अपरा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। अपरा एकादशी पूजा विधि ।। सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। भगवान की आरती करें। भगवान को भोग…

कामिका एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ कामिका एकादशी पूजा विधि ॥ इस एकादशी के व्रत की विधि दशमी से ही शुरू हो जाती है। इस व्रत को रखने वाले साधक को सात्विक भोजन करना चाहिए और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। एकादशी के दिन सुबह जल्दी स्नान कर लेना चाहिए। उसके बाद विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए। पूजा…

वरूथिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ वरूथिनी एकादशी पूजा विधि ॥ सर्वप्रथम एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके निवृत्त हो जाएँ। इसके बाद साफ सुथरे कपड़े धारण कर लें। अब भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। तत्पश्चात एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को…

आमलकी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ आमलकी एकादशी पूजा विधि ॥ आमलकी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होने के बाद भगवान विष्णु के समक्ष व्रत का संकल्प लें। आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की तस्वीर एक चौकी पर स्थापित करें और उनकी विधिवत पूजा करें। श्री विष्णु को रोली, चंदन, अक्षत, फूल, धूप…

मोहिनी (पापमोचनी) एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ मोहिनी एकादशी पूजा विधि ॥ पापमोचनी एकादशी व्रत में भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है व्रत के दिन सूर्योदय के समय जगें और स्नान करना चाहिए भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने बैठकर एकादशी व्रत कथा का पाठ करना चाहिए दिन में भगवान विष्णु की पूजा के बाद रात्रि में…

षटतिला एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ षटतिला एकादशी व्रत पूजा विधि ॥ षटतिला एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन तिल का प्रयोग 6 तरीकों से किया जाता है। तिल स्नान, तिल का उबटन, तिल का हवन, तिल का तर्पण, तिल का भोग और तिल का दान। पूजा के लिए इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में…

देव प्रबोधिनी / देवउठनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

देव प्रबोधिनी एकादशी

।। देव प्रबोधिनी / देवउठनी एकादशी ।। हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। यह एकादशी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु अपनी योग निद्रा से जागते हैं और चातुर्मास समाप्त होता है और मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं।…

Shri Sitaram Aarti

॥ Aarti ॥ Aasapasa Sakhiyan Sukha Daini, Saji Nava Saja Singara Sunaini, Bina Sitara Liyen Pikabaini, Gai Suraga Sunao॥ Gao Gao Ri, Priyapritama Ki Aarti Gao। Anupama Chhabi Dhari Danpati Rajata, Nila Pita Pata Bhushana Bhrajata, Nirakhata Aganita Rati Chhabi Lajata, Nainana Ko Phala Pao॥ Gao Gao Ri, Priyapritama Ki Aarti Gao। Niraja Naina Chapala…

श्री सीताराम आरती

॥ आरती ॥ आसपास सखियाँ सुख दैनी, सजि नव साज सिन्गार सुनैनी, बीन सितार लिएँ पिकबैनी, गाइ सुराग सुनाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। अनुपम छबि धरि दन्पति राजत, नील पीत पट भूषन भ्राजत, निरखत अगनित रति छबि लाजत, नैनन को फल पाओ॥ गाओ गाओ री, प्रियाप्रीतम की आरती गाओ। नीरज नैन चपल…

श्री राम रघुपति आरती

॥ आरती ॥ बन्दौं रघुपति करुना निधान। जाते छूटै भव-भेद ग्यान॥ रघुबन्स-कुमुद-सुखप्रद निसेस। सेवत पद-पन्कज अज-महेस॥ निज भक्त-हृदय पाथोज-भृन्ग। लावन्यबपुष अगनित अनन्ग॥ अति प्रबल मोह-तम-मारतण्ड। अग्यान-गहन- पावक-प्रचण्ड॥ अभिमान-सिन्धु-कुम्भज उदार। सुररन्जन, भन्जन भूमिभार॥ रागादि- सर्पगन पन्नगारि। कन्दर्प-नाग-मृगपति, मुरारि॥ भव-जलधि-पोत चरनारबिन्द। जानकी-रवन आनन्द कन्द॥ हनुमन्त प्रेम बापी मराल। निष्काम कामधुक गो दयाल॥ त्रैलोक-तिलक, गुनगहन राम। कह तुलसिदास…

