Download HinduNidhi App
Sita Mata

श्री सीता जी की आरती

Shri Sita Ji Ki Aarti Hindi

Sita MataAarti (आरती संग्रह)हिन्दी
Share This

|| आरती ||

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

जगत जननी जग की विस्तारिणी,
नित्य सत्य साकेत विहारिणी,
परम दयामयी दिनोधारिणी,
सीता मैया भक्तन हितकारी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

सती श्रोमणि पति हित कारिणी,
पति सेवा वित्त वन वन चारिणी,
पति हित पति वियोग स्वीकारिणी,
त्याग धर्म मूर्ति धरी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

विमल कीर्ति सब लोकन छाई,
नाम लेत पवन मति आई,
सुमीरात काटत कष्ट दुख दाई,
शरणागत जन भय हरी की ॥

आरती श्री जनक दुलारी की ।
सीता जी रघुवर प्यारी की ॥

 

Read in More Languages:

Found a Mistake or Error? Report it Now

Download HinduNidhi App

Download श्री सीता जी की आरती PDF

श्री सीता जी की आरती PDF

Leave a Comment