कूर्म जयंती 2025 कब है? जानें व्रत, पूजा विधि और महत्व, भगवान विष्णु के कच्छप अवतार की पौराणिक कथा

Kurma

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों (दशावतार) का अत्यंत महत्व है। उनमें से दूसरा अवतार है कूर्म अवतार – जिसे कच्छप या कछुए के रूप में जाना जाता है। इसी अवतार की स्मृति में मनाई जाती है कूर्म जयंती, जो धार्मिक श्रद्धा, कर्म और आध्यात्मिक संदेश से भरपूर पर्व है। कूर्म जयंती…

नृसिंह जयंती 2025 में कब है? जानें तिथि, पूजा विधि और पौराणिक महत्व, जानिए भगवान नृसिंह के अवतार की रहस्यमयी कथा

Lord Narasimha

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक प्रमुख और रहस्यमयी अवतार है नृसिंह अवतार। यह अवतार धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश का अद्भुत उदाहरण है। नृसिंह जयंती भगवान नृसिंह के प्रकट होने की तिथि के रूप में मनाई जाती है, जो हर वर्ष वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी…

Mohini Ekadashi 2025 – जाने मोहिनी एकादशी मुहूर्त, अनुष्ठान, व्रत कथा एवं पूजा विधि

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हिन्दू धर्म में, मोहिनी एकादशी एक बहुत ही प्रतिष्ठित और पवित्र तिथि मानी जाती है। 2025 में, मोहिनी एकादशी 08 मई, बृहस्पतिवार को मनाई जाएगी। इस दिन को व्रत रखने से कहा जाता है कि व्यक्ति का जीवन कल्याणमय हो जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस पावन तिथि के दिन पूर्ण विधि विधान…

Shri Brihaspati/Guruvaar (Thursday) Vrat Katha

|| Brihaspati/Thursday/Guruvaar Vrat Katha in English PDF || For those who regularly engage in Brihaspati Puja (worship of Lord Brihaspati), the tales associated with the Brihaspati Vrat Katha hold profound importance. This sacred narrative essentially reveals the significance of observing the Brihaspati fast and performing Brihaspati Puja in one’s life. Presented below is the Brihaspati…

बृहस्पतिवार व्रत कथा – गुरुवार व्रत पूजन

|| बृहस्पतिवार व्रत कथा (Brihaspativar Vrat Katha PDF Hindi) || भारतवर्ष में एक प्रतापी और दानी राजा राज्य करता था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था। यह बात उसकी रानी को अच्छी नहीं लगती थी, वह न ही गरीबों को दान देती, न ही भगवान का पूजन करती थी और राजा को…

अम्बरीषकतं विष्णुस्तोत्रम्

|| अम्बरीषकतं विष्णुस्तोत्रम् || अम्बरीष उवाच । प्रसीद देव सर्वात्मन्नसङ्ख्येयशिरोभुज । असङ्ख्यघ्राणनयनपाणिपाद नमोऽस्तु ते ॥ ३७॥ षट्त्रिंशत्तत्त्वातीतोऽसि निष्प्रपञ्च प्रपञ्चकः । चतुर्विधजगद्धाम विश्वमूर्ते नमोऽस्तु ते ॥ ३८॥ एकपादस्त्रिपादश्च तीर्थपादोंऽतरिक्षपात् । यस्य पादोद्भवा गङ्गा पुनाति भुवनत्रयम् ॥ ३९॥ ब्रह्महत्यादिपापानां शोधकं यस्य नाम वै । कीर्तितं सर्वशुभदं नमस्तस्मै शुभात्मने ॥ २.५.४०॥ देव त्वन्नामकीर्त्यापि जायन्ते सर्वसिद्धयः । कौतुकात्त्वां हि…

Kurma Puran PDF Book (कूर्म पुराण)

Kurma Puran (कूर्म पुराण)