Shri Ram Raghupati Aarti

॥ Aarti ॥ Bandaun Raghupati Karuna Nidhana। Jate Chhutai Bhava Bheda Gyana॥ Raghubansa Kumuda Sukhaprada Nisesa। Sevata Pada Pankaja Aja Mahesa॥ Nija Bhakta Hridaya Pathoja Bhringa। Lavanyabapusha Aganita Ananga॥ Ati Prabala Moha Tama Maratanda। Agyana Gahana Pavaka Prachanda॥ Abhimana Sindhu Kumbhaja Udara। Suranjana, Bhanjana Bhumibhara॥ Ragadi Sarpagana Pannagari। Kandarpa Naga Mrigapati, Murari॥ Bhava Jaladhi Pota…

जानकी माता आरती

॥ आरती ॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की। राममधुपमन कमल कली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ रामचन्द्र, मुखचन्द्र चकोरी। अन्तर साँवर बाहर गोरी। सकल सुमन्गल सुफल फली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ पिय दृगमृग जुग-वन्धन डोरी, पीय प्रेम रस-राशि किशोरी। पिय मन गति विश्राम थली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ रूप-रास गुननिधि…

Janaki Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki। Ramamadhupamana Kamala Kali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Ramachandra, Mukhachandra Chakori। Antar Samvar Bahar Gori। Sakal Sumangal Suphala Phali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Piya Driganriga Juga-Vandhana Dori, Piya Prema Rasha Rashi Kishori। Piya Mana Gati Vishrama Thali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Rupa-Rasa…

गिरिधारी आरती

॥ आरती ॥ जय जय गिरिधारी प्रभु, जय जय गिरिधारी। दानव-दल-बलहारी, गो-द्विज-हितकारी॥ जय जय गिरिधारी प्रभु, जय जय गिरिधारी। जय गोविन्द दया निधि, गोवर्धन-धारी। वन्शीधर बनवारी ब्रज-जन-प्रियकारी॥ जय जय गिरिधारी प्रभु, जय जय गिरिधारी। गणिका-गीध-अजामिल गजपति-भयहारी। आरत-आरति-हारी, जग-मन्गल-कारी॥ जय जय गिरिधारी प्रभु, जय जय गिरिधारी। गोपालक, गोपेश्वर, द्रौपदि-दुखदारी। शबर-सुता-सुखकारी, गौतम-तिय तारी॥ जय जय गिरिधारी प्रभु,…

नटवर आरती

॥ आरती ॥ नन्द-सुवन जसुमतिके लाला, गोधन गोपी प्रिय गोपाला। देवप्रिय असुरनके काला, मोहन विश्वविमोहन वर की॥ आरती कीजै श्रीनटवर जी की। जय वसुदेव-देवकी-नन्दन, कालयवन-कन्सादि-निकन्दन। जगदाधार अजय जगवन्दन, नित्य नवीन परम सुन्दर की॥ आरती कीजै श्रीनटवर जी की। अकल कलाधर सकल विश्वधर, विश्वम्भर कामद करुणाकर। अजर, अमर, मायिक, मायाहर, निर्गुन चिन्मय गुणमन्दिर की॥ आरती कीजै…

श्री कृष्ण कन्हैया आरती

॥ आरती ॥ मथुरा कारागृह अवतारी, गोकुल जसुदा गोद विहारी। नन्दलाल नटवर गिरधारी, वासुदेव हलधर भैया की॥ आरती श्रीकृष्ण कन्हैया की। मोर मुकुट पीताम्बर छाजै, कटि काछनि, कर मुरलि विराजै। पूर्ण सरक ससि मुख लखि लाजै, काम कोटि छवि जितवैया की॥ आरती श्रीकृष्ण कन्हैया की। गोपीजन रस रास विलासी, कौरव कालिय, कन्स बिनासी। हिमकर भानु,…

