उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ उत्पन्ना एकादशी पूजा विधि ॥ ये व्रत दो प्रकार से रखा जाता है एक तो निर्जला दूसरा फल ग्रहण करके। व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर व्रत करने का संकल्प लें। इसके बाद भगवान विष्णु को अक्षत, दीपक, नैवेद्य आदि सोलह सामग्री से विधि विधान पूजा करें। एकादशी के दिन पीपल के…

श्री बृहदारण्यकोपनिषत् (Shri Brihadaranyakoponishat)

श्री बृहदारण्यकोपनिषत् (Shri Brihadaranyakoponishat)

‘श्री बृहदारण्यकोपनिषत्’ भारतीय उपनिषद साहित्य का एक प्रमुख ग्रंथ है, जो वेदांत दर्शन के गूढ़ तत्वों और आत्मा-ब्रह्म के अद्वैत सिद्धांत को उजागर करता है। इसका हिंदी भाष्य पंडित पितांबर शास्त्री जी ने किया है, जो उपनिषद के गहन रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने वाले एक अद्वितीय विद्वान थे। पंडित पितांबर शास्त्री भारतीय…

वृत्तप्रभाकर (Vrittprabhakar)

वृत्तप्रभाकर (Vrittprabhakar)

‘वृत्तप्रभाकर’ एक अद्वितीय दार्शनिक ग्रंथ है, जिसकी रचना निश्छलदास जी ने की है। यह ग्रंथ भारतीय अद्वैत वेदांत परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है और आत्मज्ञान, आध्यात्मिक जागृति तथा मोक्ष के मार्ग को सरल भाषा में प्रस्तुत करता है। निश्छलदास जी ने इस ग्रंथ को हिंदी भाषा में रचा, जो उस समय का एक अनूठा और…

श्री शिव महिमा स्तोत्रम् (Shri Shiva Mahima Stotram)

श्री शिव महिमा स्तोत्रम् (Shri Shiva Mahima Stotram)

‘श्री शिव महिमा स्तोत्रम्’ भगवान शिव की महिमा का वर्णन करने वाला एक अद्वितीय और प्रसिद्ध स्तोत्र है, जिसकी रचना पुष्पदंत द्वारा की गई है। यह स्तोत्र न केवल शिव भक्ति का प्रतीक है, बल्कि इसमें भगवान शिव के स्वरूप, उनके गुणों, और उनकी कृपा का भी गहन वर्णन है। पुष्पदंत एक दिव्य गंधर्व और…

ऋग्वेमंत्रशक्ति एवं उपासना रहस्य (Mantrashakti Evam Upasana Rahasya)

ऋग्वेमंत्रशक्ति एवं उपासना रहस्य (Mantrashakti Evam Upasana Rahasya)

‘ऋग्वेमंत्रशक्ति एवं उपासना रहस्य’ पुस्तक भारतीय वैदिक परंपरा के गहन अध्ययन और मंत्र उपासना के रहस्यमय पक्षों पर केंद्रित है। इस ग्रंथ के लेखक पंडित परंतप प्रेमशंकर जी हैं, जो वैदिक साहित्य और धर्मशास्त्र के विद्वान हैं। यह पुस्तक ऋग्वेद के मंत्रों की शक्ति, उनके अर्थ, और उनकी उपासना विधियों को सरल और गहनता से…

श्रीविद्यामंत्रमहायोग (Shri Vidhya Mantra Mahayoga)

श्रीविद्यामंत्रमहायोग (Shri Vidhya Mantra Mahayoga)

‘श्रीविद्यामंत्रमहायोग’ पुस्तक श्रीविद्या साधना के गूढ़ रहस्यों और महायोग के महत्व को उजागर करती है। इसके लेखक दत्तात्रेय नंदनाथ जी हैं, जो तंत्र, योग और श्रीविद्या परंपरा के प्रतिष्ठित साधक और विद्वान हैं। यह पुस्तक श्रीविद्या मंत्र साधना के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझाती है और साधकों को आत्मज्ञान की ओर अग्रसर करने का…

