सकट चौथ 2025 – कब है सकट चौथ? जानें पूजा का सही समय और विधि

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सकट चौथ हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पर्व है, जिसे गणेश जी की उपासना और संकटों के निवारण के लिए किया जाता है। इसे तिलकुटा चौथ, माघी चौथ या वक्रतुण्ड चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने परिवार की खुशहाली और संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत…

सकट चौथ व्रत कथा और पूजा विधि

।। सकट चौथ व्रत पूजा विधि ।। सुबह स्नान ध्यान करके भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद सूर्यास्त के बाद स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। गणेश जी की मूर्ति के पास एक कलश में जल भर कर रखें। धूप-दीप, नैवेद्य, तिल, लड्डू, शकरकंद, अमरूद, गुड़ और घी अर्पित करें। तिलकूट का बकरा भी कहीं-कहीं…

मोक्षदा एकादशी 2025 – जानिए व्रत का महत्व और कथा, पाएं मोक्ष का वरदान

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हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। साल में 24 एकादशियां आती हैं, जिनमें से कुछ का विशेष महत्व होता है। मोक्षदा एकादशी 2025 भी उन्हीं में से एक है। यह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत…

लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा

|| लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा || सतयुग में हरिश्चंद्र नामक एक प्रतापी राजा थे, जो अत्यंत सरल और सत्यनिष्ठ स्वभाव के थे। उनके शासन काल में अधर्म का कोई अस्तित्व नहीं था। उनके राज्य में न कोई अपाहिज था, न दरिद्र, न ही दुखी। उसी राज्य में ऋषिशर्मा नामक एक तपस्वी ब्राह्मण रहते थे।…

2025 में इष्टि एवं अन्वाधान व्रतों की विस्तृत सूची, महत्व और विधि सहित

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वेदिक परंपरा में यज्ञों का विशेष महत्व है, और इष्टि एवं अन्वाधान ऐसे ही दो महत्वपूर्ण यज्ञ हैं। आइए इन दोनों को समझते हैं। अन्वाधान हमेशा पहले किया जाता है। इसे यज्ञ की तैयारी माना जा सकता है, जहां देवता को आमंत्रित किया जाता है। अगले दिन, वास्तविक इष्टि अनुष्ठान होता है, जहां देवता को…

सफला एकादशी 2025 – जानें शुभ मुहूर्त, महत्व, व्रत कथा और पूजा विधि

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पौष माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी, अपने नाम के अनुरूप ही फलदायी मानी जाती है। एकादशी व्रत, हिंदू धर्म में आध्यात्मिक जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। वर्ष में 24 एकादशियां आती हैं, जो कि कृष्ण पक्ष और शुक्ल…

पशुपति व्रत का महत्व, विधि, नियम, कथा, पूजन सामग्री, मंत्र, उद्यापन, और इसके लाभ

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पशुपति व्रत भगवान शिव, जिन्हें भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है, को समर्पित एक विशेष व्रत है। यह व्रत उन लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है जो जीवन में अनेक कठिनाइयों और परेशानियों से जूझ रहे हैं। जब आप निराश और हताश महसूस कर रहे हों, जब आपको अपनी समस्याओं का…

आखिर क्या है नागा साधुओं का रहस्य और कहाँ रहते हैं

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नागा साधु किसे कहते हैं:- नागा साधु उन साधु को कहते है जो नग्न रहने के साथ युद्ध कला में माहिर होते हैं। नागा साधु बनने के लिए ब्रह्मचर्य का पालन करना पड़ता है और भिक्षा से ही अपना पेटना भरना होता है। नागा साधु बनने के बाद वस्त्र का त्याग करना पड़ता है। नाग…

