Lord Vishnu Most Powerful Mantra – भगवान विष्णु के शक्तिशाली मंत्र, करें इन मंत्रों का जाप, होगी हर इच्छा पूरी

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भगवान विष्णु को गुरुवार का दिन अत्यंत प्रिय माना जाता है। इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और बृहस्पति देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि गुरुवार के दिन श्रद्धापूर्वक व्रत रखने से साधक की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख, समृद्धि तथा सौभाग्य की वृद्धि होती…

Varahi Sahasranama – श्री वाराही सहस्त्रनाम पाठ, महत्व, पूजा विधि, प्रभाव और लाभ

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हिंदू धर्म में देवी वाराही को शक्ति और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। देवी वाराही महाविद्याओं में से एक हैं और भगवान विष्णु के वराह अवतार की शक्तिरूपा हैं। उनके सहस्त्रनाम का पाठ (1000 नामों का जप) भक्तों के लिए अनेक लाभकारी और कल्याणकारी प्रभाव देता है। इस लेख में हम श्री वाराही सहस्त्रनाम…

2025 योगेश्वर द्वादशी व्रत करने से मिलते हैं ये 5 दिव्य लाभ – जानें शुभ तिथि, पूजा विधि और उपवास के नियम

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हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि (Dwadashi Tithi) को योगेश्वर द्वादशी का पावन पर्व मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और मां लक्ष्मी की आराधना के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट दूर होते…

उत्पन्ना एकादशी 2025 व्रत क्यों और कैसे करें? जानिए व्रत का संपूर्ण विवरण और रहस्य

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उत्पन्ना एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत मार्गशीर्ष (अगहन) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने माता एकादशी को उत्पन्न किया था, जिन्होंने राक्षस मुर का वध करके धर्म की रक्षा की थी। इस दिन व्रत…

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

उत्पन्ना एकादशी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को मनाई जाती है। यह वह महत्वपूर्ण दिन है जब एकादशी देवी का प्राकट्य हुआ था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी एकादशी ने मुर नामक भयंकर राक्षस का वध किया था, जिसने देवताओं को त्रस्त कर रखा था। इस दिन, भक्तजन भगवान विष्णु की विधिवत…

2025 गुरुवार व्रत गाइड – व्रत की संपूर्ण कथा, कितने गुरुवार व्रत रखें? जानिए पूजा विधि, बृहस्पतिवार व्रत के फायदे

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2025 में भगवान विष्णु को समर्पित गुरुवार व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत सुख-समृद्धि, ज्ञान और मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता है। व्रत रखने वाले को गुरुवार की कथा अवश्य पढ़नी चाहिए, जिसमें एक गरीब ब्राह्मण और उसके परिवार पर भगवान विष्णु की कृपा का वर्णन है। यह कथा बताती है कि कैसे…

वैकुण्ठ चतुर्दशी प्रचलित पौराणिक कथा

प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान विष्णु ने एक हजार कमल के पुष्पों से भगवान शिव की पूजा का संकल्प लिया। पूजा के दौरान शिवजी ने विष्णु की भक्ति परखने के लिए एक कमल कम कर दिया। कमल कम देखकर, भगवान विष्णु ने अपने कमल-समान नेत्र को शिवजी को अर्पित करने का निश्चय…

वैकुण्ठ चतुर्दशी 2025 सम्पूर्ण गाइड – शुभ मुहूर्त, व्रत कथा, पूजा विधि और सरल उपाय

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वैकुण्ठ चतुर्दशी 2025 हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे भगवान विष्णु और भगवान शिव की उपासना के लिए जाना जाता है। यह दिन विशेष रूप से भक्तों के लिए परम मोक्ष प्राप्ति का समय माना जाता है। वैकुण्ठ, भगवान विष्णु का निवास स्थान है, और यह दिन उन्हीं की कृपा से मोक्ष की…

जाग उठेगें श्री हरि! देवउठनी एकादशी की कथा और सम्पूर्ण पूजा विधि

देव प्रबोधिनी एकादशी

हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। यह एकादशी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु अपनी योग निद्रा से जागते हैं और चातुर्मास समाप्त होता है और मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने…