मंत्र शास्त्र (Mantra Shastra)

मंत्र शास्त्र (Mantra Shastra)

‘मंत्र शास्त्र’ पुस्तक भारतीय आध्यात्मिक परंपरा और मंत्र विज्ञान के गहन रहस्यों को उजागर करती है। इस ग्रंथ के लेखक गोविंद प्रभाकर भावे जी हैं, जो एक प्रसिद्ध विद्वान और भारतीय धर्म, दर्शन और मंत्र परंपरा के विशेषज्ञ हैं। यह पुस्तक उन सभी के लिए एक अमूल्य रचना है, जो मंत्र साधना, उसके महत्व, और…

श्रीमातृकाचक्र विवेक (Shri Matrika Chakra Vivek)

श्रीमातृकाचक्र विवेक (Shri Matrika Chakra Vivek)

श्रीमातृकाचक्र विवेक पुस्तक एक गहन और आध्यात्मिक ग्रंथ है, जो भारतीय तंत्र परंपरा में मातृकाचक्र के रहस्यों और उसके विवेक (ज्ञान) को उजागर करता है। यह पुस्तक तंत्र साधना, मातृका अक्षरों के प्रभाव, और उनके गूढ़ अर्थों को समझने के लिए एक अमूल्य साधन है। पुस्तक के लेखक श्री कृष्णानंद बुढोलिया जी और उनके गुरु…

मंत्र महायोग (Mantra Mahayoga)

मंत्र महायोग (Mantra Mahayoga)

‘मंत्र महायोग’ दत्तात्रेय नंदनाथ द्वारा लिखित एक अद्वितीय पुस्तक है, जो भारतीय तांत्रिक और मंत्र परंपरा की गहराइयों को उजागर करता है। यह पुस्तक मंत्र साधना, उसकी विधियों, प्रभावों और मनुष्य के आध्यात्मिक विकास में उसकी महत्ता पर केंद्रित है। इसमें मंत्रों की शक्ति और उनकी वैज्ञानिक तथा आध्यात्मिक व्याख्या प्रस्तुत की गई है। मंत्रों…

गायत्री का मंत्रार्थ (Gayatri Ka Mantrartha)

गायत्री का मंत्रार्थ (Gayatri Ka Mantrartha)

‘गायत्री का मंत्रार्थ’ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित एक अनुपम ग्रंथ है, जो गायत्री मंत्र के गूढ़ अर्थ और आध्यात्मिक रहस्यों को सरलता और स्पष्टता से उजागर करता है। इस पुस्तक का उद्देश्य गायत्री मंत्र को केवल एक पवित्र श्लोक के रूप में प्रस्तुत करना नहीं, बल्कि उसके भीतर छिपे हुए दिव्य ज्ञान को…

गायत्री की दैनिक साधना एवं यज्ञ पद्धति (Gayatri Ki Dainik Sadhana evam Yagya Paddhati)

गायत्री की दैनिक साधना एवं यज्ञ पद्धति (Gayatri Ki Dainik Sadhana evam Yagya Paddhati)

‘गायत्री की दैनिक साधना एवं यज्ञ पद्धति’ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो साधकों को गायत्री मंत्र के माध्यम से आत्मिक विकास और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का मार्ग दिखाता है। यह पुस्तक दैनिक साधना के महत्व और यज्ञ की विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करती है। गायत्री…

शनि के उपाय एवम टोटके (Shani Ke Upay Awam Totake)

शनि के उपाय एवम टोटके (Shani Ke Upay Awam Totake)

‘शनि के उपाय एवम् टोटके’ पुस्तक ज्योतिष शास्त्र और शनि ग्रह के प्रभावों को समझने और उनके निवारण के लिए एक प्रभावी मार्गदर्शिका है। अमरजीत यादव द्वारा लिखित यह पुस्तक उन पाठकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों, शनि की साढ़ेसाती, ढैया या कुंडली में शनि की स्थिति…

