वरूथिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ वरूथिनी एकादशी पूजा विधि ॥ सर्वप्रथम एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके निवृत्त हो जाएँ। इसके बाद साफ सुथरे कपड़े धारण कर लें। अब भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। तत्पश्चात एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को…

आमलकी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ आमलकी एकादशी पूजा विधि ॥ आमलकी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होने के बाद भगवान विष्णु के समक्ष व्रत का संकल्प लें। आंवले के पेड़ के नीचे भगवान विष्णु की तस्वीर एक चौकी पर स्थापित करें और उनकी विधिवत पूजा करें। श्री विष्णु को रोली, चंदन, अक्षत, फूल, धूप…

मोहिनी (पापमोचनी) एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ मोहिनी एकादशी पूजा विधि ॥ पापमोचनी एकादशी व्रत में भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है व्रत के दिन सूर्योदय के समय जगें और स्नान करना चाहिए भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने बैठकर एकादशी व्रत कथा का पाठ करना चाहिए दिन में भगवान विष्णु की पूजा के बाद रात्रि में…

षटतिला एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि

॥ षटतिला एकादशी व्रत पूजा विधि ॥ षटतिला एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन तिल का प्रयोग 6 तरीकों से किया जाता है। तिल स्नान, तिल का उबटन, तिल का हवन, तिल का तर्पण, तिल का भोग और तिल का दान। पूजा के लिए इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में…

श्री महालक्ष्मी आरती

|| आरती || ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ || ओम जय लक्ष्मी माता || उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ || ओम जय लक्ष्मी माता || दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ || ओम…

Shri MhaLakshmi Aarti

|| Aarti || Om Jai Lakshmi Mata, Maiya Jai Lakshmi Mata Tumko Nishidin Sevat, Hari Vishnu Vidhata || Om Jai Lakshmi Mata || Uma, Rama, Brahmaṇi, Tum Hi Jag-Mata Surya-Chandra Ma Dhyaavat, Narad Rishi Gaata || Om Jai Lakshmi Mata || Durga Rup Niranjani, Sukh Sampatti Data Jo Koi Tumko Dhyaavat, Riddhi-Siddhi Dhan Pata ||…

श्री चंद्रघंटा माँ आरती

|| आरती || जय मां चंद्रघंटा सुख धाम पूर्ण कीजो मेरे काम चंद्र समान तू शीतल दाती चंद्र तेज किरणों में समाती क्रोध को शांत बनाने वाली मीठे बोल सिखाने वाली मन की मालक मन भाती हो चंद्र घंटा तुम वरदाती हो सुंदर भाव को लाने वाली हर संकट मे बचाने वाली हर बुधवार जो…

Shri Sitaram Aarti

॥ Aarti ॥ Aasapasa Sakhiyan Sukha Daini, Saji Nava Saja Singara Sunaini, Bina Sitara Liyen Pikabaini, Gai Suraga Sunao॥ Gao Gao Ri, Priyapritama Ki Aarti Gao। Anupama Chhabi Dhari Danpati Rajata, Nila Pita Pata Bhushana Bhrajata, Nirakhata Aganita Rati Chhabi Lajata, Nainana Ko Phala Pao॥ Gao Gao Ri, Priyapritama Ki Aarti Gao। Niraja Naina Chapala…

श्री राम रघुपति आरती

॥ आरती ॥ बन्दौं रघुपति करुना निधान। जाते छूटै भव-भेद ग्यान॥ रघुबन्स-कुमुद-सुखप्रद निसेस। सेवत पद-पन्कज अज-महेस॥ निज भक्त-हृदय पाथोज-भृन्ग। लावन्यबपुष अगनित अनन्ग॥ अति प्रबल मोह-तम-मारतण्ड। अग्यान-गहन- पावक-प्रचण्ड॥ अभिमान-सिन्धु-कुम्भज उदार। सुररन्जन, भन्जन भूमिभार॥ रागादि- सर्पगन पन्नगारि। कन्दर्प-नाग-मृगपति, मुरारि॥ भव-जलधि-पोत चरनारबिन्द। जानकी-रवन आनन्द कन्द॥ हनुमन्त प्रेम बापी मराल। निष्काम कामधुक गो दयाल॥ त्रैलोक-तिलक, गुनगहन राम। कह तुलसिदास…

