धन-धान्य से परिपूर्ण करते हैं।
- गुड़-चना – गुड़ और चना हनुमान जी का प्रिय भोग है। यह भोग उन्हें शक्ति और ऊर्जा प्रदान करता है। गुड़-चना चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों के सभी संकट दूर करते हैं।
- पान – पान का बीड़ा हनुमान जी को बहुत प्रिय है। पान का बीड़ा चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों के सभी कार्य सिद्ध करते हैं।
- तुलसी – तुलसी हनुमान जी को बहुत प्रिय है। तुलसी चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों को पापों से मुक्त करते हैं।
- लाल फूल – लाल फूल हनुमान जी को बहुत प्रिय हैं। लाल फूल चढ़ाने से हनुमान जी भक्तों को सौभाग्य प्रदान करते हैं।
भोग चढ़ाने के धार्मिक नियम और महत्व
हनुमान जी को भोग चढ़ाने का धार्मिक महत्व यह है कि इससे भक्तों और भगवान के बीच संबंध मजबूत होता है। जब हम हनुमान जी को भोग चढ़ाते हैं, तो हम उनके प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति प्रकट करते हैं। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
- शुद्धता का पालन करें – हनुमान जी को भोग चढ़ाते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। भोग बनाने और अर्पित करने से पहले स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- समर्पण और भक्ति का भाव – भोग चढ़ाते समय हनुमान जी के प्रति पूर्ण समर्पण और भक्ति का भाव रखें। ऐसा माना जाता है कि केवल भोग नहीं, बल्कि भक्त की निष्ठा और श्रद्धा हनुमान जी को प्रसन्न करती है।
- भोग के साथ प्रार्थना करें – भोग अर्पित करते समय हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। इससे भोग का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
- भोग को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें – हनुमान जी को अर्पित किया गया भोग प्रसाद बन जाता है। इसे परिवार और मित्रों के साथ साझा करें।
FAQs: आपके प्रश्नों का समाधान
प्रश्न 1: हनुमान जी को कौन-कौन सा भोग चढ़ाना शुभ है?
उत्तर: हनुमान जी को गुड़ और चना, बेसन के लड्डू, केला, पान का पत्ता, तुलसी के पत्ते और खीर अर्पित करना शुभ माना जाता है।
प्रश्न 2: हनुमान जी को भोग चढ़ाने का शुभ समय क्या है?
उत्तर:मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी की पूजा और भोग चढ़ाने के लिए सबसे शुभ माना जाता है।
प्रश्न 3: हनुमान जी को क्या भोग चढ़ाने से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं?
उत्तर:जी हाँ, श्रद्धा और भक्ति से भोग चढ़ाने पर हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।
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