बिगड़ी सँवारी प्रभु – भजन

|| बिगड़ी सँवारी प्रभु – भजन || सब पे तेरी दया का नूर बरस रहा है, फिर क्यूँ दयालु ये दास तरस रहा है। देखकर दशा मुझ दीन की, ना किनारा कीजिये, मेरी भी होगी सुनाई इतना तो इशारा कीजिये। तूने लाखों की-2 बिगड़ी सँवारी प्रभु ‘ कब आएगी बतादो मेरी बारी प्रभु , मेरी…

है कलयुग का राजा – भजन

|| है कलयुग का राजा – भजन || है कलयुग का राजा वह शीश का दानी ।। सारी दुनिया हुई है मेरे श्याम की दीवानी।। सारे जग में खाटू वाले श्याम का डंका बाज रहा । खाटू धाम से बैठा वह भक्तों के काज सवार रहा॥-2 विश्वास उसको यह हो रहा है,श्याम का प्रेमी वो…

Tripindi Shraddha Book (त्रिपिंडी श्राद्ध पुस्तक)

Tripindi Shraddha Book

त्रिपिंडी श्राद्ध विधि त्रिपिंडी श्राद्ध में ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा करके पूजा करने का विधान है। जो आत्मा आपको परेशान कर रही थी, वह त्रिपिंडी श्राद्ध के बाद प्रेत योनि से मुक्त हो जाएगी। त्रिपिंडी श्राद्ध कब करना चाहिए: कोई भी आत्मा जो अपने जीवन में संतुष्ट नहीं है और…

कलयुग के अवतार ओ खाटू वाले – भजन

|| कलयुग के अवतार ओ खाटू वाले – भजन || बैरी जग से बाबा बचाओ, तुम हारे के सहारे, तुम बिन श्यामा किसे पुकारे, जग के तुम रखवारे। ओ सांवरे कलयुग के अवतार, ओ खाटू वाले नीले घोड़े वाले, दुखियों की सुनो फरियाद सांवरे-2 संग दुखों ने आकर घेरा मुश्किल आगे खड़ी है, राह दिखा…

तेरी दया से खाटु वाले – भजन

|| तेरी दया से खाटु वाले – भजन || तेरी दया से खाटु वालेे मेरा गुजारा चलता है, मिलता तुझसे दाना पानी तब मेरा घर पलता है…. तेरे रहते चिंता करूं क्यूँ, पता है जब तू साथ है, मेरे जैसे हारे हुओं का तू ही दीनानाथ है, मेरे जीवन के अंधियारे में तेरे नाम का…

बाबा ऐसा मन्त्र मार दे – भजन

|| बाबा ऐसा मन्त्र मार दे – भजन || || ॐ श्री श्याम देवाय नमः, ॐ श्री श्याम देवाय नमः || श्री श्याम जय श्याम, जय जय शाम, बाबा ऐसा मन्त्र मार दे, ओ बाबा ऐसा मन्त्र मार दे, मेरे हो जाए वारे न्यारे…… बाबा लखदातार, मन्ने घेरया कष्ट हजार, इक इक गिणवा द्यूं सारे,…

मेहँदी श्याम की – भजन

|| मेहँदी श्याम की – भजन || भाव स्यूं मंडाई बड़े चाव स्यूं मंडाई, मंडवाई मनडे नै भाई जी आ मेहँदी… मेहँदी श्याम की.. मेहँदी मंडाई मैं तो बाबा थारे नाम की, हिवड़े समाई सूरत बाबा थारे धाम की, म्हारी थां स्यूं लगन लगाईं जी आ मेहँदी….. मेहँदी श्याम की… हथरच्या राचे हाथ गहरा गहरा…

जब से हम श्याम तेरे सहारे हुए – भजन

|| जब से हम श्याम तेरे सहारे हुए – भजन || हम तो दुनिया को भी, तब से प्यारे हुए । जब से हम श्याम, तेरे सहारे हुए।। पहले दुनिया ने मुझको, सताया बहुत, । ठोकरे राहों में भी, मैं खाया बहुत । । मेरी तकदीर थी, तेरा दर मिल गया । तुमने प्रेम को,…