जानिए शनिदेव से जुड़ी 10 बड़ी बातें जिन्हें जानना बेहद जरूरी है

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हिंदू धर्म में, शनिदेव न्याय, कर्म और भाग्य के देवता के रूप में जाना जाता हैं। वे सूर्यदेव के पुत्र और छाया देवी संज्ञा से उत्पन्न हुए हैं। नवग्रहों में से एक, शनि को अक्सर उनके कठोर स्वभाव और दंडात्मक प्रकृति के लिए जाना जाता है। लेकिन शनिदेव केवल दंड देने वाले नहीं हैं, वे…

गायत्री साधना की उपलब्धियाँ (Gayatri Sadhana Ki Upalabdhiyan)

गायत्री साधना की उपलब्धियाँ (Gayatri Sadhana Ki Upalabdhiyan)

पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की पुस्तक “गायत्री साधना की उपलब्धियाँ” एक प्रेरणादायक और मार्गदर्शक पुस्तक है, जो गायत्री साधना के माध्यम से प्राप्त होने वाली आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक उपलब्धियों का विस्तृत वर्णन करती है। यह पुस्तक उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो साधना के महत्व को समझकर इसे अपने जीवन…

शनिवार आरती

॥ शनिवार आरती ॥ जय शनि देवा, जय शनि देवा, जय जय जय शनि देवा। अखिल सृष्टि में कोटि-कोटिजन करें तुम्हारी सेवा। जय शनि देवा…॥ जा पर कुपित होउ तुम स्वामी, घोर कष्ट वह पावे। धन वैभव और मान-कीर्ति, सब पलभर में मिट जावे। राजा नल को लगी शनि दशा, राजपाट हर लेवा। जय शनि…

श्री गायत्री चालीसा चित्रावली (Shree Gayatri Chalisa Chitrawali)

श्री गायत्री चालीसा चित्रावली (Shree Gayatri Chalisa Chitrawali)

पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित “श्री गायत्री चालीसा चित्रावली” एक अद्वितीय और प्रेरणादायक पुस्तक है, जिसमें गायत्री महाशक्ति की महिमा, उपासना और जीवन में उसके महत्व को अत्यंत सुंदर और सरल शैली में प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य गायत्री साधना को सरल और प्रभावी ढंग से हर वर्ग के लोगों तक…

महाकाल शनि मृत्युंजय स्तोत्रम्

॥ शनि मृत्युंजय स्तोत्र पाठ के लाभ ॥ महाकाल शनि मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करते समय उच्चारण शुद्ध रखने से इसका पूर्ण प्रभाव होता है। इसका प्रति शनिवार पाठ करना चाहिए इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करने के पश्चात शनि देव को तेल अवश्य चढ़ाएं, इससे आपके ऊपर से…

श्री शनिदेव चालीसा

|| श्री शनिदेव चालीसा || ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल । दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल ॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज । करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज ॥ ॥ चौपाई ॥ जयति जयति शनिदेव दयाला । करत सदा भक्तन…

श्री शनिदेव आरती

॥ शनिदेव आरती॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी । सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी । नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव..॥ क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी । मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी…

नागा सन्यासियों का इतिहास (Naga Sanyasiyon Ka Itihas)

नागा सन्यासियों का इतिहास (Naga Sanyasiyon Ka Itihas)

‘नागा सन्यासियों का इतिहास’ अशोक त्रिपाठी द्वारा लिखित एक अद्भुत और गहन शोधपूर्ण पुस्तक है, जो भारत के नागा सन्यासियों के अद्वितीय इतिहास, परंपराओं और धार्मिक योगदानों पर प्रकाश डालती है। यह पुस्तक भारतीय सनातन धर्म और इसकी तपस्वी परंपरा के महत्वपूर्ण पक्ष को समझने का एक अनमोल माध्यम है। नागा सन्यासियों का इतिहास पुस्तक…