Shri Ram Raghupati Aarti

॥ Aarti ॥ Bandaun Raghupati Karuna Nidhana। Jate Chhutai Bhava Bheda Gyana॥ Raghubansa Kumuda Sukhaprada Nisesa। Sevata Pada Pankaja Aja Mahesa॥ Nija Bhakta Hridaya Pathoja Bhringa। Lavanyabapusha Aganita Ananga॥ Ati Prabala Moha Tama Maratanda। Agyana Gahana Pavaka Prachanda॥ Abhimana Sindhu Kumbhaja Udara। Suranjana, Bhanjana Bhumibhara॥ Ragadi Sarpagana Pannagari। Kandarpa Naga Mrigapati, Murari॥ Bhava Jaladhi Pota…

जानकी माता आरती

॥ आरती ॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की। राममधुपमन कमल कली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ रामचन्द्र, मुखचन्द्र चकोरी। अन्तर साँवर बाहर गोरी। सकल सुमन्गल सुफल फली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ पिय दृगमृग जुग-वन्धन डोरी, पीय प्रेम रस-राशि किशोरी। पिय मन गति विश्राम थली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ रूप-रास गुननिधि…

Janaki Mata Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki। Ramamadhupamana Kamala Kali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Ramachandra, Mukhachandra Chakori। Antar Samvar Bahar Gori। Sakal Sumangal Suphala Phali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Piya Driganriga Juga-Vandhana Dori, Piya Prema Rasha Rashi Kishori। Piya Mana Gati Vishrama Thali Ki॥ Aarti Kijai Shrijanaka Lali Ki…॥ Rupa-Rasa…

श्री शीतला अष्टमी व्रत कथा

|| शीतलाष्टमी कथा || एक बार एक राजा के इकलौते पुत्र को शीतला (चेचक) निकली। उसी के राज्य में एक काछी-पुत्र को भी शीतला निकली हुई थी। काछी परिवार बहुत गरीब था, पर भगवती का उपासक था। वह धार्मिक दृष्टि से जरूरी समझे जाने वाले सभी नियमों को बीमारी के दौरान भी भली-भांति निभाता रहा।…

श्री सीता नवमी व्रत कथा

|| पूजन विधि || सीता नवमी के दिन सुबह नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान के प‍श्चात व्रत का संकल्प लें। एक लकड़ी के पटिये पर पीला वस्त्र बिछाकर माता सीता की श्रीराम सहित मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। राम-सीता की प्रतिमा पर श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं। इस दिन दूध, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य…

श्री भैरवी व्रत कथा

|| माँ भैरवी की कथा || यह कथा बहुत ही रोचक हैं जो भगवान शिव व उनकी प्रथम पत्नी माता सती से जुड़ी हुई हैं। हालाँकि उनकी दूसरी पत्नी माता पार्वती माँ सती का ही पुनर्जन्म मानी जाती हैं। भैरवी महाविद्या की कहानी के अनुसार, एक बार माता सती के पिता राजा दक्ष ने विशाल…

श्री सप्तश्रृंगा अंबा आरती

|| आरती || जय देवी सप्तश्रृंगा अंबा गौतमी गंगा नटली ही । बहुरंगा उटी शेंदूर अंगा जय देवी सप्तश्रृंगा ।। धृ ।। पूर्व मुख अंबे ध्यान जरा वाकडी मान मार्कडेय देई कान । सप्तशतीचे पान एके अंबा गिरि श्रृंगा, अंबा गौतमी गंगा जय देवी सप्तश्रृंगी ।। माये तुझा बहु थाट देई सगुण भेट प्रेम पान्हा…

Shri Saptashrunga Amba Aarti

|| Aarti || Jai Devi Saptashrunga Amba Gautami Ganga Natli Hi Bahuranga Uti Shendur Anga Jai Devi Saptashrunga || Dhruva || Poorva Mukh Ambe Dhyan Jara Vakadi Man Markandeya Dei Kan Saptashati Che Paan Eke Amba Giri Shrunga, Amba Gautami Ganga Jai Devi Saptashrungi Maye Tuja Bahu Thaat Dei Sagun Bhet Prem Pana Eke Ghot…

Shri Danteshwari Mata Aarti

|| Aarti || Om Danteshwari Mata, Jai Danteshwari Mata Sharanagat Ki Rakshak, Riddhi-Siddhi Data Pavan Chhavi Virajat, Shyamagi Gauri Rajat Sarvan Abhushan, Bhat Mukut Dhari Shakti Sati Kalyani, Bhav Santap Hare Danteshwari Bhavani, Naam Anek Dhare Mangal Jyoti Kalash Ki, Jagmag Jyoti Jale Tan-Man Kare Prakashit, Jagdamba Amale Danav Dev Manuj Sant, Sevak Sab Prani…