खाटू श्याम तेरा नाम मैं पुकारूं सुबहो शाम -भजन

|| खाटू श्याम तेरा नाम मैं पुकारूं सुबहो शाम -भजन || ( हार गया हूँ, टूट गया हूँ, मुझे लेना, तुम संभाल बाबा । तेरे बिना, इस जग में बोलो, कौन सुने, मेरा हाल बाबा ॥ ) खाटू श्याम, तेरा नाम, मैं पुकारूं, सुबहो शाम ॥ मैं, दर तेरे आया, लेकर, झोली खाली, ओ दुनियाँ…

Falgun Month Festival 2025 – जानें हिन्दू कैलंडर फाल्गुन माह के विशेष पर्व और रीति-रिवाज

Falgun Month Festival

फाल्गुन माह 2025 एक ऐसा समय होगा जब भारत में वसंत ऋतु का आगमन हो रहा होगा। यह माह हिन्दू पंचांग का अंतिम माह होता है और इसे आनंद, उत्सव और रंगों का प्रतीक माना जाता है। फाल्गुन हिंदू पंचांग का बारहवां और अंतिम महीना है जो बसंत ऋतु का आगमन लेकर आता है। यह…

गुरुभक्तिप्रकाश (Gurubhaktiprakash)

गुरुभक्तिप्रकाश (Gurubhaktiprakash)

गुरुभक्तिप्रकाश पुस्तक गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध पर आधारित एक प्रेरणादायक ग्रंथ है। इस पुस्तक के लेखक रामस्वरूप ने गुरु की महिमा और भक्ति के महत्व को अत्यंत सुंदरता और सरलता के साथ प्रस्तुत किया है। यह ग्रंथ पाठकों को गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व को समझाने और जीवन में गुरु के मार्गदर्शन की आवश्यकता…

श्री भक्तामर-कथा कोष (Shree Bhaktmar Katha Kosh)

श्री भक्तामर-कथा कोष (Shree Bhaktmar Katha Kosh)

श्री भक्तामर-कथा कोष जैन धर्म के महान ग्रंथों में से एक है, जिसे पं. विनोदीलाल जी ने अत्यंत सरल और सारगर्भित शैली में प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक प्रसिद्ध भक्तामर स्तोत्र के गहरे आध्यात्मिक रहस्यों और कथाओं का संग्रह है। जैन आचार्य मंतंगाचार्य द्वारा रचित भक्तामर स्तोत्र का गहन अर्थ, उसकी महिमा और इससे जुड़े…

वन चले राम रघुराई (Van Chale Ram Raghuraai)

वन चले राम रघुराई (Van Chale Ram Raghuraai)

वन चले राम रघुराई रामायण की कथा पर आधारित एक अद्वितीय ग्रंथ है, जिसे प्रसिद्ध लेखक राम सागर शुक्ल ने अपने विशिष्ट शैलीबद्ध ढंग से प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक भगवान श्रीराम के वनगमन प्रसंग का विस्तार से वर्णन करती है और उनके जीवन के इस महत्वपूर्ण चरण के आध्यात्मिक, नैतिक, और सामाजिक पहलुओं को…

सभाष्यतत्वार्थाधिगमसूत्रम् (Sabhasyatatvarthadhigamsutram)

सभाष्यतत्वार्थाधिगमसूत्रम् (Sabhasyatatvarthadhigamsutram)

सभाष्यतत्वार्थाधिगमसूत्रम् जैन दर्शन के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। इस ग्रंथ के लेखक रायचन्द्र जैन ने जैन धर्म के गहरे आध्यात्मिक और दार्शनिक सिद्धांतों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। यह ग्रंथ जैन आचार्य उमास्वामी द्वारा रचित मूल “तत्वार्थसूत्र” पर आधारित है, जो जैन धर्म के सिद्धांतों और मार्गदर्शन का…

भक्तियोग (Bhaktiyog)

भक्तियोग (Bhaktiyog)

