हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर व्रत और त्यौहार का विशेष महत्व और धार्मिक मान्यता होती है, जो समाज में सकारात्मकता और सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने में सहायक होते हैं। ये त्यौहार और व्रत हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण अंग हैं, जो धार्मिकता, श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करते हैं। इन दिनों को सही तरीके से मनाने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
जून 2024 में कई महत्वपूर्ण हिन्दू त्यौहार और व्रत मनाए जाएंगे। 16 जून को गंगा दशहरा, 18 जून को निर्जला एकादशी, 6 जून को वट सावित्री व्रत, 19 जून को प्रदोष व्रत, 4 जून को मासिक शिवरात्रि, 21 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा और 4 जून को प्रदोष व्रत है। ये त्यौहार और व्रत हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं और धार्मिक उत्सवों के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं।
जून 2024 – सभी हिन्दू त्यौहारों और व्रतों की सूची
जून 2, 2024 | हनुमान जयन्ती *तेलुगु | रविवार ज्येष्ठ, कृष्ण दशमी |
जून 2, 2024 | अपरा एकादशी | रविवार ज्येष्ठ, कृष्ण एकादशी |
जून 3, 2024 | गौण अपरा एकादशी | सोमवार ज्येष्ठ, कृष्ण एकादशी |
जून 3, 2024 | वैष्णव अपरा एकादशी | सोमवार ज्येष्ठ, कृष्ण एकादशी |
जून 4, 2024 | प्रदोष व्रत | मंगलवार ज्येष्ठ, कृष्ण त्रयोदशी |
जून 4, 202 | मासिक शिवरात्रि | मंगलवार ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्दशी |
जून 5, 2024 | मासिक कार्तिगाई | – |
जून 6, 2024 | वट सावित्री व्रत | बृहस्पतिवार ज्येष्ठ, कृष्ण अमावस्या |
जून 6, 2024 | शनि जयन्ती | बृहस्पतिवार ज्येष्ठ, कृष्ण अमावस्या |
जून 6, 2024 | अन्वाधान | बृहस्पतिवार ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्दशी |
जून 6, 2024 | रोहिणी व्रत | बृहस्पतिवार |
जून 6, 2024 | दर्श अमावस्या | बृहस्पतिवार ज्येष्ठ, कृष्ण अमावस्या |
जून 6, 2024 | ज्येष्ठ अमावस्या | बृहस्पतिवार आषाढ़, कृष्ण अमावस्या |
जून 7, 2024 | इष्टि | शुक्रवार ज्येष्ठ, कृष्ण अमावस्या |
जून 7, 2024 | चन्द्र दर्शन | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल प्रतिपदा |
जून 10, 2024 | विनायक चतुर्थी | सोमवार ज्येष्ठ, शुक्ल चतुर्थी |
जून 12, 2024 | स्कन्द षष्ठी | बुधवार ज्येष्ठ, शुक्ल षष्ठी |
जून 14, 2024 | धूमावती जयन्ती | शुक्रवार |
जून 14, 2024 | मासिक दुर्गाष्टमी | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल अष्टमी |
जून 15, 2024 | महेश नवमी | शनिवार ज्येष्ठ, शुक्ल नवमी |
जून 15, 2024 | मिथुन संक्रान्ति | शनिवार सूर्य का वृषभ से मिथुन राशि में प्रवेश |
जून 16, 2024 | गंगा दशहरा | रविवार ज्येष्ठ, शुक्ल दशमी |
जून 16, 2024 | पितृ दिवस | – |
जून 18, 2024 | गायत्री जयन्ती | मंगलवार ज्येष्ठ, शुक्ल एकादशी |
जून 18, 2024 | निर्जला एकादशी | मंगलवार ज्येष्ठ, शुक्ल एकादशी |
जून 18, 2024 | रामलक्ष्मण द्वादशी | मंगलवार ज्येष्ठ, शुक्ल द्वादशी |
जून 19, 2024 | प्रदोष व्रत | बुधवार ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी |
जून 21, 2024 | वट पूर्णिमा व्रत | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 21, 2024 | ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 21, 2024 | अन्वाधान | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल चतुर्दशी |
जून 21, 2024 | वैवस्वत मन्वादि | शुक्रवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 22, 2024 | कबीरदास जयन्ती | शनिवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 22, 2024 | ज्येष्ठ पूर्णिमा | शनिवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 22, 2024 | इष्टि | शनिवार ज्येष्ठ, शुक्ल पूर्णिमा |
जून 23, 2024 | आषाढ़ प्रारम्भ *उत्तर | रविवार श्रावण, कृष्ण प्रतिपदा |
जून 25, 2024 | कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी | मंगलवार आषाढ़, कृष्ण चतुर्थी |
जून 28, 2024 | कालाष्टमी | शुक्रवार आषाढ़, कृष्ण अष्टमी |
जून 28, 2024 | मासिक कृष्ण जन्माष्टमी | शुक्रवार आषाढ़, कृष्ण अष्टमी |
एकादशी माता आरती
ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता।
विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥
ॐ जय एकादशी…॥
तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी।
गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी॥
ॐ जय एकादशी…॥
मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना, विश्वतारनी जन्मी।
शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा, मुक्तिदाता बन आई॥
ॐ जय एकादशी…॥
पौष के कृष्णपक्ष की, सफला नामक है।
शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा, आनन्द अधिक रहै॥
ॐ जय एकादशी…॥
नाम षटतिला माघ मास में, कृष्णपक्ष आवै।
शुक्लपक्ष में जया, कहावै, विजय सदा पावै॥
ॐ जय एकादशी…॥
विजया फागुन कृष्णपक्ष में शुक्ला आमलकी।
पापमोचनी कृष्ण पक्ष में, चैत्र महाबलि की॥
ॐ जय एकादशी…॥
चैत्र शुक्ल में नाम कामदा, धन देने वाली।
नाम बरुथिनी कृष्णपक्ष में, वैसाख माह वाली॥
ॐ जय एकादशी…॥
शुक्ल पक्ष में होय मोहिनी अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी।
नाम निर्जला सब सुख करनी, शुक्लपक्ष रखी॥
ॐ जय एकादशी…॥
योगिनी नाम आषाढ में जानों, कृष्णपक्ष करनी।
देवशयनी नाम कहायो, शुक्लपक्ष धरनी॥
ॐ जय एकादशी…॥
कामिका श्रावण मास में आवै, कृष्णपक्ष कहिए।
श्रावण शुक्ला होय पवित्रा आनन्द से रहिए॥
ॐ जय एकादशी…॥
अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की, परिवर्तिनी शुक्ला।
इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में, व्रत से भवसागर निकला॥
ॐ जय एकादशी…॥
पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में, आप हरनहारी।
रमा मास कार्तिक में आवै, सुखदायक भारी॥
ॐ जय एकादशी…॥
देवोत्थानी शुक्लपक्ष की, दुखनाशक मैया।
पावन मास में करूं विनती पार करो नैया॥
ॐ जय एकादशी…॥
परमा कृष्णपक्ष में होती, जन मंगल करनी।
शुक्ल मास में होय पद्मिनी दुख दारिद्र हरनी॥
ॐ जय एकादशी…॥
जो कोई आरती एकादशी की, भक्ति सहित गावै।
जन गुरदिता स्वर्ग का वासा, निश्चय वह पावै॥
ॐ जय एकादशी…॥
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