कूर्म पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक महत्वपूर्ण पुराण है। यह पुराण भगवान विष्णु के कूर्म (कछुआ) अवतार को समर्पित है। कूर्म पुराण में धर्म, आचार, पूजा विधियाँ, तीर्थ यात्रा, और विभिन्न पौराणिक कथाओं का विस्तृत वर्णन है। इसे धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। कूर्म पुराण की…

Garuda Puran PDF Book (गरुड़ पुराण)

Garuda Puran (गरुड़ पुराण)

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक प्रमुख पुराण है। यह पुराण भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को समर्पित है। गरुड़ पुराण में मृत्यु, आत्मा, पुनर्जन्म, कर्म, और मोक्ष के विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई है। इसे विशेष रूप से मृत्युकाल में सुनने और पढ़ने का महत्व बताया गया है, जिससे…

नारद जयंती 2025 – क्यों मनाया जाता है यह पर्व और क्या है इसका महत्व? नारद जयंती पर जानें नारद मुनि के प्रमुख अवतार और उनकी विशेषताएं

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नारद जयंती हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व देवऋषि नारद मुनि के जन्मोत्सव के रूप में श्रद्धा और भक्ति से मनाया जाता है। वर्ष 2025 में नारद जयंती 13 मई (मंगलवार) को मनाई जाएगी। देवऋषि नारद को पहले ‘जर्नलिस्ट’, संचारकर्ता और ब्रह्मांड के…

श्री सत्यनारायण आरती

|| श्री सत्यनारायण आरती || जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । रत्‍‌न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै । नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । प्रकट भये कलि कारण,…

Shri Satyanarayan Aarti

|| Shri Satyanarayan Aarti || Jai Lakshmi Ramna, Swami Jai Lakshmi Ramna। Satyanarayan Swami, Jan Paatak Harna॥ ॥ Om Jai Lakshmi Ramna…॥ Ratan Jadhit Sinhaasan, Adbhut Chavi Raaje। Naarad Karat Niraajan, Ghanta Van Baaje॥ ॥ Om Jai Lakshmi Ramna…॥ Prakat Bhay Kalikaaran, Dwij Ko Daras Diyo। Budho Bramhaan Bankar, Kanchan Mahal Kiyo॥ ॥ Om Jai…

नरसिंह द्वादशी व्रत कथा

|| नरसिंह द्वादशी व्रत कथा PDF || प्राचीन काल में कश्यप नामक एक ऋषि थे। उनकी पत्नी का नाम दिति था। उनके दो पुत्र हुए – हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु। दोनों ही असुर स्वभाव के थे और उन्होंने चारों ओर हाहाकार मचा रखा था। पृथ्वी की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने वराह रूप धारण कर…

Varuthini Ekadashi 2025 – कब है वरुथिनी एकादशी, जानें व्रत कथा, पूजा विधि, अनुष्ठान और शुभ मुहूर्त

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हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। वर्ष भर में 24 एकादशी मनाई जाती हैं, जैसे की वरुथिनी एकादशी, जो साल 2025 में 24 अप्रैल को है। इस पृष्ठ पर, हम वरुथिनी एकादशी के महत्व, व्रत के शुभ मुहूर्त, विधि और इस पवित्र तिथि के दौरान किए जाने वाले उपायों के बारे में…

वरूथिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

|| वरूथिनी एकादशी पूजा विधि (Varuthini Ekadashi Vrat Puja Vidhi) || सर्वप्रथम एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके निवृत्त हो जाएँ। इसके बाद साफ सुथरे कपड़े धारण कर लें। अब भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। तत्पश्चात एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु…

श्री वामन चालीसा

|| श्री वामन चालीसा (Vaman Chalisa PDF HIndi) || ॥ दोहा ॥ श्री वामन शरण जो आयके, धरे विवेक का ध्यान । श्री वामन प्रभु ध्यान धर, देयो अभय वरदान ॥ संकट मुक्त निक राखियो, हे लक्ष्मीपति करतार । चरण शरण दे लीजिये, विष्णु बटुक अवतार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय अमन बलबीरा।…