श्री दंतेश्वरी माता आरती

|| आरती || ओम दंतेश्वरी माता, जय दंतेश्वरी माता। शरणागत की रक्षक, रिद्धि –सिद्धि दाता।। पावन छवि विराजत, श्यामागी गौरी। रजत सर्वण आभूषण, भात मुकुट धारी।। शक्ति सती कल्याणी, भव संताप हरे। दंतेश्वरी भवानी, नाम अनेक धरे।। मंगल ज्योति कलश की, जगमग ज्योति जले। तन–मन करे प्रकाशित, जग्दम्बे अमले।। दानव देव मनुज संत, सेवक सब…

Shri Uma Devi Aarti

|| Aarti || Devi Durga Uma, Vishwa Janani Rama, Maat TaraEk Jagadamba Tera Sahara Devi Durga Uma, Vishwa Janani Rama, Maat Tara Ek Jagadamba Tera Sahara Tu Hi Vaishnavi Moha Maya Tune Saare Jag Ko Banaya Charan Kamalon Mein Maa Rahta Mastak Nava Yeh Hamara Ek Jagadamba Tera Sahara Devi Durga Uma, Vishwa Janani Rama,…

Shri Nag Panchami Aarti

|| Aarti || Shri Nagadev Aarti Panchami Ki Kijai Tan Man Dhan Sab Arpan Kijai Netra Lal Bhirakuti Vishala Chale Bin Pair Sune Bin Kana Unko Apna Sarvasva Dije Patal Lok Mein Tera Vaasa Shankar Vighna Vinayak Nasa Bhagoton Ka Sarv Kast Har Lijai Sheesh Mani Mukh Visham Jwala Dusht Janon Ka Kare Nivala Bhagat…

श्री भागवत भगवान आरती

|| आरती || श्री भागवत भगवान की आरती श्री भागवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जगाने वाला। हरि नाम यही हरि धाम यही, जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ ॥ श्री भागवत भगवान की…

श्री नाग पंचमी आरती

|| आरती || श्रीनागदेव आरती पंचमी की कीजै । तन मन धन सब अर्पण कीजै । नेत्र लाल भिरकुटी विशाला । चले बिन पैर सुने बिन काना । उनको अपना सर्वस्व दीजे।। पाताल लोक में तेरा वासा । शंकर विघन विनायक नासा । भगतों का सर्व कष्ट हर लिजै।। शीश मणि मुख विषम ज्वाला ।…

Shri Bhagwat Bhagwan Aarti 

|| Aarti  || Shri Bhagwat Bhagwan ki Aarti, Shri Bhagwat Bhagwan ki hai Aarti, Papiyon ko pap se hai tarati. Ye amar granth ye mukti panth, Ye pancham Ved nirala, Nav jyoti jagane wala. Hari naam yahi, Hari dhaam yahi, Jag mangal ki Aarti, Papiyon ko pap se hai tarati॥ ॥ Shri Bhagwat Bhagwan ki…

शेषनाग की आरती

|| आरती || आरती कीजे श्री नाग देवता की, भूमि का भार वहनकर्ता की। उग्र रूप है तुम्हारा देवा भक्त, सभी करते है सेवा॥ मनोकामना पूरण करते, तन-मन से जो सेवा करते। आरती कीजे श्री नागदेवता की , भूमि का भार वहनकर्ता की॥ भक्तो के संकट हारी की, आरती कीजे श्री नागदेवता की। आरती कीजे…

Sheshnag Ki Aarti

|| Aarti || Aarti kije Shri Naag Devata ki, Bhumi ka bhaar vahankarta ki. Ugra roop hai tumhara deva bhakt, Sabhi karte hai seva. Manokamana poorn karte, Tan-man se jo seva karte. Aarti kije Shri Naag Devata ki, Bhumi ka bhaar vahankarta ki. Bhakto ke sankat haari ki, Aarti kije Shri Naag Devata ki. Aarti…