मकर संक्रांति 2025 शुभ मुहूर्त – जानें इस दिन का खगोलीय और आध्यात्मिक महत्व

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मकर संक्रांति का दिन सूर्य देव को समर्पित है और इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू पंचांग में बारह संक्रांतियाँ होती हैं, लेकिन धार्मिक दृष्टि से मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि इसे सामान्यतः “संक्रांति” कहकर संबोधित किया जाता है। मकर संक्रान्ति 2025 पुण्य काल मुहूर्त…

मकर संक्रांति व्रत कथा व पूजा विधि

।। मकर संक्रांति पूजा विधि ।। मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य देव की पूजन का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान के जल में तिल मिलाकर स्नान करें। तत्पश्चात लाल वस्त्र धरण करें तथा दाहिने हाथ में जल लेकर पूरे दिन बिना नमक खाए व्रत करने…

विष्णु सहस्रनाम जाप करने के लाभ, नियम, कथा और महत्व

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विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र एक वैदिक भजन है जो भगवान विष्णु, हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक, के 1000 नामों का गुणगान करता है। यह स्तोत्र महाभारत के अनुशासनिक पर्व में भीष्म पितामह द्वारा युधिष्ठिर को सुनाया गया था। यह स्तोत्र भगवान विष्णु के विभिन्न गुणों, शक्तियों और अवतारों का वर्णन करता है। विष्णु…

श्री झूलेलाल चालीसा

|| श्री झूलेलाल चालीसा || ॥ दोहा ॥ जय जय जल देवता, जय ज्योति स्वरूप । अमर उडेरो लाल जय, झुलेलाल अनूप ॥ ॥ चौपाई ॥ रतनलाल रतनाणी नंदन । जयति देवकी सुत जग वंदन ॥ दरियाशाह वरुण अवतारी । जय जय लाल साईं सुखकारी ॥ जय जय होय धर्म की भीरा । जिन्दा पीर…

श्री गोरक्ष चालीसा

|| श्री गोरक्ष चालीसा || ॥ दोहा ॥ गणपति गिरिजा पुत्र को, सिमरूँ बारम्बार । हाथ जोड़ विनती करूँ, शारद नाम अधार । । ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गोरख अविनाशी, कृपा करो गुरुदेव प्रकाशी । जय जय जय गोरख गुणज्ञानी, इच्छा रूप योगी वरदानी । । अलख निरंजन तुम्हरो नामा, सदा करो भक्तन…

गायत्री की पंचविधि दैनिक साधना (Gayatri Ki Panchavidhi Dainik Sadhana)

गायत्री की पंचविधि दैनिक साधना (Gayatri Ki Panchavidhi Dainik Sadhana)

पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित “गायत्री की पंचविधि दैनिक साधना” गायत्री मंत्र की महत्ता, साधना के स्वरूप और इसके विभिन्न पहलुओं को समझाने वाली एक उपयोगी पुस्तक है। यह पुस्तक साधकों को गायत्री मंत्र के माध्यम से आत्मशुद्धि, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है। गायत्री की पंचविधि दैनिक साधना…

ईश्वर का विराट रूप (Ishvar Ka Virat Rup)

ईश्वर का विराट रूप (Ishvar Ka Virat Rup)

पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित पुस्तक “ईश्वर का विराट रूप” आध्यात्मिकता, दर्शन और ईश्वर के अनंत स्वरूप को समझने का एक उत्कृष्ट साधन है। इस पुस्तक में ईश्वर के सार्वभौमिक, सर्वव्यापी और विराट रूप को सहज, तर्कसंगत और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है…

महाभाष्य के श्लोकवर्त्तिका (Mahabhashya Ke Shlokavarttika)