Giridhari Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Jai Giridhari Prabhu,Jai Jai Giridhari। Danava-Dala-Balahari,Go-Dwija Hitakari॥ Jai Jai Giridhari Prabhu, Jai Jai Giridhari। Jai Govinda Dayanidhi,Govardhana-Dhari। Vanshidhara BanavariBraja-Jana-Priyakari॥ Jai Jai Giridhari Prabhu, Jai Jai Giridhari। Ganika-Gidha-AjamilaGajapati-Bhayahari। Arata-Aarti-Hari,Jaga-Mangala-Kari॥ Jai Jai Giridhari Prabhu ,Jai Jai Giridhari। Gopalaka, Gopeshwara,Draupadi-Dukhadari। Shabara-Suta-Sukhakari,Gautama-Tiya Tari॥ Jai Jai Giridhari Prabhu, Jai Jai Giridhari। Jana-Prahlada-Pramodaka,Narahari-Tanu-Dhari। Jana-Mana-Ranjanakari,Diti-Suta-Sanhari॥ Jai Jai Giridhari…

Natavara Aarti

॥ Aarti ॥ Nanda-Suvana Jasumatike Lala, Godhana Gopi Priya Gopala। Devapriya Asuranake Kala, Mohana Vishwavimohana Vara Ki॥ Aarti Kijai Shri Natavara Ji Ki। Jai Vasudeva-Devaki-Nandana, Kalayavana-Kansadi-Nikandana। Jagadadhara Ajaya Jagavandana, Nitya Navina Parama Sundara Ki॥ Aarti Kijai Shri Natavara Ji Ki। Akala Kaladhara Sakala Vishwadhara, Vishwambhara Kamada Karunakara। Ajara, Amara, Mayika, Mayahara, Nirguna Chinmaya Gunamandira Ki॥…

Shri Krishna Kanhaiya Aarti

॥ Aarti ॥ Mathura Karagriha Avatari, Gokula Jashuda Goda Vihari। Nandalala Natavara Giridhari, Vasudeva Haladhara Bhaiya Ki॥ Aarti Shri Krishna Kanhaiya Ki। Mora Mukuta Pitambara Chhajai, Kati Kachhani Kara Murali Virajai। Purna Sarada Sasi Mukha Lakhi Lajai, Kama Koti Chhabi Jitavaiya Ki॥ Aarti Shri Krishna Kanhaiya Ki। Gopijana Rasa Rashi Vilasi, Kaurava Kaliya Kansa Vinasi।…

श्री यशोदालाल आरती

॥ आरती ॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित, फूली अङ्ग न मात। बल-बल कहि दुलरावत आनन्द मगन भई पुलकात॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित… सुबरन-थार रत्न-दीपावलि चित्रित घृत-भीनी बात। कल सिन्दूर दूब दधि अच्छत तिलक करत बहु भाँत॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित… अन्न चतुर्विध बिबिध भोग दुन्दुभि बाजत बहु जात। नाचत गोप कुम्कुमा छिरकत देत अखिल नगदात॥…

Shri Yashodalala Aarti

॥ Shri Yashodalala Aarti ॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita, Phuli Anga Na Mata। Bala Bala Kahi Dularavata Ananda Magana Bhai Pulakata॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita… Subarana Thara Ratna Dipavali Chitrita Ghrita Bhini bata। Kala Sindura Duba Dadhi Achchhata Tilaka Karata Bahu Bhamta॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita… Anna Chaturvidha Bibidha Bhoga Dundubhi Bajata Bahu Jata। Nachata…