श्री खंडेरायाची आरती

|| आरती || पंचानन हयवाहन सुरभूषितनीळा । खंडामंडित दंडित दानव अवलीळा ॥ मणिमल्ल मर्दुनियां जों धूसुर पिवळा । हिरे कंकण बासिंगे सुमनांच्या माळा ॥ जय देव जय देव जय शिव मल्हारी । वारीं दुर्जनअसुरा भवदुस्तर तारी ॥ धृ. ॥ सुरवरसंवर वर दे मजलामी देवा । नाना नामे गाइन ही तुमची सेवा ॥ अघटित गुण गावया…

Shri Khanderayachi Aarti

|| Aarti || Panchaanan hayavaahan surabhushitanila, Khandamandita dandita daanava avaliḷa. Maṇimalla marduniyaṁ joṁ dhoosura pivaḷa, Hire kaṅkaṇ bāsiṅge sumanānchya mālā. Jayadeva jayadeva jaya śiva malhārī, Vārīṁ durjanasurā bhavadustara tārī. Dhruva. Suravarsaṁvara vara de majalāmī devā, Nānā nāmē gā’ina hī tumachī sēvā. Aghaṭita guṇ gāvayā vātatasē hēvā, Phaṇivara śiṇalā kitī nara pāmara kēvā. Raghuvīrasmaranī śaṅkara hṛudayīṁ…

श्री भैरवी माता आरती

|| आरती || जय-जय भै‍रवि असुर भयाउनि पशुपति भामिनी माया सहज सुमति वर दियउ गोसाउनि अनुगति गति तुअ पाया वासर रैनि सबासन शोभित चरण चन्‍द्रमणि चूड़ा कतओक दैत्‍य मारि मुख मेलल कतओ उगिलि कएल कूड़ा सामर बरन नयन अनुरंजित जलद जोग फुलकोका कट-कट विकट ओठ पुट पांडरि लिधुर फेन उठ फोंका घन-घन-घनय घुंघरू कत बाजय…

Shri Bhairavi Mata Aarti

|| Aarti || Jai Jai Bhairavi, Asura Bhayavani Pashupati Bhagini Maya Sahaj Sumati Var Diyo Gosauni Anugati Gati Tua Paya Vasar Raini Sabasan Shobhit Charan Chandramani Chuda Kataok Daitaya Mari Mukh Melal Katao Ugli Ka-el Kuda Samar Baran Nayan Anuranjit Jalad Jog Phulakoka Kat-Kat Vikat Oth Put Pandari Lidhur Phen Uth Phoka Ghan-Ghan-Ghanay Ghungharu Kat…

श्री यशोदालाल आरती

॥ आरती ॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित, फूली अङ्ग न मात। बल-बल कहि दुलरावत आनन्द मगन भई पुलकात॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित… सुबरन-थार रत्न-दीपावलि चित्रित घृत-भीनी बात। कल सिन्दूर दूब दधि अच्छत तिलक करत बहु भाँत॥ आरति करत यसोदा प्रमुदित… अन्न चतुर्विध बिबिध भोग दुन्दुभि बाजत बहु जात। नाचत गोप कुम्कुमा छिरकत देत अखिल नगदात॥…

Shri Yashodalala Aarti

॥ Shri Yashodalala Aarti ॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita, Phuli Anga Na Mata। Bala Bala Kahi Dularavata Ananda Magana Bhai Pulakata॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita… Subarana Thara Ratna Dipavali Chitrita Ghrita Bhini bata। Kala Sindura Duba Dadhi Achchhata Tilaka Karata Bahu Bhamta॥ Arati Karata Yasoda Prabhudita… Anna Chaturvidha Bibidha Bhoga Dundubhi Bajata Bahu Jata। Nachata…

श्री लक्ष्मीनारायण आरती

॥ आरती ॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। जय लक्ष्मीनारायण, जय लक्ष्मी-विष्णो। जय माधव, जय श्रीपति, जय, जय, जय विष्णो॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। जय चम्पा सम-वर्णे जय नीरदकान्ते। जय मन्द स्मित-शोभे जय अदभुत शान्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। कमल वराभय-हस्ते शङ्खादिकधारिन्। जय कमलालयवासिनि गरुडासनचारिन्॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। सच्चिन्मयकरचरणे सच्चिन्मयमूर्ते। दिव्यानन्द-विलासिनि जय सुखमयमूर्ते॥ जय लक्ष्मी-विष्णो। तुम त्रिभुवन की माता, तुम सबके त्राता। तुम…