भक्तियोग पुस्तक भारतीय दर्शन के प्रमुख अंग भगवद्गीता और उपनिषदों में वर्णित भक्ति मार्ग पर आधारित है। यह ग्रंथ गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित किया गया है, जो धार्मिक और आध्यात्मिक साहित्य के क्षेत्र में अपनी विश्वसनीयता और प्रामाणिकता के लिए प्रसिद्ध है। इस पुस्तक में भगवान की भक्ति और समर्पण के माध्यम से आत्मा…

जनक दुलारी के जानकी प्यारी के – भजन

|| जनक दुलारी के जानकी प्यारी के || तर्ज – हम तुम चोरी से जनक दुलारी के, जानकी प्यारी के मन में बसे श्री राम || जब से देखा है राम को, की जनक दुलारी के, जानकी प्यारी के, मन में बसे श्री राम || मंदिर में जनक दुलारी, जब गौरी पूजन आई | सिया…

श्री राम की गली में तुम जाना – भजन

|| श्री राम की गली में तुम जाना || तर्ज – मनिहारी का भेष बनाया श्री राम की गली में तुम जाना, वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना, श्री राम की गली मे तुम जाना, वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना || उनके तन में है राम, उनके मन में है राम, अपनी आंखो से देखे, वो कण कण…

राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे – भजन

|| राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे || राम जी करेंगे ना तो श्याम जी करेंगे, तेरे सारे काम हनुमानजी करेंगे || जय हो जय हो | राम और श्याम दोनों बात मानते हैं, भक्त से बड़ा ना कोई सब जानते हैं, होगा वही जो भी ये जुबान से कहेंगे, राम जी करेगे…

हे मारुती सारी राम कथा – भजन

|| हे मारुती सारी राम कथा का सार तुम्हारी आँखों में || हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में, दुनिया भर की भक्ति का, भंडार तुम्हारी आँखों में, हे मारुती, हे मारुती सारी राम कथा का, सार तुम्हारी आँखों में || जय…

काम होगा वही जिसे चाहोगे राम – भजन

|| काम होगा वही जिसे चाहोगे राम || काम होगा वही जिसे चाहोगे राम, अपने स्वामी को, अपने स्वामी को सेवक क्या समझाएगा || सागर में तेर रहे पत्थर यह सारे, इनमे बसे है श्री रामजी हमारे, वही डूब गये पत्थर नही जिनमे राम, अपने स्वामी को, अपने स्वामी को सेवक क्या समझाएगा || लंका…

आते जाते हुए गुनगुनाया करो – भजन

|| आते जाते हुए गुनगुनाया करो || आते जाते हुए गुनगुनाया करो, राम बोला करो राम गाया करो || रिश्ता रखते हो जैसे तुम संसार से, मोह बंधन बंधा है जैसे परिवार से, मोह बंधन बंधा है जैसे परिवार से, थोड़ा उससे भी रिश्ता निभाया करो, राम बोला करो राम गाया करो || कौन कहता…

एक बार जो रघुबर की नजरो – भजन

|| एक बार जो रघुबर की नजरो का इशारा हो जाये || एक बार जो रघुबर की, नजरो का इशारा हो जाये, तेरी लगन में खो जाऊँ मैं, दुनिया से किनारा हो जाये || श्री राम तुम्हारे चरणों में, आशीष सभी को मिलती है, यह धूल तुम्हारी मिल जाये, जीवन का सहारा हो जाये ||…

ये चमक ये दमक – भजन

|| ये चमक ये दमक || ये चमक ये दमक फूलवान वा महक सब कुछ सरकार तुम्हाई से है ये चमक ये दमक फूलवान वा महक ये चमक ये दमक फूलवान वा महक सब कुछ सरकार तुम्हाई से है सब कुछ सरकार तुम्हाई से है चूमे सैया के चरण इठलाके पवन बगियन में बाहर तुमई…

सजा दो घर को गुलशन सा – भजन

|| सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है || सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है, मेरे सरकार आये है, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे सरकार आये है, सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है।। पखारो इनके चरणो को, बहा…