देवउठनी एकादशी 2025 – सम्पूर्ण कथा, पूजा विधि, महत्व और व्रत के नियम

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देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी, देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा (चतुर्मास) से जागते हैं और…

సత్యనారాయణ స్వామి కథ

|| శ్రీ సత్యనారాయణ స్వామి వ్రత కథ (Satyanarayana Swamy Katha Telugu PDF) || పూర్వము ఒకనాడు శ్రీకరంబైన నైమిశారణ్యమునందు పురాణాలను చెప్పుటలో విశేషప్రఙ్ఞకలవాడైన శ్రీసూతమహర్షిని, శౌనకాది మహామునులు కొందరు చేరి ఇట్లడిగిరి. ఓ పౌరాణిక బ్రహ్మా! సూతమహర్షి! మానవులు ఏవ్రతము చేసిన కోరిన కోరికలు ఫలించి ఇహ, పరలోకసిద్దిని పొందెదరో, ఏ తపస్సు చేసిన లబ్దిపొందెదరో మాకు సవివరముగా అంతయు విన్నవించండి. అని అడిగారు. అదివిన్న సూతుడు ఓ మునిశ్రేష్టులారా! పూర్వమొకప్పుడు దేవర్షియైన నారదుడు…

एकादशी माता आरती

एकादशी माता आरती PDF एक डिजिटल दस्तावेज़ है जिसमें एकादशी माता की पारंपरिक आरती शामिल है। यह आरती ‘ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता’ से शुरू होती है और भगवान विष्णु को समर्पित इस पवित्र तिथि के माहात्म्य का वर्णन करती है। इस आरती में वर्ष भर आने वाली विभिन्न एकादशियों – जैसे…

मत्स्य द्वादशी 2025 – इस दिन मछलियों को दाना खिलाने का वैज्ञानिक और धार्मिक महत्व! जानें आपकी राशि पर असर

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हर साल मार्गशीर्ष (Margashirsha) माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मत्स्य द्वादशी मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु के प्रथम अवतार, मत्स्य रूप को समर्पित है। मत्स्य द्वादशी 2025 की तिथि और मुहूर्त • तिथि: मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी • साल 2025 में मत्स्य द्वादशी: 2 दिसंबर, 2025 (मंगलवार) • द्वादशी तिथि प्रारम्भ:…

मत्स्य द्वादशी 2025 – भगवान विष्णु ने क्यों लिया था मत्स्य अवतार? जानें तिथि, पूजा विधि और वेदों की रक्षा की पूरी कथा!

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क्या आप जानते हैं कि सृष्टि के पहले जल प्रलय (First Deluge) के दौरान किस अवतार ने वेदों की रक्षा की थी? यह थे भगवान विष्णु के प्रथम अवतार, ‘मत्स्य’ (Fish) रूप! मत्स्य द्वादशी का पावन पर्व इसी अद्भुत और कल्याणकारी अवतार को समर्पित है। हर साल मार्गशीर्ष मास (अगहन) के शुक्ल पक्ष की द्वादशी…

रोली-घी का दीपक और तुलसी की माला – मत्स्य द्वादशी पर धन लाभ के लिए करें ये 3 गुप्त उपाय (Secret Remedies)

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हिंदू धर्म में, मार्गशीर्ष (अगहन) मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि का विशेष महत्व है, जिसे मत्स्य द्वादशी (Matsya Dwadashi) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु के प्रथम अवतार, मत्स्य रूप को समर्पित है, जिन्होंने वेदों की रक्षा की थी। यह केवल धर्म की रक्षा का पर्व नहीं, बल्कि आर्थिक…

केवल 41 दिनों के मंडला पूजा उत्सव में आने वाली गुरुवायुर एकादशी! इस दिन क्या करें और क्या नहीं?