महाभाष्य के श्लोकवर्त्तिका (Mahabhashya Ke Shlokavarttika)

‘महाभाष्य के श्लोकवर्त्तिका’ डॉ. कमला भारद्वाज द्वारा रचित एक गहन अध्ययनात्मक कृति है, जो संस्कृत व्याकरण के महान ग्रंथ महाभाष्य के श्लोकों और वर्त्तिकाओं का विस्तृत विवेचन प्रस्तुत करती है। यह ग्रंथ पाणिनीय व्याकरण और पतंजलि के महाभाष्य के अध्ययन में रुचि रखने वाले विद्वानों और छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है। महाभाष्य के श्लोकवर्त्तिका…

जानिये निधिवन मंदिर के रहस्य का वास्तविक कारण और वास्तुशास्त्रीय विश्लेषण

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निधिवन मंदिर, वृन्दावन में स्थित एक पवित्र स्थल है, जिसे उसके गूढ़ रहस्यों के लिए प्रसिद्ध किया जाता है। वृन्दावन की धरती पर स्थित निधिवन, पवित्रता, रहस्य और प्रेम का अद्भुत संगम है। यहाँ भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा की अर्द्धरात्रिकालीन रासलीला की कथाएं प्रचलित हैं, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं। निधिवन मंदिर के कुछ रहस्यमय…

ईश्वर और उसकी अनुभूति (Ishwar Aur Uski Anubhuti)

ईश्वर और उसकी अनुभूति (Ishwar Aur Uski Anubhuti)

पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित “ईश्वर और उसकी अनुभूति” एक ऐसा प्रेरणादायक ग्रंथ है, जो अध्यात्म की गहराइयों में उतरने और ईश्वर के साथ आत्मिक संबंध स्थापित करने का मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह पुस्तक उन जिज्ञासुओं और साधकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो ईश्वर की अनुभूति को अपने जीवन का…

पंचाक्षरी विद्या (Panchakshari Vidya)

पंचाक्षरी विद्या (Panchakshari Vidya)

‘पंचाक्षरी विद्या’ स्वामी महेशानंद गिरि द्वारा लिखित एक अद्वितीय ग्रंथ है, जो भगवान शिव की आराधना से संबंधित पंचाक्षरी मंत्र “ॐ नमः शिवाय” के रहस्यों और साधना पद्धतियों पर केंद्रित है। यह पुस्तक शिव भक्तों के लिए एक अमूल्य धरोहर है, जो उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान और साधना की गहराई तक पहुँचने में सहायक बनती है।…

काकचण्डीश्वरकल्पतंत्रम (Kaka Chandiswara Kalpatantram)

काकचण्डीश्वरकल्पतंत्रम (Kaka Chandiswara Kalpatantram)

‘काकचण्डीश्वरकल्पतंत्रम्’ श्री कैलाशपति पांडेय द्वारा रचित एक महत्त्वपूर्ण ग्रंथ है, जो तांत्रिक साधना, उपासना और तंत्र शास्त्र के गहन रहस्यों को उजागर करता है। यह पुस्तक तांत्रिक परंपरा के जटिल लेकिन प्रभावशाली पहलुओं को समझने का एक उत्कृष्ट माध्यम है। काकचण्डीश्वरकल्पतंत्रम् पुस्तक की मुख्य विशेषताएँ इस ग्रंथ में काकचण्डीश्वर तंत्र की विशिष्ट परंपराओं, साधना पद्धतियों और…

Sandhyaa Rahasya (संध्या रहस्य)

Sandhyaa Rahasya (संध्या रहस्य)

संध्या रहस्य एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसमें संध्या वंदन की विधियों और इसके गूढ़ रहस्यों का वर्णन किया गया है। संध्या वंदन एक प्राचीन वैदिक अनुष्ठान है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और आवश्यक माना गया है। यह पुस्तक संध्या वंदन के महत्व, इसके विभिन्न चरणों, और इसके पीछे छिपे आध्यात्मिक अर्थों का…

