श्री सम्भवनाथ आरती
।। आरती ।। आरती सम्भवनाथ तुम्हारी, हम सब गाये महिमा तिहारी। चौदह वर्ष तपस्या ठानी, कर्मजयी तुम केवल ज्ञानी। शीश झुकाते भक्त पुजारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी। हम सब गाये महिमा तिहारी… तुमने आत्मज्योति प्रकटाई, कर्म शत्रुओ पर जय पाई। संकटहारी शिव भर्तारी, आरती सम्भवनाथ तुम्हारी। हम सब गाये महिमा तिहारी… राजपाट क्षण भर में छोड़ा,…