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केरल की धरती पर स्थित “भूलोक वैकुंठ” (पृथ्वी पर स्वर्ग) कहे जाने वाले गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर (Guruvayur Sree Krishna Temple) में एक अत्यंत विशेष पर्व मनाया जाता है – गुरुवायुर एकादशी! यह एकादशी केवल एक धार्मिक तिथि मात्र नहीं, बल्कि यह 41 दिनों तक चलने वाले प्रसिद्ध मंडला पूजा उत्सव (Mandala Pooja Festival) के…

वैकुण्ठ एकादशी – जब श्री विष्णु के शरीर से हुआ ‘एकादशी देवी’ का जन्म! जानें रोचक कथा।

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प्रत्येक वर्ष पौष माह (Paush Month) के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को वैकुण्ठ एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे मोक्षदा एकादशी और दक्षिण भारत में मुक्कोटी एकादशी भी कहते हैं। हिंदू धर्म में इस एकादशी का महत्व (Significance) सबसे अधिक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और…

पुत्रदा एकादशी पर तुलसी का अद्भुत उपाय – धन, संतान और वैकुण्ठ धाम की प्राप्ति (Exclusive Tips)

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हर महीने आने वाली एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है, लेकिन इन सबमें पुत्रदा एकादशी का महत्व (Importance) कुछ खास है। वर्ष में यह दो बार आती है – एक पौष मास के शुक्ल पक्ष में और दूसरी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में। शास्त्रों में इसे ‘वैकुण्ठ एकादशी’ के नाम से भी…

वैकुण्ठ एकादशी की संपूर्ण पूजा विधि – 5 सरल चरणों में करें श्री हरि को प्रसन्न और पाएं बैकुंठ धाम।

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हिंदू धर्म में, एकादशी तिथि का अपना एक विशेष महत्व है, और जब बात वैकुण्ठ एकादशी की आती है, तो इसका आध्यात्मिक मूल्य (Spiritual value) कई गुना बढ़ जाता है। पौष मास के शुक्ल पक्ष की इस एकादशी को ‘मोक्षदा एकादशी’ और ‘पुत्रदा एकादशी’ (यदि यह पौष माह में पड़े) के नाम से भी जाना…

जानें क्यों खास है धनुर्मास की वैकुण्ठ एकादशी? पूजा और दान से बदल जाएगी आपकी किस्मत!

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सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, और जब यह एकादशी धनुर्मास (तमिल पंचांग में ‘मार्गाज्ही मास’) में आती है, तो इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इस एकादशी को वैकुण्ठ एकादशी या मुक्कोटी एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि साक्षात मोक्ष (Salvation) का द्वार…

वैकुण्ठ एकादशी व्रत – मोक्ष का महाद्वार खोलने वाला पावन दिन, चावल क्यों हैं वर्जित? जानें 7 जरूरी नियम और शुभ मुहूर्त

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सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, और जब बात वैकुण्ठ एकादशी (Vaikuntha Ekadashi) की हो, तो इसका माहात्म्य कई गुना बढ़ जाता है। इसे ‘मोक्षदा एकादशी’ और ‘मुरवैकादशी’ के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति के लिए…

जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति दिलाएगी वैकुण्ठ एकादशी, ये 5 काम करना न भूलें!

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सनातन धर्म में एकादशी (Ekadashi) का व्रत विशेष महत्व रखता है, लेकिन इन सबमें भी वैकुण्ठ एकादशी (Vaikuntha Ekadashi) का स्थान सर्वोपरि है। इसे ‘मोक्षदा एकादशी’ या पौष पुत्रदा एकादशी (Pausha Putrada Ekadashi) के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पावन दिन स्वर्ग के द्वार (Swarg Dwar) खुल जाते हैं,…

अष्टधातु का कछुआ रखने से क्या होता है लाभ? कूर्म द्वादशी के दिन जानें सही दिशा और उपाय

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क्या आपके जीवन में स्थिरता (Stability) और समृद्धि (Prosperity) की कमी है? क्या आप अपने करियर या व्यापार में तरक्की (Progress) चाहते हैं? अगर हां, तो अष्टधातु का कछुआ (Ashtadhatu Tortoise) आपके लिए एक चमत्कारी उपाय (Miraculous remedy) हो सकता है। हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) दोनों में ही कछुए को अत्यंत शुभ…

कूर्म द्वादशी 2025 – भगवान विष्णु ने क्यों लिया था कछुआ अवतार? जानें समुद्र मंथन की पूरी कथा और पूजा विधि