Shri Narayan Ashtakam

|| Shri Narayanashtakam PDF || Vatsalyadabhayapradana- samayadatinirvapana- Daudaryadghoshanada- ganitshreyah Padaprapanat। Sevyah Sripatirek Eva Jagatamete Bhavansakshinah Prahladashcha Vibhishanshch Karirat Panchalyahalya Dhruvah॥ Prahladasti Yadishvaro Vada Harih Sarvatra Mein Darshya Stambha Chaimvamiti Bruvantamasuram Tatravirasiddharih। Vakshastasya Vidarayannijana Khairvatsyalyamapada- yanartatranparayanah Sa Bhagawannarayano Me Gatih॥ Shriramatra Vibhishanoyamangho Rakshobhyayadagatha Sugrivanaya Palayainmadhuna Paulastyamevagatam। ItyuktvabhayamsyaSarvavidtam Yo Raghavo Dattavanartatranparayanah Sa Bhagawannarayano Me Gatih॥ Nakgratapadam Samuddhatkaram…

Shri Hari Sharanashtakam

|| Shri Hari Sharanashtakam PDF || Dhyeyam Vadanti Shivameva Hi Kechidanye Shaktim Ganeshamapare Tu Divakaram Vai। Rupaistu Tairapi Vibhasi Yatastvameva Tasmattvameva Sharanam Mama Dinabandho॥ No Sodaro Na Janako Janani Na Jaya Naivatmajo Na Cha Kulam Vipulam Balam Va। Sandrishyate Na Kila Koapi Sahayako Me Tasmattvameva Sharanam Mama Dinabandho॥ Nopasita Madamapasya Maya Mahantastirthani Chastikadhiya Na Hi…

तीर्थस्नानफलप्रदम् श्रीविष्णुस्तोत्रं नरसिंहपुराणे

|| तीर्थस्नानफलप्रदम् श्रीविष्णुस्तोत्रं नरसिंहपुराणे || वागुवाच स्तोत्रेणानेन विप्रेन्द्र स्तुहि नारायणं प्रभुम् । नान्यथा सर्वतीर्थानां फलं प्राप्स्यसि सुव्रत ॥ १॥ मार्कण्डेय उवाच तदेवाख्याहि भगवन् स्तोत्रं तीर्थफलप्रदम् । येन जप्तेन सकलं तीर्थस्नानफलं लभेत् ॥ २॥ वागुवाच जय जय देवदेव जय माधव केशव । जय पद्मपलाशाक्ष जय गोविन्द गोपते ॥ ३॥ जय जय पद्मनाभ जय वैकुण्ठ वामन ।…

સત્યનારાયણ ભગવાનની કથા

|| સત્યનારાયણ ભગવાનની કથા || એક સમયની વાત છે. નૈમીષારણ્ય તિર્થક્ષેત્રમા શૌનક વગેરે ઋષીઓ ભેગા થયા હતા. તે સમયે પુરાણો તથા મહાભારતના રચયીતા શ્રી વ્યાસ મુનીના પ્રધાન શિષ્ય સુતજી પણત્યા બિરાજમાન હતા.શૌનક વગેરે રૂષિઓએ શ્રી સુતજીને પછ્યુ કે હે મહામુની! વ્રત અથવા તપથી ક્યુ મનોવાંછીત ફળ પ્રાપ્ત છે થાય, આપ તે અમને સમજાવીને કહેવાની કૃપા…

घर पर कैसे करें सत्यनारायण व्रत? श्री सत्यनारायण व्रत कथा, विधि, सामग्री और महत्व

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सत्यनारायण व्रत कथा का हिंदू धर्म में अत्यंत महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु के सत्यनारायण स्वरूप की पूजा के रूप में किया जाता है। इस व्रत की कथा का श्रवण एवं पूजा से सुख, शांति, समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है। सत्यनारायण व्रत को पूर्ण विधि-विधान और श्रद्धा के साथ करने से…