Brihad Viman Shastra (बृहद विमान शास्त्र)

Brihad Viman Shastra (बृहद विमान शास्त्र)

बृहद विमान शास्त्र एक प्राचीन भारतीय ग्रंथ है, जिसे विमान शास्त्र या विमान विद्या के रूप में जाना जाता है। यह ग्रंथ आचार्य भरद्वाज द्वारा रचित माना जाता है और इसमें विभिन्न प्रकार के विमानों, उनके निर्माण, संचालन और उनकी तकनीकी विशेषताओं का विवरण मिलता है। यह ग्रंथ भारतीय पौराणिक साहित्य में विज्ञान और तकनीकी…

Ved Saurabh (वेद सौरभ)

Ved Saurabh (वेद सौरभ)

वेद सौरभ एक महत्वपूर्ण धार्मिक और दार्शनिक ग्रंथ है, जिसमें वेदों के सार को सरल और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक है जो वेदों के ज्ञान को समझने और उनका पालन करने की इच्छा रखते हैं। वेद सौरभ वेदों के गूढ़ ज्ञान को सरल भाषा…

षष्ठी देवी स्तोत्रम्

॥ श्री षष्ठी देवि स्तोत्रम् का महत्व ॥ जिन दंपत्तियों को संतान सुख प्राप्त करने में बाधा होती है, उन्हें नवरात्रि के दौरान दोनों समय (सुबह और शाम) माता षष्ठी के स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। नवरात्रि के पहले दिन संतान प्राप्ति की कामना से शालिग्राम शिला, कलश, वटवृक्ष के मूल या दीवार पर लाल…

नागा सन्यासियों का इतिहास (Naga Sanyasiyon Ka Itihas)

नागा सन्यासियों का इतिहास (Naga Sanyasiyon Ka Itihas)

‘नागा सन्यासियों का इतिहास’ अशोक त्रिपाठी द्वारा लिखित एक अद्भुत और गहन शोधपूर्ण पुस्तक है, जो भारत के नागा सन्यासियों के अद्वितीय इतिहास, परंपराओं और धार्मिक योगदानों पर प्रकाश डालती है। यह पुस्तक भारतीय सनातन धर्म और इसकी तपस्वी परंपरा के महत्वपूर्ण पक्ष को समझने का एक अनमोल माध्यम है। नागा सन्यासियों का इतिहास पुस्तक…

प्रथम दीक्षा (Pratham Diksha)

प्रथम दीक्षा (Pratham Diksha)

‘प्रथम दीक्षा’ सतीसर फाउंडेशन द्वारा रचित एक प्रेरणादायक पुस्तक है, जो आत्मज्ञान, जीवन की आंतरिक यात्रा और आध्यात्मिकता के मूल सिद्धांतों पर आधारित है। यह पुस्तक विशेष रूप से उन लोगों के लिए है, जो आध्यात्मिक मार्ग पर पहला कदम रखना चाहते हैं और जीवन के गहरे रहस्यों को समझने की इच्छा रखते हैं। प्रथम…

श्री गंगा स्तोत्रम्

॥ श्री गंगा स्तोत्रम् ॥ देवि! सुरेश्वरि! भगवति! गंगे त्रिभुवनतारिणि तरलतरंगे । शंकरमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले ॥ भागीरथिसुखदायिनि मातस्तव जलमहिमा निगमे ख्यातः । नाहं जाने तव महिमानं पाहि कृपामयि मामज्ञानम् ॥ हरिपदपाद्यतरंगिणि गंगे हिमविधुमुक्ताधवलतरंगे । दूरीकुरु मम दुष्कृतिभारं कुरु कृपया भवसागरपारम् ॥ तव जलममलं येन निपीतं परमपदं खलु तेन गृहीतम् । मातर्गंगे त्वयि…

Vedant Darshan (वेदांत दर्शन)