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हिंदू धर्म में, भगवान विष्णु के दस अवतारों (Ten Avatars) का विशेष महत्व है। इनमें से एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण अवतार है कूर्म अवतार (कछुआ रूप)। कूर्म द्वादशी का पावन पर्व इसी अवतार को समर्पित है। हर साल पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को यह व्रत और पूजन किया जाता है। आइए,…

रमा एकादशी व्रत 2025 – जानिए व्रत विधि, कथा, पारण का समय और महत्व

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रमा एकादशी हिंदू धर्म के पवित्र व्रतों में से एक है। यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस वर्ष रमा एकादशी का व्रत 17 अक्टूबर 2025 को रखा जाएगा। रमा एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस व्रत को रखने से भगवान विष्णु की कृपा…

श्री अनन्तपद्मनाभ अष्टोत्तरशतनामावलिः

श्री अनन्तपद्मनाभ अष्टोत्तरशतनामावलि भगवान विष्णु के अनन्तपद्मनाभ स्वरूप की महिमा का गुणगान करने वाली 108 नामों की एक पवित्र नामावलि है। “अष्टोत्तरशत” का अर्थ 108 होता है, और “नामावलि” का अर्थ नामों की माला। यह नामावलि मुख्य रूप से तिरुवनंतपुरम (केरल) के प्रसिद्ध श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के आराध्य देव, भगवान अनन्तपद्मनाभ को समर्पित है। यह…

पद्मनाभ द्वादशी व्रत 2025 – जानिए पूजन विधि, कथा और पद्मनाभ भगवान के चमत्कारी स्वरूप

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सनातन धर्म में व्रतों और त्योहारों का विशेष महत्व है, और इन्हीं में से एक है ‘पद्मनाभ द्वादशी व्रत’। यह व्रत भगवान विष्णु के ‘पद्मनाभ’ स्वरूप को समर्पित है, जो अनंत शयन पर कमल की नाभि से ब्रह्मा जी को उत्पन्न करते हुए ब्रह्मांड की रचना का प्रतीक हैं। यह दिन भक्तों को भगवान विष्णु…

पापांकुशा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

पापांकुशा एकादशी आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है, जिनके पद्मनाभ स्वरूप की पूजा की जाती है। इसका नाम ‘पापांकुशा’ इसलिए पड़ा क्योंकि यह पापरूपी हाथी को पुण्य रूपी अंकुश से नियंत्रित कर नष्ट करती है। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने…

पापांकुशा एकादशी 2025 – व्रत कथा, नियम और महत्व जो हर भक्त को जानना चाहिए

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पापांकुशा एकादशी हिंदू धर्म में आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। पापांकुशा एकादशी एक पवित्र अवसर है जब हम अपने पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप…

नारायण कवच पाठ के नियम और सावधानियाँ – कब, कैसे और क्यों करें यह दिव्य पाठ?

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नारायण कवच का पाठ एक अत्यंत शक्तिशाली और दिव्य साधना है, जो साधक को सभी प्रकार के भय, बाधाओं और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसका पाठ नियमित रूप से सुबह या शाम को स्नान के बाद करना चाहिए। पाठ करते समय, साधक को पवित्र और शांत स्थान पर बैठना चाहिए, और भगवान…

इंदिरा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

इंदिरा एकादशी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस व्रत को करने से पितरों को मोक्ष मिलता है और उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत…

Pitru Paksha Ekadashi Fast – पितृपक्ष में एकादशी का व्रत करना चाहिए या नहीं?

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एक सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है कि एकादशी के दिन श्राद्ध करना सही है या नहीं? शास्त्रों में साफ तौर पर कहा गया है कि एकादशी के दिन श्राद्ध नहीं करना चाहिए। भगवान शंकर ने खुद पार्वती जी को बताया कि अगर कोई व्यक्ति एकादशी के दिन श्राद्ध करता है, तो श्राद्ध…

अनंत चतुर्दशी 2025 – जानिए व्रत की कहानी, पूजा विधि और महत्व, कैसे करें व्रत उद्यापन