सत्यनारायणाची व्रत कथा मराठी

|| सत्यनारायणाची व्रत कथा मराठी || प्रारंभ अध्याय पहिला अथ कथा: । श्रीगणेशाय नम: ॥ एकदा नैमिषारण्ये ऋषय: शौनकादय: ॥ पप्रच्छुर्मुनय: सर्वे सूतं पौराणिकं खलु ॥१॥ ऋषय ऊचु: ॥ व्रतेन तपसा किं वा प्राप्यते वांछितं फलम्। तत्सर्वं श्रोतुमिच्छाम: कथयस्व महामुने ॥२॥ सूत उवाच ॥ नरादेनैव संपृष्टो भगवान्कमलापति: ॥ सुरर्षये यथैवाह तच्छृणुध्वं समाहिता: ॥३॥ एकदा नारदो योगी…

श्री सत्यनारायण व्रत कथा एवं पूजा विधि

|| श्री सत्य नारायण पूजन विधि || जो व्यक्ति भगवान् श्री सत्य नारायण की पूजा का संकल्प लेते हैं, उन्हें दिन भर व्रत रखना चाहिए। पूजन स्थल को गाय के गोबर से पवित्र करके वहाँ एक अल्पना बनाएँ और उस पर पूजा की चौकी रखना चाहिये। इस चौकी के चारों पायों के पास केले के…

Govinda Namalu Telugu – శ్రీ గోవింద నామాలు

|| గోవింద నామాలు – Govinda Namalu || శ్రీ శ్రీనివాసా గోవిందా శ్రీ వేంకటేశా గోవిందా భక్తవత్సలా గోవిందా భాగవతప్రియ గోవిందా నిత్యనిర్మలా గోవిందా నీలమేఘశ్యామ గోవిందా పురాణపురుషా గోవిందా పుండరీకాక్ష గోవిందా గోవిందా హరి గోవిందా గోకులనందన గోవిందా నందనందనా గోవిందా నవనీతచోరా గోవిందా పశుపాలక శ్రీ గోవిందా పాపవిమోచన గోవిందా దుష్టసంహార గోవిందా దురితనివారణ గోవిందా శిష్టపరిపాలక గోవిందా కష్టనివారణ గోవిందా గోవిందా హరి గోవిందా గోకులనందన గోవిందా వజ్రమకుటధర గోవిందా వరాహమూర్తివి…

विष्णु सहस्त्रनाम

|| विष्णु सहस्त्रनाम मराठी || ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमं गतिः। अव्ययः पुरुष साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुषेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुषोत्तमः ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि: अव्ययः । संभवो भावनो…

कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को लगाएं ये विशेष भोग, मिलेगी असीम कृपा

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कामदा एकादशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह व्रत हर महीने में दो बार, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में आता है। एकादशी के दिन, भक्त उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए, भक्त उन्हें भोग भी…

एकादशी माता आरती

|| एकादशी माता आरती || ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता। विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी। गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय एकादशी…॥ मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी। शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,…

Kamada Ekadashi 2025 – जानिए कामदा एकादशी शुभ मुहूर्त, व्रत कथा और पूजा विधि

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चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ‘कामदा एकादशी’ कहा जाता है। यह हिंदू संवत्सर की पहली एकादशी होती है। इसे फलदा एकादशी भी कहा जाता है, क्योंकि इसे बहुत ही फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि कामदा एकादशी का व्रत रखने से व्रती को प्रेत योनि से भी मुक्ति मिल सकती है।…

कामदा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

|| कामदा एकादशी पूजा विधि || इस दिन स्नान से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें और भगवान की पूजा करें। एकादशी व्रत के एक दिन पहले से ही नियमों का पालन शुरू कर देना चाहिए। एकादशी के एक दिन पहले यानी 11 अप्रैल, सोमवार को पूरे दिन और रात्रि में संयम पूर्वक व्यवहार करना…