Vedant Darshan (वेदांत दर्शन)

वेदांत दर्शन पुस्तक भारतीय दार्शनिक परंपरा के महत्वपूर्ण पहलू वेदांत के सिद्धांतों और शिक्षाओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है। वेदांत दर्शन भारतीय दर्शन का एक प्रमुख अंग है, जो वेदों के अंतिम भाग, उपनिषदों, पर आधारित है। यह पुस्तक उन सभी के लिए एक मार्गदर्शिका है जो वेदांत के गूढ़ सिद्धांतों को समझना चाहते…

Chanakya Sutrani (चाणक्य सूत्राणी)

Chanakya Sutrani (चाणक्य सूत्राणी)

चाणक्य सूत्राणी महान विद्वान और राजनीतिज्ञ चाणक्य द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और सलाहकार थे। उनकी रचनाएँ, विशेष रूप से चाणक्य सूत्राणी और अर्थशास्त्र, राजनीति, अर्थव्यवस्था और राज्य प्रशासन के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण…

नित्य पारायण स्तोत्रम्

॥ नित्य पारायण स्तोत्रम् ॥ प्रभात श्लोकः कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । करमूले स्थिता गौरी प्रभाते करदर्​शनम् ॥ करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्​शनम् ॥ प्रभात भूमि श्लोकः समुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मंडले । विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं, पादस्पर्​शं क्षमस्वमे ॥ सूर्योदय श्लोकः ब्रह्मस्वरूप मुदये मध्याह्नेतु महेश्वरम् । साहं ध्यायेत्सदा विष्णुं त्रिमूर्तिं च दिवाकरम् ॥ स्नान…

श्री रामचन्द्राष्टकम्

॥ श्री रामचन्द्राष्टकम् ॥ चिदाकारो धातापरमसुखदः पावन- तनुर्मुनीन्द्रैर्यो-गीन्द्रैर्यतिपतिसुरेन्द्रैर्हनुमता। सदा सेव्यः पूर्णोजनकतनयाङ्गः सुरगुरू रमानाथो रामो रमतुमम चित्ते तु सततम्॥ मुकुन्दो गोविन्दोजनकतनयालालितपदः पदं प्राप्तायस्याधमकुलभवा चापि शबरी। गिरातीतोऽगम्योविमलधिषणैर्वेदवचसा रमानाथो रामो रमतुमम चित्ते तु सततम्॥ धराधीशोऽधीशःसुरनरवराणां रघुपतिः किरीटी केयूरीकनककपिशः शोभितवपुः। समासीनः पीठेरविशतनिभे शान्तमनसो रमानाथो रामो रमतुमम चित्ते तु सततम्॥ वरेण्यः शारण्यःकपिपतिसखश्चान्तविधुरो ललाटे काश्मीरोरुचिरगतिभङ्गः शशिमुखः। नराकारो रामोयतिपतिनुतः संसृतिहरो रमानाथो रामो…

श्री राम प्रेमाष्टकम्

॥ श्री रामप्रेमाष्टकम् ॥ श्यामाम्बुदाभमरविन्दविशालनेत्रं बन्धूकपुष्पसदृशाधरपाणिपादम्। सीतासहायमुदितं धृतचापबाणं रामं नमामि शिरसा रमणीयवेषम्॥ पटुजलधरधीरध्वानमादाय चापं पवनदमनमेकं बाणमाकृष्य तूणात्। अभयवचनदायी सानुजः सर्वतो मे रणहतदनुजेन्द्रो रामचन्द्रः सहायः॥ दशरथकुलदीपोऽमेयबाहुप्रतापो दशवदनसकोपः क्षालिताशेषपापः। कृतसुररिपुतापो नन्दितानेकभूपो विगततिमिरपङ्को रामचन्द्रः सहायः॥ कुवलयदलनीलः कामितार्थप्रदो मे कृतमुनिजनरक्ष रक्षसामे कहन्ता। अपहृतदुरितोऽसौ नाममात्रेण पुंसामखिल- सुरनृपेन्द्रो रामचन्द्रः सहायः॥ असुरकुलकृशानुर्मानसाम्भोजभानुः सुरनरनिकराणामग्रणीर्मे रघूणाम्। अगणितगुणसीमा नीलमेघौघधामा शमदमितमुनीन्द्रो रामचन्द्रः सहायः॥ कुशिकतनययागं रक्षिता लक्ष्मणाढ्यः…

