|| जय देव आत्मारामा – रामचंद्राची आरती PDF ||
जय देव जय देव जय आत्मारामा ।
निगमागम शोधिता न कळे गुणसीमा ॥
नाना देही देव एक विराजे ।
नाना नाटक लीला सुंदर रूप साजे ॥
नाना तीर्थी क्षेत्री अभिनव गति माजे ।
अगाध महिमा पिंडब्रह्मांडी गाजे ।
जय देव जय देव जय आत्मारामा…
बहुरूपी बहुगुणी बहुता काळाचा ।
हरिहर ब्रह्मादिक देव सकळांचा ॥
युगानुयुगी आत्मराम आमुचा ।
दास म्हणे महिमा न बोलवे वाचा।
जय देव जय देव जय आत्मारामा…
Read in More Languages:- marathiउत्कट साधुनि शिळा – रामचंद्राची आरती
- marathiत्रिभुवनमंडितमाळ शोभतसे – रामचंद्राची आरती
- marathiअयोध्या पुरपट्टण – रामचंद्राची आरती
- marathiरत्नांची कुंडले – रामचंद्राची आरती
- marathiश्री रामाची आरती
- englishShri Raghuveer Aarti
- englishShri Ram Raghupati Aarti
- englishShri Sitaram Aarti
- englishShri Janakinath Aarti
- englishShri Ram Ji Ki Aarti
- hindiश्री रघुवर आरती
- gujaratiરામ જી આરતી
- englishShri Ram Aarti
- hindiश्री राम आरती
- hindiश्री राम जी की आरती
Found a Mistake or Error? Report it Now