Ekadashi Mata Aarti

|| Ekadashi Mata Aarti || Om Jai Ekadashi, Jai Ekadashi, Jai Ekadashi Mata. Vishnu Pooja Vrat Ko Dharan Kar, Shakti Mukti Pata ॥ Om Jai Ekadashi… ॥ Tere Naam Ginaoon Devi, Bhakti Pradan Karni. Gan Gaurav Ki Deni Mata, Shastron Mein Varni ॥ Om Jai Ekadashi… ॥ Margashirsh Ke Krshnapaksh Ki Utpanna, Vishwatarani Janmi. Shukl…

श्रीविष्णुपूजास्तोत्रम्

|| श्रीविष्णुपूजास्तोत्रम् || शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम् । लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥ १॥ आराधयामि मणिसन्निभमात्मविष्णुं मायापुरे हृदयपङ्कजसन्निविष्टम् । श्रद्धानदीविमलचित्तजलाभिषिक्तं नित्यं समाधिकुसुमैरपुनर्भवाय ॥ २॥ ज्योतिश्शान्तं सर्वलोकान्तरस्थमोङ्कारारव्यं योगिहृद्ध्यानगम्यम् । साङ्गं शक्तिं सायुधं भक्तसेव्यं सर्वाकारं विष्णुमावाहयामि ॥ ३॥ कल्पद्रुमे मणिवेदिमध्ये सिंहासने स्वर्णमयं सरत्नम् । विचित्रवस्त्रावृतमच्युत प्रभो गहाण लक्ष्मीधरणीसमन्वित ॥ ४॥…

Vishnu Ji Ki Aarti

|| Vishnu Ji Ki Aarti || Om Jaya Jagadisa Hare | Svami Jaya Jagadisa Hare || Bhakta Jano Ke Sankata | Dasa Jano Ke Sankata | Ksana Me Dura Kare || Om Jaya Jagadisa Hare || Jo Jhyave Phala Pave | Dukha Binase Mana Ka || Svami Dukha Binase Mana Ka | Sukha Sampati Ghara…

विष्णु जी आरती

|| विष्णु जी आरती || ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ॥  || ॐ जय जगदीश हरे || जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का । स्वामी दुःख विनसे मन का । सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ॥  ||…

मत्स्यस्तुति

|| मत्स्यस्तुति || मग्ने मेरौ पतति तपने तोयबिन्दाविवेन्दौ अन्तर्लीने जलधिसलिले व्याकुले देवलोके । मात्स्यं रूपं मुखपुटतटाकृष्टनिर्मुक्तवार्धि श्रीकान्तस्य स्थलजलगतं वेत्यलक्ष्यं पुनातु ॥ १॥ वियत्पुच्छातुच्छोच्छलितजलगर्भं निधिरपां अपान्नाथः पाथः पृथुललवदुस्थो वियदभूत् । निधिर्भासामौर्वो दिनपतिरभूदौर्वदहनः चलत्काये यस्मिन्स जयति हरिर्मीनवपुषा ॥ २॥ जीयासुः शकुलाकृतेर्भगवतः पुच्छच्छटाच्छोटनात् उद्यन्तः शतचन्द्रिताम्बरतलं ते बिन्दवः सैन्धवाः । यैर्व्यावृत्य पतद्भिरौर्वशिखिनस्तेजोजटालं वपुः पानाध्मानवशादरोचकरुजां चक्रे चिरायास्पदम् ॥ ३॥ दिश्याद्वः…

मत्स्यस्तोत्रम्

|| मत्स्यस्तोत्रम् || श्रीगणेशाय नमः । नूनं त्वं भगवान्साक्षाद्धरिर्नारायणोऽव्ययः । अनुग्रहाय भूतानां धत्से रूपं जलौकसाम् ॥ १॥ नमस्ते पुरुषश्रेष्ठ स्थित्युत्पत्त्यप्ययेश्वर । भक्तानां नः प्रपन्नानां मुख्यो ह्यात्मगतिर्विभो ॥ २॥ सर्वे लीलावतारास्ते भूतानां भूतिहेतवः । ज्ञातुमिच्छाम्यदो रूपं यदर्थं भवता धृतम् ॥ ३॥ न तेऽरविन्दाक्ष पदोपसर्पणं मृषा भवेत्सर्वसुहृत्प्रियात्मनः । यथेतरेषां पृथगात्मनां सतामदीदृशो यद्वपुरद्भुतं हि नः ॥ ४॥ इति…