श्री रामाष्टकम्

॥ श्री रामाष्टकम् ॥ कृतार्तदेववन्दनंदिनेशवंशनन्दनम्। सुशोभिभालचन्दनंनमामि राममीश्वरम्॥ मुनीन्द्रयज्ञकारकंशिलाविपत्तिहारकम्। महाधनुर्विदारकंनमामि राममीश्वरम्॥ स्वतातवाक्यकारिणंतपोवने विहारिणम्। करे सुचापधारिणंनमामि राममीश्वरम्॥ कुरङ्गमुक्तसायकंजटायुमोक्षदायकम्। प्रविद्धकीशनायकंनमामि राममीश्वरम्॥ प्लवङ्गसङ्गसम्मतिंनिबद्धनिम्नगापतिम्। दशास्यवंशसङ्क्षतिंनमामि राममीश्वरम्॥ विदीनदेवहर्षणंकपीप्सितार्थवर्षणम्। स्वबन्धुशोककर्षणंनमामि राममीश्वरम्॥ गतारिराज्यरक्षणंप्रजाजनार्तिभक्षणम्। कृतास्तमोहलक्षणंनमामि राममीश्वरम्॥ हृताखिलाचलाभरंस्वधामनीतनागरम्। जगत्तमोदिवाकरंनमामि राममीश्वरम्॥ इदं समाहितात्मनानरो रघूत्तमाष्टकम्। पठन्निरन्तरं भयंभवोद्भवं न विन्दते॥ ॥ इति श्री रामाष्टकं सम्पूर्णम् ॥

श्री सीताराम आरती

॥ श्री सीताराम आरती ॥ आसपास सखियाँ सुख दैनी, सजि नव साज सिन्गार सुनैनी, बीन सितार लिएँ पिकबैनी, गाइ सुराग सुनाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। अनुपम छबि धरि दन्पति राजत, नील पीत पट भूषन भ्राजत, निरखत अगनित रति छबि लाजत, नैनन को फल पाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। नीरज…

मंत्र शक्ति के अद्भुत चमत्कार (Mantra Shakti Ke Adbhut Chamatkar)

मंत्र शक्ति के अद्भुत चमत्कार (Mantra Shakti Ke Adbhut Chamatkar)

‘मंत्र शक्ति के अद्भुत चमत्कार’ एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक पुस्तक है, जिसे प्रख्यात लेखक डॉ. चमनलाल गौतम ने लिखा है। यह पुस्तक मंत्रों की शक्ति, उनकी उपयोगिता और उनके चमत्कारिक प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा करती है। यह ग्रंथ उन पाठकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो आध्यात्मिक साधना, मंत्र विज्ञान…

मध्यसिद्धान्तकौमुदी (Madhyasiddhantakaumudi)

मध्यसिद्धान्तकौमुदी (Madhyasiddhantakaumudi)

‘मध्यसिद्धान्तकौमुदी’ संस्कृत व्याकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसे प्रख्यात विद्वान श्री विष्णुनाथ ने रचा है। यह ग्रंथ संस्कृत भाषा के व्याकरणिक सिद्धांतों को सहज और सरल रूप में प्रस्तुत करता है। यह पाणिनि के अष्टाध्यायी और भट्टोजि दीक्षित की सिद्धान्तकौमुदी के बीच एक सेतु का कार्य करता है, जिससे जटिल व्याकरणिक नियमों…