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अनंत चतुर्दशी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है। इस बार अनन्त चतुर्दशी शनिवार, सितम्बर 06, 2025 को  है। यह भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इसे भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। इस दिन अनंत रूपी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस व्रत के माध्यम से भक्त अपने जीवन…

कल्कि द्वादशी – क्या निकट है भगवान कल्कि का आगमन? जानें धर्मग्रंथों की दृष्टि से

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सनातन धर्म में अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, जिनमें भगवान विष्णु के दशावतारों की चर्चा प्रमुख है। इन दशावतारों में, भगवान कल्कि को अंतिम और भविष्य का अवतार माना गया है। कल्कि द्वादशी का पावन पर्व, जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाया जाता है, भगवान कल्कि के आगमन की आशा…

Parivartini Ekadashi 2025 – परिवर्तिनी एकादशी के दिन क्या करें और क्या न करें?

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परिवर्तिनी एकादशी, जिसे ‘परिवर्तिनी’ या ‘आश्वयुज एकादशी’ भी कहते हैं, हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्वयुज मास की एकादशी को मनाई जाती है। इस वर्ष, परिवर्तिनी एकादशी 2025 में बुधवार, 3 सितंबर को पड़ रही है। यह एकादशी विशेष रूप से व्रत और पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसके विशेष महत्व को लेकर…

Vamana Jayanti 2025 – वामन जयंती का व्रत कैसे करें? जानें पूजन, नियम और ब्राह्मण दान का महत्व

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सनातन धर्म में भगवान विष्णु के दशावतारों का विशेष महत्व है। इन्हीं में से एक हैं भगवान वामन, जिन्होंने राजा बलि के अहंकार को चूर कर तीनों लोकों को मुक्त कराया था। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को वामन जयंती (Vamana Jayanti) मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु के…

वामन अवतार कथा तथा पूजा विधि

|| वामन जयंती पूजा विधि || इस दिन भगवान विष्णु को उनके वामन रूप में पूजा जाता है। इस दिन उपासक को सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। नित्यक्रिया के बाद स्नान और भगावन विष्णु का ध्यान कर दिन की शुरुआत करनी चाहिए। इसके बाद दिन की शुरुआत में आप वामन देव की सोने या फिर…

Vaman Puran (वामन पुराण)

Vaman Puran (वामन पुराण)

वामन पुराण हिंदू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक महत्वपूर्ण पुराण है। इस पुराण का नाम भगवान विष्णु के वामन अवतार के नाम पर रखा गया है। वामन पुराण में भगवान विष्णु के इस अवतार की महिमा, उनकी लीलाओं, धर्म, भक्ति, तीर्थ यात्रा, और पौराणिक कथाओं का विस्तृत वर्णन मिलता है। वामन पुराण की…

श्री गदाधर स्तोत्रम् (वराह पुराणे)

|| श्री गदाधर स्तोत्रम् (वराह पुराणे) – Gadadhara Stotram PDF || रैभ्य उवाच । गदाधरं विबुधजनैरभिष्टुतं धृतक्षमं क्षुधित जनार्तिनाशनम् । शिवं विशालाऽसुरसैन्यमर्दनं नमाम्यहं हतसकलाऽशुभं स्मृतौ ॥ १ ॥ पुराणपूर्वं पुरुषं पुरुष्टुतं पुरातनं विमलमलं नृणां गतिम् ।a त्रिविक्रमं हृतधरणिं बलोर्जितं गदाधरं रहसि नमामि केशवम् ॥ २ ॥ विशुद्धभावं विभवैरुपावृतं श्रियावृतं विगतमलं विचक्षणम् । क्षितीश्वरैरपगतकिल्बिषैः स्तुतं गदाधरं प्रणमति…

श्री वराहाष्टोत्तर शतनामावली

|| श्री वराहाष्टोत्तरशतनामावली (Varaha Ashtotra Shatanamavali PDF) || ओं श्रीवराहाय नमः । ओं महीनाथाय नमः । ओं पूर्णानन्दाय नमः । ओं जगत्पतये नमः । ओं निर्गुणाय नमः । ओं निष्कलाय नमः । ओं अनन्ताय नमः । ओं दण्डकान्तकृते नमः । ओं अव्ययाय नमः । ९ ओं हिरण्याक्षान्तकृते नमः । ओं देवाय नमः । ओं पूर्णषाड्गुण्यविग्रहाय…