विष्णुलहरी (करुणालहरी)

|| विष्णुलहरी (करुणालहरी) || विषीदता नाथ विषानलोपमे विषादभूमौ भवसागरे विभो । परं प्रतीकारमपश्यताधुना मयायमात्मा भवते निवेदितः ॥ १॥ भवानलज्वालविलुप्तचेतनः शरण्य तेऽङ्घ्रिं शरणं भयादयाम् । विभाव्य भूयोऽपि दयासुधाम्बुजे विधेहि मे माथ यथा यथेच्छसि ॥ २॥ विहाय संसारमहामरुस्थलीमलीकदेहादिमिलन्मरीचिकाम् । मनोमृगो मे करुणामृताम्बुधे विगाढुमीश त्वयि गाढमीहते ॥ ३॥ त्वदङ्घ्रिफुल्लाम्बुजमध्यनिर्गलन्मरन्दनिःस्यन्दनितान्तलम्पटः । मनोमिलिन्दो मम मुक्तचापलस्त्वदन्यमीशान तृणाय मन्यते ॥ ४॥ जगत्त्रयत्राणविधौ…

Amalaki Ekadashi 2025 – आमलकी एकादशी कब है, जानिए आंवला एकादशी शुभ मुहूर्त, पूजा विधि

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फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहा जाता है। आमलकी, अर्थात आंवला, को शास्त्रों में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। आमलकी एकादशी की कथा और महिमा को बताते हुए भगवान श्री विष्णु ने कहा है कि जो व्यक्ति स्वर्ग तथा मोक्ष प्राप्ति की कामना रखते हैं, उनके लिए फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष…

आमलकी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ आमलकी एकादशी पूजा विधि ॥ आमलकी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होने के बाद भगवान विष्णु के समक्ष व्रत का संकल्प लें। आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की तस्वीर एक चौकी पर स्थापित करें और उनकी विधिवत पूजा करें। श्री विष्णु को रोली, चंदन, अक्षत, फूल, धूप…

Lord Vishnu Most Powerful Mantra – भगवान विष्णु के शक्तिशाली मंत्र, करें इन मंत्रों का जाप, होगी हर इच्छा पूरी

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भगवान विष्णु को गुरुवार का दिन अत्यंत प्रिय माना जाता है। इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और बृहस्पति देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि गुरुवार के दिन श्रद्धापूर्वक व्रत रखने से साधक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख, समृद्धि तथा सौभाग्य की वृद्धि होती…

श्री विष्णु मत्स्य अवतार पौराणिक कथा

|| श्री विष्णु मत्स्य अवतार पौराणिक कथा || एक बार ब्रह्मा जी के पास से वेदों को एक बहुत बड़े दैत्य हयग्रीव ने चुरा लिया। चारों ओर अज्ञानता का अंधकार फैल गया और पाप तथा अधर्म का बोल-बाला हो गया। तब भगवान ने धर्म की रक्षा के लिए मत्स्य रूप धारण करके उस दैत्य का…

प्रहलाद कृत नृसिंह स्तोत्र

|| प्रहलाद कृत नृसिंह स्तोत्र || ब्रह्मादयः सुरगणा मुनयोऽथ सिद्धाः सत्त्वैकतानमतयो वचसां प्रवाहैः। नाराधितुं पुरुगुणैरधुनापि पिप्रुः किं तोष्टुमर्हति स मे हरिरुग्रजातेः॥ मन्ये धनाभिजनरूपतपःश्रुतौज- स्तेजःप्रभावबलपौरुषबुद्धियोगाः। नाराधनाय हि भवन्ति परस्य पुंसो भक्त्या तुतोष भगवान् गजयूथपाय॥ विप्राद्द्विषड्गुणयुतादरविन्दनाभ- पादारविन्दविमुखाच्छ्वपचं वरिष्ठम्। मन्ये तदर्पितमनोवचनेहितार्थ- प्राणं पुनाति स कुलं न तु भूरिमानः॥ नैवात्मनः प्रभुरयं निजलाभपूर्णो मानं जनादविदुषः करुणो वृणीते । यद्यज्जनो भगवते…