श्री लक्ष्मीनारायण आरती

॥ आरती ॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। जय लक्ष्मीनारायण, जय लक्ष्मी-विष्णो। जय माधव, जय श्रीपति, जय, जय, जय विष्णो॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। जय चम्पा सम-वर्णे जय नीरदकान्ते। जय मन्द स्मित-शोभे जय अदभुत शान्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। कमल वराभय-हस्ते शङ्खादिकधारिन्। जय कमलालयवासिनि गरुडासनचारिन्॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। सच्चिन्मयकरचरणे सच्चिन्मयमूर्ते। दिव्यानन्द-विलासिनि जय सुखमयमूर्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। तुम त्रिभुवन की माता, तुम सबके त्राता। तुम…

Shri Lakshminarayana Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Lakshmi-Vishno। Jai Lakshminarayana, Jai Lakshmi-Vishno। Jai Madhava, Jai Shripati, Jai, Jai, Jai Vishno॥ Jai Lakshmi-Vishno। Jai Champa Sama-Varne, Jai Niradakante। Jai Manda Smita-Shobhe, Jai Adabhuta Shante॥ Jai Lakshmi-Vishno। Kamala Varabhaya-Haste, Shankhnadikadharin। Jai KamalalayavasiniGarudasanacharin॥ Jai Lakshmi-Vishno। Sachchinmayakaracharane, Sachchinmayamurte। Divyananda Vilasini, Jai Sukhamayamurte॥ Jai Lakshmi-Vishno। Tuma Tribhuvanaki Mata, Tuma Sabake Trata। Tuma Loka…

श्री पवनसुत हनुमान आरती

॥ आरती ॥ जयति मंगलागार, संसार, भारापहर, वानराकार विग्रह पुरारी। राम-रोषानल, ज्वालमाला मिषध्वान्तचर-सलभ-संहारकारी॥ जयति मरुदन्जनामोद-मन्दिर, नतग्रीवसुग्रीव-दुःखैकबन्धो। यातुधानोद्धत-क्रुद्ध-कालाग्निहर, सिद्ध-सुर-सज्जनानन्दसिन्धो॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति रुद्राग्रणी, विश्ववन्द्याग्रणी, विश्वविख्यात-भट-चक्रवर्ती। सामगाताग्रणी, कामजेताग्रणी, रामहित, रामभक्तानुवर्ती॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति संग्रामजय, रामसन्देशहर, कौशला-कुशल-कल्याणभाषी। राम-विरहार्क-संतप्त-भरतादि नर-नारि-शीतलकरणकल्पशाषी॥ जयति मंगलागार, संसार… जयति सिंहासनासीन सीतारमण, निरखि निर्भर हरष नृत्यकारी। राम संभ्राज शोभा-सहित सर्वदा तुलसि-मानस-रामपुर-विहारी॥ जयति मंगलागार,…

Shri Pavanasuta Hanuman Aarti

॥ Aarti ॥ Jayati Mangalagara, Sansara, Bharapahara, Vanarakara Vigraha Purari। Rama-Roshanala, Jvalamala Mishadhvantachara-Salabha-Sanharakari॥ Jayati Marudanjanamoda-Mandira, Natagrivasugriva-Duhkhaikabandho। Yatudhanoddhata-Kruddha-Kalagnihara, Siddha-Sura-Sajjananandasindho॥ Jayati Rudragrani, Vishwavandyagrani, Vishvavikhyata-Bhata-Chakravarti। Samagatagrani, Kamajetagrani, Ramahita, Ramabhaktanuvarti॥ Jayati Sangramajaya, Ramasandeshahara, Kaushala-Kushala-Kalyanabhashi। Rama-Viraharka-Santapta-Bharatadi Nara-Nari-Shitalakaranakalpashashi॥ Jayati Sinhasanasina Sitaramana, Nirakhi Nirbhara Harasha Nrityakari। Rama Sambhraja Shobha-Sahita Sarvada Tulasi-Manasa-Ramapura-Vihari॥