अजा एकादशी 2025 – क्यों कहलाती है पापमोचक? पूरी जानकारी व्रत और पूजा विधि की

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अजा एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, 2025 में अजा एकादशी 19 अगस्त, मंगलवार को पड़ रही है। यह एकादशी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि यह व्यक्ति को जाने-अनजाने में हुए पापों से मुक्ति दिलाती है।…

अजा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

अजा एकादशी व्रत कथा के अनुसार, प्राचीन काल में हरिश्चंद्र नाम के एक सत्यवादी राजा थे। कठिन परिस्थितियों के कारण उन्हें अपनी पत्नी, पुत्र और स्वयं को बेचना पड़ा। एक चांडाल के यहाँ काम करते हुए, उन्होंने अपनी दुर्दशा से मुक्ति पाने के लिए महर्षि गौतम से उपाय पूछा। महर्षि ने उन्हें अजा एकादशी व्रत…

श्री वामन चालीसा

श्री वामन चालीसा भगवान विष्णु के वामन अवतार को समर्पित एक पावन स्तोत्र है। इसका पाठ भक्तों को असीम शक्ति, ज्ञान और धैर्य प्रदान करता है। पुराणों के अनुसार वामन अवतार ने बलि राजा के अहंकार को विनम्र किया और धर्म की पुनर्स्थापना की। इस चालीसा का नियमित पाठ करने से पापों का नाश होता…

श्री विष्णु चालीसा

श्री विष्णु चालीसा PDF, गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा, आरती और चालीसा पाठ का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन श्रद्धा और भक्ति से श्री विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa) का पाठ करने से भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सभी दुख, कष्ट और बाधाओं…

श्री बृहस्पतिदेव चालीसा

क्या आप श्री बृहस्पतिदेव चालीसा का पाठ कर देवगुरु बृहस्पति की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं? क्या आप श्री बृहस्पतिदेव चालीसा pdf ढूंढ रहे हैं ताकि आप इसे आसानी से पढ़ सकें और अपने पास सुरक्षित रख सकें? तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं! देवगुरु बृहस्पति, जिन्हें बृहस्पति देव के नाम से भी जाना…

श्री अनंत पद्मनाभ मंगल स्तोत्र

|| श्री अनन्तपद्मनाभ मङ्गल स्तोत्रम् (Anant Padmanabh Mangal Stotram PDF) || श्रियःकान्ताय कल्याणनिधये निधयेऽर्थिनाम् । श्रीशेषशायिने अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ १ ॥ स्यानन्दूरपुरीभाग्यभव्यरूपाय विष्णवे । आनन्दसिन्धवे अनन्तपद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ २ ॥ हेमकूटविमानान्तः भ्राजमानाय हारिणे । हरिलक्ष्मीसमेताय पद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ ३ ॥ श्रीवैकुण्ठविरक्ताय शङ्खतीर्थाम्बुधेः तटे । रमया रममाणाय पद्मनाभाय मङ्गलम् ॥ ४ ॥ अशेष चिदचिद्वस्तुशेषिणे शेषशायिने ।…

श्री हयग्रीव कवचम्

श्री हयग्रीव कवचम् PDF अब आसानी से उपलब्ध है, जो आपको भगवान हयग्रीव की असीम कृपा और सुरक्षा प्रदान करता है। यह अद्वितीय कवच विशेष रूप से ज्ञान, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। इसके नित्य पाठ से स्मरण शक्ति बढ़ती है, एकाग्रता में सुधार होता है और सभी…

Hayagriva Jayanti 2025 – हयग्रीव जयंती का रहस्य, जब स्वयं विष्णु ने लिया घोड़े का रूप ज्ञान की रक्षा के लिए

hayagriva

क्या आप जानते हैं कि भगवान विष्णु ने ज्ञान की रक्षा के लिए घोड़े का रूप धारण किया था? हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली हयग्रीव जयंती, इसी अद्भुत अवतार और ज्ञान के महत्व को समर्पित है। यह पर्व सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का…

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