श्री लक्ष्मी नरसिंह करावलंबा स्तोत्रम

|| श्री लक्ष्मी नरसिंह करावलंबा स्तोत्रम || श्रीमत्पयॊनिधिनिकॆतन चक्रपाणॆ भॊगीन्द्रभॊगमणिराजित पुण्यमूर्तॆ । यॊगीश शाश्वत शरण्य भवाब्धिपॊत लक्ष्मीनृसिंह मम दॆहि करावलम्बम् ॥ ब्रह्मॆन्द्ररुद्रमरुदर्ककिरीटकॊटि सङ्घट्टिताङ्घ्रिकमलामलकान्तिकान्त । लक्ष्मीलसत्कुचसरॊरुहराजहंस लक्ष्मीनृसिंह मम दॆहि करावलम्बम् ॥ संसारदावदहनाकरभीकरॊरु- ज्वालावलीभिरतिदग्धतनूरुहस्य । त्वत्पादपद्मसरसीरुहमागतस्य लक्ष्मीनृसिंह मम दॆहि करावलम्बम् ॥ संसारजालपतिततस्य जगन्निवास सर्वॆन्द्रियार्थ बडिशाग्र झषॊपमस्य । प्रॊत्कम्पित प्रचुरतालुक मस्तकस्य लक्ष्मीनृसिंह मम दॆहि करावलम्बम् ॥ संसारकूमपतिघॊरमगाधमूलं सम्प्राप्य…

लक्ष्मी नरसिंह करावलंबा स्तोत्रम लाभ सहित

|| श्री लक्ष्मी नरसिंह करावलंबा स्तोत्रम के लाभ || नरसिंह मंत्रों का जाप करने का लाभ सभी प्रकार के भय और चिंताओं को दूर करना है। ये मंत्र सूक्ष्म तरीके से काम करता हैं और जाप करने वाले को साहस, आत्मविश्वास, विश्वास और निडरता देता है | शत्रुओं को वश में करने में मदद करता…

ಬೃಹಸ್ಪತಿ ವಾರ (ಗುರುವಾರ) ವ್ರತ ಕಥಾ

|| ಮಾರ್ಗಶಿರ ಲಕ್ಷ್ಮಿ ವ್ರತ ಪೂಜಾ ಮತ್ತು ಕಥೆ ಸಹಿತ || ಇದು ಪ್ರಾಚೀನ ಕಾಲದ ವಿಷಯ. ದೊಡ್ಡ ಭವ್ಯ ಮತ್ತು ದಾನಶೀಲ ರಾಜನು ಒಂದು ರಾಜ್ಯವನ್ನು ಆಳುತ್ತಿದ್ದನು. ಪ್ರತಿ ಗುರುವಾರದಂದು ಉಪವಾಸವಿದ್ದು ದೀನದಲಿತರಿಗೆ ಸಹಾಯ ಮಾಡುತ್ತಾ ಪುಣ್ಯವನ್ನು ಪಡೆಯುತ್ತಿದ್ದನು, ಆದರೆ ಈ ವಿಷಯ ಅವನ ರಾಣಿಗೆ ಇಷ್ಟವಾಗಲಿಲ್ಲ. ಅವಳು ಉಪವಾಸ ಮಾಡಲಿಲ್ಲ ಅಥವಾ ರಾಜನಿಗೆ ದಾನ ಮಾಡಲು ಅವಕಾಶವನ್ನೂ ನೀಡಲಿಲ್ಲ. ಒಮ್ಮೆ ರಾಜ ಬೇಟೆಗೆ ಹೋಗಿದ್ದನು. ಆ ದಿನ, ಗುರು ಬೃಹಸ್ಪತಿ ದೇವನು ಸನ್ಯಾಸಿ ರೂಪದಲ್ಲಿ…