Shri Lakshminarayana Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Lakshmi-Vishno। Jai Lakshminarayana, Jai Lakshmi-Vishno। Jai Madhava, Jai Shripati, Jai, Jai, Jai Vishno॥ Jai Lakshmi-Vishno। Jai Champa Sama-Varne, Jai Niradakante। Jai Manda Smita-Shobhe, Jai Adabhuta Shante॥ Jai Lakshmi-Vishno। Kamala Varabhaya-Haste, Shankhnadikadharin। Jai KamalalayavasiniGarudasanacharin॥ Jai Lakshmi-Vishno। Sachchinmayakaracharane, Sachchinmayamurte। Divyananda Vilasini, Jai Sukhamayamurte॥ Jai Lakshmi-Vishno। Tuma Tribhuvanaki Mata, Tuma Sabake Trata। Tuma Loka…

Shri Bankebihari Aarti

॥ Aarti ॥ Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau। Kunj Bihari Teri Aarti Gau। Shri Shyamsundar Teri Aarti Gau। Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau॥ Mor Mukut Prabhu Shish Pe Sohe। Pyari Banshi Mero Man Mohe। Dekhi Chhavi Balihari Jau। Shri Banke Bihari Teri Aarti Gau॥ Charano Se Nikali Ganga Pyari। Jisane Saari Dunia Taari।…

Purushottam Dev Aarti

॥ Aarti ॥ Jai Purushottam Deva, Swami Jai Purushottam Deva। Mahima Amit Tumhari, Sur-Muni Kare Seva॥ Jai Purushottam Deva॥ Sab Maaso Me Uttam, Tumako Batlaya। Kripa Hui Jab Hari Ki, Krishna Roop Paya॥ Jai Purushottam Deva॥ Puja Tumako Jisane, Sarva Sukkha Dina। Nirmal Karke Kaya, Paap Chhar Kina॥ Jai Purushottam Deva॥ Medhavi Muni Kanya, Mahima…

Gajabadana Vinayaka Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Gajabadana, Vinayaka Ki। Sura-Muni-Pujita, Gananayaka Ki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Ekadanta Shashibhala Gajanana, Vighnavinashaka Shubhaguna Kanana। Shivasuta Vandyamana-Chaturanana, Dukhavinashaka Sukhadayaka Ki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Rishi-Siddhi-Swami Samartha Ati, Vimala Buddhi Data Suvimala-Mati। Agha-Vana-Dahana Amala Abigata Gati, Vidya-Vinaya-Vibhava-Dayakaki॥ Aarti Gajabadana Vinayaka Ki॥ Pingalanayana, Vishala Shundadhara, Dhumravarna Shuchi Vajrankusha-Kara। Lambodara Badha-Vipatti-Hara, Sura-Vandita Saba…

गजबदन विनायक आरती

॥ आरती ॥ आरती गजबदन विनायककी। सुर-मुनि-पूजित गणनायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥ एकदन्त शशिभाल गजानन, विघ्नविनाशक शुभगुण कानन। शिवसुत वन्द्यमान-चतुरानन, दुःखविनाशक सुखदायक की॥ आरती गजबदन विनायककी॥ ऋद्धि-सिद्धि-स्वामी समर्थ अति, विमल बुद्धि दाता सुविमल-मति। अघ-वन-दहन अमल अबिगत गति, विद्या-विनय-विभव-दायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥ पिङ्गलनयन, विशाल शुण्डधर, धूम्रवर्ण शुचि वज्रांकुश-कर। लम्बोदर बाधा-विपत्ति-हर, सुर-वन्दित सब विधि लायककी॥ आरती गजबदन विनायककी॥

श्री पुरुषोत्तम देव आरती

॥ आरती ॥ जय पुरुषोत्तम देवा, स्वामी जय पुरुषोत्तम देवा। महिमा अमित तुम्हारी, सुर-मुनि करें सेवा॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ सब मासों में उत्तम, तुमको बतलाया। कृपा हुई जब हरि की, कृष्ण रूप पाया॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ पूजा तुमको जिसने सर्व सुक्ख दीना। निर्मल करके काया, पाप छार कीना॥ जय पुरुषोत्तम देवा॥ मेधावी मुनि कन्या, महिमा…

नटराज जी आरती

॥ आरती ॥ सत सृष्टि तांडव रचयिता नटराज राज नमो नमः… हेआद्य गुरु शंकर पिता नटराज राज नमो नमः… गंभीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्मांडना नित होत नाद प्रचंडना नटराज राज नमो नमः… शिर ज्ञान गंगा चंद्रमा चिद्ब्रह्म ज्योति ललाट मां विषनाग माला कंठ मां नटराज राज नमो नमः… तवशक्ति वामांगे स्थिता हे चंद्रिका अपराजिता…

