हिन्दू शास्त्रों में शंख रखने के नियम के बारे में भी बताय गया है। मंदिर में शंख को श्रीहरि की मूर्ति के दाईं तरफ रखना शुभ माना जाता है। इसके अलावा उत्तर पूर्व या उत्तर दिशा में भी शंख को रखा जा सकता है। शंख के आसपास साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। तभी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा।
घर में शंख रखने के फायदे हैं जान ले नियम नहीं तो उलटा हो सकता हैं असर
धार्मिक मान्यता के अनुसार,समुद्र मंथन के समय शंख की उत्पत्ति हुई थी। इसी वजह से शंख का पानी जगत के पालनहार भगवान विष्णु के आशीर्वाद के समान माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शंख के जल को नहाने के पानी में ड़ालकर स्नान करने से व्यक्ति को तीर्थ यात्रा के फल की प्राप्ति होती है। घर में शंख को रखने के लिए नियम का पालन करना चाहिए। ऐसा न करने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
घर में शंख रखने के नियम
- शंख को जहां पर भी स्थापित रखें वहां सबसे पहले शुद्ध जल या फिर गंगाजल का छिड़काव करें। उसके बाद लाल रंग के कपड़े, तांबे या पितल की प्लेट पर ही रखें।
- शंख को शिवरात्रि या नवरात्रि इन दोनों त्योहारों पर घर में स्थापित कर सकते हैं।
- एक मंदिर में दो शंख से ज्यादा नहीं रखना चाहिए। अगर है तो दोनों शंखों को एकदूसरे से दूर रखें।
- मंदिर में शंख को रखते समय एक बात का खास ध्यान रखें कि शंख का खुला भाग ऊपर की तरफ होना चाहिए।
- शंख को जमीन पर भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। इसको रखने के लिए साफ कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए।
- जिस शंख की पूजा करते हैं उसे बजाते नहीं है। और जिस शंख को बजाते हैं उसे पूजा शुरू करने से पहले और पूजा करने के बाद बजाएं। पूजा की जगह पर रखें शंख में हमेशा जल भरकर रखें।
- शंख को पानी से साफ़ करने के बाद कपड़े से सही से सुखाना चाहिए।
- शंख को अकारण नहीं बजाना चाहिए।
- दैनिक पूजा में शंख को हमेशा सुबह और शाम को बजाना चाहिए।
शंख बजाने (रखने) के फायदे
- ऐसी मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां लक्ष्मी जी का वास होता है। धार्मिक ग्रंथों में शंख को लक्ष्मी का भाई बताया गया है, क्योंकि लक्ष्मी के समान ही शंख भी सागर से ही उत्पन्न हुआ है और शंख को समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में से एक माना जाता है।
- शंख को इसलिए भी शुभ माना गया है, क्योंकि माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु, दोनों ही अपने हाथों में शंख को धारण करते हैं।
- पूजा-पाठ में शंख बजाने से वातावरण पवित्र होता है। जहां तक शंख की ध्वनि जाती है, इसे सुनकर लोगों के मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं। अच्छे विचारों का फल भी स्वाभाविक रूप से अच्छा ही होता है।
- शंख के जल से विष्णु लक्ष्मी आदि का अभिषेक करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
- ब्रह्मवैवर्त पुराण में कहा गया है कि शंख में जल रखने और इसे छिड़कने से वातावरण शुद्ध बना रहता है।
- शंख की ध्वनि लोगों को पूजा-अर्चना के लिए प्रेरित करती है। ऐसी मान्यता है कि शंख के द्वारा पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और इस की ध्वनि से दुष्ट आत्माएं पास नहीं आती हैं।
- वैज्ञानिकों का मानना है कि शंख की ध्वनि से वातावरण में उपस्थित कई प्रकार के जीवाणुओं-कीटाणुओं का नाश हो जाता है कई प्रयोग से इस प्रकार के परिणाम मिले भी हैं।
- शंख को नित्य बजाने से फेफड़ों का व्यायाम होता है। पुराणों में कहा गया है कि यदि श्वास का रोगी नियमित रूप से शंख बजाए, तो वह रोग से मुक्त हो सकता है।
- शंख में रखे पानी का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। यह पानी दांतों के लिए भी लाभदायक होता है। शंख में कैल्शियम, फास्फोरस व गंधक के गुण होने की करण से यह लाभ दायक है।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार शंख में ऐसे कई गुण होते हैं, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। शंख की ध्वनि से ‘सोई हुई भूमि’ जाग्रत होकर शुभ फल देती है।
घर में शंख रखने के नुकसान
- अगर शंख को जमीन पर रखा जाए, तो घर में अशांति आ सकती है और लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं।
- शंख को जमीन पर रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- शंख को शिव जी की पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि शिव जी ने शंखचूर्ण राक्षस का वध किया था, इसलिए शिव जी के लिए शंख का इस्तेमाल वर्जित है।
FAQ’s
क्या घर में शंख बजाया जा सकता है?
घर में शंख बजाना शुभ माना जाता है। शंख बजाने से घर में दैवीय शक्तियों का संचार होता है। हालांकि शंख बजाने से जुड़े कई नियम भी हैं जिनका पालन आवश्यक माना गया है। इन्हीं नियमों में से एक है शंख बजाने का समय।
घर में कौन-सा शंख रखना शुभ होता है?
- दक्षिणावर्ती शंख: इसका मुख दाईं ओर होता है। इसे घर में रखना और पूजा करना शुभ माना जाता है।
- वामावर्ती शंख: इसका मुख बाईं ओर होता है। इसे पूजा में उपयोग कम होता है, लेकिन इसे घर में रखने का विशेष महत्व होता है।
- गणेश शंख: इस शंख की आकृति गणेशजी जैसी होती है और इसे समृद्धि और सुख-शांति के लिए रखा जाता है।
क्या घर में टूटा या खंडित शंख रखना चाहिए?
नहीं, घर में टूटा या खंडित शंख रखना अशुभ माना जाता है। इसे तुरंत नदी या पवित्र स्थान पर विसर्जित कर देना चाहिए।
क्या शंख को रोज साफ करना आवश्यक है?
हां, शंख को स्वच्छ रखना चाहिए। पूजा के बाद इसे साफ जल से धोकर सुरक्षित स्थान पर रखें।
क्या शंख को पूजा के समय अनिवार्य रूप से बजाना चाहिए?
पूजा के समय शंख बजाना शुभ माना जाता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। यह व्यक्ति की श्रद्धा और परंपरा पर निर्भर करता है।
शंख को कहां रखना चाहिए?
- शंख को हमेशा पूजा स्थान या उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में रखना चाहिए।
- इसे स्वच्छ और ऊंचे स्थान पर रखें।
- शंख को कभी भी जमीन पर सीधे न रखें।
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