मेरी नैया में लक्ष्मण राम – भजन

|| मेरी नैया में लक्ष्मण राम ओ गंगा मैया धीरे बहो || मेरी नैया में लक्ष्मण राम, ओ गंगा मैया धीरे बहो, गंगा मैया हो गंगा मैया, मेरी नैया मे चारों धाम, ओ गंगा मैया धीरे बहो, गंगा मैया हो गंगा मैया || उछल उछल मत मारो हिचकोले, देख हिचकोले, मेरा मनवा डोले, मेरी नैया…

मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा – भजन

|| मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा || || दोहा || चलती चक्की को देखकर, दिया कबीरा रोय, दो पाटन के बिच में, साबुत बचा ना कोई | मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा, गोरखधंधा, गोरखधंधा, गोरखधंधा राम, मै क्या जानू राम तेरा गोरखधंधा || धरती और आकाश बिच में, सूरज तारे चन्दा, हवा बादलो…

आरती संग्रह (Aarti Sangrah)

आरती संग्रह

आरती संग्रह की विषय सूची क्र. सं. आरती 1 श्री गणेश जी की आरती 2 श्री हरि विष्णु जी की आरती 3 श्री मायातीत विष्णु जी की आरती 4 श्री सत्यानारायण जी की आरती 5 श्री रामचन्द्र जी की आरती 6 श्री हनुमान जी की आरती 7 श्री शिव जी की आरती 8 श्री कृष्ण…

हवन मंत्र (Havan Mantra)

हवन मंत्र (Havan Mantra)

Havan Mantra (हवन आहुति 108 मंत्र) ॐ गणपते स्वाहा. ॐ ब्रह्मणे स्वाहा . ॐ ईशानाय स्वाहा . ॐ अग्नये स्वाहा . ॐ निऋतये स्वाहा . ॐ वायवे स्वाहा . ॐ अध्वराय स्वाहा. ॐ अदभ्य: स्वाहा . ॐ नलाय स्वाहा . ॐ प्रभासाय स्वाहा . ॐ एकपदे स्वाहा . ॐ विरूपाक्षाय स्वाहा . ॐ रवताय स्वाहा…

मकर संक्रांति 2025 शुभ मुहूर्त – जानें इस दिन का खगोलीय और आध्यात्मिक महत्व

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मकर संक्रांति का दिन सूर्य देव को समर्पित है और इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू पंचांग में बारह संक्रांतियाँ होती हैं, लेकिन धार्मिक दृष्टि से मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि इसे सामान्यतः “संक्रांति” कहकर संबोधित किया जाता है। मकर संक्रान्ति 2025 पुण्य काल मुहूर्त…

मकर संक्रांति व्रत कथा व पूजा विधि

।। मकर संक्रांति पूजा विधि ।। मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य देव की पूजन का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान के जल में तिल मिलाकर स्नान करें। तत्पश्चात लाल वस्त्र धरण करें तथा दाहिने हाथ में जल लेकर पूरे दिन बिना नमक खाए व्रत करने…

शाकम्भरी देवी की कथा

|| शाकम्भरी देवी की कथा || प्राचीन काल में दुर्गम नाम का एक शक्तिशाली और अहंकारी दैत्य था। उसके पिता महादैत्य रूरू थे। एक दिन दुर्गम ने सोचा, “देवताओं की शक्ति और उनकी सत्ता वेदों में निहित है। यदि वेदों को नष्ट कर दिया जाए, तो देवताओं का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।” इस विचार के…

Bhogi Pandigai 2025 – जानें भोगी पण्डिगाई का इतिहास और इसे मनाने के प्रमुख स्थल

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भोगी पण्डिगाई दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो पोंगल उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। यह त्योहार पारंपरिक रूप से फसल कटाई के समय मनाया जाता है और किसानों के जीवन में एक विशेष महत्व रखता है। भोगी पण्डिगाई 2025 में 13 जनवरी को मनाई जाएगी। भारत, विविधताओं का देश है,…