Shri Rishi Panchami Aarti

|| Aarti || Shri Hari Har Ganpati, Sabahu dhari dhyan, Muni Mandal Shringar Yukt, Shri Gautam karahun bakhan. Om Jai Gautam Traata, Swami Ji Gautam Traata, Rishivar Pujya Hamaare, Mud Mangal Data. Om Jai Gautam Traata… Dvij Kul Kamal Divakar, Param Nyaay Kaari, Jag Kalyan Karan Hit, Nyaay Rachyo Bhaari. Om Jai Gautam Traata… Piplaad…

Shri Mangala Gauri Aarti

।। Aarti ।। Jai Mangala Gauri Mata, Jai Mangala Gauri Mata Brahma Sanatan Devi Shubha Phala Data। Jai Mangala Gauri… Arikula Padma Vinasani Jai Sevaka Traata, Jaga Jivana Jagadamba Harihara Guna Gaata। Jai Mangala Gauri… Simha Ko Vahana Saaje Kundala Hai, Satha Deva Vadhu Jaham Gaavata Nritya Karata Tha। Jai Mangala Gauri… Satayuga Sheela Susundara…

Shri Ramdev Aarti

॥ Aarti ॥ Om Jai Shri Ramade Swami, Jai Shri Ramade. Pita Tumhare Ajamal Maiya Menade. Om Jai Shri Ramade Swami…. Roop Manohar Jiska Ghode Aswari, Kar Mein Sohe Bhala Mukta Mani Dhari. Om Jai Shri Ramade Swami…. Vishnu Roop Tum Swami Kaliyug Avatar, Sur Nar Muni Jan Dhyaave Jave Balihaari. Om Jai Shri Ramade…

Shri Raghuveer Aarti

|| Aarti || Aarti Keejai Shri Raghuvar Ji Ki, Sat Chit Anand Shiva Sundar Ki. Dasharath Tanay Kausalya Nandan, Sur Muni Rakshak Daitya Nikandan. Anugat Bhakt Bhakt Ur Chandan, Maryada Purushottam Var Ki. Aarti Keejai Shri Raghuvar Ji Ki… Nirgun Sagun Anoop Roop Nidhi, Sakal Lok Vandit Vibhinn Vidhi. Haran Shok-Bhay Daayak Nav Nidhi, Maya…

मृत्युंजय महाकाल आरती

।। आरती ।। काल की विकराल की, त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की, भोले शिव कृपाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की, बाबा महाकाल की, ओ मेरे महाकाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की।। पित पुष्प बाघम्बर धारी, नंदी तेरी सवारी, त्रिपुंडधारी हे त्रिपुरारी, भोले भव भयहारी,…

श्री केदारनाथजी आरती

।। आरती ।। जय केदार उदार शंकर, मन भयंकर दुख हरम्, गौरी गणपति स्कंद नंदी, श्री केदार नमाम्यहम्। शैली सुंदर अति हिमालय, शुभ मंदिर सुंदरम्, निकट मंदाकिनी सरस्वती जय केदार नमाम्यहम्। उदक कुंड है अधम पावन रेतस कुंज मनोहरम्, हंस कुंड समीप सुंदर जै केदार नमाम्यहम्। अन्नपूर्णा सहं अर्पणा काल भैरव शोभितम्, पंच पांडव द्रोपदी…

Shri Yugalkishor Aarti

॥ Aarti ॥ Aarti Yugalkishor Ki Kijiye। Tan Man Dhan Nayochawar Kijiye॥ Gorshyam Mukh Nirkhan Lijiye। Hari Ka Rup Nayan Bhari Pijiye॥ Ravi Shashi Koti Badan Ki Shobha। Tahi Nirkhi Mero Mann Lobha॥ Odhe Neel Peet Pat Sari। Kunjbihari Girivardhari॥ Fulan Sej Phul Ki Mala। Ratan Singhasan Baatai Nandlal॥ Kanchan Thar Kapoor Ki Baati। Hari…

श्री युगलकिशोर आरती

॥ आरती ॥ आरती युगलकिशोर की कीजै । तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै । हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा । ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥ ओढ़े नील पीत पट सारी । कुंजबिहारी गिरिवरधारी ॥ फूलन सेज फूल की माला । रत्न…