Shri Bankebihari Aarti

॥ Aarti ॥ Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau। Kunj Bihari Teri Aarti Gau। Shri Shyamsundar Teri Aarti Gau। Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau॥ Mor Mukut Prabhu Shish Pe Sohe। Pyari Banshi Mero Man Mohe। Dekhi Chhavi Balihari Jau। Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau॥ Charano Se Nikali Ganga Pyari। Jisane Saari Dunia Taari।…

Purushottam Dev Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Purushottam Deva, Swami Jai Purushottam Deva। Mahima Amit Tumhari, Sur-Muni Kare Seva॥ Jai Purushottam Deva॥ Sab Maaso Me Uttam, Tumako Batlaya। Kripa Hui Jab Hari Ki, Krishna Roop Paya॥ Jai Purushottam Deva॥ Puja Tumako Jisane, Sarva Sukkha Dina। Nirmal Karke Kaya, Paap Chhar Kina॥ Jai Purushottam Deva॥ Medhavi Muni Kanya, Mahima…

Shree Ganapati Aarti

॥ Aarti ॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva, Seva Se Sab Vighna Tare। Tina Loka Ke Sakala Devata, Dvara Khare Nita Araja Kare॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva…॥ Riddhi Siddhi Dakshina Vaama, Viraje Aru Ananda So Chamara Kare। Dhupa-Deepa Aru Liye Aarti, Bhakta Khare Jaykara Kare॥ Ganapati Ki Seva Mangal Meva…॥ Gura Ke Modaka Bhoga…

Gajabadana Vinayaka Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Gajabadana, Vinayaka Ki। Sura-Muni-Pujita, Gananayaka Ki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Ekadanta Shashibhala Gajanana, Vighnavinashaka Shubhaguna Kanana। Shivasuta Vandyamana-Chaturanana, Dukhavinashaka Sukhadayaka Ki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Rishi-Siddhi-Swami Samartha Ati, Vimala Buddhi Data Suvimala-Mati। Agha-Vana-Dahana Amala Abigata Gati, Vidya-Vinaya-Vibhava-Dayakaki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Pingalanayana, Vishala Shundadhara, Dhumravarna Shuchi Vajrankusha-Kara। Lambodara Badha-Vipatti-Hara, Sura-Vandita Saba…

गजबदन विनायक आरती

॥ आरती ॥ आरती गजबदन विनायककी। सुर-मुनि-पूजित गणनायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥ एकदन्त शशिभाल गजानन, विघ्नविनाशक शुभगुण कानन। शिवसुत वन्द्यमान-चतुरानन, दुःखविनाशक सुखदायक की॥ आरती गजबदन विनायककी॥ ऋद्धि-सिद्धि-स्वामी समर्थ अति, विमल बुद्धि दाता सुविमल-मति। अघ-वन-दहन अमल अबिगत गति, विद्या-विनय-विभव-दायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥ पिङ्गलनयन, विशाल शुण्डधर, धूम्रवर्ण शुचि वज्रांकुश-कर। लम्बोदर बाधा-विपत्ति-हर, सुर-वन्दित सब विधि लायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥

श्री बाँकेबिहारी आरती

॥ आरती ॥ श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ। कुन्जबिहारी तेरी आरती गाऊँ। श्री श्यामसुन्दर तेरी आरती गाऊँ। श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ॥ मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे। प्यारी बंशी मेरो मन मोहे। देखि छवि बलिहारी जाऊँ। श्री बाँकेबिहारी तेरी आरती गाऊँ॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी। जिसने सारी दुनिया तारी। मैं उन चरणों के…

श्री पुरुषोत्तम देव आरती

॥ आरती ॥ जय पुरुषोत्तम देवा, स्वामी जय पुरुषोत्तम देवा। महिमा अमित तुम्हारी, सुर-मुनि करें सेवा॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ सब मासों में उत्तम, तुमको बतलाया। कृपा हुई जब हरि की, कृष्ण रूप पाया॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ पूजा तुमको जिसने सर्व सुक्ख दीना। निर्मल करके काया, पाप छार कीना॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ मेधावी मुनि कन्या, महिमा…