महाकुंभ 2025 – क्या है कल्पवास? जानिए कल्पवास के कठोर नियम, विधि और उनकी आध्यात्मिकता

भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम महाकुंभ है, जो हर 12 वर्षों में होता है। महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज (प्राचीन इलाहाबाद) में होने वाला है। इसमें लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रथा है कल्पवास। महाकुंभ…

पौष पूर्णिमा कब है 2025 में और जाने इसका महत्व

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पौष माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को पूर्णिमा (Paush Purnima 2025) के नाम से जाना जाता है। इस पौष पूर्णिमा को अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस दिन से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो रही है। पूर्णिमा तिथि पर श्रीहरि के संग मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही…

Magh Month Festival 2025 : जानें माघ का महिना कब शुरू हो रहा है और महत्व

सनातन धर्म में माघ माह का बहुत बड़ा महत्व हैं हिन्दू पंचाग के अनुसार ये वर्ष का ग्यारहवाँ महीना है। इस माह में विधिपूर्वक श्रीहरि, मां लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा करने से सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। हिन्दू धर्म के अनुसार माघ माह के नियमों का पालन करने से व्यक्ति को…

लोहड़ी की कहानी – पंजाबी लोक कथा

।। लोहड़ी की कहानी – पंजाबी लोक कथा ।। लोहड़ी का संबंध सुंदरी नामक एक कन्या तथा दुल्ला भट्टी नामक एक योद्धा से जोड़ा जाता है। इस संबंध में प्रचलित ऐतिहासिक कथा के अनुसार, गंजीबार क्षेत्र में एक ब्राह्मण रहता था जिसकी सुंदरी नामक एक कन्या थी जो अपने नाम की भांति बहुत सुंदर थी।…

श्री खाटू श्याम अष्टक

|| श्री खाटू श्याम अष्टक || || दोहा || गुरु गणपति शारद शरण नौमि श्याम दिन रैन । अष्टक सत चित्त सुमिरण प्रदत सकल सुख चैन ॥ खाटू दर कलिमल हरण विपत विमुच मृदु वैन । विप्लव वन्दक प्रभु चरण सदय हरत हरि दैन ॥ || चौपाई || जय यक्षप कुल कोटि चौरासी, सूर्यवर्च अधिपति…

श्री नवकार महामंत्र की आरती

|| श्री नवकार महामंत्र की आरती || जय ‘अरिहंताण’, स्वामी जय अरिहंताण। भाव-भक्ति से नित्य-प्रति, प्रणमूं ‘सिद्धाण’ ॥ ॐ जय अरिहंताण ॥ दर्शन-ज्ञान-अनन्ता, शक्ति के धारी | स्वामी। यथाख्यात समकित है, कर्म-शत्रु हारी || ॐ || हे सर्वज्ञ !सर्वदर्शी ! बल, सुख अनन्त पाये ।स्वामी। अगुरुलघु अमूरत, अव्यय कहलाये ।।ॐ।। ‘नमो आयरियाण’, छत्तीस गुण पालक…

णमोकार महामंत्र चालीसा

|| णमोकार महामंत्र चालीसा || ।।  दोहा  ।। वंदूँ श्री अरिहंत पद, सिद्ध नाम सुखकार। सूरी पाठक साधुगण, हैं जग के आधार ।। इन पाँचों परमेष्ठि से, सहित मूल यह मंत्र। अपराजित व अनादि है, णमोकार शुभ मंत्र ।। णमोकार महामंत्र को, नमन करूँ शतबार। चालीसा पढ़कर लहूँ, स्वात्मधाम साकार ।। ।। चौपाई ।। हो…

श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

|| बृहस्पतिवार व्रत का महत्व || बृहस्पतिवार का व्रत हिंदू धर्म में विशेष रूप से भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा के लिए किया जाता है। इसे गुरु वार व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत का पालन करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है और उनके जीवन…

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