श्री वाराही सहस्त्रनाम पाठ – महत्व, पूजा विधि, प्रभाव और लाभ

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हिंदू धर्म में देवी वाराही को शक्ति और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। देवी वाराही महाविद्याओं में से एक हैं और भगवान विष्णु के वराह अवतार की शक्तिरूपा हैं। उनके सहस्त्रनाम का पाठ (1000 नामों का जप) भक्तों के लिए अनेक लाभकारी और कल्याणकारी प्रभाव देता है। इस लेख में हम श्री वाराही सहस्त्रनाम…

श्रीमान नारायण नाम संकीर्तन

|| श्रीमान नारायण नाम संकीर्तन || श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण ।टेक। लक्ष्मीनारायण नारायण नारायण नारायण बद्रीनारायण नारायण नारायण नारायण मुक्तिनारायण नारायण नारायण नारायण सत्यनारायण नारायण नारायण नारायण गोदानारायण नारायण नारायण नारायण वेंकटनारायण नारायण नारायण नारायण श्रीविष्णुपुराण भागवत गीता (स्वमी), वाल्मीकिजीकी रामायण । श्रीमन्नारायण नारायण नारायण नारायण ॥ चारिहूँ वेद पुराण अष्टादश, वेदव्यासजी की पारायण ।…

श्री नारायणाष्टकम्

॥ श्री नारायणाष्टकम् ॥ वात्सल्यादभयप्रदान-समयादार्तिनिर्वापणा- दौदार्यादघशोषणाद-गणितश्रेयःपदप्रापणात्। सेव्यः श्रीपतिरेक एवजगतामेतेऽभवन्साक्षिणः प्रह्लादश्च विभीषणश्चकरिराट् पाञ्चाल्यहल्या ध्रुवः॥ प्रह्लादास्ति यदीश्वरो वदहरिः सर्वत्र मे दर्शय स्तम्भे चैवमितिब्रुवन्तमसुरं तत्राविरासीद्धरिः। वक्षस्तस्य विदारयन्निजन-खैर्वात्सल्यमापाद- यन्नार्तत्राणपरायणः सभगवान्नारायणो मे गतिः॥ श्रीरामात्र विभीषणोऽयमनघोरक्षोभयादागतः सुग्रीवानय पालयैनमधुनापौलस्त्यमेवागतम्। इत्युक्त्वाभयमस्यसर्वविदितं यो राघवो दत्तवानार्तत्राणपरायणः सभगवान्नारायणो मे गतिः॥ नक्रग्रस्तपदं समुद्धतकरंब्रह्मादयो भो सुराः पाल्यन्तामिति दीनवाक्यकरिणंदेवेष्वशक्तेषु यः। मा भैषीरिति यस्यनक्रहनने चक्रायुधः श्रीधर। आर्तत्राणपरायणः सभगवान्नारायणो मे गतिः॥…

जानिए विजया एकादशी व्रत के दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए और कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए

bhagwan vishnu

विजया एकादशी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को विजय एवं सफलता की प्राप्ति होती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि…

जानें नारायण कवच पाठ करते समय किन नियमों और सावधानियों का पालन करना चाहिए। जानें पाठ का उचित समय और इसके लाभ।

narayan kavach

नारायण कवच एक अत्यंत शक्तिशाली वैदिक मंत्र है, जो भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए पढ़ा जाता है। यह कवच भक्तों को नकारात्मक ऊर्जा, बुरी शक्तियों और जीवन में आने वाली विभिन्न बाधाओं से बचाने में सहायक होता है। इस लेख में, हम नारायण कवच पाठ करने के नियमों, सावधानियों, उचित समय और…

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