नटराज जी आरती

॥ आरती ॥ सत सृष्टि तांडव रचयिता नटराज राज नमो नमः… हेआद्य गुरु शंकर पिता नटराज राज नमो नमः… गंभीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्मांडना नित होत नाद प्रचंडना नटराज राज नमो नमः… शिर ज्ञान गंगा चंद्रमा चिद्ब्रह्म ज्योति ललाट मां विषनाग माला कंठ मां नटराज राज नमो नमः… तवशक्ति वामांगे स्थिता हे चंद्रिका अपराजिता…

मृत्युंजय महाकाल आरती

।। आरती ।। काल की विकराल की, त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की, भोले शिव कृपाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की, बाबा महाकाल की, ओ मेरे महाकाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।। पित पुष्प बाघम्बर धारी, नंदी तेरी सवारी, त्रिपुंडधारी हे त्रिपुरारी, भोले भव भयहारी,…

श्री केदारनाथजी आरती

।। आरती ।। जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुख हरम्, गौरी गणपति स्कंद नंदी, श्री केदार नमाम्यहम्। शैली सुंदर अति हिमालय, शुभ मंदिर सुंदरम्, निकट मंदाकिनी सरस्वती जय केदार नमाम्यहम्। उदक कुंड है अधम पावन रेतस कुंज मनोहरम्, हंस कुंड समीप सुंदर जै केदार नमाम्यहम्। अन्नपूर्णा सहं अर्पणा काल भैरव शोभितम्, पंच पांडव द्रोपदी…

Shri Yugalkishor Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Yugalkishor Ki Kijiye। Tan Man Dhan Nayochawar Kijiye॥ Gorshyam Mukh Nirkhan Lijiye। Hari Ka Rup Nayan Bhari Pijiye॥ Ravi Shashi Koti Badan Ki Shobha। Tahi Nirkhi Mero Mann Lobha॥ Odhe Neel Peet Pat Sari। Kunjbihari Girivardhari॥ Fulan Sej Phul Ki Mala। Ratan Singhasan Baatai Nandlal॥ Kanchan Thar Kapoor Ki Baati। Hari…

श्री युगलकिशोर आरती

॥ आरती ॥ आरती युगलकिशोर की कीजै । तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै । हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा । ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥ ओढ़े नील पीत पट सारी । कुंजबिहारी गिरिवरधारी ॥ फूलन सेज फूल की माला । रत्न…

श्री रघुवर आरती

॥ आरती ॥ आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत् चित् आनन्द शिव सुन्दर की। दशरथ तनय कौशल्या नन्दन, सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन। अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन, मर्यादा पुरुषोतम वर की। आरती कीजै श्री रघुवर जी की…। निर्गुण सगुण अनूप रूप निधि, सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि। हरण शोक-भय दायक नव निधि, माया…

रामदेव जी आरती

॥ आरती ॥ ॐ जय श्री रामादे स्वामी जय श्री रामादे। पिता तुम्हारे अजमल मैया मेनादे ॥ ॐ जय श्री रामादे स्वामी…. रूप मनोहर जिसका घोड़े असवारी। कर में सोहे भाला मुक्तामणि धारी॥ ॐ जय श्री रामादे स्वामी…. विष्णु रूप तुम स्वामी कलियुग अवतारी । सुरनर मुनिजन ध्यावे जावे बलिहारी॥ ॐ जय श्री रामादे स्वामी…….

रविवार आरती

|| आरती || कहूँ लगी आरती दास करेंगे, सकल जगत जाकी जोत बिराजे || सात समुद्र जाके चरणनि बसे, कहा भयो जल कुम्भ भरे || सात समुद्र जाके चरणनि बसे, कहा भयो जल कुम्भ भरे || सकल जगत जाकी जोत बिराजे || कहूँ लगी आरती दास करेंगे|| कोटि भानु जाके नख की शोभा, कहा भयो…

मंगला गौरी आरती

।। आरती ।। जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल दाता। जय मंगला गौरी… अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता, जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय मंगला गौरी… सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था। जय मंगला गौरी… सतयुग शील सुसुन्दर…

ऋषि पंचमी आरती

।। आरती ।। श्री हरि हर गुरु गणपति, सबहु धरि ध्यान। मुनि मंडल श्रृंगार युक्त, श्री गौतम करहुँ बखान।। ॐ जय गौतम त्राता, स्वामी जी गौतम त्राता । ऋषिवर पूज्य हमारे, मुद मंगल दाता।। ॐ जय गौतम त्राता…. द्विज कुल कमल दिवाकर, परम् न्याय कारी। जग कल्याण करन हित, न्याय रच्यौ भारी।। ॐ जय गौतम…

मौनी अमावस्या व्रत कथा और पूजा विधि

॥ मौनी अमावस्या पूजा विधि ॥ मौनी अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहुर्त में उठ कर और नित्य क्रियाओं से निवृत्त हो कर गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा विधि अनुसार करनी चाहिए। पूजा करते समय भगवान विष्णु को पीले फूल, केसर, घी, दिपक और…

रवि प्रदोष व्रत कथा और पूजा विधि

॥ रवि प्रदोष व्रत पूजा विधि ॥ रवि प्रदोष व्रत का पालन करने वाले व्यक्ति को प्रातः उठकर स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ हो जाना चाहिए। तत्पश्चात पूजा स्थल को स्वच्छ कर सूर्यदेव, भगवान शिव व देवी पार्वती का आवाहन करें। अब भगवान शिव को बेल पत्र तथा सूर्यदेव को अक्षत , फूल, धूप…

प्रदोष व्रत कथा और पूजा विधि

॥ प्रदोष व्रत कथा पूजा विधि ॥ इस दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान कर व्रत का संकल्प लें। भगवान शिव का अभिषेक करें। उन्हें उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग लगाएं। व्रत रखने वाले लोग इस दिन फलाहार ग्रहण करते हैं। प्रदोष व्रत की पूजा शाम को प्रदोष काल यानी की गोधूली बेला में…

योगिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

योगिनी एकादशी पूजा विधि सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। योगिनी एकादशी व्रत कथा स्वर्गधाम की अलकापुरी नामक नगरी में कुबेर नाम…

कामदा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। कामदा एकादशी पूजा विधि ।। इस दिन स्नान से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें और भगवान की पूजा करें। एकादशी व्रत के एक दिन पहले से ही नियमों का पालन शुरू कर देना चाहिए। एकादशी के एक दिन पहले यानी 11 अप्रैल, सोमवार को पूरे दिन और रात्रि में संयम पूर्वक व्यवहार करना…

मोक्षदा एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ मोक्षदा एकादशी पूजा विधि ॥ इस दिन सुबह जल्दी उठ जाएं। फिर मंदिर और घर को अच्छे से साफ करें। पूरे घर में गंगाजल छिड़क लें। स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें। विष्णु जी को गंगाजल से स्नान कराएं। फिर उन्हें रोली, चंदन, अक्षत आदि अर्पित करें। सबसे पहले भगवान गणेश की…

जया एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ जया एकादशी की पूजा विधि ॥ इस दिन जल्‍दी उठना चाहिए। फिर घर की साफ-सफाई करें। झाड़ू और पोंछा लगाने के बाद पूरे घर में गौमूत्र का छिड़काव करें। उसके बाद शरीर पर तिल और मिट्टी का लेप लगा कर कुशा से स्नान करें। घर में पूजा के स्थान पर या पूर्व दिशा में…

पद्मिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

।। पद्मिनी एकादशी पूजा विधि ।। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पद्मिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी दोनों हथेलियों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करें। मंत्र कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम् ।। इसके बाद स्नानादि ने निवृत्त होकर पीले रंग के स्वच्छ वस्त्र धारण करें….